नई दिल्ली, 31 जनवरी (हि.स.)। वाराणसी की जिला अदालत ने ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यासजी के तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा की अनुमति प्रदान कर दी। अदालत के इस फैसले का विश्व हिन्दू परिषद ने स्वागत किया है।

विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने एक वीडियो संदेश में फैसले पर हिन्दू समाज को बधाई दी है। साथ ही आशा व्यक्त की है कि जल्द ही ज्ञानवापी ढांचे को लेकर भी हिन्दुओं के पक्ष में फैसला आएगा।

आलोक कुमार ने कहा कि ढांचे के तहखाने के दक्षिण में स्थित मंदिर में 1993 तक पूजा-अर्चना होती रही है। वादी के इस संबंध में कोर्ट में जाने पर जिला मजिस्ट्रेट को परिसर से जुड़ी देखभाल की जिम्मेदारी दे दी गई। अदालत ने कहा कि काशी विश्वनाथ ट्रस्ट और वादी मिलकर एक पुजारी तय कर दें और यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां नियमित पूजा अर्चना होती रहे। उन्होंने कहा कि 31 वर्ष का समय क्यों लगा, यह सोचने का विषय है।

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रांची, 31 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार देर शाम अपना इस्तीफा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को सौंप दिया है। वहीं चंपई सोरेन ने राज्यपाल को नई सरकार बनाने का दावा पेश किया है। उन्होंने 43 विधायकों का समर्थन पत्र भी राज्यपाल को सौंपा है। हालांकि राज्यपाल ने सरकार गठन का समय नहीं दिया था। जानकारी के अनुसार राज्यपाल ने कहा कि आपका सरकार बनाने का दावा पत्र मिला है, जल्द ही बुलाया जाएगा।

राजभवन से बाहर निकलकर चंपई सोरेन, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, प्रदीप यादव ने राजभवन के बाहर कहा कि हमारे पास 47 विधायक हैं और हमने 43 का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा है।

राज्यपाल से मांग की है कि विधायक बाहर खड़े हैं, चाहे तो गिनती कर लें। इसपर राज्यपाल ने कहा कि पत्र पढ़ रहा हूं। वह विचार करके उन्हें आमंत्रित करेंगे।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले मुख्यमंत्री आवास में सत्ता पक्ष के विधायकों की मंगलवार देर शाम से लेकर करीब दो घंटे तक बैठक हुई। वहीं बुधवार को भी सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक हुई, जिसमें सर्वसम्मति से चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया।

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नई दिल्ली, 31 जनवरी (हि.स.)। संसद का संक्षिप्त बजट सत्र आज से शुरू होगा। इसकी शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी। वो दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। इस सत्र में कुल आठ बैठक प्रस्तावित हैं। एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश होगा। यह जानकारी संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने दी।

उन्होंने बताया कि अंतरिम बजट सत्र 2024 यानी सत्रहवीं लोकसभा का आखिरी सत्र (31 जनवरी से नौ फरवरी) होगा। एक फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी। उल्लेखनीय है कि 12 जनवरी को लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय ने संसद के बजट सत्र की शुरुआत के संबंध में अधिसूचना जारी की थी। इस साल अप्रैल-मई में संभावित लोकसभा चुनाव के बाद बनने वाली नई सरकार बाद में पूर्ण बजट पेश करेगी।

वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को समाप्त हो रहा है। इसलिए आम चुनाव की घोषणा से पहले यह सत्रहवीं लोकसभा का संभवत: आखिरी सत्र होगा। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव की घोषणा 10 मार्च को की गई थी और 11 अप्रैल से 19 मई के बीच सात चरणों में मतदान हुआ था।

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– शाम 4.44 बजे आया भूकंप, भचाउ से 21 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम में था केंद्र

भुज, 28 जनवरी (हि.स.)। कच्छ की धरती रविवार की शाम एक बार फिर कांप उठी। रविवार को 4.44 बजे 4.6 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। इसका केन्द्र भचाउ से 21 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम दिशा में दर्ज किया गया। समग्र जिले में इसका असर महसूस किया गया। भचाउ, नेर कडोल, बंधडी आदि गांवों में लोग घबराकर घरों से बाहर दौड़ पड़े।

इससे पहले 26 जनवरी, 2001 को कच्छ में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। इसके करीब 23 साल बाद फिर जनवरी महीने में भूकंप की कंपन ने लोगों में सिहरन पैदा कर दी। जिले के भचाउ, नेर कडोल, बंधडी में अधिक असर देखा गया। खावडा क्षत्र की छतों के पाइप और घरों में रखे बर्तन गिर गए। भुज के माधापर में लोग घरों से बाहर आ गए। भचाउ के भठ्ठा क्षेत्र की महिलाएं अपने बालकों के साथ घरों से बाहर दौड़ी। मांडवी में भी व्यापक असर देखा गया।

गांधीनगर स्थित सिसमोलॉजी रीसर्च सेंटर के मुताबिक कच्छ में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया है। इसका केंद्र बिंदु कच्छ के भचाउ से 21 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम दिशा में दर्ज किया गया। कंपन करीब 5 से 6 सेकंड तक महसूस किया गया।

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नई दिल्ली, 28 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रमुख देवस्थान कालकाजी मंदिर में रात को माता के जागरण का मंच गिर जाने से एक महिला की मृत्यु हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। पुलिस और दमकल विभाग ने इस हादसे की पुष्टि की है।

इस हादसे में हताहत महिला श्रद्धालु की आयु 45 वर्ष बताई गई है। पुलिस ने जागरण के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि हमारे कंट्रोल रूम को देररात करीब 12:47 बजे इस घटना की सूचना मिली।

उन्होंने बताया कि तत्काल फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां भेजी गईं। घायलों में सात की पहचान हो गई है। वह हैं-कमला देवी (60 ), शीला मित्तल (81), सुनीता (पांच), हर्ष (21), अलका वर्मा (33), आरती वर्मा (18), रिशिता ( 17), मनु देवी (32) शामिल हैं। बाकी घायलों की पहचान की जा रही है।

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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा

New Delhi: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर को केंद्र सरकार ने भारत रत्न देने की घोषणा की है.

पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान मिलेगा.

कर्पूरी ठाकुर की 24 जनवरी को जयंती है। जयंती के एक दिन पूर्व भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की है।

कर्पूरी ठाकुर को ‘जननायक’ के नाम से जाना जाता है। वह दो बार कुछ समय के लिए बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। मुख्यमंत्री के रूप में उनका पहला कार्यकाल दिसंबर 1970 से जून 1971 तक चला था और इसके बाद वह दिसंबर 1977 से अप्रैल 1979 तक सीएम पद पर रहे थे. पहली बार वह सोशलिस्ट पार्टी और भारतीय क्रांति दल की सरकार में सीएम बने थे और दूसरी बार जनता पार्टी की सरकार में मुख्यमंत्री बने थे।

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नई दिल्ली, 23 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह पराक्रम दिवस पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस का पुण्य स्मरण किया। राष्ट्रपति ने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को पराक्रम दिवस की शुभकामनाएं दी हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स हैंडल पर लिखा है, ”पराक्रम दिवस के रूप में मनाई जा रही नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मैं सादर श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। नेताजी ने भारत की स्वतंत्रता के लक्ष्य के लिए असाधारण प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। उनके अद्वितीय साहस और करिश्माई व्यक्तित्व ने भारतवासियों को औपनिवेशिक शासन के विरुद्ध निडरता से लड़ने के लिए प्रेरित किया। उनके ओजस्वी व्यक्तित्व का हमारे स्वतंत्रता संग्राम पर गहरा प्रभाव पड़ा। हमारे देशवासी नेताजी को कृतज्ञतापूर्वक सदैव याद रखेंगे।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मौके पर एक्स हैंडल पर एक ओजस्वी वीडियो संदेश जारी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ” पराक्रम दिवस पर भारत के लोगों को शुभकामनाएं। आज नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर हम उनके जीवन और साहस का सम्मान करते हैं। हमारे देश की आजादी के प्रति उनका अटूट समर्पण प्रेरणा देता रहता है।”

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– गूंज उठे जय-जय श्रीराम के जयकारे

– रामलला के महल का चमक रहा है कोना-कोना

– पहले दिन लगभग 20 लाख श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान

अयोध्या, 23 जनवरी (हि.स.)। रोम-रोम में श्रद्धा-भक्ति-विश्वास… आस्था पथ पर बढ़ते रामभक्त, जय-जय श्रीराम के उद्घोष, ऐसा भक्तिमय माहौल और अद्भुत नजारा आज रामलला दरबार का है। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार को दर्शन का पहला दिन है। आम लोगों के लिए जब मंदिर खोला गया तो लोगों में पहले अंदर जाने के लिए होड़ सी मच गई।श्रद्धालुओं के जयघोष से पूरी अयोध्या एवं श्रीराम मंदिर परिसर राममय है। रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। पहले दिन लगभग 20 लाख श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान है।

अयोध्या में रामलला के अलौकिक स्वरूप को देखकर ऐसा अहसास हो रहा है जैसे ब्रह्मानंद की प्राप्ति हो रही हो। श्रद्धालु रामलला का ‘रत्न जड़ित करुना सुख सागर श्रीराम’ के अलौकिक स्वरूप में दर्शन कर निहाल और विह्वल हो रहे हैं। अद्भुत, अलौकिक, अविस्मरणीय जैसे तमाम शब्द अखिल ब्रह्मांड के राजा प्रभु श्रीराम के नए महल की शोभा के आगे फीके से लग रहे हैं। एक-एक कोना चमक रहा है, जिधर नजर घुमाओ बस चमक ही चमक है। जिस तरह त्रेतायुग में राजा दशरथ का महल हुआ करता था, कलयुग का भी भव्य राम मंदिर वैसे ही नजर आ रहा है। अपने आराध्य देव की मनोहारी छवि देख रामभक्तों के नयन छलक उठे। समवेत स्वर में जय-जय श्रीराम की गूंज होने लगी।

अद्भुत, अलौकिक, अविस्मरणीय… श्रद्धालु मंत्रमुग्ध

रामलला की अद्भुत मूर्ति चेहरे पर मुस्कान भगवान राम की विनम्रता और मधुरता के बारे में बता रही थी। पहली नजर में रामलला की यह मूर्ति देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर दे रही थी। आस्था और अध्यात्म की झलक इस मूर्ति से झलक रही थी, जो पहली ही नजर में रामभक्तों को आकर्षित कर रही थी। भगवान राम के मस्तक पर लगा तिलक सनातन धर्म की विराटता का प्रतीक, जो देखने वालों को भक्ति की एक अलग दुनिया में ले जाता है। मूर्ति में ऊं, गणेश, चक्र, शंख, गदा और स्वास्तिक की आकृति बनी हुई है। नीले-श्यामल रंग के पत्थर से बनी मूर्ति में रामलला का विहंगम रूप दिखाई दे रहा था। रामलला के चारों तरफ आभामंडल है। सिर पर सूर्य बना हुआ है। दाहिना हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में है। आभामंडल में नीचे हनुमानजी की मूर्ति व भगवान विष्णु के 10 अवतार के साथ सनातन धर्म के प्रतीक चिह्न बनाए गए हैं।

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– केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन से राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 35 तक उपलब्ध रहेगी ‘शटल बस’ सेवा
नई दिल्ली, 19 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रपति भवन का ‘अमृत उद्यान’ 2 फरवरी से आम लोगों के लिए खुल जाएगा। घूमने-फिरने के शौकीन लोग फरवरी और मार्च माह में प्रत्येक सोमवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन उद्यान में जाकर अलग-अलग फूलों की खूबसूरती देख सकते हैं।

राष्ट्रपति भवन की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया है कि उद्यान उत्सव-1 के तहत राष्ट्रपति भवन का अमृत उद्यान 2 फरवरी से 31 मार्च तक जनता के देखने के लिए खुला रहेगा। लोग सप्ताह में छह दिन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक यहां घूमने जा सकेंगे। प्रत्येक सोमवार को रखरखाव के कारण उद्यान आम लोगों के लिए बंद रहेगा।

सभी आगंतुकों के लिए प्रवेश और निकास राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 35 से होगा। आगंतुकों की सुविधा के लिए केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन से गेट नंबर 35 तक शटल बस सेवा सुबह 9.30 बजे से शाम 5 बजे के बीच हर 30 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध रहेगी।

राष्ट्रपति भवन के अनुसार अमृत उद्यान 22-23 फरवरी और 1-5 मार्च को विशेष श्रेणियों के लिए खुला रहेगा। यह 22 फरवरी को दिव्यांग व्यक्तियों, 23 फरवरी को रक्षा, अर्धसैनिक और पुलिस बलों के कर्मियों के लिए जबकि 1 मार्च को महिलाओं एवं आदिवासी महिला एसएचजी के लिए और 5 मार्च को अनाथालयों के बच्चों के लिए खुला रहेगा।

आगंतुकों को सुबह 10 बजे से सायं 4 बजे के बीच छह घंटे के स्लॉट में यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। दो पूर्वाह्न स्लॉट (10 बजे से 12 बजे) की क्षमता सप्ताह के दिनों में 7,500 आगंतुकों और सप्ताहांत पर प्रत्येक स्लॉट में 10,000 आगंतुकों की होगी। दोपहर के चार स्लॉट (12 बजे से सायं 4 बजे) की क्षमता सप्ताह के दिनों में प्रत्येक स्लॉट में 5,000 आगंतुकों और सप्ताहांत पर 7,500 आगंतुकों की होगी। ऑनलाइन बुकिंग राष्ट्रपति भवन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर की जा सकती है।

वॉक-इन आगंतुकों को राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 12 के पास सुविधा काउंटर या स्वयं सेवा कियोस्क पर अपना पंजीकरण कराना होगा।

आगंतुक बोनसाई गार्डन, म्यूजिकल फाउंटेन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन से गुजरेंगे। बाहर निकलने पर उनके लिए फूड कोर्ट होंगे।

आगंतुक मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक चाबियां, पर्स, हैंडबैग, पानी की बोतलें और शिशुओं के लिए दूध की बोतलें ले जा सकते हैं। सार्वजनिक मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर पेयजल, शौचालय और प्राथमिक चिकित्सा, चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान किया जाएगा।

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नई दिल्ली, 17 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रकाश पर्व पर आज (बुधवार) सुबह देशवासियों को बधाई दी है। एक्स हैंडल पर प्रधानमंत्री मोदी ने दशम गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर उनका स्मरण करते हुए कहा कि उनके त्याग और बलिदान से आज भी देशवासी प्रेरित होते हैं।

गुरु गोविन्द सिंह के एक घोष वाक्य- ‘सूरा सो पहचानिए जो लरै दीन के हेत, पुरजा-पुरजा कट मरै कभी न छाडै खेत’ का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री के एक भाषण को भी संदेश में शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह और माता गुजरी के चारों साहिबजादों ने इस देश और धर्म के लिए जिस प्रकार कुर्बानी दी, उस जैसा कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलता।

प्रधानमंत्री ने कहा, ”गुरु गोविन्द सिंह का जन्म पूर्वी भारत के पटना साहिब में हुआ। भारत का उत्तर पश्चिमी इलाका उनका कार्य क्षेत्र रहा और महाराष्ट्र के नांदेड में उनका बलिदान हुआ। देश को एक सूत्र में पिरोने वाले महान बलिदानी और देशभक्त गुरु गोविन्द सिंह का मैं पुन: पुन: स्मरण करता हूं। उनके स्मरण मात्र से हम ऊर्जा से भर जाते हैं।”

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अयोध्याधाम, 17 जनवरी (हि.स.)। अयोध्याधाम के विवेक सृष्टि परिसर से मंगलवार को शुरू रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का सात दिवसीय अनुष्ठान आज से श्रीराम जन्मभूमि परिसर में किया जाएगा। बुधवार को रामलला की मूर्ति परिसर में प्रवेश करेगी। मूर्ति को परिसर का भ्रमण कराया जाएगा।

विवेक सृष्टि परिसर में प्रायश्चित पूजन और कर्मकुटी पूजन के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान कल शुरू हुआ। प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य यजमान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र को बनाया गया है। कल करीब तीन घंटे तक प्रायश्चित पूजा हुई। इसके बाद यजमान को सरयू स्नान कराया गया। मूर्ति निर्माण स्थल की भी पूजा की गई। चयनित मूर्ति का शुद्धीकरण करते हुए उनकी आंखों पर पट्टी बांधी गई। यह पट्टी 22 जनवरी को खोली जाएगी।

प्रायश्चित पूजा के माध्यम से रामलला से क्षमा मांगी गई। ये क्षमा मूर्ति बनाने के दौरान छेनी-हथौड़ी या किसी भी वजह से उन्हें जो चोट लगी होगी, उसके लिए मांगी जाती है। इसके बाद कर्मकुटी पूजन की प्रक्रिया हुई। इस पूजन के बाद मंदिर और प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम शुरू हो गए।

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लखनऊ, 10 जनवरी (हि.स.)। अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के भव्य शुभारंभ और श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की सिर्फ उत्तर प्रदेश और देश में ही नहीं, बल्कि यूरोप से लेकर अमेरिका तक धूम है। मुख्यमंत्री योगी के मार्गदर्शन में रामोत्सव को लेकर उत्तर प्रदेश में जो तैयारी शुरू हुई थी, वो अब धीरे-धीरे पूरे देश और विदेशों तक पहुंच रही है। इस आयोजन को लेकर पूरी दुनिया में उत्सव का माहौल बन चुका है। ये उत्सव अमेरिका के टाइम्स स्क्वायर से लेकर यूरोप के एफिल टावर तक देखने को मिलेंगे।

फ्रांस की राजधानी पेरिस में 21 जनवरी को राम रथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे यूरोप से एक हजार लोग एकत्रित होंगे। साथ ही एफिल टावर के पास उत्सव मनाया जाएगा। इसी तरह अमेरिका में टाइम्स स्क्वायर पर राम मंदिर भूमि पूजन की तर्ज पर 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। नॉर्थ अमेरिका से लेकर कनाडा तक के मंदिरों में पूजन व दीपोत्सव के आयोजन का फैसला लिया गया है। यही नहीं, अमेरिका में कैलिफोर्निया के साथ ही वाशिंगटन, शिकागो और अन्य शहरों में विशाल कार रैली का आयोजन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि प्राण प्रतिष्ठा भारतीय समयानुसार दोपहर लगभग 12.30 बजे होगी। उस समय पेरिस में सुबह और अमेरिका में देर रात का समय होगा।

पेरिस में निकाली जाएगी राम रथ यात्रा
हिंदुओं के आराध्य भगवान राम के मंदिर की स्थापना का जो सपना राम भक्तों ने देखा था वो 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद अब साकार होने जा रहा है। ऐसे में दुनिया भर के रामभक्त इस अवसर पर अपने-अपने तरीके से जश्न मना रहे हैं। इसी क्रम में 21 जनवरी 2024 को पेरिस में राम रथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर पेरिस में रहने वाले अविनाश मिश्रा नाम के यूजर ने राम रथ यात्रा के बारे में डिटेल साझा की है। उन्होंने लिखा है, ‘फ्रांस में रहने वाले हम भारतीय पूरे पेरिस में राम रथ यात्रा और एफिल टावर पर बड़े पैमाने पर उत्सव का आयोजन करके अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण अवसर पर शामिल होंगे।’ अविनाश ने अपनी पोस्ट में राम रथ यात्रा का पूरा मैप भी शेयर किया है, जबकि पेरिस में रहने वाले राम भक्तों से इस आयोजन में सम्मिलित होने का अनुरोध भी किया है। उनकी इस पोस्ट को राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ने भी रीट्वीट किया और लिखा कि अयोध्या में जन्मस्थान पर भगवान श्री रामलला सरकार की प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बनना सभी रामभक्तों के लिए एक आशीर्वाद है।

टाइम्स स्क्वायर पर होगी लाइव स्ट्रीमिंग
हिंदू मंदिर एमपावरमेंट काउंसिल ने नॉर्थ अमेरिका से लेकर कनाडा तक के मंदिरों में पूजन व दीपोत्सव के आयोजन का निर्णय लिया है। विगत कई हफ्तों में वाशिंगटन, शिकागो और दूसरे अमेरिकी शहरों में राम मंदिर के जश्न में कार रैलियां निकाली गई हैं। आयोजकों ने अब कैलिफोर्निया में कार रैली निकालने की योजना बनाई है। उनका कहना है कि वे अयोध्या नहीं आ सकते हैं, लेकिन भगवान राम उनके दिलों में हैं और उनकी घर वापसी में उनकी अटूट श्रद्धा है। यही नहीं, 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट न्यूयॉर्क शहर के टाइम्स स्क्वायर पर भी किया जाएगा। इससे पहले 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर के भूमि पूजन को चिन्हित करते हुए टाइम्स स्क्वायर पर राम मंदिर का एक डिजिटल बिलबोर्ड चलाया गया था। अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन पर न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम ने कहा है कि अगर हम न्यूयॉर्क शहर में हिंदु समुदाय को देखें तो यह कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण है। यह उन्हें जश्न मनाने और अपनी आध्यात्मिकता को ऊपर उठाने का मौका देता है।

160 देशों में हो रहे विभिन्न आयोजन
विश्व हिंदू परिषद ने भी कई देशों में आयोजन की रूपरेखा तैयार की है। इसके अनुसार दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन स्थानों पर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लाइव दिखाया जाएगा। अमेरिका में 300, ब्रिटेन में 25, ऑस्ट्रेलिया में 30, कनाडा में 30, मॉरीशस में 100 के अलावा आयरलैंड, फिजी, इंडोनेशिया और जर्मनी जैसे 50 से अधिक देशों में बड़े पैमाने पर रामलला प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फिजी जैसे 50 देशों के प्रतिनिधियों को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर अयोध्या आने का निमंत्रण भी दिया गया है। वहीं, मुस्लिम बाहुल्य देश इंडोनेशिया, सऊदी अरब में भी लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। विहिप के अनुसार दुनिया के 160 ऐसे देश हैं जहां हिंदू धर्म के लोग रहते हैं, वहां विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में शोभायात्रा, हवन पूजन, हनुमान चालीसा पाठ और मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग दिखाने की तैयारी है।

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