New Delhi, 22 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिहार के गयाजी में राजनीतिक रैली को संबोधित किया। इसमें उन्होंने राज्य के सीमावर्ती इलाकों में बदल रही जनसांख्यिकी का मुद्दा उठाया और इस संबंध में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वाम दलों पर वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह दल बिहार के लोगों का अधिकार घुसपैठियों को देना चाहते हैं। हम, घुसपैठियों को लोगों के अधिकारों पर डाका डालने नहीं देंगे।

घुसपैठियों को बिहार के लोगों का हक छिनने नहीं देंगेः प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने बिहार के गयाजी से 13 हजार करोड़ रूपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मंच पर उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान लाल किले के अपने भाषण में घुसपैठ की समस्या के समाधान के लिए बनाए जा रहे डेमोग्राफिक मिशन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से चुन-चुनकर सभी घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला जाएगा। हम घुसपैठियों को लोगों के अधिकारों पर डाका डालने नहीं देंगे।


प्रधानमंत्री ने संसद में पेश संविधान संशोधन विधेयक का उल्लेख कर कहा कि अब भ्रष्टाचार करने वाला जेल भी जाएगा और उसकी कुर्सी भी जाएगी। इससे जमानत पर बाहर घूमने वाले नेता चिंतित है और उनके दल इसका विरोध कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, “एनडीए सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ऐसा कानून लाई है, जिसके दायरे में देश का प्रधानमंत्री भी आता है। इस कानून में मुख्यमंत्री और मंत्री भी शामिल किए गए हैं। इस कानून के बनने के बाद अगर कोई मुख्यमंत्री, मंत्री या प्रधानमंत्री गिरफ्तार होता है तो उसे 30 दिन के भीतर जमानत लेनी होगी और अगर जमानत नहीं मिली तो 31वें दिन उसे कुर्सी छोड़नी पड़ेगी।”

उन्होंने कहा कि संविधान हमसे ईमानदारी और पादर्शिता की मांग करता है। हम इसे तार-तार होते नहीं देख सकते। पिछले 11 वर्षों की सरकार में एक भी भ्रष्टाचार का मामला सामने नहीं आया है। जबकि आज़ादी के बाद कांग्रेस की सरकारें जो 60–65 साल तक सत्ता में रहीं, उनके भ्रष्टाचारों की एक लंबी सूची है।

नेताओं के ऐसे रवैये से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कैसे मजबूत होगी?: प्रधानमंत्री

विधेयक का विरोध कर रही कांग्रेस, लेफ्ट और राजद पर निशाना साधते हुए उन्होंने पूछा कि इनके नेताओं के ऐसे रवैये से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कैसे मजबूत होगी। 50 घंटे जेल में रहने पर एक अफसर सेवा से स्वत: निलंबित हो जाता है लेकिन मंत्री जेल में बैठकर फाइलें साइन करते हैं।

ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की धरती पर लिया गया हर संकल्प कभी खाली नहीं जाता। इसी धरती से लिया संकल्प पूरा हुआ और ऑपरेशन सिंदूर ने देश की रक्षा नीति में एक नई लकीर खींच दी। अब कोई भी आतंक फैलाकर बच नहीं सकता।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए के शासनकाल में बिहार में चौतरफा विकास हो रहा है। वहीं लालटेन (राजद का चुनाव चिह्न) के राज में बिहार लाल आतंक से घिरा था। इसी के कारण पीढ़ियों को बिहार से पलायन करने को मजबूर होना पड़ा। यही कारण था कि कांग्रेस के एक मुख्यमंत्री ने कहा था कि हम बिहार के लोगों को अपने यहां घुसने नहीं देंगे।

युवा जब निजी क्षेत्र में पहली नौकरी करेंगे, तब केंद्र सरकार उन्हें अपने पास से 15,000 रुपये देगी

प्रधानमंत्री ने विकसित भारत रोजगार योजना का उल्लेख किया और कहा कि इसे बिहार के युवाओं को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि योजना के तहत हमारे युवा जब निजी क्षेत्र में पहली नौकरी करेंगे, तब केंद्र सरकार उन्हें अपने पास से 15,000 रुपये देगी। उन्हें रोजगार देने वाली निजी कंपनियों को भी सरकार प्रोत्साहन देगी। इसका बहुत बड़ा लाभ बिहार के युवाओं को भी होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गयाजी की पावन भूमि से एक ही दिन में 12 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। इसमें ऊर्जा, स्वास्थ्य और शहरी विकास से जुड़े कई बड़े प्रोजेक्ट हैं। इनसे बिहार के उद्योगों को ताकत मिलेगी और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे। उन्होंने पीएम आवास योजना का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने एक बड़ा संकल्प लिया है। जब तक हर जरूरतमंद को पक्का घर नहीं मिल जाता, मोदी चैन से नहीं बैठेगा। इसी सोच के साथ बीते 11 साल में 4 करोड़ से अधिक गरीबों को पक्के घर बनाकर दिए जा चुके हैं।

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Gya Jee, 22 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी प्रस्तावित गयाजी दौरे के दौरान शुक्रवार को “प्रधानमंत्री आवास योजना” ग्रामीण और शहरी के लगभग 16 हजार लाभार्थियों का गृह प्रवेश कराया। इनमें से कुछ लाभार्थियों को प्रधानमंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से नए घर की चाबियां मंच से सौंपी। साथ ही 13 हजार करोड़ की रेल, सड़क, ऊर्जा, स्वास्थ्य, आवास और जलापूर्ति से जुड़ी योजनाओं का किया शिलान्यास किया।

बिहार को मिली  13 हजार करोड़ की सौगात

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हरी झंडी दिखाकर गया-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस और वैशाली-कोडरमा बौद्ध सर्किट ट्रेन को रवाना किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर 13 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया, जिनमें रेल, सड़क, ऊर्जा, स्वास्थ्य, आवास और जलापूर्ति से जुड़ीं योजनाएं शामिल हैं।

बिहार को मिले 13 हजार करोड़ की सौगात में बेगूसराय में सिक्स लेन ब्रिज का उद्घाटन, बक्सर में 660 मेगावाट क्षमता का थर्मल पावर प्लांट, मुजफ्फरपुर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, राष्ट्रीय राजमार्ग- 31 (एनएच-31) का बख्तियारपुर से मोकामा क्षेत्र 4 लेन पथ शामिल है।

इन सबके अलावा नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत मुंगेर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और सीवरेज नेटवर्क योजना, औरंगाबाद, बोधगया और जहानाबाद में जल आपूर्ति परियोजना, गयाजी और दिल्ली के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस, वैशाली और कोडरमा के बीच बौद्ध सर्किट ट्रेन के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 16000 लाभार्थियों का गृह प्रवेश भी हैं।

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GayaJi: प्रधानमंत्री के सभा में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में हुए विकास कार्यों और आने वाले लक्ष्यों की जानकारी दी।

10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य पूरा हो चुका है: नीतीश कुमार

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, सड़क और बिजली समेत सभी क्षेत्रों में तेजी से काम हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2018 में हर घर तक बिजली पहुँचा दी गई थी। पहले घरेलू उपभोक्ताओं को नाम मात्र की छूट दी जाती थी, लेकिन अब यह निर्णय लिया गया है कि राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक उपभोक्ता को 125 यूनिट तक बिजली निःशुल्क दी जा रही है।

रोजगार और नौकरियों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि 2020 में 10 लाख सरकारी नौकरियां देने और 10 लाख रोजगार सृजन का लक्ष्य तय किया गया था। इसमें से 10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य पूरा हो चुका है, जबकि रोजगार के अवसर बढ़कर 39 लाख तक पहुँच चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में यह संख्या 50 लाख से भी अधिक हो जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अगले पाँच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जाएगा। इसके साथ ही बिहार में नए उद्योग लगाने के लिए आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा।

संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें जनता के लिए ठीक से काम नहीं करती थीं। “24 नवंबर 2005 को जब हमारी एनडीए की सरकार बनी, तभी से बिहार में विकास की रफ्तार शुरू हुई। 2005 के पहले गया की क्या स्थिति थी, यह सब लोग अच्छी तरह जानते हैं।”

उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। जुलाई 2014 के बजट में बिहार को विशेष आर्थिक सहायता दी गई थी, जिसके तहत सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन और बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि स्वीकृत की गई। इसके बाद फरवरी 2025 के बजट में बिहार मखाना बोर्ड की स्थापना, नए एयरपोर्ट के निर्माण और पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी प्रयासों से बिहार को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का कार्य जारी है।

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Patna: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गयाजी दौरा राजनीतिक हलकों में गर्माहट ला गया है। मोदी आज करीब 1300 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात बिहार को देंगे, लेकिन इस दौरे को लेकर विपक्ष ने उन पर तीखे तंज कसे हैं।

लालू यादव का व्यंग्य – जेडीयू की राजनीति का पिंडदान

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर पीएम मोदी पर हमला बोला। लालू ने कहा कि गयाजी पिंडदान के लिए मशहूर है, और प्रधानमंत्री यहां आकर नीतीश कुमार और जेडीयू की राजनीति का पिंडदान करें। उन्होंने आगे यह भी कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा न देने और गरीब-पिछड़ों को उनके अधिकार से वंचित करने की वजह से भी मोदी को यहां पिंडदान करना चाहिए।

तेजस्वी का सीधा सवाल – हिसाब कौन देगा?

इधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी पीएम मोदी को घेरा। तेजस्वी ने कहा कि गयाजी में आज झूठ और जुमलों की दुकान सजने वाली है। तेजस्वी ने पूछा कि मोदी अपने 11 साल के कार्यकाल और नीतीश कुमार की 20 साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड बिहार की जनता के सामने कब रखेंगे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक गाना भी शेयर किया है, जिसमें पीएम पर झूठे वादों और जुमलों का आरोप लगाया गया है।\

 

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Patna, 22 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अपने प्रस्तावित बिहार दौरे में राज्य को करोड़ों की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे।

प्रधानमंत्री मोदी आज हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की देंगे सौगात 

निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री सुबह 10:25 बजे गयाजी पहुंचेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए 10:50 बजे बोधगया हेलीपैड पर पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री 10:55 बजे गयाजी हेलीपैड से सभास्थल के लिए रवाना होंगे। 11:00 बजे से लेकर 12:15 तक प्रधानमंत्री मंच पर मौजूद रहेंगे और कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वे 12.20 बजे सड़क मार्ग के जरिए रवाना होंगे और 12:25 पर बोधगया हेलीपैड पर पहुंचेंगे।

प्रधानमंत्री 12:30 बजे सिमरिया पुल के लिए हेलीकॉप्टर के जरिए रवाना होंगे। 1:20 बजे प्रधानमंत्री सिमरिया हेलीपैड पर पहुंचेंगे। 1:25 पर पीएम मोदी सिमरिया हेलीपैड से पुल के लिए रवाना होंगे। सिमरिया पुल पर बीस मिनट तक रहेंगे और लोगों का अभिवादन करेंगे। फिर 1:55 बजे सिमरिया हेलीपैड के लिए रवाना होंगे और उसके बाद हेलीकॉप्टर के जरिए 2:45 पर पटना पहुंचेंगे। 2:50 बजे प्रधानमंत्री पटना एयरपोर्ट से पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो जाएंगे।

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झान ने प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर एक्स पर लिखा कि ज्ञान एवं मोक्ष की पावन भूमि गयाजी और उत्तरवाहिनी गंगा तट पर स्थित पावन सिमरिया धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है। बिहार के लिए एक बड़ा दिन है, जब आपके कर-कमलों से राज्य को फिर से हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात मिलेगी। इससे बिहार के विकास की गति और तेज होगी तथा इसे विकसित प्रदेश बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा। पीएम के बिहार दौरे को लेकर भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री ने बिहार को विकास के पथ पर लाने का निश्चय किया है। इसी क्रम में वह बार-बार बिहार आ रहे हैं। प्रधानमंत्री इस साल करोड़ों की योजना बिहार को दे चुके हैं। चुनाव तक ये सिलसिला जारी रहने वाला है। प्रधानमंत्री के बिहार दौरे को लेकर हम लोग पूरी तरह तैयार हैं।

 

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Bihar: बिहार में चुनावी सरगर्मी के बीच रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है। आने वाले दीपावली और छठ महापर्व पर राज्य में 12 हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह और यात्रियों की जरूरत को देखते हुए रेलवे ने यह विशेष कदम उठाया है। इससे लाखों प्रवासी आसानी से घर लौट सकेंगे। उन्होंने इस पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार जताया।

बिहार को मिली नई ट्रेनों की सौगात

त्योहारी सीजन के लिए स्पेशल ट्रेनों के साथ ही रेलवे ने राज्य को नई ट्रेनों का तोहफा भी दिया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि बिहार से एक नई वंदे भारत और चार अमृत भारत एक्सप्रेस शुरू की जाएंगी। इसके अलावा पटना में रिंग रेलवे नेटवर्क भी विकसित किया जाएगा। प्रेस वार्ता में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, जेडीयू सांसद संजय झा और भाजपा सांसद संजय जायसवाल मौजूद रहे।

ये होंगी नई ट्रेनें

पटना से पूर्णिया – वंदे भारत एक्सप्रेस

गयाजी से दिल्ली – अमृत भारत एक्सप्रेस

छपरा से दिल्ली – अमृत भारत एक्सप्रेस

मुजफ्फरपुर से हैदराबाद – अमृत भारत एक्सप्रेस

सहरसा से अमृतसर – अमृत भारत एक्सप्रेस

वैशाली से कोडरमा – बुद्ध सर्किट ट्रेन

22 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गयाजी में होने वाली रैली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे।

यात्रियों को होगी सहूलियत

सम्राट चौधरी ने कहा कि दीपावली और छठ के समय बिहार आने-जाने वाले यात्रियों को हर साल भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इस बार रेलवे की तैयारी से प्रवासियों की घर वापसी सुगम होगी। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता की ओर से इस फैसले पर प्रधानमंत्री और रेल मंत्री का हार्दिक धन्यवाद।

 

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Bihar Politics: बिहार की राजनीति में इन दिनों हलचल तेज हो गई है। एसआईआर के विरोध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव “वोटर अधिकार यात्रा” निकाल रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने मीडिया से बात की और कई बड़े बयान दिए।

बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि 2025 का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा: निशांत

निशांत कुमार ने कहा कि नीतीश सरकार ने बीते 20 सालों में बिहार के लिए बहुत काम किया है। उन्होंने दावा किया कि पहले 20 लाख रोजगार देने का वादा था, लेकिन सरकार ने 50 लाख नौकरियां दीं। अब एक करोड़ रोजगार देने का वादा किया गया है और उस पर काम भी चल रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य की नौकरियों में बिहार के युवाओं को ज्यादा हिस्सा दिलाने की कोशिश हो रही है। टीआरई-4 की बहाली पर भी सरकार गंभीर है। महिलाओं को रोजगार और सशक्तिकरण में भी राज्य ने काफी काम किया है।

विपक्ष के सवालों पर निशांत ने साफ कहा कि एसआईआर चुनाव आयोग का मामला है, उस पर वही फैसला करेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित गया यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम बिहार को बड़ी सौगात देने वाले हैं।

निशांत कुमार ने आगे कहा कि बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि 2025 का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। एनडीए जीतेगा और नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे। विपक्ष की ओर से नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर उठाए गए सवालों पर भी उन्होंने कहा कि सबकुछ ठीक है, कोई परेशानी नहीं है।

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Bihar politics: बिहार की राजनीति में विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल लगातार तेज होती जा रही है। इस बीच आरजेडी से अलग-थलग पड़ने के बाद भी तेज प्रताप यादव अपनी सक्रियता और बयानों से सुर्खियां बटोर रहे हैं। ‘टीम तेज प्रताप’ के बैनर तले समर्थकों को जोड़ने की कवायद में जुटे लालू यादव के बड़े बेटे ने गुरुवार को अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से एक और धमाकेदार पोस्ट कर विरोधियों पर सीधा निशाना साधा है।

पांच जयचंदों में से एक जयचंद आज बिहार छोड़कर भागने वाला है: तेज प्रताप यादव 

तेज प्रताप यादव ने लिखा कि पांच जयचंदों में से एक जयचंद आज बिहार छोड़कर भागने वाला है। वह अपने पूरे परिवार समेत पटना जंक्शन से रवाना होने की तैयारी कर चुका है। तेज प्रताप ने सवाल उठाया कि जब चुनावी जंग का समय आया तो मैदान छोड़कर भागना आखिर क्या दर्शाता है, इसका जवाब जनता और मीडिया ही तय करेगी।

धीरे-धीरे बाकी जयचंदों का चेहरा और चरित्र भी सामने आएगा: तेज प्रताप यादव 

तेज प्रताप ने पोस्ट में और भी चेतावनी दी। उन्होंने लिखा कि कोई भी जयचंद उनकी नजरों से बच नहीं सकता। धीरे-धीरे बाकी जयचंदों का चेहरा और चरित्र भी सामने आएगा, क्योंकि भगवान के घर देर है पर अंधेर नहीं।

उन्होंने मीडिया को भी अलर्ट रहने की सलाह दी और कहा कि यह जयचंद पटना जंक्शन के अलावा पटना एयरपोर्ट या बस स्टैंड से भी राज्य से बाहर निकल सकता है।

गौरतलब है कि तेज प्रताप यादव कई बार यह आरोप लगा चुके हैं कि पार्टी से उनकी विदाई के पीछे कुछ जयचंदो की ही भूमिका रही है। अब एक बार फिर उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से ऐसे ही नेताओं पर प्रहार किया है।

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पटना, 21 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 अगस्त को बिहार के दौरे पर रहेंगे, जिसमें वे पटना, गया और बेगूसराय का भ्रमण करेंगे। इसी क्रम में वे बेगूसराय में गंगा नदी पर बने औंटा-सिमरिया 6 लेन पुल का उद्घाटन करेंगे।

प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए एनटीपीसी से औंटा तक के मार्ग को ‘रेड ज़ोन’ घोषित किया गया है। ट्रैफिक को सुचारू बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने विशेष वैकल्पिक मार्ग तय किए हैं। पटना-मोकामा से बेगूसराय आने वाले वाहन के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किया गया है, जिसमें औंटा-हाथीदह-लखीसराय-मुंगेर-साहेबपुर कमाल-बेगूसराय वहीं, बेगूसराय से पटना जाने वाले वाहन के लिए वैकल्पिक मार्ग भी निर्धारित किया गया है, जिसमें जीरोमाइल-तेघड़ा -बछवाड़ा-दलसिंहसराय-मुसरीघरारी-पटना है।

प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए पटना एयरपोर्ट और कार्यक्रम स्थलों के पांच किलोमीटर के दायरे को ‘टेंपररी रेड ज़ोन’ घोषित किया गया है। इस क्षेत्र में ड्रोन, हॉट एयर बैलून, पारा मोटर, पारा ग्लाइडिंग, पावर हैंड ग्लाइडिंग आदि उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। पुलिस मुख्यालय ने इस बाबत सख़्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

पुल की क्या है खासियत, निर्माण पर खर्च हुए 1,871 करोड़

गंगा पर बना भव्य औंटा-सिमरिया 6 लेन पुल का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 अगस्त को करने वाले हैं। यह बिहार का पहला गंगा नदी पर सिक्स लेन पुल है। पुल के निर्माण में लगभग 7 साल का वक्त लगा और 1,871 करोड़ रुपये खर्च हुए है।

खास बात यह है कि इस पुल का निर्माण कार्य नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में शुरू होकर पूरा हुआ। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के मुताबिक सिमरिया पुल उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाला अहम लिंक है। गंगा नदी पर बना यह आधुनिक पुल कुल 8.15 किलोमीटर लंबा है, जिसमें 1.865 किलोमीटर मुख्य पुल और लगभग 6.285 किलोमीटर अप्रोच रोड शामिल है।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के मुताबिक पुल को एक्स्ट्रा-डोसेड तकनीक से तैयार किया गया है। यह न केवल मजबूत संरचना है बल्कि आधुनिक इंजीनियरिंग की मिसाल है।

बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन द्वारा बुधवार को औंटा-सिमरिया सिक्स लेन केबल ब्रिज का निरीक्षण किया गया। इस दौरान मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि यह पुल पूर्वोत्तर राज्यों तक संपर्क को और मजबूत करेगा जिससे उद्योग एवं व्यापार को विशेष लाभ मिलेगा। नितिन नवीन ने कहा कि यह सिक्स लेन महासेतु मोकामा के औंट घाट और बेगूसराय के सिमरिया को जोड़ता है।

बेगूसराय के सांसद व केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बताया कि उनके लोकसभा क्षेत्र में नरेन्द्र मोदी ने नया एनटीपीसी, नया फर्टिलाइजर, नई रिफायनरी दिया। उसी क्रम में औंटा-सिमरिया पुल को बनवाया गया। बिहार में पहली बार सिक्स लेन पुल बना है और यह बेगूसराय में बना है। ये बिहार के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा।

उल्लेखनीय है कि सिमरिया पुल के निर्माण से पहले लोग राजेंद्र पुल के सहारे यात्रा करते थे। 66 साल पहले राजेंद्र पुल का निर्माण 1959 में हुआ था। 1950 में राजेंद्र पुल का निर्माण शुरू हुआ था और तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने पुल का उद्घाटन किया था। गंगा नदी पर बना यह पुल दक्षिण बिहार के लोगों के लिए लाइफ लाइन की तरह थी। यह नया छह लेन का पुल पुराने दो लेन के रेल-कम-रोड पुल ‘राजेंद्र सेतु’ के समानांतर बनाया गया है। लगभग सात दशक पुराने राजेंद्र सेतु के मरम्मत का काम चल रहा है, जिस कारण भारी वाहनों की आवाजाही उस पर प्रतिबंधित है।

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पटना, 21 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बिहार में वैशाली जिला मुख्यालय के हाजीपुर में बस स्टेंड संचालक राजू राय के घर सुबह 4.30 बजे छापेमारी की है।

हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के डाक बंगला चौक स्थित राजू राय के घर पर एनआईए की टीम ने सुबह-सुबह छापेमारी शुरू की।

इस दौरान स्थानीय पुलिस भी मौजूद रही और पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा रहा। टीम ने राजू राय के घर की गहन तलाशी ली और उनसे पूछताछ की है। एनआईए की यह कार्रवाई मुजफ्फरपुर में 2024 में एके-47 बरामदगी से जुड़े मामले की जांच का हिस्सा है।

दिसंबर 2024 में भी एनआईए ने हाजीपुर में दो स्थानों एसडीओ रोड पर एक अधिवक्ता के घर और बागमली में एक अन्य घर पर छापेमारी की थी। उस समय भी छापेमारी एके-47 मामले से संबंधित थी। लगभग चार घंटे की कार्रवाई के बाद एनआईए की टीम पटना लौट आई है।

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Patna, 20 अगस्त (हि.स.)। बेगूसराय जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या (एनएच)- 31 पर 54 होमगार्ड से भरी बस बुधवार सुबह गड्ढे में पलट गई, जिससे सभी होमगार्ड जवान घायल हो गए हैं। घायलों में से चार होमगार्ड की स्थिति नाजुक है और 20 से अधिक होमगार्ड जवानों को काफी चोटें आई हैं। इसके अलावा एक स्थानीय महिला की मौत हो गई है।

 

हादसे में 20 से अधिक जवान घायल हैं

होमगार्ड के जवान प्रेमचंद कुमार ने बताया कि हम 54 होमगार्ड बलिया ट्रेनिंग सेंटर से बेगूसराय कैंप की ओर जा रहे थे। इसी बीच अचानक बाइक बस के सामने आ गई और ड्राइवर बस को कंट्रोल नहीं कर पाया, जिससे बस सीधे गड्ढे में चली गई। हादसे में 20 से अधिक जवान घायल हैं, जबकि चार की स्थिति नाजुक है। वहीं एक महिला की मौत हो गई है।

मृत महिला की पहचान रोशनी देवी निवासी खगड़िया के रूप में हुई है। रोशनी देवी (मृत महिला) के पति रणवीर यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि ‘मैं अपनी पत्नी और बेटे के साथ बाइक से बेगूसराय जा रहा था। तभी पीछे से आ रही होमगार्ड से भरी बस ने धक्का मार दिया। जिससे मेरी पत्नी की की मौत हो गई, जबकि मेरा बेटा और मैं घायल हो गया।

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patna, 19 अगस्त (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में अनुकंपा के आधार पर माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 4835 विद्यालय लिपिक एवं 518 विद्यालय परिचारी के पदों पर चयनित कुल 5353 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।

पटना में 212 विद्यालय लिपिक एवं 28 विद्यालय परिचारी की नियुक्ति की गई है

मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से मणि कुमारी, अमित गौरव, दिव्या राज, किरण कुमारी गुप्ता एवं तूबा अशरफ को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। पूरे राज्य में आज 4835 विद्यालय लिपिक एवं 518 विद्यालय परिचारी, अर्थात् कुल 5353 आश्रितों की नियुक्ति की गई है। पटना जिले में 212 विद्यालय लिपिक एवं 28 विद्यालय परिचारी की नियुक्ति की गई है।

नियुक्ति पत्र प्रदान कतरने के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नवनियुक्त कर्मियों को मेरी ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं है। मुझे विश्वास है कि सभी नवनियुक्त कर्मी पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।

अनुकम्पा के आधार पर नियोजन ईकाई के माध्यम से शिक्षक के पद पर नियोजन हेतु प्रावधान किया गया

दरअसल, बिहार में वर्ष 2006 से शिक्षा विभाग के अन्तर्गत मृत शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नियोजन ईकाई के माध्यम से शिक्षक के पद पर नियोजन हेतु प्रावधान किया गया। लेकिन मृत शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के आश्रितों की योग्यता शिक्षक पद के लिए नहीं रहने के कारण वर्ष 2020 में नियोजन ईकाई के माध्यम से विद्यालय लिपिक एवं विद्यालय परिचारी के नियत वेतन पर अनुकम्पा के आधार पर नियोजन इकाई के माध्यम से वर्ष 2024 तक नियोजन किया गया।

राज्य सरकार ने वर्तमान में शिक्षकों की तरह अनुकम्पा पर नियुक्ति के लिए विद्यालय लिपिक एवं विद्यालय परिचारी का पद जो राज्य कर्मी के श्रेणी में आते हैं, नियुक्ति के लिए प्रावधान किया गया है। अनुकम्पा पर नियुक्त होनेवाले विद्यालय लिपिक एवं विद्यालय परिचारी का वेतन एवं सेवाशर्त बेहतर हुआ है।

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