नई दिल्ली, 30 मई (हि.स.)। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर ज्ञापन भी सौंपा।

ज्ञापन में कहा गया है कि हमारे लोगों की सुरक्षा सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होनी चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि सत्तारूढ़ शासन मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाएगा।

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जम्मू, 30 मई (हि.स.)। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज सुबह एक यात्री बस खाई में गिर गई। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में करीब 55 यात्रियों को चोट आई है। इनमें से चार की हालत गंभीर है। उन्होंने जम्मू के मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। जम्मू डीसी अवनी लवासा और एसएसपी चंदन कोहली ने इसकी पुष्टि की है।

पुलिस के अनुसार यह बस श्रद्धालुओं को लेकर अमृतसर से कटरा जा रही थी। जम्मू जिले के कटरा से करीब 15 किलोमीटर दूर झज्जर कोटली के पास चालक का अचानक बस पर से नियंत्रण खो गया। इसके बाद बस खाई में गिर गई। हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

डीसी अवनी लवासा ने बताया कि गंभीर रूप से घायल लोगों को जीएमसी जम्मू लाया गया है। अन्य घायलों को स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। फिलहाल मृतकों व घायलों की पहचान नहीं हो पाई है। अधिक विवरण की प्रतीक्षा है।

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धनबाद, 29 मई (हि.स.)। हावड़ा-नई दिल्ली रेल मार्ग पर सोमवार को धनबाद और गोमो स्टेशन के बीच निचितपुर रेल फाटक के पास बड़ा हादसा हुआ है जिसमें आठ लोग जिंदा जल गए। इस हादसे में करीब एक दर्जन से अधिक झुलस गए हैं।

बताया जाता है कि निचितपुर रेल फाटक के पास मजदूर पोल गाड़ रहे थे और उन्होंने शटडाउन नहीं लिया था। काम के दौरान पोल डगमगा कर 25000 वोल्ट के ओवरहेड तार से छू गया, जिसके बाद करंट की चपेट में आने से मौके पर आठ लोगों की मौत की हो गई। एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं।

यह हादसा 25000 वोल्ट बिजली की तार की चपेट में आने से हुआ है। घटना के बाद ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोका गया है।

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श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), 29 मई (हि.स.)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने आज (सोमवार) पूर्वाह्न 10 बजकर 42 मिनट पर जीएसएलवी-एफ12 सैटेलाइट (भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान) को लॉन्च कर दिया।


इसरो के वैज्ञानिकों ने बताया कि इसे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से लॉन्च किया गया। 51.7 मीटर लंबा जीएसएलवी अपनी उड़ान में 2,232 किलोग्राम वजनी एनवीएस-01 नौवहन उपग्रह को लेकर रवाना हुआ। प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद, रॉकेट लगभग 251 किलोमीटर की ऊंचाई पर भू-स्थिर स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में उपग्रह को स्थापित करेगा। एनवीएस-01 अपने साथ एल1, एल5 और एस बैंड उपकरण ले जाएगा। पूर्ववर्ती की तुलना में, दूसरी पीढ़ी के इस उपग्रह में स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी भी है।

इसरो ने कहा कि यह पहली बार है जब स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी का सोमवार के प्रक्षेपण में इस्तेमाल किया गया है। वैज्ञानिक पहले तारीख और स्थान का निर्धारण करने के लिए आयातित रूबिडियम परमाणु घड़ियों का इस्तेमाल करते थे। अब, उपग्रह में अहमदाबाद स्थित अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र द्वारा विकसित रूबिडियम परमाणु घड़ी लगी है। यह महत्वपूर्ण तकनीक कुछ ही देशों के पास है।

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नई दिल्ली, 29 मई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में प्रवीण कुमार श्रीवास्तव को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) पद की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में इस बाबत जानकारी दी गई।

विज्ञप्ति में बताया गया है कि आज राष्ट्रपति भवन में 10.30 बजे आयोजित एक समारोह में प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के रूप में शपथ ली। उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू के समक्ष अपने पद की शपथ ली और शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए।

इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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Chhapra: देश में इन दिनों बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने, उसकी तुलना प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से करने से राजनीति गरमाई हुई है। इन मुद्दों पर विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे से छपरा टुडे डॉट कॉम के संपादक सुरभित दत्त ने बातचीत की।

विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि कुछ राजनैतिक दल हिन्दू हित में कार्य करने वाले संगठनों का अपमान कर वोट बटोरना चाह रहें हैं जो विशुद्ध रूप से मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति है। इस देश में 80 प्रतिशत हिन्दू हैं। हिंदुओं का इतिहास ही इस देश का इतिहास है, हिंदुओं की संस्कृति ही इस देश की संस्कृति है।

बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करना बिल्कुल गलत है। बजरंग दल अनुशासन के साथ कानून के दायरे में रह कर कार्य करने वाला संगठन है।

उन्होंने कहा कि यदि मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए हिंदुओं का अपमान होगा तो हिन्दू समाज को यह सोचना ही चाहिए की सत्ता में कैसे लोग बैठेंगे। हिन्दू हित के विपरीत सोचने वाले लोग यदि सत्ता में बैठेंगे तो इस देश की दुर्दशा हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद Day To Day की राजनीति नहीं करता। राजनीति से विश्व हिन्दू परिषद का कोई लेना देना नहीं है। किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा व्यक्ति विश्व हिन्दू परिषद का सदस्य नहीं बन सकता।

उन्होंने हिन्दू राष्ट्र बनाने की चर्चाओं पर कहा कि विश्व हिन्दू परिषद की सोंच है कि भारत हिन्दू राष्ट्र था, है, और रहेगा। इसे हिन्दू राष्ट्र बनाना कोई विषय नहीं है। यह हिन्दू राष्ट्र है ही। कुछ लोगों के पास हिन्दू राष्ट्र के विषय में ठीक से समझ नहीं है। जैसे कोई इस्लामिक और ईसाई देश होता है, वैसे वो हिन्दू राष्ट्र को समझना चाहते हैं। उन्हे मन में वह एक राजनैतिक संकल्पना है। मगर हिन्दू राष्ट्र राजनीतिक संकल्पना नहीं है,यह समझना होगा। वह भू राजनैतिक संकल्पना नहीं है। वह भू सांस्कृतिक संरचना है। विश्व हिन्दू परिषद इस राष्ट्र को संगठित, प्रबल और शक्तिशाली बनाने का कार्य कर रहा है।

किसी भी जिम्मेदार संगठन और नागरिक का यह कर्तव्य है कि राष्ट्र में क्या हो रहा है, योग्य नीतियाँ बन रहीं हैं की नहीं, इसके बारे में सोचना ही चाहिए। विश्व हिन्दू परिषद का आह्वान है कि सभी नागरिकों को मतदान करना चाहिए। हिन्दू हित ही देश हित है, यह किसी के भी विरुद्ध नहीं है। हिन्दू हित राजनीति का नहीं बल्कि विश्वास का विषय बनाना चाहिए।

 

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नई दिल्ली, 28 मई (हि.स.)। प्रख्यात अभिनेता रजनीकांत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसद के नए भवन में तमिलों को गौरवान्वित करने के लिए आभार जताया है। रजनीकांत ने प्रधानमंत्री के ट्वीट संदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए खुशी जताई है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह राष्ट्रीय राजधानी के रायसीना हिल्स में संसद के नए भवन का औपचारिक उद्घाटन किया है। यह नया भवन पुरानी संसद के पास ही है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि पूरा देश तमिलनाडु की गौरवशाली संस्कृति पर गर्व करता है। नए संसद भवन में इस महान राज्य की संस्कृति को गौरवान्वित होते देखना वास्तव में खुशी की बात है। इस पर रजनीकांत ने ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने खुशी जताई और कहा-तमिल सत्ता का पारंपरिक प्रतीक राजदंड (सेंगोल) भारत के नए संसद भवन में चमकेगा। पहली बार भारत में तमिलों को गौरवान्वित किया गया है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हार्दिक धन्यवाद।

उल्लेखनीय है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली में तमिलनाडु के आदिनम संतों के हाथों से सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक पवित्र राजदंड ‘सेंगोल’ को ग्रहण किया था। प्रधानमंत्री ने आज इसे संसद के नए भवन में उद्घाटन समारोह के दौरान लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया है।

सेंगोल ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा था- सैकड़ों वर्षों की गुलामी के बावजूद तमिलनाडु की संस्कृति आज भी जीवंत और समृद्ध है। इस परंपरा को जीवित रखने का दायित्व आदिनम संतजनों ने तो निभाया ही है, साथ ही इसका श्रेय पीड़ित-शोषित-वंचित सभी को जाता है। उन्होंने इसकी रक्षा की। उसे आगे बढ़ाया।

प्रधानमंत्री मोदी ने संतों से कहा-देश ने अगले 25 वर्ष के लिए कुछ लक्ष्य तय किए हैं। महत्वपूर्ण लक्ष्य है कि आजादी के 100 साल पूरे होने तक एक मजबूत, आत्मनिर्भर और समावेशी विकसित भारत का निर्माण हो। 1947 में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका से कोटि-कोटि देशवासी पुन: परिचित हुए हैं। आज देश 2047 के बड़े लक्ष्यों को लेकर आगे बढ़ रहा है। ऐसे में आपकी भूमिका और महत्वपूर्ण हो गई है। आपकी संस्थाओं ने हमेशा सेवा के मूल्यों को साकार किया है।

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नई दिल्ली, 28 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज (रविवार) सुबह रायसीना हिल्स में स्थापित संसद के नए भवन का औपचारिक उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह की शुरुआत पूजा से हुई। प्रधानमंत्री मोदी के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद हैं। दोनों ने हवन में हिस्सा लिया।

इसके बाद प्रधानमंत्री ने नए भवन में पवित्र राजदंड ‘सेंगोल’ को स्थापित किया। तमिलनाडु से आए आदिनम संतों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कल नई दिल्ली में पवित्र राजदंड ‘सेंगोल’ सौंपा था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया है-‘पूरा देश तमिलनाडु की गौरवशाली संस्कृति पर गर्व करता है। नए संसद भवन में इस महान राज्य की संस्कृति को गौरवान्वित होते देखना वास्तव में खुशी की बात है।’

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा है- भारत की नई संसद वास्तव में हमारे लोकतंत्र का प्रकाश स्तंभ है। यह देश की समृद्ध विरासत और भविष्य के लिए जीवंत आकांक्षाओं को दर्शाता है।’

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नई दिल्ली, 26 मई (हि.स.)। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस साल मानसून सामान्य रहने की संभावना जताई है। शुक्रवार को प्रेस वार्ता में मौसम विभाग ने जानकारी दी कि मानसून 4 जून के आसपास केरल में पहुंच जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले एक हफ्ते तक अरब सागर में चक्रवात की संभावना नहीं है।

मौसम विभाग ने उत्तर पश्चिम भारत में अब तक सामान्य से कम बारिश होने की संभावना जताई है। विभाग के अनुसार अगर वर्षा का वितरण सभी जगह लगभग समान हो तो यह एक आदर्श स्थिति होगी। अगर हमें हर जगह समान वितरण मिलेगा तो कृषि पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा।

 

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नई दिल्ली, 26 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवनिर्मित संसद भवन परिसर का एक वीडियो साझा करते हुए शुक्रवार को कहा कि नया संसद भवन हर भारतीय को गौरवान्वित करेगा। मोदी ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करते हुए, लोगों से ‘माई पार्लियामेंट माई प्राइड’ हैशटैग का उपयोग करते हुए अपने वॉयसओवर के साथ वीडियो को साझा करने का भी आग्रह किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में कहा, “नया संसद भवन हर भारतीय को गौरवान्वित करेगा। यह वीडियो इस प्रतिष्ठित इमारत की एक झलक पेश करता है। मेरा एक विशेष अनुरोध है- इस वीडियो को अपने वॉयस-ओवर के साथ साझा करें, जो आपके विचारों को व्यक्त करता है। मैं उनमें से कुछ को री-ट्वीट करूंगा #MyParliamentMyPride का इस्तेमाल करना न भूलें।

उल्लेखनीय है कि नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह 28 मई को सुबह हवन और सर्व-धर्म प्रार्थना के साथ शुरू होगा।

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रांची (झारखंड), 24 मई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को रांची स्थित धुर्वा के तिरिल मौजा में 72 एकड़ में नवनिर्मित झारखंड हाई कोर्ट के भवन का उद्घाटन किया। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बहुत से मामलों में कोर्ट के फैसले के बाद भी लोगों को न्याय नहीं मिलता। आप सबको इसका रास्ता निकालना चाहिए। लोगों को सही मायने में न्याय मिलना चाहिए। ये जिम्मेदारी आप सबकी है। लोगों को न्याय मिले, यह सुनिश्चित करना चाहिए।

राष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड से उनका पुराना नाता रहा है। आपके स्वागत से अभिभूत हूं। नया भवन बेहतरीन बनाया गया है। पूरा कैम्पस पीसफुल एनर्जी कंजर्वेशन को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यहां भारत के मुख्य न्यायाधीश और झारखंड के चीफ जस्टिस के अलावा बहुत से जज, वकील और विद्वान मौजूद हैं। बहुत से केस हाई कोर्ट में फाइनल होते हैं। बहुत से केस का फैसला सुप्रीम कोर्ट से आता है। जिनके पक्ष में फैसला आता है, वे खुश होते हैं। पांच-दस या 20 साल के बाद उनकी खुशी गायब हो जाती है। क्योंकि, उनको वो नहीं मिलता, जिसके लिए समय, रुपये और रातों की नींद बर्बाद कर दी। वे फिर से दुखी हो जाते हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि मैं फैमिली काउंसलिंग सेंटर की एक सदस्य थी। कुछ केस फाइनल होने के बाद हम उनके घर जाते थे। यह देखने के लिए कि जिस केस को हमने फाइनल किया, वह परिवार ठीक है या नहीं। बहुत से लोग अपने फैसले लेकर मेरे पास आते कि फैसला तो हमारे पक्ष में आ गया लेकिन हमें न्याय नहीं मिला। मुझे नहीं मालूम सुप्रीम कोर्ट के आगे कुछ होता है। ऐसे लोगों का कुछ हो सकता है। मूर्मु ने कहा कि चीफ जस्टिस डॉ. डीवाई चंद्रचूड़ ने उन्हें बताया कि ऐसे मामले होते हैं। लोग कंटेम्प्ट में जा सकते हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि मैं चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को मैं धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने हिंदी में भाषण दिया। मुझे लगता है इसका लाभ मिलेगा, उन्हें देखकर हाई कोर्ट के जज भी प्रभावित होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने यह शुरुआत की है कि कई भाषाओं में काम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में यह जरूरी है। अंग्रेजी के अलावा यहां के लोग दूसरी भाषाओं में सहज हैं। तकनीक हमारी दुनिया बदल रहा है। नए भवन में कई आधुनिक सुविधाएं हैं। खासकर युवा जो इस क्षेत्र में हैं उन्हें और बेहतर करना है। न्याय व्यवस्था में समस्याओं की पहचान हो रही है, उस पर चर्चा हो रही है। मुझे पूरा विश्वास है कि हम इन समस्याओं से जल्द निकलकर बाहर आयेंगे।

इससे पूर्व झारखंड हाई कोर्ट के नए भवन पर एक डॉक्यूमेंट्री दिखायी गयी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, भारत के चीफ जस्टिस डॉ. डीवाई चंद्रचूड़ समेत सभी अतिथियों को शॉल और डोगरा शिल्प कला से बनी बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्मृति चिह्न के रूप में भेंट की गई।

उल्लेखनीय है कि लगभग 600 करोड़ की लागत से बने झारखंड हाई कोर्ट का नया कैंपस सुप्रीम कोर्ट से करीब तीन गुना बड़ा है। कैंपस में विभिन्न प्रजातियों के लगभग 2000 पौधे लगाए गए हैं। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा हाई कोर्ट भवन और बड़ा कैंपस भी है। गर्मी की छुट्टियों के बाद नए हाई कोर्ट कैंपस में न्यायिक गतिविधियां शुरू होंगी।

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रांची (झारखंड), 24 मई (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि झारखंड हाई कोर्ट के नए भवन का उद्घाटन हुआ। यह आधुनिक राज्य और राष्ट्र का प्रतीक हो सकता है। न्याय के भवनों का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि शीघ्र न्याय नहीं मिलेगा तो न्याय व्यवस्था पर लोगों की आस्था नहीं रहेगी। जिला और सत्र न्यायालयों को सक्षम बनाना हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का कर्तव्य है।

चीफ जस्टिस बुधवार को रांची के धुर्वा स्थित तिरिल मौजा में 72 एकड़ में नवनिर्मित झारखंड हाई कोर्ट के भवन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला न्यायालय की गरिमा नागरिकों की गरिमा से जुड़ी है। न्याय प्रणाली का लक्ष्य सामान्य नागरिक को न्याय दिलाना है। मुकदमों की जानकारी मिले, समय पर सुनवाई हो, कागजात सही समय पर मिले। कैंटीन की व्यवस्था सही हो, महिलाओं के लिए शौचालय हो।

चंद्रचूड़ ने कहा कि हमें अपने आप से कठोर सवाल पूछना होगा कि न्याय मिलने में उलझन रहने से न्याय कैसे मिलेगा। तकनीक के माध्यम से न्याय सभी लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट में अंग्रेजी में काम होता था, अब हिंदी और अन्य भाषाओं का भी उपयोग किया जा रहा है। छह हजार से ज्यादा निर्णयों के अनुवाद हिंदी में हो चुके हैं। ई-कोर्ट फेज तीन में सात हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था न्याय प्रणाली को आधुनिक प्रणाली में तब्दील करने में के लिए की गयी है।

उन्होंने कहा कि न्याय प्रणाली और सामाजिक न्याय में सद्भावना बनाये रखना राष्ट्र का लक्ष्य है। समय पर सुनवाई हो। फैसले का दस्तावेज शीघ्र मिलें। इसमें सुधार लाने की आवश्यकता है। आज भी आदिवासी और पिछड़ी जनजातियों की पास जमीन के दस्तावेजों का अभाव है, इसका ध्यान रखना होगा। अदालत की करवाई का लाइव प्रसारण हर घर में ले जाना महत्वपूर्ण प्रकल्प है।

मातृशक्ति की पराकाष्ठा हैं राष्ट्रपति : न्यायमूर्ति संजय मिश्रा
झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि आज झारखंड के लिए बहुत गर्व का विषय है कि झारखंड हाई कोर्ट के नये भवन का उद्घाटन हो रहा है। कम समय में इस कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बहुत-बहुत धन्यवाद। झारखंड हाई कोर्ट के उद्घाटन के मौके पर राष्ट्रपति का आना एक गर्व की बात है। राष्ट्रपति मातृशक्ति की पराकाष्ठा हैं।

उन्होंने कहा कि इस भवन का जब शिलान्यास हुआ था उस समय आप झारखंड की राज्यपाल थीं। छह वर्षों के झारखंड के राज्यपाल के कार्यकाल में आपने कई बार इस नये भवन को लेकर समय-समय पर जानकारी ली। एक सामान्य परिवार से निकल कर देश की सर्वोच्च पद पर आसीन होने के लिए आपको बधाई।

जस्टिस डिलीवरी में ई-कोर्ट क्रांति साबित होगा : कानून मंत्री
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि जस्टिस डिलीवरी में ई-कोर्ट क्रांति साबित होगा। उन्होंने कहा कि ई-कोर्ट्स के पहले फेज में हमने इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर दिया। सेकेंड फेज में नागरिकों को सुविधा बढ़ाने पर जोर दिया। तीसरे फेज में जस्टिस डिलीवरी में क्रांति साबित होगा। मेघवाल ने कहा कि ऐसे कैदी जो गरीब हैं और जुर्माना नहीं भरने के कारण सजा काटने के बाद भी जेल में बंद हैं, उनको आर्थिक और कानूनी मदद दी जायेगी। इसका प्रावधान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में प्रावधान कर दिया है।

उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी नागरिकों और कोर्ट की सुविधा बढ़ाने में मददगार बना। न्याय विकास 2.0 वेब पोर्टल बना। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हियरिंग शुरू हुई। कोविड के समय संसार में रिकॉर्ड हियरिंग भारत में हुई है। ये टेक्नोलॉजिकल इंटरवेंशन की वजह से संभव हो पाया है। हम इंडस्ट्री 4.0 के युग में जी रहे हैं। इसमें एआई एक मजबूत टूल के रूप में उभरा है। मुझे ऐसा लगता है कि बेंच और बार दोनों के लिए यह उपयोगी साबित होगा। वादी-प्रतिवादी दोनों के लिए लाभकारी साबित होगा।

मेघवाल ने कहा कि जब राष्ट्र को संविधान सौंपा गया था तब बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर ने कहा था कि हम सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय की स्थापना करने जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि 2047 में जब आजादी का शताब्दी वर्ष मनायेंगे तब एक विकसित भारत को देखेंगे। न्याय को और सरल बनाना है। स्थानीय भाषा का उपयोग न्यायिक व्यवस्था में करना है। सबों को न्याय मिले इसपर काम हो रहा है। अगले 25 वर्षों में स्थानीय भाषा में एक्सेस टू जस्टिस पर काम करेंगे। भारत सरकार न्यायपालिका की जरूरतों को पूरी करने के लिए कटिबद्ध और प्रतिबद्ध है।

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