Chhapra: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के साथ लापरवाही को भाजपा कार्यकर्ताओं ने अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं शर्मनाक करार  दिया है. पार्टी जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा युवा मोर्चा द्वारा मशाल जुलूस सह कैन्डिल मार्च नगर-निगम चौक से थाना चौक तक किया गया.

भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंजाब सरकार के खिलाफ मशाल जुलूस सह कैन्डिल मार्च निकाल करके अपना रोष जताया. जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने कहा कि भारत के इतिहास में आज पंजाब की पुण्य भूमि पर कांग्रेस के खूनी इरादे नाकाम रहे. जो लोग कांग्रेस में प्रधानमंत्री से घृणा करते हैं, वो आज उनकी सुरक्षा को नाकाम करने के लिए प्रयासरत थे. पंजाब की कांग्रेस सरकार ने आगामी विधान सभा चुनाव में जनता के हाथों करारी हार के डर से पंजाब में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रमों को विफल करने के लिए हर संभव कोशिश की.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूट की जानकारी प्रदर्शनकारियों को देना और फिर उन्हें रास्ता जाम करने की सुविधा देना आपराधिक साज़िश है. ये देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ है.

भाजपा युवा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बरती गई लापरवाही कांग्रेस सरकार का अक्षम्य अपराध है और हर तरह से निंदनीय है.

जिला महामन्त्री शान्तनु कुमार ने कहा कि क्या जानबूझकर प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ते को झूठ बोल गया. जिन लोगों ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा को भंग किया उन लोगों को प्रधानमंत्री की गाड़ी के पास किसने और कैसे पहुंचाया? पंजाब में एक ऐसी घटना हुई है, जो भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है. आतंकवाद के दौर में और आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों में भी इस प्रकार की सुरक्षा की चूक नहीं हुई जैसी प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ हुई.

मशाल जुलूस सह कैन्डिल मार्च कार्यक्रम में जिला मंत्री सुपन राय, गायत्री देवी, भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष पुष्पेंद्र उपाध्याय, आईटी सेल जिला संयोजक निशांत राज, सोशल मीडिया प्रमुख नितिन राज वर्मा, महिला मोर्चा अध्यक्ष अनु सिंह, अरविंद सिंह, चंदन उपाध्याय, चिंटू सिंह, निलेश सिंह, रंजन यादव, नेहा यादव,क्षेत्रीय प्रभारी भाजयुमो चरणदास, राहुल मेहता, रितेश कुमार, अनिल यादव, अजय साह, अवधेश रंजन, आदि सम्मलित हुए.

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Chhapra: विगत 24 घंटों में सारण में ठंड का प्रकोप और बढ़ा है. मौसम विभाग के द्वारा जारी आंकड़ों में सारण में राज्य का न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है.

सारण में तापमान गिरकर 8.6 डिग्री सेल्सियस हो गया है. जो प्रदेश के अन्य जिलों से काफी कम है. ऐसे में लोग ठंड से बचाव में जुटे है.

ठंड के बढ़ने से रोजमर्रा के कार्यों पर असर पड़ रहा है. सड़कों पर कोहरे से यातायात भी प्रभावित हो रहा है. ठंड के मद्देनजर विद्यालय पहले से ही बंद करने के आदेश थें अब आज से कोरोना के कारण भी पाबंदियां बढ़ाई गई है.

भीषण ठंड के बावजूद अबतक छपरा नगर निगम के द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर अलाव को कोई व्यवस्था नही की गई है. जिससे आम लोग कचड़ा जला कर आग तापने को मजबूर हैं.

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इच्छा आधा जीवन और उदासीनता आधी मौतः वह लेखक जो अपनी सूक्तियों के लिए दुनिया भर में जाना गया। हम बात कर रहे हैं खलील जिब्रान की जिनकी सूक्तियां पूरी दुनिया में विचारों के रूप में सुगंध बिखेर रही है- उत्कंठा ज्ञान की शुरुआत है।

लेबनानी-अमेरिकी कवि, लेखक और आर्टिस्ट खलील जिब्रान का जन्म 6 जनवरी 1883 को लेबनान के बथरी नगर के एक संपन्न परिवार में हुआ। 12 साल की उम्र में माता-पिता के साथ बेल्जियम, फ्रांस, अमेरिका का भ्रमण करते हुए 1912 में न्यूयॉर्क में स्थायी रूप से रहने लगे। जहां उनकी उच्च कोटि की शिक्षा हासिल की। उन्हें चित्रकला में भी काफी दिलचस्पी थी और उन्होंने इसकी शिक्षा ली।

खलील जिब्रान लघु कथाओं और सूक्तियों के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं। जिनमें उनके जीवन के अनुभवों और प्राकृतिक व सामाजिक परिवेश का प्रभावी चित्रण है- सत्य को जानना चाहिए पर उसको कहना कभी-कभी चाहिए।

आधुनिक अरबी साहित्य में उन्हें प्रेम का संदेशवाहक माना जाता है- यदि तुम्हारे हृदय ईर्ष्या, घृणा का ज्वालामुखी धधक रहा है तो तुम अपने हाथों में फूलों के खिलने की उम्मीद कैसे कर सकते हो।

खलील जिब्रान को हर बात या कुछ अहम कहने से पूर्व सूक्तियां कहने की आदत थी। कई बार वे अपने विचार या सूक्तियों को कागज के टुकड़ों, कहीं पड़े लिफाफों पर लिख देते थे। उनकी सिक्रेटरी बारबरा यंग ने उन्हें संग्रहित किया- कुछ सुखों की इच्छा ही मेरे दुखों का कारण है।

वे ईसा के अनुयायी होकर भी पादरियों और अंधविश्वास के कट्टर विरोधी थे जिसकी वजह से उन्हें देश से निष्कासन तक का सामना करना पड़ा। मगर अपने विचारों से कभी वे डिगे नहीं- मंदिर के द्वार पर हम सभी भिखारी ही हैं।

1926 में खलील जिब्रान की सूक्तियों की पुस्तक प्रकाशित हुई। उनकी रचनाओं का हिंदी, गुजराती, मराठी, उर्दू सहित देश और दुनिया की कई भाषाओं में अनुवाद हुआ। सबसे अधिक उर्दू और मराठी में यह अनुवाद पाए जाते हैं- आत्मज्ञान सभी ज्ञानों की जननी है।

इन सूक्तियों में अनुभवों की गहराई और विचारों की विराटता ने समय को बेमानी कर जैसे उसे हमेशा के लिए प्रासंगिक बना दिया- यदि अतिथि नहीं होते तो सब घर कब्र बन जाते।

महज 48 वर्ष की आयु में 10 अप्रैल 1931 को एक कार दुर्घटना में उनका निधन हो गया- जीवन और मृत्यु एक हैं, जैसे नदी और समुद्र एक हैं।

अन्य अहम घटनाएंः

1885ः आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह भारतेंदु हरिश्चंद्र का निधन।

1918ः प्रख्यात भारतीय गीतकार भरत व्यास का जन्म।

1928ः सुप्रसिद्ध मराठी नाटककार, लेखक व निबंधकार विजय तेंदुलकर का जन्म।

1932ः जाने-माने साहित्यकार और संपादक कमलेश्वर का जन्म।

1940ः उपन्यासकार, कहानीकार और नाटककार नरेंद्र कोहली का जन्म।

1959ः भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान व महान ऑलराउंडर कपिलदेव का जन्म।

1987ः सुप्रसिद्ध संगीतकार जयदेव का निधन।

2017ः जाने-माने फिल्म अभिनेता ओमपुरी का निधन।

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कोरोना में सरकारी शिक्षकों के लिए आया स्पष्ट निर्देश, पढ़ें पूरी ख़बर

Chhapra: कोरोना काल मे सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं कर्मीयों के लिए राज्य सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिया है. शिक्षा विभाग के सचिव असंगबा चुबा ने पत्र जारी कर राज्य के शैक्षणिक संस्थानों के लिए दिशा निर्देश दिए है. आगामी 21 जनवरी तक कोविड दिशा निर्देश के आलोक में कहा गया है कि सभी शैक्षणिक संस्थानों में 50 प्रतिशत के अनुरूप शिक्षक एवं कर्मी उपस्थित होंगे. राज्य के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों में प्री से कक्षा 8 तक कि कक्षाएं पूरी तरह बंद रहेगी हालांकि ऑनलाइन क्लास जारी रहेगा. वही 9 से ऊपर की कक्षाओं में 50 प्रतिशत उपस्थिति के छात्र पढ़ सकते है. इसके अलावे शैक्षणिक प्रशिक्षुओं की 50 प्रतिशत उपस्थिति रहेगी.

अगले निर्देश तक मध्याह्न भोजन का संचालन बंद रहेगा.

पत्र में विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में साफ सफाई का बेहतर इंतेजाम करने तथा अनिवार्य रूप से मास्क सेनेटाइजर का प्रयोग करने तथा एसओपी के अनुरूप समाजिक दूरी का पालन करने का निर्देश दिया गया है.

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Chhapra:  लोकनायक जयप्रकाश नारायण प्रौधोगिकी संस्थान में एक छात्र के संदिग्ध स्थिति में मौत के बाद छपरा सदर अस्पताल के सामने इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने जमकर बवाल काटा.

इस दौरान इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिन्सिपल के वाहन में तोड़ फोड़ कर दिया. आसपास से गुजर रहे वाहनों को भी निशाना बनाया. 

छात्रों ने कॉलेज के एक प्राध्यापक पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. छात्रों ने बताया कि शिक्षक के द्वारा उन्हें परीक्षा में फेल करने की धमकी दी जाती है. जिससे छात्र काफी परेशान था.

मृत छात्र सीवान जिला निवासी संदीप कुमार मेकेनिकल सेकेण्ड सेमेस्टर का छात्र बताया जाता है. छात्रों के अनुसार उसने  पंखे से लटककर आत्महत्या की है. पुलिस इस मामले की जाँच में जुटी है.   पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

इस घटना के बाद आक्रोशित छात्रों ने कुछ देर के लिए सड़क को जाम कर दिया और दोषियों की गिरफ़्तारी की मांग करने लगे. घटना की सूचना मिलते ही एडीएम, एसडीएम, नगर और भगवान बाजार की थाना पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों को समझा बुझाकर  स्थिति को नियंत्रित किया.   

एडीएम डॉ गगन ने बताया कि आक्रोशित छात्रों को शांत करा दिया गया है. प्रशासन ने उनके पक्ष को सुना है और क़ानून संगत कार्रवाई का भरोसा दिया है. जिससे छात्र भी सहमत हैं. लिखित आवेदन पर कार्रवाई की जाएगी   

 

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Chhapra: बिहार पुलिस के शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने जिलाधिकारी से गुहार लगायी है कि उन्हें स्टेडियम में प्रैक्टिस करने दी जाए.

अभ्यर्थियों का कहना है कि 28 जनवरी से दक्षता परीक्षा है ऐसे में कोरोना के कारण स्टेडियम में प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है. जिससे शहरी इलाकों में तैयारी करने वालों को प्रैक्टिस के लिए कोई जगह नहीं मिल रहा है जिसके कारण दक्षता परीक्षा में उनके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है.     

अभ्यर्थियों ने जिलाधिकारी से उन्हें कम से कम एक घंटे प्रैक्टिस करने देने की अनुमति की मांग करते हुए ज्ञापन सौपा है. 

ज्ञात है कि राज्य में कोरोना बढ़ते मामलों के मद्देनजर सभी स्टेडियम, पार्कों को बंद करने के आदेश जारी किये गए हैं. जिसके बाद इन सबको तैयारी में परेशानी हो रही है.

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Chhapra: नववर्ष के अवसर पर रोटरी क्लब सारण के तत्वावधान में रौजा गाँव में निशुल्क कंबल का वितरण किया गया।

 

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कम्बल वितरण करतें हुए रोटरी क्लब सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने कहा – गरीबों व असहाय लोगों की मदद करना ही मानवता का मूल धर्म है एवं हर क्षमतावान लोगों को अपनी अपनी क्षमता के अनुसार जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए तभी मानव जीवन की सार्थकता है, समाज में आर्थिक रुप से संपन्न हर लोगों को अपने आसपास के जरूरतमंद लोगों की मदद कर मानवता की मिशाल पेश करनी चाहिए ताकि भावी पीढ़ी भी अपने बुजुर्गों के कार्यों से अनुकरणीय सीख ले सके। रोटरी सारण के संस्थापक सचिव राजेश फैशन ने बताया रोटरी सारण हर साल ठंड में कम्बल का वितरण किया जाता है।

रोटरी सारण के अध्यक्ष अजय कुमार गुप्ता तथा सचिव प्रदीप कुमार ने बताया 251 कम्बल का वितरण रौजा, घेघटा, छोटा तेलपा, बड़ा तेलपा,शेरपुर आदि गाँव के लोगों के बीच कम्बल का वितरण किया गया।

कम्बल वितरण में रोटरी क्लब सारण के अध्यक्ष अजय कुमार गुप्ता, सचिव प्रदीप कुमार, कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार गुप्ता, विनोद कुमार प्रसाद, पूर्व अध्यक्ष विकास कुमार, पंकज कुमार, अजय कुमार, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, संयोजक राजेश जायसवाल, राजकुमार गुप्ता, बिजय ब्याहुत, अजय प्रसाद, अशोक कुमार, बासुकी प्रसाद, दिलिप पोद्दार, विजय रंजन, आदि ने सराहनीय सहयोग किया।

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Chhapra: राज्य में विगत दिनों में वायरस संक्रमण में अप्रत्याशित वृद्धि को ध्यान में रखते हुए विशेष सचिव, गृह विभाग (विशेष शाखा) बिहार के द्वारा प्रबंधन समूह की बैठक के बाद कोरोना संक्रमण को लेकर नया दिशा-निर्देश जारी किया गया है।

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जिलाधिकारी सारण राजेश मीणा के द्वारा बताया गया कि बताया गया कि नया दिशा-निर्देश 06 से 21 जनवरी 2022 तक प्रभावी रहेगा। जिला के सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुलेंगे। सरकारी कार्यालयों में आगंतुकों प्रवेश वर्जित रहेगा। इसके अलावे आवश्यक सेवाओं में जिला प्रशासन, पुलिस, होमगार्ड, कारा, सिविल आपूर्ति, जलापूर्ति, स्वच्छता, फायर ब्रिगेड स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य आपदा प्रबंधन, दूर संचार, डाक विभाग से संबंधित कार्यालय कोषागार एवं उनसे संबंधित वित्त विभाग के कार्यालय खाद्यान्न की अधिप्राप्ति से संबंधित कार्यालय पर्यावरण एवं वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अत्यावश्यक गतिविधियों से संबंधित कार्यालय कार्य करते रहेंगे।

उन्होंने बताया की प्री स्कूल से लेकर वर्ग आठ तक के विद्यालय और कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे किन्तु आनलाईन शिक्षा दिया जा सकेगा। वहीं कक्षा 09 से लेकर उच्चतर शिक्षण संस्थान 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे लेकिन विद्यालय दिशा-निर्देश का अनुपालन अनिवार्य होगा। धार्मिक स्थल पूर्ण रूप से बंद रहेंगे। दुकान और रात्रि बजे तक संचालित किए जाएंगे। अपवाद स्वरूप अत्यावश्यक सेवाओं में शामिल दुकानें खुली रह सकेगी। लेकिन दुकान और प्रतिष्ठान में मारक, सैनिटाइजर के साथ सामाजिक दूरी का अनुपालन करना होगा। दुकान/प्रतिज्ञान में टीकाकृत व्यक्ति ही कार्य करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि तय नियम एवं शर्तो का पालन करना सबके लिए अनिवार्य होगा अन्यथा विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

शादी समारोह और कार्यक्रमों में भी अधिकत 50 लोग शामिल हो सकेंगे। इन कार्यक्रमों में कोविड अनुकूल व्यवहार का किया जाना अनिवार्य होगा। विवाह समारोह के दौरान बारात जुलूस और डीजे पर पूर्व की तरह प्रतिबंध लागू रहेगा। सभी प्रकार के मौल, सिनेमा हॉल, पार्क उद्यान क्लब, स्टेडियम, जिम, स्विमिंग मूल आदि बंद रहेंगे जबकि रेस्टोरेंट 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित किए जाएंगे। यहां सभी को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। साथ ही दुकान / प्रतिष्ठान को ग्राहकों के लिए सेनेटाइजर की व्यवस्था रखनी होगी और सामाजिक दूरी का हर हाल में पालन करना होगा। सभी प्रकार के मेला और प्रदर्शनी पर प्रतिबंध रहेगा सार्वजनिक वाहन 100 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ परिचालित किए जाएंगे। लेकिन ओवर लोडिंग पूर्ण प्रतिबंधित होगा और निजी वाहनों पर सवार सभी लोग मास्क का इस्तेमाल करेंगे।

जिलाधिकारी ने कहा की सार्वजनिक स्थलों पर सामाजिक, राजनीतिक मनोरंजन, खेलकुद, सांस्कृतिक, से सम्बंधित कार्यक्रमों का आयोजन अधिकतम 50 व्यक्ति की उपस्थिति में किए जाने की छूट होगी लेकिन इसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। आमजनों को इससे बचाव के लिए सजग और वे रहने की जरूरत है। कोरोना की जांच के साथ टीकाकरण की रफ्तार को और तेज किए जाने पर बल देते हुए कहा कि सुरक्षा हेतु मास्क के इस्तेमाल के साथ सामाजिक दूरी का अनुपालन बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्वयं को सुरक्षित रखने के साथ अन्य को असहज होने से बचाएं।

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Chhapra: देश के कई राज्यों समेत बिहार में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. कोरोना के मामलों में अचानक बड़ी वृद्धि देखने को मिली है. जिसके बाद से सरकार ने सतर्कता के मद्देनजर कई जरुरी आदेश जारी किये हैं. इन सब के बीच सार्वजनिक जगहों पर लोग अब भी लापरवाह नजर आ रहें है.

रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल और बाजारों में लोग बिना मास्क घूमते नजर आ रहे है. सरकार द्वारा लगातार लोगों से मास्क लगाने और सामाजिक दूरी को अपनाने के निर्देश दिए जा रहें है. बावजूद लोग लापरवाही बरत रहें है, जो कि घातक सिद्ध हो सकता है.

छपरा टुडे डॉट कॉम संवाददाता ने शहर के कई जगहों का जायजा लिया.

देखिये ये रिपोर्ट.

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जब कल्याण ने कहा, रामलला के लिए अगले कई जन्म जेल में रहने को तैयार हूंः 6 दिसंबर 1992 को ढलती हुई सर्द शाम तक अयोध्या में विवादित ढांचे का आखिरी हिस्सा भी ध्वस्त हो जाने की प्रामाणिक खबरें लखनऊ और दिल्ली तक पहुंच चुकी थीं। तनाव चरम पर था। सभी की नजरें मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के अगले कदम पर थी, जो उस वक्त कालीदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में विधानसभा अध्यक्ष केसरीनाथ त्रिपाठी से कुछ देर की मंत्रणा के बाद राजभवन पहुंच गए।

उन्होंने राज्यपाल सत्यनारायण रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद पत्रकारों से कहा कि अयोध्या में जो कुछ हुआ, उसकी जिम्मेदारी उनकी है। बाद में लिब्राहन कमीशन के सामने भी उन्होंने इसे दोहराया। इसकी जांच के दौरान कल्याण सिंह ने कई बार कहा कि अगर उन्हें सजा होती है वह रामलला के लिए अगले कई जन्मों तक जेल में रहने को तैयार हैं।

इस पूरे दौर में दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह, हिंदुत्व की राजनीति का बड़ा चेहरा बनकर उभरे। जिन्होंने अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने से साफ तौर पर इनकार किया और विवादित ढांचा गिराने की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।

प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ और राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ। वे दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के दौरान कल्याण सिंह ही प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। कल्याण सिंह के समर्थक उन्हें बाबूजी कहकर संबोधित करते थे। 21 अगस्त 2021 को उनका निधन हो गया।

अन्य अहम घटनाएंः

1592ः मुगल शासक शाहजहां का जन्म।

1671ः छत्रपति शिवाजी महाराज ने मुगलों से सल्हर क्षेत्र को अपने कब्जे में किया।

1890ः अधिवक्ता ज्ञानेंद्र मोहन टैगोर का निधन।

1934ः वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी का जन्म।

1941ः भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी का जन्म।

1955ः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जन्म।

1957ः केंद्रीय बिक्री कर अधिनियम प्रभाव में आया।

1986ः फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का जन्म।

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Chhapra: एक ओर जहां छपरा नगर निगम के द्वारा स्ट्रीट लाइट के मेंटेनेंस के लिए लाखों रुपये खर्च किये जाने का दावा किया जाता है वही दूसरी ओर नगर निगम क्षेत्र के कई इलाकों में लगाए गए स्ट्रीट लाइट बिल्कुल ख़राब पड़े हुए हैं.

लाइटों के न जलने से राहगीरों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शहर के डाकबंगला रोड, समाहरणालय के सामने वाली सड़क पर लगाये गए स्ट्रीट लाइट नही जलने से लोगों को परेशानी हो रही है.

यह हाल उन इलाकों का हैं जहां जिला प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन और आयुक्त कार्यालय, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और प्रशासनिक अधिकारियों के आवास भी हैं.

लोगों का कहना है कि स्ट्रीट लाइट नही जलने के कारण हुए अंधेरे का फायदा उठा कर अपराधी राहगीरों के साथ आपराधिक घटनाओं को आराम से अंजाम दे दे रहें है और फरार हो जा रहें है. आम लोग अब सोशल मीडिया के माध्यम से आवाज उठा रहे है.

ऐसे में जरूरी है कि इस स्ट्रीट लाइटों को जल्द से जल्द ठीक किया जाए.

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सरकारी कार्यालयों में अब 50 प्रतिशत कर्मियों की रहेगी उपस्थिति

Chhapra: राज्य सरकार ने ओमिक्रोन के बढ़ते प्रभाव को लेकर आगामी 21 जनवरी तक नये दिशा निर्देश जारी करते हुए कई तरह की पाबंदियों को लगाते हुए कई कार्यो में भी बदलाव किया है. एक तरफ जहां सरकार ने प्री से लेकर 8 वी तक के कक्षाओं के संचालन पर रोक लगाई है वही दूसरी ओर 9 के ऊपर की कक्षाओं में 50 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति के साथ शिक्षण का निर्देश दिया है.

राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश में राज्य सरकार के कार्यालयों के साथ साथ निजी कार्यालयों में भी 50 प्रतिशत कर्मी उपस्थित रहेंगे. हालांकि अनिवार्य सेवाओं को अपवाद के रूप में रखते हुए इन निर्देशों को उसपर लागू नही किया गया है.

राज्य सरकार ने यह निर्देश 21 जनवरी तक के लिए लागू किया है. जिसके बाद भी सरकार इस वायरस पर अपनी नज़र रखे हुए है. प्रदेश के बढ़ते मामलों को लेकर यह फैसला लिया गया है. जिसमे थोड़ी सख्ती और थोड़ी रियायत भी दी गयी है.

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