Chhapra: ईद-उल-अजहा नजदीक आते ही बाज़ारों मे रौनक है और मार्केट सज-धज कर तैयार है. व्यापारी दूर-दूर से बकरा लेकर मार्केट पहुँच रहे है. मार्केट में बरबरी बकरों की भरमार है. एक ओर जहां बकरे चार हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक में मिल रहे हैं. ईद-उल-अजहा का त्योहार 12 अगस्त को मनाया जाएगा.
कुर्बानी के लिए पालते हैं बकरे
शहर में बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जो तीस-चालीस हजार की कीमत वाले बकरे नहीं खरीद सकते. ऐसे लोग बकरा मंडी से दो से तीन माह बच्चों को चार से पांच हजार रुपए में खरीद कर पालते हैं. साल भर में ये बकरे के बच्चे बड़े हो जाते हैं. वहीं पाले हुए जानवर की कुर्बानी को इस्लाम में अफजल भी बताया गया है.
शौक में खरीदते हैं मंहगे बकरे
बकरों के शौकीन शहर में कई हैं, जो यहां बिकने आए खूबसूरत व तंदुरुस्त बकरों को ही खरीदना पसंद करते हैं. अब तक बकरों के बाज़ार मे 50 हज़ार का एक बकरा बिका है.