Chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर द्वारा प्रभुनाथ नगर में जल जमाव की समस्या के समाधान हेतु स्थलीय निरीक्षण किया गया. इस दौरान जिला परिषद के अभियंताओं एवम् बुडको के अभियंता को आपसी समन्वय स्थापित कर उपयुक्त स्थलों पर नाला निर्माण एवम् पंपिंग स्टेशन निर्माण करने के निर्देश दिए। 

इसके साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी सदर को विभिन्न स्थलों पर व्याप्त अतिक्रमण को अविलंब हटाने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए हैं।

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Chhapra: सारण जिले के सोनपुर थाना क्षेत्र में विगत 13 अप्रैल 2023 को पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में हुए लूटकांड का पुलिस ने उद्भेदन किया है. इस लूट के दौरान अपराधियों ने पुलिस के दो जवानों की हत्या कर दी थी.

सारण पुलिस ने बताया कि घटना का उद्भेदन हेतु एक SIT का गठन किया गया था. इस घटना का उदभेदन करते हुए घटना में संलिप्त तीन अपराधियों को SIT द्वारा गिरफ्तार किया गया है.

साथ ही अनुसंधान के क्रम में यह बात प्रकाश में आई कि दिनांक 27.02.2023 को लखीसराय जिलान्तर्गत इसी गैंग के सदस्यों द्वारा एक ग्रामीण बैंक में लूट की घटना की गई थी। तदोपरान्त लखिसराय पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए तकनिकी एवं अन्य माध्यम से घटना का उदभेदन किया गया।

सोनपुर पंजाब नेशनल बैंक लूट बैंक लूटने के लिए बैंक में घुसे पांच अपराधियों में से दो अपराधियों ( मो० जिशान एवं मो० मुमताज ) को सोनपुर SIT द्वारा बेगुसराय से एवं तीसरे अपराधी (सुजीत कुमार ) को लखीसराय पुलिस द्वारा हरियाणा से गिरफ्तार किया गया।

सोनपुर बैंक लूटने घुसे इन तीन अपराधियों के अलावा इस षडयंत्र में शामिल एवं घटना में संलिप्त अनिश झा उर्फ बन्टी को सोनपुर SIT एवं STF द्वारा एवं कुन्दन कुमार को लखीसराय पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया.

अनुसंधान के क्रम में यह बात प्रकाश में आई है कि इस गिरोह का सरगना वैशाली जिला का रहने वाला एक अपराधी है, जो वर्तमान में बंगाल में जेल में बंद है एवं वही से गिरोह का संचालन कर रहा है।

उल्लेखनीय है कि ये सभी अपराधी लखीसराय ग्रामीण बैंक लूट में भी शामिल थे। यह भी उल्लेखनीय हैं कि इस गिरोह द्वारा बैंक लूट के बाद सोनपुर में एक व्यवसायी के अपहरण एवं हत्या करने की योजना भी बनाई जा रही थी.

पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हथियारों में से एक पिस्टल एवं तीन जिंदा कारतूस बरामद किया है. लूटी गई राशि में से 50,000 रूपये बरामद किया गया है. घटना में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी एवं लूटी गई शेष राशि की बरामदगी हेतु कार्रवाई जारी है.

इस कांड के उदभेदन में सोनपुर SIT के अलावा लखीसराय पुलिस, वैशाली पुलिस, बेगुसराय पुलिस STF एवं अन्य का भी योगदान रहा.

सारण पुलिस द्वारा इस घटना में शामिल गिरफ्तार अभियुक्त का नाम एवं पता 1. मो०- जिशान, पिता मो0 सलीम, सा०- कुरहा बाजार, थाना- साहेबपुर कमाल, जिला- बेगुसराय। 2. मो०- मुमताज, पिता- मो० दाउद, सा०- कुरहा बाजार थाना- साहेबपुर कमाल, जिला- बेगुसराय। 3. अनिश झा उर्फ रौकी उर्फ बंटी, पिता ओमप्रकाश झा, सा० अरेर थाना अरेर, जिला- मधुबनी।

लखीसराय पुलिस द्वारा इस घटना में शामिल गिरफ्तार अभियुक्तो के नाम एवं पता:- 1. सुजीत कुमार, पिता-नवल यादव, सा०-हेरू दियारा, थाना-कासिम बाजार, जिला- मुंगेर।

2. कुन्दन कुमार, पिता – दिनेश यादव, सा०-हेरू दियारा, थाना-कासिम बाजार, जिला-मुंगेर। इन्हें लखीसराय थाना कांड संख्या-145 / 23 में अग्रसारित किया जा रहा है एवं सोनपुर थाना कांड सं0-269 / 23 में रिमांड किया जाएगा.

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Chhapra: बाबू वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव रविवार को विकास मंच के तत्वावधान में प्रेक्षा गृह में मनाया गया। विजयोत्सव समारोह का उद्घाटन राज्यसभा के सभापति हरिवंश ने किया।

मुख्य अतिथि हरिवंश ने भोजपुरी में संबोधन शुरु करते हुए  कहा कि बाबू वीरकुंवर सिंह के कारण हमें अपने इतिहास पर गर्व करने का अवसर मिला है। इतिहास को याद करने का अवसर सारण विकास मंच ने कराया है। इतिहास ने दर्ज है कि नौ महीनों में 15 भीषण युद्ध की अगुवाई उन्होंने 80 वर्ष की उम्र में किया। जीवन मे कुछ करना चाहते हैं तो कुंवर सिंह से सीखिए। उनकी रणनीति और दूरदृष्टि अद्भुत थी। 

हरिवंश ने कहा कि बाबू कुंवर सिंह को एक वर्ग का नायक न बनाएं। कुंवर सिंह के साथ हर जाति के लोग थे। कुंवर सिंह जब गंगा पार कर रहे थे तब अंग्रेजों ने सारी नावें हटा ली थीं। लेकिन कुंवर को पार करने नावों की भीड़ आ गई थी।

उन्होंने कहा कि आज समाज में नैतिकता का अभाव है, जो बाबू कुंवर सिंह  की ताकत थी। अगर हमें अपने समाज में और भी कुंवर सिंह चाहिए तो हमें भी उनके जैसी नैतिकता का पालन करना होगा। 

हरिवंश ने कहा कि समाज को अलग हटकर यह सोच लानी होगी जिसमें कुंवर सिंह पर लिखी पुस्तकों की लाइब्रेरी बनाएं। ताकि कुंवर सिंह के बारे में आने वाली पीढ़ी जान सके। क्योंकि किताबें समाज को बनाती हैं। जब हम कमजोर होते हैं तो बल और ऊर्जा देती हैं। अतीत से प्रेरणा लेकर सुनहरे भविष्य का निर्माण हो सकता है। लेकिन रस्मअदायगी से बाहर निकलने की जरूरत है।

इस दौरान सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि 1857 की क्रांति के आइने में देखें तो कुंवर सिंह इकलौती हस्ती हैं जिनके संघर्ष का फलक व्यापक है। 1857 में कई रियासतों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह किया। लेकिन, एक या दो लड़ाई के बाद टूट गए। कुंवर सिंह लगातार नौ महीने तक चलते रहे। लड़ते रहे। यह लड़ाइयां उस जमीन पर लड़ी गईं जो उनकी अपनी नहीं थीं लेकिन नारा अपना था। … और वह नारा था… जहां कुंवर सिंह, वही जगदीशपुर। उन्होंने जहां भी लड़ाई लड़ी, उस जमीन को अपना जगदीशपुर मान कर लड़ा। कुंवर सिंह के संघर्ष को समकालीन किसी दूसरे नायक का संपूर्ण साथ अंतिम दम तक नहीं मिला। मिला होता तो इतिहास कुछ और होता।

शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बाबू साहब हिन्दु-मुस्लिम भाईचारे के झंडाबरदार थे। उन्होंने मस्जिदें बनवाईं, पीर-फकीरों को दान दिया, जगदीशपुर में पठान टोला बसाया। ड्योढ़ी से ताजिया निकालने की परिपाटी शुरू की। 27 जुलाई 1857 को जब आरा में आजाद सरकार बनीं तो तुराब अली और खादिम अली शहर कोतवाल बने। गुलाम याहिया, शहर के मजिस्ट्रेट नियुक्त हुए। बाद के दिनों में इन सबकों फांसी की सजा हुई। कुंवर सिंह की सरकार में सभी जातियों-ब्राह्मण, ग्वाला, माली, मुसलमान, कायस्थ, राजपूत आदि जाति के लोग थे।

उन्होंने कहा कि कुंवर सिंह ने आजीवन किसी के भरोसे का कत्ल नहीं किया बल्कि कई मौकों पर लोगों ने उनके भरोसे की हत्या की। नायक वही होता है जो भरोसे पर खरा उतारता है। भरोसे से खेलता नहीं है। वैसे विडंबना ये है कि बाबू कुंवर सिंह हमारे उन नायकों में शामिल हैं, जो शुरू से ही उपेक्षित रहे। इतिहास की किताबों में जगह नहीं मिली। उनके शौर्य को प्रेरणाश्रोत बनाने के प्रयास नहीं हुए। जबकि कुंवर सिंह का नायकत्व दूसरे कई योद्धाओं से कहीं अलग और महान था। कुंवर सिंह राजपूतों के नेता नहीं थे। उनके पक्ष में जो जन समर्थन था, उसकी एक खास बात यह है कि इसमें विभिन्न जातियों ने एकजुटता तो दिखाई ही थी, हिंदू-मुस्लिम एकता भी बिना द्वेष के कायम थी। अंग्रेजों की नीति थी फूट डालो और राज करो। कुंवर सिंह ने इसी नीति को भारतीय जनमानस से निकाल कर स्वतंत्रता का पहला आंदोलन खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि कुंवर सिंह का संघर्ष बताता है कि लड़ने, जीतने, सफल होने और जुल्म के प्रतिकार के लिए संसाधन नहीं आत्मबल होना चाहिए।

वहीं वक़्ता मोहित सिंह ने कहा कि महापुरुषों की जाति नहीं होती। भारत अभी जिस स्थिति में खड़ा है, उसमें आगे भी वीर कुंवर सिंह की जरूरत है। हमारे समाज मे ऐसे महापुरुष हुए हैं जिन्होंने ज्ञान, तप की पराकाष्ठा तोड़ दी। पुराने वैभव को पाना है तो कमहापुरुषों की भावना सभी को अपने अंदर भी जागृत करनी होगी।

विजयोत्सव के दौरान बाबू वीर कुंवर सिंह पर कई पुस्तकें लिखने वाले वरिष्ठ लेखक व पत्रकार शशि भूषण, वरिष्ठ शिक्षाविद महामाया प्रसाद विनोद और बिहार आर्ट थिएटर के महासचिव अभिषेक राय को सम्मानित किया गया। साथ ही डॉ राजीव कुमार सिंह, वरिष्ठ पत्रकार स्वयं प्रकाश, क्षत्रिय महासभा की महिला प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि अमर राय को भी सम्मानित किया गया।

इससे पहले व्यास शैली में कुंवर सिंह की विजययात्रा और जीवनगाथा की संगीतमय प्रस्तुति उदय नारायण सिंह और सृष्टि शांडिल्य ने की। वहीं धर्मेंद्र द्वारा बाबू वीर कुंवर सिंह की ओजस्वी वीरगाथाओं के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। धन्यवाद ज्ञापन इसुआपुर के जिला पार्षद छबिनाथ सिंह ने किया।

इस अवसर पर छपरा नगर निगम की मेयर राखी गुप्ता, भारतीय पुलिस सेवा के पदाधिकारी जेपी सिंह, तरैया प्रमुख प्रतिनिधि धनवीर सिंह बिक्कू, इसुआपुर प्रमुख मितेन्द्र राय, डॉ धीरज सिंह, राजकुमार सिंह, रमाकांत सोलंकी, माधवेन्द्र आदि भी मौजूद रहे।

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Chhapra: भारतीय जनता पार्टी द्वारा महाराणा प्रताप के मित्र निकटतम सहयोगी और महा दानवीर भामाशाह की जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।  मुख्य अतिथि एवं बिहार अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि भामाशाह का समर्पण वह प्रेम और दानशिलता की तुलना नहीं किया जा सकता।  महाराणा प्रताप की चर्चा उनके मित्र भामाशाह के बिना अधूरी है।  हल्दीघाटी के युद्ध में भामाशाह का योगदान अतुलनीय है आज के परिवेश में इसकी परिकल्पना भी अकल्पनीय है।

भाजपा जिलाध्यक्ष रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि भामाशाह महाराणा प्रताप के मित्र सहयोगी सलाहकार और उनके राज के खजाने के मंत्री थे।  ऐसे महापुरुषों की तुलना जाति धर्म नहीं किया सकता।  पूर्व जिलाध्यक्ष, गोपालगंज के प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप एवं भामाशाह एक दूसरे के पूरक मातृभूमि की रक्षा के लिए दोनों ने अपना सर्वस्व निछावर किया।

राजेश रोशन एवं धर्मेंद्र शाह ने कहा कि ऐसे महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए आशीर्वाद हमे प्राप्त होता है। भाजपा सदैव ऐसे महापुरुषों को याद करती है उनसे प्रेरणा लेती है। 

कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री विवेक कुमार सिंह किया। 

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Chhapra: छपरा ओपन माइक के सीजन 3 का आयोजन शनिवार को हुआ। इसमें छपरा, सिवान, गोपालगंज, मोतिहारी, पटना समेत अन्य जिलों से युवा कलाकारों ने भाग लिया।

मुख्य अतिथि आईजी पुलिस हेडक्वार्टर शिमला  जय प्रकाश सिंह  ने कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया और युवाओं को संबोधित किया । कार्यक्रम में शायरी, कविताएं, रैप गीत, स्टैंड अप कॉमेडी व वाद्य संगीत से प्रतिभागियों ने समां बांध दिया। 

आयोजक आदर्श गुप्ता और विशाल शर्मा ने कहा कि अपेक्षा से जायदा लोगों का प्यार और समर्थन मिला है। इस अवसर पर राजेश फैशन, डा प्रियंका शाही, रोहित सहाय आदि उपस्थित थें। संचालन दिवाकर मिश्र ने किया। 

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Varanasi: रेल प्रशासन द्वारा ग्रीष्मकाल पर यात्रियों की होने वाली अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए 04052/04051 आनन्द विहार टर्मिनल-वाराणसी सिटी-आनन्द विहार टर्मिनस ग्रीष्मकालीन विशेष गाड़ी का संचलन 23 अप्रैल से 14 मई, 2023 तक प्रत्येक रविवार एवं शुक्रवार को आनन्द विहार टर्मिनस से तथा 24 अप्रैल से 15 मई, 2023 तक प्रत्येक सोमवार एवं शनिवार को वाराणसी सिटी से 07 फेरे के लिये किया जायेगा। इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के सम्बन्ध में समय-समय पर जारी सभी मानकों का पालन करना होगा।

04052 आनन्द विहार टर्मिनल-वाराणसी सिटी ग्रीष्मकालीन विशेष गाड़ी 23 अप्रैल से 14 मई, 2023 तक प्रत्येक रविवार एवं शुक्रवार को आनन्द विहार टर्मिनस से 23.00 बजे प्रस्थान कर मुरादाबाद से 02.40 बजे, चन्दौसी से 03.22 बजे, लखनऊ से 09.45 बजे तथा प्रतापगढ़ से 12.55 बजे छूटकर वाराणसी सिटी 16.30 बजे पहुँचेगी।

वापसी यात्रा में 04051 वाराणसी सिटी-आनन्द विहार टर्मिनल ग्रीष्मकालीन विशेष गाड़ी 24 अप्रैल से 15 मई, 2023 तक प्रत्येक सोमवार एवं शनिवार को वाराणसी सिटी से 18.15 बजे प्रस्थान कर प्रतापगढ़ से 22.45 बजे, दूसरे दिन लखनऊ से 01.35 बजे, चन्दौसी से 08.35 बजे तथा मुरादाबाद से 10.30 बजे, आनन्द विहार टर्मिनस 13.20 बजे पहुँचेगी।

इस गाड़ी में जनरेटर सह लगेजयान के 02, शयनयान श्रेणी के 04, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 12, वातानुकूलित प्रथम सह द्वितीय श्रेणी के 01 कोच सहित कुल 19 कोच लगाये जायेंगे।

 

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जाति आधारित गणना के लिए किए जा रहे कार्यों का जिला पदाधिकारी ने स्वयं क्षेत्र में जाकर किया निरीक्षण

Chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा शनिवार को मढ़ौरा अनुमंडल के अंतर्गत प्रखंडों में चल रहे हैं जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण के तहत किए जा रहे कार्यों का स्थल पर स्वयं जाकर निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के क्रम में संबंधित चार्ज ऑफिसर एवं प्रगणकों को प्रथम चरण में संधारित पंजी को साथ में लेकर सत्यापन करते हुए घर घर जाकर द्वितीय चरण से संबंधित सभी आंकड़ों को प्राप्त कर निर्धारित प्रपत्र में अंकित करने का निर्देश दिया गया। प्रखंड स्तर पर निर्मित नियंत्रण कक्ष से प्रतिदिन पूरे प्रखंड में जाति आधारित गणना से संबंधित कार्य एवं आंकड़ों की जानकारी प्रगणक से प्राप्त कर अद्यतन प्रगति प्रतिवेदन जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष को समेकित रूप से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।

विदित है कि जिलाधिकारी द्वारा पूर्व में समीक्षा के क्रम में बिहार जाति आधारित गणना 2022 के सफल आयोजन हेतु विभिन्न बिंदुओं यथा द्वितीय चरण में कार्यरत प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों के स्मार्टफोन में बिहार जाति आधारित गणना मोबाइल ऐप को शत प्रतिशत इंस्टॉल करने, जिला स्तर पर हेल्पडेस्क की स्थापना, प्रखंड एवं नगर निकाय हेतु वरीय पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति, द्वितीय चरण के कार्य हेतु जिलाधिकारी के स्तर पर दैनिक समीक्षा का आयोजन, गणना अवधि में विधि व्यवस्था संधारण, गणना कार्य में दोहरी प्रविष्टि को रोकने एवं अन्यान्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए हैं।

जिलाधिकारी ने सभी चार्ज पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि आईटी सहायकों एवं कंप्यूटर ऑपरेटरों की सहायता से सभी प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों के स्मार्टफोन में बिहार जाति आधारित गणना ऐप को इंस्टॉल कराना सुनिश्चित करें, ताकि गणना प्रपत्र पर भरे गए आंकड़ों को मोबाइल ऐप पर उसी दिन एंट्री कराया जा सके।

जिलाधिकारी ने अपर समाहर्ता को निर्देशित किया कि सभी चार्ज पदाधिकारियों से अद्यतन आंकड़े प्राप्त करें एवं उन्हें संमेकित करते हुए प्रस्तुत करें। उन्होंने अपर समाहर्ता को जाति आधारित गणना के निमित्त अनुश्रवण करने का भी निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने सभी चार्ज पदाधिकारियों को निर्देशित किया है कि कि प्रतिदिन क्षेत्र मे भ्रमण कर जाति आधारित गणना का निरीक्षण करें।ताकि गणना सुचारू रूप से ससमय संपन्न हो सके।

विदित हो कि बिहार जाति आधारित गणना का प्रथम चरण 7 जनवरी से 21 जनवरी 2023 के बीच संपन्न हुआ था, जबकि इसका द्वितीय चरण 15 अप्रैल से 15 मई के बीच आयोजित है। गणना के दौरान सभी परिवारों से सदस्यों के बारे में व्यक्तिगत जानकारी के साथ सामाजिक एवं आर्थिक विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रगणक द्वारा प्राप्त की जाएगी एवं इसे गणना प्रपत्र पर कोड के माध्यम से अंकित करते हुए परिवार के मुखिया या प्रधान का स्वघोषणा उपरांत हस्ताक्षर लिया जाएगा एवं तत्पश्चात प्रगणक द्वारा इसकी प्रविष्टि मोबाइल ऐप पर की जाएगी। निरीक्षण के क्रम में अपर समाहर्ता सारण डॉ गगन, अनुमंडल पदाधिकारी मढ़ौरा, प्रखंड विकास पदाधिकारी मढ़ौरा एवं अन्य संबंधित चार्ज पदाधिकारी एवं प्रगणक उपस्थित थे।

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Chhapra: तीन बच्चों के मामले में राज्य निर्वाचन आयोग में चले रहे मामले अगली सुनवाई 4 मई को निर्धारित है.

वाद संख्या 13/2023 छपरा नगर निगम की पूर्व मेयर सुनीता देवी बनाम राखी गुप्ता के मामले में अगली सुनवाई 4 मई को होगी.

राज्य निर्वाचन आयोग ने इस आशय की जानकारी सारण के जिला पदाधिकारी को देते हुए अगली निर्धारित तिथि का नोटिस सुनीता देवी और राखी गुप्ता को देने का निर्देश दिया है.

राज्य निर्वाचन आयोग के जारी पत्र में कहा गया है कि विगत 13 अप्रैल को राज्य निर्वाचन आयुक्त द्वारा पारित आदेश जिसमे अगली सुनवाई की तिथि 4 मई निर्धारित करते हुए दोनों वादियों को इसकी सूचना दिए जाने को कहा गया है.

साथ ही साथ अगली तिथि 4 मई को 3: 30 बजे सुनवाई में उपस्थित होने के लिए जिला पंचायती राज पदाधिकारी सारण या अपरिहार्य स्थिति में वरीय उपसमाहर्ता से अन्युन को जांच प्रतिवेदन, आदेश एवं नोटिस का तमिला प्रतिवेदन के साथ प्राधिकृत करते हुए प्रतिनियुक्त करने का आदेश दिया गया है.

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अदा की गई ईद को नमाज, गले लगाकर दी गई मुबारकबाद

Chhapra: शुक्रवार की शाम चांद के दीदार के बाद शनिवार को पूरे जोश ए खरोश एवं उल्लास के साथ ईद का त्यौहार मनाया गया.

शनिवार की सुबह शहर से लेकर गांव तक की मस्जिदों एवं ईदगाहों में निर्धारित समय पर ईद की नमाज अदा की गई. नमाज के बाद वहां उपस्थित लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारक दी.

साथ ही देश में अमन एवं चैन की कामना की. ईद को लेकर सभी वर्गों में उत्साह था. वही विशेष रूप से बच्चे काफी खुश थे.

मौके पर नए-नए कपड़े पहन बच्चों ने भी ईद की नमाज अदा कर एक दूसरे को गले लगाते हुए बधाइयां दी. इस मौके पर लोगों ने एक दूसरे को घर जाकर बधाई देते हुए सवैया खाई.

ईद को लेकर मस्जिदों एवं ईदगाह हो के आसपास पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे. इस मौके पर विशेष रूप से सभी थानों को निर्देश दिया गया था कि वह नमाज के दौरान क्षेत्र में गस्ती एवं निर्धारित स्थलों पर पुलिस बलों की तैनाती कर विधि व्यवस्था को बनाए रखें.

शहर से लेकर गांव तक जिले के सभी प्रखंडों में अंचल पदाधिकारी भी मस्जिद एवं ईदगाह पर विधि व्यवस्था को लेकर उपस्थित दिखे. वही क्षेत्र में भी पुलिस बलों द्वारा गस्ती की गई.

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Chhapra: भारत में आज ईद मनाई जा रही है. रमजान या ईद चांद दिखने के बाद मनाया जाता है. खाड़ी देशों में भारतीय उप महाद्वीप के एक दिन पहले चांद दृष्टिगोचर होता है. इसलिए वहां रमजान या ईद शुरू होने के एक दिन बाद भारत में ईद मनायी जाती है. जुमा की नमाज के बाद जिले के हर मस्जिद से ईद के नमाज के समय का एलान किया गया.

कब कहां होगी ईद की नमाज
छपरा ईदगाह – 6. 45
मौला मस्जिद – 7.00
अहले हदीस मस्जिद – 6.45
औलिया मस्जिद, राहत रोड – 7:15 बजे
जामा मस्जिद बड़ा तेलपा – 7.30
सलेमपुर मस्जिद – 7.45
शिया मस्जिद – 10.00
रौजा मस्जिद – 7.15
नई बाजार बड़ी मस्जिद- 8.00
काजी जी की मस्जिद दहियावाँ – 8.15
चाँद कुदरिया मशरक – 8.00
जामा मस्जिद खोदाई बाग – 7.30
ईदगाह नूर नगर – 8.00
जामा मस्जिद रूदलपुर – 8.00
ईदगाह जगदीशपुर – 8.00
ईदगाह धूप नगर – 8.00
मस्जिद संवरी जलालपुर – 8.00
छोटा तेलपा मस्जिद – 6:30 बजे
बड़ी मस्जिद, नईबाजार – 7:30 बजे
मकबूल साहेब की मस्जिद दहियावां- 8:00 बजे
नूरदाई मस्जिद, गुदरी – 7:30 बजे
गुदरी बाजार मस्जिद – 7:30 बजे
ईदगाह, ब्रह्मपुर – 7:15 बजे
ईदगाह, मढ़ौरा – 7:15 बजे
नूर जामा मस्जिद, मानपुर – 7:30 बजे
ईदगाह, दिघवारा – 8:00 बजे
ईदगाह, इसुआपुर – 8:30 बजे
जामा मस्जिद, एकमा – 8:00 बजे
जामा मस्जिद, दरियापुर – 8:30 बजे
ईदगाह, नारायण चक – 8:00 बजे
ईद गाह बनियापुर – 8:00 बजे
ईदगाह, सुंदर मशरक – 8:00 बजे
ईदगाह, मशरक – 7:15 बजे

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Chhapra: ईद के अवसर पर विधि व्यवस्था संधारण हेतु जिलाधिकारी अमन समीर एवं पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला के द्वारा संयुक्तादेश जारी कर दिया गया है। जारी आदेश में जिलाधिकारी के द्वारा चिन्हित स्थलों पर दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है। सभी थानाध्यक्षों को एलर्ट रहने का निदेश दिया गया है।

जिलाधिकारी के द्वारा जारी संयुक्तादेश में बताया गया है कि रमजान का पवित्र माह दिनांक 24.03 2023 से प्रारंभ है। चांद के दृष्टिगोचर होने के अनुसार 22 या 23 अप्रैल 2023 को ईद-उल-फित्र का त्योहार मनाये जाने की संभावना है। ईद की नमाज सार्वजनिक स्थलों पर पढ़े जाने की परम्परा रही है। इन स्थानों पर नमाजियों की काफी भीड़ होती है जहां शान्ति व्यवस्था बनाए रखने शान्तिपूर्ण नमाज संपन्न कराने हेतु पर्याप्त सतर्कता बरतने की आवश्यक है।

विभिन्न समुदायों के असमाजिक तत्वों के साथ-साथ साम्प्रदायिक भावना भड़काने वाले तत्वों पर कड़ी निगरानी रखते हुए वैधानिक एवं प्रशासनिक कार्रवाई करने हेतु दण्डाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है। इसके अलावे भीड़-भाड़ एवं ईद के अवसर पर लगने वाले मेला क्षेत्र पर भी जिला प्रशासन की पैनी नजर रहेगी।

सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एवं अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि दे अपने क्षेत्र अंतर्गत प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, पुलिस निरीक्षक और थानाध्यक्ष के साथ बैठक कर क्षेत्र संवेदनशील और अत्यंत संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित इन स्थलों पर विशेष निगरानी हेतु अपने स्तर से दण्डाधिकारी पुलिस पदाधिकारी और बल की प्रतिनियुक्ति की गई है।

जिला स्तर से थानावार वरीय पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है जो अनुमण्डल स्तर से प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर विधि व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखेंगे। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को आवश्यकतानुसार अपने-अपने क्षेत्रों में दण्डाधिकारी पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करेंगे। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रहकर विधि-व्यवस्था संधारित करेंगे। जिला स्तर पर भी दण्डाधिकारी पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है। सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी को आदेश दिया जाता है कि अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर ईद उल फित्र के दिन प्रात 5 बजे से उपस्थित रह कर क्षेत्र की विधि व्यवस्था पर सतर्क नजर रखेंगे तथा संवेदनशील स्थानों का नियमित रूप से भ्रमण कर विधि व्यवस्था संधारित करना सुनिश्चित करेंगे। वे पूरी निष्पक्षता एवं कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करेंगे और यदि कार्य में कोई शिथिलता पाई जायेगी तो कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी।

ईद के दिन सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत और थानाध्यक्ष क्षेत्र में लगातार भ्रमणशील रह कर विधि व्यवस्था की स्थिति पर सतर्क नजर रखेंगे तथा किसी भी छोटी से छोटी घटना की सूचना प्राप्त होते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए उसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को देना सुनिश्चित करेंगे संबंधित अनुमण्डल पदाधिकारी और अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र की विधि व्यवस्था के वरीय प्रभार में रहेंगे और जिला नियंत्रण कक्ष के निरंतर संपर्क में रहेंगे।

जारी आदेश में बताया गया है कि नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम, सभी कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत, सारण जिला और प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचल अधिकारी अपने अपने क्षेत्रान्तर्गत साफ-सफाई की पर्याप्त व्यवस्था करना सुनिश्चित करेंगे। कार्यपालक अभियन्ता, विद्युत आपूर्ति प्रमण्डल, पूर्वी और पश्चिमी को विद्युत आपूर्ति से संबंधित ढीला तारों और खम्भों की जांच करवाने हेतु निदेशित किया गया है। असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सारण को सदर अस्पताल सहित जिला के सभी चिकित्सालयों को एलर्ट की स्थिति रहने हेतु निर्देशित किया गया है।

इस अवसर पर जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है। जिसका दूरभाष संख्या 06152-242444 है। जिला नियंत्रण कक्ष और जिला की विधि व्यवस्था के वरीय प्रभार मे डा० गगन अपर समाहर्ता, सारण 9473191268 एवं सौरभ जायसवाल, पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय, सारण- 8544428112 रहेंगे। ये मढ़ौरा एवं सोनपुर अनुमंडल के संपर्क में भी लगातार बने रहेंगे।

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(प्रशान्त सिन्हा,पर्यावरणविद एवं लेखक)

पृथ्वी को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से पूरे विश्व में 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस के रुप में पर्यावरणविदों, पर्यावरण प्रेमियों के साथ साथ शिक्षक, विद्यार्थी तथा तथा आमजन भी मनाते हैं। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य शुद्ध पानी, शुद्ध हवा तथा पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए लोगो को जागरूक करना है।

सरकारें भी अपने स्तर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करती है। पिछले कई दशकों से जिस प्रकार मानव ने अपनी आवश्यकताओं को बढ़ाते हुए पृथ्वी प्रदत्त चीजों का अत्याधिक दोहन किया है उसका परिणाम यह हुआ कि प्राकृतिक संसाधन धीरे धीरे सिमटने लगे। ब्रह्मांड का सबसे सर्वश्रेष्ठ प्राणी अपने क्रियाकलापों से पर्यावरण को क्षत्ति पहुंचा रहा है। विविध प्रकार का प्रदुषण फैला रहा है। अधिकाधिक कूड़े कचरे का उत्पादन कर गंदगी के पहाड़ निर्मित कर रहा है। कचरा उत्सर्जन में योगदान स्वयं का है और प्रबंधन का दोष दूसरों के सिर मढ़ता है।

हमारे लिए पृथ्वी बहुत अमूल्य चीज है क्योंकि सारे जगत का भार पृथ्वी ने उठा रखा है। जितनी भी चीजें पृथ्वी पर स्थित है वे सब हमारे लिए अमूल्य है। जिसका मनुष्य तेजी से उपयोग कर रहा है। दिन प्रतिदिन पृथ्वी की संपदा खत्म होती जा रही है जिसके कारण धरती विनाश की ओर बढ़ रही है। मानवीय स्वार्थों ने पृथ्वी, प्रकृति और पर्यावरण पर जो दुष्प्रभाव डाला है उससे पृथ्वी बची रह जायेगी यह चिन्ता का विषय है। शोध और अध्ययन सबूत है कि अभी तक छः बार धरती का विनाश हो चुका है और अब धरती एक बार फिर सामूहिक विनाश की ओर अग्रसर है।

बीते कुछ सदियों में 13 प्रतिशत से अधिक प्रजातियां विलुप्त हो चुकी है और सैकड़ो प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर है। यह जैव विविधता के गिरावट भयावह संकट का संकेत है। जलवायु परिर्वतन पूरे विश्व में दिख रहा है। पृथ्वी में हर दिन प्रदूषण की मात्रा में वृद्धि होती जा रही है जिसके कारण हर दिन ग्लोबल वार्मिंग तेजी से बढ़ती जा रही है। बड़े-बड़े ग्लेशियर पिघल रहे है जिसके कारण बाढ़ आने का खतरा बढ़ता जा रहा है। ग्लेशियर निरंतर पिघल रहे हैं जिसकी चिंता किसी को नही है। आने वाले समय में इसके कारण पानी गायब हो सकता है। प्राकृतिक स्रोत और वनस्पतियों की तेजी से हो रही विलुप्त के चलते पृथ्वी निरंतर असंतुलित हो रही है। इसमें जनसंख्या वृद्धि के योगदान को नकारा नहीं जा सकता। बढता तापमान, प्रदुषण में वृद्धि, पर्यावरण और ओजोन परत का ह्रास, प्राकृतिक संसाधनों का दोहन, ग्रीन हाउस गैसों का दुष्प्रभाव, तेजी से जहरीली और बंजर हो रही जमीन आदि हमारी जीवन शैली में हो रहे बदलाव का दुष्परिणाम है।

हमे समझने की जरूरत है कि धरती को हमारी नही, हमें धरती की जरूरत है और धरती को खतरा नहीं है बल्कि खतरा इंसानों को है। इसलिए हमें चेत जाना चाहिए। हम सभी धरती को मां तो कहते हैं लेकिन उसे हमने कृत्यों से बीमार कर दिया है। अब हम सभी का नैतिक कर्तव्य बनता है कि हम अपनी आदतों में सुधार कर उसकी बिमारी को ठीक करें।

पृथ्वी दिवस महज औपचारिकता न बने अपितु कुछ ठोस संकल्पों के साथ हम पृथ्वी दिवस मनाएं। वृक्षारोपण करें तथा उसकी देखभाल का भी संकल्प लें। जीरो वेस्ट तकनीक की ओर बढ़ें। आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ तो ऑक्सीजन, जल, वायु, प्राकृतिक संसाधन छोड़ कर जाएं। धरा को जीवन दें। यह पृथ्वी हम सभी की मां है। इसे सजे संवारने का कार्य प्रकृति व पर्यावरण के घटक नदियां, पहाड़, वर्षा, वसंत ऋतु बदलते मौसम तो करते ही हैं। इस पृथ्वी को प्राकृतिक स्वर्ग बनाने में हम भी अपना योगदान दें।

 

फोटो साभार: Google

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