60 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों की चिकित्सा की होगी विशेष व्यवस्था
नेशनल प्रोग्राम और हेल्थ केयर ऑफ एल्डरली योजना के तहत बनेगा जिरियाट्रिक वार्ड
Chhapra: सदर अस्पताल में 45 लाख रुपए की लागत से 10 बेड की जिरियाट्रिक वार्ड का निर्माण कराया जाएगा. जिसमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजों को जिरियाट्रिक वार्ड में उपचार की विशेष व्यवस्था होगी. पहले से उच्च चिकित्सा संस्थानों में ही जिरियाट्रिक वार्ड की व्यवस्था थी, लेकिन अब आम जनों की सुविधा के लिए सरकार ने यह पहल शुरू की है.
वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने का सरकार ने संकल्प लिया है, जिसके तहत भारत सरकार की स्वास्थ्य मंत्रालय के नेशनल प्रोग्राम और हेल्थ केयर ऑफ एल्डरली योजना के तहत जिरियाट्रिक वार्ड बनाया जाएगा. इस योजना के लिए सरकार ने गैर आवर्ती मद से राशि का आवंटन किया है. सदर अस्पताल में जिरियाट्रिक वार्ड की सुविधा बहाल होने से वरिष्ठ नागरिकों को चिकित्सा सेवा का समुचित लाभ मिल सकेगा.
60 वर्ष से अधिक उम्र की अवस्था में होने वाली बीमारियों के इलाज की इसमें विशेष व्यवस्था की जाएगी. इलाज के साथ- साथ जीवन शैली में सुधार का भी उपाय किया जायेगा.
अलग से डॉक्टरों की होगी पोस्टिंग
सदर अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि 45 लाख की लागत से जिरियाट्रिक वार्ड का निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए अलग से विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती करने की योजना है. जिरियाट्रिक वार्ड बनाने के लिए सरकार ने 45 लाख की राशि का आवंटन कर दिया है. वर्तमान वित्तीय वर्ष में इस वार्ड को चालू वित्तीय वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. सारण प्रमंडलीय मुख्यालय के छपरा सदर अस्पताल इस सुविधा के बहाल हो जाने से आम जनों को काफी सहुलियत होगी. इस वार्ड में वरिष्ठ नागरिकों को ध्यान में रखते हुये सुविधाओं को विकसित करने का निर्देश दिया गया है. वरिष्ठ नागरिकों को ध्यान में रखते हुए उनके उपयोग के अनुकूल शौचालय का निर्माण कराने का निर्देश दिया गया है. साथ ही रैंप का भी निर्माण कराया जाना है. वार्ड में वॉशरूम की भी व्यवस्था रहेगी जिसमें कॉल-बेल की भी व्यवस्था रहेगी.
बुजुर्ग मरीजों को टहलने की होगी व्यवस्था
ग्राउंड फ्लोर पर बनने वाले इस वार्ड के समीप वरिष्ठ नागरिकों टहलने के लिए खुले जगह की भी व्यवस्था होगी. साथ ही वैसे मरीजों जो चलने में असमर्थ होंगे, उन्हें व्हील चेयर पर बैठा कर घुमाने के लिए स्थान का प्रबंध करने का निर्देश दिया गया है. वॉशरूम आधुनिक होगा जिसमें कॉल बेल की भी सुविधा रहेगी.
इन बीमारियों का होगा इलाज
सिविल सर्जन माधवेशर झा ने बताया कि इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए आवश्यक कदम उठाया गया है. सदर अस्पताल इस सुविधा के बहाल हो जाने से आम जनों को काफी सहुलियत होगी. वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए वैसे सभी बीमारियों को चिन्हित किया गया है, जो 60 वर्ष की आयु के बाद होती है. भारत सरकार की स्वास्थ्य मंत्रालय के नेशनल प्रोग्राम और हेल्थ केयर ऑफ एल्डरली योजना के तहत जिरियाट्रिक वार्ड में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गठिया, पार्किंसंस, अल्जाइमर, हृदय रोग, नेत्र रोग का इलाज की व्यवस्था करेगी. साथ ही इस वार्ड में उनके जीवन शैली में परिवर्तन कर बीमारियों का निदान करने के लिए अन्य उपाय भी किए जाएंगे.