Bangalore, 13 सितंबर (हि.स.)। कर्नाटक के हासन तालुक में मोसले होसाहल्ली के पास गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान हुए एक भीषण हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक अन्य घायल हो गए। यह दुर्घटना उस समय घटी जब हसन से होलेनरसीपुर जा रहे एक मिनी कैंटर के चालक ने नियंत्रण खो दिया और गणेश विसर्जन का जश्न मना रहे लोगों के जुलूस को कुचल दिया।

यह हादसा तब हुआ जब एक कैंटर गाड़ी अचानक जुलूस में घुस गई

मोसाले होसाहल्ली और हिरेहल्ली के ग्रामीण गणेश विसर्जन जुलूस में शामिल हुए थे। यह हादसा तब हुआ जब एक कैंटर गाड़ी अचानक जुलूस में घुस गई। मृतकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मुर्दाघर में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायलों को हासन और होलेनरसीपुर के सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, तथा इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए कुछ लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।

मृतकों के परिवारों के लिए 5-5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के लिए 5-5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की और कहा कि सरकार घायलों के चिकित्सा खर्च का वहन करेगी।

घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने सोशल मीडिया पर कहा कि वह इस खबर को सुनकर स्तब्ध हैं और मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।

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Aaijol, 13 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को मिजोरम में 9 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 8,070 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बैराबी–सैरांग रेल लाइन प्रमुख है, जो राज्य की राजधानी आइजोल को भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ती है।

प्रधानमंत्री ने हवाई अड्डे से वर्चुअल माध्यम से जनता को संबोधित किया

प्रधानमंत्री ने खराब मौसम के कारण आइजोल नहीं पहुंच पाने पर लंगपुई हवाई अड्डे से वर्चुअल माध्यम से जनता को संबोधित किया। इस दौरान मिजोरम के राज्यपाल वी. के. सिंह, मुख्यमंत्री लालदूहामा और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आइजोल स्थित लम्मुआल मैदान में उपस्थित थे।

यह रेल परियोजना रोजगार सृजन, पर्यटन को बढ़ावा और शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंधों को सशक्त करेगी: प्रधानमंत्री

मोदी ने कहा, “आज का दिन न केवल मिजोरम बल्कि पूरे देश के लिए ऐतिहासिक है। अब आइजोल भारतीय रेल मानचित्र पर शामिल हो गया है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और अनेक चुनौतियों के बावजूद बैराबी–सैरांग रेल लाइन का पूरा होना दृढ़ निश्चय और सामूहिक संकल्प का प्रमाण है।” उन्होंने कहा कि यह रेल परियोजना रोजगार सृजन, पर्यटन को बढ़ावा और शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंधों को सशक्त करेगी।

प्रधानमंत्री ने तीन नई एक्सप्रेस ट्रेनों की भी शुरुआत की, जिनके माध्यम से मिजोरम की राजधानी को दिल्ली, गुवाहाटी और कोलकाता से सीधी रेल कनेक्टिविटी मिल जाएगी। उन्होंने कहा, “पहली बार सैरांग से दिल्ली के लिए राजधानी एक्सप्रेस शुरू हो रही है। यह न केवल भौगोलिक दूरी कम करेगी, बल्कि दिलों को भी और करीब लाएगी।”

स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर राष्ट्र निर्माण तक मिजोरम के लोगों का योगदान अविस्मरणीय है: प्रधानमंत्री

मोदी ने मिजो समाज की त्याग, सेवा और साहस की परंपरा को याद करते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर राष्ट्र निर्माण तक मिजोरम के लोगों का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि मिजोरम, ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ और उभरते ‘नॉर्थ ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर’ का अहम केंद्र है और पूर्वोत्तर भारत आज देश का विकास इंजन बन रहा है।

प्रधानमंत्री ने भगवान पाथियन को नमन करते हुए कहा, “आज मैं आपके बीच भले ही सीधे नहीं आ पाया, लेकिन आपके स्नेह और आशीर्वाद को यहां से भी महसूस कर रहा हूं। हमारे दिल हमेशा से जुड़े रहे हैं।”

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New Delhi, 13 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कर्नाटक के हासन में हुए हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह घटना अत्यंत हृदय विदारक है और इस दुखद घड़ी में उनके विचार शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की।

मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी

प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। हादसे में घायल हुए प्रत्येक व्यक्ति को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

मृतकों में कुछ इंजीनियरिंग छात्र भी शामिल हैं

उल्लेखनीय है कि कर्नाटक के हासन जिले में शुक्रवार रात गणेश विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हो गया। एक ट्रक नियंत्रण खो बैठा और श्रद्धालुओं की भीड़ में घुस गया, जिससे कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई तथा 20 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतकों में कुछ इंजीनियरिंग छात्र भी शामिल हैं।

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नई दिल्ली, 12 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 से 15 सितंबर तक मिजोरम, मणिपुर, असम, पश्चिम बंगाल और बिहार का दौरा करेंगे। इस दौरान वे पांच राज्यों में 71,850 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, प्रधानमंत्री 13 सितंबर को अपने दौरे की शुरुआत मिजोरम से करेंगे। वे सुबह 10 बजे आइजोल में नौ हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। यहां वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

मुख्य आकर्षण बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन होगी, जिसकी लागत 8,070 करोड़ रुपये से अधिक है। इसके पूरा होने से पहली बार मिजोरम की राजधानी का सीधा संपर्क भारतीय रेलवे नेटवर्क से होगा। यह परियोजना बेहद दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में बनाई गई है, जिसमें 45 सुरंगें, 55 बड़े और 88 छोटे पुल शामिल हैं। इस रेल मार्ग से प्रदेश के लोगों को न सिर्फ सुरक्षित और किफायती यात्रा का विकल्प मिलेगा बल्कि खाद्यान्न, उर्वरक और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी समय पर हो सकेगी।

इसी अवसर पर प्रधानमंत्री सैरांग से दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल) राजधनी एक्सप्रेस, सैरांग-गुवाहाटी एक्सप्रेस और सैरांग-कोलकाता एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। इनसे मिजोरम की राजधानी का सीधा संपर्क राष्ट्रीय राजधानी और अन्य महानगरों से होगा।

प्रधानमंत्री यहां सड़क विकास की परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे, जिनमें 45 किमी लंबी आइजोल बाईपास रोड, थेंजावल-स्याल्सुक रोड तथा खानकॉन-रोंगुरा रोड शामिल है। साथ ही वे चिमतुइपुई नदी पुल का शिलान्यास भी करेंगे, जिससे लॉन्गतलाई–सियाहा मार्ग पर दो घंटे का सफर घट कर सुगम होगा।

खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इंडिया मल्टीपर्पज इंडोर हॉल और ऊर्जा क्षेत्र में 30 हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष क्षमता वाला एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का शिलान्यास होगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री कौरथा में आवासीय विद्यालय और त्लांगनुआम में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का भी उद्घाटन करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी 13 सितंबर को ही मणिपुर पहुंचेंगे। दोपहर 12:30 बजे चुराचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे, जिनमें मणिपुर शहरी सड़कें, ड्रेनेज और एसेट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट (3,600 करोड़ रुपये), पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं (2,500 करोड़ रुपये से अधिक) और मणिपुर इन्फोटेक डेवलपमेंट (एमआईएनडी) परियोजना प्रमुख हैं। इसके बाद वे दोपहर 2:30 बजे इंफाल में 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनमें सिविल सचिवालय, आईटी एसईजेड बिल्डिंग, नया पुलिस मुख्यालय भवन, दिल्ली और कोलकाता स्थित मणिपुर भवन तथा चार जिलों में महिला बाजार (इमा मार्केट) शामिल हैं।

प्रधानमंत्री मोदी 13 सितंबर की शाम गुवाहाटी पहुंचेंगे, जहां वे भारत रत्न भूपेन हजारिका की 100वीं जयंती समारोह में शामिल होंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री 14 सितंबर को असम में 18,530 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। दरांग में दरांग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, जीएनएम स्कूल, बी.एससी. नर्सिंग कॉलेज, गुवाहाटी रिंग रोड प्रोजेक्ट और कुरुवा-नारेंगी पुल का शिलान्यास होगा।

गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ में प्रधानमंत्री असम बायो-एथेनॉल प्लांट का उद्घाटन करेंगे और पॉलीप्रोपाइलीन प्लांट का शिलान्यास करेंगे। इनसे असम में स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन और पेट्रोकेमिकल क्षेत्र को नई दिशा मिलेगी तथा रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी 15 सितंबर को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में 16वें संयुक्त कमांडर सम्मेलन-2025 का उद्घाटन करेंगे। वह सम्मेलन को संबोधित भी करेंगे। यह सम्मेलन 15 से 17 सितंबर तक चलेगा। इसका विषय ‘इयर ऑफ रिफॉर्म्स – ट्रांसफॉर्मिंग फॉर द फ्यूचर’ है। इसमें देश के शीर्ष सैन्य और नागरिक नेतृत्व भविष्य की रणनीति पर विचार विमर्श करेंगे।

प्रधानमंत्री 15 सितंबर को ही बिहार जाएंगे। दोपहर 2:45 बजे पुर्णिया में नये टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे और 36,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करेंगे। मुख्य परियोजनाओं में पीरपैंती, भागलपुर में 25,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 3×800 मेगावाट की थर्मल पावर परियोजना, कोसी–मेची अंतरराज्यीय नदी लिंक परियोजना (2680 करोड़ रुपये), बिक्रमशिला–कटारिया रेल लाइन (2170 करोड़ रुपये) तथा अररिया–गलगलिया नई रेल लाइन (4410 करोड़ रुपये) शामिल हैं।

प्रधानमंत्री यहां जोगबनी–दानापुर वंदे भारत एक्सप्रेस, सहरसा–अमृतसर अमृत भारत एक्सप्रेस और जोगबनी–इरोड अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे।

कृषि क्षेत्र में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना की घोषणा करेंगे। बिहार देश के कुल मखाना उत्पादन का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा देता है। इस बोर्ड के गठन से किसानों को बेहतर तकनीक, विपणन और निर्यात के अवसर मिलेंगे।

इसके साथ ही सेक्स-सॉर्टेड सीमेन सुविधा केंद्र का उद्घाटन किया जाएगा, जिससे डेयरी किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बछिया पैदा करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण और शहरी) के तहत 40 हजार से अधिक लाभार्थियों को गृह प्रवेश का अवसर भी मिलेगा। साथ ही डीएवाई-एनआरएलएम के तहत 500 करोड़ रुपये की सामुदायिक निवेश निधि भी वितरित की जाएगी।

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नई दिल्ली, 12 सितंबर (हि.स.)। सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति (Vice President) पद की शपथ ली। वे देश के 15 वें उपराष्ट्रपति बन गए हैं। शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सीपी राधाकृष्णन को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा सहित मंत्रिमंडल के सदस्य मौजूद थे। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू एवं एनडीए के घटक दलों के नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे। पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी समारोह में मौजूद थे।

उल्लेखनीय है कि सीपी राधाकृष्णन ने मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को हराकर जीत हासिल की। उन्हें चुनाव में 452 वोट मिले। उन्होंने गुरुवार को महाराष्ट्र के गवर्नर के पद से इस्तीफा दे दिया था।

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Varanasi, 11 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भारत और मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो गई है। वार्ता की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. रामगुलाम का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक और सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता शुरू हुई।

नरेन्द्र मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम का गर्मजोशी से स्वागत किया

नदेसर स्थित तारांकित होटल ताज में आयोजित इस उच्चस्तरीय बैठक शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक और सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता हुई। इस वार्ता में आर्थिक सहयोग, पर्यटन, और रणनीतिक साझेदारी सहित अनेक अहम मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई।

अर्थव्यवस्था जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने पर विमर्श हुआ

बैठक के दौरान दोनों प्रधानमंत्रियों ने द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा की। खासतौर पर विकासात्मक साझेदारी, क्षमता निर्माण, स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर और नीली अर्थव्यवस्था जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने पर विमर्श हुआ।

दरअसल, हिंद महासागर क्षेत्र में मॉरीशस भारत का एक प्रमुख समुद्री पड़ोसी और रणनीतिक भागीदार है। भारत के ‘सागर’ (क्षेत्रों में सुरक्षा एवं विकास के लिए पारस्परिक और समग्र सहयोग) दृष्टिकोण और ‘पड़ोसी पहले’ नीति में मॉरीशस की भूमिका बेहद अहम है। विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देशों के बीच बढ़ता सहयोग न केवल आपसी विकास के लिए बल्कि ग्लोबल साउथ की साझा आकांक्षाओं को भी मजबूती प्रदान करेगा।

इससे पहले मार्च 2025 में प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस यात्रा के बाद यह दौरा द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

काशी का यह शिखर सम्मेलन पारस्परिक समृद्धि, सतत विकास और सुरक्षित एवं समावेशी भविष्य की दिशा में भारत और मॉरीशस की साझा यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगा।

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Narayanpur, 11 सितंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान एवं अति संवेदनशील नक्सलग्रस्त इलाकाें में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव के कारण गुरुवार को नारायणपुर एसपी रोबिनसन गुड़िया के समक्ष 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इन सभी नक्सलियों को 50-50 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया गया। साथ ही इन नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति के तहत मिलने वाली सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

बस्तर आईजी सुन्दरराज पी. ने कहा कि वर्ष 2025 में नक्सली संगठनों के शीर्ष नेतृत्व को सुरक्षा बलों द्वारा भारी क्षति पहुंचाई गई है। प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई नक्सली संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नही बचा है। उन्हाेने नक्सली संगठन से अपील करते हुए कहा कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर शासन की आत्मसमर्पण पुर्नवास नीति अपनाते हुए समाज की मुख्यधारा से जुड़ें।

नारायणपुर एसपी रोबिनसन गुड़िया ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियाें में जनताना सरकार सदस्य (सीएनएम अध्यक्ष), पंचायत मिलिसिया डिप्टी कमांडर, पंचायत सरकार सदस्य, पंचायत मिलिसिया सदस्य और न्याय शाखा अध्यक्ष सहित 16 नक्सली हैं। ये नक्सलियों के लिए राशन और मेडिसन जैसे मूलभूत सामग्री उपलब्ध कराने का काम अवैतनिक तरीके से करते हैं तथा कतिपय मामलों में नक्सलियों के हथियार और सामग्रियों का परिवहन करते हैं तथा आईईडी लगाने, फोर्स मूवमेंट की सूचना देने और फोर्स की रेकी करने जैसे कार्य प्रमुखता से करते हैं।

आत्मसमर्पण करने वाले 16 नक्सलियाें के नाम और पद –

(1) लच्छू पोड़ियाम उर्फ मानू पिता स्व. मुंगडू उम्र 44 वर्ष निवासी पंचायत डुंगा थाना ओरछा जिला नारायणपुर डुंगा जनताना सरकार सदस्य

(2) केसा पिता स्व. फागू कुंजाम उम्र 38 वर्ष निवासी बेडमा पंचायत डुंगा थाना ओरछा जिला नारायणपुर डुंगा पंचायत मिलिशिया सदस्य

(3) मुन्ना हेमला पिता लखमू उम्र 40 वर्ष निवासी बेडमा पंचायत डुंगा थाना ओरछा जिला नारायणपुर डुंगा पंचायत सरकार सदस्य

(4) वंजा मोहंदा पिता पाण्डू उम्र 40 वर्ष निवासी पंचायत लंका / भामरापारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत जनताना पूर्व सरकार अध्यक्ष वर्तमान जनताना सरकार सदस्य

(5) जुरू पल्लो पिता टोक्का उम्र 36 वर्ष निवासी पंचायत लंका / घोटूलपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत जनताना सरकार सदस्य(6) मासू मोहंदा पिता वंजा उम्र 43 वर्ष निवासी पंचायत लंका / नदीपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत जनताना सरकार सदस्य

(7) लालू पोयाम पिता लखमा उम्र 35 वर्ष निवासी पंचायत लंका / घोटूलपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत जनताना सरकार सदस्य न्याय शाखा अध्यक्ष

(8) रैनू मोहंदा पिता गोर्रा उम्र 32 वर्ष निवासी पंचायत लंका / घोटूलपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत जनताना सरकार सदस्य / आर्थिक शाखा अध्यक्ष

(9) जुरूराम मोहंदा पिता कोरंगे उम्र 33 वर्ष निवासी पंचायत लंका / नदीपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत मिलिशिया कमाण्डर

(10) बुधराम मोहंदा पिता कोहला उम्र 29 वर्ष निवासी पंचायत लंका / नदीपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत मिलिशिया डिप्टी कमाण्डर

(11) चिन्ना मंजी पिता पकरी उम्र 34 वर्ष निवासी पंचायत लंका / भोमरापारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत मिलिशिया सदस्य

(12) कुम्मा मंजी पिता मासा उम्र 30 वर्ष निवासी पंचायत लंका / घोटूलपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत मिलिशिया सदस्य

(13) बोदी मोहंदा पिता धोबा उम्र 30 वर्ष निवासी पंचायत लंका / घोटूलपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत मिलिशिया सदस्य

(14) बिरजू मोहंदा पिता चैतू उम्र 38 वर्ष निवासी पंचायत लंका / नदीपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत मिलिशिया सदस्य

(15) बुधु मज्जी पिता मासा उम्र 33 वर्ष निवासी पंचायत लंका / घोटूलपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत मिलिशिया सदस्य

(16) कोसा मोहंदा पिता बुरता उम्र 29 वर्ष निवासी पंचायत लंका / घोटूलपारा थाना ओरछा जिला नारायणपुर लंका पंचायत मिलिशिया सदस्य ने आत्मसमर्पण कर दिया है।

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Varanasi, 11 सितम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनके विशेष विमान के उतरते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुष्पगुच्छ भेंट कर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।

बाबतपुर एयरपोर्ट से नदेसर तक भव्य स्वागत, मुख्यमंत्री योगी ने की अगवानी

एयरपोर्ट से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रधानमंत्री मोदी वायुसेना के विशेष हेलीकॉप्टर से रिजर्व पुलिस लाइन पहुंचे। वहां से सड़क मार्ग से उनका काफिला नदेसर स्थित ताज होटल की ओर रवाना हुआ। पूरे मार्ग में जनप्रतिनिधियों, भाजपा कार्यकर्ताओं और आम जनता ने ढोल-नगाड़े की थाप और शंखवादन के बीच पुष्पवर्षा कर प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया। यह प्रधानमंत्री मोदी का काशी का 52वां दौरा है, जिसे लेकर शहर में भारी उत्साह और तैयारियां देखने को मिलीं।

दोनों देशों के बीच आयोजित द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होंगे प्रधानमंत्री

नदेसर स्थित ताज होटल में प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम दोनों देशों के बीच आयोजित द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होंगे। इस बैठक में भारत और मॉरीशस के बीच व्यापार, सांस्कृतिक सहयोग, विरासत संरक्षण और वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा होगी। बैठक के उपरांत दोनों राष्ट्र प्रमुख संयुक्त रूप से दोपहर का भोजन भी करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी अपराह्न देहरादून रवाना होंगे, जहां वे उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।

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New Delhi, 11 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत को उनके 75वें जन्मदिन पर बधाई और शुभकामनाएं दीं।

 

प्रधानमंत्री  ने उनके प्रेरक व्यक्तित्व को लेकर अपनी भावनाएं रखी

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर अपने संदेश में लिखा, “मोहन भागवत जी ने वसुधैव कुटुम्बकम् के मंत्र से प्रेरित होकर समता, समरसता और बंधुत्व की भावना को सशक्त करने में अपना पूरा जीवन समर्पित किया है। मां भारती की सेवा में सदैव तत्पर मोहन जी के 75वें जन्मदिन के विशेष अवसर पर मैंने उनके प्रेरक व्यक्तित्व को लेकर अपनी भावनाएं रखी हैं। मैं उनके दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।”

भागवत के कार्यकाल में संगठन ने न केवल भारत के भीतर बल्कि विदेशों में भी विस्तारित किया

डॉ. मोहन भागवत का जन्म 11 सितंबर 1950 को महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में हुआ था। नागपुर विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक के रूप में संगठनात्मक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई। वे 2009 में संघ के छठे सरसंघचालक बने। उनके नेतृत्व में संगठन ने सामाजिक समरसता, ग्राम विकास, शिक्षा, पर्यावरण और सेवा कार्यों में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं।

भागवत के नेतृत्व में संघ ने कोविड-19 महामारी, बाढ़ और भूकंप जैसी आपदाओं में राहत कार्यों को व्यापक स्तर पर संचालित किया। सेवा बस्तियों के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान किया गया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समरसता के लिए भी कई राष्ट्रव्यापी अभियान चलाए गए।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने शताब्दी वर्ष (2025-2026) की तैयारियों में भी सक्रिय है। भागवत के कार्यकाल में संगठन ने अपनी गतिविधियों का दायरा न केवल भारत के भीतर बल्कि विदेशों में भी विस्तारित किया। संघ की शाखाएं और भारतीय समाज के लिए किए गए कार्य अब वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन चुके हैं।

प्रधानमंत्री मोदी और डॉ. मोहन भागवत की कई अवसरों पर मुलाकातें भी चर्चा में रही हैं। नागपुर और दिल्ली में संघ के कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति ने संगठन और सरकार के बीच विचारधारात्मक सामंजस्य को रेखांकित किया है।

भागवत भारतीय समाज में पारिवारिक मूल्यों, राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक गौरव के संरक्षण पर विशेष बल देते रहे हैं। उन्होंने समय-समय पर विभिन्न मंचों से देशवासियों को सामाजिक सौहार्द और सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में प्रेरित किया है।

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New Delhi, 9 सितंबर (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने आज संसद भवन में उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान करने के बाद विपक्ष के साझा उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल एकजुट होकर लोकतंत्र को मजबूत करेंगे।

खरगे ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से कहा कि विपक्षी दलों के उप राष्ट्रपति उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के जीतने की पूरी संभावना है। सभी विपक्षी पार्टियां इसके लिए एकजुट होकर कोशिश कर रही हैं।

मतदान सुबह 10 बजे नए संसद भवन में शुरू हुआ

आज संसद भवन में चल रहे उप राष्ट्रपति चुनाव में सत्तारूढ़ एनडीए के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन का मुकाबला विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवार सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी से है। मतदान सुबह 10 बजे नए संसद भवन में शुरू हुआ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले वोट डाला। उनके बाद कई प्रमुख नेताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, और मल्लिकार्जुन खरगे ने भी वोट डाले। सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जी. किशन रेड्डी, रवनीत सिंह बिट्टू, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव, सांसद बांसुरी स्वराज, मनोज तिवारी, रामवीर बिधूड़ी, हर्ष मल्होत्रा, और कमलजीत सहरावत ने मतदान किया। विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी अपना वोट डाला।

इस चुनाव में ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजद), तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), और पंजाब की शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने वोटिंग में हिस्सा न लेने का फैसला किया। बीजद ने अपने सात राज्यसभा सांसदों जिनमें निरंजन बिशी, सुलता देव, मुजीबुल्ला खान, सुभाशीष खुंटिया, मानस रंजन मंगराज, सस्मित पात्रा, और देबाशीष सामंतराय के साथ मतदान से यह कहते हुए दूरी बनाई कि उनकी नीति एनडीए और विपक्षी गठबंधन दोनों से समान दूरी बनाए रखने की है। शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब में अभूतपूर्व बाढ़ के कारण केंद्र और पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार से सहायता न मिलने की शिकायत के साथ मतदान से अलग रहने का निर्णय लिया। उनकी एकमात्र सांसद हरसिमरत कौर बादल ने इस फैसले का समर्थन किया।

बीआरएस ने तेलंगाना में यूरिया की कमी को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की उदासीनता का हवाला देते हुए बहिष्कार की घोषणा की। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव ने कहा कि पिछले 20 दिनों से हम यूरिया की कमी के बारे में चेतावनी दे रहे हैं लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। तेलंगाना के 71 लाख किसानों के साथ एकजुटता दिखाते हुए हमने मतदान में हिस्सा न लेने का फैसला किया है। बीआरएस के चार राज्यसभा सांसद दामोदर राव दिवाकोंडा रेड्डी, बी. पार्थसारधि रेड्डी, के.आर. सुरेश रेड्डी, और रवि चंद्र वड्डीराजू हैं, हालांकि लोकसभा में उनका प्रतिनिधित्व नहीं है।

उल्लेखनीय है कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में कुल 788 सदस्य हैं, जिसमें लोकसभा के 543 और राज्यसभा के 245 सांसद शामिल हैं, जिनमें 12 मनोनीत सदस्य भी मतदान के पात्र हैं। वर्तमान में छह राज्यसभा सीटें और एक लोकसभा सीट रिक्त होने के कारण निर्वाचक मंडल की संख्या 781 था और बहुमत का आंकड़ा 391 था। बीजद, बीआरएस, और अकाली दल के बहिष्कार ने ये आंकड़े बदल गए है। बीजद, बीआरएस और अकाली दल के कुल 14 सांसदों के मतदान से दूरी बनाने से निर्वाचक मंडल की संख्या 781 से घटकर 767 रह गई। अब जीत के लिए 384 सांसदों का समर्थन जरूरी है।

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New Delhi, 9 सितंबर (हि.स.)। संसद भवन में उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हो रहा है, जो शाम 5 बजे तक जारी रहेगा। सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मतदान किया जिसके बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया और राहुल गांधी समेत तमाम सांसदों ने संसद भवन पहुंच कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। शाम 6 बजे से वोटों की गिनती होगी।

इस चुनाव में एनडीए के सीपी राधाकृष्णन और विपक्षी गठबंधन के साझा उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला है। दोनों ही गठबंधन अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं।

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New Dehi, 8 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 सितंबर को ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ का शुभारंभ करेंगे। 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन भी है।

सभी आंगनबाड़ियों में ‘पोषण माह’ मनाया जाएगा

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को एक्स पोस्ट में बताया कि इस अभियान के अंतर्गत देशभर में 75,000 स्वास्थ्य शिविर आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में महिलाओं और बच्चों की विशेष स्वास्थ्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जो सरकार की समावेशी स्वास्थ्य सेवा के सपने को साकार करेंगी। इसके अतिरिक्त सभी आंगनबाड़ियों में ‘पोषण माह’ मनाया जाएगा, जिसका उद्देश्य पोषण, स्वास्थ्य जागरूकता और समग्र कल्याण को बढ़ावा देना है। इन प्रयासों से स्वस्थ परिवार और सशक्त समुदाय निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया जाएगा।

इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त कर, उनकी बेहतर पहुंच, गुणवत्तापूर्ण देखभाल और जागरूकता सुनिश्चित करना है। नड्डा ने सभी निजी अस्पतालों और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े साझेदारों से आग्रह किया कि वे आगे आएं और इस जनभागीदारी अभियान का अभिन्न हिस्सा बनें। ‘इंडिया फर्स्ट’ की भावना से प्रेरित होकर, हम सब मिलकर विकसित भारत के निर्माण के लिए अपने सामूहिक प्रयासों को और सशक्त बनाएं।

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