छपरा: जय प्रकाश विश्विद्यालय के सिनेट हाल में ‘कैंसर के रोकथाम में राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका’ विषयक परिचर्चा का गुरुवार को आयोजन किया गया.

परिचर्चा का उद्घाटन एवं अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो डॉ हरिकेश सिंह ने कहा कि रोगों से बचाव के लिए पौराणिक मंत्रो एवं वैज्ञानिक शोध का प्रयोग किया जा सकता है.

वही मुख्य वक्ता ख्याति प्राप्त कैंसर चिकित्सक पद्मश्री डॉ जेके सिंह ने बताया कि विश्व में 60 लाख एवं भारत में 10 लाख कैंसर पीड़ित हैं. इसके रोकथाम के लिए तम्बाकू एवं अन्य नशीले पदार्थों का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
मंच सञ्चालन राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ हरिश्चंद्र ने किया वहीं धन्यवाद ज्ञापन डॉ पूनम सिंह ने किया. जानकारी विश्विद्यालय के जन संपर्क पदाधिकारी डॉ केदारनाथ ने दी.

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छपरा: मंगलवार को कुलपति द्वारा जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत एवं संबंध महाविद्यालयों के प्राचार्य को पत्र लिखकर कहा है कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी बाबू कुंवर सिंह जी का शहादत दिवस 26 अप्रैल को राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप उत्साहपूर्वक आयोजित करें.

26 अप्रैल को 12:00 बजे से 1:00 बजे तक शहादत दिवस का आयोजन सुनिश्चित कर वीर योद्धा को श्रद्धा सुमन अर्पित करें. सभी स्नाकोत्तर विभाग के शिक्षक एवं कर्मचारी तथा विश्वविद्यालय कार्यालय के पदाधिकारी एवं कर्मचारीगण सीनेट हॉल में अपराहन 12:00 बजे से 1:00 बजे तक आयोजित शहादत दिवस कार्यक्रम में शामिल हो.

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छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय ने BCA का परिणाम घोषित कर दिया हैं. BCA शैक्षणिक सत्र 2015 – 18 के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित होने के बाद छात्रों के चेहरें खिल उठे.

सोमवार को विवि द्वारा परिणाम घोषित किया गया. परीक्षा के परिणाम जानने को लेकर छात्र बेचैन दिखे.

उधर कुलपति ने सभी सफल छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए विलंब से परीक्षा परिणाम की घोषणा के लिए खेद व्यक्त किया है.

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छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के एशोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ. सैयद रजा को विवि का नया कुलसचिव बनाया गया है. डॉ. रजा शुक्रवार को विवि में पदभार ग्रहण किया. वर्तमान कुलसचिव प्रो. विभाष यादव को हाजीपुर स्थानांतरित कर दिया गया है.

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नई दिल्ली: सीबीएसई ने एक एडवाइज़री जारी की है जिसमें सीबीएसई मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों को चेताया गया है कि स्कूल बच्चों को स्कूल से ही किताबें और यूनिफार्म लेने के लिए बाध्य नहीं कर सकते. ऐसा करने पर स्कूलों की मान्यता रद्द की जा सकती है.

पिछले कई दिनों से स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी के खिलाफ अभिभावक सड़कों पर उतरे हुए हैं. अब सीबीएससी ने भी मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों को चेताया है कि अगर स्कूलों ने बच्चों को स्कूल से ही किताबें और यूनिफार्म लेने के लिए बाध्य किया तो यह नियमों का उल्लंघन होगा. ऐसे में स्कूलों की मान्यता रद्द की जा सकती है.

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छपरा: जयप्रकाश यूनिवर्सिटी में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध पर्यावरणविद् एवं नवदान्या की संस्थापक, वैकल्पिक नोवेल अवार्ड (Right Livelihood Award,1993) से सम्मानित डॉ वंदना शिवा ने कहा कि जेपी यूनिवर्सिटी देश का पहला ग्रीन यूनिवर्सिटी बनेगा. आज़ादी का जब हम शताब्दी वर्ष 2047 में मनाएंगे तब मेरा भारत जैविक भारत बन पाए इसके लिए यूनिवर्सिटी और नवदान्या एक साथ आये है. जिससे बच्चों को बताया जा सके की जंक फ़ूड से बच्चों को क्या हानि है और देश को क्या हानि है.

जेपी यूनिवर्सिटी के कुलपति ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि जल्द ही कृषि की पढाई विश्वविद्यालय में शुरू होगी. इस अवसर पर रिटायर्ड आईएस अधिकारी एवं वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति आई एस कुमार के साथ-साथ नवदान्या के सदस्यगण उपस्थित थे.

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पटना : सर, इस प्रश्न के उत्तर में हमें क्या लिखना है, यह पता नहीं चल रहा है. ऊपर में बस वस्तुनिष्ठ प्रश्न लिख कर दिया गया है. इन प्रश्नों का हमें क्या उत्तर देना है, यह पूछा ही नहीं गया है. ऐसे में हम इन वाक्यों का क्या करें. यह प्रश्न किसी क्लास रूम में नहीं पूछा गया है, बल्कि इंटरमीडिएट का मूल्यांकन कर रहे परीक्षक को उत्तर पुस्तिका में परीक्षार्थियों की ओर से लिखा हुआ प्राप्त हो रहा है. अब परीक्षक परेशान हैं कि इस प्रश्न पर अंक कैसे दिये जाये. अब समिति ने अपनी गलती मानते हुए यह कहा है कि इस प्रश्न के पूरे अंक सभी परीक्षार्थियों को दिये जायेंगे. जिन उत्तर पुस्तिका  की जांच हो चुकी है, उस पर बोर्ड द्वारा अंक दिया जायेगा.

यह समस्या 50 अंकों के हिंदी विषय में आया है. मूल्यांकन कर रहे परीक्षकों के अनुसार पांच अंक के इस प्रश्न में एक, दो, तीन, चार और पांच करके पांच वाक्य पूछे गये हैं. इसके ऊपर वस्तुनिष्ठ प्रश्न लिखा हुआ है. अब इस प्रश्न का क्या करना है, इस पर कोई गाइड लाइन नहीं है. ऐसे में छात्र यह समझ नहीं पाये कि इस वाक्य के माध्यम से उन्हें उत्तर क्या देना है. परीक्षक शिवाजी शर्मा ने बताया कि इस प्रश्न का उत्तर छात्र नहीं दे पाये हैं. सभी ने खुद ही सवाल लिख कर डाल दिया है.
इतना ही नहीं 50 अंकों वाले हिंदी का मॉडल की भी अधूरा है. प्रश्न संख्या दो में पर्यायवाची शब्द लिखने काे कहा गया है. इसमें गेहूं का पर्यायवाची शब्द लिखना है. लेकिन, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जो मॉडल की तैयार किया है. उसमें गेहूं का पर्यायवाची नहीं लिखा गया है. इससे मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों को खासा परेशानी हो रही है. कई शिक्षक तो इंटरनेट की मदद से गेहूं का पर्यायवाची शब्द निकाल कर मूल्यांकन कर रहे हैं.
समिति की गलती की वजह यह प्रश्न अधूरा था. इससे परीक्षार्थी उत्तर नहीं दे पाये. इस कारण बोर्ड ने निर्णय लिया है कि इस प्रश्न के पूरे अंक सभी परीक्षार्थियों को दिये जायेंगे. जिन उत्तर पुस्तिका की जांच हो चुकी है, उस पर बोर्ड द्वारा अंक दिया जायेगा.
आनंद किशोर, अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति
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छपरा: बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ की बैठक जिला परिषद् परिसर में आयोजित की गयी.

बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने एक तरफ जहां समान कार्य समान वेतन की मांग के लिए मूल्यांकन कार्य बाधित करने वाले माध्यमिक शिक्षकों और वित्त रहित शिक्षकों का समर्थन किया वही दूसरी ओर दरवाजा बंद कर मूल्यांकन कार्य कर रहे BPSC के द्वारा चयनित शिक्षकों को लेकर कहा कि यह मान सिंह की भूमिका में रहकर नियोजित शिक्षकों के आंदोलन का समाप्त करने का घृणित कार्य कर रहे है. उन्होंने कहा कि पैसों की लालच में किया जा रहा यह कार्य याद रखने की जरुरत है.

बैठक में रवींद्र कुमार सिंह, सुमन सिंह, जाहिर अहमद, ललन सिंह, राज नारायण राम, दिलीप गुप्ता, राजेश कुमार सहित दर्जनों सदस्य उपस्थित थे.

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छपरा: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह ने विश्वविद्यालय को एक बेहतर शैक्षणिक केंद के रूप में विकसित करने में जुटे है.

कुलपति विश्वविद्यालय के प्रगति के लिए लगातार प्रयास कर रहे है. इसी क्रम में विश्वविद्यालय के रजत जयंती के अवसर पर 21 संस्थानों के खोले जाने का प्रस्ताव दिया है.

इनमें देशरत्न राजेन्द्र प्रसाद इंस्टीच्यूट ऑफ लॉ, प्रभावती इंस्टीच्यूट ऑफ वूमेन्स स्टडीज, संत मदर टेरेसा इंस्टीच्यूट ऑफ डिस्एबीलिटिज स्टडीज, भिखारी ठाकुर इन्स्टीच्यूट ऑफ भोजपुरी लिटरेचर एण्ड मास कम्यूनिकेशन आदि शामिल हैं.

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 छपरा: शहर में इंटर और मैट्रिक परीक्षा मूल्यांकन को लेकर दो केंद्र बनाए गए है. वित्तरहित और उच्च विद्यालय के शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा प्रारंभिक विद्यालय के शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य के लिए प्रतिनियुक्त किया गया.लेकिन केंद्रों पर योगदान के लिए पहुंचना भाड़ी पर गया. शहर के जगदम कॉलेज केंद्र पर योगदान के लिए पहुंचे शिक्षकों को कालिख़ पोत दी गयी जिंसके बाद उन शिक्षकों को चेहरा छुपाकर भागना पड़ा. इस कार्य को देख अन्य कई शिक्षक उलटे पाव वापस जाते देखे गये.हालांकि कई शिक्षक चुप चाप भीड़ का हिस्से बन नौकरी बचाने के लिए खड़े रहे लेकिन उनकी एक ना चली. विदित हो कि जिले के प्रारंभिक विद्यालय के B.Sc, B.A, M.Sc और MA योग्यताधारी शिक्षको को मूल्याङ्कन कार्य के लिए प्रतिनियुक्त करते हुए योगदान को लेकर पत्र DEO द्वारा जारी किया गया है.

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छपरा: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक और इंटर परीक्षा के उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करवाना टेढ़ी खीर बनता जा रहा हैं.

मैट्रिक उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों से कराये जाने के बाद अब इंटर परीक्षा की उत्तर पुस्तिका की जाँच प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों द्वारा किया जायेगा.

सारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है.जिसके तहत शहर के दो मूल्याङ्कन केंद्र जिला स्कुल और जगदम महाविद्यालय के केंद्राधीक्षक के पत्र भेजते हुए प्रतिनियुक्त शिक्षकों की सूची भी भेजी गयी हैं.

इंटर उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत M.Sc और M. A योग्यताधारी करीब 221 शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गयी हैं.

जारी सूची के अनुसार दिघवारा, मांझी, नगरा, बनियापुर, एकमा और इसुआपुर के शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति करते हुए मूल्यांकन कार्य कराने का आदेश दिया गया हैं. प्रतिनियुक्त शिक्षकों में ज्यादा शिक्षक प्राथमिक विद्यालय के हैं.

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छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह अपने अधीनस्थ पदाधिकारियों और कर्मियों की कार्यशैली से परेशान दिख रहे है. कुलपति ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि विश्वविद्यालय के कई पदाधिकारी और कर्मी अपने कार्य में लापरवाही और स्थिलता बरत रहे है. जिसके कारण छात्र हित में होने वाले निर्णयों में देरी हो रही है.

कुलपति ने साफ़ शब्दों में कहा कि छात्र हित को लेकर अगर उन्हें जेल भी जाना पड़े तो उसके लिए वे तैयार है. उन्होंने स्नातक प्रथम खंड की लंबित परीक्षाओं को जल्द कराने की अपने प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने का हक किसी को नहीं है. परीक्षा में देरी होने से कई छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में दाखिले नहीं मिल पा रहे है जो चिंतनीय विषय है. उन्होंने बीसीए, बीएड व बीटेक की परीक्षा की तिथि को जल्द ही घोषित करने की बात कही.

कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों ने पिछले साल ही कोर्ट में शीघ्र परीक्षा लेने का शपथ पत्र दिया गया था लेकिन आज तक परीक्षा नहीं ली गई. वही एकेडमिक कैलेंडर का भी पालन नहीं हो रहा है.

कुलपति ने कहा कि स्नातकोत्तर परीक्षा में सहयोग नहीं करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी. सभी से पहले स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. किसी को बख्शा नहीं जायेगा.

एक सवाल के जबाब में कुलपति ने कहा कि तीन-तीन वेबसाइट की बात संज्ञान में आई है. उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए जल्द ही एक वेबसाइट बनाने और उसे अप टू डेट करते हुए उसी के माध्यम से सूचनायें प्रकाशित करने की बात कही और विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को निर्देश भी दिए.

इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. प्रमेन्द्र रंजन सिंह, पीआरओ डॉ. केदार हरिजन, प्रो महेंद्र सिंह उपस्थित थे.

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