Ayodhya: बरसों से टाट और टेंट के नीचे रह रहे हमारे रामलला के लिए अब एक भव्य मंदिर का निर्माण होगा. टूटना और फिर उठ खड़ा होना, सदियों से चल रहे इस व्यतिक्रम से रामजन्मभूमि आज मुक्त हो गई है. पूरा देश रोमांचित है, हर मन दीपमय है. सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है. उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कही.

उन्होंने कहा कि आज श्रीराम का यह जयघोष सिर्फ सिया-राम की धरती में ही नहीं सुनाई दे रहा, इसकी गूंज पूरे विश्व में है. सभी देशवासियों को, विश्व में फैले करोड़ों राम भक्तों को आज के इस सुअवसर पर कोटि-कोटि बधाई. ये मेरा सौभाग्य है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मुझे आमंत्रित किया, इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने का अवसर दिया.

उन्होंने कहा कि हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के समय कई-कई पीढ़ियों ने अपना सब कुछ समर्पित कर दिया था. गुलामी के कालखंड में कोई ऐसा समय नहीं था जब आजादी के लिए आंदोलन न चला हो, देश का कोई भूभाग ऐसा नहीं था जहां आजादी के लिए बलिदान न दिया गया हो. हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के समय कई-कई पीढ़ियों ने अपना सब कुछ समर्पित कर दिया था. गुलामी के कालखंड में कोई ऐसा समय नहीं था जब आजादी के लिए आंदोलन न चला हो, देश का कोई भूभाग ऐसा नहीं था जहां आजादी के लिए बलिदान न दिया गया हो.

उन्होंने कहा कि राममंदिर के निर्माण की ये प्रक्रिया, राष्ट्र को जोडऩे का उपक्रम है. ये महोत्सव है. विश्वास को विद्यमान से जोड़ने का. नर को नारायण से जोड़ने का. लोक को आस्था से जोड़ने का. वर्तमान को अतीत से जोड़ने का. और स्वं को संस्कार से जोड़ने का.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भूमि पूजन का कार्यक्रम अनेक मर्यादाओं के बीच हो रहा है. श्रीराम के काम में मर्यादा का जैसे उदाहरण प्रस्तुत किया जाना चाहिए, वैसा ही उदाहरण देश ने पेश किया है. ये उदाहरण तब भी पेश किया गया था, जब उच्चतम न्यायालय ने अपना फैसला सुनाया था. देश भर के धामों और मंदिरों से लाई गई मिट्टी और नदियों का जल, वहां के लोगों, वहां की संस्कृति और वहां की भावनाएं, आज यहां की शक्ति बन गई हैं. वाकई ये न भूतो न भविष्यति है.

श्री मोदी ने कहा कि श्रीरामचंद्र को तेज में सूर्य के समान, क्षमा में पृथ्वी के तुल्य, बुद्धि में बृहस्पति के सदृश्य और यश में इंद्र के समान माना गया है. श्रीराम का चरित्र सबसे अधिक जिस केंद्र बिंदु पर घूमता है, वो है सत्य पर अडिग रहना. इसलिए ही श्रीराम संपूर्ण हैं. श्रीराम ने सामाजिक समरसता को अपने शासन का आधार बनाया था. उन्होंने गुरु वशिष्ठ से ज्ञान, केवट से प्रेम, शबरी से मातृत्व, हनुमानजी एवं वनवासी बंधुओं से सहयोग और प्रजा से विश्वास प्राप्त किया. यहां तक कि एक गिलहरी की महत्ता को भी उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया.

श्रीराम का अद्भुत व्यक्तित्व, उनकी वीरता, उनकी उदारता, उनकी सत्यनिष्ठा, उनकी निर्भीकता, उनका धैर्य, उनकी दृढ़ता, उनकी दार्शनिक दृष्टि युगों-युगों तक प्रेरित करते रहेंगे. जीवन का ऐसा कोई पहलू नहीं है, जहां हमारे राम प्रेरणा न देते हों. भारत की ऐसी कोई भावना नहीं है जिसमें प्रभु राम झलकते न हों. भारत की आस्था में राम हैं, भारत के आदर्शों में राम हैं! भारत की दिव्यता में राम हैं, भारत के दर्शन में राम हैं. तुलसी के राम सगुण राम हैं, तो नानक और कबीर के राम निर्गुण राम हैं! भगवान बुद्ध भी राम से जुड़े हैं तो सदियों से ये अयोध्या नगरी जैन धर्म की आस्था का केंद्र भी रही है. राम की यही सर्वव्यापकता भारत की विविधता में एकता का जीवन चरित्र है. आज भी भारत के बाहर दर्जनों ऐसे देश हैं जहां, वहां की भाषा में रामकथा प्रचलित है. मुझे विश्वास है कि आज इन देशों में भी करोड़ों लोगों को राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू होने से बहुत सुखद अनुभूति हो रही होगी. आखिर राम सबके हैं, सब में हैं: पीएम मोदी. मुझे विश्वास है कि श्रीराम के नाम की तरह ही अयोध्या में बनने वाला ये भव्य राममंदिर भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का द्योतक होगा.

उन्होंने कहा कि यहां निर्मित होने वाला राममंदिर अनंतकाल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा. मुझे विश्वास है कि श्रीराम के नाम की तरह ही अयोध्या में बनने वाला ये भव्य राममंदिर भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का द्योतक होगा. यहां निर्मित होने वाला राममंदिर अनंतकाल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा.

इसके पूर्व अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य के लिए भूमि पूजन संपन्न हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की शिला तय समय और मुहूर्त में पुरोहितों के मंत्रोच्चारण के साथ रखी.

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या पहुंचने के बाद हनुमान गढ़ी मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने भगवान राम विराजमान के दर्शन किए और उन्होंने साष्टांग प्रणाम किया. इस अवसर पर पर प्रधानमंत्री ने 5 रुपये का एक डाक टिकट भी जारी किया.

इस दौरान आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत, महंत नृत्य गोपालदास, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.

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Ayodhya: अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण कार्य के लिए भूमि पूजन संपन्न हो गया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम मंदिर निर्माण की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तय समय और मुहूर्त में पुरोहितों के मंत्रोच्चारण के साथ रखी.

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या पहुंचने के बाद हनुमान गढ़ी मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने भगवान राम विराजमान के दर्शन किए और इस दौरान उन्होंने साष्टांग प्रणाम किया.

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अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर को लेकर भूमि पूजन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत डेढ़ सौ से ज्यादा लोग इस दौरान राम जन्मभूमि पर मौजूद होंगे.

अयोध्या में हर तरफ इस वक्त रौनक है. हर तरफ लोग बेसब्री से भूमि पूजन का इंतजार कर रहे हैं. भूमि पूजन को लेकर पूरा अयोध्या जगमगा रहा है.

मंदिर का निर्माण कार्य 32 महीनों में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.

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UPSC ने सिविल सेवा परीक्षा 2019 के परिणामों की घोषणा कर दी है. प्रदीप सिंह ने इस बार सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया है. वही दूसरे स्थान पर जतिन किशोर, तीसरे स्थान पर प्रतिभा वर्मा, हिमांशु जैन ने चौथा स्थान प्राप्त किया है.

बता दें कि UPSC ने सितंबर 2019 में आयोजित सिविल सेवा की लिखित परीक्षा और फरवरी-अगस्त 2020 में आयोजित हुए पर्सनल इंटरव्यू के परिणाम के आधार पर चयनित उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी कर दी है. वहीं, 11 उम्मीदवारों के परिणाम को रोक दिया गया है.

यूपीएससी परीक्षा 2019 के परिणाम संघ लोक सेवा की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जारी किए गए हैं. यहां जाकर परिणाम देखा जा सकता है.

टॉप 20 लिस्ट यहां देखें

6303184 – प्रदीप सिंह
0834194 – जितन किशोर
6417779 – प्रतिभा वमा
0848747 – हिमांशु जैन
0307126 – जयदेव सी एस
5917556 – विशाखा यादव
4001533 – गणेश कुमार भार
0418937 – अभिषेक सर्राफ
6303354 – रवि जैन
0712529 – संजित महापात्रा
5813443 – नुपुर गोयल
0214364 – अजय जैन
0631338 – रौनक अवाल
0405090 – अनमोल जैन
0515674 – भोसले नेहा प्रकाश
6419694 – गुंजन सिंह
0876541 – स्वाति शर्मा
0833281 – लविश ओर्डिया
0830832 – श्रेष्ठ अनुपम
5806038 – नेहा बनर्जी

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New Delhi: केंद्र सरकार ने राज्यों को पत्र लिख कर अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों को मोबाइल या टैबलेट के इस्तेमाल की इजाजत देने के निर्देश दिए है.

केंद्र सरकार ने कहा कि कोरोना के मरीज अपने परिवार से अलग रहते है. ऐसे में अपने परिवार और मित्रों से बात कर सकें इसके लिए उन्हें मोबाइल या टैबलेट के इस्तेमाल की इजाजत दी जानी चाहिए. इससे मरीजों को मानसिक तौर पर मदद मिलेगी और परिवारवालों से बातचीत कर सकेगा.

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Patna: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस में मुंबई पुलिस सवालों के घेरे में है. जिसके बाद बिहार पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस के बीच की तकरार सामने आने लगी है.

बिहार पुलिस सुशांत सिंह राजपूत केस में मुंबई पुलिस उनका सहयोग नहीं मिलने की बातें पहले से ही कह रही है. अब जब बिहार पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए आईपीएस अधिकारी को मुंबई भेजा तो उन्हें जबरन क्वारंटाइन कर दिया गया है. इस बात की जानकारी खुद बिहार के DGP गुप्तेश्वर पाण्डेय ने दी है.

मामले की जांच करने मुंबई पहुंचे पटना के एसपी सिटी विनय तिवारी को बीएमसी के अधिकारियों ने क्वारंटीन कर कर दिया. विनय तिवारी रविवार रात मुंबई पहुंचे थे. एसपी विनय तिवारी के हाथ पर लगी क्वारंटीन की मोहर की तस्वीर DGP ने शेयर की है. उन्हें मुंबई में 15 अगस्त क्वारंटीन रहना होगा.


डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने ट्वीट में लिखा, “आज आईपीएस ऑफिसर विनय तिवारी पुलिस टीम को लीड करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर पटना से मुंबई पहुंचे थे, लेकिन रविवार रात 11 बजे बीएमसी अधिकारियों ने उन्हें जबरन क्वारंटीन कर दिया. उन्हें आईपीएस मेस में रहने की सुविधा नहीं दी गई. वह गोरेगांव के एक गेस्ट हाउस में रुके हुए थे.”

बता दें कि सुशांत के पिता के के सिंह ने पटना के राजीव नगर पुलिस स्टेशन में सुशांत की गर्लफ्रेंड रही रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी और उनपर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था. इसके बाद बिहार पुलिस मुंबई जाकर जांच कर रही थी. अब बिहार पुलिस ने अपने IPS अधिकारी को मुंबई भेजा है.

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New Delhi:  राज्यसभा सांसद अमर सिंह का निधन हो गया है. वे लम्बे समय से बीमार चल रहे थे. किडनी की बिमारी से ग्रसित अमर सिंह सिंगापुर के अस्पताल में इलाजरत थे जहाँ उन्होंने अंतिम साँस ली.

उनके निधन की खबर से राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौर गयी है.    वे समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव रहे थे.  

 

 

 

https://chhapratoday.com/tej-khabar/rajsabha-mp-amar-singh-passes-away/

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Patna: महात्मा गाँधी सेतु के अप-स्ट्रीम लेन के सुपर-स्ट्रक्चर का केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लोकार्पण किया. 
  इस अवसर पर नितिन गडकरी ने कहा कि महात्मा गाँधी सेतु अति महत्वपूर्ण सेतु है. इसको नयी तकनीक से बनाया गया हैं. कंक्रीट के स्ट्रक्चर को हटा के स्टील का सुपर स्ट्रक्चर बनाया गया है. उन्होंने बताया कि बिहार के विकास के लिए जो भी जरुरी कार्य है उसे किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि गंगा पर नया चार लेन का ब्रिज तीन हज़ार करोड़ की लागत से बनेगा. 242 मीटर का स्पैन होगा. जहाज भी निचे से निकल जायेंगे. अक्तूबर में कार्य शुरू होगा और मार्च 2024 तक पूरा कर लेने का लक्ष रखा गया है. उन्होंने कहा कि वाराणसी से हल्दिया तक जलमार्ग चालू है. इससे सड़क और रेल मार्ग से जाने के किराये से कम खर्च में परिवहन हो सकता है. उन्होंने कहा कि मधुबनी की पेंटिंग, मुजफ्फरपुर की लीची और बिहार का आम विदेशों में बिके इसके लिए प्रयास हो रहे है.  

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सहयोग करें तो बिहार की सूरत बदल देंगे. बिहार के विकास के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है. बिहार के औधोगिक और आर्थिक विकास समेत रोजगार के माध्यम विकसित करना सभी की प्राथमिकता है.

लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार विकास के कार्य कर रही है. केंद्र का सहयोग मिल रहा है. उन्होंने बक्सर से वाराणसी को जोड़ने के लिए सीधा रास्ता बनाने की मांग की. साथ ही मुजफ्फरपुर से बरौनी राष्ट्रीय राजमार्ग 28 को चौड़ा कर फोरलेन करने की मांग की. साथ ही कई सड़क को चौड़ा करने की मांग की.

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि एनडीए के कार्यकाल के पूर्व गंगा नदी पर पहले मात्र 4 पुल थे. अब गंगा नदी पर 18 पुल हो जायेंगे. साथ ही कोशी और गंडक नदी पर भी पुल बन रहा है. इसके साथ ही कोइलवर में नया पुल बन के तैयार है जो डबल इंजिन की सरकार की ही देन है. केंद्र और राज्य का साथ बिहार को विकास की ओर ले जा रहा है.

इस अवसर पर बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नन्द किशोर यादव ने कहा कि सड़कों के विकास से ही राज्य का विकास हो सकता है. मुख्यमंत्री ने राज्य के हर क्षेत्र से 6 घंटे में लोगों को राजधानी पहुँचाने का निर्देश दिया था, केंद्र की पूर्व की सरकार महात्मा गाँधी सेतु के मरम्मती पर विशेष ध्यान नहीं देती थी पर 2014 में एनडीए की सरकार और नितिन गडकरी के नेतृत्व में महात्मा गाँधी सेतू के निर्माण के लिए 1742 करोड़ रुपये स्वीकृत करते हुए निर्माण शुरू हुआ जो स्वागत योग्य है. अगले डेढ़ साल में दूसरा लेन भी चालू कर दिया जायेगा.

इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय के राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे, सांसद पशुपति नाथ पारस, राजीव प्रताप रूडी समेत कई सांसद और विधायक शामिल थे.

महात्मा गाँधी सेतु एक नजर
उत्तर बिहार को प्रदेश की राजधानी से जोड़ने वाला गाँधी सेतु पुल बहुत जल्द नए रूप में नजर आएगा. 1980 में बना यह पुल वर्षों से जर्जर हो गया था. जिसके बाद इसपर भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गयी थी.  अब इस पुल को नए सिरे से बनाया गया है, जो अब नए रूप में नजर आएगा.

महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन को पूरी तरह से स्टील का बनाया गया है. नए लेन का निर्माण पुराने और जर्जर हो चुके सुपर स्ट्रक्चर को हटा कर किया गया है. सेतु के नई सिरे से मरम्मत करने के लिए 2014 में केंद्र और राज्य सरकार के बीच सहमति बनी थी. फिलहाल पश्चिमी लेन का निर्माण हुआ है. अगले महीने पूर्वी लेन का निर्माण कार्य शुरू होगा. सेतु के दोनों लेन के बन जाने के बाद जेपी सेतु और राजेंद्र पुल पर वाहनों का भार कम होगा. इसके साथ ही लोगों को जाम की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा.

गाँधी सेतु का निर्माण 1980 में हुआ था. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसका शिलान्यास किया था. 5.575 किलोमीटर लंबे इस पुल को एशिया के सबसे लम्बे पुल होने का गौरव भी प्राप्त था. वर्तमान में असम में लोहित नदी पर बन भूपेन हजारिका सेतु एशिया का सबसे लम्बा सेतु है. जिसकी लम्बाई 9150 मीटर है.

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नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को बड़ा तोहफा दिया. दरअसल, केजरीवाल सरकार ने कोरोना महामारी के बीच खराब अर्थव्यवस्था और बढ़ती महंगाई को देखते हुए डीजल का दाम घटाने का फैसला किया है. इस दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में डीजल पर अब सिर्फ 16 फीसद ही वैट लगेगा. केजरीवाल सरकार की इस राहत के बाद दिल्ली में अब डीजल 73.64 रुपये प्रति लीटर मिलेगा.

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता महंगाई से परेशान है. अर्थव्यवस्था भी पटरी पर नहीं है. हमने आज कैबिनेट की मीटिंग की और सभी को सुनने के बाद हमने डीजल के दाम 8.36 रुपये कम करने का फैसला लिया है. इस दौरान उन्होंने एलान किया कि दिल्ली में अब डीजल पर सिर्फ 16 फीसद ही वैट लगाया जाएगा.

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राफेल विमान के भारतीय बेड़े में शामिल होने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायुसेना को बधाई दी है. हालांकि राहुल गांधी ने राफेल विमान को लेकर मोदी सरकार से कई सवाल भी पूछे हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि 526 करोड़ का एयर क्राफ्ट 1670 करोड़ रुपये का कैसे हुआ? 126 की जगह 36 राफेल विमान क्यों खरीदे गए. HAL की जगह दिवालिया अनिल अंबानी को क्यों ठेका दिया गया?

राफेल विमान को लेकर कांग्रेस ने भी मोदी सरकार पर तंज कसा है. कांग्रेस की ओर से ट्वीट करके कहा गया, ‘राफेल आगमन पर वायुसेना को बधाई देते हुए आप भाजपा सरकार की गड़बड़ियों पर सवाल कर रहे हो, तो समझना अभी आपमें देशभक्ति जिंदा है. जय हिंद.’

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अयोध्या राम मंदिर के निर्माण को लेकर 5 अगस्त को भूमिपूजन की हो रही तैयारियों के बीच मस्जिद निर्माण के लिए भी आज बुधवार को ट्रस्ट का गठन कर लिया गया है. यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड संस्थापक ट्रस्टी बना है और इस ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे.

सुन्नी वक्फ बोर्ड मुख्य अधिशासी अधिकारी सैय्यद मोहम्मद शोएब ने बताया कि मस्जिद निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट का नाम होगा इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन. फिलहाल ट्रस्ट में शामिल 9 सदस्यों के नामों का ऐलान कर दिया गया है. ज़ुफर फारूकी ट्रस्ट के अध्यक्ष होंगे. ट्रस्ट के सदस्य अतहर हुसैन इसके आधिकारिक प्रवक्ता होंगे. मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या के धन्नीपुर गांव में आवंटित की गई 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद, इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर, लाइब्रेरी और अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए ‘इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन’ नाम से एक ट्रस्ट बनाया गया है.

वक्फ बोर्ड ने उस जमीन पर मस्जिद के साथ-साथ इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर, अस्पताल और पुस्तकालय बनाने का ऐलान किया था. यह तमाम निर्माण कैसे होगा, इस बारे में फैसला लेने के लिए इस ट्रस्ट का गठन किया जाना था. माना जा रहा है कि ट्रस्ट भी अगले महीने मस्जिद निर्माण कार्य शुरू कर सकता है.

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नई दिल्‍ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक 3 की गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. इस गाइडलाइंस के मुताबिक बाहरी गतिविधियियों को काफी हद तक खोला जाएगा. साथ ही कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी हिस्सों में नाइट कर्फ्यू भी हटाया जाएगा. स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान 31 अगस्त तक बंद रहेंगे.

रात के दौरान आने- जाने पर प्रतिबंध (नाइट कर्फ्यू) हटा दिया गया है. योग संस्थानों और जिम को 5 अगस्त से खोलने की अनुमति दी जाएगी. इन जगहों पर मास्क और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए लोग जा सकेंगे. स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में भी लोग सामाजिक दूरी का पालन करते हुए शामिल हो सकेंगे.

– मेट्रो रेल, सिनेमा हॉल, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थिएटर, बार, ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल और इसी तरह के स्थान सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, धार्मिक कार्य और अन्य बड़ी मंडलियां इन सबको खोलने के लिए हालात के आधार पर फैसला लिया जाएगा.

– कंटेनमेंट जोन में 31 अगस्त तक लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया जाना जारी रहेगा. निर्माण गतिविधियां चलेंगी लेकिन सामाजिक दूरी और मास्क का पालन करना होगा.

– यह गाइडलाइंस सभी जिला कलक्टरों और राज्य सरकारों की वेबसाइटों पर जारी की जाएगी.

– देश के सभी कंटेनमेंट जोन की निगरानी केंद्र सरकार करेगी. राज्य सरकारों को कंटेनमेंट जोन के बाहर की गतिविधियों पर फैसला लेना है. राज्य और संघ राज्य क्षेत्र कंटेनमेंट जोन के बाहर की कुछ गतिविधियों को प्रतिबंधित कर सकते हैं.

– किसी राज्य के अंदर और एक राज्य से दूसरे राज्य में लोगों व वस्तुओं के आने-जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा. इसके लिए अलग से अनुमति या ई-परमिट लेने की भी जरूरत नहीं होगी. अनलॉक 3 में कोविड- 19 पर केंद्र सरकार की ओर से जारी सभी प्रोटोकॉल पूरी तरह लागू रहेंगे.

– सभी दुकानें खुली रहेंगी. लेकिन दुकानदारों को ग्राहकों के बीच पर्याप्त सामाजिक दूरी का ध्यान रखना होगा. लोगों को आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करना होगा.

– बीमार व्यक्तियों, बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को जहां तक हो सके. अपने घरों पर रहना होगा.

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