जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा शराबबंदी की जिद्द छोड़े सीएम: संतोष महतो
Chhapra/ Isuapur: जनता दल यूनाइटेड अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय अतिपिछड़ा कल्याण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष महतो ने सूबे के मुखिया नीतीश कुमार को अपनी शराबबंदी की जिद्द को छोड़ जनजागरण पर ध्यान देने की बात कही है. उन्होंने राज्यहित और जनहित में अपनी जिद्द छोड़ने का आग्रह किया है.
श्री महतो ने गुरुवार को इसुआपुर, मशरक, मढ़ौरा सहित कई अन्य प्रखंडों के गांवों में पहुंचकर विगत दिनों जहरीली शराब पीने से हुई सैकड़ों मौत के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. श्री महतो ने पीड़ित परिवार का हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सूबे में शराबबंदी पर अपनी जिद्द को समाप्त करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि शराबबंदी से राज्य को राजस्व की क्षति है. सरकार के मुखिया को जनजागरण अभियान चलाने की जरूरत है. सरकार को जितनी राशि का नुकसान हो रहा है उसकी आधी राशि अगर बैनर, पोस्टर और होर्डिंग लगाकर गांव गांव में प्रचार कर शराब के सेवन के दुष्प्रभाव को बताया जा सकता है. श्री महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री शराबबंदी के कानून को तोड़ पुलिस तंत्र को और मजबूत करें. जिससे प्रशासन के साथ साथ राज्य की जनता भी जनजागरण का खयाल करें.
श्री महतो ने कहा कि शराब एक बुरी चीज़ है. इस बात को पूरी दुनिया भली भांति जानती है. लेकिन राज्य की जनता का ख्याल किसी सूरत में राज्य सरकार को करनी चाहिए. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को यह भी सोचना चाहिए कि सिर्फ एक शराबबंदी को लेकर बिहार की पूरी क़ानून व्यवस्था एवं प्रशासनिक तंत्र अस्त व्यस्त है. कुछ ईमानदार पुलिस ऑफिसर कि बदौलत सरकार की प्रतिष्ठा बची हुई है.
संतोष महतो ने सारण पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार के कार्यों की सराहना की तथा कहा कि एक कर्तव्यनिष्ठ एवं कुशल प्रशासक की वजह से अपराध पर कॉफी अंकुश लगा है. लेकिन एक ईमानदार और सौ बेईमान वाली बात सरकार को कटघरे में खड़ी करती है.
श्री महतो ने इसुआपुर के डोईला, रामपुर अटौली, महुली, चहपुरा, छपिया, तरैया, मशरक के बहरौली, हनुमानगंज, मढ़ौरा, लालापुर के पीड़ित परिवार से मुलाकात की.
इस मौके पर गंगा महतो, सुरेन्द्र चौहान, बबन बिन्द, अमित सिंह, मुखिया उमेश सिंह, रंगलाल महतो, परमेश्वर महतो, रवि महतो आदि.







