Patna, 16 सितंबर (हि.स.)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राजद नेता तेजस्वी यादव ने आज से अपनी ‘बिहार अधिकार यात्रा’ शुरू की है। इसके तहत आज वे जहानाबाद और नालंदा जिलों में कार्यक्रम करेंगे।

बिहार अधिकार यात्रा’ के तहत उन जिलों में पहुंचेंगे जो छूटे हुए थें: तेजस्वी यादव

उन्होंने कहा कि ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के तहत उन जिलों में पहुंचेंगे जो छूटे हुए थें। नए संकल्प के साथ नया बिहार बनाने के लिए ‘बिहार अधिकार यात्रा’ शुरू की गई है। यह यात्रा बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी को हटाने, किसान व मजदूर के सम्मान के लिए, मां-बहनों की सुरक्षा के लिए, बिहार में कारखानें और उद्योग लगें इसी संकल्प के साथ जहानाबाद में पहला कार्यक्रम होगा। इसके बाद नालंदा जिले में कार्यक्रम होगा।

बिहार अधिकार यात्रा 16 से 20 सितंबर तक चलेगी

आपको बात दें कि इसके पहले राजद, काँग्रेस और महागठबंधन के अन्य दलों के द्वारा वोटर अधिकार यात्रा की गई थी। जिसके बाद अब तेजस्वी यादव ने अब ‘बिहार अधिकार यात्रा’ शुरू की गई है।

10 जिलों से गुजरेगी बिहार अधिकार यात्रा , बिहार अधिकार यात्रा 16 से 20 सितंबर तक चलेगी। इस दौरान 10 जिलों से यह यात्रा गुजरेगी। जिनमें पटना, जहानाबाद, नालंदा, बेगूसराय, मधेपुरा, खगड़िया, सुपौल, सहरसा, वैशाली और समस्तीपुर जिले शामिल हैं।

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Patna, 15 सितम्बर (हि.स.)। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्णिया दौरे को लेकर तेजस्वी यादव के “जुमलों की बारिश” वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री लगभग 40 हजार करोड़ के पैकेज के साथ बिहार आ रहे हैं।

तेजस्वी पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय का पलटवार

केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि प्रधानमंत्री पूर्णिया में जहां एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे, वहीं बिहार को तीन स्पेशल ट्रेन भी मिलने जा रहा है। तेजस्वी यादव को अगली बार अगर दिल्ली जाना हो, तो वे पटना और दरभंगा के साथ-साथ पूर्णिया से भी उड़ान भर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि पूर्णिया से वह उड़ान भर रहे होंगे, तो प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना उन्हें नहीं भूलना चाहिए। आजकल पटना के नए टर्मिनल से दिल्ली तथा देश के दूसरे हिस्सों के लिए सफर करने पर तेजस्वी यादव को सुखद आनंद की अनुभूति होती है, उसी तरह पूर्णिया से भी 15 सितंबर से यात्रा करने में अच्छा अनुभव जरूर महसूस होगा।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्णिया दौरे को लेकर तेजस्वी यादव ने तंज कसा है। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, ‘आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी, आज पूर्णिया में जुमलों की बारिश करने से पूर्व कृपया अपने सभा स्थल से 2-3 किलोमीटर के दायरे में अवस्थित जर्जर ग्रामीण सड़क, शिक्षकविहीन स्कूल, बदहाल स्वास्थ्य केंद्र तथा महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी व पलायन से परेशान महिलाओं व युवाओं की समस्याओं को भी आपको जाननी चाहिए।

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Patna, 13 सितंबर (हि.स.)। बिहार में हाल के दिनों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वोट अधिकार यात्रा निकाली। इस यात्रा के दौरान कांग्रेस–आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) मंच से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां को अपशब्द कहे गए, जिस पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। इस विवाद के बीच कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक एआई जेनेरेटेड वीडियो शेयर किया है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और उनकी दिवंगत मां के बीच एक काल्पनिक संवाद दिखाया गया है। कांग्रेस की ओर से शेयर किए गए इस वीडियो पर भाजपा ने कड़ा हमला बोला है।

बिहार की जनता मुंहतोड़ जवाब देगी: जेपी नड्डा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पटना में एक दैनिक अखबार के कार्यक्रम में कहा कि कांग्रेस के मंच से पहले प्रधानमंत्री मोदी की मां को अपशब्द कहे गए और कल कांग्रेस का जो वीडियो आया है वो इस बात का प्रमाण है कि उनकी सोच कितनी गंदी है। जेपी नड्डा ने कहा कि ये लोग किस तरह राजनीति को गिरा रहे हैं। बिहार की धरती इसका गवाह है। बिहार की जनता इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।

मैंने जिस कॉलेज से पढ़ाई की, उसे कभी बिहार का ऑक्सफोर्ड कहा जाता था: जेपी नड्डा

जेपी नड्डा ने कहा कि पिछले 20 साल में देश की जीडीपी 10 बार डबल डिजिट में रही है। बिहार में 3.77 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकल चुके हैं। यह सब केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार की देन है। उन्होंने कहा कि बिहार आज दोहरी स्थिति में खड़ा है- एक तरफ अंधकार और दूसरी ओर उजाला। जब तक अंधकार दूर नहीं किया जाएगा, तब तक उजाले का रास्ता साफ नहीं होगा। उन्होंने याद दिलाया कि 2003 से पहले बिहार में गांधी मैदान में ‘तेल पिलावन’ और ‘लाठी घुमावन’ जैसे रैलियों का आयोजन हुआ करता था। उन्होंने कहा कि मैंने जिस कॉलेज से पढ़ाई की, उसे कभी बिहार का ऑक्सफोर्ड कहा जाता था, लेकिन आज हालात यह हैं कि छात्रों को पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर जाना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग जाति, समुदाय और धार्मिकता के नाम पर केवल अपना राजनीतिक उल्लू सीधा करने में लगे हैं। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे राज्य के विकास के लिए सही निर्णय लें।

कार्यक्रम के बाद जेपी नड्डा सारण जिला मुख्यालय छपरा के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हो गए, जहां वह अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। बाद में हेलीकाप्टर से पटना लौट जाएंगे। देर शाम जेपी नड्डा पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे। भाजपा दफ्तर में कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गई है। बैठक में 30 से अधिक नेताओं के हिस्सा लेने की संभावना है। विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

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Lucknow, 12 सितंबर (हि.स.)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने साधु संतों की ओर से बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर को लेकर दिए जा रहे बयानबाजी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब अतुल्य योगदान के बारे में सही जानकारी नही होने के कारण उनको इस बारे में कोई भी गलत बयानबाजी आदि करने की बजाए यदि वे चुप रहें तो यह उचित होगा।

डाॅ.भीमराव अम्बेडकर के बारे में साधु संत चुप रहें तो यह उचित होगा: मायावती

बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट लिखा हैं। उन्होंने लिखा कि जैसाकि विदित है कि आएदिन सुर्खियों में बने रहने के लिए कुछ साधु संत बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के बारे में गलत बयानबाजी कर रहे हैं। विवादित बयानबाजी करने वाले कुछ साधु-सन्तों को डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के भारतीय संविधान के निर्माण में रहे उनके अतुल्य योगदान के बारे में सही जानकारी नहीं होने के कारण इनको इस बारे में कोई भी गलत बयानबाजी आदि करने की बजाए यदि वे चुप रहें तो यह उचित होगा। साथ ही, बाबा साहेब के अनुयायी, मनुस्मृति का विरोध क्यों करते हैं? उसे भी इनको अपनी जातिवादी द्वेष की भावना को त्याग कर ज़रूर समझना चाहिये। मायावती नू लिखा कि इसके साथ-साथ, इन्हें यह भी मालूम होना चाहिये कि बाबा साहेब विद्वान व्यक्तित्व थे। इस मामले में कोई भी टीका-टिप्पणी करने वाले साधु-सन्त, इनकी विद्वता के मामले में कुछ भी नहीं हैं। अतः इस बारे में भी कुछ कहने से पहले इनको जरूर बचना चाहिये, यही उनकी नेक सलाह है।

उल्लेखनीय है कि जगदगुरु रामभद्राचार्य ने एक इंटरव्यू में कहा था कि डॉ. अम्बेडकर को संस्कृत भाषा का ज्ञान नहीं था। अगर उन्हें संस्कृत आती तो वो मनुस्मृति का अपमान नहीं करते। उनके इस बयान के एक दिन बाद बसपा प्रमुख मायावती की यह प्रतिक्रिया आई है। हालांकि उन्होंने किसी का भी नाम नहीं लिया है।

 

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Bihar Politics: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार वजह है अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर से आए बाढ़ पीड़ितों की मदद करना।

जरूरतमंद की सेवा ही सच्चे भगवान की सेवा है: तेज प्रताप

तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह अपने आवास पर पहुंचे लोगों को खुद हाथ से खाना परोसते नजर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार देर रात राघोपुर से कुछ महिला और पुरुष बाढ़ से प्रभावित होकर उनके आवास के बाहर सुरक्षा कक्ष में आकर बैठ गए थे। जानकारी मिलते ही वे तुरंत गेट पर पहुंचे और सबका हालचाल लिया।

तेज प्रताप के मुताबिक, उन्होंने उन सभी को अपने आवास के अंदर बुलाया और उनके लिए खाने-पीने से लेकर ठहरने की व्यवस्था की। साथ ही कुछ आर्थिक मदद भी दी। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि “गरीब और जरूरतमंद की सेवा ही सच्चे भगवान की सेवा है।”

बहन रोहिणी आचार्य ने भी साझा किया वीडियो 

इस वीडियो को उनकी बहन रोहिणी आचार्य ने भी साझा किया है। इसके बाद से ही सियासी गलियारों में तेज प्रताप को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि तेज प्रताप का खास ध्यान अब राघोपुर विधानसभा पर है।

दरअसल, दो दिन पहले भी तेज प्रताप का एक और वीडियो सामने आया था, जिसमें वे राघोपुर में बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री बांटते नजर आए थे। इस दौरान वे एक परिवार के घर पहुंचे, दरवाजे पर रखी खटिया पर बैठे, वहीं पानी से चेहरा धोया और फिर अंदर जाकर पीड़ित परिवार से बातचीत की।

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Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भले ही बाकी हो, लेकिन सियासी हलचल तेज हो गई है। महागठबंधन ने पहले ही मैदान में उतरकर चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी है। आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अब एक नई यात्रा पर निकलने वाले हैं। पार्टी ने इस यात्रा का पूरा कार्यक्रम जारी कर दिया है। इसे ‘बिहार अधिकार यात्रा’ नाम दिया गया है।

16 सितम्बर से होगी शुरुआत

यह यात्रा 16 सितंबर से जहानाबाद से शुरू होगी और 20 सितंबर को वैशाली में समाप्त होगी। कुल पाँच दिन की इस यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव 10 जिलों का दौरा करेंगे। इनमें जहानाबाद, नालंदा, पटना, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर और वैशाली शामिल हैं।

पार्टी ने सभी नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से की अपील 

आरजेडी की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि जिन विधानसभा क्षेत्रों से यह यात्रा गुजरेगी, वहां एक तय स्थान पर जनसंवाद का आयोजन होगा। पार्टी ने सभी नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार यात्रा में शामिल हों और इसे सफल बनाएं।

प्रदेश आरजेडी महासचिव रणविजय साहू ने पत्र लिखकर सांसदों, विधायकों, पूर्व जनप्रतिनिधियों और संगठन से जुड़े सभी पदाधिकारियों से सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की है।

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Chhapra: एनडीए के द्वारा बुलाया गया बिहार को जनता ने सिरे से नकारा, जिनका इतिहास ही है गाली देना वे आज इस मुद्दे पर बिहार बंद बुला रहे हैं। उक्त बातें कांग्रेस नेता नदीम अख्तर अंसारी ने कही।

उन्हें कहा कि, पूर्व में प्रधानमंत्री जी ने दूसरी महिलाओं के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया उसका जवाब क्या भाजपा देगी। एक भाजपा के प्रवक्ता में लाइव टीवी डिबेट पर कांग्रेस के प्रवक्ता के मां को गाली दिया था उसे वक्त प्रधानमंत्री के घड़ियाली आंसू कहां थे।

हकीकत में वोट चोरी के मुद्दे पर भाजपा पूरी तरीके से बैक फुट पर है। आज तक भाजपा के किसी प्रवक्ता या किसी नेता ने राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के सबूत दिखाए जाने को को नकारा नहीं है और ना ही इसका खंडन किया है।

यह स्पष्ट हो गया है कि मोदी सरकार वोट चोरी करके बनाई गई है। अब प्रदेश व देश की जनता इस बात को समझ चुकी है यह लोग वोट चोर हैं। और आज बिहार की जनता ने भी इन्हें नकार दिया और बंद को पूरी तरीके से विफल कर दिया।

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Bihar: बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक राज्य विधानसभा चुनाव का ऐलान अगले महीने यानी अक्टूबर, 2025 में किया जाएगा। चर्चा है कि अक्टूबर के दूसरे हफ्ते तक तारीखों का खुलासा हो सकता है।

नवंबर में हो सकता है बिहार विधानसभा चुनाव

माना जा रहा है कि नवंबर में दो या तीन चरणों में मतदान कराया जाएगा। वहीं, मतगणना की प्रक्रिया 15 से 20 नवंबर के बीच पूरी हो सकती है। चुनाव आयोग की तैयारियां भी लगभग पूरी हो चुकी हैं। एसआईआर की प्रक्रिया के बाद वोटर लिस्ट का ड्राफ्ट जारी हो चुका है और सितंबर के अंत तक अंतिम मतदाता सूची भी प्रकाशित कर दी जाएगी।

चुनाव कार्यक्रम को लेकर संकेत मिल रहे हैं कि पूरी प्रक्रिया 22 नवंबर से पहले निपटा ली जाएगी। संभावना है कि दुर्गा पूजा और दशहरा खत्म होने के बाद चुनाव की घोषणा होगी, जबकि मतदान की तारीखें छठ पूजा के बाद रखी जाएंगी।

अगले कुछ हफ्तों में आधिकारिक एलान सामने आ सकता

राजनीतिक दल भी पूरी तरह सक्रिय हो चुके हैं। एक ओर एनडीए लगातार सम्मेलन और बैठकों के जरिए कार्यकर्ताओं को तैयार कर रहा है, तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन ने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकालकर जनता से सीधा जुड़ने की कोशिश की है। हाल ही में 3 सितंबर को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री ने बिहार बीजेपी नेताओं के साथ रणनीतिक बैठक भी की।

यानि अब बिहार की सियासत में चुनावी बिगुल बजने ही वाला है और अगले कुछ हफ्तों में आधिकारिक एलान सामने आ सकता है।

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Bihar Politics: बिहार में गुरुवार को एनडीए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को भागलपुर की चुनावी सभा में गाली देने के विरोध में बिहार बंद का आह्वान किया। बंद का असर प्रदेश के सभी जिलों में दिखा, जहां एनडीए कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम किया और दुकानों को बंद करवाया। जिले के समेत कई जगहों पर इसका व्यापक असर देखने को मिला।

गुजराती लोग बिहारियों को इतने हल्के में न लें। यह बिहार है: लालू यादव

इसी बीच इस बंद को लेकर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का बयान सामने आया है, जिसने राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया है। लालू यादव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सीधे प्रधानमंत्री मोदी को घेरते हुए विवाद को गुजराती बनाम बिहारी एंगल देने की कोशिश की।

लालू यादव ने पोस्ट में लिखा – क्या प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपाइयों को आदेश दिया है कि आज पूरे बिहार और बिहारियों की माताओं-बहनों और बेटियों को गाली दो? गुजराती लोग बिहारियों को इतने हल्के में न लें। यह बिहार है।”

 

उन्होंने आगे बीजेपी कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा – बीजेपी के गुंडे-मव्वाली सम्मानित शिक्षिकाओं, राह चलती महिलाओं, छात्राओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पत्रकारों को गालियां दे रहे हैं। उनके साथ हाथापाई कर दुर्व्यवहार कर रहे हैं। क्या यह उचित है?”

लालू यादव के इस तीखे हमले के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। जहां एनडीए कार्यकर्ता बंद को सफल बताने में जुटे हैं, वहीं विपक्ष इसे जनता का ध्यान भटकाने की राजनीति करार दे रहा है।

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Chhapra/Madhaura: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को मढ़ौरा प्रखंड अंतर्गत थाना के पीछे खेल मैदान में आयोजित होने वाली सभा को संबोधित करेंगे. मुख्यमंत्री की दोपहर 12:30 बजे होने वाली इस सभा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

मुख्यमंत्री के आगमन से पहले बुधवार को एनडीए घटक दलों के जिलाध्यक्षों और स्थानीय कार्यकर्ताओं ने स्थल का निरीक्षण किया तथा प्रेस वार्ता कर तैयारियों की जानकारी दी.

निरीक्षण के दौरान जदयू जिला अध्यक्ष सह पूर्व एनडीए प्रत्याशी अल्ताफ आलम राजू, भाजपा जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह, लोजपा (आर) जिलाध्यक्ष रॉबिन सिंह, हम जिलाध्यक्ष उज्ज्वल श्रीवास्तव तथा रालोमो जिलाध्यक्ष डॉ. अशोक कुशवाहा मुख्य रूप से मौजूद थे.

वहीं प्रेस वार्ता में जदयू जिलाध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह सभा मढ़ौरा के लिए ऐतिहासिक होगी. उन्होंने कार्यकर्ताओं और आम जनता से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस आयोजन को सफल बनाएं.

साथ उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया, महिला सशक्तिकरण और रोजगार के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काम किए हैं.

मढ़ौरा क्षेत्र में सड़क निर्माण, विद्यालयों का उन्नयन, कृषि योजनाओं का लाभ और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है. साथ ही हर घर नल का जल, बिजली आपूर्ति की मजबूती और युवाओं के लिए प्रशिक्षण व रोजगार योजनाएं लगातार लागू की जा रही हैं.

सभा में मुख्यमंत्री इन उपलब्धियों का उल्लेख करने के साथ-साथ क्षेत्र के लिए नए विकास प्रोजेक्टों की घोषणा भी कर सकते हैं.

मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क है. कार्यक्रम स्थल पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है, वहीं मैदान के चारों ओर बैरिकेडिंग कर दी गई है. लोगों की सुविधा के लिए पार्किंग स्थल बनाए गए हैं. सभा स्थल पर पानी की व्यवस्था,पंडाल में पंखे और बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.

मुख्य रूप से उपस्थित कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि स्थल निरीक्षण और बैठक में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे. इनमें मीणा अरुण, अमर सिंह, नागेंद्र राय, ई० प्रभाष शंकर, अंबिका मांझी, बलबीर सिंह, अनिल शर्मा, आर्य सुमंत, बद्री सिंह, गामा सिंह, दिवाकर चौबे, महेश सिंह, अनिल सिंह, राकेश सिंह उजाला, रियाजुद्दीन, जयप्रकाश महतो, बीरेंद्र गिरी, कुसुम देवी, कुसुम रानी, रेणु सिंह, सुमित्रा देवी, नागेंद्र सिंह और गणेश शाह प्रमुख रूप से शामिल थे.

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Pattna: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड की शुरुआत करते हुए वर्चुअली 105 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की। इस मौके पर उन्होंने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला और कहा कि कांग्रेस-आरजेडी की ओर से उनकी मां को गालियां दी गईं, जो न सिर्फ व्यक्तिगत बल्कि हर मां-बहन-बेटी का अपमान है।

पीएम मोदी ने कहा कि मां ही तो हमारा संसार होती है, मां ही हमारा स्वाभिमान होती है। इस समृद्ध परंपरा वाले बिहार में कुछ दिनों पहले जो हुआ, उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी। मेरी मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, फिर भी उन्हें गालियां दी गईं।

प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि यह अपमान सिर्फ उनका निजी नहीं है, बल्कि देश की हर महिला का अपमान है। उन्होंने जोड़ा, मां को गाली नहीं सहेंगे, इज्जत पर वार नहीं सहेंगे, आरजेडी का अत्याचार नहीं सहेंगे, कांग्रेस का वार नहीं सहेंगे, मां का अपमान नहीं सहेंगे। गली-गली से ये आवाज उठनी चाहिए।”

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि बिहार की माताएं-बेटियां इस घटनाक्रम से बेहद आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि आप सबको भी, बिहार की हर मां को ये देख-सुनकर कितना बुरा लगा है। मैं जानता हूं कि जितनी पीड़ा मेरे दिल में है, उतनी ही तकलीफ मेरे बिहार के लोगों को भी है।

महिला विरोधी मानसिकता को सत्ता मिली तो माताएं-बेटियां सबसे ज्यादा पीड़ित हुईं

पीएम मोदी ने कांग्रेस-आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी मां का अब शरीर भी नहीं है, लेकिन फिर भी उनके लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि मां को गाली देने वाली सोच, बहन को गाली देने वाली सोच, महिलाओं को कमजोर समझती है। ये मानसिकता महिलाओं को शोषण और अत्याचार की वस्तु मानती है। इसलिए, जब-जब महिला विरोधी मानसिकता को सत्ता मिली है, सबसे ज्यादा तकलीफें माताओं-बहनों-बेटियों को ही झेलनी पड़ी है।

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पटना, 1 सितंबर (हि.स.)। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का आज पटना में समापन हो गया। आखिरी दिन पटना के गांधी मैदान में सभा को संबोधित करते हुए बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकसभा चुनावों में बिहार की जनता ने भाजपा को वोट दिया लेकिन उन्होंने बिहार के लिए कुछ नहीं किया। केंद्र की सरकार फैक्ट्री गुजरात में लगाते हैं और मजदूर यहां से ले जाते हैं। ऐसे लोगों को बिहार के लोग हल्दी लगाना जानते हैं। इस बार (विधानसभा चुनाव) में ये नहीं चलेगा।

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के नाम पर वोट की चोरी की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि बड़ी चालाकी से फर्जी वोट जोड़े जा रहे है। ऐसे में इन लोगों को मुंहतोड़ जवाब देना होगा। इस चुनाव में आपलोग अपनी ताकत दिखा दीजिए।

पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी के कारण महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में अपने ऊपर दर्ज केस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोगों पर एफआईआर कराया जा रहा है लेकिन हम लोग डरने वाले नहीं है। उन्होंने कहा, ‘ऐसे थोड़े ही लालू जी का बेटवा डरा जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म जेल में हुआ था। कितना भी तंग कर लीजिए तेजस्वी झुकेगा नहीं, न लालू झुका न तेजस्वी झुकेगा।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने नीतीश कुमार की सरकार को नकलची सरकार बताया । उन्होंने कहा कि हमने ऐलान किया था कि सरकार आने पर पेंशन बढ़ाएंगे, बिजली फ्री करेंगे, डोमिसाइल कानून बनाएंगे, माई-बहिन मान योजना लाएंगे। हमारी सभी घोषणाओं की यह सरकार नकल कर रही है। ये लोग नकल तो कर सकते हैं लेकिन विजन नहीं ला सकते हैं। इसलिए आप लोगों को तय करना है कि डुप्लीकेट सीएम चाहिए या ओरिजनल।

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का आज पटना में समापन हो गया। इसकी शुरुआत 17 अगस्त को रोहतास से हुई थी। 23 जिले और 50 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों से गुजरती हुई ये यात्रा 30 अगस्त को आरा पहुंची थी। इस दौरान 13 किलोमीटर का सफर तय किया गया। 16 दिनों की इस यात्रा में मुकेश सहनी और दीपांकर भट्टाचार्य समेत बिहार और देशभर के इंडिया गठबंधन के कई घटक दलों के बड़े नेता भी शामिल हुए।

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