नई दिल्ली: देश की तीन लोकसभा और चार राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम आ गए हैं। उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार प्रदर्शन किया है। उत्तर प्रदेश की रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी (सपा) से छीन ली है। रामपुर सीट को सपा नेता आजम खान का गढ़ माना जाता रहा है। भाजपा ने इस मिथक को चकनाचूर कर दिया। पंजाब की संगरूर लोकसभा सीट पर बड़ा उलटफेर हुआ है। यहां शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के उम्मीदवार सिमरनजीत सिंह मान जीत गए हैं। त्रिपुरा में मुख्यमंत्री मानिक साहा ने टाउन बरदोवाली विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है।

चुनाव आयोग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट पर सपा को हार का सामना करना पड़ा है। यहां भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी ने सपा के उम्मीदवार आसिम राजा को हराया। भाजपा उम्मीदवार घनश्याम सिंह लोधी को 3,67,397 और सपा के असीम रजा को 3,25,205 मत मिले हैं। आजमगढ़ में भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ को 3,12,768 मत मिले हैं। सपा के धर्मेंद्र यादव को 3,04,089, बसपा के गुड्डू जमाली को 2,66,210 वोट मिले हैं। निरहुआ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के धर्मेंद्र यादव को 8,679 मतों से हराया। आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट क्रमशः सपा मुखिया अखिलेश यादव और सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के इस्तीफे के चलते रिक्त हुई थी।

पंजाब में विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत पाने वाली आम आदमी पार्टी अपनी जमीन खोती दिख रही है। शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के सिमरनजीत सिंह मान संगरूर लोकसभा क्षेत्र से 5,822 मतों से जीते हैं। इस सीट पर भगवंत मान दो बार जीते थे। पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद यहां उपचुनाव कराया गया।

दिल्ली की राजेंद्र नगर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने एक बार फिर अपना परचम लहरा दिया है। आप उम्मीदवार दुर्गेश पाठक को 11,468 मतों से जीत मिली है। दुर्गेश पाठक को कुल 40,319 मत मिले, जबकि 28,851 मतों के साथ भाजपा के राजेश भाटिया दूसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस को मात्र 2,014 मत ही मिले हैं।

झारखंड की राजधानी रांची के मांडर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में सत्ताधारी गठबंधन की संयुक्त उम्मीदवार कांग्रेस की शिल्पी नेहा तिर्की ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की गंगोत्री कुजूर को 23,517 मतों से हराया। शिल्पी नेहा तिर्की को 95,062 मत मिले, जबकि गंगोत्री कुजूर को 71,545 मत हासिल हुए।

आंध्र प्रदेश की आत्माकुर सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। एम. विक्रम रेड्डी ने 82,888 वोटों से अपने निकटतम उम्मीदवार भाजपा के भरत कुमार को हराया है। वहीं, त्रिपुरा में चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को तीन और कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली है। त्रिपुरा की टाउन बरदोवाली सीट से भाजपा उम्मीदवार मुख्यमंत्री मानिक साहा ने जीत दर्ज की है। उन्होंने 6,104 वोटों से जीत दर्ज की है। यहां की जबराजनगर और सूरमा सीट भी भाजपा ने जीती है। अगरतला में कांग्रेस उम्मीदवार सुदीप रॉय बर्मन ने जीत दर्ज की है।

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गुरुग्राम/नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को ड्राइंगरूम में अकेले बैठकर सुनने के बजाये बूथ पर सामूहिक रूप से सुनने की अपील की है।

गुरुग्राम में प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को सुनने पहुंचे नड्डा ने कहा कि सभी को ‘मन की बात’ कार्यक्रम बूथ पर सामूहिक रूप से सुनना चाहिए, इससे बूथ का सुदृढ़ीकरण होगा। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ड्राइंगरूम में अकेले बैठकर सुनने का नहीं है, बल्कि सामूहिक रूप से बूथ पर बैठकर सुनने का है। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम कार्य को एक्टिविटी में बदलने की प्रेरणा देता है, इसलिए हम सभी को सामूहिक रूप से इस कार्यक्रम में उठाए गए सामाजिक विषयों पर चर्चा करने के साथ-साथ इन्हें अपने जीवन में भी उतारना चाहिए।

गुरुग्राम की बादशाहपुर विधानसभा के बूथ नंबर 338 पर प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात सुनने के लिए पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के साथ प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, प्रदेश के मंत्री बनवारी लाल, सांसद सुनिता दुग्गल सहित अनेक नेता मौजूद रहे।

कार्यक्रम के बाद अपने संबोधन में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल को देश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक काला अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि भारत के जन-जन की मूल विचारधारा लोकतंत्र ही रही है, जिसने आखिरकार आपातकाल की तानाशाही को उखाड़ फेंका। उन्होंने आपातकाल की घटना को साझा करते हुए कहा कि उन्हें कालेज की क्लास से अरेस्ट किया गया था। आपातकाल का विरोध करने वाले हजारों लोगों को जेल में लंबे समय तक बंदी बनाकर रखा गया था। नड्डा ने कहा कि अगर हम उजाला चाहते हैं, तो हमें अंधेरों को भी याद रखना होगा। इसलिए हमें आपातकाल को याद रखकर लोकतंत्र को लगातार मजबूत करने के लिए काम करना होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय मूल विचारधारा के कारण ही हम प्रजातांत्रिक हैं। इस तरह अब यही लोकतांत्रिक सोच प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लगातार खुशहाल एवं विकसित होती जा रही है।

नड्डा के कहा कि मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कभी राजनीतिक बात नहीं की। इसमें उन्होंने हमेशा जनजागरण और देश के समन्वित विकास की गहरी से गहरी बात की। प्रधानमंत्री ने पर्यावरण, विज्ञान, ग्रामीण विकास, खेल कूद और नव निर्माण पर महीन से महीन चर्चा करते हुए इसे देश के जन-जन तक पहुंचाया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मन की बात हमें सामाजिक, आध्यात्मिक और जन जागरण की एक सामूहिक प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि हम सब इसी तरह रविवार को सामूहिक रूप से बूथ पर बैठकर ही मन की बात सुनें। इससे पार्टी की और प्रधानमंत्री मोदी की विकसित सोच जन-जन में अधिक लोकप्रिय होगी। साथ ही इस तरह के आयोजन से हमारे बूथों का और सुदृढ़ीकरण भी होगा।

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जयपुर:  करणी विहार थाना इलाके में एक बिल्डिंग के चार मंजिल से बुजुर्ग सिक्योरिटी गार्ड ने छलांग लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। फिलहाल मृतक के आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि छत का गेट बंद मिलने पर सिक्योरिटी गार्ड को ढूंढा तो उसका शव बिल्डिंग के पास खाली प्लाट में लहूलुहान हालत में पड़ा मिला। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है। जहां रविवार दिन में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।

थानाधिकारी जयसिंह बेसरा ने बताया कि मृतक महादेव मदान (62) मूलत: उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और पिछले 22 सालों से रजनी विहार करणी विहार स्थित मोहित कॉटेज में गारमेंट फैक्ट्री में रहता था। जो फैक्ट्री की सिक्योरिटी करता था। पुलिस की प्रारंभिक जांच पड़ताल में सामने आया कि उसने बिल्डिंग के चार फ्लोर से छलांग लगाकर आत्महत्या कर लिया। फैक्ट्री अकाउंटेंट अपने घर जाने के लिए निकला तो मृतक महादेव मदान नहीं दिखा। आवाज लगाते हुए फैक्ट्री में ढूंढते हुए छत पर जा पहुंचा,जहां चार फ्लोर का गेट बंद मिला। काफी आवाज लगाने और गेट खटखटाने के बाद भी नहीं खोला गया। शक होने पर गेट के पास स्थित छज्जे पर उतरकर छत पर पहुंचा। वहां भी महादेव मदान के नहीं मिलने पर बिल्डिंग के नीचे इधर-उधर झाक कर देखने पर पास ही खाली प्लाट में महादेव मदान पड़ा दिखा। खाली प्लाट में महादेव मदान का शव खून से लथपथ हालत में पड़ा देख पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस मौके पहुंची और सबूत जुटाकर शव को एम्बुलेंस की मदद से एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया। पुलिस ने मृतक के पास किसी प्रकार का सुसाइड नोट मिलने की बात से इंकार किया है। फिलहाल परिजनों से इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

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लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता आजम खान के घर में ही उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने करारी शिकस्त दी है। भाजपा उम्मीदवार घनश्याम लोधी ने सपा के आसिम राजा को करीब 38 हजार वोटों से पराजित किया है। हालांकि चुनाव आयोग से घोषणा होना बाकी है। यह तब हुआ है, जब आजम खान ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को रामपुर में प्रचार करने से मना किया था। आजम ने वादा किया था कि वह रामपुर संसदीय सीट पार्टी को जीत कर देंगे। वह ऐसा कर पाने में बुरी तरह असफल रहे।

2024 से पहले उप्र में हुए लोकसभा उपचुनाव को सेमी फाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। रामपुर में भाजपा को मिली जीत आने वाले लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के लिए अच्छे संकेत हैं। आजमगढ़ सीट पर भाजपा और सपा में कड़ी टक्कर मानी जा रही थी। कयास लगाए जा रहे थे कि निरहुआ आजमगढ़ में सीट निकाल सकते हैं जबकि, रामपुर में सपा के लिए लोग एकतरफा जीत का दावा कर रहे थे। मतगणना के दौरान इसके उलट स्थिति देखने को मिली। रामपुर में घनश्याम लोधी ने एक बार बढ़त बनाई तो पलट कर नहीं देखे। रामपुर में कमल खिलने से भाजपा के खेमे में खुशी की लहर है।

अपने ही घनश्याम से हार गए आजम
सपा के कद्दावर नेता आजम खान का किला ढह गया है। भाजपा उम्मीदवार घनश्याम लोधी ने चुनाव जीत लिया है। परिणाम आने के साथ ही यह चर्चा शुरू हो गयी है कि आजम अपने घनश्याम से शिकस्त खा गए। घनश्याम कभी आजम के बेहद करीबी हुआ करते थे। आजम के दाहिने हाथ के तौर पर वह उनकी सियासी ट्रेन दौड़ाया करते थे। भाजपा ने घनश्याम को ही टिकट दे दिया। घनश्याम को आजम के सारे दांव-पेंच पता थे। लिहाजा आजम की कोई भी चाल इस बार घनश्याम के सामने नहीं चल पाई और भाजपा को जीत मिल गई। इसके साथ ही आजम पर सियासी संकट मंडराने लगा है।

रामपुर संसदीय क्षेत्र में कब किस दल को मिली जीत
रामपुर से पहले पांच लोकसभा चुनावों में कांग्रेस जीतती रही। पहली बार 1977 में गैर कांग्रेसी दल जनता पार्टी का कब्जा हुआ। 1952 में रामपुर संसदीय सीट से पहला चुनाव कांग्रेस के कद्दावर नेता मौलाना अबुल कलाम आजाद जीते। 1957 और 1962 में भी कांग्रेस के उम्मीदवार क्रमश: अहमद मेहंदी और जुल्फिकार अली खान को जीत मिली। जुल्फिकार अली खान ने 1971 के चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाने में सफल रहे। पहली बार गैर कांग्रेसी दल से 1977 के लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी के राजेंद्र कुमार शर्मा जीते। 1980, 1984 और 1989 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के जुल्फिकार अली खान को लगातार इस सीट पर जीत मिली। 1991 में रामपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार राजेंद्र कुमार शर्मा एक बार फिर चुनाव जीते। 1996 में फिर से कांग्रेस की उम्मीदवार बेगम नूर बानो ने बाजी मारी। 1998 में भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी को जीत मिली। 1999 में फिर से बेगम नूर बानो ने कांग्रेस को जीत दिलाई। 2004 और 2009 समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार जयाप्रदा ने रामपुर सीट से जीत दर्ज की। 2014 में मोदी लहर में भाजपा के डॉक्टर नेपाल सिंह इस सीट पर जीते लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के आजम खान ने जीत दर्ज की। 2022 के उपचुनाव में भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी ने बाजी मारी है।

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ऩई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्रियों समेत भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति में मुर्मु ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। आदिवासी समाज से आने वाली मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं।

नामांकन से पहले द्रौपदी मुर्मू ने संसद भवन परिसर स्थित महात्मा गांधी, बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर और बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। तत्पश्चात वह नामांकन के लिए पहुंची। राज्यसभा महासचिव और पीठासीन अधिकारी पीसी मोदी के समक्ष उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया। उन्होंने चार सेट में नामांकन पत्र भरा।

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, धर्मेन्द्र प्रधान, भूपेन्द्र यादव, गिरिराज सिंह, गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन मुंडा, अश्वनी चौबे तथा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, अर्जुन राम मेघवाल समेत कई अन्य केंद्रीय मंत्री शामिल रहे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा भी शामिल रहे। बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणू देवी समेत जनता दल यूनाईटेड के अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ लल्लन सिंह भी उपस्थित रहे। इसके साथ ही राजग के घटक दलों के नेता, सांसद तथा ओडिशा सरकार के मंत्री तथा तमाम सांसद उपस्थित रहे।

नामांकन से पहले संवाददाताओं से बातचीत में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि भाजपा सोशल इंजीनियरिंग में विश्वास करती है इसलिए सब वर्ग के लोगों को संवैधानिक पदों पर बैठाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच है। सबको उनका समर्थन करना चाहिए। हम अपील करते हैं कि इतनी बड़ी जनजातीय नेता को सर्वसम्मति से चुना जाए।

वहीं, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सारे भारत के लोग और खासकर आदिवासी, जनजाति समाज के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि एक आदिवासी, जनजाति महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। आज़ादी के लंबे कालखंड के बाद ऐसा अभूतपूर्व फैसला हुआ है। यह ऐतिहासिक निर्णय हुआ है।

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New Delhi: सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग,NDA) की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मौजूद थे. न्‍यूज एजेंसी एएनआई ने अपने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि राष्‍ट्रपति चुनाव में NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और NCP प्रमुख शरद पवार से बात की और अपने लिए उनकी पार्टी का समर्थन मांगा है.

प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन परिसर स्थित राज्यसभा महासचिव के कार्यालय में निर्वाचन अधिकारी पी.सी. मोदी को द्रौपदी मुर्मू के नामांकन पत्र सौंपे. मुर्मू के साथ नामांकन दाखिल करने के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह, राजनाथ सिंह, जे.पी. नड्डा, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और सहयोगी दलों के नेता मौजूद थे. भाजपा नेताओं के अलावा वाईएसआर कांग्रेस के विजयसाई रेड्डी, ओड़िशा की बीजू जनता दल सरकार के दो मंत्री और उसके नेता सस्मित पात्रा, अन्नाद्रमुक नेता ओ. पनीरसेल्वम और थम्बी दुरई तथा जनता दल (यूनाईटेड) के राजीव रंजन सिंह भी मौजूद थे.

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पटना: राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के अवसर पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह मौजूद रहेंगे. एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के लिए जदयू के सात सांसद प्रस्तावक भी बनेंगे. इनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के अलावा, तिलेश्वर कामति, डॉ आलोक सुमन, चंद्रेश्वर चंद्रवंशी,संतोष कुशवाहा और दुलालचंद गोस्वामी के नाम हैं. श्री सिंह ने इसकी जानकारी दी.

एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में शामिल होने के लिए जदयू अध्यक्ष ललन सिंह गुरुवार की देर शाम दिल्ली पहुंच गये. जदयू के अलावा केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के अलावा उनकी पार्टी रालोजपा के भी चार सांसद प्रस्तावक बनेंगे. बिहार भाजपा से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के नामांकन के दौरान मौजूद रहने की सूचना है. द्रौपदी मुर्मू को बिहार से आने लोजपा रामविलास के सांसद चिराग पासवान ने भी समर्थन देने की घोषणा की है.

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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को गुलबर्गा सोसाइटी दंगा मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को क्लीनचिट देने के खिलाफ दाखिल जाकिया जाफरी की याचिका खारिज कर दी। जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली बेंच ने याचिका खारिज करने का फैसला सुनाया।

सुप्रीम कोर्ट ने 9 दिसंबर, 2021 को इस याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। सुनवाई के दौरान गुजरात सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में तीस्ता सीतलवाड पर पिछले बीस वर्ष से गुजरात सरकार को बदनाम करने की साजिश करने का आरोप लगाया था। गुजरात सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था कि जाकिया जाफरी से हमें सहानुभूति है। उन्होंने अपने पति को खोया है। लेकिन उनकी पीड़ा का लाभ उठाने की भी एक सीमा होती है। गवाहों को सिखाया-पढ़ाया गया। एसआईटी ने सीतलवाड के खिलाफ साक्ष्यों से छेड़छाड़ कर निर्दोष लोगों को फंसाने का मुकदमा क्यों नहीं चलाया। मेहता ने कहा था कि 2021 में आरोप लगाकर मामले की दोबारा जांच की मांग की जा रही है। मेहता ने आरोप लगाया था कि सिटीजन फॉर पीस ऐंड जस्टिस और सबरंग इंडिया ट्रस्ट का निजी हितों के लिए इस्तेमाल किया गया। इनके खातों का लंबे समय तक ऑडिट नहीं किया गया।

एसआईटी की ओर से वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने एसआईटी पर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया था। उन्होंने कहा था कि एसआईटी ने काफी सूक्ष्मता से जांच की और उसकी जांच में कोई गड़बड़ी नहीं है। रोहतगी ने कहा था कि ट्रायल कोर्ट ने गुलबर्गा सोसायटी दंगा मामले में 17 जून, 2016 को फैसला सुनाया था। जाकिया जाफरी ने 2006 में शिकायत की थी। जब जाफरी अपनी एफआईआर दर्ज करवाने की मांग के लिए हाई कोर्ट गईं तो उनके साथ एक एनजीओ की प्रमुख तीस्ता सीतलवाड भी शामिल हो गईं। हाई कोर्ट ने कहा था कि की तीस्ता सीतलवाड का इस केस से कोई लेना-देना नहीं है। जाकिया जाफरी की ओर से कपिल सिब्बल ने पक्ष रखा था।

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नई दिल्ली: देश में पिछले 24 घंटे में शुक्रवार सुबह आठ बजे तक कोरोना संक्रमित 17,336 नए मरीज मिले हैं। इस अवधि में कोरोना महामारी को मात देने वालों की संख्या 13,029 रही। वहीं, कोरोना से 13 लोगों की मौत हुई है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अबतक कुल 4 करोड़ 27 लाख 49 हजार 056 कोरोना के मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। मौजूदा रिकवरी दर 98.59 प्रतिशत है। फिलहाल देश में कोरोना वायरस के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 88 हजार, 284 है जो कुल मामालों का 0.20 प्रतिशत है। दैनिक संक्रमण दर 4.32 प्रतिशत दर्ज किया गया है।

आईसीएमआर के मुताबिक बीते 24 घंटे में 4.01 लाख से ज्यादा टेस्ट किए गए। उल्लेखनीय है कि अबतक कुल 85.98 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं।

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति पद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। उनके अपराह्न 12 बजे नामांकन पत्र दाखिल करने की संभावना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उनके प्रस्तावक हैं। द्रौपदी मुर्मू (64) को मंगलवार को भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उम्मीदवार घोषित किया था। वो गुरुवार को राजधानी दिल्ली पहुंचीं। हवाई अड्डे पर उनका स्वागत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, सांसद मनोज तिवारी और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश बिधूड़ी आदि ने किया। मुर्मू ओडिशा भवन में ठहरी हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री शाह से मुलाकात की ।

नई दिल्ली रवाना होने से पहले ओडिशा में द्रौपदी मुर्मू ने कहा- ‘मैं सभी का धन्यवाद करती हूं और सभी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए सहयोग मांगती हूं। मैं 18 जुलाई से पहले सभी मतदाताओं (सांसदों) से मिलूंगी और उनका समर्थन मांगूंगी।’ उनके नामांकन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिंह आदि दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि उनका चुनाव जीतना महज औपचारिकता भर रह गया है। अगर वो चुनाव जीतती हैं तो देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और इस पद को सुशोभित करने वाली दूसरी महिला होंगी।

राष्ट्रपति पद के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा हैं। राष्ट्रपति चुनाव में संख्या बल के आधार पर भाजपा नीत राजग मजबूत स्थिति में है।

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नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने क्रेडिट और डेबिट कार्ड सहित को-ब्रांडिंग कार्ड को एक्टिवेट करने से जुड़े प्रावधानों में राहत दी है। आरबीआई ने मंगलवार को इन तीन प्रावधानों की 30 जून, 2022 को समाप्त हो रही समय-सीमा को और तीन महीने के लिए बढ़ा दिया है।

रिजर्व बैंक के मुताबिक क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड जारी करने वाले बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) को ग्राहकों की सहमति के बगैर कार्ड को सक्रिय करने जैसे कुछ मानदंडों को एक जुलाई, 2022 से लागू करना था। इसे आरबीआई ने एक अकटूबर, 2022 तक के लिए बढ़ा दिया है।

दरअसल, बैंकों और एनबीएफसी को एक जुलाई से क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड जारी करने के लिए संचालन निर्देश, 2022′ पर आरबीआई का मास्टर निर्देश लागू करना था। मास्टर निर्देश के मुताबिक अगर कार्ड जारी होने के 30 दिन बाद भी उसे एक्टिव नहीं किया गया है, तो जारीकर्ता संस्थान को क्रेडिट और डेबिट कार्ड सक्रिय करने के लिए कार्डधारक से वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) संबंधी सहमति लेनी होगी।

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव के लिए नाम के चयन में पक्ष और विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं बनने के बाद पहले विपक्ष ने फिर सत्तारूढ़ एनडीए ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषण मंगलवार को कर दी. 

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रपति पद के लिए झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मंगलवार को यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि स्वंय वे और राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेतृत्व के संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक दलों के साथ बातचीत की। लेकिन सर्वसम्मति की बात नहीं हो पायी। संप्रग ने आज अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। नड्डा ने कहा कि संप्रग की घोषणा के बाद राजग के घटक दलों के साथ बातचीत हुई और भाजपा संसदीय बोर्ड में 20 नामों पर चर्चा हुई।

नड्डा ने बताया कि इस चर्चा में इस बात पर लोगों की सहमति बनी कि पूर्वोत्तर क्षेत्र से किसी जनजातीय समाज को इस पद के लिए चुना जाए। आज तक इस पद पर किसी जनजातीय समाज की महिला को नहीं बिठाया गया। इसी को ध्यान में रखते हुए द्रौपदी मुर्मू के नाम पर सहमति बनी। मुर्मू पेशे से शिक्षक भी रह चुकी है। इसके अलावा झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं।

वही दूसरी ओर कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा को संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यशंवत सिन्हा के नाम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार होंगे।

विपक्षी दलों की आज हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी. राजा, समाजवादी पार्टी के प्रो रामगोपाल यादव, द्रमुक के त्रिची शिवा समेत विभिन्न विपक्षी दलों के नेता शामिल रहे।

जयराम रमेश ने कहा कि 15 जून को हुई बैठक में धर्मनिरपेक्ष विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में सर्वसम्मति से आम उम्मीदवार चुने जाने का निर्णय किया था। इसी क्रम में आज हुई बैठक में हमने आम सहमति से यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार चुना है। यशंवत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्तमंत्री और विदेश मंत्री रह चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि मौजूदा राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है। 29 जून को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। 

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