छात्र संगठन का बिहार बंद, कहा सरकार ने एग्जाम में धांधली कर छात्रों के साथ की नाइंसाफी

Chhapra: आरआरबी एनटीपीसी को लेकर पूरे सूबे में छात्र आक्रोशित है. छात्र संगठनों द्वारा रेलवे भर्ती में कई गयी धांधली को लेकर छात्र संगठन एआईएसएफ, एसएफआई द्वारा बिहार बंद किया गया. जिसका समर्थन सीपीआई और राजद नेताओ ने दिया. छात्रों ने शहर के कई मार्गो पर आक्रोश मार्च निकालते हुए नगरपालिका चौक पहुंचकर मुख्यपथ को जाम कर दिया गया. छात्रों द्वारा सड़को पर लेटकर यातायात प्रभावित किया गया वही सरकार विरोधी नारे लगाते हुए रेलमंत्री और पीएम का इस्तीफा मांगा. एआईएसएफ के नेता चुन्नू सिंह ने कहा कि सरकार छात्रों पर जुल्म कर रही है जिसको संगठन कभी बर्दास्त नही करेगा.

उनका कहना है एक गरीब मध्यमवर्गीय परिवार का छात्र 3 वर्ष किसी तरह मेहनत के साथ तैयारी करता है लेकिम अंत मे निराशा हाथ लगती है. सरकार रेलवे भर्ती में धांधली कर हजारों युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेर रही है. उन्हें अब नए हथकंडे अपना कर खुद ट्रेनों में पुलिस द्वारा आग लगाकर छात्रों के मत्थे इसका जिम्मा ठहरा दिया गया. जिसतरह किसानों के साथ सरकार ने जुल्म किया उन्हें खालिस्तानी और क्या क्या कहा गया उसी तरह छात्रों के साथ भी अन्याय किया जा रहा है. निर्दोष मासूम गरीब छात्रों को हॉस्टल, लॉज से निकाल निकाल कर पीटा जा रहा है मुकदमा किया जा रहा है. यह अन्याय है.

इस अन्याय के खिलाफ छात्र संगठन सड़क पर आंदोलन जारी रखेगा.उन्होंने कहा कि सरकार मज़लूमों पर अन्याय करना बंद करें.

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Chhapra: विगत कुछ दिनों से सारण में कई लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मीडिया में यह चर्चा होने लगी तो प्रशासन की ओर से इसे संदेहास्पद मौत की संज्ञा दी गई। संदेहास्पद मौत की सूचना आमलोगों की तरफ से स्थानीय सांसद के कंट्रोल रूम में भी लगातार मिल रही है और लोग चिंता व्यक्त कर रहे है। इसे देखते हुए सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने राज्य सरकार से पुछा है कि यह संदेहास्पद मौत क्या है ? इसे परिभाषित की जाय।

विदित हो कि समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार के अनुसार बिहार के सारण में संदिग्ध परिस्थितियों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। गुरुवार को मकेर में एक, अमनौर में दो, मढ़ौरा में चार और दरियापुर में दो लोगों की मौत हो गई। लगातार हो रही मौत के बाद भी प्रशासन इसे संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ही बता रहा है पर शराब से मौत से इनकार भी नहीं कर रहा है। जब भी सारण क्षेत्र में किसी प्रकार की घटना दुर्घटना होती है तो लोग चिंतित होकर उसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए सांसद कंट्रोल रूम में फोन करते है। हालांकि यह जन समस्याओं के निवारण के लिए शूरू किया गया है तथापि उपलब्ध सूचनाओं का भी जनता के बीच आदान-प्रदान किया जाता है। इस मामले में भी सांसद कंट्रोल रूम में लगातार फोन आ रहे है।

सांसद रुडी ने पत्रकारों को बताया कि प्रत्येक नागरिक का जीवन महत्वपूर्ण है। यह घटना मेरे संसदीय क्षेत्र में हुई है इसलिए बिहार सरकार के गृह सचिव चैतन्य प्रसाद के साथ-साथ सारण के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी पत्र लिखकर पुछा है कि आखिर यह संदेहास्पद या संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत क्या है ? ऐसी किसी भी हुई मौत पर मृतकों का पोस्टमॉर्टम कराया जाता है जिससे मौत के कारणों का पता चलता है। इसलिए पिछले तीन माह में जिला में इस प्रकार से हुई मौत विस्तृत ब्यौरा उपलब्ध कराने की बात कही है। सांसद ने कहा कि डीएम ने भी माना है कि सभी मौतों में एक बात सामान्य है कि सबमें खून की उल्टी और पेट दर्द की शिकायत की गयी है। सांसद ने बताया कि प्रशासन सक्रिय है और दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है। परन्तु पिछले तीन माह में इस प्रकार की हुई मौतों पर विस्तृत विवरण उपलब्ध कराने की बात कही है जिससे इस दिशा में समुचित कार्रवाई की जा सके।

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Chhapra: आगामी 24 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह का आयोजन बिहार प्रदेश जदयू एवं राष्ट्रीय अत्तिपिछड़ा कल्याण महासंघ के तत्वावधान में आयोजित की जाएगी. उक्त जानकारी प्रेस वार्ता कर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जदयू अतिपिछड़ा सह राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय अतिपिछड़ा कल्याण महासंघ संतोष कुमार महतो ने दी.

उन्होंने बताया की जदयू एक विचारधारा की पार्टी है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जननायक कर्पूरी के सपनो को बिहार की धरती पर पूरा करने का काम किया है. साथ ही श्री महतो ने कहा कि भारत सरकार इस्पात मंत्री रामचन्द्र प्रसाद सिंह ने अतिपिछड़ों को फ्रंट लाइन में लाने की हमेशा वकालत किया है. जो कर्पूरी ठाकुर का चाहत रहा है. संतोष कुमार महतो ने बताया कि उक्त जयंती समारोह में कई सांसद विधायक और गणमान्य व्यक्ति भाग लेंगे.

उक्त अवसर पर जिलाध्यक्ष जदयू मुरारी सिंह ने कहा कि जिला के सभी प्रखंडों में कर्पूरी जयंती पार्टी के निर्देशानुसार मनाया जायेगा. उक्त अवसर पर पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सह महामंत्री बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति ने कहा कि जननायक की जयंती कार्यक्रम कोरोना के मापदंड को लेकर पूरी सावधानी से किया जायेगा.

बैठक में जदयू नेता अरसद परवेज मुन्नी, जदयू नेता अब्दुल रहीम राइन ,जदयू नेता श्री प्रकाश सिंह उर्फ़ महेश सिंह, ब्रजेश सिंह, मनोज सिंह मुखिया, जयप्रकाश महतो, छठिलाल प्रसाद, गंगा महतो, रंगलाल महतो, मुखिया मनोज कुमार महतो, मुखिया उमेश सिंह, दिग्बर तिवारी, रंजीत पाण्डेय, विनोद सिंह, जलंधर महतो, बिन्दा महतो, पवन उपाध्या,अरविन्द यादव आदि मौजूद थे.

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जलालपुर: जलालपुर के पंचायत प्रतिनिधि ऐसा विकास कार्य करें कि वह राज्य में मिसाल बन जाए. उक्त बातें महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने जलालपुर प्रखंड मुख्यालय में कहीं.

वे प्रखंड प्रमुख तथा उप प्रमुख कार्यालय का उद्घाटन कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कार्यालय कोई भी हो, कार्यक्रम तैयार करने का वह सेंटर होता है. यह प्रमुख कार्यालय जिसका आज उद्घाटन किया जा रहा है. पूरे प्रखंड के विकास की योजनाओं को बनाने का केंद्र है. यहां से उसको धरती पर उतारने का कार्य किया जाएगा.

उन्होने सभी जनप्रतिनिधियों को शुभकामना देते हुए कहा कि आप सभी जिस निमित्त चुनकर आए हैं. उसे धरती पर उतारने का काम करेंगे. जनता ने आपको अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए चयन किया है. आप जनता के विश्वास पर खरा उतरेंगे.

उन्होंने कहा कि मेरे स्तर पर जो सहयोग की आवश्यकता होगी तो मैं आपके हर कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा कि ऐसा करें कि आपका कार्य आपका पहचान बन जाए. अब पंचायत के विकास कार्यों पर प्रधानमंत्री सीधे दिल्ली से नजर रख रहे हैं. केंद्र से सीधे पंचायतों के पास पैसा पहुंच रहा है. उस पैसे का सही सदुपयोग कर विकास कीजिए और उसका सही मॉनिटरिंग कीजिए. उन्होने पदाधिकारियों से कहा कि आप नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को सहयोग कीजिए. इस बात का आवश्य ख्याल रखिए कि आप लोकतंत्र के अधिकारी हैं. प अंग्रेजों के जमाने के अधिकारी नहीं हैं. आप एनार्की खड़ा नहीं कर सकते हैं. आपके सहयोग से प्रखंड विकास की नई ऊंचाई को छू लेगा.

उन्होने यह भी कहा कि जो अधिकारी इस में सहयोग नहीं करेंगे उसे नियम कानून से भी गुजरना पड़ेगा. पूरे जनप्रतिनिधियों को यशस्वी हो कर काम करने की शुभकामना दी.

कार्यक्रम का संचालन मधुसूदन दुबे ने किया. मौके पर संत दामोदरदास, प्रखंड मुखिया अध्यक्ष प्रतिनिधि तारकेश्वर सिंह, प्रखंड प्रमुख उपेन्द्र कुमार सुमन, उपप्रमुख संजय यादव, जेपी सेनानी ललन देव तिवारी, पूर्व मुखिया मनोज मिश्र, पूर्व मुखिया श्री राम राय, मुखिया प्रतिनिधि लक्ष्मण मांझी, बीडीसी प्रतिनिधि राजेश सिंह, बंटी सिंह, गुड्डू चौधरी सहित दर्जनों जनप्रतिनिधि सहित प्रखंड के प्रमुख पदाधिकारीगण व पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.

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पटना: बिहार सरकार में भाजपा कोटे से पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने आज स्पष्ट कर दिया कि निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों अपने स्थान पर सभी तरह की बैठकों में भाग लेने के लिए पति या किसी दूसरे व्यक्ति को अपने स्थान पर मनोनीत नहीं कर सकेंगे।

मंत्री सम्राट चौधरी ने गुरुवार को कहा कि समय-समय पर जानकारी मिलती रहती है कि त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं की बैठक में महिलाएं खुद भाग नहीं लेती हैं और अपने जनप्रतिनिधि अथवा संबंधी के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करवाती हैं। विभाग अब ऐसी लापरवाही कतई स्वीकार नहीं करेगा। इतना ही नहीं मंत्री का कहना है कि इस तरह छूट कभी नहीं दी जा सकती है। पंचायती राज मंत्री ने कहा कि हर हाल में महिला जनप्रतिनिधि की सभी तरह की बैठकों में उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित किया जाएगा और इसके लिए सभी पदाधिकारियों को कड़ाई से पालन करने का निर्देश जारी कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों सरकार की तरफ से सभी जिला पदाधिकारियों जिला पंचायती राज अधिकारियों और प्रखंड के पंचायती राज पदाधिकारियों को 15 जनवरी तक नवगठित वार्ड क्रियान्वयन और प्रबंधन समिति की बैठक बुलाने का निर्देश जारी किया गया था। इसी बीच कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मामले को लेकर इस पर दो दिन पहले रोक लगा दी गई थी। सम्राट चौधरी ने 21 जनवरी के बाद बैठक बुलाने का निर्देश दिया था। इस कारण अब नए सिरे से त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं और ग्राम कर्मचारियों के महिला जनप्रतिनिधि खुद की बजाय किसी पुरुष को मनोनीत करने पर रोक लगाने का निर्देश जारी किया गया है।

सरकार के इस आदेश के बाद 8067 ग्राम पंचायतों के अलावा 534 पंचायत समिति और 38 जिला परिषद के 2 लाख 47000 से अधिक निर्वाचित प्रतिनिधियों को गहरा झटका लगा है। इसके साथ पंचायती राज विभाग द्वारा राज्य में 01 लाख 9000 से अधिक वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के गठन की समय सीमा जो निर्धारित की गई है उसे 15 जनवरी तक बढ़ाया गया है।

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Chhapra: कोरोना की तीसरी लहर के दौरान राजनीतिक कार्यक्रमों पर लगी पाबंदी के बावजूद जिले में धड़ल्ले से कार्यक्रम आयोजित हो रहें है. ऐसी हालत तब है जब खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट के कई मंत्री भी कोरोना के संक्रमण की चपेट में आ गए है.

कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए स्कूल-कालेज, शॉपिंग मॉल, सिनेमाघर, जिम जैसे प्रतिष्ठानों को बंद रखा गया हैं वही दूसरी ओर जिले में राजनीतिक दलों के द्वारा लगातार भीड़भाड़ युक्त कार्यक्रम किये जा रहें हैं.  जिसमे भीड़ जुटने से संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है. खास बात तो यह है कि इन कार्यक्रमों में संवैधानिक पदों पर आसीन माननीय लोग भी शामिल हो रहें हैं. 

राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश

कोविड गाइडलाइन्स को फॉलो करने के नाम पर केवल मास्क पहना जा रहा है. वही कैमरे की नजर में खुद की पहचान लोगों तक पहुंचाने के लिए मास्क हटा कर तस्वीरें भी खूब खिंचवाई जा रही हैं. वहीँ मास्क वितरण कर यह जताने की कोशिश भी की जा रही है कि COVID PROTOCOL का ध्यान रखा जा रहा है. लगी पाबंदियों के बावजूद कार्यक्रम के आयोजन में सत्तारूढ़ दल के साथ विपक्ष भी पीछे नही है. जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि इन्हें अपनी जिम्मेवारियों से कोई लेना देना नहीं है.

बिहार में कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर दिनांक 04 जनवरी 2022 को मुख्य सचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि “सभी प्रकार के सार्वजनिक एवं निजी प्रकार के सामाजिक/ राजनीतिक/ मनोरंजन/ खेल कूद/ शैक्षणिक/ सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन 50% क्षमता एवं अधिकतम 50 व्यक्तियों की अधिसीमा (जो भी कम हो) तथा कोविड-19 व्यवहार एवं अद्यतन मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनिवार्य अनुपालन के साथ आयोजित किए जा सकेंगे. आयोजनों के लिए जिला प्रशासन की पूर्व अनुमति अनिवार्य होगी”

सरकार द्वारा जारी इस आदेश का उल्लंघन करते पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51-60 एवं भारतीय दंड विधान की धारा 188 के प्रावधानों के अंतर्गत दंडात्मक कार्यवाही करने के निर्देश भी जिला प्रशासन को दिए गए हैं.

ऐसे में जिले में आयोजित हो रहे राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए क्या जिला प्रशासन पूर्व से अनुमति दे रहा है? राजनीतिक कार्यक्रमों को जिला प्रशासन आखिर किस मजबूरी के कारण नही रोक पाए रहा है यह समझ से परे है.

अब देखने वाली बात होगी कि आम लोगों पर कोविड प्रोटोकॉल का डंडा चलाने वाला प्रशासन कब जगता है और कार्रवाई कर भी पाता है या नही!

 

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सियासत में तोड़फोड़ का क्रम जारी है। योगी मंत्रिमंडल में आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी और 03 विधायकों ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया है। अब तक 03 मंत्रियों के अलावा 11 विधायक भाजपा से इस्तीफा दे चुके हैं.भाजपा से बगावत करने वाले सैनी ने पूर्व मुख्यमंत्री व सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की। अखिलेश यादव ने मुलाकात की यह फोटो ट्वीट करके सैनी के इस कदम का स्वागत किया है। इससे माना जा रहा है कि सैनी का भी ठिकाना भी स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह चौहान की तरह समाजवादी पार्टी ही होगी।

योगी मंत्रिमण्डल से इस्तीफा देने वाले मंत्रियों में स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान या फिर धर्म सिंह सैनी 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी से भाजपा में शामिल हुए थे। गुरुवार को इस्तीफ़ा देने वाले विधायकों में औरैया से बिधूना विधायक विनय शाक्य, लखीमपुर खीरी से विधायक बाला प्रसाद अवस्थी, शिकोहाबाद से विधायक मुकेश वर्मा हैं। चारों नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस बीच सुल्तानपुर सदर से भाजपा विधायक सीताराम वर्मा ने भाजपा छोड़ने की खबर को अफवाह बताया है।

दरअसल, भाजपा ने 2017 के चुनावों से पहले विभिन्न स्तरों पर अपने विधायकों के बारे में फीडबैक एकत्र किया था। कई विधायकों की रिपोर्ट अच्छी नहीं थी। उसमें कई मंत्री भी शामिल थे। दूसरे दलों से आए नेताओं का भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बहुत अच्छा व्यवहार भी नहीं था। लिहाजा हर स्तर पर उनकी रिपोर्ट नकारात्मक बताई जा रही थी। लिहाजा पार्टी नेतृत्व ने ऐसे लोगों का टिकट काटने का मन बना लिया था। पार्टी के टिकट काटने से पहले ही कई विधायक छोड़कर भागने लगे हैं। भाजपा का साथ छोड़ने वाले ज्यादातर विधायक सीधे सपा में शामिल हो रहे हैं या फिर समाजवादी पार्टी गठबंधन का हिस्सा वाले दल में जा रहे हैं।

इन विधायकों ने दिया इस्तीफा

1. स्वामी प्रसाद मौर्या- कुशीनगर

2. धर्म सिंह सैनी- सहारनपुर

3. भगवती सागर- बिल्हौर, जिला कानपुर देहात

4. रोशनलाल वर्मा-तिलहर

5. विनय शाक्य- बिधूना, जिला औरैया

6. अवतार सिंह भड़ाना

7. दारा सिंह चौहान- मधुबन, जिला मऊ

8. बृजेश प्रजापति- तिंदवारी, जिला बांदा

9. मुकेश वर्मा-शिकोहाबाद, जिला फिरोजाबाद

10. जय चौबे- खलीलाबाद

11. माधुरी वर्मा- नाना पारा, जिला बहराइच

12. केके शर्मा- बुलंदशहर

13. राकेश राठौर- सीतापुर सदर

14. बाला अवस्थी-धरौहरा, जिला लखीमपुर खीरी

 

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Chhapra: जलालपुर प्रखंड के हरपुर शिवालय में विधान पार्षद ई. सच्चिदानंद राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीर्घायु होने के लिए महामृत्युंजय का पाठ व हवन पूजन किया. वही इस अवसर पर उन्होंने पांच सौ गरीबों के बीच कंबल का वितरण भी किया.

विधान पार्षद श्री राय ने कहा कि पांच जनवरी को पंजाब में पीएम के काफिले को जिस प्रकार रोका गया उसमें पीएम के साथ कुछ भी हो सकता था. पीएम की सुरक्षा में चूक शर्मनाक है और पूरे देश के लिए यह चिंतनीय है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने भगवान शिव से पीएम के दीर्घायु व स्वस्थ रहने की कामना की. पीएम मोदी राष्ट्र के लिए काम करते हैं.  उनकी सुरक्षा में चूक होना सोची समझी साजिश थी.

इस अवसर पर बाबा दामोदर दास, मुखिया संघ के अध्यक्ष प्रतिनिधि तारकेश्वर सिंह, वशिष्ट कुंवर, गुड्डू चौधरी, रामजी कुंवर, शैलेश पांडेय आदि उपस्थित थें. 

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Chhapra: भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा के नेतृत्व में जिला कार्यालय पर महात्मा गांधी के तस्वीर के समक्ष मौन सत्याग्रह का आयोजन किया गया.

पंजाब में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की साजिश कांग्रेस नेतृत्व के इशारे पर हुई जिसके विरोध में भाजपा जिला कार्यालय पर धरना का आयोजन हुआ.

जिलाध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रपति पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगावें. राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी कांग्रेस नेतृत्व को सद्बुद्धि दे की वह देश को अस्थिर करने का काम न करें.

धरना पर महामन्त्री शान्तनु कुमार, मंत्री सत्यानंद सिंह, सुपन राय, भाजपा युवा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल, विवेक कुमार सिंह, बलवंत सिंह, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष दयानंद प्रसाद उर्फ पप्पू चौहान, अजीत सोनी, चिन्टु सिंह, राजेश डाबर, गणेश गोकुल, अनिल यादव आदि बैठे थें.

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Chhapra: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के साथ लापरवाही को भाजपा कार्यकर्ताओं ने अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं शर्मनाक करार  दिया है. पार्टी जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा युवा मोर्चा द्वारा मशाल जुलूस सह कैन्डिल मार्च नगर-निगम चौक से थाना चौक तक किया गया.

भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंजाब सरकार के खिलाफ मशाल जुलूस सह कैन्डिल मार्च निकाल करके अपना रोष जताया. जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने कहा कि भारत के इतिहास में आज पंजाब की पुण्य भूमि पर कांग्रेस के खूनी इरादे नाकाम रहे. जो लोग कांग्रेस में प्रधानमंत्री से घृणा करते हैं, वो आज उनकी सुरक्षा को नाकाम करने के लिए प्रयासरत थे. पंजाब की कांग्रेस सरकार ने आगामी विधान सभा चुनाव में जनता के हाथों करारी हार के डर से पंजाब में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रमों को विफल करने के लिए हर संभव कोशिश की.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूट की जानकारी प्रदर्शनकारियों को देना और फिर उन्हें रास्ता जाम करने की सुविधा देना आपराधिक साज़िश है. ये देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ है.

भाजपा युवा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बरती गई लापरवाही कांग्रेस सरकार का अक्षम्य अपराध है और हर तरह से निंदनीय है.

जिला महामन्त्री शान्तनु कुमार ने कहा कि क्या जानबूझकर प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ते को झूठ बोल गया. जिन लोगों ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा को भंग किया उन लोगों को प्रधानमंत्री की गाड़ी के पास किसने और कैसे पहुंचाया? पंजाब में एक ऐसी घटना हुई है, जो भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है. आतंकवाद के दौर में और आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों में भी इस प्रकार की सुरक्षा की चूक नहीं हुई जैसी प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ हुई.

मशाल जुलूस सह कैन्डिल मार्च कार्यक्रम में जिला मंत्री सुपन राय, गायत्री देवी, भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष पुष्पेंद्र उपाध्याय, आईटी सेल जिला संयोजक निशांत राज, सोशल मीडिया प्रमुख नितिन राज वर्मा, महिला मोर्चा अध्यक्ष अनु सिंह, अरविंद सिंह, चंदन उपाध्याय, चिंटू सिंह, निलेश सिंह, रंजन यादव, नेहा यादव,क्षेत्रीय प्रभारी भाजयुमो चरणदास, राहुल मेहता, रितेश कुमार, अनिल यादव, अजय साह, अवधेश रंजन, आदि सम्मलित हुए.

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विद्यालयों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था को लेकर मुखिया ने शिक्षकों के साथ की बैठक

इसुआपुर: पंचायत के विद्यालयों बेहतर शैक्षणिक माहौल को लेकर मुखिया ने शिक्षकों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए. बुधवार को प्रखण्ड के डटरा पुरसौली पंचायत के मुखिया अजय राय ने उत्क्रमित मध्य विद्यायल भगवानपुर, प्राथमिक विद्यालय प्यारेपुर दलित टोला, प्राथमिक विद्यालय डटरा एवम नवसृजित प्राथमिक विद्यालय डटरा यादव टोला में पदस्थापित शिक्षकों एवम प्रधानाध्यापक और रसोइया साथ ने बैठक की. बैठक में सभी प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों को अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठा से शैक्षणिक कार्यो को करने का आग्रह किया गया. जिससे कि छात्रों को सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा मिल सकें.

मुखिया श्री राय ने कहा कि गांव में कमजोर तबके के लोग रहते है जिन्हें निजी विद्यालयों में महंगी शिक्षा ग्रहण करना मुश्किल है. इस परिस्थिति में सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधि को बेहतर बनाना होगा. शिक्षा जीवन को बाहर बनाता है. शिक्षा सबका अधिकार है. उन्होंने शिक्षकों को एक लक्ष्य निर्धारित कर उस लक्ष्य की प्राप्ति करने का आग्रह किया जिससे कि गांव की उन्नति हो सकें. सरकारी विद्यालयों में बेहतर शिक्षा सुविधा बच्चों को मिले इसके लिए वह प्रयत्नशील है.

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सारण जिला परिषद की अध्यक्ष बनी जयमित्रा देवी, उपाध्यक्ष प्रियंका सिंह

Chhapra: सारण के जिला परिषद के नव निर्वाचित सदस्यों को जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत)-सह-जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा समाहरणालय स्थित सभागार में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी गई. साथ ही सभी नव निर्वाचित सदस्यों को नशामुक्ति की शपथ भी जिलाधिकारी महोदय द्वारा दिलाई गई.

जिलाधिकारी महोदय द्वारा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन की सम्पूर्ण प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी उपस्थित सदस्यों को दी गई. मतदान हेतु स्वयं जिलाधिकारी महोदय द्वारा व्हाइट बोर्ड पर सही वोटिंग प्रक्रिया की जानकारी सभी सदस्यों को दी गयी. अध्यक्ष पद के लिए उषा देवी एवं जयमित्रा देवी द्वारा नामांकन दाखिल किया गया.

जाॅचोपरांत दोनों ही नामांकन सही पाया गया. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मतदान एवं मतगणना की प्रक्रिया संपन्न हुुई जिसमें उषा देवी को 14 मत एवं जयमित्रा देवी को 33 मत प्राप्त हुए. कुल वैध मतों की संख्या 47 थी. इस प्रकार जयमित्रा देवी को अध्यक्ष पद हेतु निर्वाचित घोषित किया गया.

उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पं) सारण के द्वारा दिलाई गई. उपाध्यक्ष पद हेतु भी दो नामांकन अनिता नवीन एवं प्रियंका सिंह के दाखिल किये गये. जो जाॅचोपरांत सही पाए गए. मतदान एवं मतगणना के पश्चात अनिता नवीन को 15 मत एवं प्रियंका सिंह को 32 मत प्राप्त हुए. कुल वैध मतों की संख्या 47 थी.

इस प्रकार को उपाध्यक्ष पद के लिए प्रियंका सिंह को निर्वाचित घोषित किया गया.तत्पश्चात प्रियंका सिंह को उपाध्यक्ष पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गयी.

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