नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में आजादी की 75वीं वर्षगांठ और आजादी के अमृत महोत्सव का जिक्र किया। देश के महान क्रांतिकारियों को याद करते हुए उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में भाग लें। उन्होंने कहा कि तिरंगा अभियान के तहत हम तिरंगे को अपना सोशल मीडिया प्रोफाइल भी बना सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ की 91वीं कड़ी को संबोधित करते हुए कहा कि खुशी की बात है कि आजादी का अमृत महोत्सव एक जन आंदोलन का रूप ले रहा है। जीवन के सभी क्षेत्रों और समाज के हर वर्ग के लोग देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 13 से 15 अगस्त तक एक विशेष ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाया जा रहा है। लोग इस अभियान का हिस्सा बनकर 13 से 15 अगस्त तक अपने घर पर तिरंगा जरूर फहराएं । तिरंगा हमें जोड़ता है। हमें देश के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करता है। 2 अगस्त से 15 अगस्त तक हम सभी अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पिक्चर में तिरंगा लगा सकते हैं।

तिरंगे के इतिहास का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 2 अगस्त का तिरंगे से विशेष संबंध है। इसी दिन पिंगली वेंकैया जी की जयंती होती है। उन्होंने हमारे राष्ट्रीय ध्वज को रूपरेखा तैयार की थी। वे उन्हें आदरपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। साथ ही महान क्रांतिकारी मैडम कामा को भी याद करते हैं जिन्होंने तिरंगे को आकार देने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

0Shares

नई दिल्ली: कारगिल युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की विजय के बाद शहीदों की याद में बनाए गए स्मारक का नाम बदल दिया गया है। कारगिल सेक्टर में द्रास स्थित प्वॉइंट 5140 का नामकरण ‘गन हिल’ कर दिया गया है।

पाकिस्तान के साथ कारगिल युद्ध के दौरान अपनी घातक और सटीक गोलाबारी के बल पर भारतीय सेना की आर्टिलरी रेजीमेंट ने दुश्मन फौजों के दांत खट्टे कर दिये थे और उनकी रक्षापंक्ति को छिन्न-भिन्न कर दिया था। इस अभियान को जल्द पूरा करने में इसी प्वॉइंट 5140 ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।

आर्टिलरी रेजीमेंट की तरफ से आर्टिलरी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल टीके चावला ने द्रास के कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। उनके साथ पूर्व गनर्स भी उपस्थित थे, जिन्होंने अभियान में हिस्सा लिया था। फायर-एंड-फ्यूरी कोर के जनरल ऑफीसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने भी पुष्पांजलि अर्पित की।

यह कार्यक्रम सभी आर्टिलरी रेजीमेंटों के पूर्व सैनिकों की उपस्थिति में आयोजित हुआ, जिन्हें ऑपरेशन विजय में सम्मानजनक उपाधि ‘कारगिल’ प्राप्त हुई है। इस अवसर पर तोपखाने के सेवारत अधिकारी भी उपस्थित थे।

0Shares

नई दिल्ली: झारखंड स्थित ज्योतिर्लिंग बैजनाथ को वायुमार्ग से जोड़ने के लिए हाल ही में शुरू किए गए देवघर एयरपोर्ट पर उड़ानें शुरू हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 जुलाई को देवघर एयरपोर्ट राष्ट्र को समर्पित किया था। आज (शनिवार) राजधानी दिल्ली से भी देवघर हवाई मार्ग से जुड़ जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद कैप्टन राजीव प्रताप रूडी आज इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6ई 6191 को दिल्ली से देवघर लेकर जाएंगे। यह दिल्ली-देवघर की पहली उड़ान होगी।

इंडिगो की यह फ्लाइट शनिवार दोपहर 1ः00 बजे रवाना होगी और 2ः45 बजे देवघर एयरपोर्ट पर उतरेगी। इस विमान में रूडी के साथ कैप्टन आशुतोष शेखर भी विमान का संचालन करेंगे। यह दिल्ली से देवघर की पहली व्यावसायिक उड़ान होगी।

हर साल लाखों पर्यटक देवघर में बाबा बैजनाथ के दर्शन को पहुंचते हैं। सावन में यहां लाखों शिवभक्त पहुंचते हैं। देवघर एयरपोर्ट से झारखंड के अलावा बिहार के पड़ोसी जिलों को भी सुविधा होगी। भविष्य में देवघर एयरपोर्ट पूर्वी भारत के महत्वपूर्ण एयरपोर्ट्स में से एक होगा।

0Shares

-वैष्णव ने कहा, 5जी स्पेक्ट्रम के लिए 5वें दिन शनिवार को भी जारी रहेगी नीलामी

नई दिल्ली: पांचवीं पीढ़ी के स्पेक्ट्रम 5जी की नीलामी के चौथे दिन शुक्रवार तक 23 दौर की बोली में कुल 1,49,855 रुपये की बोलियां प्राप्त हुई हैं। देश में हाई स्पीड की इंटरनेट सेवा मुहैया कराने के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी पाचवें दिन शनिवार को भी जारी रहेगी।

दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 5जी स्पेक्ट्रम के लिए चार दिन में कुल 23 दौर की बोली संपन्न हुई है। नीलामी का चौथा दिन समाप्त होने तक 16 दौर की बोली में सरकार को कुल 1,49,855 करोड़ रुपये की बोलियां मिली। इसकी नीलामी का तीसरा दिन समाप्त होने तक कुल 1,49,623 करोड़ रुपये की बोलियां मिली थी, जबकि नीलामी के दूसरे दिन नौवें दौर की नीलामी में 1,49,454 करोड़ रुपये की बोलियां मिली थीं। हालांकि, 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के पहले दिन ही चार दौर में 1.45 लाख करोड़ रुपये की बोली लगाई गई थी। इस तरह सरकार को चौथे दिन की 23 दौर की बोली में कुल 1,49,855 रुपये की बोलियां प्राप्त हुई हैं।

5जी स्पेक्ट्रम के लिए देश के दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो, सुनील भारती मित्तल की भारती एयरटेल और गौतम अडाणी की कंपनी के साथ-साथ वोडाफोन-आइडिया नीलामी की दौड़ में शामिल हैं। इस नीलामी में उत्तर प्रदेश ईस्ट सर्किल में 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड के स्पेक्ट्रम में जियो और एयरटेल ने गहरी दिलचस्पी दिखाई है। इन कंपनियों ने दूसरे और तीसरे दिन टक्कर की बोलियां लगाईं।

5जी की इस नीलामी में विभिन्न निम्न श्रेणी में 600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज, 2,100 मेगाहर्ट्ज, 2,300 मेगाहर्ट्ज, जबकि मध्यम श्रेणी में 3,300 मेगाहर्ट्ज और उच्च श्रेणी 26 गीगाहर्ट्ज़ आवृत्ति बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी आयोजित की गई है।

उल्लेखनीय है कि देश में 5जी सर्विस आने से इंटरनेट की गति 4जी के मुकाबले करीब 10 गुना ज्यादा हो जाएगी। 5जी स्पेक्ट्रम की वैधता 20 साल के लिए होगी। 5जी स्पेक्ट्रम के लिए चार प्रमुख दूरसंचार मोबाइल कंपनियों ने 21,800 करोड़ रुपये बतौर धरोहर राशि (बयाना) जमा कराया है।

0Shares

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति में कथित भ्रष्टाचार मामले में में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्थ चटर्जी पर एक ही दिन में दोहरी गाज गिरी है। गुरुवार दोपहर को मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद शाम को उन्हें पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से भी हटा दिया गया है।

यह जानकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके दी। इससे पहले तृणमूल भवन में गुरुवार शाम 5 बजे अभिषेक बनर्जी की अध्यक्षता में अनुशासन रक्षा समिति की बैठक हुई। बैठक में अभिषेक के अलावा कुणाल घोष, सुब्रत बक्शी, मलय घटक, मंत्री ब्रात्य बसु सहित अन्य नेता उपस्थित थे। खास बात यह है कि इस अनुशासन रक्षा समिति के सदस्य पार्थ चटर्जी भी हैं, जो फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं।

अनुशासन रक्षा समिति की बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पार्थ को पार्टी के महासचिव, तृणमूल कांग्रेस के मुखपत्र जागो बांग्ला के संपादक, अनुशासन रक्षा समिति के सदस्य सहित सभी पांचों महत्वपूर्ण पदों से हटा दिया गया है। इसके अलावा उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि पार्टी प्रवक्ता और राज्य महासचिव कुणाल घोष ने सुबह ही ट्वीट कर पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल और पार्टी के सभी पदों से हटाने की मांग की थी। इसके बाद से ही पार्थ की बर्खास्तगी के कयास तेज हो गए थे।

0Shares

– इस अमेरिकी खूंखार शिकारी से डरता है हरेक पनडुब्बी का कैप्टन
– भारत-प्रशांत क्षेत्र में और मजबूत होगी भारत की समुद्री युद्ध क्षमता

नई दिल्ली: अमेरिका से पहले बैच में दो एमएच-60 रोमियो समुद्री हेलीकॉप्टर गुरुवार को भारत पहुंच गए हैं। लंबी दूरी तक दुश्मन का सफाया करने वाले दोनों हेलीकॉप्टर कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे हैं।

तीसरा मल्टीरोल हेलीकॉप्टर अगले माह अगस्त में मिलेगा। भविष्य में भारतीय नौसेना की आंख, कान बनकर यह रोमियो हेलीकॉप्टर लंबी दूरी तक अपने दुश्मन का सफाया करने में सक्षम होंगे। साथ ही इससे भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत की समुद्री युद्ध क्षमता और मजबूत होगी।

भारतीय नौसेना अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन से 24 हेलीकॉप्टर 2.6 अरब डॉलर के उस सौदे के तहत खरीद रही है, जो फरवरी, 2020 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के समय हुई थी। इसके बाद अमेरिका के नेवल एयर स्टेशन नॉर्थ आइलैंड में जुलाई, 2021 में एक समारोह के दौरान भारत को 03 एमएच-60आर सीहॉक सौंपे गए थे। उस समय भारतीय नौसेना के 18 कर्मियों की एक टीम अमेरिका में हेलीकॉप्टरों के उड़ान का प्रशिक्षण लेने के लिए गई थी। इन्हीं हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल एयरक्रू और तकनीकी चालक दल के पहले भारतीय बैच को अमेरिका के पेंसाकोला, फ्लोरिडा और सैन डिएगो में प्रशिक्षण देने के लिए किया गया। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद दोनों हेलीकॉप्टर भारत भेजे गए हैं। तीसरा हेलीकॉप्टर 22 अगस्त को भारत आएगा।

नौसेना प्रवक्ता के अनुसार अमेरिकी नौसेना के साथ हुए अनुबंध के तहत सभी 24 हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति 2025 तक पूरी हो जाएगी। अत्याधुनिक मिशन सक्षम प्लेटफार्मों को शामिल करने से भारतीय नौसेना की अभिन्न एएसडब्ल्यू क्षमता को काफी बढ़ावा मिलेगा। मल्टी रोल एमएच-60 रोमियो हेलीकॉप्टर मिलने से भारत को सतह-विरोधी और पनडुब्बी-रोधी युद्ध अभियानों को अंजाम देने की क्षमता मिलेगी। साथ ही भारतीय नौसेना की त्रि-आयामी क्षमताओं में वृद्धि होगी। हेलीकॉप्टरों को भी कई अद्वितीय उपकरणों और हथियारों के साथ संशोधित किया जाएगा। भारत अपनी बढ़ी हुई क्षमता का उपयोग क्षेत्रीय खतरों से निपटने और अपनी मातृभूमि की रक्षा को मजबूत करने के लिए करेगा।

एमएच 60 रोमियो हेलीकॉप्टरों को समुद्र में ‘उड़ता फ्रिगेट’ कहा जाता है। इस हेलीकॉप्टर में नाइट विजन उपकरण, हेलिफायर मिसाइलें, एमके-54 टॉरपीडो और रॉकेट लगे हैं। अमेरिका से भारतीय नौसेना को यह रोमियो हेलीकॉप्टर ऐसे समय पर मिल रहे हैं जब भारत हिन्द महासागर में चीनी पनडुब्बियों और जंगी जहाजों की घुसपैठ का सामना कर रहा है। सी हॉक में लगे राडार और सेंसर न केवल पानी के अंदर पनडुब्बियों की पहचान करने में सक्षम होंगे बल्कि समय रहते उनका शिकार भी कर सकेंगे। इस खूंखार शिकारी से हरेक पनडुब्बी का कैप्टन डरता है। यह हेलिकॉप्टर कई अलग-अलग तरह के हथियारों से लैस हो सकता है, क्योंकि इसमें हथियारों को लगाने के लिए चार प्वाइंट्स दिए गए हैं। सुरक्षा के लिए इसमें 7.62 एमएम की मशीन गन को भी लगाया जा सकता है।

0Shares

कोलकाता: प. बंगाल में शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में पार्थ चटर्जी और उनकी महिला सहयोगी अर्पिता मुखर्जी की ईडी द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज पार्थ को मंत्रिमंडल से हटा दिया है।

गुरुवार को राज्य सचिवालय नवान्न में हुई मंत्रिमंडल की बैठक के बाद राज्य के मुख्य सचिव हरि कृष्ण द्विवेदी की तरफ से इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गई। इसमें बताया गया है कि पार्थ चटर्जी को राज्य सरकार के उद्योग, संसदीय कार्य और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के मंत्री के पद से हटा दिया गया है। फिलहाल ये तीनों मंत्रालय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने शुक्रवार को नाकतला स्थित पार्थ के घर छापेमारी की थी। वहां उनकी महिला सहयोगी अर्पिता का नाम पता मिला था, जहां छापेमारी करने के बाद ईडी के अधिकारियों ने 22 करोड़ रुपये नकद, 79 लाख के जेवर, 20 मोबाइल फोन और विदेशी मुद्रा बरामद हुई थी। उसके बाद से अर्पिता और पार्थ ईडी की हिरासत में हैं।

इनसे पूछताछ के बीच बुधवार को दोपहर के समय ईडी के अधिकारियों ने उत्तर 24 परगना के बेलघरिया स्थित अर्पिता के एक और फ्लैट में छापेमारी की गई, जहां से 27 करोड़ 19 लाख रुपये नकद, करीब दो करोड़ के सोने के बर्तन-गहने और चांदी के सिक्के तथा कुछ संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए गए। इसके बाद से लगातार पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल से हटाने का दबाव बन रहा था। विपक्ष इसकी मांग तो लगातार कर ही रहा था, इसी बीच तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता और प्रदेश सचिव कुणाल घोष ने भी उन्हें मंत्रिमंडल और पार्टी के सभी पदों से भी हटाने की मांग की थी।

0Shares

नई दिल्ली, 28 जुलाई; राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर की गई टिप्पणी को लेकर लोकसभा में गुरुवार को सत्तारुढ़ दल भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। भाजपा ने “सोनिया गांधी माफी मांगों” के नारे लगाकर हमला बोला। दोनों ओर से हंगामा बढ़ता देख अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की बैठक को 4 बजे तक स्थगित कर दिया।

सदन की बैठक स्थगित होने के बाद भी भाजपा सदस्य “सोनिया गांधी माफी मांगों” और “अधीर रंजन मुर्दाबाद” के नारे लगा रहे थे। शोरगुल और हंगामें के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सत्तापक्ष की बेंच की ओर बढ़ी और वरिष्ठ सदस्य व पीठासीन अधिकारी की पैनल में शामिल रमा देवी के पास पहुंची। सोनिया और रमा देवी का बीच अभिवादन का आदान-प्रदान हुआ और कुछ बातचीत हुई ।

कांग्रेस सांसद गीता कोर और ज्योत्सना महंत ने बताया कि सोनिया ने रमा देवी से पूछा कि “मेरा नाम क्यों लिया जा रहा। मैंने क्या किया है।” उनकी इस बात के जवाब में रमा देवी ने सोनिया गांधी से कहा,”आप कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। आप ने ही अधीर रंजन को सदन में पार्टी का नेता चुना है इस वजह से ऐसा हो रहा।”

कांग्रेस नेता ने बताया कि सदन में, सोनिया और रमा के बीच बातचीत के दौरान भाजपा के निशिकांत दुबे हस्तक्षेप करने के लिये आगे बढ़े तो संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें रोका।

इसी बीच, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रमा और सोनिया के बीच हो रही बातचीत में कुछ टोका तो सोनिया ने ईरानी से कहा कि वे उनसे बात नहीं कर रही। आप बीच मे मत बोले।

सोनिया के इतना कहने पर ईरानी भड़क उठी और सोनिया को खरीखोटी सुनाती नजर आईं। तल्खी बढ़ती देख तृणमूल कांग्रेस की सदस्य अपूर्वा पोद्दार बीचबचाव के लिये ईरानी और सोनिया के बीच आ गईं। कांग्रेस की तरफ से गौरव गोगोई और रवनीत सिंह बिट्टू सोनिया के इर्दगिर्द आकर खड़े हो गए।

एनसीपी की सुप्रियो सुले सोनिया को हटाकर सदन से बाहर ले गई। हालांकि सोनिया सदन में रुकना चाह रही थी।इस दौरान सदन में सत्तापक्ष के सदस्यों की ओर से नारेबाजी जारी रही।

0Shares

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े धन शोधन मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बुधवार को तीसरे दिन तीन घंटे तक पूछताछ की। अधिकारियों ने कहा कि कोई नया समन जारी नहीं किया गया है।

सोनिया गांधी अपनी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा और बेटे राहुल गांधी के साथ आज सुबह 11 बजे ईडी के कार्यालय पहुंचीं। पूछताछ का सत्र करीब 11.15 बजे शुरू हुआ। पूछताछ के बाद सोनिया गांधी दोपहर करीब 2 बजे ईडी कार्यालय से घर के लिए निकलीं।

ईडी अधिकारियों ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े धन शोधन मामले को लेकर सोनिया गांधी से आज लगातार दूसरे दिन पूछताछ की है। इससे पहले बीते गुरुवार को भी सोनिया गांधी को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। ईडी तीन दिनों में सोनिया गांधी से लगभग 12 घंटे की पूछताछ कर चुकी है। इन तीन दिनों में ईडी ने सोनिया गांधी से लगभग 100 से अधिक सवाल पूछे हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में आज भी संसद से सड़क तक कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान विजय चौक से पुलिस ने कांग्रेस सांसदों और नेताओं को हिरासत में लिया। इस बीच दिल्ली पुलिस के डिटेंशन सेंटर में ही कांग्रेस संसदीय दल ने अनौपचारिक बैठक की और मूल्य वृद्धि, अग्निपथ, खाद्य पदार्थों पर जीएसटी, राष्ट्रीय सुरक्षा और अन्य मुद्दों पर चर्चा की। बाद में सभी कांग्रेस सांसदों और नेताओं को दिल्ली के किंग्सवे कैंप स्थित डिटेंशन सेंटर से रिहा कर दिया गया।

सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ को गलत ठहराते हुए कांग्रेस नेताओं ने केन्द्र सरकार का विरोध किया। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने ईडी की इस पूछताछ का विरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को बार-बार ईडी दफ्तर बुलाया जाना ठीक नहीं है। ईडी सोनिया गांधी की सेहत से खिलवाड़ कर रही है।

इससे पहले आज कांग्रेस मुख्यालय में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने प्रेसवार्ता कर ईडी की इस कार्रवाई का विरोध किया और इसे सत्ता पक्ष की ओर बदले की कार्रवाई करार दिया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार ईडी के माध्यम से कांग्रेस का मनोबल तोड़ने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी की सेहत ठीक नहीं है उसके बाद भी उन्हें परेशान किया जा रहा है। पार्टी नेता आनंद शर्मा ने केन्द्र सरकार पर ईडी का उपयोग विपक्षी दलों पर हथियार की तरह करने का आरोप लगाया है।

उल्लेखनीय है कि ईडी नेशनल हेराल्ड केस में धन शोधन मामले को लेकर आज तीसरे दिन सोनिया गांधी से पूछताछ की। इससे पहले ईडी कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी लगभग 50 घंटों तक पूछताछ कर चुकी है। इस पू़छताछ को कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता गैरकानूनी बताते हुए दिल्ली सहित पूरे देश में प्रदर्शन करते रहे।

0Shares

कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और हिंदी फिल्मों के सुप्रसिद्ध अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने बुधवार को दावा किया है कि पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के 38 विधायक भाजपा के संपर्क में है। इनमें से 21 विधायक ऐसे हैं जो सीधे तौर पर उनके संपर्क में हैं। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में विधायकों के साथ बैठक के दौरान उन्होंने उक्त दावा किया है।

2021 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की शिकस्त के बाद पहली बार बंगाल में सक्रिय हुए मिथुन चक्रवर्ती ने यह भी कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान बाहुबल के इस्तेमाल से तृणमूल कांग्रेस जीत गई। अगर बंगाल में निष्पक्ष चुनाव हो तो भारतीय जनता पार्टी की जीत सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि बलपूर्वक जीती हुई सत्ता को बनाए रखना संभव नहीं है और तृणमूल सरकार गिरेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से शिवसेना का हाल महाराष्ट्र में हुआ है वही हाल तृणमूल कांग्रेस का होने वाला है। भगवान ही इस राज्य को बचाएंगे।

मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि भाजपा के खिलाफ लगातार साजिश रची जा रही है। हमारे ऊपर दंगा कराने के आरोप लगते हैं लेकिन कोई एक ऐसा उदाहरण नहीं बता सकता जहां भाजपा शासित राज्यों में दंगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को मुस्लिम विरोधी बताने की कोशिश की जाती है लेकिन अगर हमें मुसलमानों का समर्थन नहीं मिलता तो क्या 18 राज्यों में पार्टी की सरकार होती? हिंदू, मुस्लिम, सिख ,इसाई सभी भाजपा को पसंद करते हैं। 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद बंगाल भाजपा में मची टूट को लेकर मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि जिसे जहां जाना है जाएं। ऐसे लोगों के चले जाने से बेहतर है कि पार्टी समर्पित नेताओं और कार्यकर्ताओं को लेकर नए सिरे से उठ खड़ी होगी।

पार्थ चटर्जी के मामले में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने चुप्पी साध ली और कहा कि वह किसी पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करना चाहते। लेकिन अगर किसी के खिलाफ भ्रष्टाचार के साक्ष्य हैं तो उसे कोई नहीं बचा सकता। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दोषी नहीं है तो उसे डरने की जरूरत नहीं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मधुर रिश्तो का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं उन्हें दीदी कहता हूं और उनके प्रति मेरे मन में कोई भेदभाव नहीं है। पता नहीं वह मेरे बारे में क्या सोचती हैं।

तृणमूल का पलटवार
 इस पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि मिथुन चक्रवर्ती डायलॉग्स मारने के लिए फेमस है और उनका यह बयान भी डायलॉग ही है। इसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है। वह कभी कभार बंगाल आते हैं और तरह तरह की बयानबाजी करते हैं। अगर उनमें दम है तो डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस की लगातार बढ़ती हुई कीमतों पर भी बात करें।

0Shares

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को सरकारी दूरसंचार सेवा प्रदाता भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनल) के पुनर्रुद्धार से जुड़े 1.64 लाख करोड़ के पैकेज को मंजूरी प्रदान की है। इसके अलावा भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क (बीबीएनएल) और बीएसएनल के विलय को भी मंजूरी प्रदान की है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को टेलीकॉम मंत्रालय के इन दोनों प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की।

केन्द्रीय संचार मंत्री अश्वनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि दूरसंचार एक रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। ऐसे में इस क्षेत्र में एक सार्वजनिक क्षेत्र के निगम (पीएसयू) का राष्ट्रीय सुरक्षा और बाजार स्थिरता के दृष्टिकोण से मजबूत होना बेहद जरूरी है। एक पीएसयू के तौर पर बीएसएनएल ग्रामीण क्षेत्रों में दूरसंचार सेवाओं के विस्तार, स्वदेशी प्रौद्योगिकी के विकास और आपदा राहत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने बताया कि 2019 के पहले पुनर्रुद्धार पैकेज से बीएसएनल में कार्य स्थिरता आई थी और उसने लाभ दिखाना शुरू किया था।

उन्होंने कहा कि नए आर्थिक पैकेज के तीन अंग है। पहला कि इससे बीएसएनएल की संचार सेवाओं को अपग्रेड किया जाएगा। दूसरा इससे बीएसएनएल की बैलेंस शीट और अधिक मजबूत किया जाएगा और तीसरा इसके तहत ब्राड बैंड फाइबर सेवाओं को विस्तार दिया जाएगा।

बीएसएनएल सेवाओं का उन्नयन – बीएसएनएल सेवाओं का उन्नयन के तहत मौजूदा सेवाओं में सुधार और 4जी सेवाएं प्रदान करने के लिए बीएसएनएल को इक्विटी निवेश द्वारा 44,993 करोड़ की लागत से 900/1800 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम का प्रशासनिक आवंटन किया जाएगा। इस स्पेक्ट्रम के द्वारा बीएसएनएल बाजार में प्रतिस्पर्धा करने और ग्रामीण क्षेत्रों सहित अपने विशाल नेटवर्क का उपयोग करके हाई स्पीड डेटा प्रदान करने में सक्षम होगा।

स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने के लिए बीएसएनएल आत्मनिर्भर 4जी प्रौद्योगिकी स्टैक लगाने की दिशा में अग्रसर है। अगले 4 वर्षों के लिए अनुमानित पूंजीगत व्यय को पूरा करने के लिए, सरकार 22,471 करोड़ रुपये कैपेक्स फंड देगी। आत्मनिर्भर 4जी स्टैक को विकसित करने तथा लगाने से महत्वपूर्ण प्रोत्साहन मिलेगा।

वाणिज्यिक अव्यवहार्यता के बावजूद बीएसएनएल सरकार के सामाजिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए ग्रामीण/दूरस्थ क्षेत्रों में वायरलाइन सेवाएं प्रदान कर रहा है। सरकार 2014-15 से 2019-20 के दौरान किए गए व्यावसायिक रूप से अव्यवहार्य ग्रामीण वायरलाइन संचालन के लिए वायबिलिटी गैप फंडिंग के रूप में बीएसएनएल को 13,789 करोड़ रुपये प्रदान करेगी।

एजीआर बकाया के निपटान, कैपेक्स के प्रावधान और स्पेक्ट्रम के आवंटन के बदले बीएसएनएल की अधिकृत पूंजी को 40 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1.50 लाख करोड़ किया जाएगा।

बीएसएनएल की बैलेंस शीट को डी-स्ट्रेस करना- सरकार इन पीएसयू को दीर्घकालिक ऋण लेने के लिए सॉवरेन गारंटी देगी जो 40,399 करोड़ रुपये की राशि के लिए दीर्घकालिक बॉन्ड लेने में सहायक होंगे। इससे मौजूदा ऋण के पुनर्गठन और बैलेंस शीट को डी-स्ट्रेस करने में मदद मिलेगी।

बैलेंस शीट को और बेहतर बनाने के लिए, बीएसएनएल की 33,404 करोड़ रुपये की एजीआर बकाया राशि को इक्विटी में परिवर्तित करके चुकाया जाएगा। एजीआर/जीएसटी बकाया के निपटारे के लिए सरकार बीएसएनएल को धन उपलब्ध कराएगा।

बीएसएनएल सरकार को 7,500 करोड़ रुपये के प्रेफरेंस शेयर पुन: जारी करेगा।

बीएसएनएल फाइबर नेटवर्क का संवर्धन- भारतनेट के तहत निर्मित बुनियादी ढांचे के व्यापक उपयोग के लिए, भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड (बीबीएनएल) का बीएसएनएल में विलय किया जाएगा। भारतनेट के तहत सृजित बुनियादी ढांचा राष्ट्रीय संपत्ति बना रहेगा, जो सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के लिए बिना भेदभाव के आधार पर उपलब्ध होगा।

इन उपायों के द्वारा, बीएसएनएल मौजूदा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने, 4जी सेवाओं को शुरू करने और वित्तीय रूप से व्यवहार्य बनने में सक्षम होगा। यह उम्मीद की जाती है कि इस रिवाइवल योजना के लागू होने के साथ, बीएसएनएल वित्त वर्ष 2026-27 में लाभ अर्जन करके टर्न अराउंड होगा।

0Shares

नई दिल्ली: दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने रेलवे भर्ती घोटाला मामले में आरोपित और तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव के ओएसडी रहे भोला यादव को सात दिनों की सीबीआई हिरासत में भेज दिया है। सीबीआई ने भोला यादव को गिरफ्तार कर स्पेशल जज गीतांजलि गोयल की कोर्ट में पेश किया था। उसके बाद कोर्ट ने दो अगस्त तक की सीबीआई हिरासत में भेजने का आदेश दिया।

भोला यादव 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएसडी रहे थे। रेलवे भर्ती घोटाला लालू यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान का है। भोला यादव को ही इस घोटाले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन देने के लिए कहा जाता था। नौकरी के बदले जमीन देने के काम को अंजाम देने की जिम्मेदारी भोला यादव को सौंपी गई थी। भोला यादव 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बहादुरपुर सीट से विधायक चुने गए थे।

सीबीआई ने मई के तीसरे सप्ताह में इस मामले में लालू के परिजनों से जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी। सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी।

0Shares