Chhapra प्रख्यात पर्यावरणविद सुन्दर लाल बहुगुणा के निधन पर जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति ने शोक संवेदना प्रकट की है.
कुलपति प्रो फारूक अली ने बहुगुणा की मृत्यु पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हमने अपने एक महान पर्यावरणविद को खो दिया. उन्होंने कहा कि गंगोत्री से गंगासागर तक जब बहुगुणा जी साइकिल से यात्रा कर रहे थे उस समय भागलपुर में मैने ही व्यवस्थापक का कार्य किया था और वहां पर बहुगुणाजी के साथ रहने पर बहुत कुछ सीखने का मौका मिला.
कोरोना, प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने का ही परिणाम है. अब भी हम सबको सबक लेकर अपने में सुधार कर लेना होगा नहीं तो और गंभीर परिणाम भुगतना होगा. प्रकृति से प्रेम रखते हुए जल, जमीन, जंगल, जानवर और जन के बीच सामंजस्य स्थापित करना होगा. नहीं तो मानव अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा. हमें बहुगुणा जी के सिद्धांत से सीख लेनी होगी.
सीसीडीसी प्रोफेसर हरिश्चंद्र, डॉक्टर आर पी श्रीवास्तव, आई ओ सी, डॉक्टर सरफराज अहमद ने भी अपनी शोक संवेदना व्यक्त किया. सी सीडीसी प्रो हरिश्चंद्र ने कहा कि हमने ना केवल चिपको आन्दोलन के एक समाज-सुधारक को खोया है. वरन एक सच्चे इंसान को भी खो दिया है.