गोरखपुर-भटनी के मध्य निरस्त रहेगी यह रेलगाड़ी

Varanasi:  रेलवे प्रशासन द्वारा देवरिया सदर यार्ड में इंजीनियरिंग कार्य के परिप्रेक्ष्य में ब्लाक दिये जाने के कारण निम्न गाड़ियों का शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन निम्नवत किया जायेगा।

शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन

– बनारस से 02 मई, 2025 को चलने वाली 15104 बनारस-गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस, भटनी में अपनी

यात्रा समाप्त करेगी। यह गाड़ी भटनी-गोरखपुर के मध्य निरस्त रहेगी।

– गोरखपुर से 02 मई, 2025 को चलने वाली 15103 गोरखपुर-बनारस इंटरसिटी एक्सप्रेस, भटनी से चलाई जायेगी। यह गाड़ी गोरखपुर-भटनी के मध्य निरस्त रहेगी।

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हर्षोल्लास के साथ मना पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल का स्थापना दिवस

Varanasi:  मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल का स्थापना दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मंडल कार्यालय का मुख्य द्वार एवं गलियारों को साफ सुथरा करके आकर्षक रंगोलियों एवं गुब्बारों से सजाया गया था। कार्यालय में प्रवेश करने वाले प्रत्येक कर्मचारी एवं अधिकारी का स्वागत तिलक चन्दन लगाकर सुभकामनाओ के साथ किया गया। कार्यालय की साज सज्जा एवं आगंतुकों का स्वागत पूर्वोत्तर रेलवे भारत स्कॉउट एण्ड गाइड जिला संघ वाराणसी के सदस्यों द्वारा हर्षोल्लास से किया गया।

मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव ने स्थापना दिवस के अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल पर कार्यरत समस्त अधिकारीयों एवं कर्मचारियों को बधाई दी । उन्होंने कहा यह बड़े गौरव का विषय है की वाराणसी मण्डल अपनी स्थापना के 56 वर्ष पूरे कर स्वर्ण जयंती की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया वाराणसी मण्डल का शुभारम्भ 01 मई ,1969 को पूर्वोत्तर रेलवे के चीफ कामर्शियल सुपरिटेंडेंट अनन्त नारायण द्वारा किया गया था। इसके पूर्व वाराणसी में पूर्वोत्तर रेलवे का केवल डिस्ट्रिक्ट कार्यालय ही था। वाराणसी डिवीजनल कार्यालय के स्थापना के साथ -साथ वाराणसी मण्डल का कार्य क्षेत्र बढ़ता गया इसके साथ ही यात्री सुख सुविधाओं में भी व्यापक विस्तार हुआ। वाराणसी मंडल विकास के पथ पर लगातार बढ़ते हुए नित नई इबारत लिखता गया। पूर्वोत्तर रेलवे का वाराणसी मंडल जो कभी छोटी लाइनों के लिए जाना जाता था वह छोटी लाइनों से बड़ी लाइनों फिर एकल लाइन से दोहरीकृत लाइन और अब विद्युतीकृत लाइनों से युक्त हो चुका है। श्री श्रीवास्तव ने कहा में कामना करता हूँ कि वाराणसी मण्डल का विकास इसी प्रकार जारी रहे और इस विकास यात्रा में आप सभी की सहभागिता इसी प्रकार कायम रहे।

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-आरक्षण विरोधी रही है कांग्रेस, मंडल कमीशन को डाला था ठंडे बस्ते में

पटना, 1 मई (हि.स.) केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है। गुरुवार को पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से उन्होंने कहा कि लालू यादव तो कांग्रेस के पल्लू में पले हैं। जिस कांग्रेस ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में रखा उसे लालू यादव ने समर्थन दिया था। उन्होंने जवाहर लाल नेहरु से लेकर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के कार्यकाल को गिनाते हुए कहा कि ये सभी आरक्षण विरोधी हैं। दरअसल जातीय जनगणना पर लालू यादव की ओर से इसे अपनी उपलब्धि बताने और ‘संघियों को अपने एजेंडे पर नचाने’ वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री ने ये बातें कहीं।

पटना एयरपोर्ट पर दिल्ली रवाना होने से पहले गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सभी वर्गों के लिए काम किया है। पिछड़े वर्ग को मजबूत करने लिए कानून लाए। वहीं जब एससी-एसटी वर्ग को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दिया तो दलितों के हितों के लिए संसद में मोदी सरकार द्वारा उसके खिलाफ कानून लाया गया । इसी तरह गरीब सवर्णों के लिए 10 फीसदी आरक्षण देने का काम किया, जबकि कांग्रेस और लालू यादव हमेशा ही इसके उलट काम करते रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने मंडल कमीशन आयोग को ठंडे बस्ते में डाला। ये लोग सामाजिक समरसता के विरोधी हैं। उन्होंने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल को इस पूरे मामले पर बहस करने की चुनौती दी और कहा कांग्रेस द्वारा जातीय गणना का क्रेडिट लेने की बात करना अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना है।

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लखनऊ, 01 मई(हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से गंगा एक्सप्रेस—वे पर राफेल, जगुआर, मिराज टू थॉउजेंड जैसे लड़ाकू विमानों की लैंडिंग होगी। शाहजहांपुर में जलालाबाद इलाके में पीरु ग्राम के निकट गंगा एक्सप्रेस-वे पर बनी हवाई पट्टी पर दो और तीन मई को वायु सेना के लड़ाकू विमानों को उतारा जायेगा। वहीं कुछ मिनटों के भीतर लड़ाकू विमान उड़ान भरते हुए भी दिखायी देंगे।

शाहजहांपुर जिले के जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने गुरूवार को पत्रकारों को बताया कि शाहजहांपुर के लिए गौरव से भरपूर क्षण होगा, जब दो मई और तीन मई को गंगा एक्सप्रेस-वे पर लड़ाकू विमानों की आवाजाही को अपनी आंखों से जिले के नागरिक देखेंगे। दिन रात लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और उड़ान भरने पर इसे देखकर गर्व का अनुभव होगा। इसे कार्यक्रम का स्वरूप दिया जा रहा है, जिसमें कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, मंत्री जेपीएस राठौर अतिथि की भूमिका में रहेंगे, वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी उपस्थिति रह सकती है।

जिलाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करते हुए एक हजार स्कूली छात्र-छात्राओं को आमंत्रित किया गया है। स्कूली बच्चे लड़ाकू विमानों को हवाई पट्टी पर उतरते और उड़ते देख सकेंगे। सुरक्षा के दृष्टि से वायु सेना के अधिकारियों के निर्देश पर पांच किलोमीटर के परिक्षेत्र में बैरिकेडिंग करायी गयी है। इस परिक्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के आने जाने की मनाही रहेगी।

ज्ञातव्य हो कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने बार्डर पर सक्रियता बढ़ा दी है। इसी दौरान उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेस—वे पर लड़ाकू विमानों की लैडिंग को भी सैन्य अभ्यास से जोड़ कर ही देखा जा रहा है। शुक्रवार और शनिवार को दो दिनों तक शाहजहांपुर में सैन्य अभ्यास के दौरान राफेल, सु 30 एमकेआई, मिराज टू थाउजेन्ड, मिग 29, जगुआर, सी 130 जे सुपर हरक्यूलिस, एएन 32, एमआई-17 वी फाइव हेलिकॉप्टर हैडिंग करते हुए देखा जायेगा।

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नई दिल्ली, 30 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत ने बुधवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए नोटिस टू एयर मिशन (नोटम) जारी किया है।

इस नोटम के तहत भारत ने पाकिस्तान-पंजीकृत, पाकिस्तान द्वारा संचालित अथवा पाकिस्तान से लीज पर लिए गए सभी नागरिक और सैन्य विमानों के लिए भारतीय वायु क्षेत्र (एयरस्पेस) को तत्काल प्रभाव से बंद करने की घोषणा की है। 30 अप्रैल से 23 मई 2025 तक किसी भी पाकिस्तानी विमान को भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि यह प्रतिबंध आगे की समीक्षा तक प्रभावी रहेगा और परिस्थितियों के अनुसार इसमें बदलाव किया जा सकता है।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीं ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय सुरक्षा और संप्रभुता से जुड़े हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लिया गया है। इस निर्णय की जानकारी संबंधित अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन एजेंसियों और हवाई अड्डों को भी दे दी गई है।

भारत के इस फैसले का सीधा असर पाकिस्तान की वाणिज्यिक और सैन्य उड़ानों पर पड़ेगा। इस फैसले को भारत की तरफ से एक कड़ा संदेश माना जा रहा है, जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि किसी भी उकसावे की स्थिति में भारत सख्ती से जवाब देगा। पिछले कुछ दिनों से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर लगातार संघर्षविराम उल्लंघन और सीमा पार से होने वाली गतिविधियों ने हालात को और भी नाज़ुक बना दिया है।

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नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली स्थित प्रसिद्ध दिल्ली हाट बाजार में बुधवार रात 8.55 बजे भीषण आग लग गई। आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 13 गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फिलहाल कूलिंग का काम जारी है। इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

आग लगने की सूचना पर दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर पोस्ट कर आग पर काबू पा लिए जाने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “दिल्ली हाट में आग पर काबू पा लिया गया है। आग में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। दमकल विभाग और प्रशासन घटनास्थल पर मौजूद है। मैं स्वयं दिल्ली हाट जा रहा हूं।”

बाद में मौके पर पहुंचने पर कपिल मिश्रा ने बताया कि “करीब 26 दुकानें आग की चपेट में आकर पूरी तरह जल गई हैं। कारीगरों और इन दुकानों को चलाने वालों को नुकसान हुआ है। अधिकारियों को नुकसान का आकलन करने को कहा गया है।” साथ ही उन्होंने कहा कि यह कहना चाहूंगा कि हम किसी भी कारीगर को कोई नुकसान नहीं होने देंगे। सरकार उनके साथ खड़ी है। आग के कारणों की जांच की जाएगी। दुकानों के नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा। दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता यह जिम्मेदारी उठाएंगी।

बतादें कि दिल्ली हाट में देश के विभिन्न राज्यों से आए दस्तकार और कारीगर अपनी कला और संस्कृति को प्रदर्शित करते हैं। यह स्थान भारतीय हस्तशिल्प और व्यंजनों के लिए खासा लोकप्रिय है। दिल्ली हाट के स्टेज एरिया में स्थित टेंडर शॉप्स में आग लगने के बाद एहतियात के तौर पर इलाके को तुरंत खाली करा दिया गया। सभी दुकानदार और आगंतुक सुरक्षित हैं।

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– पाकिस्तानी सेना ने इंटरनेशनल बॉर्डर पर कई पोस्ट खाली कीं, झंडे भी हटाएनई दिल्ली, 30 अप्रैल (हि.स.)। पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन पर भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने हॉटलाइन पर बातचीत की है। भारत ने एलओसी पर बिना उकसावे के किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघन पर पाकिस्तान को चेतावनी दी है। पाकिस्तानी सेना की ओर से लगातार की जा रही गोलीबारी का भारत ने प्रभावी जवाब दिया है।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी सैनिक जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर ‘बिना उकसावे’ के गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहे हैं। भारतीय सेना ने 26-27 अप्रैल की रात नियंत्रण रेखा पर तुतमारी गली और रामपुर सेक्टर के विपरीत क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी का प्रभावी ढंग से जवाब दिया। इसके बाद 27-28 अप्रैल की रात जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा और पुंछ जिलों के आसपास के इलाकों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार पाकिस्तानी सेना ने बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने प्रभावी ढंग से जवाब दिया।

दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान की फौज 22 अप्रैल के बाद रात के वक्त गोलीबारी कर भारतीय सेना को उकसाने की कार्रवाई कर रही है। भारतीय अधिकारियों के अनुसार 29-30 अप्रैल की रात पाकिस्तान सेना की चौकियों ने जम्मू-कश्मीर के नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों के सामने नियंत्रण रेखा के पार बिना उकसावे के गोलीबारी की। भारतीय सेना के जवानों ने तेजी से और उचित तरीके से जवाब दिया। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान सेना की रात के समय की गई गोलीबारी का मकसद सीमा पर तनाव बढ़ाने के साथ ही भारतीय चौकियों को निशाना बनाना है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन करने पर दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों ने मंगलवार रात को हॉटलाइन पर बातचीत करके अकारण गोलीबारी पर चर्चा की। भारत ने नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की ओर से बिना उकसावे के किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघन के खिलाफ पाकिस्तान को चेतावनी दी। पहलगाम हमले के 8 दिन बाद बुधवार को पाकिस्तानी सेना ने इंटरनेशनल बॉर्डर पर कई पोस्ट खाली कर दी हैं। पाकिस्तानी सेना ने इन पोस्ट से झंडे भी हटा लिए हैं। कठुआ के पर्गवाल इलाके में ये पोस्ट खाली की गई हैं।

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नई दिल्ली, 30 अप्रैल (हि.स.)। केन्द्र सरकार ने आगामी जनगणना में जातिगत गणना को शामिल करने का अहम फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजनीतिक विषयों की मंत्रिमंडलीय समिति ने आज इसे मंजूरी प्रदान की।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को राष्ट्रीय मीडिया केन्द्र में आयोजित पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह निर्णय सामाजिक संतुलन, पारदर्शिता और राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए लिया है। हमारा मानना है कि इस कदम से समाज आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त होगा।

वैष्णव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल जातिगत जनगणना को राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दा बना रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि संविधान के अनुच्छेद 246 की केन्द्रीय सूची की क्रम संख्या 69 के तहत जनगणना केंद्र का विषय है। फिर भी कई राज्यों ने जातिगत गणना कराई है। इनमें से कुछ ने पारदर्शिता बरती जबकि अन्य ने इसे राजनीति का माध्यम बना दिया, जिससे समाज में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई।

मंत्री ने अपने बयान में कहा कि आजादी के बाद से अब तक सभी जनगणनाओं में जातिगत आंकड़े शामिल नहीं किए गए। कांग्रेस सरकारों ने बार-बार इस विचार का विरोध किया, जबकि 2010 में तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा लोकसभा में आश्वासन दिए जाने के बावजूद इसे केवल एक सर्वे के रूप में सीमित रखा गया। उस समय कैबिनेट में मंत्रिमंडलीय समूह का गठन किया गया था। समूह को कई दलों ने जातिगत गणना पर अपना समर्थन जाहिर किया था। फिर भी इसे जनगणना में शामिल नहीं किया गया।

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि सरकार ने पहले भी सामाजिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया था।

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नई दिल्ली, 29 अप्रैल (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार शाम राजधानी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ आपातकालीन सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अहम बैठक को सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति में निर्णायक मोड़ के रूप में देखा जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने साफ शब्दों में कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद को कुचलने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों की क्षमता पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि सेना को कार्रवाई के तरीक़े, लक्ष्य और समय तय करने की पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता है।

करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री को मौजूदा हालात की जानकारी दी और विभिन्न सैन्य विकल्पों पर चर्चा की।

उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कड़ा संदेश दिया था। उन्होंने इस हमले को भारत की आत्मा पर हमला बताया था और कहा था कि भारत आतंकवादियों और उनके समर्थकों का ‘धरती के अंतिम छोर तक’ पीछा करेगा और उन्हें ‘कल्पना से परे’ सजा देगा।

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पंद्रह जोड़ी ट्रेनों में बढ़ाए विभिन्न श्रेणी के 31 डिब्बे : गर्मी की छुटि्टयों में यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने की बढ़ी गुंजाइश

जयपुर: रेलवे की ओर से गर्मियों की छुट्टियों में अतिरिक्त यात्री भार को देखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए 15 जोड़ी ट्रेनों में अलग-अलग श्रेणी के 31 डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

सीपीआरओ शशिकिरण ने बताया अधिकाधिक यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिल सके और वे ट्रेन में सुरक्षित व आरामदायक सफर कर गंतव्य तक पहुंच सके, इसके लिए अस्थाई रूप से ये कोच बढ़ाए जा रहे हैं।

गाड़ी संख्या 14707/14708 बीकानेर-दादर-बीकानेर ट्रेन में बीकानेर से 1 से 31 मई तक तथा दादर से 2 मई से 1 जून तक 1 द्वितीय स्लीपर श्रेणी कोच की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 22977/22978 जयपुर-जोधपुर-जयपुर ट्रेन में 1 व 2 मई को 1 सैकंड एसी व 1 फर्स्ट मय सैकंड एसी श्रेणी कोच की अस्थाई वृद्धि की जा रही है।

गाड़ी संख्या 22977/22978 जयपुर-जोधपुर-जयपुर ट्रेन में 3 से 16 मई तक 1 सैकंड एसी व 1 थर्ड एसी श्रेणी कोच की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 14801/14802 जोधपुर-इंदौर-जोधपुर ट्रेन में जोधपुर से 1 से 31 मई तक तथा इंदौर से 4 मई से 3 जून तक 1 द्वितीय स्लीपर व 1 साधारण श्रेणी कोच की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 12465/12466 इंदौर-भगत की कोठी-इंदौर ट्रेन में इंदौर से 2 मई से 1 जून तक तथा भगत की कोठी से 3 मई से 2 जून तक 1 द्वितीय स्लीपर व 1 साधारण श्रेणी कोच की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 14854/14853 जोधपुर-वाराणसी सिटी-जोधपुर ट्रेन में जोधपुर से 1 से 31 मई तक तथा वाराणसी सिटी से 2 मई से 1 जून तक 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 14864/14863 जोधपुर-वाराणसी सिटी-जोधपुर ट्रेन में जोधपुर से 1 से 31 मई तक तथा वाराणसी सिटी से 2 मई से 1 जून तक 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 14866/14865 जोधपुर-वाराणसी सिटी-जोधपुर ट्रेन में जोधपुर से 1 से 31 मई तक तथा वाराणसी सिटी से 2 मई से 1 जून तक 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 14807/14808 जोधपुर-दादर-जोधपुर ट्रेन में जोधपुर से 2 से 30 मई तक तथा दादर से 3 से 31 मई तक 2 थर्ड एसी, 2 द्वितीय स्लीपर, 1 थर्ड एसी इकोनॉमी श्रेणी कोच की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 20483/20484, भगत की कोठी-दादर-भगत की कोठी ट्रेन में भगत की कोठी से 1 से 29 मई तक एवं दादर से 2 से 30 मई तक 2 थर्ड एसी, 2 द्वितीय स्लीपर, 1 थर्ड एसी इकोनॉमी श्रेणी कोच की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 20485/20486 जोधपुर-साबरमती-जोधपुर ट्रेन में जोधपुर से 1 से 31 मई तक एवं साबरमती से 3 मई से 2 जून तक 1 थर्ड एसी व 2 द्वितीय स्लीपर श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 20492/20491 साबरमती-जैसलमेर-साबरमती ट्रेन में साबरमती से 1 से 31 मई तक एवं जैसलमेर से 2 मई से 1 जून तक 1 थर्ड एसी व 2 द्वितीय स्लीपर श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 20475/20476 बीकानेर-पुणे-बीकानेर ट्रेन में बीकानेर से 5 से 26 मई तक एवं पुणे से 6 से 27 मई तक 1 द्वितीय स्लीपर श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 22497/22498 श्रीगंगानगर-तिरूचिरापल्ली-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस ट्रेन श्रीगंगानगर से 5 से 26 मई तक एवं तिरूचिरापल्ली से 9 से 30 मई तक 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

गाड़ी संख्या 20481/20482 भगत की कोठी-तिरूचिरापल्ली-भगत की कोठी एक्सप्रेस ट्रेन भगत की कोठी से 7 से 28 मई तक एवं तिरूचिरापल्ली से 10 से 31 मई तक 1 द्वितीय स्लीपर श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।

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डाक विभाग और एसबीआई म्यूचुअल फंड के बीच करार, निवेशकों को घर बैठे केवाईसी सुविधा का लाभ

नई दिल्ली:  ग्राहक ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया को आसान बनाने के उद्देश्य से डाक विभाग और एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड ने एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस करार से अब एसबीआई म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले ग्राहकों को केवाईसी के लिए डाकघर जाने की आवश्यकता नहीं होगी, उन्हें घर बैठे यह सुविधा प्राप्त होगी।

यह समझौता डाक भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान संपन्न हुआ। इसमें डाक विभाग की व्यवसाय विकास निदेशालय की महाप्रबंधक मनीषा बंसल बादल और एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुनिश सभरवाल ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।


डाक विभाग के पास देशभर में 1.64 लाख से अधिक डाकघरों का व्यापक नेटवर्क है, जो सबसे दूरदराज़ क्षेत्रों तक फैला हुआ है। यह साझेदारी वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समझौते के अनुसार, डाक विभाग के प्रशिक्षित कर्मचारी निवेशकों से उनके जरूरी दस्तावेज और फॉर्म घर जाकर एकत्र करेंगे। इससे दस्तावेज़ी प्रक्रिया अधिक सुरक्षित, सटीक और गोपनीय होगी।

इस पहल से न केवल निवेशकों को सुविधा मिलेगी, बल्कि इससे ग्रामीण और दूरदराज़ इलाकों में रहने वाले लोगों को भी निवेश से जुड़ने का बेहतर अवसर प्राप्त होगा। यह कदम डिजिटल और वित्तीय समावेशन की दिशा में सरकार के प्रयासों को मजबूती प्रदान करेगा।

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पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम के परिवार ने एनएआई को सौंपे उनके निजी कागजात

नई दिल्ली:  पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के परिवार वालों ने उनके कुछ जरूरी कागजात भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) को सौंपे। इनमें मूल पत्राचार, पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, यात्रा रिपोर्ट और विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ-साथ संगठनों में डॉ कलाम द्वारा दिए गए व्याख्यान से जुड़े कागजात शामिल हैं।

दिल्ली स्थित एनएआई में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में डॉ. कलाम की भतीजी डॉ. एपीजेएम नाजमा मरैकयार और डॉ. कलाम के पोते एपीजेएमजे शेख सलीम ने पूर्व राष्ट्रपति के कुछ जरूरी कागजात एनएआई को सौंपें। इस मौके पर एनएआई के महानिदेशक अरुण सिंघल ने डॉ. एपीजेएम नाजमा मरैकयार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर महानिदेशक सिंघल ने कहा कि अब आम लोग भी डॉ. कलाम के 1000 से अधिक भाषणों के संग्रह को देख और पढ़ सकेंगे। सभी कागजात का डिजिटलीकरण किया जाएगा। आने वाली पीढ़ी एनएआई के निजी संग्रह में जाकर डॉ. कलाम, महात्मा गांधी, पूर्व राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद, नेताजी सुभाष चंद्रबोस द्वारा लिखे पत्र और दस्तावेज पढ़ सकती है।

एनएआई के सहायक निदेशक डॉ. मानस मिश्रा ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि आज औपचारिक तौर पर डॉ कलाम और एनएआई के बीच समझौता किया गया। इसके तहत परिवार वालों ने डॉ कलाम के निजी पत्राचार, भाषणों का संग्रह, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड को एनएआई को सौंपा। इसके लिए एनएआई की टीम दिल्ली से रामेश्वरम डॉ. कलाम के घर पर उनके निजी पत्रों को लेने के लिए पहुंची थी। टीम में उनके साथ उपनिदेशक राजू सिंह और सहायक निदेशक डॉ. रिचा थे। डॉ कलाम द्वारा लिखे लेक्चर, पत्रों से भरे 12 बॉक्स को चार बड़ बॉक्स में भर कर दिल्ली लाया जा रहा है। डॉ कलाम द्वारा विश्वविद्यालयों में दिए गए भाषणों का संकलन है जिसमें विकसित भाऱत का रोडमैप का विजन है। इन सभी भाषणों को अब अभिलेखागार में रखा जाएगा और उनका डिजीटलीकरण किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि डॉ. कलाम (1931-2015), जिन्हें भारत के मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता है, एक प्रख्यात वैज्ञानिक और देश के राष्ट्रपति (2002-2007) थे। डॉ. कलाम का निधन 27 जुलाई 2015 को हुआ। उन्होंने अपने पीछे ऐसी विरासत छोड़ी जो पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। एनएआई भारत सरकार के गैर-वर्तमान अभिलेखों का संरक्षक है। सार्वजनिक अभिलेखों के अपने विशाल संग्रह के अलावा एनएआई में सभी क्षेत्रों के प्रतिष्ठित भारतीयों के निजी कागजात का एक समृद्ध और लगातार बढ़ता हुआ संग्रह भी है, जिन्होंने देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

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