गुवाहाटी: दिल्ली से त्रिपुरा जा रहे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के विमान की गुवाहाटी के बोरझार में घने कोहरे की वजह से इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई है। शाह ने यहां के एक होटल में रुके हैं।

बताया गया कि विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर केन्द्रीय मंत्री अमित शाह त्रिपुरा जा रहे थे। उन्हें वहां होने वाली दो रथयात्राओं का शुभारम्भ करना था। उनके विमान ने दिल्ली से उड़ान भरी थी। बुधवार देर रात घने कोहरे के कारण गृह मंत्री शाह के विमान को गुवाहाटी के बोरझार स्थित गोपीनाथ बारदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर लैंड कराया गया है। इसकी जानकारी मिलने पर स्थानीय भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री हवाई अड्डे पर अमित शाह के स्वागत के लिए पहुंचे। केन्द्रीय मंत्री स्थानीय एक होटल में रुके हैं।

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राजनाथ ने चीन को ललकारा- अगर युद्ध थोपा गया, तो हम हम लड़ने के लिए तैयार
– सियोम ब्रिज और 27 अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं
– रक्षा मंत्री ने तीन वीसैट-आधारित टेलीमेडिसिन नोड्स का भी उद्घाटन किया

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को ललकारते हुए आज कहा कि भारत युद्ध में विश्वास नहीं करता लेकिन अगर मजबूर किया गया तो हम लड़ने के लिए तैयार हैं। तवांग क्षेत्र में भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प के बाद पूर्वोत्तर की पहली यात्रा पर पहुंचे रक्षा मंत्री ने मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश में सियोम ब्रिज और 27 अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। यह सभी परियोजनाएं सात सीमावर्ती राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में 724 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई हैं। उन्होंने लद्दाख और मिजोरम में तीन वीसैट-आधारित टेलीमेडिसिन नोड्स का भी उद्घाटन किया गया।

बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह में उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं रक्षा तैयारियों राशन, सैन्य उपकरण और अन्य सहायता प्रदान करने में अत्यधिक मदद प्रदान करेंगी। राजनाथ सिंह ने कहा कि भविष्य की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए मजबूत और आत्मनिर्भर ‘नए भारत’ का निर्माण करना जरूरी है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने उस संकल्प की ओर दुनिया का ध्यान आकर्षित किया, जब उन्होंने कहा कि ‘यह युद्ध का युग नहीं है।’ भारत हमेशा युद्ध के खिलाफ रहा है, क्योंकि हम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ में विश्वास करते हैं। हम युद्ध में विश्वास नहीं रखते लेकिन अगर हम पर युद्ध थोपा गया तो हम लड़ेंगे। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि राष्ट्र की सीमाएं सभी खतरों से सुरक्षित रहें।

रक्षा मंत्री ने आज जिन 28 परियोजनाओं का उद्घाटन किया, उनमें लद्दाख में आठ, अरुणाचल प्रदेश में पांच, जम्मू-कश्मीर में चार, सिक्किम, पंजाब और उत्तराखंड में तीन-तीन और राजस्थान में दो हैं। इसके अलावा तीन टेलीमेडिसिन नोड्स का उद्घाटन किया गया, जिनमें दो लद्दाख में और एक मिजोरम में हैं। अरुणाचल प्रदेश में सियोम नदी पर 100 मीटर लंबा सियोम ब्रिज अत्याधुनिक ढंग से क्लास 70 स्टील आर्क सुपर स्ट्रक्चर से बनाया गया है। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सियोम ब्रिज का भौतिक उद्घाटन हुआ जबकि अन्य परियोजनाएं वर्चुअली राष्ट्र को समर्पित की गईं।

रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में इन परियोजनाओं को सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों को बढ़ाने और सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास का वसीयतनामा के रूप में वर्णित किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ना है। रक्षा मंत्री ने हाल ही में चीन के सैनिकों के साथ तवांग में हुई झड़प की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमारी सेना ने उत्तरी क्षेत्र में प्रतिकूल स्थिति का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया। सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास को ‘गेम चेंजर’ बताते हुए राजनाथ सिंह ने दूर-दराज के क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास सुनिश्चित करने के लिए बीआरओ की भूमिका को सराहा।

आज उद्घाटन किए गए तीन टेलीमेडिसिन नोड्स वीएसएटी (वेरी स्मॉल अपर्चर टर्मिनल) उपग्रह संचार प्रणाली के माध्यम से सेवा अस्पतालों से जुड़े होंगे। रक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि ये नोड्स स्थानीय लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों के लिए मददगार साबित होंगे। इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने नई तकनीकों पर एक सार-संग्रह भी जारी किया। इसमें सड़क, पुल, हवाई क्षेत्र और सुरंग के बुनियादी ढांचे के निर्माण में बीआरओ की नवीनतम तकनीकों को शामिल किया गया है। इस मौके पर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, पूर्व सांसद तपीर गाओ, पूर्वी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता और जीओसी स्पीयर कॉर्प्स लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी मौजूद रहे।

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– सूरज हमारे सबसे करीब, फिर भी कम वातावरण का ताप

भोपाल: इन दिनों सर्दी का मौसम है और देश के उत्तर-पूर्वी इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गर्म चाय की चुस्कियों और गर्म कपड़ों के साथ कोहरे से भरी इस ठंड में आप यह न मानें कि गर्मी देने वाला सूरज इस समय हमसे दूर चला गया है। इस समय सूरज भी नये साल के जश्न मनाने के लिए पृथ्वी के पास आया है। बुधवार, 04 जनवरी को एक खगोलीय घटना होने जा रही है, जो आम लोगों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं होगी। दरअसल, इस दिन सूरज, पृथ्वी के सबसे करीब रहेगा।

भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने मंगलवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि अंडाकार पथ पर परिक्रमा करने के कारण पृथ्वी साल में एक दिन सूरज के पास आती है और एक दिन सबसे दूर रहती है। बुधवार, 4 जनवरी को पृथ्वी के केंद्र से सूरज के केंद्र की दूरी लगभग 14 करोड़ 70 लाख 98 हजार किमी रह जायेगी। यह साल की सबसे कम दूरी होगी। इसे खगोल विज्ञान में पेरिहेलियन कहते हैं। इसके बाद यह दूरी बढ़ेगी और 7 जुलाई को 15 करोड़ 20 लाख किमी से अधिक हो जाएगी। यह साल में पृथ्वी और सूर्य के बीच सबसे अधिकतम दूरी होती है।

सारिका ने बताया कि तपते सूर्य के पास रहने के बाद भी पृथ्वी के उत्तरी गोलार्द्ध के भागों में कपकपाती ठंड पड़ रही है। इसका कारण यह है कि सूर्य इस समय मकर रेखा के पास है और वहां से आने वाली किरणें इस भाग में 45 डिग्री के झुकाव के साथ आ रही हैं। तिरछी किरणों के कारण सूरज की गर्मी फैल जाती है, इसीलिए इस समय तापमान कम हो रहा है।

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– दुनिया के सबसे ऊंचे ऑपरेशनल पोस्ट पर तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं

नई दिल्ली: सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की कैप्टन शिवा चौहान को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर कुमार पोस्ट में तैनात किया गया है। वह सेना की ऑपरेशनल पोस्ट पर तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं हैं। उन्हें कुमार पोस्ट में अपनी पोस्टिंग से पहले कठिन प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा।

भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके मंगलवार को जानकारी दी गई कि फायर एंड फ्यूरी सैपर्स की कैप्टन शिवा चौहान को ऑपरेशनल कुमार पोस्ट पर तैनात किया गया है। यह भी बताया गया कि वह सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान में सक्रिय रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। कॉर्प्स ने एक फोटो साझा करके ट्विटर पोस्ट में शिव के पराक्रम का जश्न मनाते हुए कैप्शन दिया है- ‘कांच की छत को तोड़ना।’

सियाचिन ग्लेशियर पृथ्वी पर सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान है, जहां भारत और पाकिस्तान ने 1984 के बाद से रुक-रुक कर लड़ाई लड़ी है। सितंबर, 2021 में सियाचिन ग्लेशियर पर 15,632 फीट की ऊंचाई पर स्थित कुमार पोस्ट पर पहुंचने पर आठ विकलांग लोगों की एक टीम ने विश्व रिकॉर्ड बनाया था। अपना पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए टीम ने 01 सितम्बर को सियाचिन बेस कैंप से चढ़ाई शुरू की थी। चढ़ाई के दौरान दृष्टिबाधित और पैर से विकलांग टीम को ग्लेशियर की गहरी दरारों, बर्फीले हिमनदों की जलधाराओं ने विशेष रूप से चुनौती दी।

दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र माना जाने वाला सियाचिन ग्लेशियर पृथ्वी पर सबसे कठोर इलाकों में से एक है। वहां का तापमान शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस नीचे रहता है। सियाचिन ग्लेशियर हिमालय में पूर्वी काराकोरम रेंज में स्थित है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा समाप्त होती है। काराकोरम रेंज हिमाच्छादित हिस्से में यूरेशियन प्लेट को भारतीय उपमहाद्वीप से अलग करता है, जिसे कभी-कभी ‘तीसरा ध्रुव’ भी कहा जाता है। यह दुनिया के गैर-ध्रुवीय क्षेत्रों में दूसरा सबसे लंबा ग्लेशियर है।

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नई दिल्ली: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि देश में बढ़ती महंगाई के लिए केन्द्र सरकार जिम्मेदार है। रोजगार को लेकर जो वादे केन्द्र ने किए उसे पूरा नहीं कर सकी है ।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि देश में बेरोजगारी दर 8.3 फीसदी तक पहुंच गई है । शहरी क्षेत्रों में भी बेरोजगारी दर 10.09 फीसदी है। खड़गे ने कहा कि केन्द्र सरकार ने युवाओं के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। पीएम मोदी ने हर वर्ष दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था लेकिन अब इस मुद्दे पर कोई जवाब देने वाला नहीं है।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस बेरोजगारी, महंगाई आदि के मुद्दों को लेकर सड़क से संसद तक केन्द्र सरकार पर हमलावर है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी इन मुद्दों को लेकर लगातार केन्द्र सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।

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बैतूल/भोपाल, 2 जनवरी (agency)। भाजपा की फायरब्रांड नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी यदि भारत जोड़ने को लेकर गंभीर हैं तो उनकी यात्रा में एक चीज छूट रही है और वह है पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर)। राहुल गांधी वहां तक यात्रा को लेकर जाएं और उसे जोड़कर ही लौटें नहीं तो वापस न आएं, उधर ही रह जाएं। उन्होंने कहा कि मेरी तो यह समझ नहीं आ रहा कि भारत को जोड़ना कहां है, क्योंकि टूटा कहां से है.

उमा भारती सोमवार सुबह बैतूल में भाजपा नेता राजीव खंडेलवाल के निवास पर मीडिया से बातचीत कर रही थीं। वह नागपुर से रविवार की रात बैतूल पहुंची थीं। सोमवार सुबह उन्होंने मीडियाकर्मियों से भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि यह मीडिया को आकलन करना है कि भारत जोड़ो यात्रा कितनी सफल है। मुझे यही समझ नहीं आता कि भारत जोड़ना क्यों है? भारत टूटा कहां से है? जोड़ने की बात तब आएगी, जब वह टूटा हो। टूटा वह तब था, जब पाकिस्तान बना। कहें तो टूटा तो राहुल गांधी के दादा जवाहरलाल नेहरू के समय पर था। हमने तो जोड़ लिया, अनुच्छेद 370 हटाकर। हम तो जोड़ने का काम कर रहे हैं। राहुल अगर गंभीर हैं, तो भारत जोड़ो के लिए तो एक चीज जोड़ना बहुत जरूरी है। पाक अधिकृत कश्मीर। इसलिए राहुल को संदेश भेजती हूं कि भारत जोड़ने में एक चीज शेष है, वह है पाक अधिकृत कश्मीर। कृपया इस यात्रा को वहां तक ले जाइए, उसे जोड़कर ही वापस लौटिए… नहीं तो मत लौटिए।

नया नारा दिया: शराब छोड़ो, देशी गाय का दूध पियो

उमा भारती ने इस दौरान एक नया नारा भी दिया। उन्होंने कहा कि मेरा नया नारा है–शराब छोड़ो, देशी गाय का दूध पियो। मधुशाला से गौशाला की ओर चलो, मधुशाला बंद करो, गौशाला खोलते चलो। गाय सहारा देती है, बोझ नहीं बनती है। गाय पालने से जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। देश का एकमात्र राज्य मध्य प्रदेश हैं जहां जैविक खेती का रकबा बढ़ा है। इस दिशा में हमारी सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है कि मध्य प्रदेश में भाजपा को प्रचंड बहुमतों से जीत मिलना चाहिए और कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना चाहिए।

उन्होंने शराब बंदी को लेकर सरकार को अल्टीमेटम देने के सवाल पर कहा कि मैं चाहूं तो शराब का नामो निशान दुनिया से मिटा दूं लेकिन मैं मान जाती हूं, गम खा जाती हूं। तर्क दिए जाते हैं कि बिहार में शराब बंद है तो भी जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है। मध्य प्रदेश में तो बंद नहीं है फिर मुरैना में लोग जहरीली शराब से कैसे मर गए। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में जहरीली शराब से लोग कैसे मर गए। जहरीली शराब का माफिया अलग है, इसका शराबबंदी से कोई लेना देना नही है। ये अलग माफिया है, जो पनपता है। इसके पीछे पुलिस, प्रशासन, नेता, विधायक, सांसद सब उसकी जेब में पड़े होते हैं। मेरी इच्छा है कि मध्य प्रदेश शराब नीति में भी माडल बन जाए। मध्य प्रदेश की शराब नीति में खामियां हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी इसे स्वीकार किया है। हमारी शराब नीति में खामियां थीं, हम उसे दुरुस्त करेंगे। कमलनाथ के राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के बयान पर उन्होंने कहा कि एक धरती पकड़ थे, जो हर जगह चुनाव लड़ते थे। प्रधानमंत्री के खिलाफ भी चुनाव लड़ते थे।

भारत भारती में गोपूजन किया

इसके बाद उमा भारती ने भारत भारती गौशाला में प्रतिदिन होने वाली गो आरती में सम्मिलित होकर गोमाता की आरती की व भारत भारती प्रकल्प का पैदल लाठी टेककर अवलोकन किया। परिसर में स्थित सरस्वती व हनुमान मंदिर के दर्शन कर अध्ययनरत विद्यार्थियों से चर्चा की।

 

 

 

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बाइक चलाने के दौरान मांझे से गले की नस कटने की खौफनाक घटना

अहमदाबाद: पतंग के मांझे की चपेट में आने से वडोदरा में हॉकी के पूर्व नेशनल खिलाड़ी की मौत हो गई। वे बाइक से जा रहे थे और अचानक पतंग का मांझा उनके सामने आ गया। इस हादसे में उनके गले पर गंभीर जख्म हुआ और उन्हें आपात स्थिति में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों की कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।

जानकारी के अनुसार रविवार शाम छह बजे के करीब पूर्व नेशनल हॉकी खिलाड़ी राहुल बाथम (30) किसी काम से वडोदरा के आरवी देसाई रोड पर गए थे। इसी दौरान नवापुरा पुलिस थाने के समीप बाइक सवार राहुल के सामने पतंग का मांझा आ गया। मांझा उनके गले में लिपट गया जिससे वह नीचे गिर गए। उन्हें 108 आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा से तुरत सयाजी राव अस्पताल ले जाया गया। यहां चिकित्सकों की कोशिशों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। गले की नस कटने से काफी मात्रा में रक्त बह गया था।

राहुल बाथम बरोडा हॉकी क्लब की ओर से खेलते थे। उनकी मौत की खबर सुनकर खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई।

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नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को यूक्रेन-रूस संघर्ष के परिणामस्वरूप उर्वरकों की कमी और इनकी कीमतों में हुए इजाफा का मुद्दा उठाया और कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है जहां हम विभिन्न साझेदारों के साथ काम करने की योजना बना रहे हैं।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को आस्ट्रिया के विदेश मंत्री के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान विदेश मंत्री ने यूक्रेन-रूस संघर्ष को लेकर भारत की चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि संघर्ष के चलते ईंधन, भोजन और उर्वरकों की कमी हो रही है। यह वैश्विक दक्षिण (एशिया, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका) के लिए बढ़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोनों देशों के नेताओं के संपर्क में हैं और इस संबंध में भारत के दृष्टिकोण पर जोर दे रहे हैं।

विदेश मंत्री ने कहा कि भारत वैश्विक कार्यस्थल का पूरी तरह से लाभ उठाना चाहता है और इसके लिए कानूनी प्रवासन और गतिशीलता का प्रबल समर्थक है। हम भारतीय कौशल और प्रतिभा के योगदान को प्रदर्शित करने के लिए एक उचित, कानूनी और समान अवसर चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत-आस्ट्रिया के बीच लगभग 2.5 अरब डॉलर का व्यापार कारोबार है। 150 से अधिक ऑस्ट्रियाई कंपनियां भारत में मौजूद हैं। हम चाहते हैं कि इनकी संख्या बढ़े।

जयशंकर ने कहा कि भारत-आस्ट्रिया के बीच कई समझौते हुए हैं और इसमें व्यापक प्रवासन और गतिशीलता साझेदारी समझौता विशेष रूप से उल्लेखनीय है। यह कौशल और प्रतिभा की मांग को उसकी उपलब्धता से जोड़ने में सक्षम करेगा।

इस दौरान आस्ट्रिया के विदेश मंत्री ने कहा कि वे भारत को एक मित्र के तौर पर देखते हैं। रूस-यूक्रेन संघर्ष में भारत तर्कपूर्ण नजरिये के साथ शांति की आवाज है। उन्होंने भारत को एक महत्वपूर्ण सहयोगी बताया और कहा कि हिन्द प्रशांत दुनिया की अर्थव्यवस्था की मुख्य धमनी है।

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नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने नए साल पर देश की बड़ी आबादी को गिफ्ट दिया है। खाद्य मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक आज (01 जनवरी, 2023) से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (एनएफएसए) के तहत 81.35 करोड़ लाभार्थियों को सालभर (31 दिसंबर, 2023) मुफ्त अनाज मुहैया कराया जाएगा। मंत्रालय ने शनिवार को सभी एनएफएसए लाभार्थियों को वितरित किए जाने वाले मुफ्त खाद्यान्न योजना को अधिसूचित किया है।

खाद्य मंत्रालय के मुताबिक केंद्र सरकार वर्ष 2023 के लिए दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की खाद्य सब्सिडी वहन करेगी। योजना को सुचारु रूप से लागू करने के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के सभी महाप्रबंधकों से कहा गया है कि वे प्रतिदिन अनिवार्य रूप से विभिन्न क्षेत्रों की तीन राशन दुकानों का निरीक्षण कर रिपोर्ट दें। मंत्रालय ने इस योजना के तहत खाद्यान्न वितरण करने वाले डीलर का लाभांश उपलब्ध कराने की व्यवस्था पर राज्यों को परामर्श भी जारी किया है।

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सस्ती दर पर उपभोक्ताओं को बांटे जाने वाले अनाज के लिए अब राशनकार्ड धारकों को कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में 23 दिसंबर, 2022 को हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया था। यह सुविधा 31 दिसंबर, 2023 तक मिलेगी। उल्लेखनीय है कि राशन कार्डधारकों को राशन दुकानों से तीन रुपये प्रति किलोग्राम की दर से चावल, दो रुपये प्रति किलो की दर से गेहूं और एक रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मोटा अनाज दिया जाता है।

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नई दिल्ली: केंद्र ने कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर चीन, सिंगापुर, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और जापान से आने वाले विमान यात्रियों के लिए आज से आरटी-पीसीआर की ‘निगेटिव’ रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है। सरकार के एयरलाइन को जारी निर्देश के मुताबिक, वे 01 जनवरी 2023 से इन देशों से यात्रा करने वाले विमान यात्रियों के लिए चेक-इन नियमों में संशोधन करें। केवल उन अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को विमान में सवार होने की अनुमति दी जाए, जिन्होंने एयर सुविधा पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेरेशन फार्म जमा किए हैं।

नया साल 2023 बहुत रहेगा खास बन रहा है सर्वार्थ सिद्ध योग

कोरोना की रैंडम जांच में अब तक 53 मामले सामने आए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 30 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए संशोधित कोरोना दिशा-निर्देश जारी किया है। दिशा-निर्देश में कहा गया है कि आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट यात्रा शुरू करने से 72 घंटे के भीतर की होनी चाहिए। प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में आने वाले यात्रियों में दो प्रतिशत यात्रियों की रैंडम जांच भी जारी रहेगी। यह निर्णय दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लिया गया है।

मौजूदा हालात के मद्देनजर प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार पीके मिश्रा ने शनिवार को सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान कोरोना की स्थिति का जायजा लिया गया।स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि वाणिज्य मंत्रालय से कहा गया है कि वह चीन निर्यात होने वाले चिकित्सा उपकरणों पर नजर रखे।

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वाराणसी:  नव वर्ष 2023 के पहले दिन रविवार को घने कोहरे और भीषण ठंड के बावजूद धर्म नगरी काशी में बाबा विश्वनाथ, मां अन्नपूर्णा सहित प्रमुख मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए युवाओं की भारी भीड़ जुटी रही। भोर से ही युवा और आस्थावान नागरिक गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर बाबा विश्वनाथ, मां अन्नपूर्णा, कालभैरव के दर्शन पूजन के लिए कतारबद्ध होते रहे। दिन चढ़ने के बाद भी घने कोहरे की चादर शहर को अपने आगोश में लपेटे रही। इसके बावजूद युवा नई उम्मीद और पूरे जोश के साथ दर्शन पूजन कर साल के पहले दिन की शुरूआत करते रहे।

इस दौरान युवाओं में बाबा विश्वनाथ, कालभैरव, अन्नपूर्णा, संकटमोचन दरबार के प्रति श्रद्धा गंगा की मौजों की तरह उफान मारती रही। दुर्गाकुण्ड स्थित कुष्मांडा दरबार, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित विश्वनाथ मंदिर, लक्ष्मीकुंड स्थित लक्ष्मी मंदिर, सारनाथ स्थित सारंग महादेव दरबार, रोहनिया स्थित शूलटंकेश्वर महादेव, दुर्गाकुंड स्थित त्रिदेव मंदिर में युवाओं की भीड़ दर्शन पूजन के लिए जुटी रही। नये साल का गर्मजोशी से स्वागत के बाद युवाओं ने गंगाघाटों के साथ उस पार रेती में, सारनाथ, बीएचयू परिसर, माल्स और सार्वजनिक पार्को में जमकर मस्ती की। युवाओंं के भीड़ को देखते हुए नगर के सभी सार्वजनिक जगहों पर सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया गया था।

सारनाथ में पुरातात्विक खंडहर परिसर, चौखंडी स्तूप, मूलगंधकुटी बौद्ध मंदिर परिसर, डियर पार्क, आशापुर चौराहा, हवेलिया चौराहा पर पुलिस कर्मी मुस्तैद नजर आये। गंगाघाटों पर बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने नववर्ष के पहले दिन सजे-धजे बजड़ों, स्टीमर और नावों पर सवार होकर नौकायन का आनन्द लिया। गंगा उस पार रेती में भी नव वर्ष मनाने के लिए लोग परिवार के साथ जुटे रहे। रेती पर लोगों ने बच्चों के साथ घुड़सवारी का जमकर आनन्द उठाया। नगर के सभी माल्स में स्थित सिनेमाघर युवाओं के चलते हाउसफुल नजर आये। शहर में आटो चालक अपने वाहनों को सजाकर गुब्बारे लगा चल रहे थे। सड़कों पर भी चूने से लिखकर आंग्ल नववर्ष 2023 का स्वागत किया गया।

आंग्ल नव वर्ष के पहले दिन जमकर बिका गुलाब और फूलों का गुलदस्ता

नव वर्ष के पहले दिन रविवार को नगर में जगह-जगह अस्थायी फूलों, गुलदस्तों की दुकान सजी थी। इंग्लिशिया लाइन और बांसफाटक स्थित फूल बाजार में फूलों के राजा गुलाब, बुके और गेंदा को खरीदने के लिए फुटकर विक्रेताओं का आना-जाना दिन भर लगा रहा। विदेशी फूल भी युवाओं ने जमकर खरीदा और इसे उपहार के रूप में दिया। न्यू कपल्स की पहली पसंद देसी गुलाब के साथ अमेरिकी गुलाब, इसके गुलदस्ते व बुके बनी रही। नव वर्ष पर चौतरफा हर-हर महादेव के उद्घोष के बीच हैप्पी न्यू ईयर का शोर सुनाई देता रहा। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर भी नव वर्ष की बधाई का तांता लगा रहा रहा। लोग अपने मित्रों और परिचितों को नववर्ष की बधाई देते रहे।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस (आईएससी) को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 3 जनवरी को सुबह 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस (आईएससी) को संबोधित करेंगे।

इस वर्ष के आईएससी का मुख्य विषय ‘महिला सशक्तिकरण के साथ सतत विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी” है। इस आयोजन के दौरान सतत विकास, महिला सशक्तिकरण और इसे प्राप्त करने में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

कार्यक्रम के दौरान विज्ञान और प्रौद्योगिकी में महिलाओं के योगदान को प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रसिद्ध महिला वैज्ञानिकों के व्याख्यान होंगे।

आईएससी के साथ-साथ कई अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। बच्चों के बीच वैज्ञानिक रुचि और स्वभाव को प्रोत्साहित करने में मदद करने के लिए बाल विज्ञान कांग्रेस का भी आयोजन किया जाएगा। किसान विज्ञान कांग्रेस जैव-अर्थव्यवस्था में सुधार और युवाओं को कृषि के प्रति आकर्षित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी।

जनजातीय विज्ञान कांग्रेस भी आयोजित की जाएगी, जो आदिवासी महिलाओं के सशक्तिकरण पर ध्यान देने के साथ-साथ स्वदेशी प्राचीन ज्ञान प्रणाली और परंपरा को वैज्ञानिक तरीके से दर्शाने के लिए एक मंच होगा

विज्ञान कांग्रेस का पहला अधिवेशन 1914 में आयोजित किया गया था। आईएससी का 108वां वार्षिक सत्र राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा, जो इस वर्ष अपनी शताब्दी भी मना रहा है।

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