Chhapra: जिलाधिकारी डॉ निलेश रामचन्द्र देवरे के द्वारा बताया गया कि वर्तमान में विभिन्न नदियों के जल स्तर मे ंलगातार वृद्धि के कारण नदियों में नावों का परिचालन पर विषेष सतर्कता बरतने की जरुरत है।
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि नदियों का जलस्तर बढ़ने एवं खतरे के निशान के उपर बहने के कारण जन जीवन पर बहुत बुरा असर पड़ा है। लोग अपने दिनचर्या के कामों, जीविकोपार्जन, कृषि कार्याे एवं परम्पराओं से जुड़े त्योहारों के लिए नौका यातायात का उपयोग करते है। लापरवाही से नौका दुर्घटना भी हो जाती है। प्रायः ऐसा देखा जाता है कि नौका संचालन में नाविकों और यात्रियों में जागरुकता का अभाव, नाव सुरक्षा नियमों की अनदेखी, नाव में समुचित सुरक्षा का अभाव, ओवरलोडिंग, नाव पर मनुष्य एवं पशु दोनों का यात्रा करना शामिल होता है।
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि नदियों में नावों के परिचालन पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। जिलाधिकारी के द्वारा आदर्श नौका परिचालन नियमावली 2011 के प्रावधानों का अक्षरशः अनुपालन करने का निदेश दिया गया। वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण के कारण इससे बचाव के लिए मास्क और सामाजिक दूरी का पालन कराने का निदेश दिया गया। सूर्यास्त के बाद नावों का परिचालन बंद रखने और अवैध और ओवरलोडेड नावों के परिचालन पर प्रभावी ढ़ंग से रोक लगाने का निदेश दिया गया।