लखनऊ, 30 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का सरकार से मुहंतोड़ जवाब देने के लिए जगह-जगह मांग हो रही है। इस बीच राजनीतिक दलों में भी हलचल तेज हो गई है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सभी दलों से अपील की है कि इस वक्त सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना जरूरी है। इस पर कोई भी घिनौनी राजनीति नहीं होनी चाहिए।

 

 

पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक्स पर लिखा, ”पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार का साथ देना चाहिए। ना कि इसकी आड़ में पोस्टरबाजी व बयानबाजी आदि के जरिए घिनौनी राजनीति की जानी चाहिए। इससे लोगों में भ्रम पैदा हो रहा है, जो देशहित में ठीक नहीं है।”

मायावती ने सपा और कांग्रेस को चेतावनी दी है कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर का भी अपमान ना करें। वरना बसपा उनके विरुद्ध सड़कों पर भी उतर सकती है।

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नई दिल्ली, 19 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा द्वारा न्याय पालिका और देश के मुख्य न्यायाधीश को लेकर दिए गए विवादास्पद बयानों से स्पष्ट रूप से दूरी बना ली है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट जारी कर कहा कि ये दोनों बयान व्यक्तिगत हैं। भाजपा का उनसे कोई संबंध नहीं है और पार्टी ऐसे बयानों का समर्थन नहीं करती है।

जेपी नड्डा ने कहा, “भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा के न्यायपालिका एवं देश के चीफ जस्टिस पर दिए गए बयान पूरी तरह से व्यक्तिगत हैं। भारतीय जनता पार्टी न तो इन बयानों से सहमति रखती है और न ही ऐसे किसी भी बयान का समर्थन करती है। पार्टी इन बयानों को स्पष्ट रूप से खारिज करती है।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा ने हमेशा न्यायपालिका का सम्मान किया है और अदालतों के आदेशों एवं सुझावों को सहर्ष स्वीकार किया है। नड्डा ने कहा कि देश की अदालतें, विशेषकर सर्वोच्च न्यायालय, लोकतंत्र के मजबूत स्तंभ हैं और संविधान की रक्षा का आधार हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने दोनों सांसदों को निर्देशित किया है कि भविष्य में इस प्रकार के बयान न दें। साथ ही उन्होंने सभी पार्टी नेताओं को भी ऐसे बयानों से बचने की सलाह दी है।

इस घटनाक्रम के बाद भाजपा ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि वह संवैधानिक संस्थाओं के सम्मान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर गंभीर है।

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नई दिल्ली, 20 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भारत के मुख्य न्यायाधीश पर भाजपा के दो सांसदों की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष ने इन टिप्पणियों से दूरी बनाने को “डैमेज कंट्रोल” करार दिया और कहा कि इससे कोई मूर्ख नहीं बनेगा।

रमेश ने रविवार काे अपने एक ट्वीट में लिखा, “भारत के मुख्य न्यायाधीश पर भाजपा के दो सांसदों की आपत्तिजनक टिप्पणियों से भाजपा के निवर्तमान अध्यक्ष की दूरी बनाए जाने का कोई विशेष अर्थ नहीं है। ये सांसद घृणा फैलाने वाले बयानों को बार-बार दोहराते रहने के लिए कुख्यात हैं।” उन्होंने आगे कहा, “भाजपा अध्यक्ष का स्पष्टीकरण डैमेज कंट्रोल के अलावा कुछ नहीं है।” जयराम रमेश ने भाजपा अध्यक्ष की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या उनके पास न्यायपालिका पर की जा रही अस्वीकार्य टिप्पणियों पर कोई मत नहीं है।

रमेश ने यह भी पूछा, “अगर संविधान पर इस तरह के निरंतर हमलों को प्रधानमंत्री मोदी की मौन स्वीकृति नहीं है, तो इन सांसदों के खिलाफ कड़े कदम क्यों नहीं उठाए जा रहे हैं? क्या नड्डा ने इन्हें कारण बताओ नोटिस दिया?”

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पटना, 20 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया है कि कांग्रेस नेताओं को झूठे मुकदमे में उलझाने की कोशिशें की जा रही हैं। बिहार के बक्सर में रविवार को एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने भाजपा पर षड्यंत्र के आरोप लगाए।

खरगे ने दावा किया कि कांग्रेस नेताओं पर पिछले दस साल में अनगिनत रेड हुए लेकिन निकला कुछ नहीं। ईडी ने 193 नेताओं पर केस किया लेकिन केवल दो मामले साबित कर पाये। खरगे का कहना है कि नेशनल हेराल्ड मामले में जिस परिवार को बदनाम करने का प्रयास किया गया, उसके घर का हर सदस्य आजादी के आंदोलन में जेल में रहा।

आजादी के पहले आनंद भवन और स्वराज भवन जैसी संपत्ति देश को समर्पित कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार कांग्रेस और विपक्षी दलों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि तमाम कोशिशों के बाद भी कांग्रेस न डरने वाली है और न झुकने वाली।

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नई दिल्ली, 19 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में एआईसीसी के महासचिवों, कांग्रेस प्रभारियों और विभिन्न आनुषंगिक संगठनों के अध्यक्षों की शनिवार को यहां एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। पार्टी मुख्यालय इंदिरा भवन में आयोजित बैठक में खरगे ने नेशनल हेराल्ड और वक्फ बोर्ड के मुद्दे पर देश भर में लोगों को सच्चाई और कांग्रेस के रुख के बारे में अवगत कराने का आह्वान किया। उन्होंने देश के अन्य ज्वलंत मुद्दों को भी लगातार उठाते रहने का आग्रह किया।

खरगे ने अपने शुरुआती सम्बोधन में 8-9 अप्रैल को अहमदाबाद में हुए एआईसीसी के सत्र की सफलता के लिए पार्टी पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि वहां पारित प्रस्तावों को आप सभी को जिला, मंडल, ब्लाक और बूथ तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि हाल ही में राहुल गांधी ने गुजरात में जिलाध्यक्षों के चुनाव को लेकर बैठक की और पर्यवेक्षकों से जिलाध्यक्षों के चयन के बारे में विचार-विमर्श किया।

नेशनल हेराल्ड की दिल्ली, लखनऊ और मुंबई की सम्पत्तियों को अटैच किए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने ईडी की चार्जशीट में सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम शामिल किए जाने को षड्यंत्र करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अहमदाबाद में एआईसीसी के अधिवेशन के तत्काल बाद ही ईडी ने ये जो कार्रवाई की, उसका मकसद साफ है। रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन हुआ था तो उस समय भी वहां उसे विफल करने के लिए हमारे नेताओं के ऊपर ईडी और सीबीआई को लगा कर रेड कराई गई।

खरगे ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के इशारे पर लोकसभा चुनाव के पहले हमारे खाते बंद कराए गए। इसके बावजूद देश की जनता ने सच्चाई समझी और लोकसभा में हमारी संख्या पहले से दो गुनी हो गई। सरकार के वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ कांग्रेस ने पूरे विपक्ष को एकजुट किया और बिल का विरोध किया। कांग्रेस और विपक्ष के दूसरे दलों ने जिन बिंदुओं को रखा था, सुप्रीम कोर्ट ने उनको महत्व दिया है और सुनवाई कर रहा है। हमें पूरा भरोसा है कि हम इस लड़ाई को भी जीतेंगे।

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पटना, 17 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी पटना में विधानसभा की रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए बिहार महागठबंधन में शामिल घटक दलों की पहली बैठक गुरुवार शाम हो गई। करीब तीन घंटे चली इस बैठक में में न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने और घटक दलों की एकजुटता मजबूत करने को लेकर सहमति बनी।

महागठबंधन की बैठक राजद कार्यालय में दोपहर 2.15 बजे शुरू हुई। शाम करीब पांच बजे तक चली इस बैठक में तेजस्वी यादव ने सबसे आखिर में अपनी बात रखी। इसमें न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने, घटक दलों की एकजुटता मजबूत करने को लेकर सहमति बनी। सबसे पहले वीआईपी, वाम दलों और कांग्रेस ने अपनी बातें रखीं। फिर आखिर में राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने प्रस्ताव रखे।

राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ने के लिए राजग के सभी नेता दोषी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास गृह विभाग है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनसे कोई सवाल नहीं पूछते हैं। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि मोदी ने बिहार को ठगने का काम किया। बिहार ने इतने सांसद दिए, फिर भी कुछ नहीं किया गया।

महागठबंधन की बैठक में सभी घटक दलों के नेताओं ने बिहार के मुद्दों पर बात की। इसमें महिला, युवा, बुजुर्गों, पलायन, गरीबी, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में कानून व्यवस्था खराब है। पुलिस की पिटाई हो रही है, महिलाओं से बर्बरता हो रही है। बिहार में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।

महागठबंधन की बैठक में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह शामिल नहीं हुए। इसे लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। राजद कार्यालय में हो रही इस बैठक से जो तस्वीरें आईं, उसमें राजद की ओर से तेजस्वी यादव, संजय यादव, आलोक मेहता समेत अन्य नेता दिखे। मगर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नहीं मौजूद रहे। महागठबंधन की बैठक में कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और पार्टी के विधानमंडल दल के नेता शकील अहमद खान शामिल हुए।

महागठबंधन की बैठक पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय का तंज-

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने महागठबंधन की बैठक पर कहा कि तेजस्वी यादव और कांग्रेस में टकराहट है। राज्य की जनता ने राजग को स्वीकार किया है। उन्होंने दावा किया कि आगे भी नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे।

पशुपति पारस महागठबंधन की बैठक में नहीं हुए शामिल-

रालोजपा के प्रमुख पशुपति पारस महागठबंधन की पटना में हो रही बैठक में शामिल नहीं हुए। दो दिन पहले ही उन्होंने राजग छोड़ने का फैसला लिया था। उनके महागठबंधन में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि वे फिलहाल इस बैठक में नहीं आए।

हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मंत्री संतोष कुमार सुमन ने महागठबंधन की बैठक को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर गुरुवार को लिखा है कि झूठ–फरेब और खोखले दावों के साथ बिहार की जनता को कैसे बरगलाया जाए, इस पर चर्चा होने वाली है। राजद के लोगों को मेरी नेक सलाह होगी कि अपने सहयोगी दलों से इस बात पर सहमति बनवा लें कि तेजस्वी यादव आगामी विधानसभा चुनाव के बाद सदन में विरोधी दल के नेता होंगे। वैसे भी चुनाव के बाद राजद को अकेले उतनी सीटों पर जीत मिलने वाली नहीं कि तेजस्वी विपक्ष के नेता बन जाएं।

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पटना, 17 अप्रैल (हि.स.)। बिहार के दानापुर से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बाहुबली विधायक रीतलाल यादव ने आज (गुरुवार) कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। रीतलाल के साथ उसके भाई ने भी कोर्ट में आत्मसर्पण किया है।

बीते दिनों पुलिस और एसटीएफ ने पटना से सटे दानापुर समेत कुछ अन्य जगहों पर राजद विधायक के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। इसके बाद विधायक रीतलाल यादव ने दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।

एक बड़े बिल्डर ने रीतलाल यादव पर रंगदारी मांगने और उन्हें जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने उनके ठिकानों छापेमारी की थी। अब उन्होंने सरेंडर कर दिया है।

उधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी शनिवार को रीतलाल यादव पर हुई पुलिस छापामारी को लेकर कहा कि बिहार पुलिस पॉलिटिकल टूल बनकर काम कर रही है। पुलिस की सेलेक्टिव कार्रवाई हो रही है।

उन्होंने मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह का उदाहरण देकर बताया कि तब उनके ठिकाने पर छापामारी हुई और एके-47 मिलने का दावा किया गया था, लेकिन बाद में पुलिस ने कोर्ट ने कहा कि कोई सबूत नहीं मिला। पुलिस को सेलेक्टिव टूल बनकर काम नहीं करना चाहिए।

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पटना, 14 अप्रैल (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व आखिकार पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस और उनकी पार्टी रालोजपा(राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी) ने एनडीए से सभी रिश्ते खत्म करने की घोषणा कर ही दी।

पटना के बापू सभागार में अम्बेडकर जयंती पर साेमवार काे आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पशुपति पारस ने कहा कि अब हम अपनी पार्टी और संगठन को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। साथ ही जहां हमें उचित सम्मान दिया जाएगा, हम उन्हीं लोगों के साथ जाएंगे। उन्हाेंने एनडीए की सरकार को दलित विरोधी और भ्रष्टाचारी बताया।

पशुपति पारस इस दौरान उन्होंने वक्फ बिल को मुसलमानों के साथ अन्याय बताया। उन्हाेंने कहा बाबा साहब ने सभी को मौलिक अधिकार दिया है। वक्फ बिल का हम विरोध करते हैं। माैके पर पशुपति पारस पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान काे भारत रत्न देने की मांग केन्द्र सरकार से की।

लोकसभा चुनाव में सीट नहीं मिलने से पशुपति पारस नाराज चल रहे थे लेकिन अभी तक उन्होंने एनडीए से अपने रिश्तों को खत्म करने की घोषणा नहीं की थी। हाल में ही दही चूड़ा भाेज में पारस लालू यादव के घर पहुंचे थे तब से ही उनके महागठबंधन में जाने के कयास लगाये जा रहे थे,जिसे आज उनके बयान के बाद लगभग सही माना जा सकता है।

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मोदी-नीतीश के नेतृत्व में विकास तेज, पुल के लिए अब बलिदान नहीं देना पड़ता:सम्राट चौधरी

पटना, 13 अप्रैल (हि.स.)। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि महनार (वैशाली) में बाबा गणिनाथ सेवाश्रम के तीन दिवसीय मेला आयोजन के लिए राज्य सरकार ने 30 लाख रुपये की स्वीकृति दी है। यह मेला हलवाई समाज की अस्मिता और परम्परा से जुड़ा है। रविवार काे वंशी चाचा शहादत समारोह-सह- कानू हलवाई अधिकार महारैली में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में न्याय के साथ सभी वर्गों का विकास किया जा रहा है। डबल इंजन सरकार में विकास तेजी से हो रहा है और अब सडक-पुल के लिए किसी को बलिदान नहीं देना पड़ता।

उन्होंने कहा कि एक दौर था, जब स्वतंत्रता सेनानी वंशी चाचा को बागमती नदी पर एक पुल बनाने के लिए आत्मदाह करना पड़ा था। यह दौर लालू परिवार के शासन का था जबकि आज बिहार में सैंकड़ों छोटे-बड़े पुलों का निर्माण हो रहा है। फोरलेन सड़क, पुल, फ्लाईओवर और मेगा ब्रिज बन रहे हैंं, जिससे रोजगार के अवसर बढे हैं।

उन्हाेंने याद दिलाया कि जिस पुल के लिए वंशी चाचा को आत्मदाह करना पड़ा, उसका निर्माण एनडीए सरकार के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के प्रयासों से शुरू हुआ और केंद्रीय मंत्री प्रमोद महाजन ने उस पुल का उद्घाटन किया था।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के समय 2005 तक बिहार में न कोई नया मेडिकल कालेज खुला, न कोई विश्वविद्यालय बना, जबकि नीतीश सरकार ने 30 नए मेडिकल कॉलेज बनाने का निर्णय किया। पहले अंग्रेजों के बनाये पटना विश्वविद्यालय सहित मात्र दस विश्वविद्यालय थे, जबकि आज 33 विश्वविद्यालय बिहार के युवाओं के लिए काम कर रहे हैं ।

शहादत दिवस अवसर पर पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता ने भी बंसी चाचा के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

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Chhapra: गोपालगंज में आयोजित गृह मंत्री अमित शाह के विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन में छपरा विधानसभा के रिविलगंज प्रखंड, छपरा सदर प्रखंड और छपरा नगर निगम से हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए। इस आयोजन में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने लायक रहा।

छपरा विधायक डॉ. सी. एन. गुप्ता ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का संबोधन सुनने के बाद कार्यकर्ता बेहद उत्साहित हैं और इससे आगामी चुनाव के लिए नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने कहा कि शाह जी का नेतृत्व कार्यकर्ताओं को प्रेरित करता है और 2025 में बिहार में राजग की ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित होगी।

भाजपा जिला महामंत्री धर्मेंद्र कुमार साह ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से बिहार में राजग की ताकत और बढ़ेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि 2025 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी दल 225 से अधिक सीटें जीतकर पुनः बिहार में सरकार बनाएंगे। गृह मंत्री अमित शाह का बिहार दौरा कार्यकर्ताओं के आत्मविश्वास को नई ऊंचाई देगा और आगामी चुनाव में राजग की प्रचंड जीत सुनिश्चित होगी।

 

पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश प्रसाद और रामदयाल शर्मा ने कहा कि अमित शाह का बिहार दौरा ऐतिहासिक साबित होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 27 वर्षों के बाद भाजपा की वापसी ने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया है और बिहार में भी यही उत्साह देखने को मिल रहा है।

प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रामाकांत सिंह सोलंकी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के संबोधन से कार्यकर्ता और अधिक ऊर्जावान होकर मिशन 2025 में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि यह रैली कार्यकर्ताओं के लिए “चुनावी शंखनाद” साबित हुई है।

रिविलगंज मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है और बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के शासन में राज्य लगातार प्रगति कर रहा है।

इस दौरान विधानसभा प्रभारी अभय सिंह, छपरा सदर प्रखंड अध्यक्ष रिंकू सिंह, राजकुमार तिवारी, अखिलेश्वर सिंह, प्रभात मिश्रा, प्रियकांत कुशवाहा, शत्रुघ्न प्रसाद, संजीव सिंह, मनोज तिवारी, अमित कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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पटना, 30 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को पटना के बापू सभागार में सहकारिता विभाग के एक कार्यक्रम में बिहार को कई योजनाओं की सौगात दी। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में राजग सरकार बिहार में चहुंमुखी विकास कर रही है।उन्होंने मिथिलांचल के लोगों को सौगात देते हुए मखाना प्रोसेसिंग यूनिट का ऑनलाइन उद्घाटन किया।

केंद्रीय सहकारिया मंत्री अमित शाह ने कहा कि लालू और राबड़ी का जब-जब शासनकाल आया तब-तब बिहार में विनाश हुआ। उन्होंने कहा कि लालू जी ने अगर बिहार की जनता के लिए कुछ अच्छा काम किया है तो हिसाब-किताब लेकर आइये और बताइये। उन्होंने विभिन्न योजनाओं का नाम गिनाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के लिए बहुत कुछ किया है। सहकारिता का सबसे ज्यादा फायदा बिहार को मिलने वाला है। लालू प्रसाद के समय सहकारिता चौपट हो गयी थी। इसको बर्बाद करने का श्रेय लालू एंड लालू कंपनी ने किया और सहकारी समितियों को भी संबोधित किया।

अमित शाह ने कहा कि बिहार की बंद पड़ी चीनी मिल को चालू करने के लिए पूरी ऊर्जा लगा देंगे। बिहार लालू-राबड़ी कालखंड में जातीय नरसंहार, चारा घोटाला को लेकर पूरे देश-दुनिया में बदनाम हुआ। बीते 20 वर्षों से नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राजग गठबंधन सरकार में बिहार ने विकास के नए आयाम गढ़े हैं। उन्होंने कहा कि जब-जब इनकी सरकार (लालू-राबड़ी) आई है तब तब विनाश आया है। उन्होंने 2025 के चुनाव में राजग सरकार बनाने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर किया प्रहार-

इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि आज बिहार में बहुत अच्छे से काम हो रहा है। कभी कोई इतना नहीं कर पाया। उन्होंने कहा कि महिलाएं कितना अच्छे से काम कर रही हैं। पहले शाम होने से पहले कोई निकलता तक नहीं था।

मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए कहा कि आज तक उन्होंने कोई कुछ किया है। शुरू से हमलोग काम करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2005 के पहले लोग शाम होने के बाद घर से निकलने से भी डरते थे। सड़कें भी नहीं थीं। यहां तक कि हिंदू-मुस्लिममें भी खूब झगड़े होते थे, लेकिन मैंने जो काम किया मैंने किया, आप लोगों ने नहीं। पहले क्या स्थिति थी। पहले स्वास्थ्य व्यवस्था की कैसी हालत थी? पहले स्वास्थ केंद्र में एक दिन में एक या दो मरीज आते थे। अस्पतालों में दवाई की व्यवस्था करवाई।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार पटना के बापू सभागार में सहकारिता विभाग के कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने 4 विभागों की 823 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार मौजूद थे। कार्यक्रम में 100 सहकारी समितियों को माइक्रो एटीएम भी बांटे गए। साथ ही गृहमंत्री ने मिथिलांचल के लोगों को सौगात देते हुए मखाना प्रोसेसिंग यूनिट का ऑनलाइन उद्घाटन किया। यहां से उन्होंने 7000 सहकारी समिति को संबोधित भी किया। इससे पहले

अमित शाह का स्वागत मखाना माला पहनाकर किया गया।

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नई दिल्ली, 20 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार (21 मार्च) के लिए अपने लोकसभा सदस्यों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है। पार्टी ने अपने सदस्यों से बजट पारित होने के लिए सदन में उपस्थित रहने को कहा है।

लोकसभा कल गिलोटिन का प्रयोग करेगी। गिलोटिन लागू करने का स्पीकर को विशेषाधिकार होता है। संसदीय परंपरा में गिलोटिन भी हर समय लागू नहीं किया जाता है, बल्कि महत्वपूर्ण मौकों पर ही इसे लागू किया जाता है। विधायी भाषा में गिलोटिन का मतलब है वित्तीय कामकाज को एक साथ लाना और तेजी से विधेयक पारित करना।

बजट सत्र के दौरान लोकसभा में यह एक आम प्रक्रियात्मक अभ्यास है। एक बार गिलोटिन लागू हो जाने के बाद अनुदान की शेष मांगों पर बिना किसी चर्चा के मतदान कर दिया जाता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि बजट निर्धारित समय के भीतर पारित हो जाए और सरकार बिना किसी देरी के अपना कार्य जारी रख सके।

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