Chhapra: जिले में अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे धरपकड़ अभियान के दौरान गुप्त सूचना के आधार पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सोनपुर के निर्देशन में लूटी गई बाइक को नर्मद किया गया वही एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस ने 29 अप्रैल को डेरनी थानाक्षेत्र के ननफर निवासी श्रवण कुमार से लूटी गई बाइक को बरामद किया है. थानाध्यक्ष डेरनी द्वारा भेल्दी थाना क्षेत्र के गंगोई से अभियुक्त बबलू कुमार को लूटी गई मोटरसाइकिल हौंडा शाइन के साथ गिरफ्तार किया है.

घटना के संबंध में डेरनी थाना कांड संख्या 78/21 धारा 392 भादवि दर्ज कर अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

पहले शराब अब शराब पैकिंग के सामानों की भी हो रही तस्करी, पाँच गिरफ्तार

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Chhapra: सारण पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर माझी थाना के बलिया मोड़ स्थित चेक पोस्ट पर वाहन चेकिंग के क्रम में दो मोटरसाइकिल पर 34.24 लीटर अंग्रेजी शराब के साथ ही शराब पैकिंग की सामग्री, रैपर, शराब की बोतलों का कॉर्क और शराब का ढक्कन लगाने वाला बार कोड के साथ पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने इस मामले में दाउदपुर थाना क्षेत्र के दीपक सिंह, करण छपरा थाना दोकटी जिला बलिया के पिंटू बिंद, सेमरिया, थाना रिविलगंज के राजू सिंह, नई बाजार, थाना भगवान बाजार छपरा के निवासी मुन्ना कुमार को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने 34.64 लीटर शराब, 2 बाइक, शराब का रैपर 120 पीस, शराब के बोतल का कॉर्क 1000 पीस और बार कोड 1200 पीस बरामद किया है.

पुलिस ने इस मामले में माझी थाना कांड संख्या 142/21 भाo द o वि o धारा 467/468/471 एवं 30 (डी) बिहार मध्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम 2018 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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Chhapra: मांझी थाना क्षेत्र के ताजपुर पुल के समीप थाना गश्ती दल के द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर लूट की योजना बना रहे अपराधियों को सरण पुलिस ने गिरफ्तार किया है गिरफ्तार अपराध कर्मी राजीव कुमार सिंह और दरोगा सिंह है जिसके पास से एक देसी कट्टा दो जिंदा कारतूस दो मोबाइल और एक चाकू चाकू के साथ गिरफ्तार किया गया है

पुलिस कप्तान के द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि अंतरराज्यीय लूट गिरोह का सरगना अपराधी राजीव कुमार सिंह के विरुद्ध मांझी थाना में तीन, जीरादेई में एक, बड़ा गांव उड़ीसा में सोना लूट के कई मामले दर्ज हैं. वही अपराधी दरोगा सिंह के खिलाफ मांझी थाना क्षेत्र में एक अपराधिक मामला दर्ज है.

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बेतिया: शिकारपुर थाना के चानकी गाँव निवासी इम्तेयाज खान के खाते से धोखाधड़ी कर डेढ़ लाख रुपये की निकासी कर ली गयी है। मामले में पीड़ित ने अज्ञात दो संदिग्धों के विरुद्ध शिकारपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर में उसने बताया है कि वह मजदूर है। बीते 20 अप्रैल को हरदिया चौक के इंडिया वन एटीएम में रुपये की निकासी करने आया था।

एटीएम रूम में दो अज्ञात व्यक्ति आए और उसका एटीएम मशीन से निकलकर मोबाइल नंबर एटीएम में डालने को कहा। उसके बाद से दोनों ने उसका एटीएम वापस कर दिया। बाद में 24 अप्रैल से 8 मई के बीच उसके खाते से 1.48 लाख रुपये की निकासी कर ली गयी। 9 मई को जब वह रुपये निकलने गया तब उसके खाते में रुपये नही थे और एटीएम का पिन भी बदल दिया गया था। चमुआ सीएसपी में जब उसने अपना बैलेंस चेक किया तब उसका खाता खाली कर दिया गया था। प्रशिक्षु थानाध्यक्ष संदीप गोल्डी ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्जकर अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है।

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पटना: बिहार में भी ब्लैक फंगस नाम की नई बीमारी का खतरा बढ़ने लगा है। पिछले 24 घंटे के दौरान पटना में 30 ब्लैक फंगस के नए मामले पहचान में आए हैं। इनमें चार की सर्जरी हुई है जबकि अन्य का इलाज चल रहा है।
प्रदेश में पिछले सप्ताह ब्लैक फंगस का मामला आया था, इसके बाद से मामला कम नहीं हुआ। पटना में बड़े हॉस्पिटल में तो मामले डिटेक्ट हो गए लेकिन कई छोटे अस्पतालों में ब्लैक फंगस के संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया है, लेकिन अभी पुष्टि नहीं हो पाई है।
ब्लैक फंगस के शुरुआती लक्षणों वाले मरीजों को एंटी फंगल दवाएं दी जा रही हैं। लेकिन गंभीर और मध्यम लक्षण वाले रोगियों के उपचार को जरूरी लिपोसोमल अम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन देना होता है जो नहीं मिल पा रही है। दवा विक्रेता इसे कम रखते हैं।दवाओं की उपलब्धता को लेकर अब विभाग में अलर्ट है। लिपोसोमल अम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन कालाजार रोगियों के लिए आती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) और स्वास्थ्य मंत्रालय पर्याप्त मात्रा में कालाजार प्रभावित राज्यों को दवाएं उपलब्ध कराता है। बिहार में भी दवाएं हैं लेकिन डिमांड के बाद भी अस्पतालों को नहीं मिल पा रही हैं। ऐसे में मरीजों के उपचार में बाधा आ रही है।जिन अस्पतालों में संदिग्ध मरीज भर्ती हैं वहां इंजेक्शन के बजाय लिपोसोमल अम्फोटेरिसिन-बी की टेबलेट का प्रयोग किया जा रहा है।
मेडिसिन विभाग अभी इंजेक्शन उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। औषधि नियंत्रक विश्वजीत दास गुप्ता का कहना है आज अस्पतालों को जरूरत के हिसाब से बहुत जल्द दवा उपलब्ध करा दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अफसर भी इस समस्या का समाधान करने में जुटे हैं।
उल्लेखनीय है कि ब्लैक फंगस एक फफूंद से होने वाली बीमारी है। बहुत गंभीर लेकिन दुर्लभ संक्रमण है। यह फफूंद वातावरण में कहीं भी पनप सकता है। जैव अपशिष्टों, पत्तियों, सड़ी लकड़ियों और कंपोस्ट खाद में फफूंद पाया जाता है। ज्यादातर सांस के जरिए यह शरीर में पहुंचता है। अगर शरीर में किसी तरह का घाव है तो वहां से भी ये फैल सकता है।
एमबीबीएस-एमडी और कोविड रिसर्चर डॉक्टर प्रभात रंजन ने बताया कि इस बीमारी में चेहरे के एक हिस्से में सूजन और आंखें  बंद हो जाती हैं। साथ ही नाक बंद हाेना, नाक के नजदीक सूजन, मसूड़ाें में सूजन, पस पड़ना, दांताें का ढीला हाेना, तालू की हड्डी का काला हाे जाना, आंखें लाल हाेना, राेशनी कम हाेना इस बीमारी के लक्षण हैं।
उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बचाव के लिए कुशल चिकित्सक के परामर्श के बिना खुद से स्टेरॉयड नहीं लें। नियमित शुगर स्तर की जांच कराते रहें। कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले विशेष सावधानी बरतें। डेक्सोना जैसी दवाओं के हाई डोज का इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह पर करें। एसी कल्चर से तत्काल दूर हो जाएं। नमी और डस्ट वाली जगहों पर नहीं जाएं। ऑक्सीजन पर होने से पाइप बदलते रहें मास्क के साथ पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने।
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मधुबनी:  जिला के अंधराठाढी प्रखंड के जलसैन गांव में शनिवार की मध्य रात अपराधियों ने गोलीबारी किया।घटनाक्रम में एक युवक  जख्मी बताया गया है।ग्रामीणों ने एक अपराधी को धर दबोचा और पुलिस के हवाले किया।घटना से जलसैन गांव में दहशत का माहौल है।सूचनानुसार रुद्रपुर थाना क्षेत्र में लगातार एक सप्ताह से विभिन्न जगह  चोरी की  घटना हो रही है।

चोरों ने थाना क्षेत्र के जलसैन गांव में पहले शुक्रवार की देर रात लाखों की संपत्ति चोरी की। ग्रामीीणो की शिकायत व वरीय पदाधिकारियों के निर्देश  पर थाना क्षेत्र मेें गश्त तेज कर दिए गए।इधर शनिवार की रात रुद्रपुर थाना क्षेत्र के  गांवों में 7 घरों में फिर  चोरी हुई।बताया गया कि जलसैन गांव में लोग सजग होकर रतजगा किया।शनिवार की रात चोर फिर दुबारा चोरी का प्रयास कर रहा था। चोरों के गिरोह में एक अपराधी को ग्रामीणों के पकड़ लिया।ग्रामीणों ने अपराधी की पिटाई की। फिर पुलिस के हवाले कर दिया।अराधियों द्वारा  फायरिंग की गई। फायरिंग में एक युवक के हाथ मे गोली लगने की भी खबर है। घायल युवक पूरी तरह ठीक बताया गया है।

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Chhapra: सारण जिले के दाउदपुर थाना क्षेत्र के बड़वा खुर्द गांव में शनिवार की देर रात एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई. महिला के परिजनों का कहना है कि डकैती के दौरान महिला को गोली मार दी गई और उनके घर से ₹25000 भी लूट लिए गए. इस मामले में मृतक की मां अपने दामाद पर अपनी बेटी का हत्या का आरोप लगाते हुए स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.

मृतिका के पति मुर्तुजा अंसारी का कहना है कि शनिवार की देर रात उनके घर पर हथियार से लैस होकर 6 से अधिक अपराधी आए और धमकाने लगे उसके बाद हमने उन्हें ₹25000 दे दिया. इसी बीच हमारी 25 वर्षीय पत्नी रेशमा ने बदमाशों पर चला दिया जिससे गुस्साए बदमाशों ने उसे गोली मार दी जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। मृतिका की मां जमीना बेगम आरोप है कि उसका दामाद है उसकी बेटी का हत्या किया है. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

थानाध्यक्ष का कहना है कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है इस घटना के जो भी लोग दोषी होंगे सभी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया.

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बक्सर के पास गंगा नदी में बहते शव एवं उन्नाव जिले में गंगा किनारे रेत के अंदर शवों का दफनाना अमानवीय एवम चिंता का विषय है। ये तैरते और दफनाए हुए शवों से मानवीय संवेदनाएं तार तार की जा रही है। यही नही गंगा में प्रदूषण बढ़ने की भी संभावना है।

करोना महामारी से हजारों मौतें हो रही हैं जिससे तमाम घाटों पर अंतिम संस्कार की लाइन लग रही है। गरीबों के पास पैसे की कमी, डर के कारण और लकड़ी की उपलब्धता नहीं होने के कारण गरीब शवों को नदी में बहा रहे हैं. अधजली शवों को छोड़ कर भाग जाते हैं और नही तो शवों को नदी के किनारों पर रेत के नीचे दफना रहे हैं।

करोना संक्रमण से मारे हुए लोगों की तैरते शवों से लोगों मे हड़कंप मचा हुआ है। लेकिन इस बीच आईसीएमआर के अध्यक्ष डाक्टर बलराम भार्गव का कहना है कि वायरस को पनपने के लिए जीवित मानव शरीर ज़रूरी होता है। अगर मानव शरीर मृत है तो फिर उसमें वायरस के आगे पनपने का गुंजाइश कम रहती है। इसलिए घबराने की जरुरत नही है। लेकिन बहुत सतर्क रहने की जरुरत है।

हालाकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने प्रशासनिक अधिकारियों को को इसे रोकने के लिए निर्देश दे दिया है, ये अधिकारी कितना रोक पाते हैं ये तो आने वाला समय बताएगा। करोना वायरस भले ही ही शवों से नही फैले लेकिन गंगा नदी के लिए ये बेहद नुकसानदेह है। इन शवों के कारण पानी पर बेशक असर पड़ेगा। पानी मर्ज वगैरह अपने साथ ही लेकर चलेगा, शवों की संख्या जितनी दिख रही है उस हिसाब से तो इस पानी का ट्रीटमेंट भी असंभव सी बात है।

प्रशासन को चाहिए कि इन जगहों का पानी लेकर जांच करे। वैसे भी अभी नदी में पानी को किसी भी काम के लिए इस्तेमाल नही करना चाहिए। जानवरों को भी नदी के पास जाने से रोकना चाहिए। अगर लोग इस पानी का इस्तेमाल करेगें तो लोगों को बैक्टेरिया से होने वाली बिमारियों का खतरा हो सकता है। शव विषाणु से भरा होता है जिसे कंटेजियस कहते हैं। यह नदी के पास लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है जो सीधा नदी के पानी पर निर्भर हैं।

प्रशासन के साथ मिलकर लोगों को गहन निगरानी रखना चाहिए ताकि भविष्य में गंगा में शवों को फेंकने की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। प्रशासन को चाहिए कि गरीबों को शवों का अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक सहयोग करे जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं रुक सके। अन्यथा करोना के बाद दूसरी बीमारी फैलने का खतरा बढ़ सकता है।

यह लेखक के विचार है. 

प्रशांत सिन्हा 

लेखक पर्यावरण विद्द व स्वतंत्र टिप्पणीकार है  

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Chhapra: कोविड आपदा के दौरान रक्तदान में आयी कमी के कारण ब्लड बैंक प्रभावित हुए हैं. ऐसे में युवाओं से रक्तदान के लिए लगातार अपील की जा रही है. कोरोना संकट के बीच आमजन कई अन्य घातक बीमारियों के उपचार में समस्याओं का सामना कर रहे हैं. इनमें ऐसे रोग शामिल हैं जिनके इलाज के लिए मरीज को खून की हमेशा जरूरत होती रहती है. कोविड आपदा खून की कमी से जूझ रहे मरीजों की परेशानी का सबब बन गया है. इस संकटकाल में रक्तदान करने वालों की संख्या में कमी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सहित विभिन्न संस्थाओं द्वारा रक्तदान करने के प्रति जागरूकता लायी जा रही है.

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वैक्सीनेशन के 14 दिन बाद कर सकते हैं रक्तदान

इस दिशा में स्टेट रिसोर्स यूनिट के मैटरनल हेल्थ ईकाई के टीम लीड डॉ प्रमोद ने लोगों से कोरोना वैक्सीनेशन से पूर्व रक्तदान करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर 18 वर्ष या इससे से अधिक आयुवर्ग के लोगों को टीका लगाया जा रहा है. ऐसे में वैक्सीनेशन के साथ-साथ जरूरतमंदों के लिए रक्त की माँग को पूरा करने हेतु रक्तदान भी आवश्यक है. उनका कहना है कि कोविड संक्रमण काल में भी सुरक्षित रह कर रक्तदान किया जा सकता है. नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यून कांउसिल की नई गाइडलाइन के मुताबिक कोविड टीकाकरण के पहले या दोनों डोज लेने के 14 दिनों बाद रक्तदान किया जा सकता है. उन्होंने कहा है कि रक्तदान किसी भी जरूरतमंद को एक नई जिंदगी दे सकता है.

रक्तदान से शरीर में बनता है नया खून, रहें स्वस्थ्य

रक्तदान महादान है और कोविड काल में तमाम सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए रक्तदान किया जा सकता है. रक्तदान का कोविड संक्रमण से कोई संबंध नहीं है. रक्तदान के कई फायदे भी हैं. यह शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है और आपको स्वस्थ्य रखता है. रक्तदान से ह्रदयाघात की संभावना कम होती है. कोविड काल में रक्तदान करने से पूर्व ब्लड बैंक में संक्रमण से बचाव जैसे मास्क लगाना, सैनिटाइजर या साबुन पानी से हाथों की नियमित धुलाई, शारीरिक दूरी जैसे मानकों का पालन कर रक्तदान किया जा सकता है.

रक्तविकार संंबंधी रोगियों को होती है ब्लड की जरूरत

रक्तविकार संबंधी कई ऐसी बीमारियां हैं जिसके लिए ब्लड की जरूरत होती है. ऐसे में उनलोगों का ध्यान रखना भी सभी की जिम्मेदारी हो जाती है. रक्तविकार की समस्याओं जैसे थैलीसीमिया, हीमोफीलिया व ब्लड कैंसर से प्रभावित लोगों को रक्त की हमेशा जरूरत होती है. एनीमिया प्रभावित गर्भवती महिलाओं के प्रसव संबंधी जोखिम को कम करने के लिए भी रक्त की जरूरत होती है. अत्यधिक रक्तस्राव से प्रसूता की जान भी जा सकती है. वहीं अन्य प्रकार के सर्जरी के दौरान भी रक्त की जरूरत लोगों को होती है. ऐसे समय के लिए अधिकतर लोग ब्लड बैंक पर ही निर्भर होते हैं. खून की आवश्यकता की पूर्ति तभी संभव है जब ब्लड बैंक में पर्याप्त खून का भंडारण किया गया हो. ऐसे में एक स्वस्थ्य व्यक्ति द्वारा रक्तदान किया जाना महादान माना जाता है.

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• 30 प्रतिशत वैक्सीन का उपयोग प्रथम डोज के लिए होगा
• वैक्सीन की बर्बादी पर रोक लगाने का निर्देश
• प्रथम खुराक के 12 से 16 सप्ताह के अन्तराल पर दूसरा डोज

Chhapra: कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान चल रहा है। जिले में अब 18 से 44 वर्ष तक के व्यक्तियों का भी टीकाकरण किया जा रहा है। वहीं 45 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के व्यक्तियों के कोविड 19 टीकाकरण के लिए भारत सरकार द्वारा निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध करायी जा रही है। भारत सरकार द्वारा निर्देशित है कि 45 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लाभार्थियों के लिए उपलब्ध आवंटन के 70% वैक्सीन का उपयोग प्राथमिकता के आधार पर द्वितीय खुराक के लाभार्थियों के टीकाकरण में किया जाय। इसके साथ ही शेष 30% वैक्सीन का उपयोग प्रथम खुराक के लाभार्थियों के लिए किया जाय। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि वैक्सीन की बर्बादी को राष्ट्रीय मानक से कम किया जाय। भारत सरकार द्वारा 45 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लाभार्थियों हेतु उपलब्ध करायी गयी वैक्सीन के उपयोग में 70:30 अनुपात का अनुपालन नहीं किये जाने तथा बर्बादी अधिक होने पर वैक्सीन के आवंटन में कटौती की सूचना दी गई है।
आशा कार्यकर्ता, पंचायत सदस्य व मैसेज के माध्यम से किया जायेगा जागरूक
कोविड 19 टीकाकरण के द्वितीय खुराक के ड्यू लाभार्थियों की सूची कोविन पोर्टल से प्राप्त कर लाभार्थियों के उत्प्रेरण के लिए सत्र स्थल से संबंधित आशा, आंगनबाड़ी, पंचायत सदस्य आदि के माध्यम से उत्प्रेरित कराकर टीकाकरण कराना सुनिश्चित किया जाय। इसके लिये प्रखंड स्तर से ड्यू लाभार्थियों को दूरभाष और मैसेज के माध्यम से टीकाकरण हेतु सूचित करने का निर्देश दिया है।

प्रथम खुराक के 12 से 16 सप्ताह के अन्तराल पर दूसरा डोज
कोविड 19 टीकाकरण के अन्तर्गत पात्र लाभुकों को कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी खुराक को प्रथम खुराक के 12 से 16 सप्ताह के अन्तराल पर दिया जाना है। ज्ञात हो कि पूर्व में इसे 6 से 8 सप्ताह के अन्तराल पर दिया जा रहा था। पात्र लाभुकों को कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी खुराक को प्रथम खुराक के 12 से 16 सप्ताह के अन्तराल पर दिया जाना सुनिश्चित किया जाय। इसके साथ ही कोविशील्ड वैक्सीन से आच्छादित लाभार्थियों को दो खुराक के अन्तराल के संबंध में सूचना टीकाकरण के दौरान टीकाकर्मी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाय।

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Chhapra: कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के द्वारा श्री प्रकाश ऑर्नामेंट्स  के प्रांगण में सात दिवसीय वैक्सीनेशन शिविर का समापन हुआ. शिविर में लगभग एक हज़ार से अधिक लोगों ने वैक्सीन प्राप्त किया.  45 वर्ष की आयु से अधिक महिलाओं एवं पुरुषों को वैक्सिंग दिया गया.

कैट के सदस्यों द्वारा कैंप के पहले लोगों को जागरूक जागरुक किया गया.आसपास के इलाकों में घूम कर जागरूकता पर्ची का वितरण भी किया गया था. प्रमंडलीय अध्यक्ष वरुण प्रकाश ने बताया कि विगत 7 दिनों से श्री प्रकाश ऑर्नामेंट्स के प्रांगण में वैक्सिंग लगाया जा रहा था. जिला प्रशासन और जिला स्वास्थ्य समिति के सहयोग से यह कार्य किया जा रहा है. इस वैक्सीनेशन सेंटर में जिला अधिकारी सारण का विशेष योगदान रहा है. सभी वैक्सीन प्राप्त करने वाले लोगों ने जिला अधिकारी को धन्यवाद दिया आने वाले दिनों में फिर से अनुमति मिली तो वैक्सीनेशन कैंप लगाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि लोगों की सुविधा को देखते हुए आने वाले दिनों में भी वैक्सीनेशन सेंटर 18 वर्ष के अधिक के युवाओं के लिए भी लगाने की कोशिश की जाएगी. आम लोगों के लिए फर्स्ट एंड ब्रेथ भी उपलब्ध कराया गया है. सुविधा अनुसार यह ऑक्सीजन लोग प्राप्त कर सकते हैं.

वैक्सीनेशन सेंटर पर कार्यपालक सहायक विकास कुमार, राजन कुमार, एएनएम सीमा देवी और रेनू देवी ने अहम योगदान दिया. इस अवसर पर विकास कुमार, मुन्नू कुमार सिंह, मंथन कुमार, मनीष कुमार मनी, कुंवर जायसवाल, जय राम, रिशव सिंह, ध्रुव दास, आदित्य सोनी, रमेंद्र कुमार उपस्थित थे.

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Nalanda: जिले के हरनौत थाना क्षेत्र के बस्ती गांव निवासी गौतम सिंह उर्फ फंटू सिंह की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या के मामले में फरार चल रहे आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम अविनाश कुमार है. पुलिस ने उसे उस वक्त गिरफ्तार किया जब वह शादी रचाने जा रहा था.

बता दे कि बीते 10 जनवरी 2020 को गौतम सिंह उर्फ फंटू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस वारदात में कई लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. इसमें अविनाश कुमार नामक एक शख्स भी शामिल था.अविनाश कुमार घटना के बाद से ही फरार चल रहा था और पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी. इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि अविनाश हरनौत के दैली गांव आया हुआ है.

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि वहां अविनाश की शादी होने वाली है. दुल्हा बनकर अविनाश गाड़ी पर बैठा ही था कि पुलिस ने उसे दबोच लिया और गिरफ्तार कर लिया. दरअसल, बारात दैली गांव से जहानाबाद जाने वाली थी. सेहरा पहने अविनाश शादी के मंडप पर पहुंचने के पूर्व ही हवालात पहुंच गया.

सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी ने बताया कि गिरफ्तार अविनाश कुमार पर हत्या का आरोपित है. हत्या के बाद से वह फरार चल रहा था. गुप्त सूचना के आधार पर उसकी गिरफ्तारी हुई है.

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