Chhapra: राष्ट्रीय सेवा योजना राजेंद्र कॉलेज के तत्वावधान में वीर बाल दिवस मनाया गया। इस ऑनलाइन संगोष्ठी की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने किया।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने कहा कि आज का यह दिन गुरु गोविन्द सिंह जी के दो साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के प्रति श्रद्धांजलि है जिन्होंने धर्म और सिद्धांत की रक्षा हेतु अपने बलिदान दिए । उनका यह बलिदान बताता है कि नैतिकता और सत्य के लिए खड़ा होना जीवन का सबसे बड़ा मूल्य है।
कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने बताया कि आज के दिन भारत सरकार ने पहली बार “वीर बच्चों का सम्मान” करने का निर्णय लिया है, ताकि साहिबजादों की महान वीरता और बलिदान की गाथा को देशभर में प्रचारित किया जा सके।
विदित है कि विगत जनवरी 2022 को श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दिन माननीय प्रधानमंत्री ने 26 दिसंबर को श्री गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों की शहादत के उपलक्ष्य में ‘वीर बल दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की थी ।
बाबा जोरावर सिंह (9 वर्ष) और बाबा फतेह सिंह (7 वर्ष) ने मुगलों के सामने झुकने से इनकार कर दिया और धर्म की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। दोनों साहिबजादों को सरहिंद के नवाब द्वारा जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया, लेकिन उन्होंने अपने विश्वास से कोई समझौता नहीं किया।
गुरु गोबिंद सिंह और उनके परिवार की वीर गाथा को देश के हर कोने तक पहुंचाना, इतिहास की इन घटनाओं के माध्यम से भारतीय समाज को एकता और बलिदान का संदेश देना ही इस कार्यक्रम का उद्देश्य है।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ. बेठियार सिंह साहू ने किया । इस संगोष्ठी में डॉ. देवेश रंजन, डॉ. कुमारी नीतू सिंह, डॉ. परेश कुमार, डॉ. रजनीश कुमार यादव, डॉ. धर्मेंद्र कुमार सिंह, विश्वविजय सिंह समेत कई छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अंत में छात्र-छात्राओं को बताया गया कि अपने इतिहास और संस्कृति को जानना और उसका सम्मान सभी का कर्तव्य होना चाहिए ।