इस वर्ष का पहला खग्रास चंद्रग्रहण 26 मई बुधवार को लगने वाला हैं जिसके समय और सूतक काल को लेकर लोगों में काफी असमंजस बना हुआ है. यह चंद्रग्रहण भारतीय समय के अनुसार दोपहर तीन बजकर 15 मिनट से शुरू होगा और इसका मध्य शाम चार बजकर 49 मिनट पर होगा. शाम छह बजकर 23 मिनट पर यह समाप्त होगा. इस खग्रास चंद्रग्रहण का सूतक बुधवार सुबह छह बजकर पंद्रह मिनट पर शुरू होगा.
इस खग्रास चंद्रग्रहण के विषय में श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ज्योतिषाचार्य ने बताया कि यह चंद्रग्रहण सायंकाल चन्द्रोदय के समय नागालैंड, मिज़ोरम, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल, त्रिपुरा, पूर्वी उड़ीसा, मणिपुर तथा मेघालय में ग्रस्तोदय रूप में कुछ समय के लिए दिखाई देगा. भारत के अन्य शेष भागों उत्तरी, उत्तर – पश्चिम वा दक्षिण भारत में यह नहीं दिखाई देगा.
भारत के पूर्वीय राज्यों में जहाँ जहाँ खग्रास चंद्रग्रहण दिखाई देगा, वहां पर ही जप तप, पूजा पाठ, दान पुण्य का सूतक आदि का विचार होगा, अन्यत्र राज्यों में नहीं होगा. उन्होंने बताया कि भारत के अन्य शेष उत्तरी, उत्तर – पश्चिम व दक्षिण भारत में यह नहीं दिखाई देगा. जैसे जम्मूकश्मीर, लद्दाख, हिमाचल, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार आदि राज्यों में इस खग्रास चंद्रग्रहण का ग्रहण संबंधित बातों जैसे गर्भवती महिलाओं को, स्नान, दान, जप, तप, माहात्म्य का सूतक आदि का विचार नहीं होगा. इस दौरान मंदिरों के कपाट भी बंद नहीं होंगे.
भारत के अलावा दिखाई देगा भारत के पूर्वी प्रदेशों के अलावा यह चंद्रग्रहण सिंगापुर, जापान, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, दक्षणी- पूर्वी एशिया, दक्षिणी- कोरिया, फ़िलीपीन्ज,ऑस्ट्रेलिया दक्षिणी अमरीका प्रशांत महासागर एवं हिन्द महासागर में दिखाई देगा.
ग्रहण का फल: भारत के पूर्वीय प्रदेशों जहाँ जहाँ खग्रास चंद्रग्रहण दिखाई देगा, वहां पर इसका विशेष प्रभाव होगा. उड़ीसा, बिहार, बंगाल के पूर्वी प्रदेशों में कुछ वरिष्ठ राजनीतिक लोगों के लिए यह चंद्रग्रहण ठीक नहीं होगा. विभिन्न देशों में युद्ध, प्रजा के अनेक रोगों से पीड़ित होने, रोग भय, ब्राह्मणों में भी भय का माहौल होगा, शराबियों को कष्ट होगा, पूर्वी एशियाई देशों में उपद्रव होगा, खाने पीने की वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि होगी, भूकंप आयेगा.
ग्रहण का राशियों पर पड़ेगा ये प्रभाव
यह खग्रास चंद्रग्रहण अनुराधा नक्षर, शिव योग तथा वृश्चिक राशि में लगने जा रहा है.
मेष : सुख की प्राप्ति होगी.
वृष : स्त्री कष्ट.
मिथुन : रोग, कष्ट एवं भय
कर्क : मान हानि होगी
सिंह : सभी कार्यों में सफलता मिलेगी
कन्या : धन लाभ एवं कार्य सिद्ध होंगे
तुला : धन की हानि होगी
वृश्चिक : शरीर को कष्ट एवं चिंता
धनु : धन की हानि होगी.
मकर : धन लाभ एवं कार्य सिद्ध होंगे
कुम्भ : चोट, कष्ट एवं भय होगा
मीन : संतान को कष्ट होगा और चिंता होगी.
इस दिन वैशाख पूर्णिमा दिवा व्रत, श्रीबुद्ध एवं श्रीछिन्नमस्तिका जयंती भी है. इस दिन पूजा, पाठ, जप, तप, दान, पुण्य व्रत आदि कर सकते हैं.