Chhapra: छपरा में मूर्ति कामगार का एक बड़ा तबका शहर के पश्चिमी छोड़ स्थित श्यामचक में रहता है. हालांकि सरस्वती पूजा में मूर्ति निर्माण को लेकर दूसरे प्रदेश कोलकाता से भी मूर्तिकार जिले के विभिन्न प्रखंडों में मूर्तियों का निर्माण करते है फिर भी श्यामचक में बनी मूर्तियों की बात ही कुछ और है.
श्यामचक में बनने वाली मूर्तियां सिर्फ सारण जिले के विभिन्न प्रखण्डों के साथ साथ पड़ोसी जिला सिवान के कई प्रखंडों तक जाती है. इतना ही नही सारण से सटे पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के बलिया के लगभग सभी तहसीलों में भी सारण में बनी मूर्तियां ही पंडालों में स्थापित कर पूजा की जाती है. उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में इन प्रतिमाओं की खूब मांग है. युवा एवं छात्र महीनों पहले आकर यहां से मूर्ति निर्माण के लिए अग्रिम बुकिंग किया जाता है. बैरिया, सुरेमनपुर, सहतवार सहित कई तहसीलों में सारण में बनी मूर्ति स्थापित की जाती है.