Purvi Champaran,21 सितंबर(हि.स.)। भारत-नेपाल सीमा से सटे जिले के महुआवा थाना क्षेत्र के पचपोखरिया गांव में शनिवार की देर रात नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने भीषण डकैती की घटना को अंजाम दिया है।

एसएसबी के डाॅग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची

घटना की सूचना पर मौके पर रक्सौल डीएसपी के नेतृत्व पहुंची पुलिस की टीम जांच में जुटी है। प्रारंभिक जांच के अनुसार डकैतो ने शिक्षक जयप्रकाश राम और उनके भाई विकास मित्र विनोद राम के घरों को निशाना बनाते हुए नकद व आभूषण लूट ले गये है।

स्थानीय लोगो के अनुसार घटना के कुछ ही दूरी पर ही एसएसबी 71वीं वाहिनी का महुआवा पोस्ट स्थित है। घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने तत्काल तकनीकी विशेषज्ञ और एफएसएल की टीम को मौके पर भेजा है।जो घटना की तकनीकी जांच में जुटे है। इसके साथ ही एसएसबी के डाॅग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची है।

पांच सौ ग्राम सोना का आभूषण बदमाशों ने लूटा

एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा है,कि जल्द ही बदमाशों की पहचान कर ली जायेगी।ऐसी आशंका जतायी जा रही है,यह घटना नेपाली बदमाशो ने अंजाम दी है।घटना को लेकर पीड़ित शिक्षक जयप्रकाश राम व विकास मित्र विनोद राम ने पुलिस को बताया है कि शनिवार की रात करीब 20 की संख्या में नकाबपोश बदमाश हाथो में हथियार लेकर घर में घुस आये और परिवार के सदस्यो के साथ बेरहमी से मारपीट करने लगे।इनलोगो ने महिलाओ को भी नही बख्शा। मारपीट में शिक्षक जयप्रकाश राम की पत्नी संगीता देवी, मां दुखिया देवी, चाचा रामचंद्र राम और पड़ोसी शत्रुघ्न राम समेत आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।सभी घायल इलाजरत है।पीड़ित ने बताया कि घर से करीब दो लाख नकदी और चार किलो चांदी व पांच सौ ग्राम सोना का आभूषण बदमाशों ने लूटा है।

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New Delhi, 21 सितंबर (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस पर कहा कि भारत की विविधता और संवाद की परंपरा आज की अशांत दुनिया के लिए उम्मीद की किरण है। यह दिवस हर साल संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाया जाता है।

शांति आत्मा से आती है: खरगे

खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि महात्मा गांधी की अहिंसा की सीख नफरत और हिंसा को कम करने में मददगार साबित हो सकती है। उन्होंने लोगों से युद्ध और असमानता के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की अपील की।

कांग्रेस अध्यक्ष ने इस अवसर पर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी याद किया। उन्होंने नेहरू का कथन याद करते हुए कहा कि शांति मन की वह स्थिति है जो आत्मा से आती है। खरगे ने कहा कि यह विचार इस साल के शांति दिवस के थीम शांतिपूर्ण विश्व के लिए कदम उठाओ से मेल खाता है, जो सबको एक करने का संदेश देता है।

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नई दिल्ली, 20 सितंबर (हि.स.)। भारतीय रेलवे बोर्ड ने यात्रियों को राहत देते हुए बोतलबंद पेयजल ‘रेल नीर’ और अन्य शॉर्टलिस्टेड ब्रांडों की अधिकतम खुदरा कीमत (एमआरपी) घटाने का निर्णय लिया है।

रेलवे मंत्रालय के शनिवार को जारी वाणिज्यिक परिपत्र के अनुसार, एक लीटर वाली पानी की बोतल की कीमत अब 15 से घटाकर 14 रुपये और आधा लीटर वाली बोतल की कीमत 10 रुपये से घटाकर 9 रुपये कर दी गई है। यह संशोधित दरें न केवल ‘रेल नीर’ पर बल्कि रेलवे स्टेशन परिसर और ट्रेनों में उपलब्ध अन्य शॉर्टलिस्टेड ब्रांडों की पैकेज्ड वाटर बोतलों पर भी लागू होंगी। नई कीमतें 22 सितंबर से प्रभावी होंगी।

रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे और आईआरसीटीसी को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए हैं।

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जम्मू, 20 सितंबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के ऊंचे इलाकों के सेओज धार वन क्षेत्र में सेना और पुलिस के आतंकवादियों की तलाश के लिए संयुक्त अभियान शुरू किए जाने के दौरान हुई मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल एक सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गया। यह जानकारी आज सुबह अधिकारियों ने दी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अभियान जारी है। वन क्षेत्र में दो से तीन आतंकवादियों के छुपे होने की आशंका है।

अधिकारियों ने बताया कि सैनिक शुक्रवार देर शाम उस समय घायल हो गया जब आतंकवादियों ने उधमपुर के डुडू-बसंतगढ़ और डोडा के भद्रवाह इलाके में सेओज धार वन क्षेत्र में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) के संयुक्त तलाशी दल पर गोलीबारी की। उन्होंने बताया कि सैनिक को अस्पताल ले जाया गया जहां उसका बलिदान हो गया।

अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ स्थल के आसपास के इलाके को रात भर कड़ी घेराबंदी में रखा गया और शनिवार सुबह संयुक्त तलाशी अभियान फिर से शुरू हुआ। उन्होंने बताया कि जंगल में दो से तीन आतंकवादियों के छुपे होने की आशंका है। उधमपुर और डोडा दोनों तरफ से ड्रोन और खोजी कुत्तों से लैस अतिरिक्त बल भेजा गया है और अंतिम रिपोर्ट मिलने तक व्यापक तलाशी अभियान जारी था।

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नई दिल्ली, 19 सितंबर (हि.स.)। चुनाव आयोग ने गैर-मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों पर कार्रवाई करते हुए 474 का पंजीकरण समाप्त कर दिया है। इसके साथ ही पिछले दो महीनों में आयोग 808 ऐसे दलों पर कार्रवाई कर चुका है। आयोग ने 9 अगस्त को 334 दलों की मान्यता खत्म की थी।

राजनीतिक दल जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत पंजीकृत होते हैं। इससे पार्टी और उससे जुड़े लोगों को कुछ विशेषाधिकार और लाभ मिलते हैं। हालांकि लगातार छह सालों तक चुनाव नहीं लड़ने की स्थिति में इन पार्टियों का पंजीकरण समाप्त किया जा सकता है। चुनाव आयोग ने ऐसे दलों की पहचान की और उनके खिलाफ कार्रवाई की।

आयोग ने 359 अन्य राजनीति दलों की पहचान भी की है। इन्होंने चुनाव लड़ा है लेकिन पिछले तीन सालों की ऑडिट रिपोर्ट दाखिल नहीं की है। साथ ही इन्होंने चुनाव खर्च रिपोर्ट भी दाखिल नहीं की है। आयोग ने 28 राज्यों में फैले इन दलों को सीईओ के माध्यम से नोटिस भेजा है।

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Dhar (Madhya Pradesh), 17 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारी शक्ति को भारत के विकास की असली नींव बताते हुए देशभर की माताओं-बहनों से संकोच छोड़ कर स्वास्थ्य शिविरों में जाकर नि:शुल्क जांच कराने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपके उत्तम स्वास्थ्य से ज्यादा मूल्यवान कोई सरकारी तिजोरी नहीं है।

यदि मां स्वस्थ है तो पूरा परिवार स्वस्थ रहता है : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री बुधवार को मध्य प्रदेश के धार में ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान और ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ का शुभारंभ करने के बाद विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि मां स्वस्थ है तो पूरा परिवार स्वस्थ रहता है और यदि मां बीमार हो जाए तो घर की पूरी व्यवस्था चरमरा जाती है। उन्होंने कहा कि आज शुरू की गई पहलें केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए नहीं, बल्कि उन बच्चों और भावी नागरिकों के लिए भी हैं, जो अभी पैदा होने वाले हैं। उन्होंने कहा, “यह सुनिश्चित करना कि बच्चे स्वस्थ पैदा हों, उनकी भविष्य की भलाई और समृद्धि की नींव रखता है। यह कार्य केवल एक पीढ़ी का नहीं बल्कि अनगिनत पीढ़ियों का आशीर्वाद है।”

 

प्रधानमंत्री ने मातृ वंदना योजना का उल्लेख किया

मोदी ने मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए 2017 में शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पहली संतान पर पांच हजार रुपये और दूसरी बेटी के जन्म पर छह हजार रुपये सीधे लाभार्थी माताओं के बैंक खातों में जमा किए जाते हैं। अब तक 4.5 करोड़ से अधिक गर्भवती माताओं को इस योजना का लाभ मिला है और लगभग 19 हजार करोड़ रुपये सीधे उनके खातों तक पहुंचाए गए हैं।

प्रधानमंत्री ने देशभर की माताओं-बहनों से संकोच छोड़कर स्वास्थ्य शिविरों में जाकर नि:शुल्क जांच कराने की अपील की। उन्होंने कहा, “इन शिविरों में कितनी भी महंगी जांच क्यों न हो, सब मुफ्त होंगी। आपके उत्तम स्वास्थ्य से ज्यादा मूल्यवान कोई सरकारी तिजोरी नहीं है। आयुष्मान कार्ड आपके लिए सुरक्षा कवच है। लाखों कैंप लगने वाले हैं और मैं अपने भाइयों से भी आग्रह करता हूं कि वे अपनी माताओं, बहनों और बेटियों का स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य कराएं।

2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत यात्रा के लिए भारत की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब और किसान चार प्रमुख स्तंभ हैं। उन्होंने ‘लखपति दीदी’, ‘बैंक सखी’, ‘ड्रोन दीदी’, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और मुद्रा योजना जैसी पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये योजनाएं गरीबों, महिलाओं और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है और इसमें हमारी नारी शक्ति सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। मातृ-शिशु स्वास्थ्य पर ध्यान देना, शिक्षा, रोजगार और आत्मनिर्भरता—यही विकसित भारत की ठोस नींव है।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भगवान विश्वकर्मा की जयंती का स्मरण किया और उन्हें कौशल निर्माण का देवता बताते हुए नमन किया। उन्होंने महाराजा भोज की वीरता और मां वाग्देवी की कृपा का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत हमें राष्ट्र रक्षा और आत्मबल का संदेश देती है।

उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा जयंती के दिन धार की धरती से देश के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास होना ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि यह पार्क भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को नई ऊर्जा देगा, किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाएगा और युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराएगा।

यह नया भारत है, जो धमकियों से डरता: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने भारतीय बहनों-बेटियों का सिंदूर उजाड़ने का दुस्साहस किया था। उन्होंने दृढ़ स्वर में कहा, “हमारे वीर जवानों ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया और पाकिस्तान को पलक झपकते ही घुटनों पर ला दिया। यह नया भारत है, जो धमकियों से डरता नहीं बल्कि घर में घुसकर जवाब देता है।”

साथ ही हैदराबाद मुक्ति दिवस की ऐतिहासिक घटना को याद करते हुए उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की फौलादी इच्छाशक्ति और भारतीय सेना के साहस से हैदराबाद को अत्याचारों से मुक्त कराया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा, “कई दशकों तक इस गौरवशाली घटना को भुला दिया गया था लेकिन हमारी सरकार ने इसे ‘हैदराबाद लिबरेशन डे’ के रूप में अमर कर दिया है।”

त्योहारों के मौसम का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने नागरिकों से स्वदेशी उत्पाद अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “आप जो भी खरीदें, उसमें किसी न किसी हिंदुस्तानी का पसीना होना चाहिए। उसमें हमारे देश की मिट्टी की महक होनी चाहिए। यही आत्मनिर्भर भारत का सही रास्ता है।”

उन्होंने एक नया मंत्र देते हुए कहा कि हर दुकान पर एक बोर्ड लगना चाहिए- “गर्व से कहो, ये स्वदेशी है।”

मोदी ने बताया कि 22 सितंबर से कम जीएसटी दरें लागू होने जा रही हैं। नवरात्रि के पहले दिन से जब नई दरें लागू होंगी तो हमें स्वदेशी वस्तुएं खरीदकर इसका लाभ उठाना चाहिए।

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नई दिल्ली, 16 सितंबर (हि.स.)। लोक आस्था के महापर्व छठ को यूनेस्को की विरासत सूची में शामिल करने की पहल शुरू हो गई है। केंद्र सरकार ‘छठ महापर्व’ को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल करने का प्रस्ताव जल्द ही रख सकती है। संस्कृति मंत्रालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि यह प्रस्ताव साल 2026–27 के नामांकन में शामिल हो सकता है जो भारत की सांस्कृतिक कूटनीति में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में आज संस्कृति मंत्रालय ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में बैठक का आयोजन किया जिसमें संयुक्त अरब अमीरात, सूरीनाम और नीदरलैंड्स के वरिष्ठ राजनयिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

बैठक की अध्यक्षता संस्कृति सचिव विवेक अग्रवाल ने की। इस बैठक में संस्कृति मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संगीत नाटक अकादमी और आईजीएनसीए के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

उन्होंने बताया कि बैठक में मौजूद प्रतिनिधियों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया और कहा कि उनके देशों में बसे भारतीय प्रवासी समुदायों में छठ पर्व का विशेष महत्व है।

बाद में संस्कृति सचिव ने मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, यूएई और नीदरलैंड्स में भारतीय राजदूतों और उच्चायुक्तों से भी वर्चुअल संवाद किया। सभी ने समुदायों की पहचान और नामांकन के लिए आवश्यक डेटा उपलब्ध कराने में सहयोग का आश्वासन दिया।

उल्लेखनीय है कि लोक आस्था का महापर्व छठ सूर्य देव और छठी मैया की उपासना को समर्पित भारत कै त्योहार है। इसे मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और प्रवासी भारतीय समुदायों (मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, यूएई, नीदरलैंड्स आदि) में मनाया जाता है।

यूनेस्को में मान्यता मिलने से भारत की जीवंत सांस्कृतिक परंपराओं और सार्वभौमिक मूल्यों को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा मिलेगी।

इस पर्व का व्यवस्थित दस्तावेजीकरण, संरक्षण और आने वाली पीढ़ियों तक परंपरा का हस्तांतरण सुनिश्चित होगा।

दुर्गा पूजा, रामलीला, गरबा सहित भारत के 15 सांस्कृतिक अमूर्त धरोहर पहले से ही यूनेस्को सूची में शामिल हैं।

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नई दिल्ली, 16 सितंबर (हि.स.)। केंद्रीय गृह एवं सहकारितामंत्री अमित शाह आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के एंटी-नार्कोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) प्रमुखों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। गृह मंत्रालय के अनुसार दो दिवसीय इस सम्मेलन का आयोजक नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) है ।

शाह इस अवसर पर एनसीबी की वार्षिक रिपोर्ट-2024 जारी करने के साथ ऑनलाइन ड्रग विनष्टीकरण अभियान की भी शुरुआत करेंगे। सम्मेलन में 36 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के एएनटीएफ प्रमुखों के साथ विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इस वर्ष सम्मेलन का विषय ‘संयुक्त संकल्प, साझा जिम्मेदारी’ है। इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नशा-मुक्त भारत के संकल्प को मजबूत करना और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एक ठोस रोडमैप तैयार करना है।

सम्मेलन में मादक पदार्थों की आपूर्ति, मांग और नुकसान कम करने सहित विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श होगा। साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के निहितार्थ मादक पदार्थों से संबंधित कानून प्रवर्तन को सशक्त बनाने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की जाएगी। अवैध प्रयोगशालाओं, भगोड़ों की निगरानी, विदेशी अपराधियों के प्रबंधन और डार्क वेब एवं क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से हो रही तस्करी से निपटने के लिए होल ऑफ गवर्नमेंट अप्रोच को एजेंडे में प्रमुखता दी गई है।

सम्मेलन के दौरान छह तकनीकी सत्र आयोजित होंगे। एक सत्र नशा-मुक्त भारत @ 2047 पर केंद्रित होगा। एकीकृत जांच पर केंद्रित सत्र में टॉप टू बॉटम और बॉटम टू टॉप अप्रोच की रणनीति पर विमर्श होगा। उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार ने नशीले पदार्थों के विरुद्ध ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाई है। 2021 में गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को समर्पित एंटी-नार्कोटिक्स टास्क फोर्स गठित करने का निर्देश दिया था। अप्रैल 2023 में शाह ने इन टास्क फोर्स प्रमुखों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया था।

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New Delhi, 15 सितंबर (हि.स.)। पूर्व केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने वक्फ संशोधन कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। नकवी ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि संसद द्वारा पारित वक्फ व्यवस्था में सुधार का निर्णय विशुद्ध रूप से आस्था की रक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था के सुधार के लिए है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कुछ भ्रष्ट लॉबी लूट के लाइसेंस का लीगल छूट चाहती हैं। इसीलिए वे हंगामा और काल्पनिक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने वक्फ की पूरी व्यवस्था को आसमानी किताब बना दिया था जिसे छूना मना था।

आगे नकवी ने कहा कि वक्फ बोर्ड को निशाना बनाने वाले वे लोग हैं जो अपनी स्वार्थ के लिए कानूनी छूट चाहते हैं। वे वक्फ बोर्ड में हुए सुधारों को बाधित करना चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट को संवैधानिक दृष्टिकोण से हर कार्य की जांच करने का अधिकार है। सरकार अपना पक्ष रख रही है। वक्फ कानून प्रशासनिक सुधार और धार्मिक आस्था के संरक्षण की गारंटी के लिए है। इसमें कोई संशय नहीं है। उन्होंने कहा कि इस धर्मनिरपेक्ष देश में वक्फ बोर्ड सांप्रदायिक आधार पर प्रवेश या नो एंट्री का फॉर्मूला चाहते हैं। कोई भी दूसरे धर्म का व्यक्ति इस प्रशासनिक कानून का हिस्सा नहीं बन सकता। धर्मनिरपेक्ष देश में इस प्रकार का सांप्रदायिक हमला स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। संवैधानिक सुधार में सांप्रदायिक प्रहार करना ठीक नहीं है।

उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ संशोधन अधिनियम पर पूरी तरह से रोक लगाने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि पूरे कानून पर रोक लगाने का कोई आधार नहीं है। कोर्ट ने कुछ प्रावधानों पर अंतरिम रोक लगाई है।

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Kolkata, 15 सितम्बर (हि.स.) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कोलकाता स्थित भारतीय थलसेना के ईस्टर्न कमांड मुख्यालय विजय दुर्ग (पूर्ववर्ती फोर्ट विलियम) में तीन दिवसीय संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। यह सम्मेलन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद का पहला उच्चस्तरीय आयोजन है।

इस वर्ष सम्मेलन का विषय है – सुधारों का वर्ष

रक्षा अधिकारियों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर सीमापार आतंक ढांचे को ध्वस्त करने के लिए की गई एक दंडात्मक और लक्षित सैन्य कार्रवाई थी। इस अभियान ने त्रि-सेनाओं की सटीकता, पेशेवर क्षमता और सुनियोजित रणनीति का प्रदर्शन किया।

सम्मेलन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और थल, वायु और नौसेना प्रमुख भी शामिल हुए। इस मंच को सशस्त्र बलों का सर्वोच्च मंथन स्थल माना जाता है, जहां सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व सामरिक, संस्थागत और परिचालन प्राथमिकताओं पर विचार-विमर्श करता है।

इस वर्ष सम्मेलन का विषय है – ‘सुधारों का वर्ष: भविष्य के लिए रूपांतरण’। 16वें संस्करण का मुख्य फोकस सशस्त्र बलों में सुधार, परिवर्तन, तकनीकी आधुनिकीकरण और बहु-क्षेत्रीय तैयारियों को सुदृढ़ करना है। रक्षा अधिकारियों का कहना है कि यह बैठक सेनाओं की गहरी एकीकरण प्रक्रिया और उच्चस्तरीय ऑपरेशनल तत्परता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

प्रधानमंत्री मोदी कल शाम असम से कोलकाता पहुंचे और राजभवन में रात बिताने के बाद सोमवार सुबह करीब 9:30 बजे विजय दुर्ग पहुंचे। वह दोपहर बाद बिहार के पूर्णिया रवाना होंगे। यह पिछले पांच महीनों में प्रधानमंत्री का चौथा बंगाल दौरा है और एक माह के भीतर दूसरा। संयुक्त कमांडरों का पिछला सम्मेलन वर्ष 2023 में भोपाल में आयोजित हुआ था।

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Darrang, 14 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस नेतृत्व और नेहरू पर निशाना साधते हुए कहा कि भूपेन हजारिका का अपमान और 1962 के असम के घाव आज तक हरे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि मोदी नाचने-गाने वालों को भारत रत्न दे रहा है।

प्रधानमंत्री ने असम में 6,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री ने असम के दरांग जिले के मंगलदोई में स्वास्थ्य एवं अवसंरचना क्षेत्र से जुड़ी 6,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर तीखा हमला बोला। मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने भारत रत्न से सम्मानित असम के गौरव भूपेन हजारिका का अपमान किया और पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान की गई टिप्पणी से असम के लोगों के घाव आज भी नहीं भरे हैं।

1962 के घाव अब तक हरेः प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, “जब भारत सरकार ने असम के महान सपूत और संगीत जगत के पुरोधा भूपेन दा हजारिका जी को भारत रत्न से सम्मानित किया तो कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष ने बयान दिया कि मोदी नाचने-गाने वालों को भारत रत्न दे रहा है। यह बयान केवल मेरा ही नहीं बल्कि असम की धरती और भारत की संस्कृति का भी गहरा अपमान है।”

मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा सरमा ने उन्हें यह बयान कल बताया और आज सुबह वीडियो दिखाया। प्रधानमंत्री ने कहा, “यह देखकर मुझे गहरी चोट पहुंची।”

उन्होंने कहा, “1962 में जब भारत-चीन युद्ध हुआ था, तब पंडित जवाहरलाल नेहरू ने चीन के हमले के दौरान जो टिप्पणी की थी, उसके घाव आज भी असम और पूर्वोत्तर के लोगों के दिलों में हरे हैं। कांग्रेस की वर्तमान पीढ़ी भी इन्हीं घावों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है।”

किसी का अपमान होता है तो मैं उसे बर्दाश्त नहीं कर सकता: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं भगवान शिव का भक्त हूं। चाहे मुझे कितनी भी गालियां क्यों न दी जाएं, मैं सारा जहर निकाल देता हूं लेकिन जब किसी और का अपमान होता है तो मैं उसे बर्दाश्त नहीं कर सकता।”

उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, “इनका अहंकार इतना है कि वे समझते हैं मेरा कोई और रिमोट कंट्रोल है। लेकिन मेरा केवल एक ही रिमोट कंट्रोल है और वह हैं देश के 140 करोड़ नागरिक। मेरी आत्मा की आवाज जनता जनार्दन ही है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर असम को स्वास्थ्य और परिवहन क्षेत्र से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं की सौगात दी। इसमें दरांग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, जीएनएम स्कूल, बी.एससी. नर्सिंग कॉलेज, गुवाहाटी रिंग रोड परियोजना और कुरुवा-नारेंगी पुल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार असम को स्वास्थ्य हब के रूप में विकसित करने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है।

मोदी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के बाद असम का यह मेरा पहला दौरा है। मां कामाख्या के आशीर्वाद से ऑपरेशन सिंदूर को सफलता मिली। जन्माष्टमी के पावन पर्व पर यहां आकर मुझे दोगुना सौभाग्य प्राप्त हुआ है। यह धरती संस्कृति, इतिहास और भविष्य की आशाओं का संगम है।”

त्योहारों के दौरान स्वदेशी सामान खरीदने को लेकर मोदी ने जनता से आग्रह किया

उन्होंने हाल ही में मनाए गए भारत रत्न भूपेन हजारिका के जन्मदिवस को याद करते हुए कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार असम के महान पूर्वजों के सपनों को पूरा करने में लगातार जुटी हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश आज सबसे तेज़ गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और असम 13 प्रतिशत की विकास दर के साथ सबसे तेजी से प्रगति करने वाले राज्यों में है। उन्होंने कहा, “कभी विकास की दौड़ में पिछड़ रहा असम आज तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह असम के लोगों की मेहनत और डबल इंजन सरकार के प्रयासों का परिणाम है।”

मोदी ने कांग्रेस सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा, “कांग्रेस ने दशकों तक असम पर राज किया लेकिन ब्रह्मपुत्र पर केवल तीन पुल बनाए। जबकि भाजपा की सरकार ने पिछले 10 वर्षों में छह पुल बनाकर दिखाए। यह है काम करने का अंतर।” उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी बढ़ने से कारोबार के अवसर बढ़े हैं और युवाओं के लिए रोजगार के नए दरवाजे खुले हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने सीमा सुरक्षा और घुसपैठ के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा, “घुसपैठियों के माध्यम से बॉर्डर इलाकों की डेमोग्राफी बदलने की साजिशें चल रही हैं। घुसपैठियों को संरक्षण देने वालों को देश माफ नहीं करेगा। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है। इसलिए अब देश में डेमोग्राफी मिशन शुरू किया जा रहा है।”

मोदी ने जनता से आग्रह किया कि वे त्योहारों के दौरान खरीदारी करते समय केवल स्वदेशी सामान ही खरीदें। उन्होंने कहा, “आपके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए स्वदेशी वस्तुएं खरीदें। यह संकल्प विकसित भारत की ओर एक कदम है।”

कांग्रेस सेना का मनोबल बढ़ाने के बजाय पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों का साथ देती है: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, “कांग्रेस सेना का मनोबल बढ़ाने के बजाय पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों का साथ देती है। यह असम और पूरे देश के लिए घातक है।”

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का लक्ष्य पूर्वोत्तर को राष्ट्रीय विकास की धारा में अग्रणी भूमिका देना है। डबल इंजन सरकार असम को स्वास्थ्य हब के रूप में विकसित कर रही है। विकसित भारत के सपने को साकार करने में पूर्वोत्तर की बड़ी भूमिका होगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “अब जीएसटी में नेक्स्ट-जेनरेशन सुधार होंगे। मैं आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी लेकर आया हूं। आज से ठीक नौ दिन बाद, नवरात्रि के पहले दिन जीएसटी दरों में बड़ी कमी की जाएगी। इससे देश के हर परिवार को फायदा होगा और रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती होंगी।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश विकसित भारत के निर्माण के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ रहा है। खासकर हमारे युवा साथियों के लिए विकसित भारत केवल सपना ही नहीं, बल्कि संकल्प भी है। आप सभी मिलकर इसे साकार करेंगे।

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Imphal, 13 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को मणिपुर की राजधानी इम्फाल में 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की 17 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं में मंत्रिपुखरी स्थित सिविल सचिवालय, आईटी एसईजेड बिल्डिंग, नया पुलिस मुख्यालय, दिल्ली और कोलकाता में मणिपुर भवन तथा चार जिलों में महिलाओं के लिए विशेष इमा मार्केट शामिल हैं।

ये योजनाएं इम्फाल समेत पूरे राज्य को नई ऊर्जा देंगी: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि मणिपुर में हो रहे इन विकास कार्यों से आमजन के जीवन में सुगमता आएगी, राज्य का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। जिन परियोजनाओं का काम शुरू हुआ है, उनमें मणिपुर शहरी सड़क परियोजना (3,600 करोड़ रुपये) और मणिपुर इन्फोटेक विकास परियोजना (500 करोड़ रुपये) अहम हैं। ये योजनाएं इम्फाल समेत पूरे राज्य को नई ऊर्जा देंगी।

उन्होंने कहा कि अतीत में, पश्चिमी और दक्षिणी भारत के प्रमुख शहरों का विकास हुआ, वहां सपने आकार लेते थे और युवाओं को अवसर मिलते थे, लेकिन 21वीं सदी पूर्व और पूर्वोत्तर की है। इसीलिए भारत सरकार ने मणिपुर के विकास को प्राथमिकता दी है। परिणामस्वरूप, मणिपुर की विकास दर लगातार बढ़ रही है। 2014 से पहले, राज्य की विकास दर एक प्रतिशत से भी कम थी। आज मणिपुर पहले से कई गुना तेज़ी से प्रगति कर रहा है। हमारी सरकार पूरी संवेदनशीलता से मणिपुर की लोगों के जीवन की मुश्किलों को कम करने का पूरा प्रयास कर रही है। मणिपुर के कई हिस्सों में बाढ़ से भी बहुत परेशानी होती है। इस समस्या को कम करने के लिए भी सरकार कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने मणिपुर में  7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास किया था

कार्यक्रम में मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने कहा कि बीते दो वर्षों में राज्य ने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन राज्य और केंद्र सरकार के प्रयासों से शांति और सद्भाव काफी हद तक बहाल हुआ है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे मतभेदों से ऊपर उठकर राज्य की शांति और समृद्धि के लिए मिलकर काम करें। भल्ला ने बताया कि कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है, स्वास्थ्य सुविधाएं फिर से शुरू की गई हैं और विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए कार्ययोजना पर तेजी से काम हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने इससे पहले मणिपुर के चूड़ाचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास किया था, जिनमें शहरी सड़क, ड्रेनेज व एसेट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट, पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं और मणिपुर इन्फोटेक डेवलपमेंट परियोजना शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने इम्फाल की अपनी यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों से भी बातचीत की।

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