– हादसे में 25 लोग घायल बताए जा रहे, राहत व बचाव कार्य मे जुटा प्रशासन
कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बुधवार रात शादी की खुशियों के बीच एकदम से मातम पसर गया। आपको बता दें कि, शादी समारोह के दौरान रस्म अदायगी के कुएं की स्लैब टूट गई और उसमें तीन दर्जन से अधिक लोग जा गिरी। हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई और 25 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस बड़ी दुर्घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। प्रशासन राहत कार्य करते हुए घायलों का इलाज कराने में जुट गया है।

कुशीनगर जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत नौरंगिया गांव के नौरंगिया स्कूल टोला खास इलाके में परमेश्वर कुशवाहा के बेटे अमन की शादी समारोह से पहले हल्दी की रस्म चल रही थी। इसी दौरान महिलाओं की टोली नयन माता (कुएं) की पूजा के लिए कुएं पर गई थी। इस दौरान कुछ महिलाएं व बच्चे कुएं के ऊपर स्लैब पर खड़े हो गए। इसी बीच स्लैब टूट जाने से उस पर खड़े सभी लोग कुएं में गिर गए। इस हादसे से क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

शादी समारोह में हुए हादसे की सूचना पर पहुची सम्बंधित थाना पुलिस ने आनन-फानन में ग्रामीणों के साथ राहत बचाव कार्य शुरू किया और कुएं में गिरे लोगों कर रेस्क्यू किया जाने लगा।

आपको बता दें कि, इस हादसे में 13 लोगों की मौत की सूचना है, जिसमें दो बच्चे भी शामिल हैं। वहीं 25 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। फिलहाल अभी इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। स्थानीय लोग एवं पुलिस ने लोगों का रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया है। घटनास्थल पर डीएम व एसपी मौजूद हैं। फिलहाल कुएं से सभी कर रेस्क्यू कर लिया गया है।

जिलाधिकारी एस राज लिंगम ने बताया कि जनपद में हुए एक बड़े हादसे के शिकार 1 बच्चे सहित 10 महिलाओं की डेड बॉडी जिला अस्पताल के मर्चरी हाउस में पहुंच गई। वहीं दो की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई है। घटना स्थल व जिला अस्पताल पर पुलिस आवश्यक कार्यवाही में जुटी हुई है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल मौके पर पहुचकर जायजा लिया और जिला अस्पताल में मर्चरी हाउस का निरीक्षण किया, जहां शव रखे गए हैं।

डीएम ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान दी जाएगी। रेस्क्यू आपरेशन में जिनकी भी लापरवाही समाने आएगी उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

मां का साया उठा, अनाथ हुए
कुशीनगर में हुए हृदयविदारक घटना ने दर्जनों परिवारों की खुशियां छीन ली है तो वही कई मासूमों को उनकी मां का आंचल छीनकर अनाथ बना दिया। 16 फरवरी का दिन इन परिवारों को जिंदगी भर का गम दे गई। यह घटना बड़े हादसे के रूप में कुशीनगर कभी भूल नहीं पायेगा।

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-पहले चरण में प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर पड़े वोट
-शामली में सर्वाधिक 69.42 प्रतिशत और गाजियाबाद में सबसे कम 54.77 फीसद हुआ मतदान

लखनऊ (Agency): उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के चुनाव में प्रथम चरण के 11 जिलों की 58 सीटों पर गुरुवार को मतदान सम्पन्न हुआ। शाम छह बजे मतदान का समय समाप्त होने तक औसतन 60.17 प्रतिशत मतदान हुआ था। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ। कहीं से किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजे तक के मिले आंकड़े के अनुसार सबसे अधिक 69.42 प्रतिशत मतदान शामली सीट पर और सबसे कम 54.77 प्रतिशत वोट गाजियाबाद सीट पर हुआ। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर में 65.34, मेरठ में 60.91, बागपत में 61.35, हापुड़ में 60.50, गौतमबुद्ध नगर में 56.73, बुलंदशहर में 60.52, अलीगढ़ में 60.9, मथुरा में 63.28 और आगरा में 60.33 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि जो लोग पहले से ही मतदान केंद्रों पर लाइन में लगे हैं, समय समाप्त होने के बाद भी उन्हें वोट डालने का अवसर मिलेगा। ऐसे में वोट का प्रतिशत बढ़ भी सकता है।

वर्ष 2017 के चुनाव में इन 58 सीटों पर कुल 63.1 प्रतिशत मतदान हुआ था। उस वक्त सबसे ज्यादा 71.5 प्रतिशत मतदान मेरठ जिले की सरधना सीट पर हुआ था। वहीं गौतमबुद्ध नगर जिले की नोएडा सीट पर सबसे कम 48.2 फीसद लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था

18वीं विधानसभा के चुनाव में प्रथम चरण के 11 जिलों की 58 सीटों पर आज सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरु हुआ। कड़ाके की ठंड के कारण प्रारम्भ में मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ कम दिखी। सुबह नौ बजे तक औसतन 7.53 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद जैसे ही मौसम अनुकूल हुआ मतदाताओं की संख्या मतदान केंद्रों पर बढ़ने लगी नतीजतन 11 बजे तक मतदान का प्रतिशत 20.03 फिर अपराह्न एक बजे तक 35.03, अपराह्न तीन बजे तक 48.24 और पांच बजे तक 57.79 प्रतिशत दर्ज किया गया।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार छिटपुट घटनाओं को छोड़कर प्रथम चरण का मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना समाचार लिखे जाने तक प्राप्त नहीं हुई। उन्होंने बताया कि प्रारम्भ में कुछ मतदान केंद्रों से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के खराब होने की शिकायत मिली, जिनका तत्काल समाधान किया गया।

योगी सरकार के नौ मंत्रियों सहित 623 उम्मीदवार मैंदान में
प्रथम चरण में योगी सरकार के नौ मंत्री और 73 महिला प्रत्याशी समेत कुल 623 उम्मीदवार चुनाव मैंदान में हैं। इस चरण में करीब 2.28 करोड़ मतदाता हैं। मंत्रियों में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा मथुरा सीट से, डेयरी और पशुपालन मंत्री चैधरी लक्ष्मी नारायण मथुरा की छाता विधानसभा सीट से, स्वास्थ्य विभाग के राज्य मंत्री अतुल गर्ग गाजियाबाद सीट से, गन्ना मंत्री सुरेश राणा शामली जिले की थाना भवन सीट से, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पोते और योगी सरकार में राज्य मंत्री संदीप सिंह अलीगढ़ के अतरौली सीट से, वन और पर्यावरण राज्य मंत्री अनिल शर्मा बुलंदशहर जिले की शिकारपुर सीट से, कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल मुजफ्फरनगर सदर सीट से, बाढ़ नियंत्रण विभाग के राज्य मंत्री दिनेश खटीक मेरठ जिले की हस्तिनापुर सीट से और राज्य मंत्री डॉ जीएस धर्मेश आगरा कैंट से चुनाव मैंदान में हैं।

मथुरा व मुजफ्फरनगर में सर्वाधिक 15-15 उम्मीदवार
प्रथम चरण के चुनाव में सर्वाधिक 15-15 उम्मीदवार मथुरा और मुजफ्फरनगर सीट से मैंदान में हैं। वहीं इस चरण में सबसे कम पांच उम्मीदवार अलीगढ़ की इगलास सीट से हैं।

2175 सेक्टर और 284 जोनल मजिस्ट्रेट रहे तैनात
निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे। लगभग 800 कंपनी अर्धसैनिक बल को पोलिंग बूथ के अलावा अन्य संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया था। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिये चुनाव आयोग द्वारा 48 सामान्य प्रेक्षक, आठ पुलिस प्रेक्षक तथा 19 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे। इसके अलावा 2175 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 284 जोनल मजिस्ट्रेट, 368 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2718 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये थे।

प्रथम चरण में कुल 26,027 मतदेय स्थल
प्रथम चरण के चुनाव में मतदाताओं की कुल संख्या 2.28 करोड़ है, जिनमें 1.24 करोड़ पुरुष, 1.04 करोड़ महिला और 1,448 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं। इस चरण में मतदान के लिये 10,853 मतदान केंद्र और 26,027 मतदेय स्थल बनाये गये थे। इनमें 467 आदर्श मतदान केंद्र रहे। चुनाव प्रक्रिया को सम्पन्न कराने के लिये कुल 1,20,876 मतदान कार्मिक लगाये गये हैं।

कोविड प्रोटोकाल का हुआ पालन
कोविड-19 के दृष्टिगत मतदान के समय मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैण्ड सैनीटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई थी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार मतदाताओं की सुविधा हेतु वोटर गाइड का भी वितरण किया गया था। इसमें कोविड-19 से सम्बन्धित डूज एण्ड डोण्ट्स का भी उल्लेख किया गया है।

इन जिलों में हुआ मतदान
चुनाव के प्रथम चरण में पश्चिमी उप्र के 11 जिले की 58 सीटें हैं। इनमें शामली जिले की तीन, मुजफ्फरनगर की छह, मेरठ की सात, बागपत की तीन, गाजियाबाद की पांच, हापुड़ की तीन, गौतमबुद्ध नगर की तीन, बुलंदशहर की सात, अलीगढ़ की सात, मथुरा की पांच और आगरा जिले की नौ विधानसभा सीटों पर प्रथम चरण के चुनाव हेतु मतदान हो रहा है।

प्रथम चरण की सीटें
कैराना, थानाभवन, शामली, बुढ़ाना, चरथावल, पुरकाजी (सुरक्षित), मुजफ्फरनगर, खतौली, मीरापुर, सिवालखास, सरधना, हस्तिनापुर (सुरक्षित), किठौर, मेरठ कैंटोनमेंट, मेरठ, मेरठ दक्षिण, छपरौली, बड़ौत, बागपत, लोनी, मुरादनगर, साहिबाबाद, गाजियाबाद, मोदीनगर, धौलाना, हापुड़ (सुरक्षित), गढ़मुक्तेश्वर, नोएडा, दादरी, जेवर, सिकंदराबाद, स्याना, अनूपशहर, डिबाई, शिकारपुर, खुर्जा (सुरक्षित), खैर (सुरक्षित), बरौली, अतरौली, छर्रा, कोल, अलीगढ़, इगलास (सुरक्षित), छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा, बलदेव (सुरक्षित), एत्मादपुर, आगरा कैंटोनमेंट (सुरक्षित), आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर, आगरा ग्रामीण (सुरक्षित), फतेहपुर सीकरी, खैरागढ़, फतेहाबाद और बाह सीटें प्रथम चरण की हैं।

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-11 जिले की 58 सीटों पर पड़ रहे वोट

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रथम चरण के 11 जिलों की 58 सीटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है। मतदान सुबह सात बजे प्रारम्भ हुआ और शाम सात बजे तक चलेगा। प्रथम दो घंटे में औसतन 7.93 प्रतिशत मतदान हुआ है।

नौ बजे तक ये रहा मतदान का प्रतिशत

शामली – 7.70 प्रतिशत

मुजफ्फरनगर – 7.50 प्रतिशत

मेरठ – 8.44 प्रतिशत

बागपत – 8.93 प्रतिशत

गाजियाबाद – 7.37 प्रतिशत

हापुड़ – 8.20 प्रतिशत

गौतमबुद्ध नगर – 8.33 प्रतिशत

बुलंदशहर – 7.51 प्रतिशत

अलीगढ़ – 8.26 प्रतिशत

मथुरा – 8.30 प्रतिशत

आगरा – 7.53 प्रतिशत

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर (शहर) से और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को प्रयागराज की सिराथु सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

उत्तर प्रदेश भाजपा के चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान एवं राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उम्मीदवारों की सूची जारी की। इस सूची में पहले चरण की 58 में से 57 और दूसरे चरण की 55 में से 48 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। इसमें पार्टी 21 नये चेहरों पर अपना दांव लगाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पार्टी ने गोरखपुर (शहर) से और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को प्रयागराज की सिराथु सीट से उम्मीदवार बनाया है। जबकि ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को मथुरा से उम्मीदवार बनाया गया है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह को पार्टी ने नोएडा से उम्मीदवार घोषित किया है। वे इस सीट से विधायक हैं। कैराना से पार्टी के कद्दावर नेता रहे स्व. हुकूम सिंह की पुत्री मृगांका सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। सूची के अनुसार 63 विधायकों को पार्टी ने दोबारा टिकट दिया है। जबकि 21 नये चेहरों को मौका दिया गया है।

उत्तर प्रदेश भाजपा के चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह ने यहां पार्टी मुख्यालय में शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। इस सूची में पहले चरण की 58 में से 57 और दूसरे चरण की 55 में से 48 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।

उम्मीदवारों की सूची इस प्रकार है-

कैराना- मृगांका सिंह, थाना भवन- सुरेश राणा, शामली- तेजेन्द्र सिंह निर्वाल, बुढ़ाना-उमेश मलिक, चरथौवल-सपना कश्यप, पुरकाजी- प्रमोद उटवाल, मुजफ्फरनगर-कपिलदेव अग्रवाल, खतौली-विक्रम सैनी, मीकापुर-प्रशांत गुर्जर, सिवालखास-महेन्द्र पाल सिंह-सरदाना-संगीत सोम, हस्तिनापुर-दिनेश खटीक, किठौर-सत्यवीर त्यागी, मेरठ कैंट-अमित अग्रवाल, मेरठ-कमलदत्त शर्मा, मेरठ दक्षिण-सोमेन्द्र तोमर, छपरौली- सहेन्द्र सिंह रमाला, बड़ौत- किशनपाल सिंह मलिक, बागपत-योगेश धामा, लोनी-नन्दकिशोर गुर्जर, नुरादनगर-अजीतपाल त्यागी, साहिबाबाद-सुनील शर्मा, गाजियाबाद-अतुल गर्ग, मोदीनगर-मंजू सिवाच,धौलाना-धर्मेश तोमर, हापुड़-विजयपाल अड़ती, गढ़ मुक्तेश्वर – हरेंद्र तेवतिया,

नोयडा- पंकज सिंह, दादरी-तेजपाल सिंह नागर, जेवर, धीरेन्द्र सिंह, सिकंदराबाद-लक्ष्मीराज सिंह, बुलंदशहर-प्रदीप चौधरी, स्याना-देवेन्द्र सिंह लोधी, अनुपशहर-संजय शर्मा, डिबाई-सीपी सिंह, शिकारपुर-अमिल शर्मा, खुर्जा-मीनाक्षी सिंह, खैर-अनूप प्रधान वाल्मिकि, बरौली-ठाकुर जयवीर सिंह, अतरौली-संदीप सिंह, छर्रा-रवीन्द्र पाल सिंह, कौल-अनिल पराशर, इग्लास-राजकुमार सहयोगी, छाता चौधरी लक्ष्मीनारायण, मांट-राजेश चौधरी, गोबरधन-ठाकुर मेघ श्याम सिंह, मथुरा-श्रीकांत शर्मा, बलदेव-पूरन प्रकाश जाटव,

एत्मादपुर- डॉ धर्मपाल सिंह, आगरा कैंट-डॉ जीएस धर्मेश, आगरा दक्षिण- योगेन्द्र उपाध्याय, आगरा उत्तर-पुरूषोत्तम खंडेलवाल, आगरा ग्रामीण-बेबी रानी मौर्या, फतेहपुर सीकरी-चौधरी बाबूलाल, खेरागढ़-भगवान सिंह कुशवाहा, फतेहाबाद-छोटेलाल वर्मा, बाहा-गानी पक्षालिका,बेहट-नरेश सैनी, नकुड़-मुकेश चौधरी, सहारनपुर नगर, राजीव गुम्बार, सहारनपुर-जगपाल सिंह, देवबंद-ब्रजेश सिंह रावत, रामपुर मनिहारन-देवेन्द्र निम, गंगोह-कीरत सिंह गुर्जर, नजीबाबाद-कुंवर भरतेन्दुस सिंह, नगीना-डॉ यशवंत, बरहापुर-सुशांत सिंह-धामपुर, अशोक कुमार राणा, नहटौर-ओम कुमार, बिजनौर-सूची मौसम चौधरी, चांदपुर-कमलेश सैनी, नूरपुर-सीपी सिंह, काठ-राजेश कुमार चुन्नू,

मुरादाबाद देहात-कृष्णकांत मिश्रा, मुरादाबाद नगर-रितेश गुप्ता, कुंदरकी-कमल प्रजापति, बिलारी-परमेश्वर लाल सैनी, चंदौसी-गुलाबो देवी, असमौली-हरेन्द्र सिंह रिंकू, संभल-राजेश सिंघल, चमरौहा-मोहन कुमार लोधी, बिलासपुर-बल्देव सिंह ओलख, रामपुर-आकाश सक्सेना, मिलक-राजबाला, धन्नौरा-राजीव तरारा, नौगांवा सादत-देवेन्द्र नागपाल, अमरोहा-रामसिंह सैनी, हसनपुर-महेन्द्र सिंह खड़गवंशी, गुन्नौर-अजीत कुमार(राजीव यादव), बिसौली-कुशाग्र सागर, सहसावन-डीके भारद्वाज, बिल्सी- हरीश शाक्य, बदायूं-महेश गुप्ता,

शेखुपुर-धर्मेन्द्र शाक्य, दातागंज-राजीव सिंह (बब्बू भैया), मीरगंज-डॉ डीसी वर्मा, नवाबगंज-डॉ एमपी आर्य गंगवार, फरीदपुर-डॉ श्याम बिहारी लाल, बिथरी चैनपुर-डॉ राघवेन्द्र शर्मा, बरेली-डॉ अरुण सक्सेना, बरेली कैंट-संजीव अग्रवाल,आंवला-धर्मपाल सिंह, कटरा-वीर विक्रम सिंह,पुवायां-चेतराम पासी, और शाहजहांपुर-सुरेश खन्ना को उम्मीवार बनाया गया है।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होंगे। देश के सबसे बड़े सूबे में 10 फरवरी को पहले चरण, 14 फरवरी को दूसरे चरण, 20 फरवरी को तीसरे चरण, 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, 03 मार्च को छठे चरण और 07 मार्च को सातवें चरण का मतदान होगा।

पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होना है। इसमें गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा और अलीगढ़ शामिल हैं।

वहीं, दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को होगा। इसके लिये 21 जनवरी को अधिसूचना जारी की जायेगी और 28 जनवरी को नामांकन की अंतिम तिथि तय है। नाम वापसी की अंतिम तारीख 31 जनवरी है।

दूसरे चरण में राज्य के नौ जिलों की 55 सीटों पर मतदान होना है। इसमें बिजनौर, सहारनपुर, संभल, अमरोहा, मुरादाबाद, बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर जिले शामिल हैं।

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– निर्माण स्थल पर पत्रकारों को आज वीडियो और फोटो खींचने की दी गई अनुमति

अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा हो गया है। बताया कि राममंदिर के दूसरे चरण के निर्माण में मिर्जापुर से लाए गए 21 फीट ऊंची प्लिंथ ग्रेनाइट के पत्थरों से बनेगी। इसमें पत्थरों के 18 हजार ब्लॉक लगेंगे।

उन्होंने बताया कि यदि फरवरी से प्लिंथ का निर्माण शुरू हो गया तो अगले पांच महीने में प्लिंथ का निर्माण पूरा हो जाएगा। इसके बाद प्लिंथ के ऊपर गर्भगृह आकार लेना शुरू करेगा। बताया कि दिसंबर 2023 तक गर्भगृह में रामलला को विराजित करने का लक्ष्य रखा गया है।

ट्रस्ट महासचिव राय ने बताया कि अयोध्या नेवाली राम भक्तों के लिए हमारी योजना है कि राममंदिर निर्माण की पूरी जानकारी मिल सके। इसी के तहत शहर के एलईडी स्क्रीनों पर प्रसारण की योजना है। राममंदिर निर्माण की प्रगति का एक वीडियो प्रसारित करने की योजना है। अयोध्या आने वाला हर श्रद्धालु राममंदिर निर्माण की तकनीक व भव्यता से परिचित हो सकेगा।

शुक्रवार को मकर संक्रांति के अवसर पर सायंकाल रामकोट स्थित रंगमहल बैरियर पर पूर्व सूचना के तहत भारी संख्या में पत्रकार एकत्र हुये। ट्रस्ट महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्रा, मीडिया प्रभारी शरद शर्मा के साथ उपस्थित सभी पत्रकारों ने श्रीराम जन्मभूमि में हो रहे निर्माण कार्य की फ़ोटो और वीडियो कैद किया।

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वाराणसी: रेलवे सुरक्षा बल (Dog Kennel) श्वान शाखा, मंडुवाडीह (बनारस) के नये भवन का उदघाट्न मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय द्वारा फीता काट कर एवं फलक का अनावरण कर किया गया.

इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक(परिचालन) एस.पी.एस यादव, अपर मंडल रेल प्रबंधक(इंफ्रा) ज्ञानेश त्रिपाठी, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त डा अभिषेक कुमार, श्वान शाखा के उप निरीक्षक RPF सुधाकर तिवारी एवं रेलवे सुरक्षा बल बैरक के जवान उपस्थित थे.

मंडल रेल प्रबंधक श्री पाण्डेय ने उदघाट्न के उपरांत डॉग कैनाल के नए भवन का निरीक्षण कर वाराणसी मंडल पर नियुक्त विस्फोटक-मादक द्रव्य एवं पीछा करके अपराधी पकड़ने वाले स्निपर डॉग से परिचय किया डॉग्स ने भी सर झुकाकर मंडल रेल प्रबंधक का अभिवादन किया.

तदुपरांत मंडल रेल प्रबंधक ने रेलवे सुरक्षा बल बैरक मंडुवाडीह में नवनिर्मित श्वान शाखा में श्वानों के व्यायाम एवं अभ्यास परिसर, प्रशिक्षण, भोजन एवं विश्राम कक्ष कैनल बाहर, स्ट्रल एरिया,पी.टी. / स्टूल एरिया, उपचार एवं औषधी कक्ष एवं अभ्यास स्थलों का निरीक्षण किया. उन्होंने डॉग हैण्डलरों से डॉग्स के एन्टीरेवीज समेत अन्य टीकाकरण एवं साप्ताहिक पोषक खुराक का ब्यौरा लिया.

इस अवसर पर डॉग कैनाल के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि वाराणसी मंडल का यह केंद्र डॉग्स को भली भाँति प्रशिक्षित कर मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर होने वाले विशिष्ट जनों के कार्यक्रम तथा वी आई पी मुवमेंट के समय सुरक्षा को चाक-चौबन्द रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

इस अवसर पर रेलवे सुरक्षा बल के डॉग हैंडलर मुकेश कुमार, रामसहारे तिवारी एवं धनेश्वर टुडू ने अपने अपने डॉग्स की विशेषताओं से परिचय कराया. श्वान शाखा के उप निरीक्षक सुधाकर तिवारी ने बताया की इन प्रशिक्षित डॉग्स को रेडिमेड डाग फूड (रॉयल कैनिन ) लीवर टॉनिक, कैल्शियम, मल्टी विटामिन पशु डाक्टर के सलाह के अनुसार नियमित रूप से दिया जाता है.

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शाहजहांपुर/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज शाहजहांपुर में उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे ‘गंगा एक्सप्रेस-वे’ की आधारशिला रखी। छह लेन वाला यह एक्सप्रेस-वे मेरठ के बिजौली गांव के निकट से शुरू होकर प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक जायेगा।

यह परियोजना देश भर में तेज गति से कनेक्टिविटी प्रदान करने संबंधी प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से प्रेरित है। गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरेगा, जो राज्य के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ेगा।

594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 36,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत का अनुमान है। इस पर शाहजहांपुर में 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी भी निर्मित की जाएगी।

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पुलवामा: पुलवामा जिले के राजपुरा इलाके के उसगाम पथरी गांव में मंगलवार देर रात से जारी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने बुधवार सुबह एक आतंकी को मार गिराया। मारे गए आतंकी की पहचान फिरोज अहमद डार के तौर पर हुई है जो आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से संबंधित था। आतंकी के शव साथ हथियार व गोला-बारूद भी बरामद हुए हैं। इलाके में अन्य आतंकियों की मौजूदगी की आशंका के चलते सुरक्षाबलों का तलाशी अभियान जारी है।

जानकारी के अनुसार पुलिस को राजपुरा इलाके के उसगाम पथरी गांव में एक आतंकी के छिपे होने की सूचना मंगलवार देर रात को मिली। पुलिस के जवान, सेना व सीआरपीएफ के संयुक्त दल के साथ गांव में पहुंचे और इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान आतंकी ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इससे पहले सुरक्षाबलों ने आतंकी को आत्मसमर्पण का मौका दिया लेकिन वह नहीं माना।

सुरक्षाबलों ने अंधेरा होने की वजह से मुठभेड़ को सुबह तक टाला दिया। बुधवार सुबह एक बार फिर सुरक्षाबलों ने आतंकी को हथियार डालने के लिए कहा। परंतु इस बार भी जब आतंकी ने गोलीबारी जारी रखी तो सुरक्षाबलों ने उसे मार गिराया। फिलहाल इलाके में अन्य आतंकियों की मौजूदगी की आशंका के चलते सुरक्षाबलों का तलाशी अभियान जारी है।

आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने भी पुलवामा मुठभेड़ में एक आतंकी के मारे जाने की पुष्टि की है।उन्होंने बताया कि मारा गया आतंकी फिरोज अहमद डार वर्ष 2017 से कश्मीर में सक्रिय था और कई मामलों में वांछित था। पुलिस काफी दिनों से उसकी तलाश कर रही थी। आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से संबंधित फिरोज पुलवामा का ही रहने वाला था।

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रायबरेली: शहीद की बहन को अपने एकलौते भाई की शादी में कमी खल रही थी लेकिन शादी के समय का नज़ारा ही अलग था। बहन के एक नहीं दर्जन भर से ज्यादा भाई विवाह की रस्में निभा रहे थे। यह देखकर वहां मौजूद हर कोई भाव विह्वल था।

दरअसल, रायबरेली में सोमवार को केंद्रीय अर्धसैनिक बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने अपने शहीद साथी शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन की शादी में चुनरी पकड़ने की रस्म अदा की और भाई का फर्ज निभाया। कुछ जवान वर्दी में थे, बाकी सादे कपड़ों में थे।

जैसे ही बल के जवानों की टोली रायबरेली के मलिकमऊ कॉलोनी स्थित शैलेंद्र सिंह के घर पर पहुंची, तो विवाह समारोह में मौजूद लोग भावुक हो गए। दुल्हन के फेरों पर जाते समय सीआरपीएफ जवानों ने मंडप की चुनरी पकड़ी। उस वक्त कई लोगों की आंखें भर आईं। उनके परिजन देखकर भावुक हुए और अपने बेटे शैलेंद्र प्रताप सिंह की यादों को ताजा किया।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल ही शैलेंद्र प्रताप सिंह जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आतंकियों से मोर्चा लेते हुए शहीद हो गए थे। साल 2008 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए शैलेंद्र प्रताप, बल की 110वीं बटालियन में तैनात थे। उनकी कंपनी सोपोर में थी। आतंकियों से मोर्चा लेते हुए शैलेंद्र प्रताप सिंह को गोली लगी थी और वह शहीद हो हुए थे। शैलेंद्र प्रताप सिंह का नौ साल का बेटा कुशाग्र है। तब दो बहनों का विवाह हो चुका था। कल तीसरी बहन ज्योति की शादी थी।

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गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 03 दिसम्बर को गोरखपुर दूरदर्शन अर्थ स्टेशन का लोकार्पण किया था। शनिवार को इसका प्रसारण शुरू हो गया। इसके साथ ही आल इंडिया रेडियाे को डेढ़ करोड़ अतिरिक्त श्रोता मिल गए हैं। इतना ही नहीं, भारत-नेपाल सीमा तक आल इंडिया रेडियो की आवाज गूंजने लगी है।

प्रसारण की शुरुआत शनिवार की सुबह 11 बजे से 11:30 बजे के बीच हुई। शाम को भोजपुरी कार्यक्रम का समय 08 बजे से 08:30 के बीच रखा गया है। बता दें कि दूरदर्शन पर प्रसारण शुरू होने से लगभग 30 हजार दो सौ स्कवायर किमी के दायरे में रहने वाले श्रोताओं तक आल इंडिया रेडियाे की आवाज गूंज रही है और पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार के लगभग ढाई दर्जन जिलों के करोड़ों लोग इस भोजपुरी कार्यक्रम का आनंद ले सकेंगे।

ये हैं भोजपुरी भाषी जिले
भोजपुरी भाषी जिलों में पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, बलिया, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, मिर्जापुर, मऊ, जौनपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ आदि शामिल हैं। इसी तरह पश्चचिमी बिहार के भोजपुरी भाषी जिलों में बक्सर, सारण, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चम्पारण, वैशाली, रोहतास, भभुआ आदि जिलों में यह देखा जा सकता है।

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—शिवमय हुई नगरी में विश्वनाथ धाम ललिता घाट से दशाश्वमेध घाट तक चली स्वच्छता की बयार
—देवालयों, कुंडों, गंगा घाट आदि की सफाई युद्ध स्तर पर
—रोशनी से जगमग बाबा धाम और शहर, अब मेहमानों के स्वागत की तैयारी

वाराणसी: सात वार और नौ त्योहार के जीवन दर्शन् को मानने वाले पर्व-उत्सवों के रसिया शहर काशी में अब अपने आराध्य काशीपुराधिपति के धाम के विस्तार और सुंदरीकरण को लेकर महापर्व सरीखा उत्साह चहुंओर दिखने लगा है। पूरे शहर में काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण समारोह की तैयारियों के साथ जगह—जगह चौराहों पर सोशल मीडिया में चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि भव्य धाम के लोकार्पण के बाद अंतरराष्ट्रीय फलक पर अब काशी की तस्वीर नए कलेवर में दिखेगी।

वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मूर्त रूप देने में कोई कसर नही छोड़ा है। रात दिन की उनकी निगरानी और दिशा निर्देश पर जिला प्रशासन,सहयोगी मंत्रियों ने जिस तेजी से धाम के निर्माण और उसे संवारने का काम किया है वह सराहना योग्य है।

धाम के भव्य लोकार्पण के लिए जिला प्रशासन,भाजपा के साथ काशीवासी भी अपने मेहमानों के स्वागत के लिए देवालयों कुंडों, गंगा घाट आदि की सफाई में जुट गए हैं । पूरे शहर को रोशनी से सजाया जा रहा है। धाम के लोकार्पण के बाद काशी विश्वनाथ का प्रसाद घर-घर पहुंचाये जाने के लिए भी प्रशासनिक व्यवस्था हो रही है।

बताते चले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट श्री काशी विश्वनाथ धाम अब पूर्णता की तरफ है। 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री विश्वनाथ धाम को शिवभक्तों के लिए समर्पित करेंगे। इसके लोकार्पण समारोह को यादगार बनाने के लिए प्रदेश की योगी सरकार जुटी हुई है । सरकार की कोशिश है कि बदलती प्राचीन नगरी काशी और भारत की नई तस्वीर पूरी दुनिया देख सके।

वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि काशी के लिए ऐतिहासिक पल है। सैकड़ों साल बाद श्री काशी विश्वनाथ धाम का जीर्णोद्धार हो रहा है। भव्य लोकार्पण की तैयारी की जा रही है, ताकि देश और विश्व भर के लोग इस पल के साक्षी बनें और अपनी आने वाली पीढ़ियों को श्री काशी विश्वनाथ के जीर्णोद्धार के बारे में बता सकें।

उन्होंने बताया कि लोकार्पण समारोह के पूर्व शहर में साफ़-सफाई का अभियान चलाया जा रहा है। गंगा के घाटों और कुंडों की सफाई और साज-सज्जा किया जा रहा है। गंगा के दोनों किनारे क़रीब 11 लाख दीप जलाये जायेंगे। सरकारी भवनों को भी रोशनी से सजाया जा रहा है। मठ और मंदिरों को आकर्षक तरीके से सजाया जा रहा है। भजन संध्या का आयोजन हो रहा है। लोगों से अपने घरों पर लाइटिंग करने और लोकार्पण के दिन दीपों को जलाने की अपील की गई है। इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान वाले भवनों को क्रमशः 51, 21 और 11 हज़ार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हर वार्ड में मंडली ने सुबह कीर्तन भजन शुरू कर दिया है। धाम के लोकार्पण के बाद काशी के हर घर में 13 से 16 दिसम्बर के बीच श्री काशी विश्वनाथ न्यास की तरफ से बाबा का प्रसाद और पुस्तिका भी वितरित की जाएगी।

महापौर डॉ मृदुला जायसवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री काशी विश्वनाथ धाम का उस दिन लोकार्पण करेंगे। इसी को लेकर पूरे काशी में उत्सव का माहौल है। काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण को लेकर सभी काशी वासी खुश हैं ।

विश्वनाथ धाम ललिता घाट से दशाश्वमेध घाट तक चली स्वच्छता की बयार
श्री काशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण के पूर्व भव्य काशी व दिव्य काशी के संकल्प को साकार करने के लिए नमामि गंगे ने शुक्रवार को ललिता घाट कॉरिडोर परिसर से दशाश्वमेध घाट तक स्वच्छता अभियान चलाया । गंगा किनारे इधर-उधर बिखरा कचरा समेट कर कूड़ेदान तक पहुंचाया । कार्यकर्ताओं ने ललिता घाट सहित अन्य घाटों पर गंगा की तलहटी की भी सफाई की ।

श्रमदान के दौरान सदस्य एवं नागरिक जोश में ” हर हर महादेव “, आओ घर-घर अलख जगाएं – मां गंगा को निर्मल बनाएं ” का गगनभेदी उदघोष भी करते रहे । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने इस दौरान कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर सहित गंगा घाटों की भव्यता और दिव्यता का साक्षी पूरा विश्व बनेगा। इसलिए स्वच्छता बहुत जरूरी है । प्रधानमंत्री द्वारा दी गई स्वच्छता की प्रेरणा से श्री काशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण से पहले ही काशी में स्वच्छता की बयार बह चली है । गंगा घाटों पर भी लोग हर हर महादेव का उद्घोष कर स्वच्छता को आत्मसात कर रहे हैं ।

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गोरखपुर/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को केंद्र और राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार के विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जब डबल इंजन की सरकार होती है, तो दोगुनी तेजी से काम होता है। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर क्षेत्र के विकास की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि गोरखपुर में आज का कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि नए भारत के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।

समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए। और इसलिए, याद रखिए, लाल टोपी वाले उप्र के लिए रेड अलर्ट हैं यानि खतरे की घंटी।” ‘लाल टोपी’ को लाल बत्ती और अपना खजाना भरने की चिंता थी।

प्रधानमंत्री आज पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 9600 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की तीन बड़ी विकासपरियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। परियोजनाओं में 8,603 करोड़ रुपये की गोरखपुर उर्वरक संयंत्र, 1,011 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर औरआईसीएमआर-क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केन्द्र (आरएमआरसी), गोरखपुर की एक हाई-टेकप्रयोगशाला शामिल है। प्रधानमंत्री ने 22 जुलाई 2016 में गोरखपुर उर्वरक संयंत्र और गोरखपुर एम्स परिसर की आधारशिला रखी थी।

प्रधानमंत्री ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा, “आज पूरा उप्र भली-भांती जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है, आपकी दुख-तकलीफों से नहीं। लाल टोपीवालों को सत्ता चाहिए, घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुलीछूट देने के लिए।” उन्हें लोगों की दुर्दशा से कोई सरोकार नहीं था। इसलिए ‘लालटोपी’ को उप्र के लिए खतरा मानें।

प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले की सरकारों ने गोरखपुर एम्स के लिए जमीन देने में आनाकानी की गई। बहुत दबाव पड़ने पर बेमन से उन्होंने एम्स के लिए जमीन दी। ये लोग इस बात को कभी नहीं समझेंगे कि कोरोना के संकट काल में भी विकास के काम डबल इंजन सरकार ने रुकने नहीं दिया। लोहिया और जयप्रकाश नारायण के संस्कारों को ये लोग कब का छोड़ चुके हैं। आज पूरा उप्र जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है। इन्हें सत्ता से मतलब रहा है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने उन्हें जेल से छुड़ाने के लिए।

उन्होंने कहा कि पहले की दो सरकारों ने 10 साल में जितना भुगतान गन्ना किसानों को किया था लगभग उतना योगी सरकार ने अपनेसाढ़े 4 साल में किया है। 2014 से पहले यूरिया की किल्लत सुर्खियों में आती थी, अब स्थिति मेंसुधार हुआ है। हमारा लक्ष्य देश के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर क्षेत्र के विकास की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा, “गोरखपुर में आज का कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि नए भारत के लिए कुछ भी असंभव नहीं है जब वहठान ले। समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा, ‘आज पूरा उप्र जानता है कि ‘लाल टोपी’ (समाजवादी पार्टी) को अकेले ‘लाल बत्ती’ की परवाह है। हमेशा याद रखें कि ‘लाल टोपी’ उप्र के लिए रेड अलर्ट हैं – वे खतरेकी घंटी हैं।” “उनकाआपके दर्द और मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। ‘लाला टोपी’ सत्ताचाहते हैं – घोटालों के लिए और अपने खजाने को भरने के लिए, अवैध अतिक्रमण के लिए, माफिया को स्वतंत्रता प्रदान करने केलिए।

जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “जब डबल इंजन की सरकार होती है, तोडबल तेजी से काम भी होता है। जब नेक नीयत से काम होता है, तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बन पातीं। जब गरीब-शोषित-वंचित की चिंता करने वाली सरकार होती है,तोवो परिश्रम भी करती है, परिणाम भी लाकर दिखाती है।”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि योगी ने गन्ना किसानों के लिए बीते सालों में अभूतपूर्व काम किया है। गन्ना किसानों के लिए लाभकारी मूल्य, हाल में साढ़े 3 सौ रुपए तक बढ़ाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की दो सरकारों ने 10 साल में जितना भुगतान गन्ना किसानोंको किया था लगभग उतना योगी सरकार ने अपने साढ़े 4 साल में किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “5 साल पहले मैं यहां एम्स और खाद कारखाने का शिलान्यास करने आया था। आज इन दोनों काएक साथ लोकार्पण करने का सौभाग्य भी आपने मुझे ही दिया है। आईसीएमआर के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर को भी आज अपनी नई बिल्डिंग मिली है। मैं उप्र के लोगों को बधाई देता हूं।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने यूरिया का गलत इस्तेमाल रोका, यूरिया की 100 प्रतिशत नीमकोटिंग की। हमने करोड़ों किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिए ताकि उन्हें पता चलसके उनके खेत को किस तरह की खाद की जरूरत है। हमने यूरिया के उत्पादन को बढ़ाने परजोर दिया। बंद पड़े उर्वरक संयंत्र को फिर से खोलने पर ताकत लगाई।आज़ादी के बाद से इस सदी की शुरुआत तकदेश में सिर्फ 1 एम्स था। अटल जी ने 6 और एम्स स्वीकृत किए थे। बीते 7 वर्षों में16 नए एम्स बनाने पर देशभर में काम चल रहा है। हमारा लक्ष्य ये है कि देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज जरूर हो। सब जानते थे कि गोरखपुर का फर्टिलाइजर प्लांट, इस पूरे क्षेत्र के किसानों के लिए, यहां रोजगार के लिए कितना जरूरी था। लेकिन पहले की सरकारों ने इसे शुरू करवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। सब जानते थे कि गोरखपुर में एम्स की मांग बरसों से हो रही थी। लेकिन 2017 से पहले जो सरकार चला रहे थे, उन्होंने एम्स के लिए जमीन देने में हर तरह के बहाने बनाए। आज हमारी सरकार ने सरकारी गोदाम गरीबों के लिए खोल दिए हैं और योगी जी हर घर अन्न पहुंचाने में जुटे हैं। इसका लाभ यूपी के लगभग 15 करोड़ लोगों को हो रहा है। हाल ही में पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को,होलीसे आगे तक के लिए बढ़ा दिया गया है। पहले की सरकारों ने अपराधियों को संरक्षण देकर यूपी का नाम बदनाम कर दिया था। आज माफिया जेल में हैं और निवेशक दिल खोल कर उप्र में निवेश कर रहे हैं। यही डबल इंजन का डबल विकास है। इसलिए डबल इंजन की सरकार पर उप्र को विश्वास है।

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