लखनऊ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक व संस्कार भारती के संरक्षक पद्मश्री बाबा योगेंद्र 98 वर्ष की आयु में आज 10 जून, 2022 को प्रातः 8 बजे निधन हो गया.

बाबा योगेंद्र पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे तथा उनका लखनऊ स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उपचार चल रहा था।

बाबा योगेंद्र कला तथा साहित्य के क्षेत्र में काम करने वाली अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती के संस्थापक थे तथा अनेक वर्षों तक राष्ट्रीय संगठन मंत्री रहे। कला क्षेत्र में आपके योगदान को देखते हुए वर्ष 2018 में भारत सरकार ने पद्म श्री सम्मान से अलंकृत किया था। इसके अतिरिक्त भाऊराव देवरस सेवा सम्मान तथा अहिल्या बाई होलकर राष्ट्रीय पुरस्कार तथा अनेक पुरस्कारों से भी आप सम्मानित हुए थे।

बाबा योगेंद्र का जन्म 7 जनवरी, 1924 को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में गांधीनगर में हुआ था. बचपन में गांव में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा में जाने लगे. इसके बाद गोरखपुर में पढ़ाई के दौरान उनका संपर्क संघ के प्रचारक नानाजी देशमुख से हुआ. संघ का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वह प्रचारक निकले।

बाबा योगेंद्र गोरखपुर, प्रयाग, बरेली, बदायूं और सीतापुर में प्रचारक रहे. वर्ष 1981 में जब संस्कार भारती संगठन बना, तो बाबा योगेंद्र को उसके अखिल भारतीय संगठन मंत्री का दायित्व सौंपा गया. विश्व को भीमबेटका तथा सरस्वती नदी के मार्ग की जानकारी देने वाले पद्मश्री डॉ विष्णु श्रीधर वाकणकर जी के साथ मिलकर उन्होंने कला साधकों के मन में राष्ट्रीय भावना के जागरण का कार्य लम्बे समय तक किया. उनके मार्गदर्शन में संस्कार भारती आज कला के क्षेत्र में देश की अग्रणी संस्था है।

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नई दिल्ली:  देश के 16वें राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा और 21 जुलाई को नतीजे आएंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय के साथ विज्ञान भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त होगा। इसी को देखते हुए 16वें राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को देश भर में मतदान होगा। वहीं 21 जुलाई को इसके नतीजे आएंगे।

उन्होंने बताया कि देश के 776 सांसद और 4033 विधायक राष्ट्रपति पद के लिए मतदान कर सकते हैं। इन्हें पार्टियां किसी उम्मीदवार को वोट करने के लिए बाध्य नहीं कर सकती। वोट प्राथमिकता के आधार पर होगा।

राष्ट्रपति पद के लिए केवल दिल्ली में ही नामांकन होगा। वहीं मतदान संसद और राज्य विधानसभाओं में होगा।

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नई दिल्ली: ट्विटर सहित सोशल मीडिया पर अलग-अलग लोगों द्वारा भारतीय जनता पार्टी से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा को धमकी देने वाले मामले में अब दिल्ली पुलिस की इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटजिक ऑपरेशन (आईएफएसओ) यूनिट ने भी मामला दर्ज किया है।

पुलिस के अनुसार, बीते दिनों अनेक लोगों ने दो अलग-अलग समुदायों के लिए आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली। इसके अलावा आपत्तिजनक टिप्पणी भी की गई। इसे लेकर दोनों पक्षों के लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इसके अलावा भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा एवं अन्य के खिलाफ भी एक और एफआईआर दर्ज की गई है।

आईएफएसओ यूनिट के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक बीते दिनों कुछ लोगों द्वारा एक-दूसरे समुदाय के बारे में आपत्तिजनक ट्वीट किए गए थे। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी आपत्तिजनक बातें लिखी गई थीं। इस तरह के कई मामलों पर संज्ञान लेते हुए स्पेशल सेल ने बुधवार को आठ लोगों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की है। इस एफआईआर में भाजपा से निकाले गए नेता नवीन कुमार जिंदल, लेखिका सबा नकवी, हिन्दू महासभा से पूजा शकुन पांडेय, राजस्थान से मौलाना मुफ्ती नदीम और पीस पार्टी के प्रवक्ता शादाब चौहान के नाम शामिल हैं। इन पर लोगों की भावनाओं को आहत करने का आरोप है।

वहीं, एक अन्य एफआईआर में सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। इसमें भाजपा से निष्कासित नेता नूपुर शर्मा को भी आरोपित बनाया गया है।

सूत्रों की मानें तो कुछ दिनों पहले आईएफएसओ ने नूपुर शर्मा की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की थी। इसके अलावा नूपुर को मिल रही धमकियों के चलते उन्हें दिल्ली पुलिस की तरफ से सुरक्षा भी मुहैया करवाई गई है।

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बारातियों को गर्मी ना लगे इसके लिए किए खास इंतेजाम, बारात के ऊपर लगा दी टेंट रास्ते भर नाचते गए बाराती

Surat: गर्मी के दिनों में गर्मी से निजात पाने के नित्य नए नए इनोवेशन सामने आते है. लेकिन यह इनोवेशन अब बारातियों की लिए भी होने लगा है. विगत दिनों एक बराता में बारातियों के लिए कूलर के साथ साथ चलने का वीडियो वायरल हुआ. बारात भी चर्चित हो गई. बारातियों को नाचने में परेशानी ना हो इसके लिए बारातियों के साथ साथ कूलर ले जाया गया. नया इनोवेशन सूरत का है जहां बारातियों के लिए रास्ते में साथ साथ धूप और गर्मी से बचाव के लिए टेंट का समियाना चल रहा था. लोग अचंभित जरूर थे लेकिन बारातियों को राहत मिलती रही.

शादी-ब्‍याह के आयोजनों तपती दोपहरी भी आड़े नहीं आ रही. लोग गर्मी से राहत पाने के लिए हर तौर-तरीके आजमा रहे हैं. दूल्‍हे समेत उसके सगे-संबंधी पीले रंग की ‘चलती छत’ के नीचे नजर आ रहे हैं, जिससे उन्हें धूप नहीं लग रही और नाच-गान के साथ बारात निकल रही है.

सड़क के किनारे बारात आगे बढ़ रही है और बारात में शामिल लोग पीले रंग के पंडाल के अंदर नाच रहे हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि पंडाल भी मूव‍िंग है. कुछ लोग उसे दूल्‍हे और बारात के उूपर से आगे बढ़ा रहे हैं.

यानी, जैसे-जैसे पंडाल आगे बढ़ रहा है, नीचे मौजूद बाराती भी नाचते-गाते आगे की तरफ जा रहे हैं. जिस इलाके से होकर ये बारात निकली, देखने वाले लोग ताज्‍जुब करने लगे.

बारातियों को ढोल की थाप पर नाचते हुए देखा जा सकता है, जबकि दूल्हे को घोड़े पर बैठाया गया है. एक तरह से चलती छत के नीचे रहकर बाराती तपती गर्मी से बचे हैं मजे की बात यह है कि, नाच-गा भी रहे हैं. इस वीडियो को इंडियन एयरफोर्स के रिटायर्ड एयरमार्शल एव‍िएटर अनिल चौपड़ा ने अपने टि्वटर अकाउंट पर शेयर किया है. जिसे अब तक 3 लाख से ज्‍यादा बार देखा जा चुका है.

पीले रंग के पंडाल के बारात निकलते समय सड़क पर से अन्‍य वाहन भी निकल रहे हैं. इस दौरान कई वाहन चालक इस बारात को देखते हैं, देखना भी बनता है क्‍योंकि ऐसे बारात निकलते हुए शायद पहली बार देखा गया है. रिटायर्ड एयर मार्शल अनिल चोपड़ा ने इस वीडियो के बारे में लिखा, ‘सन शेड और सुरक्षित घेरे में चलने वाली बारात. यह इनोवेशन लोगों को भा गया.

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नई दिल्ली: आतंकी संगठन अलकायदा ने ईश निंदा संबंधित टिप्पणियों को लेकर दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में आत्मघाती बम हमलों की धमकी दी है।

अलकायदा ने 6 जून की दिनांक वाले अपने कथित पत्र में धमकी दी है कि वह टेलीविजन बहस के दौरान इस्लाम के बारे में ईशनिंदा संबंधी टिप्पणियों का बदला लेगा। आतंकी संगठन ने कहा कि जिन लोगों ने पैगंबर के बारे में अपशब्दों का प्रयोग किया है हम उन्हें मार डालेंगे।

अलकायदा की भारतीय उपमहाद्वीप संबंधी शाखा ने पत्र में कहा, “हम अपने और अपने बच्चों के शरीर पर विस्फोटक बांधकर पैगंबर का अपमान करने वाले लोगों को उड़ा देंगे।”

पत्र में कहा गया है कि भारत में आजकल हिंदू आतंकवादियों का बोलबाला है। भगवा आतंकवादियों को अब हमलों के लिए तैयार रहना चाहिए। वे अपने घरों अथवा सैनिक छावनियों में सुरक्षित नहीं रह पाएंगे।

उल्लेखनीय है कि ज्ञानवापी प्रकरण में टेलीविजन बहस के दौरान भारतीय जनता पार्टी की निलंबित राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणियों को लेकर मुस्लिम देशों में व्यापक प्रतिक्रिया हुई थी।

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नई दिल्ली: ज्ञानवापी मस्जिद मामला और पूजास्थल अधिनियम के खिलाफ दायर याचिकाओं पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इस मामले पर गर्मी के अवकाश के बाद सुनवाई की उम्मीद है।

गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद का मामला वाराणसी जिला न्यायालय में लंबित है, जबकि सुप्रीम कोर्ट में एक से अधिक ऐसी याचिकाएं दायर की गई हैं, जिनमें न्यायालय को पूजा स्थल अधिनियम (प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट) को असंवैधानिक घोषित करने के लिए कहा गया है। वर्ष 2020 में पूजा स्थल अधिनियम को रद्द करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की गईं थीं, जिसमें से एक याचिका को न्यायालय ने क़ुबूल करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था। यह याचिका भारतीय जनता पार्टी के अश्विनी कुमार उपाध्याय एडवोकेट ने दायर की थी, जिसका नंबर सिविल रिट याचिका 1246/2020 है।

उक्त याचिका का विरोध करने के लिए जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड एजाज मकबूल के जरिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है जिस पर गर्मी के अवकाश के बाद सुनवाई होने की उम्मीद है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के निर्देश पर इस हस्तक्षेप याचिका में लिखा गया है कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि विवाद मामले में एक प्रमुख पक्षकार थी। इसमें प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट की धारा 4 को स्वीकार कर लिया गया है और इस कानून की संवैधानिक स्थिति को सर्वोच्च न्यायालय ने भी मान्यता दी है। इसलिए अब इस क़ानून को चुनौती देकर एक बार फिर देश की शांति भंग करने का प्रयास किया जा रहा है।

याचिका में आगे कहा गया है कि पूजा स्थल अधिनियम 1991 को लागू करने के दो उद्देश्य थे। पहला उद्देश्य था किसी भी धार्मिक स्थल के परिवर्तन को रोकना और दूसरा उद्देश्य पूजा स्थलों को उसी हालत में रखना था, जिस स्थिति या रूप में वे 1947 में थे। इन दोनों उद्देश्यों को बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि विवाद मामले के फैसले में अदालत ने बरकरार रखा गया था। याचिका में कहा गया है कि प्लेसेज आफ वर्शिप एक्ट भारत के संविधान की मूल संरचना को मजबूत करता है। इसका उल्लेख बाबरी मस्जिद मामले के फैसले में किया गया है। (पैराग्राफ 99, पृष्ठ 250) और इस क़ानून की रक्षा करना धर्मनिरपेक्ष देश की जिम्मेदारी है।

बाबरी मस्जिद मामले के फैसले में पांच न्यायाधीशों की संवैधानिक पीठ ने पूजा स्थल अधिनियम का विस्तृत विश्लेषण किया है, जिसके अनुसार यह कानून भारत के संविधान की नींव को मजबूत करने के साथ-साथ इसकी रक्षा भी करता है और इसकी धारा 4 पूजा स्थलों के रूपांतरण पर रोक लगाती है। यह कानून बनाकर सरकार ने सभी धर्मों के लोगों के पूजा स्थलों की रक्षा करने की संवैधानिक जिम्मेदारी ली है।

इस सम्बंध में जमीयत उलेमा-ए-हिंद की कानूनी सहायता समिति के प्रमुख गुलजार आजमी ने कहा कि 18 सितंबर, 1991 को पूजा स्थल अधिनियम पारित किया गया था, जिसके अनुसार 15 अगस्त, 1947 को मिली स्वतंत्रता के समय धार्मिक स्थलों की जो स्थिति थी, उनको बदला नहीं जा सकता। केवल बाबरी मस्जिद विवाद को इस कानून से बाहर रखा गया, क्योंकि मामला पहले से ही विभिन्न अदालतों में लंबित था।

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नई दिल्ली: पैगंबर मोहम्मद पर टीवी डिबेट के दौरान टिप्पणी के चलते विवादों में घिरीं नूपुर शर्मा और उनके परिवार को दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा दी है। नूपुर शर्मा और उनके परिवार की ओर से पुलिस में शिकायत दी गई थी कि उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें सुरक्षा दी।

नई दिल्ली जिले की डीसीपी अमृता गुगलोथ ने मंगलवार को बताया कि “नूपुर शर्मा और उनके परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनको जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और उनके बयान के बाद से उन्हें परेशान किया जा रहा है।”

उल्लेखनीय है कि बीते 27 मई को एक न्यूज चैनल पर चल रही डिबेट के दौरान भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा एवं पैनल में बैठे एक अन्य व्यक्ति के बीच बहस हुई थी। इस दौरान नूपुर शर्मा ने एक समुदाय के पूजनीय के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद से नूपुर शर्मा को ट्विटर पर अलग-अलग आईडी से धमकी दी जा रही थी।

इसे लेकर उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को ट्वीट कर शिकायत की थी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि उन्हें एवं उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। एक टि्वटर आईडी के जरिए इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। धमकी देने वाले इन लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाए। जिसके बाद दिल्ली पुलिस की इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) ने मामला दर्ज किया था।

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नई दिल्ली: ट्विटर सहित सोशल मीडिया पर अलग-अलग लोगों द्वारा नूपुर शर्मा को दी जा रही धमकी को लेकर दिल्ली पुलिस की इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) ने मामला दर्ज कर लिया है। दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने बताया कि, इस मामले में आईएफएसओ की टीम उन लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है, जिन्होंने नूपुर शर्मा को ट्विटर एवं अन्य जगह पर धमकी दी थी। उल्लेखनीय है कि रविवार को भाजपा ने आपत्तिजनक बयान देने के चलते नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया था।

जानकारी के अनुसार बीते 27 मई को एक न्यूज चैनल पर चल रही डिबेट के दौरान भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा एवं पैनल में बैठे एक अन्य व्यक्ति के बीच बहस हुई थी। इस दौरान नूपुर शर्मा ने एक समुदाय के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद से नूपुर शर्मा को ट्विटर पर अलग-अलग आईडी से धमकी दी जा रही थी। इसे लेकर उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को ट्वीट कर शिकायत की थी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि उन्हें एवं उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। एक टि्वटर आईडी के जरिए इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। धमकी देने वाले इन लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाए।

दिल्ली पुलिस की तरफ से भी इस ट्वीट का जवाब दिया गया था। दिल्ली पुलिस ने अपने ट्वीट में कहा था कि उनकी शिकायत को संबंधित कार्रवाई के लिए आगे भेजा जा रहा है। इसे आईएफएसओ के पास भेजा गया था, जिन्होंने प्राथमिक जांच के बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने इस मामले में जांच भी शुरू कर दी है। इसके लिए सबसे पहले उन सभी ट्विटर हैंडल की पहचान पुलिस कर रही है जिन्होंने नूपुर शर्मा को धमकी दी है। इनकी पहचान करने के बाद पुलिस उनकी गिरफ्तारी कर सकती है।

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– चार हजार किमी. रेंज वाली मिसाइल का प्रक्षेपण करके भारत ने दुनिया को दिखाई एयरोस्पेश की ताकत

– एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-4 का किया सफल परीक्षण

नई दिल्ली: भारत ने सोमवार को ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से इंटरमीडिएट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-4 का सफल प्रक्षेपण करके एयरोस्पेस की दुनिया में एक और कामयाबी हासिल की। इस मिसाइल की रेंज चार हजार किलोमीटर है। यानी इसकी जद में पूरा पाकिस्तान और लगभग आधा चीन आता है।

सामरिक बल कमान की निगरानी में किए गए नियमित उपयोगकर्ता प्रशिक्षण लॉन्च ने सभी परिचालन मापदंडों के साथ-साथ सिस्टम की विश्वसनीयता को भी मान्य किया। इस सफल से भारत की ‘विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोध’ क्षमता रखने की नीति पुष्ट हुई है। पूर्वी तट पर स्थित विभिन्न टेलीमेट्री और राडार स्टेशनों ने मिसाइल पर नजर रखी।

मिसाइल ने सभी मानकों को पूरा करते हुए टारगेट पर सटीकता से निशाना साधा। इस दौरान मिसाइल की तकनीकी, हमलावर टेक्नीक, नेविगेशन आदि मानकों की जांच की गई। परीक्षण के बाद स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड ने अपने बयान में कहा कि यह एक रूटीन ट्रेनिंग लॉन्च थी, जिसमें सारे ऑपरेशनल पैरामीटर्स की फिर से जांच की गई है। भारत ने यह सफल परीक्षण करके एक बार फिर इस बात की पुष्टि की है कि वह अपने विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोध क्षमता को बनाए रखेगा।

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नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) की वेबसाइट या ऐप के माध्यम से ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सीमा को दोगुना कर दिया है।

भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए ऐसी यूजर आईडी से जो आधार से लिंक नहीं है, एक महीने में अधिकतम 6 टिकट बुक करने की सीमा को बढ़ाकर 12 टिकट कर दिया है। इसके साथ ही आधार से लिंक यूजर आईडी द्वारा एक महीने में अधिकतम 12 टिकटों की सीमा बढ़ाकर 24 टिकट करने का निर्णय लिया है। इसके लिए बुक किए जाने वाले टिकट के एक यात्री का आधार के माध्यम से सत्यापन होना अपेक्षित है।

वर्तमान में, भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) की वेबसाइट या ऐप पर ऐसी यूजर आईडी से जो आधार से लिंक नहीं है एक महीने में अधिकतम 6 टिकट ऑनलाइन बुक किए जा सकते हैं जबकि आधार से लिंक आईडी द्वारा आईआरसीटीसी की वेबसाइट या ऐप पर एक महीने में एक यूजर आईडी द्वारा अधिकतम ऑनलाइन 12 टिकट बुक किए जा सकते हैं। बुक किए जाने वाले टिकट में एक यात्री का आधार के माध्यम से सत्यापन होना अपेक्षित है।

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केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने आज अपनी यात्रा के दौरान पन्ना में हीरा खनन परियोजना की स्थिति की समीक्षा की और भारत के माननीय उच्चतम न्यायालय से अनुमोदन तथा अन्य प्रासंगिक स्वीकृति प्राप्त होने के बाद त्वरित रूप से रैंप अप और सामान्य संचालन की बहाली के उद्देश्य से कार्य संपादन के लिए तैयार होने की सलाह दी।

इस्पात मंत्री ने यहां पर पूरा दिन बिताया और अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण एवं विकास को साथ-साथ चलना चाहिए और इस तालमेल को बनाए रखने के लिए एनएमडीसी लिमिटेड द्वारा किए गए प्रयास अत्यधिक प्रशंसनीय हैं। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच देश में 8.7% की उच्चतम सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर एनएमडीसी लिमिटेड जैसे संगठनों के योगदान के कारण ही संभव थी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री के साथ एनएमडीसी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री सुमित देब और इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

कंपनी के एक्सप्लॉरेशन कैंप और हीरा खदानों में मंत्री का स्वागत करते हुए अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री देब ने परियोजना की शुरुआत से लेकर अब तक की पृष्ठभूमि, अयस्क के प्रकार, इसकी प्रसंस्करण प्रक्रिया, उत्पादित हीरे के प्रकार और मझगवां में संभावित हीरे के भंडार जैसे विवरण साझा किए।

इससे पहले कल श्री रामचन्द्र प्रसाद सिंह ने एनएमडीसी पन्ना डायमंड सेंटर में जांच एवं अन्वेषण सुविधाओं का निरीक्षण किया। यह देश का एकमात्र हीरा अन्वेषण केंद्र है। इसके अलावा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर इस्पात मंत्री ने केंद्र में पौधरोपण भी किया और एनएमडीसी के कर्मचारियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।

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उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में रविवार को एक भीषण सड़क हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई. वहीं इस घटना में तीन गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. अन्य दो की तलाश की जा रही है. बताया रहा है कि मध्यप्रदेश के पन्ना जिले से 30 तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही एक बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई. दुर्घटना यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डामटा और बर्नीगाड के बीच हुई है. फिलहाल घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए डामटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया है. बताया जा रहा है कि बस चालक दो दिन से सोया नहीं था.


घटना की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पुलिस पहुंच गई है. बताया जा रहा है कि 25 शव निकाले जा चुके हैं. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड में दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए PMNRF की ओर से 2-2 लाख रुपये दिए जाएंगे. वहीं 50,000 रुपये दिए जाएंगे.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दुर्घटना का जायजा लेने सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री ने दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन को तेजी से राहत व बचाव कार्य करने के निर्देश दिये हैं. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस संबंध में बात की है. उन्‍होंने ट्वीट किया है कि स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में लगी हैं. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है.

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