Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छपरा इकाई के द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार,अनियमितता को लेकर छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर सवाल खड़ा किया है।
विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र हितों का अनदेखा कर रही है। नए कुलपति को कार्यभार संभालते ही विद्यार्थी परिषद ने छात्र हितों के कई विषयों से अवगत कराया था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आश्वासन भी दिया था कि इसे जल्द पूरा किया जाएगा। परंतु 6 माह बीत जाने के बाद भी कोई छात्र हित में ठोस कदम नहीं दिख रहा है।
एक मामूली सिंगल विंडो सिस्टम विश्वविद्यालय में स्थापित नहीं किया गया। विश्वविद्यालय के कई विभाग सहित कई महाविद्यालयों में मूलभूत सुविधा शुद्ध पेयजल, शौचालय, बिजली, पंखे टेबल सहित कई चीजों का घोर अभाव है।
मूल प्रमाण पत्र विद्यार्थियों को मिलने में भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई सत्रों के विद्यार्थियों का अंक पत्र अभी तक जारी ठीक ढंग से नहीं हो पाया है। छात्र प्रत्येक दिन विश्वविद्यालय व महाविद्यालय में भटकते दिखाई दे रहे हैं। विश्वविद्यालय में वर्तमान में आयोजित स्नातक सीबीसीएस सेमेस्टर 1 की परीक्षा में भी लचर व्यवस्था देखने को मिल रहा है जो की दुर्भाग्यपूर्ण है।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान प्रोत्साहन योजना में भीं छात्राओं को परेशानी हैं। छात्र हितों से विश्वविद्यालय प्रशासन का कोई लेना-देना दिखाई नहीं दे रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन किसी व्यक्ति विशेष के इशारों पर कार्य कर रही है, जो की छात्र हित में कहीं से ठीक नहीं है।
पत्रकार वार्ता में विभाग संयोजक प्रशांत सिंह, प्रांत स्कूली विधार्थी कार्य संयोजक रजनीकांत सिंह, सोनम कुमारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रविशंकर कुमार, अर्पित कुमार, राजन सिंह शामिल थे।







