Chhapra: छपरा के शहरी क्षेत्रों की हवा खराब होती जा रही है. वायु प्रदूषण को लेकर कोई सार्थक कदम पिछले कई वर्षों से नहीं उठाए गए हैं. शहरी इलाको की AQI 170 तक चली गई है. हालांकि एक ही भाई 200 तक सामान्य श्रेणी में माना जाता है. लेकिन लगातार बढ़ती AQI ने छपरा वासियों की चिंता बढ़ा दी है.
बात परिवहन की करे तो जिले में उपयोग हो रही वाहन पर्यावरण मानकों जैसे bs6 के अनुकूल नहीं है. इससे भी शहर की हवा प्रदूषित हो रही है. चिकित्सकों की मानें तो हवा प्रदूषित होने से आंखों में जलन, अधिकतर समय बाहर रहने पर सर्दी जुखाम जैसी समस्याएं, सांस लेने में तकलीफ आदि होती है. ज्यादातर आंख की बीमारी वायु प्रदूषण होने के कारण होती है. वायु प्रदूषित होने से गंभीर बीमारियों का खतरा तो बना हुआ है ही साथ ही साथ पिछले कुछ वर्षों में स्वास रोगी की संख्या भी बढ़ी है.