नई दिल्ली, 13 सितंबर (एजेंसी): सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि वो उस व्यक्ति को दस लाख रुपये की अनुग्रह राशि का भुगतान करे, जिसने दावा किया कि उसे एक गुप्त मिशन के लिए पाकिस्तान भेजा गया था। वहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया और 14 साल तक जेल में रखा गया। चीफ जस्टिस यूयू ललित की अध्यक्षता वाली बेंच ने ये आदेश जारी किया।

राजस्थान निवासी महमूद अंसारी ने दायर याचिका में कहा था कि उसे 1966 में डाक विभाग में नियुक्त किया गया था। भारत सरकार के स्पेशल ब्यूरो ऑफ इंटेलिजेंस ने उन्हें 1972 में राष्ट्र के प्रति अपनी सेवाएं देने का प्रस्ताव किया, जिसके बाद उसे गुप्त ऑपरेशन के लिए पाकिस्तान में प्रतिनियुक्त किया गया था।

याचिकाकर्ता के मुताबिक उसने सौंपे गए काम को दो बार पूरा किया। हालांकि जब तीसरी बाद पाकिस्तान भेजा गया तो दुर्भाग्य से उसे पाकिस्तानी रेंजरों ने पकड़ लिया। 23 दिसंबर, 1976 को उसे जासूसी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसका कोर्ट मार्शल किया गया और पाकिस्तानी आफिशियल सीक्रेट्स एक्ट की धारा 3 के तहत मुकदमा चलाया गया। उसे 14 साल की सश्रम कैद की सजा सुनाई गई। 1989 में जब उसे पाकिस्तान की जेल से रिहा किया गया तो उन्होंने अपनी सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि उनकी सेवाओं को 31 जुलाई, 1980 को समाप्त कर दिया गया था, जिसे वे समय पर चुनौती नहीं दे सके।

कैट ने भी 2000 में उनकी बहाली और वेतन के भुगतान की उनकी याचिका खारिज कर दी थी। 2017 में राजस्थान हाई कोर्ट ने भी काफी देर होने और अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं होने का हवाला देते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी थी। उसके बाद याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

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हैदराबाद: तेलंगाना के सिकंदराबाद में रूबी रतन होटल में कल देररात आग लगने से आठ लोगों के मौत हो गई और अन्य 13 घायल हो गए। मृतकों की संख्या बढ़ने की पुलिस ने आशंका जताई है। पुलिस का कहना है कि अग्निकांड की जांच की जा रही है।

पुलिस आयुक्त सीवी आनंद ने अनुमान जताया है कि आग होटल के बेसमेंट में रूबी इलेक्ट्रिक व्हीकल के शोरूम में एक बाइक की बैटरी के फटने से लगी। इसके बाद आग पूरी बिल्डिंग में फैल गई। पुलिस के अनुसार जब आ लगी तब वहां करीब 25 पर्यटक थे। आग की लपटों में घिरने और धुआं के कारण आठ लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक महिला भी है। करीब 13 लोग घायल हो गए हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कुछ लोगों ने होटल की खिड़की से नीचे कूदकर जान बचाने की कोशिश में घायल हो गए। आसपास के लोगों ने सबसे पहले मौके पर पहुंचकर कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इस होटल में 25 कमरे हैं। 12 से अधिक कमरों में पर्यटक ठहरे थे।

दमकल विभाग की गाड़ियों ने आग बुझाते हुए करीब 15 लोगों को बचाया। तीन मृतकों की पहचान हो गई है। उनमें चेन्नई के सीतारमण, बिहार के वीरेंद्र कुमार और विजयवाड़ा के हरीश कुमार हैं। घायलों को हैदराबाद के सरकारी गांधी अस्पताल, यशोदा अस्पताल और अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

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नई दिल्ली: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से परेशान है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि देश को जलाने वाले प्रतीकात्मक रूप से एक निक्कर के जलते दिखाए जाने पर इतने परेशान क्यों हैं? उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं उन्हें पुतला जलाने से परेशानी क्यों है? और वे हमसे जवाब क्यों मांग रहे हैं? रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से भाजपा परेशान हैं।

रमेश ने कहा कि दरअसल बात ये है कि जिन लोगों ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का विरोध किया था उन्हें आज भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से जलन हो रही है। क्योंकि भारत एकजुट हो जाएगा तो इनकी नफरत की दुकान बंद हो जाएगी।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने एक तस्वीर ट्वीट की थी। इस तस्वीर में आरएसएस की पोशाक रही हाफ पैंट में आग लगी दिखाई दे रही है और लिखा गया है कि देश को नफरत के माहौल से मुक्त करने के लिए भाजपा-आरएसएस द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई के लिए कांग्रेस एक-एक कदम आगे बढ़ रही है। कांग्रेस के इस ट्वीट पर भाजपा ने आपत्ति जताई है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा नहीं कर रहे। यह ‘भारत तोड़ो’ और ‘आग लगाओ यात्रा’ है।

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– राज्य सरकार ने दाखिल किया हलफनामा, केंद्र सरकार को दो हफ्ते का मिला समय

प्रयागराज: काशी विश्वेश्वर नाथ मंदिर व ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर दाखिल याचिकाओं पर इलाहाबाद हाईकोर्ट अगली सुनवाई 28 सितम्बर को करेगा। यह आदेश हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति प्रकाश पाडिया ने अंजुमन इंतजामिया मस्जिद व सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड की पांच याचिकाओं की सुनवाई करते हुए दिया है।

याचिकाओं में वाराणसी की अदालत के विवादित स्थल का सर्वे कराने एवं सिविल वाद की पोषणीयता को चुनौती दी गई है जिसमें दो याचिकाओं की बहस पूरी हो चुकी है। अन्य की सुनवाई जारी है। राज्य सरकार की तरफ से हलफनामा दाखिल किया गया। सरकार का कहना है कि वह कानून व्यवस्था कायम रखने व कोर्ट आदेश का अनुपालन के लिए प्रतिबद्ध है।

केंद्र सरकार की तरफ से हलफनामा दाखिल करने के लिए दो हफ्ते का समय मांगा गया। उस दिन आर्कोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के निदेशक की विस्तृत रिपोर्ट व्यक्तिगत हलफनामे के जरिए दाखिल होगी। कोर्ट ने केन्द्र सरकार को समय देते हुए अगली सुनवाई की तिथि 28 सितम्बर तय की है।

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अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निर्माण समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये। ट्रस्ट ने श्रीरामलला के मंदिर में कोई कमी न रह जाए इसके लिये हर बिंदु पर चर्चा कर रहे हैं।

सागौन लकड़ी के बनाए जाएंगे दरवाजे
ट्रस्ट के तय किया कि मंदिर के दरवाजे सागौन लकड़ी होंगे, जिसमें सुंदर और बारीक नक्काशी की जाएगी। मंदिर में कुल 14 भव्य दरवाजे सागौन लकड़ी के बनाए जाएंगे, जिसमें रामलला के गर्भगृह में एक बड़ा दरवाजा होगा।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर निर्माण में कुल 14 दरवाजे बनाए जाने हैं। यह दरवाजे खास लकड़ियों से बनाए जाएंगे। जिन पर सुंदर डिजाइन होगी जो भव्यता बढ़ाएंगे। मंदिर के पहले तल में 13 दरवाजे लगेंगे। रामलला के गर्भगृह में एक बड़ा दरवाजा लगेगा। यह दरवाजे किन लकड़ियों के होंगे इनकी डिजाइन क्या होगी इसको लेकर भी ट्रस्ट की बैठक में मंथन किया गया है। तय हुआ कि मंदिर की चौखट व बाजू संगमरमर का होगी। दरवाजे महाराष्ट्र के जंगलों से सागौन की लकड़ियों से मंदिर से बनाए जाएंगे।

निर्माण में करीब 1800 करोड़ खर्च होंगे
ट्रस्ट महामंत्री राय ने बताया कि मंदिर निर्माण की भव्यता को देखते हुए खर्च बढ़ गया है। अनुमान के मुताबिक मंदिर निर्माण में करीब 1800 करोड़ खर्च होंगे। एक अनुमान के मुताबिक मंदिर निर्माण की प्रक्रिया में अब तक 400 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि मन्दिर निर्माण में पैसे की कोई दिक्कत नहीं है। राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर के भक्तों ने अब तक करीब 5500 करोड़ रुपए का दान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को किया जा चुका है। पहले हमने अनुमान लगाया था कि मंदिर निर्माण में करीब 1000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। पर अब यह अनुमान गलत साबित हो रहा है। मंदिर का 30 प्रतिशत से ज्यादा का काम पूरा हो चुका है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में मकर संक्रांति के बाद गर्भगृह में रामलला विराजेंगे। उन्होंने कहा कि श्रीराम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। उस समय सूर्य दक्षिणायन रहते हैं। इस दौरान शुभ कार्यों का निषेध रहता है। मकर संक्रांति पर सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं। मकर संक्रांति के बाद जो भी शुभ तिथि व मुहूर्त होगा, उसी दिन गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके बाद भक्त गर्भगृह में रामलला का दर्शन कर सकेंगे।

उन्होंने बताया कि अभी तिथि को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। ट्रस्ट और मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय संयुक्त बैठक के बाद चंपत राय ने कहा कि मंदिर का ग्राउंड फ्लोर दिसंबर 2023 तक बन जाएगा। पहले हमारा अनुमान था कि भूतल का आधा हिस्सा ही तैयार हो पाएगा लेकिन काम की गति व इंजीनियरों से चर्चा के बाद यह बात सामने आई है। उन्होंने अभी तिथि को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है।

उन्होंने बताया कि पूरे मंदिर की परिक्रमा करने के दौरान भक्त थक सकते हैं। इसलिए परकोटे के परिपथ में उनके बैठने से लेकर पेयजल की भी व्यवस्था की जाए इस पर चर्चा हुई है। बताया कि परकोटा छह एकड़ में बनेगा। परकोटे में माता सीता, गणेश सहित रामायण के कई पात्रों के मंदिर बनने हैं। इन मंदिरों की ऊंचाई कितनी हो इसको लेकर मंथन हुआ है, यह मुख्य मंदिर से कम ही रखी जाएगी। मंदिर के ऊपर चढ़ने के लिए रेलिंग कैसी बने, पत्थर की बने या धातुओं की इसको लेकर भी चर्चा हुई। कुछ धातुएं काली हो जाती हैं, कुछ लंबे समय तक चलती हैं। मंदिर की मजबूती के साथ सुंदरता भी कम न हो हमारा ऐसा प्रयास है।

ट्रस्ट सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि कष्ट अपना भाई लात भी तैयार कर चुका है। गठन के समय ट्रस्ट का बाइलॉज नहीं बनाया गया था। बाय बाद में विधि विशेषज्ञों की विशेष राय और उनकी देखरेख में तैयार किया जा रहा है। जन्मभूमि परिसर में कुल 7 मंदिर बनाए जाने पर भी विचार हैं जिसे फाइनल किया गया ।

बैठक में ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि, सदस्य डॉ. अनिल मिश्र, महंत दिनेंद्र दास, आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा सहित टाटा, एलएंडटी व ट्रस्ट के इंजीनियर शामिल रहे।

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केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्री श्री भुपेंद्र यादव ने कूनो नेशनल पार्क की तैयारियों का लिया जायज़ा

चीतों की वापसी एक ऐतिहासिक कदम: भूपेंद्र यादव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपने जन्मदिन पर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ेंगे। इसके मद्देनजर कूनो नेशनल पार्क में युद्धस्तर पर तैयारियां चल रही हैं। इसी क्रम में रविवार को केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव ने कूनो नेशनल पार्क में चल रही तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने उस फेंसिंग बाढ़ को भी देखा जहां पर नामीबिया से आये चीतों को 30 दिन के लिए क्वारंटीन में रखा जाएगा। साथ ही श्री यादव ने अधिकारियों से तैयारियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को समुचित दिशा निर्देश भी दिए।

 

केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री के साथ केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कूनो नेशनल पार्क में तैयारियों का जायजा लिया।

इस अवसर पर सी पी गोयल, महानिदेशक वन एवं स्पेशल सेक्रेटरी, डॉक्टर एसपी यादव, अपर महानिदेशक, एनटीसीए और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने फ्रंटलाइन स्टाफ, चीता मित्र, वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के यंग वैज्ञानिकों और सैकड़ों विद्यार्थियों के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि चीतों की वापसी एक ऐतिहासिक कदम है। इससे पर्यावरण संतुलन को कायम रखने में आसानी तो होगी ही साथ ही स्थानीय लोगों में खुशहाली का संचार होगा। प्राकृतिक संपदाओं से भरपूर कूनो नेशनल पार्क के बीच से बहने वाली कूनो नदी इसे न केवल और भी अधिक खूबसूरत बना देती है, बल्कि इसके सपाट और चौड़े तटों पर खिली हुई धूप में अठखेलियां करते मगरमच्छ यहां आने वाले लोगों को रोमांचित कर देते है। कूनो नेशनल पार्क में विभिन्न प्रकार के 174 पक्षियों की प्रजातियां मौजूद है, वहीं सैंकड़ों प्रजातियां वन्य जीवों की हैं। पक्षियों की 12 प्रजातियां तो दुलर्भ श्रेणी में मानी गई हैं।

केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय के निर्देश पर वर्ष 2010 में भारतीय वन्य जीव संस्थान (वाईल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट) ने भारत में चीता पुनर्स्थापना के लिए संभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया, जिसमें 10 स्थलों के सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश के कूनो पालपुर अभ्यारण्य जो वर्तमान में कूनो राष्ट्रीय उद्यान है, सर्वाधिक उपयुक्त पाया गया।

कूनो के राष्ट्रीय उद्यान के 750 वर्ग किलोमीटर में लगभग दो दर्जन चीतों के रहवास के लिए उपयुक्त है। इसके अतिरिक्त करीब 3 हजार वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र दो जिलों श्योपुर और शिवपुरी में चीतों के स्वंच्छद वितरण के लिए उपयुक्त हैं।

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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट आज नागरिकता संशोधन कानून को चुनौती देनेवाली याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। चीफ जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस एस रविंद्र भट्ट की बेंच नागरिकता संशोधन को चुनौती देनेवाली करीब 220 याचिकाओं पर सुनवाई करेगी।

इससे पहले 17 मार्च, 2020 को केंद्र ने इस मामले में हलफनामा दाखिल किया था। 133 पेजों के हलफनामे में केंद्र सरकार ने कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून में कोई गड़बड़ी नहीं है। इस कानून में कुछ खास देशों के खास समुदाय के लोगों के लिए ढील दी गई है।संबंधित देशों में धर्म के आधार पर उत्पीड़न किया जा रहा है। पिछले 70 सालों में उन देशों में धर्म के आधार पर किए जा रहे उत्पीड़न को ध्यान में रखते हुए संसद ने यह संशोधन किया है। नागरिकता संशोधन कानून से किसी भी भारतीय नागरिक का कानूनी, लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष अधिकार प्रभावित नहीं होता है।

केंद्र सरकार ने कहा था कि नागरिकता देने का मामला संसदीय विधायी कार्य है जो विदेश नीति पर निर्भर करता है। इस मामले में न्यायिक हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता। केंद्र सरकार ने कहा था कि इस कानून से संविधान की धारा 14 का कोई उल्लंघन नहीं होता है।

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– इसी तरह की दुर्घटना में 29 अगस्त को हाथरस के पैरा कमांडो हरवीर सिंह हुए थे शहीद
– हेलीकॉप्टर से छलांग लगाने के बाद पैराशूट न खुलने से दो शहादतों के बाद बढ़ी चिंता

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय सेना के चल रहे हवाई अभ्यास के दौरान पैराशूट खराब होने से एक और पैराट्रूपर की मौत हो गई। इस अभ्यास के दौरान पैराशूट न खुलने की वजह से यह दूसरा हादसा हुआ है। अभी 13 दिन पहले 29 अगस्त को हुए इसी तरह की दुर्घटना में हाथरस के पैरा कमांडो हरवीर सिंह शहीद हुए थे, जब हेलीकॉप्टर से छलांग लगाने के बाद उनका पैराशूट नहीं खुला था।

पूर्वी लद्दाख में चीन सीमा पर इन दिनों भारतीय सेना का हवाई अभ्यास चल रहा है। इसमें पैरा कमांडो हजारों फीट की ऊंचाई पर हेलीकॉप्टर से छलांग लगाने का अभ्यास कर रहे हैं। इस ट्रेनिंग में भारतीय थल सेना में कमांडो के पद पर कार्यरत उत्तर प्रदेश के हाथरस निवासी सूरजपाल पचौरी भी पैराशूट का प्रशिक्षण हासिल कर रहे थे। शनिवार को करीब एक बजे के आसपास सूरजपाल विमान से पैराशूट लेकर नीचे उड़े लेकिन उनका पैराशूट नहीं खुल सका और वह शहीद हो गया। शाम के करीब साढ़े पांच बजे कुछ पुलिस प्रशासनिक अधिकारी भी शहीद जवान के घर पर पहुंच गये। सूरज अपने पीछे तीन छोटे बच्चे, पत्नी और मां को बिलखता हुआ छोड़ गए हैं। जवान का शव रविवार देर रात तक आने की संभावना है।

इसी तरह 29 अगस्त को पूर्वी लद्दाख में युद्ध अभ्यास के दौरान हेलीकॉप्टर से छलांग लगाने के बाद पैराशूट न खुलने से हाथरस के ही सादाबाद अंतर्गत बाराबाई गांव के पैरा कमांडो हरवीर सिंह शहीद हुए थे। कमांडो हरवीर सिंह 2019 में पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक में भी शामिल थे। दूसरे दिन पैरा कमांडो का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बारामई लाकर अंतिम संस्कार किया गया था। फिलहाल हरवीर सिंह आगरा में तैनात थे। उन्हें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सेना मेडल से नवाजा गया था।

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– टॉप-10 में से 5 टॉपर्स आईआईटी मद्रास जोन से, कुल 1,55,538 में से 40,712 हुए क्वालिफाई
– इस वर्ष 3.37 फीसदी घटकर रिजल्ट 26.17 प्रतिशत रहा, पिछले वर्ष रहा था 29.54 प्रतिशत

नईदिल्ली/कोटा: आईआईटी बॉम्बे ने रविवार को जेईई-एडवांस्ड-2022 का रिजल्ट घोषित कर दिया। इसमें आईआईटी बॉम्बे जोन के छात्र आरके शिशिर ऑल इंडिया टॉपर रहे। शिशिर ने 360 में से 314 अंक प्राप्त किये है। गर्ल्स कैटेगरी में तनिष्का काबरा 360 में से 277 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया टॉपर रही। पहली बार टॉप-10 में से 5 टॉपर्स आईआईटी मद्रास जोन से सफल हुए हैं।

इस परीक्षा में जेईई-मेन से क्वालिफाई हुये 2.50 लाख पात्र अभ्यर्थियों में से 1,60,038 ने पंजीयन करवाया था। जिसमें से 1,55,538 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुये। रिजल्ट में 40,712 को काउंसलिंग के लिये क्वालिफाई घोषित किया गया है। प्रत्येक केटेगरी, स्टेट एवं आईआईटी जोन में भी टॉपर्स घोषित किये गये हैं।

कॉमन मेरिट सूची में आर के शिशिर रैंक-1, पोलु लक्ष्मी साई लोहित रेड्डी रैंक-2, थॉमस बीजू चिरामवेली रैंक-3, वांगपल्ली साई सिद्धार्थ रैंक-4, मयंक मोटवानी रैंक-5, पोलीसेट्टी कार्तिकेय रैंक-6, प्रतीक साहू रैंक-7, धीरज कुरुकुंड रैंक-8, महित गढ़ीवाला रैंक-9 एवं वेचा ज्ञान महेश रैंक-10 पर चयनित हुये हैं। कोटा से रिलायबल इंस्टीट्यूट के क्लासरूम विद्यार्थी मयंक मोटवानी एआईआर-5 पर सफल रहे। रिजल्ट में कोटा सहित देश के प्रमुख कोचिंग संस्थानों ने शीर्ष 100 रैंक पर सफलता के दावे किये हैं।

23 आईआईटी में कुल 16,598 सीटें
इस वर्ष देश के 23 आईआईटी संस्थानों में सीटों की क्षमता 15,031 है। इसके अतिरिक्त 1567 सुपर न्यूमेररी सीटें छात्राओं के लिये आरक्षित होंगी। इस तरह जेईई-एडवांस्ड2022 में क्वालिफाई हुये 40,712 विद्यार्थियों को 23 आईआईटी में कुल 16,598 सीटों पर प्रवेश दिये जायेंगे।

जेईई-एडवांस्ड 2022 में 10 टॉपर्स

1 आर के शिशिर
2 पोलु लक्ष्मी साई लोहित रेड्डी
3 थॉमस बीजू चिरामवेली
4 वांगपल्ली साई सिद्धार्थ
5 मयंक मोटवानी
6 पोलीसेट्टी कार्तिकेय
7 प्रतीक साहू
8 धीरज कुरुकुंड
9 महित गढ़ीवाला
10 वेचा ज्ञान महेश

जेईई एडवांस 2022 के टॉप 10 रैंकर्स में से पांच आईआईटी मद्रास जोन से

पोलु लक्ष्मी साई लोहित रेड्डी: AIR 2
थॉमस बीजू चीरमवेलिल: AIR 3
वांगपल्ली साई सिद्धार्थ: AIR 4
पोलीसेटी कार्तिकेय: AIR 6
धीरज कुरुकुंडा: AIR 8

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सूडानी नागरिक की गिरफ्तारी के समय एयरपोर्ट पर हंगामा करने वाले 5 अन्य गिरफ्तार

मुंबई: मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क (कस्टम) अधिकारियों ने 5.38 करोड़ रुपये के 12 किलोग्राम सोना बरामद करके एक सूडानी नागरिक को गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी के समय एयरपोर्ट पर हंगामा करने वाले 5 अन्य लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

कस्टम सूत्रों के अनुसार सूडानी नागरिक के बारे में पहले से सूचना मिली थी, इसी वजह एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारी पहले से तैनात थे। शनिवार देर रात जैसे ही संदिग्ध सूडानी नागरिक दिखा, उसकी तलाशी ली गई। कस्टम अधिकारियों ने विशेष रूप से डिजाइन की गई बेल्ट से 5.38 करोड़ रुपये मूल्य का 12 किलोग्राम सोना बरामद किया। यह बेल्ट सूडानी यात्री पहने हुए था।

इस कार्रवाई के समय कुछ यात्रियों ने उसे भागने में मदद करने के लिए हंगामा किया, इसलिए इन सभी 5 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी ने बताया कि सूडानी नागरिक ने रेड चैनल पर 12 किलो बरामद सोने की जानकारी संबंधित अधिकारियों को नहीं दी थी। इसलिए, उसके पास मिले सोने को सीमा शुल्क अधिनियम की धारा 110 के तहत बरामद किया गया है। इस संबंध में सोने की तस्करी का मामला दर्ज करके आगे की जांच शुरू की गई है।

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नई दिल्ली: ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के सम्मान में आज देश में राजकीय शोक है । लाल किले और राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया गया है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन गुरुवार को हुआ था। इसके बाद सरकार ने एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की थी। ब्रिटेन में 10 दिन का राष्ट्रीय शोक है।

इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बयान जारी किया था कि ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को निधन हो गया। उनके सम्मान में देशभर में 11 सितंबर को एक दिवसीय राजकीय शोक मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महारानी के निधन के बाद उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने कहा कि महारानी के निधन से आहत हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं।

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कड़ी सुरक्षा के बावजूद गृहमंत्री के करीब पहुंचने वाला शख्स गिरफ्तार
खुद को एक सांसद का निजी सचिव बताकर आंखों में धूल झोंक रहा था

मुंबई: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मुंबई दौरे में उनकी सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला प्रकाश में आया है। मुंबई दौरे में एक शख्स खुद को एक सांसद का निजी सचिव होने का दावा कर कई घंटों तक अमित शाह के इर्द-गिर्द घूमता रहा। लेकिन मंत्रालय के अधिकारियों को शक होने पर उस शख्स को मुंबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया। मुंबई पुलिस ने संदिग्ध शख्स से गहन पूछताछ के बाद बुधवार को गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम हेमंत पवार है और यह धुलिया जिले का निवासी है। पुलिस हेमंत पवार से पूछताछ कर रही है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चार और पांच अगस्त को मुंबई दौरे पर थे। इस बीच, उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुंबई में उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की। उसके बाद उन्होंने बांद्रा के आशीष शेलार के गणेशोत्सव मंडल में और लालबाग के राजा गणेशोत्सव मंडल में जाकर भगवान गणेश के दर्शन किए थे। उनकी सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। मुंबई पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने भी शाह की सुरक्षा के लिए सावधानी बरती।

हालांकि इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री के इर्द-गिर्द एक शख्स घूम रहा था। उसने सुरक्षा एजेंसियों से कहा था कि वह आंध्र प्रदेश के एक सांसद का निजी सचिव है। मंत्रालय के एक अधिकारी को इस शख्स पर शक हुआ और उन्होंने इसकी जानकारी मुंबई पुलिस को दी। इसके बाद मुंबई पुलिस ने उस व्यक्ति को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की।

सूत्रों ने बताया कि आरोपित का नाम हेमंत पवार है। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि यह सुरक्षा में कोई चूक नहीं है। यह मुंबई पुलिस की ही सतर्कता थी कि उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया और आरोपित की जांच जारी है।

सूत्रों के अनुसार पूछताछ में पता चला है कि आरोपित हेमंत पवार ने सुरक्षा एजेंसियों को गुमराह करने के लिए केंद्रीय गृह विभाग का सुरक्षा अधिकारी होने का भी दावा किया था। उसने एक रिबन के साथ गृह मंत्रालय नाम का नीले रंग का आई-कार्ड पहनकर सरकारी अधिकारी होने का नाटक किया था। इस बात की भी जांच चल रही है कि हेमंत पवार की मंशा क्या थी।

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