Chhapra: समाहरणालय कार्यालय कक्ष में आयोजित खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के अवसर पर धान अधिप्राप्ति से संबंधित बैठक में जिलाधिकारी सारण राजेश मीणा के द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को समन्वय स्थापित कर लक्ष्य प्राप्त करने का निदेश दिया गया।

बैठक में जिला सहकारिता पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि सारण जिला में 10.11.2021 से 15.02.2022 के बीच धान अधिप्राप्ति किया जाना है। जिला कृषि विभाग के ऑकड़े के अनुसार इस वर्ष धान का उत्पादन 265540.5 मेट्रिक टन हुआ है। धान अधिप्राप्ति के लिए 90,000 मेट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है। सारण जिला में कुल चयनित पैक्सों की संख्या-255, चयनित व्यापार मंडलों की संख्या-12 है। अबतक 914 किसानों से 6328.65 मेट्रिक टन धान की अधिप्राप्ति की गयी है जो कुल लक्ष्य का लगभग 7.03 प्रतिशत है। अबतक 578 किसानों के बीच 8,17,54,768 (आठ करोड़ सतरह लाख चौवन हजार सात सौ अड़सठ) रुपये की राशि का भुगतान कर दिया गया है। शेष किसानों का भुगतान दो दिन के अंदर करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी के द्वारा समीक्षा के क्रम में धान अधिप्राप्ति में शिथिलता पर असंतोष व्यक्त करते हुए सहकारिता प्रसार पदाधिकारी दरियापुर एवं दिघवारा का एक दिन का वेतन स्थगित रखने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी के द्वारा स्पष्ट कहा गया कि धान अधिप्राप्ति के मामले में शिथिलता बरतने वाले सभी संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जिला सहकारिता पदाधिकारी, सभी सहकारिता प्रसार पदाधिकारी, पैक्स एवं ब्यापार मंडल के अध्यक्ष को समन्वय स्थापित कर धान अधिप्राप्ति में तेजी लाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी के द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया कि अबतक अधिप्राप्ति कार्य प्रारंभ नही करने वाले पैक्स के विरुद्ध बिहार सहकारिता समिति अधिनियम 1935 की धारा 41 के अंतर्गत आवष्यक कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी के द्वारा छोटे किसानों से धान की खरीददारी करने एवं धान के गुणवता पर विशेष ध्यान देने की बात कही गयी। धान अधिप्राप्ति के समय किसानों को पावती रसीद देने का निर्देश सभी पेक्स अध्यक्षों को दिया गया। जिन प्रखंड में किसानों का पंजीकरण का प्रतिशत सबसे कम है वहाँ के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी किसानों के बीच जाकर उन्हें पंजीकरण हेतु जागरुक करें ताकि इसका लाभ किसानों को प्राप्त हो सके। जिलाधिकारी के द्वारा वरीय उप समाहर्त्ता, जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम, जिला सहकारिता पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जिला अंतर्गत पंजीकृत चावल मिल का भौतिक सत्यापन कर प्रतिवेदन समर्पित करें।

0Shares

• शरीर में न हो पानी की कमी, आहार का सुपाच्य होना है जरूरी
• मानसिक स्वास्थ्य पर भी रखें नजर
• घरों में आवश्यक दवाओं का स्टॉक रखना जरूरी
• आहार पर भी विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता

Chhapra: ठंड बढ रही है, और उसके साथ बढ़ रहे हैं बुजुर्गों में सेहत जनित अनगिनत समस्याएँ। बढ़ती सर्दी अपने साथ खांसी बुखार, जुकाम, रुखी त्वचा, एलर्जी जैसी सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं के साथ इनके लिए सांस की परेशानी या अस्थमा का अटैक ,ब्लड प्रेशर और हृदयाघात जैसी गंभीर समस्याएँ भी लाती हैं। इनसे बच कर सुरक्षित और स्वस्थ्य रहने के लिए बुजुर्गों को न सिर्फ अपनी दिनचर्या पर बल्कि आहार पर भी विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता है। सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया ठंड बढ़ने के कारण बुजुर्गों में रक्तचाप का बढ़ना सामान्य है। रक्तचाप बढ़ने से ह्रदयाघात व स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है। उम्र ज्यादा हो जाने के कारण बीमारी से लड़ने की शारीरिक क्षमता कम हो जाती और ठंड का सीधा असर बुजुर्गों के शरीर पर पड़ता है। इसलिए उन्हें खानपान का भी ध्यान रखना है। सर्दी के मौसम में बहुत अधिक तेल मसाले वाले खाने की जगह हल्का व पौष्टिक खाना लेना चाहिए। हरी सब्जी, दाल व रोटी का अधिक इस्तेमाल किया जाना चाहिए। आहार में विटामिन सी वाले फल, अखरोट, तुलसी और हल्दी दूध भी शामिल करें। सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट रक्त परिसंचरण में मददगार होते हैं। समय समय पर चिकन व अंडा को भी खाना में शामिल करें। ठंड में बुजुर्गों को जोड़ों का दर्द बहुत परेशान करता है। उन्हें ग्रीन टी या अदरक की चाय दें। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हड्डियों को क्रियाशील बनाये रखता है।

आवश्यक दवाओं का स्टॉक घर में हमेशा रहे उपलब्ध
सिविल सर्जन ने बताया कि जिन घरों में बुजुर्ग हैं, उन्हें उनके लिए आवश्यक सभी दवाओं का स्टॉक हमेशा घर पर उपलब्ध रखना चाहिए ताकि आपातकालीन परिस्थितियों या अचानक रक्तचाप बढ़ जाने या कम जाने की परिस्थितियों को नियंत्रित किया जा सके। यदि बुजुर्ग को सांस लेने में परेशानी या अस्थमा है तो संबन्धित इन्हेलर भी हमेशा उपलब्ध रहे। इसके अलावा शरीर के तापमान को नियंत्रण में रखने के लिए गुनगुना पानी पीयें और शरीर को हाइड्रेटेट रखें। इससे शरीर और त्वचा भी सेहतमंद रहती है। घर में भी गर्म कपड़े का इस्तेमाल करें। बहुत अधिक सवेरे घर से बाहर निकलने से परहेज करें। घर में सामान्य शारीरिक गतिविधि की मदद से ब्लड सर्कुलेशन व ऑक्सीज़न के प्रवाह को बढ़ाना जरूरी है। ऐसे में शरीर से पसीना निकलता है जो शरीर से जहरील पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है। घर में हल्के व्यायाम और योग को दैनिक दिनचर्या में शामिल करें।
मानसिक स्वास्थ्य पर भी रखें नजर
ठंड से शुरू हुई शारीरिक समस्या धीरे धीरे मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। नतीजा तनाव बढ्ने या चिड़चिड़ाहट के रूप में सामने आता है। इसलिए बुजुर्गों में हो रहे मानसिक बदलाव पर कड़ी नजर रखें। जरूरत पड़ने पर उनके साथ समय बिताएँ और उन्हें उनके मन पसंद कामों या शौक को पूरा करने के लिए प्रेरित करें ताकि उनका समय आसानी से बीते और वो तनाव में आने से बचें ।

0Shares

• प्रतिदिन घर-घर जाकर 150 से 200 लाभार्थियों को दे रही टीका
• कदम से कदम मिलाकर चल रही है आशा कार्यकर्ता
• कोरोना मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने का लिया संकल्प

Chhapra: कहते हैं अगर दिल में कर्तव्य के प्रति पूरी निष्ठा व लगन हो, तो कोई भी काम असंभव नहीं होता है। कोरोना संक्रमण से मुक्ति दिलाने के अभियान में सुदूर दुर्गम गांवों में एएनएम अहम भूमिका निभा रही हैं। इन्हीं में शामिल हैं सारण जिले के गड़खा प्रखंड के इटावा उप स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एएनएम पदमावती कुमारी। हौसला इतना बुलंद कि हाथ से दिव्यांग होने के बावजूद उन्होंने जिम्मेदारियों से मुंह नहीं मोड़ा। एएनएम पदमावती कुमारी का एक हाथ पोलियो ग्रसित है। जिससे उनका एक हाथ अच्छे से काम नहीं करता है। लेकिन इन तमाम बाधाओं और चुनौतियों के बावजूद प्रतिदिन अपने हाथों में वैक्सीन की बॉक्स लेकर डोर-टू-डोर जाकर लाभार्थियों का टीकाकरण कर रही हैं। पेशे से भले ही एक स्वास्थ्यकर्मी का हो, टीका देना उनका काम हो पर इस बीच उन्होंने जो संघर्ष किया है एक मां और पत्नी के लिए कर पाना मुश्किल था। यही खास बात उनके संघर्ष की कहानी को औरों से अलग भी करती और विशेष भी बनाती है।

हर रोज 4 किलोमीटर पैदल चलकर करती हैं टीकाकरण
एएनएम पदमावती कुमारी सुबह 7 बजे हीं से अपने कार्यों में लग जाती हैं। वैक्सीन लेकर प्रतिदिन उबार-खाबर सड़क पर चलते हुए गांवों में पहुंचती हैं। जहां पर उनका लक्ष्य रहता है कि हर दिन कम से कम 200 लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा सके। इसके लिए वह घर-द्ववार से लेकर खेत-खलिहान तक अपने हाथों में वैक्सीन की बॉक्स लेकर पहुंचती हैं और लोगों को टीका देने के बाद इसके फायदे के बारे में जानकारी देती हैं। वह प्रतिदिन पैदल 3-4 किलोमीटर की दूरी तय कर अपने कर्तव्यों का निवर्हन कर रही हैं।

कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं आशा
टीकाकरण के प्रति आमजनों में जो भ्रांतियां और अफवाह है उसको दूर करने में आशा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। ऐसे में इटावा की आशा फैसिलिटेटर आरती कुमारी अपने कर्तव्यों का बखूबी निवर्हन कर रही हैं। जो एएनएम के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं और लोगों को जागरूक कर टीकाकरण की राह को आसान बना रही हैं। आशा कार्यकर्ता घर-घर लोगों को टीकाकरण के प्रति प्रेरित कर रही हैं। इसके साथ जो लोग अभी तक वैक्सीन नहीं लिए हैं उनकी सूची तैयार कर रही हैं। ताकि क्षेत्र में एक भी व्यक्ति टीकाकरण से वंचित नहीं रहे।

कोरोना मुक्त समाज की परिकल्पना होगा साकार
एएनएम पदमावती कुमारी कहती हैं कि कोविड का टीका हर व्यक्ति के जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए यह टीका सबसे महत्वपूर्ण और जीवनरक्षक है। अगर सबका टीकाकरण नहीं हुआ तो संभावित तीसरी लहर के दौरान कोविड संक्रमितों को बचाने के लिए सबसे अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को ही जूझना पड़ेगा। इसलिए हमारा संकल्प है कि हर व्यक्ति को टीका लगाया जाये। ताकि कोरोना मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके।

0Shares

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी  का तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर डाॅ आरएन सिंह इवनिंग कॉलेज में प्रारंभ हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी बाजपायी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्वलित कर किया गया.

मुख्य अतिथि बिहार सरकार के खनन मंत्री जनक राम, अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह, विधायक डॉ सीएन गुप्ता, पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी, पूर्व अध्यक्ष रमेश प्रसाद, बंशीधर तिवारी, वेद प्रकाश उपाध्याय ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया.

अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में भाजपा जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने कहा कार्यकर्ताओं को नए-नए बौद्धिक विचारों एवं वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों के अनुकूल ढालने के लिए भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा समय-समय पर प्रशिक्षण वर्ग चलाया जाता है. इसी के तहत जिला प्रशिक्षण वर्ग 17 से 19 दिसंबर तक आयोजित किया गया है.

प्रशिक्षण विभाग शिविर का प्रथम वर्ग जनक राम ने लिया जिनका विषय था बिहार सरकार की उपलब्धियां. दूसरे वर्ग के मुख्य वक्ता आनंद पाठक जिनका विषय सोशल मीडिया की समझ. तीसरा वर्ग ओम प्रकाश भूवन ने लिया जिनका विषय था भारत की मुख्य विचारधारा हमारी विचारधारा. चौथे वर्ग के मुख्य वक्ता भाजपा जिलाध्यक्ष राम दयाल शर्मा थे जिनका विषय हमारा विचार परिवार. वर्ग 5 के मुख्य वक्ता अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह जिनका विषय आत्मनिर्भर भारत था. इसी प्रकार छठा वर्ग मिथिलेश तिवारी ने लिया जिनका विषय था अपनी कार्यपद्धति और संगठन संरचना में हमारी भूमिका पर अपना वक्तव्य दिया.

प्रशिक्षण शिविर में उपाध्यक्ष बृजमोहन सिंह, डॉ धर्मेंद्र सिंह, लालबाबू कुशवाहा, तारा देवी, महामंत्री शांतनु कुमार,रामाशंकर मिश्र शांडिल्य , श्याम बिहारी अग्रवाल, विवेक कुमार सिंह, संजय सिंह, जिला मंत्री सत्यानंद सिंह, गायत्री देवी ,लक्ष्मी ठाकुर, विरेन्द्र पाण्डेय, पूर्व प्राचार्य अरुण कुमार सिंह, व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक वरुण प्रकाश, सोशल मीडिया प्रमुख नितिन राज वर्मा, महिला मोर्चा अध्यक्ष अनु सिंह, किसान मोर्चा अध्यक्ष बबलू मिश्रा, बलवंत सिंह, ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष पप्पू चौहान, विधि प्रकोष्ठ जिला संयोजक मनोज कुमार सिंह, सभी मंडल अध्यक्ष, सभी मंडल महामन्त्री, सभी प्रकोष्ठ के संयोजक सह संयोजक, सभी मोर्चा के अध्यक्ष तथा महामन्त्री, सभी कार्य समिति सदस्य आदि उपस्थित हुए.

0Shares

Chhapra: विभिन्न मांगों को लेकर बैंक कर्मी लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी हड़ताल पर रहे. इस दौरान बैंक कर्मी अपने अपने बैंक के मुख्य द्वार पर धरने बैठे रहे और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बैंक के निजीकरण सहित अन्य कई मांगों को लेकर बैंक कर्मी 16 दिसंबर से हड़ताल पर हैं.

धरने पर बैठे बैंक कर्मियों ने कहा कि सरकार बैंक के निजीकरण का करण बिल लाई है. यह कहीं से सही नहीं है. बैंक कर्मी, उद्योगपति मध्यम वर्ग और निम्न वर्ग के लोग भी इसका विरोध कर रहे हैं. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के कर्मियों ने केंद्र सरकार का विरोध करते हुए बैंक के निजीकरण प्रस्ताव को लेकर काफी नारेबाजी भी की.

हड़ताल कर रहे बैंक कर्मियों का कहना हुआ कि निजीकरण से हर वर्ग के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. इससे बैंक के ग्रामीण शाखाएं बंद होने की बात होगी. कृषि ऋण में कमी, उद्योग ऋण, शिक्षा ऋण में लोगों को दिक्कत होगी. इसके अलावा बेरोजगार युवकों को नौकरी नहीं मिलेगी. इसलिए हमलोग निजीकरण को लेकर केंद्र सरकार का विरोध करते हैं. हम सभी बैंक कर्मियों की मांग नहीं मानी गई तो हम लोग अनवरत हड़ताल पर रहेंगे.

राष्टव्यापी बैंक हड़ताल के कारण आज भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक सहित ग्रामीण बैंको मे भी कामकाज पूर्णतः ठप रहा. हड़ताल के कारण अधिकांश एटीएम में भी पैसे खत्म हो गए. दो दिनों की हड़ताल के कारण करीब 700 करोड का लेन देन व लगभग 200 शाखाओं में कामकाज नहीं हुआ. प्रदर्शन का नेतृत्व पंजाब नैशनल बैंक ईम्पलाई यूनियन बिहार के उप महासचिव मनोज कुमार सिंह, जयशंकर प्रसाद, एस एन पाठक, आर आर प्रदीप, राज कुमार मिश्रा, संजीत कुमार मिश्र आदि ने किया.

0Shares

Chhapra: जिले के सदर अस्पताल में कोविड 19 जांच रिपोर्ट देने को लेकर अवैध उगाही का धंधा बड़े जोर शोर से चल रहा है. बुधवार को सदर अस्पताल के कोविड-19 जांच केंद्र पर पैसे लेकर जांच रिपोर्ट देने का मामला सामने आया है.

इस संबंध में पीड़ित मो अफजल ने इस मामले को लेकर एक शिकायत भी अस्पताल प्रशासन से की है. वही इस मामले में अस्पताल के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत की बात सामने आई है. पीड़ित ने शिकायत में उन्होंने कहा कि वह विदेश जाने के लिए अपने परिजन का कोविड टेस्ट कराने सदर अस्पताल आया था. जहाँ उससे जांच के नाम पर 2500 रुपये मांगे गए और काफी मोल भाव करने पर 1600 रुपये में बात बनी.

हालांकि अस्पताल में यह जांच सरकार के द्वारा निशुल्क है. वही सबसे अहम बात यह है कि सरकारी काउंटर पर सैंपल लेने के बावजूद प्राइवेट जांच केंद्र का रिपोर्ट व्यक्ति को दिया गया. वही इस मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन ने चुप्पी साध ली है.

बताया जा रहा है कि अस्पताल में कोविड-19 जांच के नाम पर अवैध वसूली का खेल लंबे समय से चल रहा है. वहीं शिकायतकर्ता ने सदर अस्पताल के लिपिक बंटी रजक को भी इस मामले से अवगत कराया. मगर अस्पताल प्रशासन इन सारे बातों को लीपा पोती करने के मूड में दिख रहा है.

बता दें कि विदेश जाने वाले लोगो के लिए 24 घंटे में रिपोर्ट देने का प्रावधान है.

विदित हो कि आरटीपीसीआर जांच केंद्र का उद्घाटन बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के द्वारा किया गया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि विदेश जाने वाले लोगो के लिए  आरटीपीसीआर जांच के लिए सैम्पल पटना भेजने की जरूरत नही है. अब रिपोर्ट अस्पताल में 24 घंटे में मिल जायेगी. जो भी लोग विदेश जाने के लिए जांच कराने आएंगे, उन्हें वीजा देखकर रिपोर्ट दिया जाएगा.

वहीं मामला सामने आने पर छपरा के सिविल सर्जन ने बताया कि मामले के जांच के आदेश दे दिए गए है. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एसडी सिंह इसकी जांच कर रहे हैं. दोषी पाए जाने पर सम्बन्धित स्वास्थ्यकर्मी  पर कारवाई की जाएगी.

0Shares

Chhapra: बांग्लादेश मुक्ति संग्राम 1971 के 50वीं वर्षगांठ का समापन समारोह सारण जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में जिलाध्यक्ष डॉ कामेश्वर प्रसाद सिंह की अध्यक्षता सम्पन्न हुआ.

इस अवसर पर  कार्यक्रम के जिला संयोजक डॉ शंकर चौधरी ने बताया कि बांग्लादेश मुक्ति संग्राम कार्यक्रम को सेमिनार एवं विचार गोष्ठी तथा सैनिकों को सम्मानित कर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को विश्व का सबसे बड़ा नेता बताया है.

इस अवसर पर जिलाध्यक्ष डॉ कामेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि आज ही के दिन 3 दिसंबर 1971 से शुरू होकर 13 दिन के अंदर पाकिस्तान के 93000 हजार सैनिकों ने भारत के सैनिकों के सामने हथियार डाल दिए थे और पाकिस्तान को दो टुकड़े कर दिया था और एक नया राष्ट्र बांग्लादेश बनाकर विश्व का नक्शा इंदिरा गांधी ने बदल दिया था. आज विजय दिवस के अवसर पर हम कांग्रेस जन इस ऐतिहासिक लड़ाई में शहीदों को श्रद्धांजली दो मिनट का मौन रख कर दिया और कार्यक्रम का समापन किया.

इस अवसर पर मिथिलेश शर्मा मधुकर, केदार नाथ सिंह, सुभाष राय उर्फ झरिमन राय, सुरेश कुमार यादव, डॉ ज्ञानेश्वर, तरुण कुमार तिवारी आदि लोग उपस्थित थे.

0Shares

Chhapra: सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले बैंक कर्मियों ने दो दिवसीय हड़ताल पर हैं.

हड़ताल के पहले दिन बैंक शाखाओं को बंद रखते हुए बैंकों के अधिकारियों और कर्मियों ने प्रदर्शन किया और सरकार के विरोध में नारेबाजी की.

प्रदर्शन का नेतृत्व पीएनबी कर्मचारी यूनियन के उप महासचिव मनोज कुमार सिंह, बिहार स्टेट सेन्ट्रल बैक आफिसर एसोसिएशन के सहायक महासचिव जयशंकर प्रसाद, आल इंडिया बैक आफिसर एसोसिएशन के जिला महासचिव एस एन पाठक, एस बी आई आफिसर एसोसिएशन के राज कुमार मिश्रा, एसबीआई स्टाफ एसोसिएशन के पंकज शर्मा, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक आफिसर एसोसिएशन के राहुल कर रहे थे.

इस अवसर पर गणेश सिंह, संजीत कुमार मिश्र, मो अब्बास, आर आर प्रदीप, शशिभूषण, बिकास कु मिश्रा, अरूण कुमार, सारिका सुरभि,सोनालाल साह, आलोक कुमार, अमर कुमार, रागिनी कुमारी, बैद्य नाथ प्रसाद, प्रिय रंजन, सुमीत कुमार अमीत ओझा, मनोज कुमार राय, भुवनेश्वर सिंह, प्रसून प्रभास, परमहंश पाण्डेय, राहुल राणा, भरत प्रसाद, प्रमोद कुमार, उज्जवल कुमार, सत्य प्रकाश, चुनी लाल, बब्लू साह, ओम प्रकाश, दशयीलाल भक्त, हरे राम ठाकुर ,सौरभ, ज्योतिष पाण्डेय, तारकेश्वर सिंह, यशबर्धन जैन, राजेश सिंह सहित ऐटक के जिला सचिव अजय सिंह रहे. बैंक हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रहेगा. 

https://fb.watch/9WC-0qUQ3Z/

 

A valid URL was not provided.

0Shares

• सुरक्षित गर्भपात को लेकर आशा और आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण
• मांझी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम
• गर्भपात जितनी जल्दी करायी जाए उतना ही सरल और सुरक्षित

छपरा: सुरक्षित गर्भपात कानूनी तौर पर वैध है। इस बात की जानकारी आज भी ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को नहीं है। जिसके कारण आज भी वह गांव देहात के नीम हकीम के चक्कर में पड़कर अपना प्राण तक गंवा रही हैं। इसी उद्देश्य से जिले के मांझी प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आंगनबाड़ी सेविका को आई पास डेवलपमेंट फाउंडेशन के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। आईपास की समुदायिक कार्यकर्त्ता सीमा सोनल ने इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी और बताया कि 20 सप्ताह तक गर्भ समापन कराना वैध है, लेकिन 9 सप्ताह के अंदर एक प्रशिक्षित डॉक्टर एवं 12 सप्ताह से ऊपर तथा 20 सप्ताह के अंदर तक में दो प्रशिक्षित डॉक्टर की उपस्थिति में सदर अस्पताल या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त अस्पताल में प्रशिक्षित डॉक्टर की मौजूदगी में होनी चाहिए। इस पर विस्तार से चर्चा की गयी। समाज को जागरूक करने की जरूरत है। अस्पताल में डॉक्टर एवं नर्स उपलब्ध हैं फिर भी महिलाएं नीम हकीम के चक्कर में पड़ कर अपनी जान गंवा रही तथा परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधनों के बारे में भी बताया । लिंग जांच के आधार पर गर्भपात कानूनन अपराध है। इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रोहित कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक विश्वजीत कुमार, आईपास के जिला समन्वयक अभिरंजन कुमार समेत अन्य मौजूद थे।

अपने-अपने क्षेत्र में जागरूक करें आशा और आंगनबाड़ी
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रोहित कुमार ने माहवारी के समय साफ सफाई के संबंध में भी जानकारी दी । उन्होंने सभी से आग्रह किया कि आप अपने कार्य क्षेत्र में भी इस बिषय पर चर्चा कीजिये ताकि असुरक्षित गर्भपात से होने वाली महिलाओं की मृत्यु एवं मातृ मृत्यु दर कम हो सके। राज्य में हर वर्ष 12.5 लाख गर्भपात के केस सामने आते हैं और इनमें मात्र 8% सरकारी संस्थानों में कराये जाते हैं। देश में मातृ मृत्यु दर का 8 प्रतिशत आंकड़ा असुरक्षित गर्भपात के कारण दर्ज किया जाता है।

अनचाहे गर्भ ठहरने पर तुरंत आशा और एएनएम से संपर्क करें
अनचाहे गर्भ के ठहरने की आशंका हो तो उसे बिना किसी देरी के नजदीकी आशा एएनएम से संपर्क करना चाहिए या डॉक्टर को दिखाना चाहिए अगर गर्भधारण की पुष्टि होती है और महिला गर्भ नहीं रखना चाहती है तो उसे गर्भपात का निर्णय जल्दी ले लेना चाहिए । अगर गर्भ 9 सप्ताह तक का हो तो गोलियों द्वारा गर्भपात भी किया जा सकता है। गर्भपात जितनी जल्दी करायी जाए उतना ही सरल और सुरक्षित होता है। कई बार ऐसा हो सकता है कि गर्भपात सेवाएं लेने के लिए पहुंचने तक गर्भ 12 हफ्ते से ऊपर का हो इसके पीछे बहुत से कारण हो सकते हैं -जैसे कि गर्भ की जानकारी बाद में लगना, होने वाले शिशु में जन्मजात विकृति होना, अस्पताल समय से ना पहुंच पाना, सुरक्षित गर्भपात के मद्देनजर समय पर निर्णय न ले पाना इत्यादि। यदि महिला 12 हफ्ते या 3 महीने से ज्यादा अवधि के गर्भ का गर्भपात करवाना चाहती है तो उसमें उसे घबराने की आवश्यकता नहीं है।

0Shares

छत्तीसगढ़: पबजी के लिए दीवानगी इस कदर है कि एक लड़के ने पबजी के लिए अपने घरवालों से अपनी ही किडनैपिंग के लिए फिरौती मांग ली। यह घटना छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की है। यहां के सरगुजा के शंकरघाट सोनपुर कला के रहने वाले 19 साल के वासु विश्वकर्मा ने अपनी ही किडनैपिंग की कहानी रच डाली। इस लड़के ने अपने फोन से फोटो लेकर बना कपड़े की हाथ-पैर बांधे फोटो क्लिक कर अपने घर वालों को भेज दी थी। घरवालों ने इसकी जानकारी को पुलिस को दी और यह लड़का होटल के कमरे से पकड़ा गया।

 

यह था मामला

वासु विश्वकर्मा ने बहुत ही शातिर तरीके से अपनी किडनैपिंग की साजिश रची थी। इसके लिए उसने एक होटल का कमरा बुक किया था। उसने आवाज बदलकर अपने घर पर किडनैपिंग की जानकारी दी। यहां उसने अपने घर वालों को कहा कि 4 लाख रुपए दोंगे तो तुम्हारे बच्चे को छोड़ देंगे। इसके बाद लड़के ने अपने ही नंबर से घर वालों तस्वीर भेजी। इस में लड़के ने केवल एक ही गलती कर दी कि उसने अपने ही नंबर का इस्तेमाल किया। पुलिस ने जब नंबर ट्रेस किया तो लोकेशन बिलासपुर के सिविल लाइन इलाके की आई। जिसके बाद पुलिस ने होटल पर छापा मारा और लड़का नवाबों की तरह वहां रूप लेकर रह रहा था।
सरगुजा जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने बताया कि लड़के से पूछताछ कर पता चला कि उसका सपना 4 लाख लेकर 1 करोड़ कमाने का था। इसलिए उसने अपनी किडनैपिंग की योजना बनाई थी। पुलिस ने बताया कि लड़के के ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज करवाने के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

0Shares

Chhapra: युवा क्रांति रोटी बैंक द्वारा छपरा मंडल कारा परिसर मे पेड़ पौधे लगाया गया। कारावास अधीक्षक रामाधार सिंह के द्वारा वृक्षारोपण का शुभारंभ किया गया। अधीक्षक ने कहा  वृक्षारोपण का कार्यक्रम हमेशा युवा क्रांति रोटी बैंक द्वारा किया जायेगा। युवा क्रांति रोटी बैंक द्वारा तीन सालों से जरूरतमंद लोगो को भोजन, कपड़ा के साथ साथ वृक्षारोपण के कार्यो के लिए मंडल कारा प्रशासन ने टीम को धन्यवाद किया।


संस्थापक ईo विजय राज ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम निरंतर होता रहेगा और पर्यावरण संरक्षण को लेकर हम सभी को पेड़ लगाना चाहिए।मंडल कारा परिसर के सौंदर्यकरण के लिए विभिन्न प्रजाति के पौधों को लगाया गया। रामाधार सिंह, अधीक्षक, मंडल कारा छपरा, श्रीनंद कुमार दास, प्रभारी उपाधीक्षक, विजय कुमार सिंह, मुख्य उच्च कक्ष पाल, इंद्रमणि कक्ष पाल सहित कई कारा मण्डल के कर्मी उपस्थित रहे। युवा क्रांति रोटी बैंक सदस्य बवाली सिंह, रंजन गुप्ता, हरेंद्र राय, अभिषेक,नवनीत यादव, रिशु यादव, कृष्णा श्रीवास्तव, प्रिंस, प्रतीक,सोनू, संतोष, अजय उपस्थित रहे।

0Shares

मशरक: बाइक सवार दो अपराधियों ने महिला से एक लाख रूपये सहित झोला छीन फरार हो गया। मशरक थाना क्षेत्र के कवलपुरा रेलवे ढाला के पास मंगलवार की शाम चैनपुर भारतीय स्टेट बैंक आफ इंडिया के शाखा चैनपुर से एक लाख रुपया निकाल कर पैदल घर जा रही महिला से ब्लू अपाची सवार दो अपराधियों ने रुपयों से भरा झोला छीन फरार हो गए। वही महिला चीखती चिल्लाती रह गई। मौके पर पहुंचे ग्रामीण महिला से जानकारी ली। तब तक अपराधी फरार हो गए थे। महिला कवलपुरा गांव निवासी लालबाबू राय की पत्नी बिंदु देवी है।

महिला के परिजनों ने बताया कि वह भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शाखा चैनपुर से मकान बनाने के लिए एक लाख रुपया निकाल पति के साथ साईकिल पर सवार होकर घर जा रही थी। वही गांव से कुछ दूरी पर साईकिल से उतर महिला पैदल घर चलने लगी। उसी दौरान रेलवे ढाला के पास ब्लू अपाची सवार दो अपराधियों ने रुपयों से भरा हुआ झोला छीन कर फरार हो गए। मामले में महिला समेत परिजनों ने देर शाम मशरक थाना पहुंच पुलिस को आवेदन दिया है। पुलिस मामले में जांच पड़ताल कर रही है। वहीं परिजनों ने बताया कि झोला में बैंक पासबुक और आधार कार्ड समेत जरूरी कागजात भी थे जो छीनने वाले अपराधी लेकर चले गए।

0Shares