पटना, 22 जून (हि.स.)। बिहार में सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम में भव्य मां जानकी मंदिर का डिजाइन फाइनल हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश ने रविवार को स्वयं एक्स पर इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुबह सुबह बताया कि मां जानकी मंदिर का डिजाइन फाइनल हो गया है और अयोध्या राम मंदिर की तर्ज पर ही मां जानकी मंदिर का निर्माण होगा। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही अपने सोशल मीडिया पर फाइनल डिजाइन की तस्वीरें भी साझा की हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा, “मुझे बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी को समग्र रूप से विकसित किए जाने के लिए भव्य मंदिर सहित अन्य संरचनाओं का डिजाइन अब तैयार हो गया है, जिसे आपके साथ साझा किया जा रहा है। इसके लिए एक ट्रस्ट का भी गठन कर दिया गया है ताकि निर्माण कार्य में तेजी आ सके। हमलोग पुनौराधाम, सीतामढ़ी में भव्य मंदिर निर्माण शीघ्र पूरा कराने के लिए कृतसंकल्पित हैं। पुनौराधाम में मां जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण हम सभी बिहारवासियों के लिए गौरव और सौभाग्य की बात है”।

मिथिला की पुण्य भूमि सीतामढ़ी में स्थित पुनौराधाम को माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है। बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुनौरा गांव में स्थित जानकी जन्मभूमि मंदिर को श्रद्धालु पुनौराधाम के नाम से भी जानते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यहीं त्रेता युग में राजा जनक के खेत जोतने के दौरान माता सीता धरती से प्रकट हुई थीं।

मिथिला की पावन कथा से जुड़ा इतिहास-पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख शुक्ल नवमी को जब मिथिला के राजा जनक बारिश की कामना में हल चला रहे थे, तभी उनका हल एक मिट्टी के बर्तन या कलश से टकराया। उसे बाहर निकालने पर एक कन्या शिशु प्राप्त हुई। जिसे उन्होंने सीता नाम दिया। इसी कारण यह स्थान हिंदू धर्म में विशेष पवित्रता और आस्था का केंद्र है। कालांतर में इसी पावन स्थल के नाम पर नगर का नाम सीतामड़ई, फिर सीतामही और अंततः सीतामढ़ी पड़ा।

प्रमुख धार्मिक स्थल-सीतामढ़ी के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। हलेश्वर स्थान जो भगवान शिव को समर्पित मंदिर है। मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण स्वयं राजा जनक ने करवाया था। यह स्थान श्रद्धालुओं और पर्यटकों दोनों के लिए आस्था और ऐतिहासिकता का संगम है।

120 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण के लिए स्वीकृत-जानकी जन्मभूमि मंदिर को वैश्विक धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से बिहार सरकार ने 120 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण और 72 करोड़ रुपये मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए स्वीकृत किए हैं। राज्य सरकार की यह महत्त्वाकांक्षी योजना मंदिर के आसपास पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाएं और बुनियादी ढांचा विकसित करने पर केंद्रित है।

मंदिर क्षेत्र के विस्तारीकरण और सुविधाओं के विस्तार के लिए 50.5 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संबंधित विभागीय टीम ने जमीन का भौतिक निरीक्षण पूरा कर लिया है और जिलाधिकारी कार्यालय ने विस्तृत रिपोर्ट पर्यटन निदेशालय को भेज दी है।

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Patna: सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत विधवा महिलाओं, वृद्धजनों और दिव्यांगजनों को अब हर महीने 400 रु॰ की जगह 1100 रु॰ पेंशन मिलेगी। सभी लाभार्थियों को जुलाई महीने से पेंशन बढ़ी हुई दर पर मिलेगी। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बात कि घोषणा करते हुए लिखा कि “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत विधवा महिलाओं, वृद्धजनों और दिव्यांगजनों को अब हर महीने 400 रु॰ की जगह 1100 रु॰ पेंशन मिलेगी। सभी लाभार्थियों को जुलाई महीने से पेंशन बढ़ी हुई दर पर मिलेगी। सभी लाभार्थियों के खाते में यह राशि महीने की 10 तारीख को भेजना सुनिश्चित किया जाएगा। इससे 1 करोड़ 9 लाख 69 हजार 255 लाभार्थियों को काफी मदद मिलेगी” 

उन्होंने राज्य के 1 करोड़ 9 लाख 69 हजार 255 वृद्धजन, महिलाएं और दिव्यांग लोगों के सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 कर दिया है।

इसकी जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश ने अपने एक्स हैंडल पर शनिवार को दी। उन्होंने इसकी घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत विधवा महिलाओं, वृद्धजनों और दिव्यांगजनों को अब हर महीने 400 रुपये की जगह 1100 रु पेंशन मिलेगी। सभी लाभार्थियों को जुलाई महीने से पेंशन बढ़ी हुई दर पर मिलेगी। सभी लाभार्थियों के खाते में यह राशि महीने की 10 तारीख को भेजना सुनिश्चित किया जाएगा। इससे 1 करोड़ 9 लाख 69 हजार 255 लाभार्थियों को काफी मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री नीतीश ने लिखा कि वृद्धजन समाज का अनमोल हिस्सा हैं और उनका सम्मानजनक जीवन-यापन सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयत्नशील रहेगी।

वर्ष 2022-23 के आंकड़ों के तहत पूरे प्रदेश में 42.60 लाख वृद्धों को इस योजना का फायदा मिल रहा था। 60 से 79 वर्ष के वृद्धों को प्रतिमाह 400 रुपये का पेंशन तथा 80 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को 500 रुपये प्रति माह का पेंशन दिया जाता है। यह राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में अंतरित की जाती है। अब इसमें करीब तीन गुणा वृद्धि की गई है जिसके तहत 400 रुपये की जगह अब 1100 रुपये मिलेंगे। वहीं विधवा महिलाओं, वृद्धजनों और दिव्यांगजनों के पेंशन भोगियों की कुल संख्या फ़िलहाल 1 करोड़ 9 लाख 69 हजार 255 है जो अब एक साथ 400 रुपये की जगह 1100 रुपये मासिक पेंशन का लाभ लेंगे।

उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने मुख्यमंत्री के द्वारा महिलाओं के लिए की गई घोषणा पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब तक पेंशन 400 मिलता था जो अब 1100 मिलेगा। इससे करोड़ों लोगों को फायदा होगा। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया । उन्होंने यह भी कहा कि 1100 पेंशन राशि करके हमारी सरकार ने जनता के हित में बड़ा निर्णय किया है।

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पटना/सीवान, 20 जून(हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार में सीवान जिले के जसौली में राज्य को 5,900 करोड़ रूपये से अधिक की सौगात दी। इसमें आवास, शहरी विकास, जल शक्ति, विद्युत और रेल से जुड़ी 28 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने 22 नगर विकास की परियोजनाओं, 6 सड़क परियोजनाओं और एक रेल परियोजना का उ‌द्घाटन एवं शिलान्यास किया, जिसकी कुल लागत 5,918 हजार करोड़ रुपये है।

इसके साथ ही पीएम आवास योजना के तहत 53,666 बेघर लोगों को पहली किस्त दी गई। इन परियोजनाओं का मकसद बिहार के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के कई शहरों में 5,900 करोड़ रुपये की लागत से नमामि गंगे परियोजना के तहत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और जलापूर्ति प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की। सीवान की धरती से पीएम मोदी ने कुल 28 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।

इन परियोजनाओं में जलापूर्ति और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट शामिल हैं। इनका उद्देश्य बिहार के लोगों को बेहतर सुविधाएं देना है। इन परियोजनाओं से बेगूसराय, छपरा, बक्सर, मोतिहारी, सासाराम, सीवान और आरा जैसे शहरों को फायदा होगा। साथ ही, बिहार के ग्रिड सब-स्टेशनों पर 500 मेगावाट क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली भी स्थापित की जाएगी।

बिहार को प्रधानमंत्री की सौगात-

1. एसटीपी और सीवरेज प्रोजेक्ट के शिलान्यास के जरिये प्रधानमंत्री माेदी ने बेगूसराय को दी स्वच्छता एवं स्वास्थ्य की सौगात दी है। इस परियोजना के पूरा होने पर आधुनिक तकनीकों से होगी गंदे पानी की रि-साइकिलिंग, बेगूसराय बनेगा साफ-सुथरा और स्वस्थ होगा।

2. सीवान को स्वच्छता और सुविधा का संबल देते हुए 480 करोड़ की लागत से बनने वाली सीवान सीवरेज नेटवर्क ट्रीटमेंट प्लांट तथा जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखी। इससे सीवान को स्वच्छता के साथ ही जल संरक्षण और बेहतर नागरिक सुविधाएं मिलेंगी।

3. पूर्वी चंपारण के रक्सौल में नाली व्यवस्थापन व सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की पीएम मोदी द्वारा आधारशिला रखी गई। यह परियोजना शहर को स्वच्छ बनाएगी और गंदे पानी की समस्या का स्थायी समाधान प्रदान करेगी। पश्चिम चंपारण के लिए प्रधानमंत्री पीएम मोदी की सौगात विशेष है क्योंकि 69 करोड़ के बेतिया वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट की आधारशिला से क्षेत्र की विकास यात्रा में नया अध्याय लिखा गया है।

4. प्रधानमंत्री मोदी ने बक्सर के लिए दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं की नींव रखी। सीवरेज/सेप्टेज प्रबंधन प्रोजेक्ट और आईएंडडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, जिससे शहर का गंदा पानी साफ़ होगा, नालियों का उचित प्रबंधन होगा और बक्सरवासियों को स्वच्छ वातावरण मिलेगा।

कौन-कौन रहे मौजूद-

इस मौके पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान, केन्द्रीय मंत्री ललन सिंह, केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित एनडीए के कई नेता उपस्थित रहे।

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-राज्य में तय समय पर पूरा हो रहा विकास का काम, प्रधानमंत्री ने दी 5,900 करोड़ रूपये से अधिक की प्रदेश को दी सौगात -आवास, शहरी विकास, जल शक्ति, विद्युत और रेल से जुड़ी 28 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया

पटना, 20 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के सीवान जिला के पचरुखी प्रखण्ड अन्तर्गत जसौली खर्ग में 5,900 करोड़ रूपये से अधिक की आवास, शहरी विकास, जल शक्ति, विद्युत और रेल से जुड़ी 28 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार बहुत काम कर रही है। केंद्र की सहायता से बिहार में विकास का काम तय समय में पूरा हो रहा है। राज्य के विकास में केंद्र सरकार का अहम योगदान है।

मुख्यमंत्री नीतीश ने आज जनसभा में कहा कि जुलाई 2024 के बजट में केंद्र सरकार ने बिहार को विशेष आर्थिक सहायता के रूप में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन और बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके बाद फरवरी, 2025 के केन्द्रीय बजट में बिहार के लिए मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट की स्थापना, पश्चिमी कोसी नहर के लिए वित्तीय सहायता देने की घोषणा की गई है। ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स’ के आयोजन का जिम्मा पहले 6 राज्यों को मिल चुका था लेकिन इस बार केंद्र सरकार ने बिहार को यह जिम्मा दिया, जो गौरव की बात है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज 22 नगर विकास की परियोजनाओं, 6 सड़क परियोजनाओं और एक रेल परियोजना का उद्घाटन और शिलान्यास किया जा रहा है जिसकी कुल लागत 5,918 हजार करोड़ रुपये है। दो ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जा रहा है और एक इंजन के निर्यात का शुभारंभ हो रहा है। कुल मिलाकर इन 32 योजनाओं से बिहार को काफी फायदा होने वाला है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देता हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 को एनडीए की जो सरकारी बनी थी, उसमें जदयू के साथ भाजपा भी थी। हम लोग मिलकर बिहार का विकास कर रहे हैं। हम लोगों से पहले जो सरकार थी, उसने कोई काम नहीं किया था लेकिन वह आजकल अनाप-शनाप प्रचार-प्रसार कर रही है। पहले क्या हाल था, शाम में कोई घर से बाहर नहीं निकल पाता था। उन लोगों के समय में राज्य की बहुत बुरी हालत थी। पहले की सरकार में महिलाओं के विकास के लिए कोई काम नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया। राज्य में बड़े पैमाने पर पुल-पुलियों का निर्माण हुआ। सात निश्चय के अंतर्गत हर घर बिजली, हर घर पानी और हर घर शौचालय के साथ ही टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का काम किया गया।

उन्होंने कहा कि युवक-युवतियों को सरकारी नौकरी और रोजगार दिया गया। हमने प्रगति यात्रा के दौरान सभी जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा। इसके बाद 430 नयी योजनाओं के लिए पांच हजार करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई। हर जिले में विकास का काम शुरू कर दिया गया है। सीवान, गोपालगंज और सारण जिले में भी कई विकास परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई।

केंद्र की सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का निर्णय लिया है। हम इनसब कामों के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हैं और उनको धन्यवाद देते हैं।

राज्य सरकार तो विकास का काम कर ही रही है। साथ ही केंद्र सरकार ने जितना राज्यों के लिए विकास कार्य शुरू किया है, उससे बिहार बहुत आगे बढ़ेगा, अब कोई पीछे नहीं रहेगा। इसे आपलोग भूलिएगा नहीं।

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कटिहार, 20 जून (हि.स.)। अवध असम एक्सप्रेस (15910) ट्रेन ने रेलवे ट्रॉली को टक्कर मार दी, जिससे एक ट्रॉलीमैन की मौत हो गई और 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा कटिहार बरौनी रेल खंड के काढागोला और सेमापुर के बीच महारानी गांव के पास हुआ।

ट्रेन बरौनी से कटिहार डाउन लाइन पर आ रही थी, जब उसने रेलवे ट्रॉली को टक्कर मार दी। ट्रॉली पर 4 कर्मचारी ट्रैक का काम देख रहे थे। हादसे के बाद ट्रेन कटिहार जंक्शन में एक घंटे से ज्यादा देर तक खड़ी रही।

हादसे की जानकारी लगते ही रेलवे के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।

कटिहार रेलमंडल के एडीआरएम मनोज कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल टीम को रवाना कर दिया गया है और ट्रेन और ट्रॉली एक ट्रैक पर कैसे आ गए, इसकी जांच की जा रही है।

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नई दिल्ली, 20 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के सीवान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की प्रगति और केंद्र सरकार की योजनाओं का लेखा-जोखा पेश करने के साथ ही विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार अब विकास की रफ्तार पकड़ चुका है और इसे बनाए रखने के लिए जनता को सतर्क रहना होगा।

प्रधानमंत्री ने पुराने दौर के “जंगलराज” की याद दिलाते हुए कहा, “जो लोग कभी जंगलराज लाए थे, वे फिर से अपने पुराने कारनामों को दोहराने के लिए मौके की तलाश में हैं। वे बिहार के आर्थिक संसाधनों पर कब्जा जमाना चाहते हैं। इसके लिए हर संभव हथकंडे अपना रहे हैं।”

प्रधानमंत्री ने राजद और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जनता से अपील की कि वे ऐसे तत्वों को पहचानें और उन्हें बिहार की समृद्धि की यात्रा में ब्रेक लगाने से रोकें। उन्होंने कहा, “पंजा और लालटेन वालों ने मिलकर बिहार के गौरव को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने इतनी लूट-खसोट मचाई कि गरीबी बिहार की पहचान बन गई थी, लेकिन अब बिहार बदल रहा है और इसकी तस्वीर बदलने में एनडीए सरकार की बड़ी भूमिका है।”

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि वह हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे हैं, जहां भारत की तेज़ प्रगति की वैश्विक स्तर पर सराहना की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर बढ़ रहा है और इसमें बिहार की बड़ी भूमिका होगी।

इस दौरान उन्होंने सीवान से बिहार के लिए कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने बताया कि बीते दस वर्षों में राज्य में 55 हजार किमी ग्रामीण सड़कों का निर्माण हुआ है, 1.5 करोड़ घरों को बिजली और पानी से जोड़ा गया है और 45 हजार से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर बनाए गए हैं।

मोदी ने कहा कि बीते एक दशक में देशभर में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को मात दी है, जिसमें बिहार की भूमिका अहम रही है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में जो विकास हुआ है, उसकी मिसाल आज देश ही नहीं, विश्व भी दे रहा है। प्रधानमंत्री ने बिहारवासियों को यह भरोसा दिलाया कि उनका प्रयास अभी थमा नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं चुप बैठने वालों में से नहीं हूं। बिहार के लिए और भी बहुत कुछ करना है।”

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पटना, 19 जून (हि.स.)। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों ने तैयारी तेज कर दी है। कई पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व का बिहार दौरा हो रहा है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 जून यानी शुक्रवार को सीवान जिले के पचरुखी प्रखंड के जसौली में एक जनसभा को सम्बोधित करेंगे। उनके कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारी पूर्ण हो चुकी है।

सीवान प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक तैयारियों को लेकर बताया जा रहा है कि आमजनों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभा स्थल पर विशेष प्रवेश द्वार बनेगा। इन प्रवेश द्वारों पर आधुनिक मेटल डिटेक्टर लगाए जाएंगे, जिससे होकर गुजरने के बाद ही लोग पंडाल में प्रवेश कर सकेंगे। इतना ही नहीं, हर गेट पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी और लोगों की सघन तलाशी ली जाएगी। जिसके बाद ही एंट्री की अनुमति मिलेगी। किसी भी तरह की आपत्तिजनक वस्तु के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक रहेगी। इसके साथ ही अस्थायी शौचालय की व्यवस्था की गई है। तैयारियों को लेकर पुख्ता इंतजाम किया गया है।

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने लोगों से बड़ी संख्या में कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया है। उन्होंने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ‘विकसित बिहार’ के संकल्प को उजागर करेंगे और ‘भाई-भतीजावाद से मुक्ति’ का संदेश देंगे। उन्होंने कहा कि विकास के नायक हैं देश के प्रधानमंत्री।

तेजस्वी का प्रधानमंत्री दौरे पर तंज

दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी के बिहार आगमन को लेकर नेता प्रतिपक्ष एवं राजद प्रमुख लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव ने गुरुवार को कहा कि पीएम बिहार में “नफरत की राजनीति” करने आ रहे हैं। तेजस्वी ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह बिहार में रोजगार देने, महंगाई कम करने, गरीबी खत्म करने नहीं आ रहे हैं, बल्कि नफरत की राजनीति करने आ रहे हैं।

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नई दिल्ली/पटना, 19 जून (हि.स)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वर्ष 2023 के बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा भर्ती में कथित घोटाले की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में गुरुवार को उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड में करीब एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने बिहार के पटना और नालंदा, झारखंड के रांची, उत्तर प्रदेश के लखनऊ और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में कम से कम एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की ये कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत की जा रही है। ये ठिकाने एजेंट, प्रश्नपत्र लीक कराने वाले गिरोह के सदस्यों और उनके सहयोगियों से जुड़े हुए हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कोलकाता में एक प्रेस पर भी छापा मारा है, जहां प्रश्नपत्रों की छपाई हुई थी। सूत्रों ने बताया कि बिहार के कुछ पुलिस अधिकारी भी ईडी की जांच के दायरे में हैं।

उल्‍लेखनीय है कि इस घोटाले को अंजाम देने वाले लोग वही हैं, जो 2024 में नीट यूजी के प्रश्नपत्र लीक घोटाले में आरोपित हैं। बिहार पुलिस कांस्टेबल 2023 भर्ती के जरिए 21,391 रिक्तियों को भरना था। इस परीक्षा में 18 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे। परीक्षा के पेपर लीक होने के आरोपों के बाद इसे उसी वर्ष 3 अक्टूबर को राज्य केंद्रीय कांस्टेबल चयन बोर्ड द्वारा रद्द कर दिया गया था। ईडी को इस मामले में धनशोधन का संदेह है क्योंकि एजेंटों के एक गिरोह ने प्रश्नपत्र लीक करके और इसे उम्मीदवारों को बेचकर अवैध धन अर्जित की।

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पटना 18 जून (हि.स.)। बिहार विभूति स्व डॉ अनुग्रह नारायण सिंह की जयंती पर राजकीय समारोह का आयोजन किया गया। बिहार विधानमंडल परिसर स्थित डॉ अनुग्रह नारायण सिंह की आदमकद प्रतिमा पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा शत्-शत् नमन किया।

इस अवसर पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नन्द किशोर यादव, बिहार विधान परिषद् के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, विधान पार्षद संजय सिंह, पूर्व सांसद रामकृपाल यादव, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं गणमान्य व्यक्तियों ने भी बिहार विभूति डॉ० अनुग्रह नारायण सिंह जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।

इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती पूजन, बिहार गीत एवं देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया गया।

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पटना, 17 जून (हि.स.)। बिहार में 15 अक्टूबर तक सभी घाटों पर बालू खनन पूरी तरह से बंद रहेगा। पर्यावरण संरक्षण और प्रभावी खनन प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए खान एवं भूतत्व विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। 15 जून से लेकर 15 अक्टूबर तक की अवधि में बालू की बिक्री केवल सेकेंड्री लोडिंग प्वाइंट्स और लाइसेंसधारक से होगी ताकि आम जनता और कार्य विभागों को बालू की आपूर्ति में किसी तरह की कमी न हो।

विभाग ने सभी संचालित और असंचालित घाटों तथा सेकेंड्री लोडिंग पॉइंट्स की ड्रोन वीडियोग्राफी कराने का निर्देश सभी जिलों को दिया है। यह कदम नदियों में बालू के पुनर्भरण का सटीक आकलन करने में सहायक होगा, जिससे आगामी वर्षों में घाटों की नीलामी और बंदोबस्ती को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाया जा सकेगा।

इसके अतिरिक्त विभाग ने भारत सरकार की एजेंसी सीएमपीडीआई से बालू पुनर्भरण अध्ययन कराने के लिए मंत्रिपरिषद से प्रस्ताव स्वीकृत कराया है। यह अध्ययन वैज्ञानिक और निष्पक्ष तरीके से बालू के पुनर्भरण का आकलन करेगा, जिससे खनन प्रक्रिया को और सुदृढ़ किया जा सकेगा।

मानसून के दौरान बालू की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए खान एवं भूतत्व विभाग ने व्यापक उपाय किए हैं। अगर किसी आम नागरिक को बालू की कमी का सामना करना पड़ेगा तो वे अपने जिले के जिला खनन पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। जिला खनन पदाधिकारियों के नंबर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।

साथ ही कार्य विभागों को बालू की कमी से बचाने के लिए खनन विभाग कार्य विभागों को भी घाटों का बंदोबस्त करने को तत्पर है। इस संबंध में सभी कार्य विभागों को पत्र के माध्यम से भी सूचित किया जा चुका है।

अवैध खनन के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए विभाग ने छापेमारी में जब्त बालू को उचित सरकारी दर पर कार्य विभागों को उपलब्ध कराने का निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिया है। यह कदम वैध खनन को प्रोत्साहित करने और विकास कार्यों की गति को बनाए रखने के लिए उठाया गया है। विभाग का लक्ष्य है कि राज्य में विकास कार्य बिना किसी रुकावट के जारी रहे और पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी जाए। विभाग के इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए 19 जून 2025 को पटना में सभी जिला खनन पदाधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में वैध खनन को सुगम बनाने एवं आम जनता को किसी भी असुविधा से बचाने पर विचार किया जाएगा।

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बिहार में पुलिस टीम पर हमला में थानाध्यक्ष समेत तीन जख्मी, पुलिस वाहन को किया क्षतिग्रस्त

अररिया: बिहार में अररिया जिले स्थित फारबिसगंज काली पूजा मेला ग्राउंड वार्ड संख्या एक में सरकारी जमीन को अनुमंडल प्रशासन ने चार दिन पहले सख्त रवैया अपनाते हुए खाली करवाया था।जिसके बाद अतिक्रमण मुक्त कराये गए सरकारी जमीन की मापी करवाकर अनुमंडल प्रशासन के द्वारा टीन से उसकी घेराबंदी कर दी गई थी। लेकिन कुछ लोगों के द्वारा कुछ हिस्सों से टीन को हटाकर फिर से अस्थायी तम्बू गाड़कर अतिक्रमण करने की कोशिश की गई। जिसे हटाने के लिए सोमवार की सुबह पहुंची फारबिसगंज थाना पुलिस पर आरोपित और उसके परिवार के सदस्यों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया।जिसमें फारबिसगंज थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह,सब इंस्पेक्टर अमित राज और एक होमगार्ड के जवान लक्ष्मण कुमार घायल हो गए।

वाहन पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश

इन तीनों पुलिस कर्मियों का इलाज फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल में कराया गया।फिलहाल घायल तीनों खतरे से बाहर बताए जाते हैं।आरोपित और उसके परिवार के सदस्यों ने पुलिस गाड़ी में भी तोड़फोड़ किया।वाहन में लगे शीशा को क्षतिग्रस्त कर दिया और वाहन पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की।दरअसल फारबिसगंज थाना पुलिस को देर रात ही सूचना मिली थी कि अतिक्रमण मुक्त कराए गए जमीन की टीन से घेराबंदी को तोड़कर मो.फिरोज नामक व्यक्ति और अन्य फिर से सरकारी जमीन को अतिक्रमण करने की कोशिश कर रहा है।

2 5 से 30 की संख्या में लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया

सूचना पर डायल 112 की टीम रात में मौके पर गई थी,लेकिन आरोपितों ने उसे वापस लौटने को मजबूर कर दिया।जिसके बाद सोमवार को थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह पुलिस अधिकारियों और बलों के साथ मौके पर पहुंचे और मामले में पूर्व में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सूर्यानंद सिंह के द्वारा दर्ज कराए गए कांड के मुख्य नामजद आरोपित मो. फिरोज को गिरफ्तार करने की कोशिश की।जिस पर उसके परिवार के सदस्य भड़क उठे और उनलोगों ने मजमा बनाकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया।2 5 से 30 की संख्या में लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया।जिसमें थानाध्यक्ष के हाथ में दांत काटे जाने के कारण वे जख्मी हो गए।साथ ही एक अन्य पुलिस अधिकारी एसआई अमित राज के साथ होमगार्ड के जवान लक्ष्मण कुमार उपद्रवियों के हमले से घायल हो गए।जिन्हें इलाज के लिए फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मामले की जानकारी देते हुए फारबिसगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुकेश कुमार साहा ने बताया कि पुलिस ने आरोपित मो.फिरोज को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।पुलिस पर हमले मामले में कांड दर्ज की जाएगी।पुलिस पर हमला करने वाले हमलावरों की शिनाख्त की जा रही है।जल्द ही शिनाख्त कर सभी की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।एसडीपीओ ने बताया कि फारबिसगंज थाना में पूर्व में दर्ज कांड 287/25 में दस नामजद और अन्य अज्ञात की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।उन्होंने कहा कि कानून को हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है और ऐसे कांड को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए आवास सहायक रंगेहाथ गिरफ्तार

पटना: निगरानी विभाग की टीम ने एक घूसखोर आवास सहायक को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। निगरानी विभाग की टीम ने सोमवार को अरवल के करपी प्रखंड कार्यालय में यह कार्रवाई की। आरोपी को अरेस्ट करने के बाद निगरानी की टीम उसे अपने साथ पटना लेकर चली गई।

अरवल के करपी प्रखंड में सोमवार को निगरानी विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत तैनात आवास सहायक सुनील कुमार सुमन को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सुनील कुमार सुमन पुराण पंचायत में तैनात था।

जानकारी के मुताबिक, रामपुर चौरम थाना क्षेत्र के बालागढ़ गांव निवासी भूषण कुमार ने निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराई कि सुनील कुमार सुमन आवास योजना के अंतर्गत मिलने वाली सहायता राशि जारी करने के एवज में 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है।

शिकायत के सत्यापन के बाद निगरानी विभाग ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और सुनील कुमार सुमन को रिश्वत लेते ही धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को सर्किट हाउस ले जाकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने कई अन्य बिचौलियों के नाम उजागर किए जो लाभार्थियों से अवैध वसूली में सहयोग करते थे।

आरोपी आवास सहायक मूल रूप से अरवल जिले के वासिलपुर गांव का निवासी है और पिछले कुछ वर्षों से करपी प्रखंड में पदस्थापित था। इस कार्रवाई से प्रखंड कार्यालय में हड़कंप मच गया और कर्मचारियों में भय का माहौल देखा गया। निगरानी टीम का नेतृत्व डीएसपी शिवकुमार शाह कर रहे थे, जिसमें इंस्पेक्टर जहांगीर अंसारी, सब इंस्पेक्टर ऋषिकेश कुमार, दिग्विजय सिंह एवं राहुल कुमार शामिल थे।

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