Chhapra: सारण जिला कानू महासभा के तत्वधान में डी एन गार्डेन में संत शिरोमणि बाबा गणिनाथ गोविंद महाराज का 46वां जयंती सह पूजनोत्सव समारोह बड़े ही हर्षोल्लास के वातावरण में धूमधाम से मनाया गया.

शहर के कोने-कोने से एवं ग्रामीण अंचलों से आईं महिलाओं ने बाबा गणिनाथ गोविंद जी महाराज के पूजनोत्सव में शामिल होकर भजन कीर्तन किया. सारण जिला कानू महासभा के अध्यक्ष वीरेंद्र शाह मुखिया ने कहा कि पूजन के साथ- साथ कानू बंधुओं को चाहिए कि अपने बच्चे-बच्चियों को उत्तम शिक्षा दें. ताकि वे उच्च पदों पर आसीन हो सकें.

महासभा के महासचिव धर्मेंद्र साह ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से आज तक जितना मान सम्मान कानूवंशियों को मिलना चाहिए था वह आज तक प्राप्त नहीं हो सका है. इसके लिए जरूरत इस बात की है कि हम लोग संगठित होकर संघर्ष करें एवं शक्तिशाली बनें, तभी हमारा समाज सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक रूप से सशक्त बन सकेगा.


मुख्य सचेतक डॉ हरिओम प्रसाद ने बताया कि मीठा बाजार, मौना चौक ,छपरा में प्रस्तावित संत गणिनाथ गोविंद जी महाराज का मंदिर एवं धर्मशाला निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है. प्रथम तल्ले की ढलाई भी संपन्न हो चुका है. इसके आगे का कार्य कराने हेतु दानवीरों के द्वारा और दान दिये जाने की जरूरत है तभी आगे का कार्य संपन्न हो पाएगा.


मौके पर छपरा के विधायक डॉ सी एन गुप्ता, सभा के संरक्षक काशीनाथ प्रसाद आदि उपस्थित थे.

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Chhapra: शनिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर छपरा के सेंट जोसेफ एकेडमी में धूमधाम से जन्माष्टमी महोत्सव आयोजन किया गया. इस अवसर पर विद्यार्थियों ने मन मोहित करने वाले रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए. जिसमें नृत्य, कृष्ण प्रतियोगिता एवं मटका फोड़ कार्यक्रम आयोजित किया गया.
इस कार्यक्रम के बाद विद्यालय के निदेशक डॉ देव कुमार सिंह ने सभी बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. वहीं बच्चों को कला के क्षेत्र में आगे बढ़ने की शुभकामनाएं दी.कृष्ण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कुणाल प्रसाद ,द्वितीय स्थान आयुषी कुमारी और तृतीय स्थान रिया सिंह को हासिल हुआ. इस दौरान कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के अभिषेक सिंह ने किया.

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Surabhit/Santosh/Aman/Kabir: छपरा के नगरपालिका चौक पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मटकी फोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. 30 फीट ऊंची बांधी गई मटकी को गोविंदा का फोड़ा गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव समारोह समिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमे बाहर से आये कलाकारों ने अपने नृत्य से लोगों का दिल जीत लिया.

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Patna: त्याग, समर्पण और बलिदान का प्रतीक पर्व ईद-उल-अजहा देश भर में मनाया जा रहा है. इस अवसर पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत तमाम नेताओं ने मुस्लिम भाइयों को बधाइयाँ दी है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दी बधाई


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दी बधाई

बिहार के मुख्यमंत्री ने दी बधाई

बिहार के उपमुख्यमंत्री ने दी बधाई

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Chhapra: सावन की चौथी और अंतिम सोमवारी पर शिव मंदिरों में सुबह से ही भक्तों भीड़ उमड़ी है. बोल बम, जय शिव के जयघोष से शिवमय हुआ वातावरण, शिवालयों में उमड़ी शिवभक्तों की भीड़. 

मंदिरों में साफ-सफाई के साथ सजावट की गयी है. मंदिरों में आज विशेष पूजा भी आयोजित की जाएगी. शाम में शिव भक्त को भगवान भोले शंकर का वृहद् श्रृंगार देखने को मिलेगा.

इन मंदिरों में रहेगी ज्यादा भीड़

सावन की अंतिम सोमवारी पर शिव भक्तों की भीड़ उमड़ेगी. शहर के धर्मनाथ मंदिर, गुदरी मंदिर, बटुकेश्वर नाथ मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, पंकज सिनेमा शिव मंदिर, मसुमेश्वर नाथ मंदिर, साहेबगंज मंदिर, साढा रोड मंदिर, ढोढ स्थान मंदिर,शिल्हौरी मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भीड़ उमड़ेगी.

भव्यता के साथ हुई मंदिरों की सजावट

शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक स्थापित शिव मंदिरों को भव्यता रूप से सजाया गया है. फूल के साथ साथ रंग बिरंगी रोशनी से भी मंदिरों को सजाया गया है. वही इस अंतिम सोमवारी पर कई स्थानों पर भजन कीर्तन के आलावे जागरण के व्यवस्था की जा रही है.

सुरक्षा का भी रहेगा विशेष ध्यान

अंतिम सोमवारी पर मंदिरों में सुरक्षा के भी व्यापक इंतेजाम किये गए है. सभी मंदिरों में बिहार पुलिस के जवानों के साथ साथ दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जा रही है.

भक्तों के लिए ध्यान रखने वाली बातें

सोमवारी के दिन शिव भक्तों को पूजा के दौरान कई बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना होगा जिससे की इस सोमवारी उनकी पूजा में व्यवधान उत्पन्न ना हो. पुरुष और महिला सोने और चाँदी के आभूषण के साथ मंदिर में प्रवेश न करें. पूजा के दौरान मंदिर परिसर में अपने साथ आने वाले छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखे और उन्हें अकेला न छोड़े, मंदिर परिसर में लावारिश दिखने वाली वस्तुओं की सूचना मंदिर प्रशासन और पुलिस प्रशासन को दे.

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Chhapra: ईद-उल-अजहा नजदीक आते ही बाज़ारों मे रौनक है और मार्केट सज-धज कर तैयार है. व्यापारी दूर-दूर से बकरा लेकर मार्केट पहुँच रहे है. मार्केट में बरबरी बकरों की भरमार है. एक ओर जहां बकरे चार हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक में मिल रहे हैं. ईद-उल-अजहा का त्योहार 12 अगस्त को मनाया जाएगा.

कुर्बानी के लिए पालते हैं बकरे

शहर में बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जो तीस-चालीस हजार की कीमत वाले बकरे नहीं खरीद सकते. ऐसे लोग बकरा मंडी से दो से तीन माह बच्चों को चार से पांच हजार रुपए में खरीद कर पालते हैं. साल भर में ये बकरे के बच्चे बड़े हो जाते हैं. वहीं पाले हुए जानवर की कुर्बानी को इस्लाम में अफजल भी बताया गया है.

शौक में खरीदते हैं मंहगे बकरे
बकरों के शौकीन शहर में कई हैं, जो यहां बिकने आए खूबसूरत व तंदुरुस्त बकरों को ही खरीदना पसंद करते हैं. अब तक बकरों के बाज़ार मे 50 हज़ार का एक बकरा बिका है.

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Chhapra: सावन की पहली सोमवारी पर विभिन्न शिवमंदिरों में शिवभक्तों का तांता लगा रहा. सारण सहित पूरे प्रदेश में लाखों लोग अमृत योग और शिव के नक्षत्र पूर्व भाद्रपद में सावन की पहली सोमवारी को भोलेनाथ का जलाभिषेक कर रहे हैं. जलाभिषेक को लेकर शहर के तमाम मंदिर और शिवालयों में सुबह 4 बजे से ही पट खोल दिए गए. वहीं कई स्थानों पर लोगों ने कांवर यात्रा निकाल कर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया.

धर्मनाथ मन्दिर में लोगों ने किया जलाभिषेक

शहर के धर्मनाथ मन्दिर में पहली सोमवारी को शिवलिंग पर हजारो की संख्या में भक्तो ने जल चढ़ाया. सुबह 4 बजे से आम लोगों के दर्शन के लिए मंदिर का दरवाजा खोल दिया गया था. सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही. महंत बिंदेश्वरी पर्वत ने बताया कि पहली सोमवारी को भारी भीड़ हुई है. वैसे तो धर्मनाथ मन्दिर में पूरे सारण से लोग आते हैं. छपरा का धर्मनाथ मन्दिर एक प्राचीन मंदिर है.

धर्मंनाथ मन्दिर के महंत बिंदेश्वरी पर्वत के मुताबिक पहली सोमवारी पर इस बार पूर्व भाद्रपद नक्षत्र है. इस नक्षत्र के स्वामी स्वयं शिव हैं. सावन में विष्णु के देवशयन में होने से सृष्टि संचालन शिव के हाथों में होता है. इसलिए पहली सोमवारी पर इस नक्षत्र का होना बहुत ही शुभकारी है.

सोनपुर: जय बाबा हरिहर नाथ के जयघोष से गूंजता रहा हरिहर नाथ मंदिर

सारण जिले के सोनपुर स्थित ऐतिहासिक हरिहर नाथ मंदिर में लाखों की संख्या में लोगों ने जलाभिषेक किया. यहां सारण जिले के अलावा वैशाली, पटना समेत कई जिलों से श्रद्धालु पहुंचे. इस दौरान सुबह से ही श्रद्धालुओं की कतार लगी रही.

उमानाथ मन्दिर

सारण के प्राचीनतम मन्दिरो में से एक उमानाथ मन्दिर में सुबह से ही श्रद्धालु पहुंच कर जलाभिषेक करने लगे. मंदिर के पंडित ने बताया कि दोपहर तक मन्दिर में श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे. फिर शाम के वक्त शृंगारी का भी आयोजन किया जाएगा.

प्रभुनाथ नगर शिवमन्दिर

शहर के प्रभुनाथ नगर स्थित शिव मंदिर में भी सावन की पहली सोमवारी को काफी भीड़ देखने को मिली. सुबह से श्रद्धालु जलाभिषेक करने पहुंचे. श्रद्धालु के लिए मन्दिर प्रसाशन द्वारा कई इंतजाम किए गए थे.

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Chhapra: सावन का पावन महिना चल रहा है. सावन महीने में सोमवार के दिन का विशेष महत्त्व है. श्रद्धालु जलाभिषेक करने शिवालयों में पहुंचते है.


सावन की पहली सोमवार पर शिवालयों में सुबह से ही लोग जलाभिषेक करने पहुँच रहे है. शहर के लगभग सभी शिवालयों में लोग जलाभिषेक करने पहुंचे है.

शहर के प्राचीन धर्मनाथ मंदिर, बटुकेश्वर नाथ मंदिर, मसुमेश्वर नाथ मंदिर, मनोकामना नाथ मंदिर, उमानाथ मंदिर, शिवशक्ति मंदिर समेत सोनपुर स्थित बाबा हरिहर नाथ और सिल्हौरी मंदिर में जलाभिषेक करने श्रद्धालु पहुँच रहे है.

शिवालय जय शिव और बोल बम के नारे से गूंज रहें  है.

VIDEO

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Chhapra: सावन का पवित्र महीना आज से शुरू हो गया. प्राचीन धर्मनाथ मंदिर सहित सभी शिवालयों में श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे.

बुधवार से शुरू हो रहे श्रावण मास को देखते हुए मंगलवार को प्रमुख मंदिरों के जलाभिषेक की तैयारियां पूरी कर ली गईं. चंद्रग्रहण की समाप्ति के बाद सुबह से ही जलाभिषेक प्रारंभ हो जाएगा.

जिले में प्राचीन धर्मनाथ मंदिर, सिल्हौरी स्थित शिव मंदिर शिव शक्ति मंदिर आदि मंदिरों में रंगाई-पुताई, सफाई, सजावट आदि का कार्य मंगलवार की शाम तक पूरा कर लिया गया. मंदिरों में जलाभिषेक और पूजा के लिए आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए मंदिरों के बाहर पुलिस के जवान तैनात रहेंगे.

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Chhapra: गुरुपूर्णिमा के अवसर पर रामकृष्ण आश्रम में विशेष पूजन का आयोजन किया है. इस दौरान स्वामी रामकृष्ण परमहंस और माँ शारदा समेत तमाम गुरुओं को नमन किया.

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ के प्राचार्य स्वामी दिव्यसुधानन्द ने उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन किया.

इस अवसर पर आश्रम के सचिव स्वामी अतिदेवनन्द जी महाराज, सुशांत जी महाराज, डॉ एचके वर्मा, डॉ उषा वर्मा समेत भक्त और अनुयायी उपस्थित थे.

https://youtu.be/XNi72qjJEA/

https://youtu.be/XNi72qjJEA/

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Chhapra: शहर के प्रतिष्टित धर्मनाथ मंदिर में तीन दिवसीय नए भव्य मंदिर और मूर्ति का प्राणप्रतिष्ठा विधिवत यग और मंत्रोउच्चर के साथ संपन्न हुआ. भव्य मंदिर में मूर्ति दाता सीपीएस के चेयरमैन ने डॉ हरेन्द्र सिंह ने श्री राधे कृष्ण, महाकाली और काल भैरव का विधिवत प्रानीतिष्ठा वारणशी से आये पंडितों के मंत्रोउच्चरण के साथ संपन्न हुआ.

आपको बता दें कि धर्मनाथ मंदिर में नए भव्य मंदिर का निर्माण शहर के ही मैना चौक स्थित न्यू जे अलंकार ज्वेलर्स के मालिक मनोज कुमार ने कराया है. मन्दिर के महंत बाबा श्री बिंदेश्वरी पर्वत के निर्देशन में प्रथम दिन जल कलश अभिषेक का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और बोल बम का जयघोष किया.

द्वितीय दिवस वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ श्री राधे कृष्ण, महाकाली और काल भैरव की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ यग आहुति सम्पन्न हुआ. तृतीया दिवस पर मूर्ति का नगर परिभ्रमण के साथ जग भंडार का आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया.

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पुरी: उड़ीसा की तीर्थ नगरी पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आज शुरू होने जा रही है. यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. यह रथ यात्रा धार्मिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है. इसमें भाग लेने और भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने के लिए दुनिया भर से श्रद्धालु पुरी पहुंचे हैं. पुरी के साथ-साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में भी प्रतीक रूप में रथयात्रा का आयोजन किया गया है.

आज भगवान जगन्नाथ को रथ पर सवार किया जाएगा और भव्य यात्रा के साथ जगन्नाथ भगवान अपनी मौसी के घर के लिए रवाना होंगे. भगवान जगन्नाथ की मौसी का घर गुंडिचा देवी का मंदिर है, जहां श्री जगन्नाथ भगवान हर साल एक सप्ताह रहने के लिए जाते हैं. इस दिन यात्रा की तैयारी सुबह से ही शुरू हो जाएगी और दिनभर कई रीति-रिवाज करने के बाद रथ खींचने का पावन कार्य शाम 4 बजे से शुरू होगा.

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