-बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम माैके पर पहुंची

डिमा हसाओ (असम), 6 जनवरी (हि.स.)। राज्य के पहाड़ी जिले डिमा हसाओ के उमरांग्शू स्थित असम कोयला खदान में भयानक हादसा हो गया है। लगभग 300 फीट गहरी कोयला खदान में पानी भरने से 10 से 15 मजदूर फंस गए है। गुवाहाटी स्थित प्रथम बटालियन एनडीआरएफ के सूत्रों ने बताया है कि सूचना मिलते ही हमारी एक टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है।

राज्य के पहाड़ी जिलों में से एक उमरांग्शु को उद्योग नगर के नाम से जाना जाता है, जो असम-मेघालय सीमा पर स्थित है। असम के उमरांग्शु से कोयला खदान 25 किमी दूर स्थित है। सोमवार सुबह लगभग 9 बजे कोयला खदान में काम करने केदौरान खदान में तेजी से पानी घुस गया। जानकारी के अनुसार लगभग 300 फीट गहरी कोयला खदान में लगभग 100 फीट पानी जमा हो गया है।

इस खदान में 10 से 15 मजदूराें के फंसने की खबर है। मौके पर जिला प्रशासन एवं अन्य राहत एवं बचाव एजेंसियों की टीम पहुंचकर राहत कार्य में जुट गयी है। ताजा सूचना के मुताबिक, असम कोयला खदान में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए मोटर पंप के जरिए खदान के पानी को निकालने की कोशिश की जा रही है। अंतिम समाचार मिलने तक कोयला खदान में फंसे मजदूरों को बाहर निकालना संभव नहीं हो सका है।

घटना की जानकारी मिलते ही प्रथम बटालियन एनडीआरएफ काे माैके पर भेजा गया है। विस्तृत खबर की प्रतीक्षा है।

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नई दिल्ली, 6 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवानों की शहादत पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम मार्च 2026 तक भारत की भूमि से नक्सलवाद को समाप्त करके ही रहेंगे।

गृहमंत्री शाह ने एक्स पर पोस्ट किया, “बीजापुर में आईईडी ब्लास्ट में डीआरजी के जवानों को खोने की सूचना से अत्यंत दु:खी हूं। वीर जवानों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इस दुःख को शब्दों में व्यक्त कर पाना असंभव है, लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम मार्च 2026 तक भारत की भूमि से नक्सलवाद को समाप्त करके ही रहेंगे।”

उल्लेखनीय है कि नक्सलियों ने परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) का इस्तेमाल कर सुरक्षाबलों के जवानों पर बड़ा हमला किया। इसमें डीआरजी के 8 जवान सहित एक नागरिक ड्राइवर बलिदान हो गए। वे नक्सल विरोधी अभियान से लौट रहे थे।

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रायपुर, 6 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस में एसआईटी की टीम ने रविवार की देर रात मुख्य आरोपित सुरेश चंद्राकर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है। अब आरोपित को पुलिस हैदराबाद से बीजापुर लाने की तैयारी कर रही है । एसआईटी के प्रमुख पुलिस अधिकारी मयंक गुर्जर ने इसकी पुष्टि की है ।

आरोपित सुरेश चंद्राकर की पत्नी को भी पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या मामले में रविवार की शाम कांकेर से हिरासत में लिया गया और उससे पूछताछ जारी है। घटना के बाद से ही आरोपित ठेकेदार सुरेश चंद्राकर फरार था। अधिकारियों ने बताया है कि इस मामले में सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश चंद्राकर और दिनेश चंद्राकर तथा सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है । स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर (33 वर्ष ) एक जनवरी को लापता हो गए थे तथा उनका शव तीन जनवरी को बीजापुर शहर के चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की संपत्ति के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया था।

राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने दावा किया था कि मुख्य आरोपित सुरेश चंद्राकर का संबंध कांग्रेस से था। जबकि , कांग्रेस ने दावा किया कि सुरेश चंद्राकर हाल में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे।

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बांदीपोरा, 04 जनवरी (हि.स.)। उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में शनिवार को सेना का एक वाहन खाई में गिर गया। हादसे में तीन जवानों का बलिदान हो गया, जबकि तीन घायल हैं। घायलों में दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।

अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना जिले के एसके पायीन इलाके में हुई। सेना का वाहन सड़क से फिसलकर पास की खाई में गिर गया। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के तुरंत बाद बचाव अभियान शुरू कर दिया गया था।

एमएस बांदीपोरा अस्पताल के डॉ. मसरत ने बताया कि दुर्घटना में घायल हुए छह में से पांच सैन्य कर्मियों को अस्पताल लाया गया। उन्होंने बताया कि इनमें से दो को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि तीन गंभीर घायलों को श्रीनगर रेफर किया गया। इनमें से एक और जवान ने रास्ते में दम तोड़ दिया।

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नई दिल्ली, 04 जनवरी (हि.स.)। परिवार कल्याण मंत्रालय के डीजीएचएस अतुल गोयल की अध्यक्षता में पिछले कुछ सप्ताह में चीन में सांस संबंधी बीमारियों के बढ़ते मामलों की रिपोर्ट के मद्देनजर स्वास्थ्य एवं संयुक्त निगरानी समूह (जेएमजी) की शनिवार को बैठक हुई। बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), आपदा प्रबंधन (डीएम) सेल, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी), राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), आपातकालीन चिकित्सा राहत (ईएमआर) प्रभाग और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली सहित अस्पतालों के विशेषज्ञों ने भाग लिया।

बैठक में कहा गया कि चीन में फ्लू के मौसम को देखते हुए स्थिति असामान्य नहीं है। रिपोर्ट्स यह भी बताती है कि मौजूदा बढ़ोतरी का कारण इन्फ्लूएंजा वायरस, आरएसवी और एचएमपीवी है- जो इस मौसम में होने वाले सामान्य रोगजनक है। सरकार सभी उपलब्ध माध्यमों से स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है और विश्व स्वास्थ्य संगठन से भी चीन की स्थिति के बारे में समय पर जानकारी साझा करने का अनुरोध किया गया है।

मंत्रालय ने बैठक की जानकारी साझा करते हुए कहा कि ये वायरस भारत सहित विश्व भर में पहले से ही मौजूद है। भारत में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और इन्फ्लूएंजा के लिए गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के लिए एक मजबूत निगरानी प्रणाली पहले से ही आईसीएमआर और आईडीएसपी नेटवर्क दोनों के माध्यम से मौजूद है और दोनों के आंकड़ों से पता चलता है कि आईएलआई और एसएआरआई मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है।

अस्पतालों के चिकित्सकों ने भी पुष्टि की है कि अपेक्षित मौसमी बदलाव के अलावा पिछले कुछ सप्ताहों में श्वसन संबंधी बीमारियों के मामलों में कोई वृद्धि नहीं हुई है।

आईसीएमआर नेटवर्क अन्य श्वसन वायरस जैसे एडेनोवायरस, आरएसवी, एचएमपीवी आदि के लिए भी परीक्षण करता है और ये रोगजनक भी परीक्षण किए गए नमूनों में असामान्य वृद्धि नहीं दिखाते हैं। एहतियाती उपाय के रूप में, आईसीएमआर द्वारा एचएमपीवी के लिए परीक्षण करने वाली प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाई जाएगी और आईसीएमआर पूरे वर्ष एचएमपीवी पर निगरानी करेगा।

देश भर में हाल ही में आए कोरोना प्रबंधन से पता चला है कि देश श्वसन संबंधी बीमारियों में किसी भी वृद्धि से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मंत्रालय देश में किसी भी स्वास्थ्य चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

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कोटा, 04 जनवरी (हि.स.)। राजस्थान के कोटा मंडल में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर लखनऊ स्थित अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) टीम वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल कर रही है। कोटा मंडल में 180 किलाेमीटर प्रति घंटा की स्पीड से सफल ट्रायल के बाद रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने एक्स अकाउंट पर वंदे भारत स्लीपर के ट्रायल का वीडियो पोस्ट किया है।

इस वीडियो में वंदे भारत स्लीपर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ रही है। ट्रेन की स्पीड एक फोन के स्पीडोमीटर पर देखी जा सकती है। फोन के पास पानी से पूरा भरा एक गिलास रखा है। हैरानी की बात यह है कि एक बूंद पानी नहीं छलका।

चलती ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड और स्थिर गति प्राप्त करती है। हाई स्पीड रेल यात्रा में वंदे भारत यात्रियों को आराम का अनुभव कराती है। यह पोस्ट तीन दिनों के सफल ट्रायल के बाद सामने आई है।

दो जनवरी को बूंदी जिले में कोटा और लबान के बीच 30 किलोमीटर लंबे ट्रायल रन के दौरान ट्रेन को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। एक जनवरी को रोहल खुर्द से कोटा के बीच 40 किलोमीटर लंबे ट्रायल रन में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने 180 किलोमीटर प्रति घंटे रफ्तार पकड़ी। इसी दिन कोटा-नागदा और रोहल खुर्द-चौमहला सेक्शन पर 170 किलोमीटर प्रति घंटे और 160 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति से ट्रायल किया गया।

ट्रायल के दौरान ट्रेन में यात्री भार के बराबर वजन रखा गया। यह ट्रायल वंदे भारत स्लीपर रैक के विभिन्न तकनीकी मानकों के विश्लेषण के लिए किया जा रहा है, जिसमें कपलर फोर्स, एयर सस्पेंशन, ब्रेकिंग सिस्टम, घुमाव ट्रैक पर गति इत्यादि का परीक्षण शामिल है।

आरडीएसओ लखनऊ की निगरानी में ये ट्रायल जनवरी के अंत तक चलेंगे।

परीक्षण पूरे हो जाने के बाद रेलवे सुरक्षा आयुक्त द्वारा अधिकतम गति पर ट्रेन का मूल्यांकन किया जाएगा। अंतिम चरण में सफल होने के बाद ही वंदे भारत ट्रेनों को आधिकारिक रूप से प्रमाणित किया जाएगा और उन्हें भारतीय रेलवे को शामिल करने और नियमित सेवा के लिए सौंप दिया जाएगा।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को ऑटोमैटिक दरवाजे, बेहद आरामदायक बर्थ, ऑन बोर्ड वाई-फाई और विमान जैसी सुविधाओं के साथ डिजाइन किया गया है। देश में यात्री पहले से ही मध्यम और छोटी दूरी पर चलने वाली 136 वंदे भारत ट्रेनों के माध्यम से शयन सीटों और विश्व-स्तरीय यात्रा अनुभव का आनंद ले रहे हैं।

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नई दिल्ली, 3 जनवरी (हि.स.)। रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने पिछले तीन दिनों में अपने कई परीक्षणों में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति हासिल की है। ये परीक्षण इस महीने के अंत तक जारी रहेंगे। उसके बाद देशभर के रेल यात्रियों को लंबी दूरी की यात्रा के लिए यह विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी।

कोटा डिवीजन में सफल परीक्षण का एक वीडियो साझा करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर एक पोस्ट में ट्रेन की गति का उल्लेख किया। वीडियो में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के अंदर एक मोबाइल के बगल में पानी से भरा गिलास दिखाया गया है। वीडियो में पानी का स्तर स्थिर देखा जा सकता है। चलती ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम और स्थिर गति प्राप्त करती है। हाई-स्पीड रेल यात्रा में वंदे भारत यात्रियों को आराम का अनुभव कराती है। मंत्रालय के अनुसार, यह पोस्ट तीन दिनों के सफल परीक्षण के बाद आया है, जो 2 जनवरी को संपन्न हुआ, जिसमें वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने अपनी अधिकतम गति को छू लिया था।

राजस्थान के बूंदी जिले में गुरुवार को कोटा और लबान के बीच 30 किलोमीटर लंबे ट्रायल रन के दौरान ट्रेन ने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति प्राप्त की। वर्ष 2025 के पहले दिन रोहल खुर्द से कोटा के बीच 40 किलोमीटर लंबे ट्रायल रन में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति प्राप्त की। इसी दिन कोटा-नागदा और रोहल खुर्द-चौमहला सेक्शन पर 170 किलोमीटर प्रति घंटे और 160 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति प्राप्त की। अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) लखनऊ की निगरानी में ये ट्रायल जनवरी महीने तक जारी रहेंगे।

मंत्रालय ने कहा कि एक बार ये परीक्षण पूरे हो जाने के बाद रेलवे सुरक्षा आयुक्त द्वारा अधिकतम गति पर ट्रेन का मूल्यांकन किया जाएगा। अंतिम चरण में सफल होने के बाद ही वंदेभारत ट्रेनों को आधिकारिक रूप से प्रमाणित किया जाएगा और उन्हें भारतीय रेलवे को शामिल करने और नियमित सेवा के लिए सौंप दिया जाएगा। इन वंदेभारत स्लीपर ट्रेनों को स्वचालित दरवाजे, बेहद आरामदायक बर्थ, ऑन बोर्ड वाई-फाई और विमान जैसी डिज़ाइन जैसी सुविधाओं के साथ डिज़ाइन किया गया है। देश में यात्री पहले से ही मध्यम और छोटी दूरी पर चलने वाली 136 वंदे भारत ट्रेनों के माध्यम से शयन सीटों और विश्व-स्तरीय यात्रा अनुभव का आनंद ले रहे हैं।

रेल मंत्रालय ने कहा कि रेलवे नये साल में देश में यात्रियों के लिए तेज़ और सुरक्षित रेल यात्रा लाने के लिए तैयार है। छोटी और मध्यम दूरी की चेयर कार ट्रेनों में यात्रा करने वाले लोगों को तेज़, सुरक्षित और विश्वस्तरीय यात्रा का अनुभव देने के बाद, भारतीय रेलवे लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए भी इसे साकार कर रहा है। मंत्रालय ने कहा कि रेलवे के लिए असली चुनौती बर्थ जोड़ना और ट्रेनों को पूर्ण यात्री और सामान लोड की स्थिति के लिए परीक्षण करना था ताकि उन्हें 180 किमी प्रतिघंटा की अधिकतम गति प्राप्त करते हुए वंदे भारत स्लीपर कोच में परिवर्तित किया जा सके। इन सफल परीक्षणों के साथ, रेल यात्री कश्मीर से कन्याकुमारी, दिल्ली से मुंबई, हावड़ा से चेन्नई और कई अन्य मार्गों जैसे लंबी दूरी की यात्राओं में विश्व-स्तरीय यात्रा अनुभव की उम्मीद कर सकते हैं। उन्हें यात्रा का समय काफी कम होने से लाभ होगा। मुंबई-दिल्ली लंबी दूरी की यात्रा की वर्तमान औसत गति 90 किमी प्रतिघंटा है, जिसमें तेजस राजधानी एक्सप्रेस के लिए अधिकतम स्वीकार्य गति 140 किमी प्रतिघंटा है, जो देश में सभी राजधानी ट्रेन सेवाओं में सबसे तेज है।

रेल मंत्रालय के अनुसार वंदे भारत ट्रेनें अब कई शताब्दी ट्रेन मार्गों पर उपलब्ध हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज़ ट्रेन है और 180 किमी प्रतिघंटा तक की गति तक पहुंचने में सक्षम है। अब तक यह दिल्ली और वाराणसी जैसे छोटे और मध्यम दूरी के प्रमुख शहरों को जोड़ती है और एक शानदार यात्रा अनुभव प्रदान करती है। वंदे भारत ट्रेनें गति और आराम का एक सहज मिश्रण प्रदान करती हैं। यह केवल यात्रा का एक तरीका नहीं है बल्कि आधुनिक भारतीय इंजीनियरिंग का एक अनुभव है।

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ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन की बांध परियोजना पर भारत ने जताई चिंता 

नई दिल्ली: भारत ने चीन की ओर से ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपरी हिस्से में जल विद्युत परियोजना से जुड़े बांध बनाने के प्रस्ताव पर चिंता व्यक्त की है तथा अक्साई चिन में नई प्रशासनिक इकाई बनाए जाने पर सख्त विरोध दर्ज कराया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि विदेश मंत्रालय ने चीन के स्वायत्त तिब्बती क्षेत्र में ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाए जाने की रिपोर्ट पर गौर किया है। नदी के निकले क्षेत्र के देश के रूप में जल उपयोग के बारे में भारत के निश्चित अधिकार हैं। जिन्हें हमने राजनीतिक और विशेषज्ञ स्तर पर बार-बार उठाया है। हमने चीन को अपने विचार और चिताओं से अवगत कराया है।

प्रवक्ता ने कहा कि इस परियोजना के संबंध में पारदर्शिता बरती जानी चाहिए तथा नदी के निचले इलाकों के प्रवाह मार्ग वाले देशों के साथ विचार विमर्श किया जाना चाहिए। भारत ने चीन से आग्रह किया है कि वह ब्रह्मपुत्र के निचले इलाके में आने वाले देश के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करे तथा ऊपरी भाग पर ऐसी गतिविधि से परहेज करे जिससे नदी का प्रवाह प्रभावित होता हो। प्रवक्ता ने कहा कि हम स्थिति पर निगरानी रखे हुए हैं तथा अपने हितों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करेंगे।

वहीं विदेश मंत्रालय ने लद्दाख में अधिकृत अक्साई चिन क्षेत्र में प्रशासनिक इकाइयों के गठन पर तीव्र आपत्ति व्यक्त की है। प्रवक्ता ने कहा कि हमने चीन के होटन प्रान्त में दो नए काउंटी की स्थापना से संबंधित घोषणा देखी है। इन तथाकथित काउंटी के अधिकार क्षेत्र के कुछ हिस्से भारत के केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में आते हैं। हमने इस क्षेत्र में भारतीय क्षेत्र पर अवैध चीनी कब्जे को कभी स्वीकार नहीं किया है। नए काउंटी के निर्माण से न तो क्षेत्र पर हमारी संप्रभुता के बारे में भारत की दीर्घकालिक और सुसंगत स्थिति पर कोई असर पड़ेगा और न ही चीन के अवैध और जबरन कब्जे को वैधता मिलेगी। हमने कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से चीनी पक्ष के समक्ष गंभीर विरोध दर्ज कराया है।

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प्रधानमंत्री शनिवार को दिल्ली में ग्रामीण भारत महोत्सव का उद्घाटन करेंगे

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को सुबह करीब 10:30 बजे नई दिल्ली के भारत मंडपम में ग्रामीण भारत महोत्सव-2025 का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर वे उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर उक्त जानकारी दी। इसमें कहा गया है कि ग्रामीण भारत की उद्यमशीलता की भावना और सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाते हुए, महोत्सव 4 से 9 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा, जिसका विषय ‘विकसित भारत 2047 के लिए एक लचीले ग्रामीण भारत का निर्माण’ और आदर्श वाक्य होगा “गांव बढ़े, तो देश बढ़े”।

महोत्सव का उद्देश्य विभिन्न चर्चाओं, कार्यशालाओं और मास्टरक्लास के माध्यम से ग्रामीण बुनियादी ढांचे को बढ़ाना, आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था बनाना और ग्रामीण समुदायों के भीतर नवाचार को बढ़ावा देना है। इसके उद्देश्यों में वित्तीय समावेशन को संबोधित करके और टिकाऊ कृषि प्रथाओं का समर्थन करके उत्तर-पूर्व भारत पर विशेष ध्यान देने के साथ ग्रामीण आबादी के बीच आर्थिक स्थिरता और वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देना शामिल है।

बयान में कहा गया है कि महोत्सव का एक महत्वपूर्ण फोकस उद्यमिता के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना, सहयोगात्मक और सामूहिक ग्रामीण परिवर्तन के लिए रोडमैप बनाने के लिए सरकारी अधिकारियों, विचारकों, ग्रामीण उद्यमियों, कारीगरों और विविध क्षेत्रों के हितधारकों को एक साथ लाना, ग्रामीण आजीविका को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी और नवीन प्रथाओं का लाभ उठाने के बारे में चर्चा को प्रोत्साहित करना और जीवंत प्रदर्शनों और प्रदर्शनियों के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करना होगा।

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उपराष्ट्रपति ने श्रीनगर और कलबुर्गी के लिए आईओटी-एकीकृत मोबाइल क्लीनिक को हरी झंडी दिखाई

नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को एस्टर डीएम हेल्थकेयर की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल के तहत आईओटी-एकीकृत टेली-मेडिसिन सेवाओं के साथ दो अत्याधुनिक मोबाइल क्लीनिकों को श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) और कलबुर्गी (कर्नाटक) में तैनाती के लिए रवाना किया।

नई दिल्ली में आज मोबाइल क्लिनिकों को हरी झंडी दिखाने से पहले उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा, सुलभ स्वास्थ्य सेवा, किफायती स्वास्थ्य सेवा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मिशन रहा है और पिछले दशक में उन्होंने इस दिशा में बड़ा बदलाव लाया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वास्थ्य सेवा के मामले में खुद को प्रतिबद्ध किया है और फिर अंतिम छोर तक सफलतापूर्वक सेवा प्रदान की है। दुनिया के सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक आयुष्मान भारत कार्यक्रम लोगों को 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराकर वित्तीय बोझ से राहत देता है।

धनखड़ ने कहा कि भारत सरकार ने टेलीमेडिसिन की भी शुरुआत की है। यह उल्लेखनीय रूप से सफल रहा है। डायग्नोस्टिक टेस्ट, मेडिकल टेस्ट सभी इंटरनेट के उपयोग के माध्यम से उपलब्ध हैं। हमारी डिजिटल पहुंच ने वैश्विक प्रशंसा प्राप्त की है। 1.4 बिलियन की आबादी वाले देश में इस सीमा तक पहुंच है। हर गांव इस मोर्चे पर बहुत अच्छी तरह से सुसज्जित है।

मोबाइल क्लीनिक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह आश्वस्त होना कि आपकी पहुंच के भीतर एक मोबाइल क्लीनिक है, संकट में फंसे लोगों के लिए एक बड़ा आश्वासन है। इसलिए, यह कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी का एक बहुत ही सुखद पहलू रहा है। यह हमारी सभ्यता के लोकाचार को भी दर्शाता है। हमें समाज को वापस देने के लिए हमेशा कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

धनखड़ ने कहा कि 2047 तक एक विकसित भारत को प्राप्त करना केवल एक सपना नहीं है, बल्कि एक मंजिल है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि फिट इंडिया इस दृष्टि का आधार है। उन्होंने कहा कि फिट इंडिया के लिए हमें ऐसी सुविधाओं की आवश्यकता है जो प्रारंभिक पहचान, त्वरित उपचार और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा की डोरस्टेप डिलीवरी सुनिश्चित करें।

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इंदौर, 03 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आज विशेष घोष वादन कार्यक्रम इंदौर के दशहरा मैदान में आयोजित होने जा रहा है। मालवा प्रांत में पहली बार हो रहे इस कार्यक्रम में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत शिरकत करेंगे।

कार्यक्रम में एक हजार से ज्यादा स्वयंसेवक वादन की प्रस्तुति देंगे।संघ कार्यालय के अनुसार, दशहरा मैदान पर होने जा रहे घोष वादन कार्यक्रम में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत दोपहर 3ः30 बजे पहुंचेंगे। दोपहर दो बजे से आमंत्रित स्वयंसेवकों का कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना शुरू हो जाएगा।

सरसंघचालक के पहुंचने के बाद ही घोष वादन शुरू होगा। चयनित एक हजार स्वयंसेवक इस दौरान घोष वादन करेंगे। इसके बाद सरसंघचालक अपनी बात रखेंगे। पहली बार परिवार सहित पहुंच रहे स्वयंसेवकों के लिए बैठने की खास व्यवस्था की गई है।

मैदान के समीप ही पार्किंग की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में पंद्रह हजार लोग शामिल होंगे। इसमें संघ के स्वयंसेवकों के परिवारों के अलावा शहर के गण्यमान्य नागरिक, खिलाड़ी, रंगकर्मी, व्यापारी व अन्य क्षेत्रों के लोगों को आमंत्रित किया गया है।

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नई दिल्ली, 03 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हाइवे पर चलने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, ट्रेन और हवाई जहाज से सफर करने वालों को भी घंटों इंतजार करना पड़ा। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शीतलहर को लेकर आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। दिल्ली के आयानगर में न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है।

मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि आज दोपहर से पहले तक ज्यादातर जगह स्मॉग एवं मध्यम से घना कोहरा रहने की संभावना है। कहीं-कहीं बहुत घना कोहरा भी हो सकता है। रात को भी यही स्थिति रहेगी। दिन में आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।

24 ट्रेनें लेट

घने कोहरे की वजह से विजबिलिटी कम हो गई है । इसके कारण राजधानी से आने-जाने वाली 24 ट्रेनों के परिचालन में देरी हुई। ट्रेनों के लेट होने के कारण यात्रियों को स्टेशन पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। रेलवे के मुताबिक यह देरी न्यूनतम 84 और अधिकतम 255 मिनट तक रही है। देरी से रवाना होने वाली ट्रेनों में दिल्ली सराय रोहिला-जोधपुर एक्सप्रेस, सोगरिया सुपरफास्ट एक्सप्रेस, भुवनेश्वर दुरंतो एक्सप्रेस शामिल है। देरी से दिल्ली पहुंचने वाली ट्रेनों में फरक्का एक्सप्रेस, श्रम शक्ति एक्सप्रेस, कालिंदी एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस, प्रयागराज एक्सप्रेस शामिल है। इसके अलावा विमानन कंपनियों ने भी यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है।

बारिश के साथ तूफान का अलर्ट

आने वाले दो दिनों में ठंड का कहर और बढ़ सकता है। मौसम ज्ञान विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसके कारण जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है। दिल्ली में आठ जनवरी तक कोहरा छाए रहने की संभावना है, जबकि छह जनवरी को हल्की बारिश होने की संभावना है।

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