नई दिल्ली, 19 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को नई दिल्ली में देश में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए जिम्मेदार आईबी के मल्टी एजेंसी सेंटर (एमएसी) के कामकाज की समीक्षा के लिए सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के विभिन्न प्रमुखों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने देशभर की सुरक्षा एजेंसियों और अन्य खुफिया और प्रवर्तन एजेंसियों के प्रमुखों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए समग्र सरकारी दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया। उन्होंने देश में उभरते सुरक्षा खतरे के परिदृश्य से निपटने के लिए आतंकी नेटवर्क और उनके सहायक इको-सिस्टम को खत्म करने के लिए सभी एजेंसियों के बीच अधिक तालमेल पर जोर दिया।
देश की समग्र आंतरिक सुरक्षा स्थिति और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की समीक्षा करते हुए गृह मंत्री ने सभी प्रतिभागियों से मल्टी एजेंसी सेंटर में भागीदारी बढ़ाने और इसे एक समेकित मंच बनाने पर जोर दिया, जो निर्णायक और त्वरित कार्रवाई के लिए सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों, नशा विरोधी एजेंसियों, साइबर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को एक साथ ला सके।
गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि एमएसी ने अपने घटकों का विश्वास अर्जित किया है और इसे अंतिम छोर तक पहुंचने वाले प्रत्युत्तरदाताओं सहित विभिन्न हितधारकों के बीच कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी को सक्रिय और वास्तविक समय पर साझा करने के लिए एक मंच के रूप में 24X7 काम करना जारी रखना चाहिए।
बैठक के दौरान, केंद्रीय गृह मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी सभी एजेंसियों से युवा, तकनीकी रूप से कुशल और जोशीले अधिकारियों की एक टीम गठित करने पर भी जोर दिया, ताकि बिग डेटा और एआई/एमएल संचालित एनालिटिक्स और तकनीकी प्रगति का उपयोग करके आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म किया जा सके। उन्होंने दोहराया कि नई और उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करते हुए, हमें अपनी प्रतिक्रियाओं में हमेशा एक कदम आगे रहना चाहिए।
गृह मंत्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एमएसी ढांचे में तकनीकी और परिचालन संबंधी बड़े बदलाव किए जाने की तैयारी है, ताकि इसकी पहुंच और प्रभावशीलता बढ़ाई जा सके। उन्होंने सभी हितधारकों से त्वरित प्रतिक्रिया और साझा इनपुट के आक्रामक अनुसरण के माध्यम से इन प्रयासों को और मजबूत करने का आह्वान किया।