कटिहार, 22 जुलाई (हि.स.)। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) ने एक बार फिर से देखो अपना देश के तहत “भारत गौरव” ट्रेन की शुरुआत करने जा रही है। भारत गौरव टूरिस्ट स्पेशल ट्रेन पहली बार शिरडी और ज्योतिर्लिंग यात्रा हेतु आगामी 24 अगस्त से परिचालन होगा।

इस संदर्भ में आईआरसीटीसी क्षेत्रीय कार्यालय पटना के संयुक्त महाप्रबंधक राजेश कुमार ने कटिहार में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि यह पर्यटक ट्रेन 24 अगस्त को बेतिया से खुलेगी, जो की बेतिया, सुगौली, रक्सौल, सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर जंक्शन, पटलिपुत्रा, आरा, बक्सर और पंडित दीनदायल उपाध्याय स्टेशन पर तीर्थ यात्रियो को ट्रेन मे सवार होने के लिए रुकेगी और तीर्थ स्थलों जैसे की – उज्जैन में श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, द्वारका में श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं श्री द्वारिकाधीश मंदिर ,सोमनाथ में श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, शिर्डी में साई बाबा दर्शन एवं नासिक में श्री त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं शनि शिंगनापुर मंदिर का दर्शन कराते हुए 03 सितंबर को वापस लौटेगी I

राजेश कुमार ने बताया कि भारतीय रेल द्वारा संचालित, भारत गौरव ट्रेन में पहली बार दो श्रेणी रखी गयी है। जिसमे स्लीपर क्लास का शुल्क रु. 20899/- प्रति व्यक्ति एवं एसी-थ्री क्लास में यात्रा शुल्क रु. 35795/- प्रति व्यक्ति है। उपरोक्त के अलावा श्रेणी के हिसाब से वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित होटल मे रात्री विश्राम, शाकाहारी भोजन (सुबह, दोपहर और रात का भोजन), सुबह शाम चाय, साथ ही प्रत्येक दिन दो बोतल पानी।

संयुक्त महाप्रबंधक ने बताया कि घूमने के लिए श्रेणी के हिसाब से वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित बस की व्यवस्था की गई है। कोच में सुरक्षागार्ड, सफाईकर्मी और टूर एस्कॉर्ट उपलब्ध रहेंगे। इस यात्रा के लिए इक्षुक पर्यटक विस्तृत जानकारी एवं बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी बिस्कोमान टावर (चौथा तल्ला ), पश्चिमी गाँधी मैदान पटना या दूरभाष संख्या 8595937731, 8595937732 से प्राप्त कर सकते है, या आईआरसीटीसी के वेबसाइट www.irctctourism.com पर जाकर बुकिंग कर सकते है। इस अवसर पर आईआरसीटीसी गुवाहाटी के टूरिज्म एसोसिएट हिमांगशु बेजबरुआ, कटिहार स्टेशन ऑफिसर नितेश कुमार आदि मौजूद थे।

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मुंबई, 22 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को सह्याद्री गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच एक घंटे चली इस मुलाकात के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है। हालांकि, मुख्यमंत्री सचिवालय ने बताया है कि इस बैठक में दोनों नेताओं के बीच जल संसाधन, दूध की कीमतें और चीनी मिलों के कुछ लंबित मुद्दों समेत कई मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।

राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आज शरद पवार सीएम शिंदे से मिलने सह्याद्रि अतिथि गृह पर पहुंचे। सीएम शिंदे ने शरद पवार का स्वागत फूलों का गुलदस्ता देकर किया। इसके बाद इन दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक अकेले में चर्चा हुई। हालांकि, इस मुलाक़ात का ब्योरा मीडिया को नहीं दिया गया है, लेकिन मुख्यमंत्री ने मीडिया को बताया कि बैठक में जल संसाधन, दूध की कीमतें और चीनी मिलों के कुछ लंबित मुद्दों बातचीत हुई है।

राजनीतिक खेमे में चर्चा है कि शरद पवार और सीएम शिंदे के बीच मराठा-ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री ने शरद पवार को ओबीसी और मराठा समाज को दिए गए आश्वासन की जानकारी दी और इस मामले को सुलझाने में मदद मांगी। इसके बाद शरद पवार ने इस विषय पर सर्वदलीय बैठक बुलाने का सुझाव सीएम शिंदे को दिया है। सोमवार रात को सीएम शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच इसी मुद्दे पर बैठक होने वाली है और उस बैठक में क्या निर्णय लिया जाता है, इस पर सबकी निगाहें लगी हुईं हैं।

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New Delhi: सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा नेशनल ब्रॉडकास्टिंग पॉलिसी 2024 लाने के संबंध में नई दिल्ली के शास्त्री भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक की गई।

बैठक में नेशनल ब्रॉडकास्टिंग पॉलिसी के गठन के लिए मंत्रालय ने देश की डिजिटल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्म की स्वनियामक इकाईयों (एसआरबी) से सुझाव लिए।

बैठक की अध्यक्षता सूचना प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने की। बैठक में सूचना प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू के साथ ही निदेशक नीरज कुमार और उप निदेशक दीपाली शर्मा भी मौजूद रहीं।

इस दौरान उन्होंने बताया कि ब्रॉडकास्टिंग एक उभरता हुआ क्षेत्र है जिसमें भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देने की अपार संभावनाएं हैं। इस नीति का उद्देश्य है कि प्रसारण के क्षेत्र में भारत वैश्विक लीडर बने और यह नीति आगे पांच वर्षों पर विशेष ध्यान देते हुए 10 वर्षों के लिए व्यापक रोडमैप तैयार करे।

बैठक में डिजिटल मीडिया के लिए देश के सबसे पहले और बड़े संगठन वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (WJAI) की स्वनियामक इकाई वेब जर्नलिस्ट्स स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी (WJSA) का प्रतिनिधत्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव आहूजा ने किया।

बैठक में उन्होंने सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों को सलाह दी कि सरकार एक ऐसा नियम बनाए जिसके तहत डिजिटल मीडिया सिर्फ वही लोग शुरू कर सकें या चला सकें जिनके पास इसकी पर्याप्त अर्हता हो या फिर उनका बैकग्राउंड पत्रकारिता के क्षेत्र से रहा हो ताकि पत्रकारिता की प्रतिष्ठा बरक़रार रहे। उनकी इस सलाह की सूचना प्रसारण मंत्रालय समेत अन्य प्रतिनिधियों भी सराहना की।

बैठक में सचिव ने डब्ल्यूजेएआई के अन्य सुझावों को भी ध्यानपूर्वक सुना और इसे अमल में लाने का भरोसा दिलाया.

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मुंबई, 22 जुलाई (हि.स.)। मुंबई डॉकयार्ड में मरम्मत के दौरान एक नौसेना शिप में रविवार रात को आग लग गई। इसकी सूचना मिलते ही जहाज की अग्रिशमन टीम मौके पर पहुंची और आग बुझा दिया है। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। घटना की जांच के लिए नौसेना अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

नौसेना प्रवक्ता ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि रविवार रात को मुंबई डॉकयार्ड में नौसेना शिप में मरम्मत के दौरान आग लग गई थी। इसकी जानकारी जहाज के ड्यूटी स्टाफ ने तत्काल जहाज अग्रिशमन टीम को दी, जिससे जहाज अग्रिशमन टीम मौके पर तत्काल पहुंची और जहाज में लगी आग को बुझा दिया गया।

नौसेना प्रवक्ता ने बताया कि शिप में आग लगने की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया गया है। अभी तक आग लगने से शिप में कितनी क्षति हुई, इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है।

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राजौरी, 22 जुलाई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के गुंधा इलाके में सोमवार सुबह आतंकवादियों ने सेना के शिविर पर हमला कर दिया। इस हमले में एक जवान के घायल होने की सूचना है।

इस दौरान कुछ देर के लिए हुई गोलीबारी में एक आतंकवादी मारा गया। साथ ही एक नागरिक के हताहत होने की सूचना मिली है। अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। बताया गया है कि आतंकवादियों ने पहले राजौरी जिले में शौर्य चक्र से सम्मानित वीडीजी परषोतम के घर पर हमले की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के कारण उन्हें इलाके से भागने पर मजबूर होना पड़ा। बाद में उन्होंने सेना की चौकी को निशाना बनाया।

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नई दिल्ली, 22 जुलाई (हि.स.)। सरकारी कर्मचारी भी अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों में खुलेआम हिस्सा ले सकेंगे। उन्हें संघ की सदस्यता या उसकी गतिविधियों में भाग न लेने वाला दिशा-निर्देश केन्द्र सरकार ने वापस ले लिया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है।

उल्लेखनीय है कि केन्द्र की कांग्रेस सरकारों ने सन् 1966, 1970 और 1980 में सरकारी कर्मचारियों के लिए जारी निर्देशों में उन्हें संघ की गतिविधियों में शामिल न होने की हिदायत दी थी। इसके चलते संघ के जो स्वयंसेवक सरकारी नौकरियों में होते थे, वे मजबूरन सार्वजनिक तौर पर संघ की गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेते थे । किसी भी सरकारी कर्मचारी को नियुक्ति के दौरान जिन दिशा निर्देशों पर हस्ताक्षर करने अनिवार्य होते थे, उसमें एक निर्देश यह भी होता था कि वह न तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सदस्य है और न ही उसकी गतिविधियों में हिस्सा लेगा। गत 9 जुलाई को केन्द्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए दिशा-निर्देशों की यह शर्त हटा दी।

केन्द्र सरकार के डीओपीटी विभाग ने सभी मंत्रालयों को भेजे निर्देश में कहा है कि इस निर्देश की समीक्षा की गई और इसे हटाने का निर्णय लिया गया।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इसका स्वागत करते हुए कहा है कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था को पुष्ट करने वाला निर्णय है। रा.स्व.संघ के अ.भा. प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने एक बयान जारी कर कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गत 99 वर्षों से सतत राष्ट्र के पुनर्निर्माण एवं समाज की सेवा में संलग्न है। राष्ट्रीय सुरक्षा, एकता-अखंडता एवं प्राकृतिक आपदा के समय में समाज को साथ लेकर संघ के योगदान के चलते समय-समय पर देश के विभिन्न प्रकार के नेतृत्व ने संघ की भूमिका की प्रशंसा भी की है।

उन्होंने आगे कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थों के चलते तत्कालीन सरकार द्वारा शासकीय कर्मचारियों को संघ जैसे रचनात्मक संगठन की गतिविधियों में भाग लेने के लिए निराधार ही प्रतिबंधित किया गया था। शासन का वर्तमान निर्णय समुचित है और भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को पुष्ट करने वाला है।

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नई दिल्ली, 22 जुलाई (हि.स.)। गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन और सिफारिशें ऑनलाइन प्राप्त करने के लिए पोर्टल 15 सितंबर 2024 तक खुला रहेगा।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि गणतंत्र दिवस, 2025 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार 2025 के लिए नामांकन एवं सिफारिशें 1 मई 2024 से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2024 है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन व सिफारिशें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल (https://awards.gov.in) पर ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी।

उल्लेखनीय है कि पद्म पुरस्कार (पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री) देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से हैं। 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। यह पुरस्कार ‘विशिष्ट कार्य’ को मान्यता देने का प्रयास करता है और कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, सार्वजनिक मामले, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों व विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों व सेवा के लिए दिया जाता है। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। डॉक्टर और वैज्ञानिकों को छोड़कर, सार्वजनिक उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, सरकार पद्म पुरस्कारों को “लोगों के पद्म” में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे स्वयं नामांकन सहित नामांकन व सिफारिशें करें। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में मान्यता के योग्य हैं और जो समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं।

मंत्रालय ने कहा कि नामांकन व सिफारिशों में उपर्युक्त पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में उद्धरण (अधिकतम 800 शब्द) भी शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की उसके संबंधित क्षेत्र व विषय में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों व सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख हो।

इस संबंध में विस्तृत जानकारी गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर ‘पुरस्कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत उपलब्ध है। इन पुरस्कारों से संबंधित क़ानून और नियम वेबसाइट पर https://padmaawards.gov.in/AboutAwards.aspx लिंक पर उपलब्ध हैं।

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नई दिल्ली, 21 जुलाई (हि.स.)। विश्व धरोहर समिति की बैठक का 46वें सत्र का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। रविवार को भारत मंडपम में आयोजित समिति की बैठक में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए केन्द्रीय संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री के पंच प्रण के संकल्प को दोहराया।

अतिथि देवो भवः के भाव से स्वागत करते हुए गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को विश्व में पहचान देने और तीसरी बार सरकार बनने के बाद इस बड़े आयोजन को भारत की तरफ लाने में सफलता हासिल की है।

अतिथियों को भारत के उन्नति और सांस्कृतिक धरोहरों के दर्शन होंगे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण में विशिष्ट स्थान रखता है। विभिन्नता में एकता के मंत्र को दर्शाता है। भारत के विभिन्न संस्कृतियों का समायोजन विश्व में और भी अनूठा बनाता है।

गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संकल्पना की है, उसे पंच प्रण की संज्ञा दी है। इसमें विरासत पर गर्व करने को भी समायोजित किया है। प्रधानमंत्री की इसी सोच को जनआंदोलन बनाने के लिए प्रेरित किया है।

यूनेस्को के इस मंच में दुनिया भर के सम्मानित विशेषज्ञों के वैश्विक भाव से नए विश्व धरोहरों को चिन्हित करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति अनेक-अनेक सदियों की कालजेयी यात्रा है। वैदिक मंत्रोच्चरण को अमूर्त धरोहर की तरह चिन्हित किया गया है।

भारत सहित विश्व के लिए विरासत भी विकास भी हमारा पथ प्रदर्शक है। विश्व के 3000 प्रतिनिधि मानवता के आधार पर विचार करेंगे। उन्होंने अतिथियों को भारत दर्शन का भी आग्रह किया।

उल्लेखनीय है कि भारत पहली बार विश्व धरोहर समिति की बैठक की मेजबानी कर रहा है। यह 21 से 31 जुलाई 2024 तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में होगा। विश्व धरोहर समिति की सालाना बैठक होती है और यह विश्व धरोहर से जुड़े सभी मामलों के प्रबंधन और विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने वाले स्थलों पर निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार है।

इस बैठक के दौरान, विश्व धरोहर सूची में नए स्थलों को नामांकित करने, 124 मौजूदा विश्व धरोहर संपत्तियों की संरक्षण स्थिति रिपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय सहायता और विश्व धरोहर निधि के उपयोग आदि के प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में 150 से अधिक देशों के 2000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग लेंगे। विश्व धरोहर समिति की बैठक के साथ-साथ, विश्व धरोहर युवा पेशेवर मंच और विश्व धरोहर स्थल प्रबंधक मंच भी किनारे पर आयोजित किए जा रहे हैं।

प्रदर्शनियां हैं खास

इसके अलावा, भारत की संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए भारत मंडपम में विभिन्न प्रदर्शनियाँ भी लगाई जा रही हैं। रिटर्न ऑफ ट्रेजर्स प्रदर्शनी में देश में वापस लाई गई कुछ कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है। अब तक 350 से अधिक कलाकृतियाँ वापस लायी जा चुकी हैं। भारत के 3 विश्व धरोहर स्थलों के लिए एक व्यापक अनुभव प्रदान करने के लिए एआर और वीआर प्रौद्योगिकियों का भी उपयोग किया जा रहा है: रानी की वाव, पाटन, गुजरात; कैलासा मंदिर, एलोरा गुफाएं, महाराष्ट्र; और होयसला मंदिर, हलेबिदु, कर्नाटक। सूचना प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में आधुनिक विकास के साथ-साथ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, सदियों पुरानी सभ्यता, भौगोलिक विविधता और पर्यटन स्थलों को उजागर करने के लिए एक ‘अतुल्य भारत’ प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है।

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नई दिल्ली, 19 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को नई दिल्ली में देश में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए जिम्मेदार आईबी के मल्टी एजेंसी सेंटर (एमएसी) के कामकाज की समीक्षा के लिए सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के विभिन्न प्रमुखों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने देशभर की सुरक्षा एजेंसियों और अन्य खुफिया और प्रवर्तन एजेंसियों के प्रमुखों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए समग्र सरकारी दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया। उन्होंने देश में उभरते सुरक्षा खतरे के परिदृश्य से निपटने के लिए आतंकी नेटवर्क और उनके सहायक इको-सिस्टम को खत्म करने के लिए सभी एजेंसियों के बीच अधिक तालमेल पर जोर दिया।

देश की समग्र आंतरिक सुरक्षा स्थिति और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की समीक्षा करते हुए गृह मंत्री ने सभी प्रतिभागियों से मल्टी एजेंसी सेंटर में भागीदारी बढ़ाने और इसे एक समेकित मंच बनाने पर जोर दिया, जो निर्णायक और त्वरित कार्रवाई के लिए सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों, नशा विरोधी एजेंसियों, साइबर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को एक साथ ला सके।

गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि एमएसी ने अपने घटकों का विश्वास अर्जित किया है और इसे अंतिम छोर तक पहुंचने वाले प्रत्युत्तरदाताओं सहित विभिन्न हितधारकों के बीच कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी को सक्रिय और वास्तविक समय पर साझा करने के लिए एक मंच के रूप में 24X7 काम करना जारी रखना चाहिए।

बैठक के दौरान, केंद्रीय गृह मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी सभी एजेंसियों से युवा, तकनीकी रूप से कुशल और जोशीले अधिकारियों की एक टीम गठित करने पर भी जोर दिया, ताकि बिग डेटा और एआई/एमएल संचालित एनालिटिक्स और तकनीकी प्रगति का उपयोग करके आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म किया जा सके। उन्होंने दोहराया कि नई और उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करते हुए, हमें अपनी प्रतिक्रियाओं में हमेशा एक कदम आगे रहना चाहिए।

गृह मंत्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एमएसी ढांचे में तकनीकी और परिचालन संबंधी बड़े बदलाव किए जाने की तैयारी है, ताकि इसकी पहुंच और प्रभावशीलता बढ़ाई जा सके। उन्होंने सभी हितधारकों से त्वरित प्रतिक्रिया और साझा इनपुट के आक्रामक अनुसरण के माध्यम से इन प्रयासों को और मजबूत करने का आह्वान किया।

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नई दिल्ली, 19 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दो हाई कोर्ट के दस एडिशनल जजों को स्थायी जज के रूप में नियुक्त किया है। राष्ट्रपति ने दिल्ली हाई कोर्ट के तीन एडिशनल जजों और बांबे हाई कोर्ट के सात एडिशनल जजों को स्थायी जज के रूप में नियुक्त किया है।

आज जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक राष्ट्रपति ने बांबे हाई कोर्ट के एडिशनल जज जस्टिस वाईबी खोबरागड़े, जस्टिस महेंद्र वादुमनी चांदवानी, जस्टिस अभय सोपानराव वाघवासे, जस्टिस रविंद्र मधुसूदन जोशी, जस्टिस संतोष गोविंदराव चपलगांवकर, जस्टिस मिलिंद मनोहर साथाये और जस्टिस डॉ. नीला केदार गोखले को स्थायी जज के रूप में नियुक्त किया है ।

तरह इसी राष्ट्रपति ने दिल्ली हाई कोर्ट के एडिशनल जज जस्टिस गिरीश कथपलिया, जस्टिस मनोज जैन और जस्टिस धर्मेश शर्मा को स्थायी जज के रूप में नियुक्त किया है। राष्ट्रपति ने बांबे हाई कोर्ट के दो एडिशनल जजों जस्टिस संजय आनंदराव देशमुख और जस्टिस वृषाली विजय जोशी का कार्यकाल एक साल के लिए एडिशनल जज के रूप में बढ़ाने का आदेश दिया है।

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नई दिल्ली, 19 जुलाई (हि.स.)। सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन रक्षा अलंकरण समारोह के दूसरे चरण में सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक बल के कर्मियों को 94 विशिष्ट सेवा अलंकरण प्रदान किए। मौजूदा भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) प्रदान किया गया है। इसके अलावा 31 परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम), चार उत्तम युद्ध सेवा पदक (यूवाईएसएम), दो अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम) और असाधारण क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए कर्मियों को 57 एवीएसएम दिए गए हैं।

इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना भी उपस्थित थे।

रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, परम विशिष्ट सेवा मेडल पाने वालों में एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी, जनरल उपेंद्र द्विवेदी, लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार, लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमण्य, लेफ्टिनेंट जनरल जॉनसन पी मैथ्यू, एयर मार्शल रवि गोपाल कृष्ण कपूर, लेफ्टिनेंट जनरल बसंत कुमार रेप्सवाल, लेफ्टिनेंट जनरल तरुण कुमार आइच, लेफ्टिनेंट जनरल जगदीश बलिराम चौधरी, लेफ्टिनेंट जनरल समीर गुप्ता, एन लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल कुलभूषण हनुमंत गवास, लेफ्टिनेंट जनरल सुरिंदर सिंह महल (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), एयर मार्शल चालपति जोन्नालागेड्डा (सेवानिवृत्त), एयर मार्शल विक्रम सिंह (सेवानिवृत्त), एयर मार्शल विभास पांडे (सेवानिवृत्त), एयर मार्शल आर राधीश (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल माधवन उन्नीकृष्णन नायर (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल अरुण अनंतनारायण (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र प्रताप पांडे (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल रविन खोसला (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल पी गोपालकृष्ण मेनन (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल अशोक कुमार जिंदल (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल अजीत नीलकांतन (सेवानिवृत्त), वाइस एडमिरल संदीप नैथानी (सेवानिवृत्त), वाइस एडमिरल संजय महेंद्रू (सेवानिवृत्त), एयर मार्शल बी चंद्र शेखर (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल हरिहरन धर्मराजन (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल रवि मुरुगन (सेवानिवृत्त) शामिल थे।

उत्तम युद्ध सेवा मेडल लेफ्टिनेंट जनरल वीरेश प्रताप सिंह कौशिक, लेफ्टिनेंट जनरल रशिम बाली, लेफ्टिनेंट जनरल मनीष मोहन एरी, लेफ्टिनेंट जनरल हरजीत सिंह साही को दिया गया।

अति विशिष्ट सेवा मेडल लेफ्टिनेंट जनरल एस हरिमोहन अय्यर और मेजर जनरल राजेश कुमार झा (सेवानिवृत्त) को प्रदान किया गया।

अति विशिष्ट सेवा मेडल लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सूरी, लेफ्टिनेंट जनरल मंजीत कुमार, लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद वालिया, लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कपूर, लेफ्टिनेंट जनरल जगमोहन सिंह सिडाना, लेफ्टिनेंट जनरल एनए विनीत सिंह सरना, लेफ्टिनेंट जनरल संजय सेठी, लेफ्टिनेंट जनरल उल्हास वीरप्पा तालूर, लेफ्टिनेंट जनरल विपुल सिंघल, लेफ्टिनेंट जनरल के विनोद कुमार, लेफ्टिनेंट जनरल प्रीत पाल सिंह, सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन, वाइस एडमिरल संजय भल्ला, वाइस एडमिरल विनीत मैककार्टी, वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद, एयर मार्शल अजय कुमार अरोड़ा, एयर मार्शल जीतेंद्र मिश्रा, एयर मार्शल प्रबल कांति घोष, एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती, एयर मार्शल सीथेपल्ली इनिवास, महानिदेशक राकेश पाल, लेफ्टिनेंट जनरल तुमुल वर्मा (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल नरेंद्र कोतवाल (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल शरत चंद्र दास (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल विनोद टी मैथ्यू, मेजर जनरल संदीप सिंह, मेजर जनरल गुरप्रीत सिंह, मेजर जनरल पंकज मल्होत्रा, मेजर जनरल (अब लेफ्टिनेंट जनरल) राजन शरावत, मेजर जनरल विकास लखेरा, मेजर जनरल यशपाल सिंह अहलावत, मेजर जनरल अजय कुमार सिंह, मेजर जनरल चरणजीत सिंह मान, मेजर जनरल विजय कुमार पुरोहित, मेजर जनरल वकामुल्ला हरिहरन, मेजर जनरल भूपेश कुमार गोयल, मेजर जनरल अनूप सिंघल, मेजर जनरल गिरीश कालिया, मेजर जनरल संजीव शर्मा (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल परमवीर सिंह सहरावत (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल पतंजलि राहुल (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल अशोक कुमार (सेवानिवृत्त), रियर एडमिरल दीपक कुमार गोस्वामी, रियर एडमिरल आर विजय शेखर, रियर एडमिरल संजय रॉय (सेवानिवृत्त), एयर वाइस मार्शल जसवीर सिंह मान, एयर वाइस मार्शल फिलिप थॉमस, एयर वाइस मार्शल जगजीत सिंह भल्ला, गो-डब्ल्यू एडीजीबीआर राम कुमार धीमान, ब्रिगेडियर गौरव सिंह कार्की, ब्रिगेडियर अमरेश घई, एयर कमोडोर मानसिज लाल, एयर कमोडोर पंकज कुमार श्रीवास्तव, एयर कमोडोर मुकेश कुमार यादव, एयर कमोडोर प्रदीप अरुण शाह को दिया गया।

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– माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर ठप होने के बाद यूके का स्काई न्यूज हुआ ऑफ एयर

नई दिल्‍ली, 19 जुलाई (हि.स.)। माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में खराबी आने से दुनिया भर में उड़ानें बाधित हुई हैं और बैंकों का कामकाज ठप हुआ है। माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर ठप होने के बाद यूके का स्काई न्यूज हुआ ऑफ एयर हो गया है। दुनिया के ज्‍यादतर देशों में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज यूजर्स को शुक्रवार को बड़े पैमाने पर परेशानी से जूझना पड़ा है।

आधिकारिक सूत्रों ने दी जानकारी में बताया कि अधिकांश यूजर्स को उनके कंप्यूटरों पर विंडोज का सिग्नेचर ‘ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ’ (बीएसओडी) एरर देखने को मिला है। इसने कई उद्योगों को प्रभावित किया है, जिसमें एयरपोर्ट, टेलीविजन न्यूज स्टेशन और वित्तीय संस्थान शामिल हैं। माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प की क्लाउड सर्विसेज में तकनीकी समस्या आने के चलते आज भारत सहित दुनियाभर में बड़े पैमाने पर उड़ानें प्रभावित हुईं। इसके अलावा दुनिया के अधिकांश देशों में बैंकों की सेवा बाधित हुई है। वही, कुछ फ्लाइट्स को कैंसिल करना पड़ा तो कुछ उड़ानें डिले हुईं हैं, जबकि बुकिंग और चेक-इन भी नहीं हो पा रहा है।

अकासा एयरलाइंस ने कहा कि मुंबई और दिल्ली एयरपोर्ट पर उसकी कुछ ऑनलाइन सर्विसेज अस्थायी रूप से उपलब्ध नहीं हैं। एयरलाइन ने कहा कि बुकिंग, चेक-इन सर्विसेज सहित हमारी कुछ ऑनलाइन सेवाएं अस्थायी रूप से अनुपलब्ध रहेंगी। स्पाइसजेट ने बताया ‍कि हम वर्तमान में उड़ान व्यवधानों पर अपडेट देने में तकनीकी समस्या का सामना कर रहे हैं।

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