नई दिल्ली, 09 मई (हि.स.)। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना ब्रिगेड पर आत्मघाती और पंजाब के जालंधर में ड्रोन हमले के दावे को खारिज कर दिया। कहा गया है कि सोशल मीडिया पर चल रही यह खबरें और वीडियो फर्जी है।

भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) की फैक्ट चेक शाखा ने पाया कि जम्मू-कश्मीर में सेना की किसी भी छावनी पर कोई ‘फिदायीन’ या आत्मघाती हमला नहीं हुआ और जालंधर में ड्रोन हमले का दावा करने वाला वीडियो एक खेत में लगी आग की घटना से संबंधित है।

उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान ने रात को भारत के कई सैन्य और नागरिक क्षेत्रों खासकर जम्मू शहर में हमला करने की कोशिश की। उसे भारतीय सुरक्षाबलों ने पूरी तरह विफल कर दिया।

इस बीच सोशल मीडिया पर राजौरी में फिदायीन हमले की फर्जी खबर तेजी से वायरल होने लगी। पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने एक्स हैंडल पर लिखा, ”राजौरी, जम्मू और कश्मीर में सेना की एक ब्रिगेड पर ‘फिदायीन” हमले के बारे में फर्जी खबरें प्रसारित हो रही है। किसी भी सेना कैंट पर ऐसा कोई फिदायीन या आत्मघाती हमला नहीं हुआ है। भ्रामक बनाने और भ्रम पैदा करने के इरादे से किए गए इन झूठे दावों के झांसे में न आएं।”

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जम्मू, 09 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के कई शहरों में पाकिस्तान के मिसाइलों के साथ किए गए हमले का भारतीय सुरक्षाबलों ने मुहतोड़ जवाब दिया है। इस बीच नुकसान की कोई जानकारी नहीं है। पाकिस्तान ने सारी रात परेड, कच्ची छावनी, जम्मू विश्वविद्यालय, सतवारी, सुबाष नगर, कालुचक, छन्नी हिम्मत, रिहाडी, उधमपुर, कठुधा, सांबा को निशाना बनाने की कोशिश की। इससे दहशत का महौल रहा।

इन स्थानों पर इस बीच ब्लैक आउट किया गया। माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के अलावा भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया।पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर लगातार गोलाबारी कर रहा था। इस गोलीबारी में 15 नागरिक मारे गए हैं जबकि करीब 50-60 नागरिक घायल हुए हैं। पाकिस्तान ने बुधवार-गुरुवार रात भारत के लगभग 19 स्थानों पर हमला किया। इनमें से अधिकतर हमलों को नाकाम कर दिया गया।

रक्षा सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया पर आठ मिसाइलें दागीं और सभी को वायु रक्षा इकाइयों ने रोकते हुए ब्लॉक कर दिया। उल्लेखनीय है कि जम्मू के आसमान के दृश्य बिल्कुल हमास शैली के इजराइल पर हमले की याद दिलाते हैं। इससे यह साफ है कि पाकिस्तान की सेना आतंकवादी संगठन हमास की तरह काम कर रही है।

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में भारतीय वायु रक्षा प्रणाली के पाकिस्तान के ड्रोन को रोके जाने पर विस्फोटों की आवाज सुनी गई। जैसलमेर में भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के ड्रोन हमले को विफल कर दिया। इस दौरान भी विस्फोटों की आवाज सुनी गई। राजस्थान के बीकानेर और पंजाब के जालंधर में पूरी तरह से ब्लैकआउट घोषित किया गया है। इसके अलावा किश्तवाड़, अखनूर, सांबा, जम्मू , पुंछ, राजाैरी, अवंतीपाेरा, उरी और अमृतसर, जालंधर में भी ब्लैकआउट लागू किया गया।

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श्रीनगर/जयपुर/चंडीगढ़, 09 मई (हि.स.)। भारत ने कल अलग-अलग मोर्चों पर पाकिस्तान को माकूल जवाब दिया। सैन्य मुकाबले में पड़ोसी देश के लगभग सारे दांव फेल कर दिए। कूटनीतिक मंच पर देररात अमेरिका ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। अमेरिका के विदेशमंत्री मार्क रुबियो ने दुश्मन की तरह भारत से व्यवहार कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करना तत्काल बंद करे।

सैन्य सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने कल रात नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ विभिन्न स्थानों पर गोलीबारी और गोलाबारी करते हुए बड़ी संख्या में ड्रोन भेजने के प्रयास किए। भारतीय सेना की वायु रक्षा इकाइयों ने उधमपुर, सांबा, जम्मू, अखनूर, नगरोटा और पठानकोट क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर किए गए काउंटर ऑपरेशन में 50 से अधिक ड्रोन को सफलतापूर्वक निष्प्रभावी कर दिया गया। इस ऑपरेशन में एल-70 गन, जेडयू-23 मि.मी., शिल्का सिस्टम और अन्य उन्नत काउंटर-यूएएस उपकरणों का व्यापक उपयोग किया गया।

जम्मू और कश्मीर में रातभर तनाव रहा। अब वहां स्थिति सामान्य बताई जा रही है। भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने रात भर पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलों को रोका या मार गिराया।। इस बीच उरी में पाकिस्तान की फौज संघर्ष विराम का उल्लंघन जारी रखते हुए स्थानीय नागरिकों की कारों को निशाना बना रही है। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने कल रात करीब 11 बजे सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बड़ी घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दिया।

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद उपजे इस तनाव की जद में पंजाब और राजस्थान भी हैं। पाकिस्तान इस आतंकी हमले के जवाब में किए गए भारत के ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया हुआ है। बौखलाई पाकिस्तान फौज ने कल रात करीब आठ बजे भारत के विभिन्न शहरों में अकारण हवाई हमले शुरू कर दिए। पड़ोसी की कुत्सित चालों से परिचित भारत की सेना तो पहले ही मोर्चा संभाले बैठी थी। उसने पाकिस्तान की मिसाइलों और लड़ाकू विमानों को हवा में ही नष्ट करना शुरू दिया। इस दौरान भारत ने भी जैसा को तैसा की नीति को अपनाते हुए पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद, रावलपिंडी, कराची और लाहौर में तबाही मचानी शुरू कर दी।

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इस्लामाबाद, 09 मई (हि.स.)। भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। गुरुवार देर रात कराची बंदरगाह पर 8 से 12 तेज़ धमाकों की आवाज़ सुनी गई, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में आपात ब्लैकआउट कर दिया गया और मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह ठप हो गया।

जवाबी कार्रवाई के तहत भारतीय नौसेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है। सूत्रों के अनुसार भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कराची बंदरगाह और उससे जुड़े रणनीतिक ठिकानों पर सटीक हमला किया है। यह हमला पाकिस्तान की ओर से बढ़ते हमलों और सीमा पार गतिविधियों के जवाब में किया गया है।

इसी बीच, पेशावर शहर में भी एक जोरदार विस्फोट की खबर सामने आई है। स्थानीय मीडिया और नागरिकों के अनुसार धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी और भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि अभी तक विस्फोट का स्थान और कारणों को लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने क्षेत्र को सील कर दिया है और जांच शुरू कर दी गई है।

भारतीय जवाबी कार्रवाई के इतर बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में भी पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर सिलसिलेवार हमले हुए हैं। पाकिस्तानी सेना के फ्रंटियर कोर मुख्यालय को हथियारबंद लोगों ने निशाना बनाया। यहां कई विस्फोटों के बाद गोलीबारी भी हुई।

इन घटनाओं के बाद पाकिस्तान में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और देशभर के संवेदनशील ठिकानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

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– दुश्मन के ड्रोनों और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट करने से भारत के शहरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा

नई दिल्ली, 09 मई (हि.स.)। अमृतसर से जम्मू, पठानकोट से भुज तक पाकिस्तान के हमलों को नाकाम करके भारत के एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम ‘सुदर्शन चक्र’ ने अपनी ताकत दिखा दी है। भारत ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ शुरू करते समय ही दुश्मन के किसी भी जवाबी हमले को रोकने के लिए इस प्रणाली को सक्रिय कर दिया था, जिससे भारतीय लड़ाकू विमानों को सुरक्षित रूप से ऑपरेशन पूरा करने में मदद मिली। इस प्रणाली ने दुश्मन के ड्रोनों और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे भारत के शहरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

भारत के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ से बौखलाए पाकिस्तान ने 8/9 मई की रात 8.30 बजे के करीब राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात में वायु सेना के एयरबेस को निशाना बनाकर ड्रोन से मिसाइल हमले करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तानी ड्रोन को रोक दिया। पाकिस्तान ने सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में 8 मिसाइलें दागीं, लेकिन सभी को भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। जम्मू और कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य स्टेशनों को पाकिस्तान ने मिसाइलों और ड्रोन का उपयोग करके निशाना बनाया, लेकिन भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 (सुदर्शन) ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया, जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में भी पाकिस्तानी ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया गया।

यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस अब तक भारत को 3 एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति कर चुका है, जबकि दो सिस्टम अभी मिलने हैं। चौथी प्रणाली मार्च, 2026 में और पांचवीं प्रणाली 2026 के अंत तक पहुंचाई जाएगी। यह दो साल की देरी यूक्रेन संघर्ष के कारण आपूर्ति श्रृंखला संबंधी समस्याओं के कारण हुई है। भारतीय वायु सेना ने भगवान कृष्ण के शक्तिशाली सुदर्शन चक्र के नाम पर एस-400 को ‘सुदर्शन चक्र’ नाम दिया है। भारतीय एस-400 एयर डिफेंस की मिसाइलें 20 किलोमीटर, 30 किलोमीटर और 60 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाकर दुश्मन की मिसाइल को हवा में ही खत्म कर सकती हैं। यह प्रणाली एक साथ दुश्मन की 80 मिसाइलों या हवाई हमलों का जवाब देने में सक्षम है।

चीन और पाकिस्तान के खतरे को देखते हुए भारत को ताकतवर रूसी एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 की बहुत जरूरत थी। भारत ने रूस के साथ पांच एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 खरीदने के लिए 35 हजार करोड़ रुपये में सौदा किया था, जिसे रूस और भारत के रक्षा मंत्रियों ने 06 दिसंबर, 2021 को अंतिम रूप दिया था। भारत के रक्षा बेड़े में शामिल इस रूसी डिफेंस सिस्टम से पूरी दुनिया खौफ खाती है। यह प्रणाली अपनी मिसाइलों से दुश्मन की बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों, लड़ाकू विमानों को 400 किमी. की दूरी तक तबाह कर सकती है। यह मिसाइल जमीन से 100 फीट ऊपर उड़ रहे खतरे की पहचान करके हमला करने में सक्षम है। भारत ने दो एस-400 स्क्वाड्रन को पूर्वी और उत्तरी सीमा पर तैनात किया है। तीसरी स्क्वाड्रन को पंजाब में इस तरह से तैनात किया गया है, ताकि पाकिस्तान की सीमा के साथ-साथ उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों को भी कवर किया जा सके।

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नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति को देखते हुए नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने भारत के सभी हवाई अड्डों और एयरलाइनों को सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश जारी किए हैं।

नए दिशानिर्देशों के अनुसार, अब हर यात्री को उड़ान में सवार होने से पहले “सेकेंडरी लैडर पॉइंट चेक” (एसएलपीसी) से गुजरना अनिवार्य होगा। यह प्रक्रिया बोर्डिंग गेट पर अंतिम जांच सुनिश्चित करती है ताकि किसी भी संभावित खतरे को रोका जा सके।

साथ ही, हवाई अड्डों के टर्मिनल भवनों में विजिटर्स के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एयर मार्शलों की तैनाती भी की जाएगी ताकि किसी भी अप्रत्याशित गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।

इस आदेश के बाद देशभर के हवाई अड्डों पर सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा से पूर्व अतिरिक्त समय लेकर एयरपोर्ट पहुंचे और आवश्यक दस्तावेज अपने साथ रखें।

वहीं, नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के निर्देश के तहत एयर इंडिया, आकासा एयर समेत कई एयरलाइनों ने यात्रियों के लिए नई यात्रा सलाह (ट्रैवल एडवाइजरी) जारी की है।

एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक ट्वीट में कहा, “नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो द्वारा देशभर के हवाई अड्डों पर सुरक्षा उपायों को सख्त करने के आदेश के मद्देनज़र, सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी निर्धारित उड़ान के कम से कम 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचें, ताकि चेक-इन और बोर्डिंग की प्रक्रिया सुगम बनी रहे। उड़ान से 75 मिनट पहले चेक-इन काउंटर बंद कर दिया जाएगा।”

वहीं, आकासा एयर ने भी एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए कहा, “बढ़ी हुई सुरक्षा जांच को ध्यान में रखते हुए, कृपया उड़ान से 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचें। प्रवेश के लिए सरकारी मान्यता प्राप्त फोटो पहचान पत्र अपने साथ रखें। चेक-इन बैगेज के अलावा, केवल एक हैंडबैग (अधिकतम 7 किलोग्राम) की अनुमति होगी। सभी यात्रियों को बोर्डिंग से पहले द्वितीय सुरक्षा जांच से गुजरना अनिवार्य होगा।”

इसके अलावा, इंडिगो और स्पाइटजेट ने भी यात्रा संबंधी सलाह जारी करते हुए कहा है “इन असाधारण समय में यात्रियों से अनुरोध है कि वे सुरक्षा जांच और अन्य औपचारिकताओं के लिए अतिरिक्त समय दें। हम आपकी समझदारी और सहयोग की सराहना करते हैं।”

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नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। भारत-पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात हो गए हैं। पाकिस्तान की ओर से लगातार हमला किया जा रहा है, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया है।

पाकिस्तान ने गुजरात पर ड्रोन हमले की कोशिश की लेकिन वो भी विफल रहा। 

इस बीच भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। भारत की ओर से सियालकोट पर मिसाइल से हमला किया गया। लाहौर में भी ड्रोन से हमला किया गया है।

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नई दिल्ली, 8 मई (हि.स.)। दक्षिण एशिया में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आज भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ से अलग-अलग बातचीत की। दोनों वार्ताओं में अमेरिका ने तत्काल तनाव कम करने की अपील की और आतंकवाद की निंदा की।

विदेश मंत्री रुबियो ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों को किसी भी प्रकार का समर्थन बंद करने के लिए ठोस कदम उठाने का भी आह्वान दोहराया।

विदेश मंत्री जयशंकर से बातचीत में मंत्री रुबियो ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है।

रुबियो ने भारत-पाकिस्तान के बीच प्रत्यक्ष संवाद को बढ़ावा देने की भी बात कही और संचार माध्यमों को खुला रखने के प्रयासों की सराहना की।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट रूप से पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों को समर्थन बंद करने के लिए “ठोस कदम” उठाने की मांग की। साथ ही वर्तमान संघर्ष में नागरिकों की कथित क्षति पर दुख व्यक्त किया।

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– लाहौर से रावलपिंडी तक 15 शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया

नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किये जाने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी करके सीमावर्ती भारतीय इलाकों को निशाना बनाए जाने के साथ पाकिस्तानी सेना ने बुधवार की रात भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे सतर्क भारतीय बलों ने नाकाम कर दिया। जवाब में भारत ने आज सुबह लाहौर से रावलपिंडी तक 15 पाकिस्तानी शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया। इस दौरान भारत ने कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को लक्ष्य पर रखकर लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया।

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 सैलानियों में विधवा हुई महिलाओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मंगलवार की आधी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। भारत ने बिना सीमा पार किए हैमर, स्कल्प मिसाइलों से पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी शिविरों पर हमला करके जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी गोलीबारी का सटीक जवाब दिया है। इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।

पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण पुंछ सेक्टर में सीमावर्ती गांवों के सोलह भारतीय निर्दोष लोगों की जान चली गई है, जिनमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं। यहां भी भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और आर्टिलरी की गोलीबारी को रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इसके बावजूद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी का इस्तेमाल करते हुए नियंत्रण रेखा पर अपनी अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है। भारत ने भी पाकिस्तान की ही तरह उसी तीव्रता से जवाब दिया है।

ऑपरेशन ‘सिंदूर’ पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान 07 मई को भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में विशेष रूप से उल्लेख किया था कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया था। यह भी दोहराया गया कि भारत में सैन्य ठिकानों पर किसी भी हमले का उचित जवाब दिया जाएगा। इसके बावजूद पाकिस्तान ने 07-08 मई की रात को ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की।

भारत के रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तान की ओर से की गई इस हिमाकत की पुष्टि की गई है। साथ ही एक बयान में बताया गया है कि इन हमलों को एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए बेअसर कर दिया गया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं, जो पाकिस्तानी हमलों को साबित करते हैं। इसी के जवाब में भारत ने आज सुबह लाहौर से रावलपिंडी तक 15 पाकिस्तानी शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया।

बयान में कहा गया है कि इस दौरान भारत ने कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को लक्ष्य पर रखकर लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया। पाकिस्तान वायु रक्षा इकाई के एचक्यू-9 मिसाइल लांचरों को भारी क्षति पहुंची है। एचक्यू-9 लाहौर के वाल्टन बेस पर तैनात है। बयान में यह भी कहा गया है कि भारतीय सशस्त्र बल संघर्ष को आगे न बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं, बशर्ते कि पाकिस्तानी सेना इसका सम्मान करे।

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नई दिल्ली, 8 मई (हि.स.)। केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत की सैन्य कार्रवाई के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और उसके बाद की स्थिति की जानकारी दी। बैठक में राजनीतिक दलों ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एकजुटता दिखाई।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक संसद भवन परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक चली। इसमें विभिन्न दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने सेना की कार्रवाई की सराहना की और सरकार को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।

बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि बैठक की शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में सभी नेताओं को विस्तृत जानकारी दी। सैन्य कार्रवाई होने के कारण तकनीकी विवरण साझा नहीं किया गया। उन्होंने मौजूदा हालात और सरकार की मंशा से अवगत कराया। इसके बाद सभी नेताओं ने अपना और पार्टी का मत रखा और सुझाव भी दिए।

रिजिजू ने कहा कि सभी दलों ने गंभीरता और ज़िम्मेदारी से बात रखी। सभी ने माना कि ऐसे समय राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रीय हित में सोचने की ज़रूरत है। नेताओं की एकता ही हमारी लोकतांत्रिक ताकत है। सभी ने सेना की सफलता पर गर्व जताया। बैठक में कई नेताओं की ओर से उपयोगी सुझाव भी आए। उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में सभी राजनीतिक दलों ने परिपक्वता दिखाई है। सभी नेताओं ने एकमत होकर सेना के ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई पर बधाई दी। सभी ने एकजुट होकर कहा है कि वे हर निर्णय में सरकार का साथ देंगे।

रिजिजू के मुताबिक, रक्षा मंत्री ने आज की बैठक में कहा कि आज की बैठक यह दर्शाती है कि हम केवल सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि देश बनाने के लिए राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक परिपक्व लोकतंत्र है। यह झलकता है।

उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आंतकवादियों ने 26 पर्यटकों कर हत्या कर दी थी। इस पर भारतीय सशस्त्र बलों ने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया।

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श्रीनगर, 08 मई (हि.स.)। भारत के पहलगाम आतंकी हमला का बदला लेने के बाद पाकिस्तान दुनिया के सामने गिड़गिड़ा जरूर रहा है पर उसकी फौज जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी और गोलाबारी करने से बाज नहीं आ रही। पाकिस्तान की फौज ने आज तड़के से कुछ पहले कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर इलाकों में नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से गोलाबारी की। इससे एक दिन पहले भारतीय सशस्त्र बल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पड़ोसी मुल्क के मजबूत आतंकी ढांचों को तहस-नहर कर चुका है।

सैन्य अधिकारियों के अनुसार, 07-98 मई की रात को पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर इलाकों में नियंत्रण रेखा के पार छोटे हथियारों और तोपों से बिना उकसावे के गोलीबारी की। भारतीय सेना ने इसका उचित जवाब दिया है।

जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ने आधी रात बाद गोले और मोर्टार दागकर करनाह इलाके में नागरिक इलाकों को निशाना बनाया। भारतीय सशस्त्र बलों ने बिना उकसावे के की गई इस कार्रवाई का प्रभावी ढंग से जवाब दिया। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान सेना के गोलाबारी शुरू करने के बाद बुधवार को करनाह में अधिकांश नागरिक सुरक्षित ठिकानों में चले गए हैं।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा कारणों से बुधवार को जम्मू और कश्मीर संभाग के कई जिलों में शिक्षण संस्थान बंद रहे। कुछ में परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गईं। पूरे कश्मीर में केंद्रीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, मौजूदा स्थिति को देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण श्रीनगर की समग्र निगरानी में जिला आपातकालीन संचालन केंद्र , श्रीनगर के उपायुक्त कार्यालय में एक संयुक्त नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। कश्मीर के 10 जिलों में इसी तरह के नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।

जम्मू संभाग में सीमा से लगे पांच जिलों में बुधवार को जम्मू, सांबा, कठुआ, पुंछ, राजोरी जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद रहे। इनमें निजी स्कूल भी शामिल रहे। जम्मू विश्वविद्यालय ने प्रस्तावित सभी परीक्षाएं स्थगित दी हैं। इसके अलावा क्लस्टर विश्वविद्यालय, आईआईएम, आईआईटी जम्मू में भी शैक्षणिक गतिविधियां नहीं हुईं। कश्मीर संभाग में श्रीनगर हवाई अड्डे के आसपास, बारामूला, कुपवाड़ा, गुरेज सहित कई जिलों में शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। इन जिलों में भी परीक्षा स्थगित कर दी गईं। कश्मीर विश्वविद्यालय की अधिसूचना में 10 मई तक सभी परीक्षाएं स्थगित करने की घोषणा की गई है।

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नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। पहलगाम हमले के बाद भारत की पाकिस्तान के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई पर देश के राजनीतिक दलों ने वैचारिक मतभेदों को भुलाकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भारतीय सेना की सराहना की और केंद्र सरकार के निर्णय का समर्थन किया। सभी ने अलग-अलग बयानों में भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम को सलाम किया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम में हमारे निर्दोष भाइयों की नृशंस हत्या का भारत का जवाब है। मोदी सरकार भारत और उसके लोगों पर किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।”

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा कि “विश्व को आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस दिखाना चाहिए।”

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। जय हिंद!”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “जय हिंद और जय हिंद की सेना”।

ऑपरेशन सिंदूर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जो कहते हैं वो होता है। पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना ने जो मुंहतोड़ जवाब दिया है, उससे पूरा देश गौरवान्वित है।”

ऑपरेशन सिंदूर पर मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा, “भारतीय सेना का पराक्रम और प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व आज फिर से सामने आया है। पहलगाम में आतंकवादियों ने जिस तरह से कायराना हमला किया। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से आतंकवादियों के 9 ठिकानों पर हमला करके उन्हें तबाह करने का काम भारतीय सेना ने किया है।”

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा, “तमिलनाडु आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि हमारी सेना के साथ हमारे देश के लिए तमिलनाडु पूरी तरह से दृढ़ है।”

ऑपरेशन सिंदूर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, “मैं सेनाओं और प्रधानमंत्री मोदी का साधुवाद करती हूं कि उनकी निर्णायक शक्ति ने देश के 140 करोड़ भारतीयों को सम्मान दिलाया। पूरे भारत में एक संतोष की अनुभूति महसूस की जा रही है कि अगर कोई भारत को किसी भी तरह से छेड़ने की कोशिश करेगा तो हमारी सेनाएं और सरकार उसको छोड़ेगी नहीं।”

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक्स पर पोस्ट कर भारतीय सेना की तारीफ की है और भारत के वीर जवानों पर विश्वास जताया है। अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, “हमें भारतीय सेना और अपने वीर जवानों पर गर्व है। आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में 140 करोड़ भारतवासी भारतीय सेना के साथ खड़े हैं। भारतीय सेना का साहस हर देशवासी का विश्वास है। हम सब साथ हैं। आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं। जय हिंद, जय भारत।”

ऑपरेशन सिंदूर पर वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा, “मैं सेना, वायुसेना और नौसेना को बधाई देता हूं। मैं इसे अंजाम देने के लिए सरकार को भी बधाई देता हूं।”

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ऑपरेशन सिंदूर पर कहा,”मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद करता हूं और हमारे सशस्त्र बलों को भी धन्यवाद देता हूं। उन्होंने पूरे देशवासियों के अंदर जो गुस्सा था और आतंकियों के खिलाफ बदले की भावना थी उसका जवाब दिया है। उन्होंने आतंकवादियों और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने का काम किया है। ये तो ट्रेलर है लेकिन फिल्म अभी बाकी है। ये ऑपरेशन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुआ है।”

ऑपरेशन सिन्दूर पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा, “मुझे यह खबर तब मिली जब मैं सुबह की सैर पर था। इतना सुंदर सूर्योदय शायद ही कभी होता है। मैं तीनों रक्षा बलों को बधाई देना चाहता हूं। भारत सरकार की नीति रही है कि आतंकी शिविरों को निशाना बनाया जाए और उनका समर्थन करने वाले लोगों को नष्ट किया जाए और यही हुआ। जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के मुख्यालय पर हमला किया गया है। इस कार्रवाई के दूरगामी परिणाम होंगे। इससे उनकी कमर टूट जाएगी।”

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में आतंकवादियों के 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया है। आतंकवाद के विरुद्ध पूरा देश एकजुट है। भारतीय सेना के साहस और पराक्रम पर पूरे देश को गर्व है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर हम सभी को अटूट विश्वास एवं गर्व है।”

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने ऑपरेशन सिंदूर पर कहा, “पहलगाम हमले का बदला आज भारत ने ले लिया है। आज देश के हर नागरिक के मन-मस्तिष्क में एक ही नारा गूंज रहा है जय हिंद, जय हिंद की सेना। हमारी सेना ने पाकिस्तान के आम आदमी को क्षति नहीं पहुंचाई है ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर भारतीय सेना, भारत सरकार विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री पूरी भारत सरकार को हृदय से बधाई और शुभकामनाएं। आपने जो कहा वो कर दिखाया और दुनिया को बता दिया कि छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं।”

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, “कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रायचूर में एक विशाल विरोध रैली आयोजित की थी। इसलिए हमने देश की भावनाओं का सम्मान करते हुए इसे स्थगित करने का फैसला किया है। हम सशस्त्र बलों और सरकार के साथ खड़े हैं क्योंकि हमारे सशस्त्र बल जो छवि और कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इसलिए हम राजनीति को एक तरफ रखना चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर कहा कि हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं और अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता के साथ खड़े हैं। हम सरकार और उन सभी के साथ खड़े हैं जो कड़ी मेहनत कर रहे हैं। देश की छवि को ऊंचा रखने के लिए।”

ओडिशा के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव ने कहा, “यह पूरे देश के लिए प्रधानमंत्री उनकी टीम और सशस्त्र बलों के साथ खड़ा होने का उपयुक्त समय है, जिन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ सफलतापूर्वक हमला किया है।”

ऑपरेशन सिंदूर एयर स्ट्राइक पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद सिंह सुक्खू ने भी खुशी जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “जय हिंद, जय भारत”।

बीजेडी के चीफ नवीन पटनायक ने कहा, “मुझे इस बात की सूचना मिली कि भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ एक सफलतापूर्वक ऑपरेशन चलाया। मैं तह दिल से उनका बधाई देना चाहता हूं।”

राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, “करारा जवाब, सटीक वार, भारत की तरफ आंख भी उठाई तो मिट्टी में मिला दिए जाओगे।”

ऑपरेशन सिन्दूर पर जेएमएम सांसद महुआ माजी ने कहा, “आतंकी हमले होते रहे हैं और इसे देखते हुए ये स्ट्राइक जरूरी थी। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को इसकी तारीफ करनी चाहिए और इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। यही वक्त है जब पूरे देश को एकजुट होने की जरूरत है।”

इसी बीच ऑपरेशन सिंदूर पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य हालात पर बात की है। उन्होंने कहा, “मेरी जिम्मेदारी है कि यहां की हालात ठीक रहे और यहां के आम नागरिकों को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े। हमारे अस्पताल ठीक से काम करे। एहतियात के तौर पर हमने बॉर्डर और एलओसी के नजदीक स्कूल और शिक्षा संस्था बंद किए गए हैं। लेकिन बाकि जगह डर न फैले इसलिए जम्मू और श्रीनगर में स्कूल बंद नहीं किए हैं। श्रीनगर में हवाई अड्डा बंद है इसलिए डर की कोई जरूरत नहीं है लोगों को यहां से भागने की जरूरत नहीं है। जरूरी वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। अस्पतालों के ब्लड बैंकों में सप्लाई की कोई कमी नहीं है। हाईवे यातायात के लिए खुला है।”

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