Chhapara: सोमवार से शारदीय नवरात्र का शुभारंभ हो रहा है। मां दुर्गा की आराधना के इन नौ दिनों को लेकर पूरे क्षेत्र में भक्ति और आस्था का गहरा माहौल है। शहर से लेकर गांव तक श्रद्धालु आज से ही देवी मां की भक्ति में लीन दिखाई दे रहे हैं।
बाजारों में चढ़ा नवरात्र का रंग
नवरात्र के अवसर पर बाजारों में रौनक चरम पर है। पूजा सामग्री, चुनरी, माता की तस्वीरें, मूर्तियां और सजावटी सामान की मांग बढ़ गई है। गुदरी, हथुआ मार्केट और नगरपालिका चौक सहित प्रमुख बाजार देवी मां की भक्ति से सराबोर दिख रहे हैं। दुकानों पर फूल-मालाओं और श्रृंगार सामग्री की सजावट श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है।
महिलाओं की बड़ी भागीदारी
बाजारों में खरीदारी के लिए खासतौर पर महिलाओं की भीड़ नजर आ रही है। घर-घर में घट स्थापना को लेकर पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं। महिलाएं विशेषत: माता की चुनरी और श्रृंगार सामग्री खरीदते हुए दिखाई दे रहीं हैं।
फल-फूल के दामों में बढ़ोतरी
नवरात्र शुरू होते ही फल और फूलों की कीमतों में इजाफा दर्ज किया गया है। हालांकि, श्रद्धालु इसे लेकर सकारात्मक नजर आ रहे हैं। एक भक्त ने कहा कि मां का ही दिया सब कुछ है, महंगा भी चलेगा।
भक्ति का उल्लास हर ओर
पूरे शहर में इन दिनों भक्ति और उल्लास का संगम देखने को मिल रहा है। मंदिरों में सजावट के साथ विशेष पूजन की तैयारियां की जा रही हैं। नौ दिनों तक मां दुर्गा के जयकारों से वातावरण गुंजायमान रहेगा।
नवरात्रि कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त घोषित
22 सितंबर को शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इस दिन मां दुर्गा के आह्वान के लिए कलश स्थापना की जाएगी।
शास्त्रों के अनुसार, कलश स्थापना का प्रमुख शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 10 मिनट से 8 बजकर 6 मिनट तक रहेगा। यह अवधि लगभग 1 घंटा 56 मिनट की है और इसे सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
इसके अलावा, कलश स्थापना का दूसरा शुभ समय अभिजीत मुहूर्त में रहेगा, जो सुबह 11 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक होगा।
मान्यता है कि इस बार देवी मां गजवाहन (हाथी) पर विराजमान होकर अपने भक्तों के बीच पधारेंगी। हाथी की सवारी को सुख, समृद्धि और शुभता का द्योतक माना गया है। वहीं, विदाई के समय मां दुर्गा नरवाहन अर्थात भक्तों के कंधों पर सवार होकर प्रस्थान करेंगी, जो एक विशेष संदेश समेटे हुए है।
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