नई दिल्ली, 7 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की और उन्हें ऑपरेशन सिन्दूर के बारे में जानकारी दी।

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पुंछ, 07 मई (हि.स.)। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत के कूटनीतिक दंडात्मक उपायों के बाद जम्मू -कश्मीर की सीमाओं पर पाकिस्तान लगातार संधर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है।

पहलगाम हमले के दूसरे दिन से पाकिस्तान की यह हरकत जारी है। जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा के साथ सटे कईं इलाकों में पाकिस्तान की सेना ने रात को बिना उकसावे के अंधाधुंध गोलाबारी की। इसकी चपेट में आने से सात नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि 50 से अधिक घायल हो गए।

अधिकारियों ने कहा कि बीती देर रात और आज सुबह पुंछ और मेंढर सेक्टरों में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान ने भारी गोलाबारी की जिसकी चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई और 38 लोग घायल हो गए। पाकिस्तानी गोलाबारी में मारे गए सात लोगों में से तीन लोगों की पहचान शाहीन नूर के बेटे मोहम्मद आदिल, अल्ताफ हुसैन के बेटे सलीम हुसैन और शालू सिंह की पत्नी रूबी कौर के रूप में हुई है।उन्होंने कहा कि उरी के सलामाबाद के नौपोरा और कलगे इलाकों में सीमा पार से की गई गोलाबारी में दस नागरिक घायल हो गए जबकि राजौरी में तीन नागरिक घायल हो गए हैं। घायलों को नजदीकी स्वास्थ्य सुविधाओं में ले जाया गया है। इस गोलाबारी में आवासीय संरचनाओं को नुकसान पहुंचा है और सीमावर्ती निवासियों में दहशत फैल गई है।

अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान की सेना ने लगातार 13वें दिन नियंत्रण रेखा पर भारी मोर्टार दागे और गोलाबारी की। भारत और पाकिस्तान के बीच फरवरी 2021 के संघर्ष विराम समझौते के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर यह पहली बड़ी नागरिक हताहत संख्या है। इस बीच लगातार गोलाबारी के कारण कई सीमावर्ती गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। 

भारतीय सेना के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि सेना संघर्ष विराम उल्लंघन का आनुपातिक और संतुलित तरीके से जवाब दे रही है। अधिकारी ने कहा कि हमारे बल नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं और सीमा पार से होने वाली आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।

पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं तथा स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता के लिए आपातकालीन सेवाएं जुटा रहा है।

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नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ देश में उपजा गम और गुस्सा आज सुबह नए जज्बे के रूप में दिखा। पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ आधीरात बाद किए गए वायुसेना के ऑपरेशन सिंदूर को सुनकर लोगों के कलेजे को कुछ ठंडक पहुंचीं। हमले में अपने परिजनों को गंवानों वालों ने बदला लेने के लिए भारतीय सेना को सलाम करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया।

इस हमले में जान गंवाने वाले करनाल (हरियाणा) के विनय नरवाल की मां आशा ने आंसू पोछते हुए कहा, ” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने वादे को निभाया है। उन्होंने बदला ले लिया है। मैं उनके साथ हूं, जनता और हमारा पूरा परिवार उनके साथ है। सेना के जवानों को मैं संदेश देना चाहती हूं कि वो आगे बढ़ते रहें और ऐसे ही बदला लेते रहें, जिससे ऐसी घटना दोबारा न घटे।” पुणे की प्रगति जगदाले ने पहलगाम में अपने पति संतोष जगदाले को गंवाया है। उन्होंने कहा कि वह इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करती हैं। उन्होंने पाकिस्तान को यह दिखा दिया कि वह चुप बैठने वालों में से नहीं है। संतोष की बेटी असावरी जगदाले ने कहा, ”ऑपरेशन सिंदूर को सुनकर मैं बहुत रोई। मेरे आंसू आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि हैं।”

पहलगाम में पुणे के कौस्तुभ गणबोटे की भी कायर आतंकवादियों ने जान ली है। उनकी पत्नी संगीता गणबोटे ने ने कहा, ”भारत ने जो कार्रवाई की है वो एकदम सही है और ऑपरेशन का नाम सिंदूर देकर महिलाओं को सम्मान भी दिया है।” कौस्तुभ गणबोटे के बेटे कुणाल गणबोटे ने कहा, ” हमने जो बदला लिया है, वहएकदम सही है और यही होना चाहिए था। हम सभी इसी चीज की प्रतीक्षा कर रहे थे हम भारत सरकार से बहुत उम्मीद लगकर बैठे थे। सरकार के इस कदम से खुशी में आंखें नम हैं।”

इस आतंकी हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी के प्राण पखेरू भी उड़े हैं। उन्होंने अपना नाम न छापने का आग्रह करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करना चाहती हैं। उन्होंने मेरे पति की मौत का बदला लिया है। जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान को जवाब दिया, उसने हमारा भरोसा कायम रखा है। यह उनके पति को सच्ची श्रद्धांजलि है। शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि वह लगातार खबरें देख रहे हैं। वह भारतीय सेना को सलाम करते हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और सेना ने देश की जनता का दर्द समझा। जब से हमने यह खबर सुनी है, पूरा परिवार कुछ हल्का महसूस कर रहा है।

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नई दिल्ली, 7 मई (हि.स.)। भारत द्वारा पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर देर रात किए गए हमले के बाद उपजे सैन्य तनाव का असर विमानन सेवाओं पर भी दिखाई देने लगा है। सुरक्षा कारणों से देश के कई हवाई अड्डों से उड़ान सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं। एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी प्रमुख विमानन कंपनियों ने अपने-अपने बयान जारी करते हुए यात्रियों से सतर्कता बरतने और अपडेट रहने की सलाह दी है।

एयर इंडिया ने एक बयान में कहा है कि जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट से 7 मई दोपहर 12 बजे तक सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। कंपनी ने बताया कि यह निर्णय स्थानीय अधिकारियों से आगे कोई निर्देश मिलने तक लिया गया है। साथ ही अमृतसर की ओर जा रही दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया है।

इंडिगो ने हवाई क्षेत्र स्थितियों का हवाला देते हुए कहा है कि श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, धर्मशाला, बीकानेर और जोधपुर से आने-जाने वाली उड़ानें प्रभावित हुई हैं। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे यात्रा से पहले अपनी उड़ान की स्थिति जांच लें।

वहीं स्पाइसजेट ने जानकारी दी है कि धर्मशाला, लेह, जम्मू, श्रीनगर और अमृतसर जैसे उत्तर भारतीय हवाई अड्डे अगले आदेश तक बंद हैं। इससे उड़ानों का संचालन बाधित हो सकता है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा योजनाएं उसी अनुसार बनाएं।

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श्रीनगर, 07 मई (हि.स.)। पहलगाम हमले के बाद भारत के लगाए गए दंडात्मक कूटनीतिक उपायों से खफा पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में संघर्ष विराम का उल्लंखन कर रहा है। भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारी के अनुसार, इस क्रम में पहली बार पाकिस्तान की सेना ने तोपखाने से गोलीबारी कर निर्दोषों का खून बहाया।

भारतीय सेना के इस अधिकारी के अनुसार, 06-07 मई की रात पाकिस्तान की सेना ने मनमाने तरीके से गोलीबारी की। जम्मू-कश्मीर के सामने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार चौकियों से तोपखाने से से अंधाधुंध गोलीबारी की। इस गोलीबारी में तीन निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। भारतीय सेना ने उचित तरीके से माकूल जवाब दिया।

रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना ने संघर्ष विराम उल्लंघन का प्रभावी ढंग से जवाब दिया। भारत की कड़ी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान सेना को भारी नुकसान हुआ है। इस बीच जम्मू संभाग के आयुक्त ने कहा है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान आज बंद रहेंगे।

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– किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया

नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 सैलानियों में विधवा हुई महिलाओं की मांग से उजड़े सिंदूर को ध्यान में रखते हुए मंगलवार की आधी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। भारत ने बिना सीमा पार किए हैमर, स्कल्प और मिसाइलों से पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी शिविरों पर हमला करके जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी गोलीबारी का सटीक जवाब दिया है।

भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए मंगलवार को आधी रात के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना और वायु सेना ने सटीक हमला करने वाले हथियारों का उपयोग करके एक संयुक्त अभियान चलाया। भारत ने बिना सीमा पार किए लड़ाकू विमान राफेल और सुखोई से हैमर, स्कल्प मिसाइलों से मुजफ्फराबाद, सियालकोट, कोटली, गुलपुर, भिन्वेर, मुरीदके, बहावलपुर में आतंकी शिविरों पर हमले किए।

जम्मू-कश्मीर में भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमला किया, जहां भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाकर उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। भारतीय सेना ने भारत में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में भूमिका के लिए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने के इरादे से हमलों के लिए स्थान का चयन किया था। हमलों में तीनों सेनाओं, भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना की सटीक हमला करने वाली हथियार प्रणालियों का इस्तेमाल किया गया, जिसमें लोइटरिंग हथियार भी शामिल थे। यह हमले केवल भारतीय धरती से किए गए थे।

भारत की कार्रवाई केंद्रित और सटीक रही है। किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया गया। हमलों के तुरंत बाद एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। भारत के पास विश्वसनीय सुराग, तकनीकी जानकारी, जीवित बचे लोगों की गवाही और अन्य सबूत हैं, जो इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की स्पष्ट संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं।

भारत की कार्रवाई में निशाना बनाए गए आतंकी ठिकानों में बहावलपुर स्थित जैश का मुख्यालय है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 100 किमी दूर है। इसी तरह मुरीदके में स्थित लश्कर का अड्डा है, जहां से मुंबई के 26/11 के आतंकी हमलों की योजना बनाकर अंजाम दिया गया था।भारत के हमले में तबाह हुए गुलपुर के आतंकी शिविर से पुंछ-राजौरी हमलों और जून, 2024 की बस पर हमले को अंजाम दिया गया था। पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर के सवाई कैंप को सोनमर्ग, गुलमर्ग, पहलगाम हमलों की जड़ माना जा रहा था।

इसी तरह नष्ट किया गया बिलाल कैंप जैश का लॉन्चिंग पैड रहा है। कोटली कैंप में 50 आतंकियों की क्षमता थी, जो लश्कर बमर्स का अड्डा रहा है। तबाह हुआ बर्नाला कैंप राजौरी के सामने 10 किमी की दूरी पर था। सांबा-कठुआ के सामने जैश ठिकाना सरजल कैंप अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास था। नष्ट किया गया नवां आतंकी ठिकाना महमूना शिविर हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी कैंप है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किमी. दूरी पर सियालकोट के पास स्थित है।

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नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए मंगलवार को आधी रात के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए हैं। इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। रक्षा मंत्रालय ने इसे एक सुनियोजित, संतुलित और सीमित जवाबी कार्रवाई बताया है, जिसका मकसद आतंकवाद के केंद्रों को खत्म करना है, न कि किसी देश की सेना को निशाना बनाना।

मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह ऑपरेशन पूरी तरह उन ठिकानों पर केंद्रित था, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों की योजना बनाई जाती थी। हमला सावधानीपूर्वक चुने गए लक्ष्यों पर किया गया और इस दौरान पाकिस्तानी सेना के किसी भी अड्डे को निशाना नहीं बनाया गया।

यह कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की गई, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। भारत सरकार ने इस हमले के जिम्मेदारों को सख्त संदेश देते हुए कहा कि ऐसे हर हमले का जवाब कड़ा और निर्णायक होगा।

भारत की इस सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष ‘शांति’ की दुहाई दी है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा है कि दोनों देशों के बीच तीव्र तनाव के बीच भारत ने कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में मिसाइल हमले किए हैं। यह एक कायरतापूर्ण हमला है।

जबकि भारत ने साफ कर दिया है कि यह आतंक के खिलाफ किया गया वैध और आवश्यक कदम था।

रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि जल्द ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी और विस्तृत जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।

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शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार में दबाव, सेंसेक्स और निफ्टी लुढ़के

नई दिल्ली:  घरेलू शेयर बाजार में आज शुरुआती कारोबार के दौरान कमजोरी की स्थिति बनी हुई है। आज के कारोबार की शुरुआत मामूली बढ़त के साथ हुई थी। बाजार खुलने के बाद बिकवाली का दबाव बन गया, जिसके कारण शेयर बाजार लगातार नीचे गिरता चला गया। पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.30 प्रतिशत और निफ्टी 0.32 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे।

शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, हीरो मोटोकॉर्प, आयशर मोटर्स, भारती एयरटेल और नेस्ले के शेयर 2.76 प्रतिशत से लेकर 1.33 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे। दूसरी ओर जियो फाइनेंशियल, सिप्ला, अडाणी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस और अडाणी इंटरप्राइजेज के शेयर 2.31 प्रतिशत से लेकर 1.71 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार करते हुए नजर आ रहे थे।

अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,392 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी। इनमें से 649 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 1,743 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 7 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में बने हुए थे। दूसरी ओर 23 शेयर बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। जबकि निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 16 शेयर हरे निशान में और 34 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे थे।

बीएसई का सेंसेक्स आज 110.40 अंक उछल कर 80,907.24 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होते ही बिकवाली का दबाव बन गया, जिसकी वजह से इस सूचकांक में गिरावट आ गई। लगातार हो रही बिकवाली के कारण यह सूचकांक 80,518.57 अंक तक गिर गया। हालांकि खरीदार बीच-बीच में लिवाली का जोर बना कर बाजार को सपोर्ट करने की कोशिश भी करते रहे। इसके बावजूद शुरुआती कारोबार में बिकवालों का पलड़ा लगातार भारी बना रहा। बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 239.65 अंक टूट कर 80,557.19 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 39.60 अंक की बढ़त के साथ 24,500.75 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलते ही मुनाफा वसूली का दबाव बन जाने के कारण यह सूचकांक गिर कर 24,369.10 अंक के स्तर तक आ गया। खरीदारों ने बीच-बीच में लिवाली करने की कोशिश भी की, लेकिन उनकी यह कोशिश सफल नहीं हो सकी। बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद निफ्टी 77.15 अंक की कमजोरी के साथ 24,384 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

इसके पहले पिछले कारोबारी दिन सोमवार को सेंसेक्स 294.85 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की मजबूती के साथ 80,796.84 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी ने 114.45 अंक यानी 0.47 प्रतिशत की उछाल के साथ 24,461.15 अंक के स्तर पर सोमवार के कारोबार का अंत किया था।

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2,730 रुपये तक महंगा हुआ सोना, चांदी की कीमत में मामूली गिरावट

नई दिल्ली:  घरेलू सर्राफा बाजार में आज सोने की कीमत में जबरदस्त तेजी का रुख नजर आ रहा है। दूसरी ओर चांदी की कीमत में आज मामूली गिरावट दर्ज की गई है। सर्राफा बाजारों में सोना आज 2,500 रुपये से लेकर 2,730 रुपये प्रति 10 ग्राम तक महंगा हो गया है। कीमत में आई तेजी के कारण देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में आज 24 कैरेट सोना 98,460 रुपये से लेकर 98,610 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार कर रहा है। इसी तरह 22 कैरेट सोना आज 90,250 रुपये से लेकर 90,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बिक रहा है। चांदी के भाव में आज गिरावट आने के कारण ये चमकीली धातु दिल्ली सर्राफा बाजार में 96,900 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार कर रही है।

दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज 98,610 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 90,400 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 24 कैरेट सोना 98,460 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 90,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह अहमदाबाद में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 98,510 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 90,300 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा चेन्नई में 24 कैरेट सोना आज 98,460 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 90,250 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। कोलकाता में भी 24 कैरेट सोना 98,460 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 90,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 98,610 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 90,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 98,510 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर है, जबकि 22 कैरेट सोना 90,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। जयपुर में 24 कैरेट सोना 98,610 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 90,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी आज सोना महंगा हुआ है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 98,460 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 90,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

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विश्व अस्थमा दिवस पर निकली जनजागरूकता रैली, गंगा घाट पर बताया बचाव का उपाय

वाराणसी:  विश्व अस्थमा दिवस पर मंगलवार को वाराणसी के अस्सी क्षेत्र में एक निजी अस्पताल की ओर से जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली की शुरुआत वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. एस.के. पाठक एवं सुनीता पाठक द्वारा हरी झंडी दिखाकर की गई। रैली अस्सी चौराहे से गंगाघाट तक निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस जागरूकता मार्च के दौरान ब्रेथ ईज़ी टीम ने लोगों को अस्थमा (दमा) के लक्षणों, कारणों और बचाव के उपायों से अवगत कराया। बचाव के लिए सूचनात्मक पुस्तिकाएं वितरित की गईं।

पुस्तिकाओं में बताया गया कि बार-बार खांसी, छींक, सांस फूलना आदि अस्थमा के प्रमुख लक्षण हैं और समय रहते इसकी पहचान व इलाज जरूरी है। डॉ. एस.के. पाठक ने बताया कि “एलर्जी, वायु प्रदूषण, धूल, धुआं और वायरस संक्रमण जैसे कारक श्वसन तंत्र को प्रभावित करते हैं, जिससे अस्थमा की समस्या उत्पन्न हो सकती है।” उन्होंने यह भी कहा कि करीब 80 प्रतिशत एलर्जी के रोगी आगे चलकर अस्थमा से ग्रसित हो जाते हैं। उन्होंने फास्ट फूड, अति ठंडे पेय पदार्थों से बचाव की सलाह दी और बताया कि नवजात बच्चों को दी गई लंबी अवधि की स्तनपान प्रणाली उन्हें अस्थमा से बचाने में सहायक हो सकती है।

रैली के समापन के बाद अस्सी घाट पर डॉ. एस.के. पाठक के नेतृत्व में एक नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में उपस्थित नागरिकों को फेफड़ों की जांच, रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की नि:शुल्क जांच व परामर्श प्रदान किया गया।

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विदेश राज्यमंत्री पबित्रा 08-12 मई तक न्यूजीलैंड और फिजी के दौरे पर

नई दिल्ली:  विदेश राज्यमंत्री पबित्रा मार्गेरिटा 8 से 12 मई तक न्यूजीलैंड और फिजी का दौरा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है।

विदेश मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी। कार्यक्रम के अनुसार, न्यूजीलैंड में पबित्रा मार्गेरिटा 08 और 09 मई को राजनीतिक नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। इन बैठकों में व्यापारिक समुदाय के प्रमुख नेताओं और ऑकलैंड में भारतीय प्रवासियों के सदस्यों के साथ संवाद भी शामिल होगा। यह बातचीत भारत-न्यूजीलैंड संबंधों को और गहरा करने में सहायक होगी।

फिजी में वह तीसरे गिरमिट दिवस (भारतीय आगमन दिवस) समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। यह समारोह भारतीय संस्कृति और धरोहर का प्रतीक है। इसके अलावा वह फिजी के राजनीतिक नेताओं के साथ भी बैठकें करेंगे। यह फिजी के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।

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श्रीनगर/नई दिल्ली, 06 मई (हि.स.)। पहलगाम पर आतंकवादियों से हमला करवा कर 26 पर्यटकों की मौत का जिम्मेदार पाकिस्तान नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हरकत करने से बाज नहीं आ रहा। पाकिस्तान की फौज ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। तनाव की गंभीरता के मद्देनजर केंद्र सरकार ने देश के 244 में जिलों में नागरिक सुरक्षा पूर्वाभ्यास कराने का फैसला लिया है।

भारतीय शीर्ष सैन्य अफसर के अनुसार, पांच और छह मई की रात पाकिस्तान की सेना ने फिर संघर्ष विराम तोड़ा। पहलगाम हमले के बाद लगातार 12वें दिन जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया पाकिस्तान की फौज ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर के आसपास के इलाकों में नियंत्रण रेखा के पार चौकियों से बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी उचित तरीके से जवाब दिया है। इससे पहले, रविवार-सोमवार रात पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सेना की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाकर गोलाबारी की।

सुरक्षाबलों ने इसका कड़ा जवाब दिया। पिछले 12 दिन से पाकिस्तान की सेना ने कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर सहित अन्य सेक्टरों में करीब 40 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। इससे जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती गांवों में तनाव है।

नागरिक सुरक्षा तैयारियों को बढ़ावा देने का फैसला
इस बीच केंद्र सरकार ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ उपजे ताजा तनाव के बीच नागरिक सुरक्षा तैयारियों को बढ़ावा देने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सात मई को 244 वर्गीकृत जिलों में नागरिक सुरक्षा अभ्यास और पूर्वाभ्यास आयोजित करने का फैसला किया है। मुख्य सचिवों को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि अभ्यास का मकसद राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में नागरिक सुरक्षा तंत्र की तैयारियों का आकलन करना और उसे सुदृढ़ करना है।

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