Chhapra: छपरा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 13 स्थित एसबीआई कॉलोनी, भगवान बाजार इलाका इन दिनों भारी गंदगी और बदइंतजामी का शिकार बना हुआ है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि इलाके में न तो नियमित सफाई हो रही है और न ही जल निकासी की कोई समुचित व्यवस्था है। बरसात के दिनों में यह स्थिति और भी भयावह हो जाती है, जब घरों के बाहर पानी और गंदगी का अंबार लग जाता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में नाला निर्माण नहीं होने के कारण गंदा पानी जमा हो जाता है। कई बार शिकायतें करने के बावजूद नगर निगम की ओर से स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इससे लोगों को दुर्गंध और बीमारियों के बीच जीवन व्यतीत करना पड़ रहा है।
न मुख्य नाला से जुड़ाव, न निकासी की व्यवस्था
इस संबंध में वार्ड 13 के पार्षद हेमंत कुमार ने बताया कि एसबीआई कॉलोनी के इस हिस्से में बने नालों का जुड़ाव न तो उत्तर दिशा के किसी मुख्य नाले से है और न ही दक्षिण दिशा में कोई निकासी की व्यवस्था है। ऐसे में जब पानी भरता है, तो वह महीनों तक जमा रहता है। पार्षद ने बताया कि उन्होंने निगम को कई बार इस दिशा में योजना बनाकर कार्य शुरू करने की मांग की है, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिला है।
वार्ड पार्षद ने यह भी कहा कि वे समय-समय पर अपनी ओर से सफाई अभियान चलवाते हैं, लेकिन जब तक स्थायी समाधान नहीं होगा, तब तक स्थिति में सुधार संभव नहीं है। उनका मानना है कि एक समर्पित योजना बनाकर यदि इस नाले को किसी बड़े नाले से जोड़ा जाए, तो इस समस्या से निजात मिल सकती है।
नागरिकों ने जताया आक्रोश
स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वार्ड में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। “हम लोग शहर के अंदर रह रहे हैं या किसी उपेक्षित गांव में?” ऐसा सवाल करते हुए एक स्थानीय महिला ने बताया कि बच्चे बीमार पड़ रहे हैं, मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है और घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
समस्या का समाधान कब?
इस पूरे मामले में सवाल यह उठता है कि आखिर नगर निगम कब जागेगा? स्थानीय प्रतिनिधियों की ओर से समस्या को लेकर पहल तो की जा रही है, लेकिन जब तक निगम स्तर से ठोस योजना नहीं बनाई जाएगी, तब तक हालात जस के तस बने रहेंगे।
इस इलाके के लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द नाला निर्माण और नियमित सफाई की ठोस व्यवस्था की जाए ताकि उन्हें इंसान की तरह जीने का हक मिल सके।
हालांकि छपरा नगर क्षेत्र के अधिकांश मुहल्लों में लोग साफ सफाई की समस्या से जूझ रहे हैं। जबकि निगम प्रशासन सफाई के दावे कर रहा है और उसपर हर महीने कई लाख रूपये खर्च भी किए जा रहे हैं।