Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में कोविड कई स्थिति की समीक्षा की.

मुख्यमंत्री ने समीक्षा के बाद ट्वीट कर जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि कोविड की स्थिति की समीक्षा की गई। कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार को देखते हुए सभी दुकानें, प्रतिष्ठान, शॉपिंग मॉल, पार्क, उद्यान एवं धार्मिक स्थल सामान्य रूप से खुल सकेंगे.

जिला प्रशासन की अनुमति से सभी प्रकार के सामाजिक, राजनीतिक, मनोरंजन, खेल-कूद, सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन अपेक्षित सावधानियों के साथ आयोजित किए जा सकेंगे.

सभी विश्वविद्यालय, कॉलेज, तकनीकी शिक्षण संस्थान तथा विद्यालय (पहली से बारहवीं कक्षा तक) के साथ-साथ कोचिंग संस्थान भी सामान्य रूप से खुलेंगे। राज्य के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, विद्यालयों द्वारा परीक्षा आयोजित की जा सकेंगी।

50% क्षमता के साथ सिनेमा हॉल, क्लब, जिम, स्वीमिंग पूल, रेस्टोरेंट एवं खाने की दुकान (आगंतुकों के साथ) खुल सकेंगे।
परन्तु तीसरी लहर की संभावना के मद्देनजर हम सभी बिहारवासियों को कोविड अनुकूल व्यवहार के साथ सावधानी बरतनी जरूरी है।

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Chhapra: पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है. बिहार के 38 जिलों में पंचायत चुनाव 11 चरण में आयोजित किए जाएंगे.

मंगलवार को बिहार पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी करते हुए तिथियों की घोषणा की गई. जिसके अनुसार पहले चरण का मतदान 24 सितंबर, दूसरा चरण 29 सितंबर, तीसरा चरण 08 अक्टूबर, चौथा चरण 20 अक्टूबर, पांचवां चरण 24 अक्टूबर, छठा चरण 03 नवंबर, सातवां चरण 15 नवंबर, आठवां चरण 24 नवंबर, नौवां चरण 29 नवंबर, 10वां चरण 08 दिसंबर, 11वां अंतिम चरण 12 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा.

राज्य के 38 जिलों में पंचायत चुनाव को लेकर जारी अधिसूचना के बाद गहमागहमी तेज हो गई है. पंचायत चुनाव 2021 में 38 जिलों के कुल 534 प्रखंड के 8072 पंचायतों में चुनाव का आयोजन किया जा रहा है.

राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी सूची के अनुसार 9 करोड़ 28 लाख 9 हजार 194 जनसंख्या (वर्ष 2011) वाले इस क्षेत्र के 1 लाख 13 हजार 891 मतदान केंद्रों पर 6 करोड़ 38 लाख 94 हजार 737 मतदाता अपने-अपने पंचायत के त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का चयन करेंगे.

पंचायत चुनाव में तीन करोड़ 35 लाख 80 हजार 487 पुरुष मतदाता एवं 3 करोड़ 3 लाख 11 हजार 779 महिला मतदाताओं के साथ साथ 2471 अन्य मतदाता भी इस चुनाव में शामिल होंगे.

राज्य के और 30 जिलों में कुल 2 लाख 55 हजार 22 पदों के लिए यह चुनाव आयोजित किया जाएगा.जिसमें

8072 मुखिया पद,

1 लाख 13 हजार 307 ग्राम पंचायत सदस्य

11 हजार 104 पंचायत समिति सदस्य

1160 जिला परिषद सदस्य

8072 सरपंच पद एवं

1 लाख 13 हजार 307 पंच
के पदों के लिए चुनाव आयोजित किए जाएंगे.

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Chhapra: बिहार पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद पूरे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में (शहर को छोड़कर) आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है. सारण में भी पंचायत चुनाव का बिगुल बज गया है. जिसके लिए राज्य चुनाव आयोग ने तिथि की घोषणा कर दी है. पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही सभी प्रत्याशी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं.

इसे भी पढ़ें: बिहार: पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी, 11 चरणों में होगा मतदानसारण जिले में 10 चरणों में पंचायत चुनाव होंगे.
जिनमें दूसरे चरण 29 सितंबर को मांझी
तीसरे चरण में 8 अक्टूबर को गरखा
चतुर्थ चरण में 20 अक्तूबर को मशरख और पानापुर
पांचवे चरण में 24 अक्टूबर को इसुआपुर और तरैया
षष्ठम चरण में 3 नवम्बर को दिघवारा और सोनपुर 
सप्तम चरण में 15 नवम्बर को रिविलगंज, जलालपुर, नगरा प्रखण्ड
अष्ठम चरण में 24 नवम्बर को लहलादपुर और बनियापुर
नवम चरण में 29 नवम्बर को छपरा सदर, एकमा
दशम चरण में 8 दिसम्बर को अमनौर और मढ़ौरा
ग्यारहवें चरण में 12 दिसम्बर को परसा, दरियापुर और मकेर प्रखंड

Bihar Panchayat Election 

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पटना/नालंदा: बिहार में नालंदा जिले के राजगीर-तिलैया रेलखंड पर मालगाड़ी की 16 बोगियां पटरी से उतर गईं। हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। रेलवे प्रशासन ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू कर दी है। फिलहाल, बोगियों के बेपटरी होने से ट्रेनों का परिचालन बाधित है।

घटना राजगीर तिलैया रेलखंड के राजगीर थाना के नेकपुर गांव के पास घटी, जहां एक कोयला लदी मालगाड़ी पटरी से उतर गयी। कोडरमा से कोयला लादकर मालगाड़ी एनटीपीसी बाढ़ ले जा रही थी। इसी बीच राजगीर के नेकपुर हॉल्ट के पास मालगाड़ी पलट गई। इस मालगाड़ी में कुल 58 बोगियां थीं, जिनमें 16 बोगियां पटरी से उतर गईं।

राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन के द्वारा आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। रेलवे के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं और रेलवे परिचालन शुरू हो सके, इसके लिए कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। मालगाड़ी के पटरी के उतरने की सूचना मिलने के बाद दानापुर से एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन राजगीर के लिए रवाना हो चुकी है। 

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Patna: बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मंगलवार को अधिसूचना जारी कर दी गई। राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रत्येक चरण का पूरा विवरण जारी कर दिया है। आयोग ने बताया है कि किस तारीख को कितने प्रखंडों में वोट डाले जायेंगे। अधिसूचना के जारी होते ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। अब किसी भी नई योजना का आरंभ नहीं हो सकेगा। हालांकि, पुरानी योजनाएं जारी रहेंगी।

चुनाव के लिए मतदान 11 चरणों में होंगे। अधिसूचना जारी होने के साथ उम्मीदवार अब बुधवार से छह अलग-अलग पदों के लिए नामांकन कर सकेंगे। नामांकन के लिए उनको सात दिनों का समय मिलेगा। आयोग ने नामांकन पत्र भरने, जांच और नाम वापसी के समय निर्धारित कर दिए हैं। मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य, पंच, पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्य के उम्मीदवार 11 बजे दिन से शाम चार बजे तक नामांकन कर सकेंगे।

जिन जिलों में बाढ़ नहीं है, वहां पहले मतदान कराए जाएंगे। इसके बाद बाढग्रस्त क्षेत्रों में चरणवार मतदान कराए जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने नामांकन के लेकर जारी निर्देश में कहा है कि अधिसूचना के अगले दिन से सातवें दिन तक उम्मीदवार नामांकन कर सकेंगे। यदि नामांकन के अंतिम दिन सार्वजनिक अवकाश होगा तो नामांकन की मियाद एक दिन बढ़ाई जा सकेगी। राज्य में करीब ढ़ाई लाख पदों के लिए आठ से दस लाख उम्मीदवारों द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत और ग्राम कचहरी के पदों के लिए नामांकन किया जाएगा।

पहला चरण-24 सितंबर
10 जिला , 12 प्रखंड

दूसरा चरण-29 सितंबर
34 जिला , 48 प्रखंड

तीसरा चरण-8 अक्टूबर
35 जिला, 50 प्रखंड

चौथा चरण-20 अक्टूबर
36 जिला, 53 प्रखंड

पाँचवाँ चरण– 24 अक्टूबर
38 जिला, 58 प्रखंड

छठा चरण– 3 नवंबर
37 जिला, 57 प्रखंड

सातवां चरण-15 नवंबर
37 जिला, 63 प्रखंड

आठवां चरण-24 नवंबर
36 जिला, 55 प्रखंड

नवां चरण-29 नवंबर
35 जिला, 53 प्रखंड

दसवां चरण– 8 दिसंबर
34 जिला, 53 प्रखंड

ग्यारहवां चरण– 12 दिसंबर
20 जिला, 38 प्रखंड
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अंतिम चरण में चुनाव

2.59 लाख से अधिक पदों पर होगा चुनाव

इस बार कुल 2 लाख 59 हजार 260 पदों पर निर्वाचन होगा। इसमें मुखिया व सरपंच के लिए क्रमश: 8387 पदों पर चुनाव होगा। साथ ही वार्ड सदस्य के लिए 01 लाख 14 हजार 667, पंचायत समिति के लिए 11491, जिला परिषद सदस्य के लिए 1161 एवं पंच के एक लाख 14 हजार 667 पदों पर चुनाव होना है।

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पटना: बिहार के पांच वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी एक सप्ताह राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद और मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षण लेंगे।इन पांच अधिकारियों में दो आईजी और तीन डीआईजी रैंक के अधिकारी शामिल हैं।

बिहार गृह विभाग से प्राप्त सूचना के मुताबिक 1998 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और मगध रेंज के आईजी अमित लोढ़ा तथा 2003 बैच के आईपीएस विजय कुमार वर्मा अगले महीने छह सितम्बर से 11 सितम्बर तक लगभगमसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में आयोजित जॉइंट सिबिल मिलिट्री (जेसीएमद्ध) ट्रेनिंग में हिस्सा लेने जा रहे हैं।

इसके साथ ही बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के डीआईजी क्षत्रनील सिंह जो 2005 बैच, तकनीकी सेवा के डीआईजी अनसुइया रणसिंह साहू जो 2006 बैच और पदस्थापन की प्रतीक्षा कर रहे डीआईजी रैंक के अधिकारी मोहम्मद शफीउल हक़ जो 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं ये तीनों 27 सितम्बर से 22 अक्टूबर तक राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद में होने वाले मिड करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने जा रहे हैं। मोहम्मद शफीउल हक को हाल ही में मुंगेर के डीआईजी के पद से हटाया गया था।

इससे पूर्व बीते सोमवार को ही बिहार के दस आईपीएस अधिकारी 40 दिन के लिए ट्रेनिंग पर जा चुके हैं। राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद में 23 अगस्त से एक अक्टूबर तक 42वां इंडक्शन में ये अधिकारी प्रशिक्षण लें रहे है। इन 10 अधिकारियों में आठ एसपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं। जिन्हें हाल ही में प्रमोशन देकर बीपीएस से आईपीएस बनाया गया है।

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बिहार में 778 ग्रामीण सड़कों और 315 पुलों का निर्माण 31 मार्च, 2022 तक पूरा करना बारिश और बाढ़ के कारण बड़ी चुनौती हो गयी है. करीब 2200 किमी लंबाई में पीएमजीएसवाइ-1 और पीएमजीएसवाइ-2 के तहत इनका निर्माण पूरा करने का निर्देश केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने राज्य के ग्रामीण कार्य विभाग को दिया है.

जिन परियोजनाओं का काम 31 मार्च तक पूरा नहीं हो सकेगा, उनका निर्माण राज्य सरकार को अपने स्रोतों से पूरा कराना पड़ेगा. फिलहाल केंद्र और राज्य की 60 और 40 फीसदी की हिस्सेदारी में पीएमजीएसवाइ परियोजनाओं का काम हो रहा है. इन सभी परियोजनाओं को बनाने की स्वीकृति दिसंबर 2020 में केंद्र सरकार ने दे दी थी. सूत्रों के अनुसार पीएमजीएसवाइ एक में 510 सड़क और 309 पुलों को बनाने की योजना थी.

वहीं, पीएमजीएसवाइ दो में 268 सड़क और छह पुलों को बनाने की मंजूरी दी गयी. इसके साथ ही राज्य में पीएमजीएसवाइ के पहले और दूसरे चरण में करीब 57 हजार 700 किमी सड़क बनाने का लक्ष्य था. इसमें से करीब 55 हजार 500 किमी लंबाई में सड़क बन चुकी है. अब पीएमजीएसवाइ के पहले चरण में करीब 1400 किमी और दूसरे चरण में करीब 800 किमी लंबाई में सड़क का निर्माण होना है. पीएमजीएसवाइ दूसरे चरण के तहत करीब 2456 किमी लंबाई में सड़क बनाने की मंजूरी केंद्र सरकार ने 2020 में दी थी.

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पटना: बिहार में पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए सभी जिलों में चुनाव संबंधी तैयारियां तेज हो गयी है। राज्य में इस वर्ष छह लाख से अधिक मतदानकर्मियों की तैनाती की जाएगी। इसके लिए सभी जिलों में जिला प्रशासन की ओर से स्थानीय सरकारी कार्यालयों में तैनात कर्मियों की सूची एकत्र की जा रही है ताकि अलग-अलग बूथों पर उनकी तैनाती की जा सके।

आयोग ने निर्देश दिया है कि पीठासीन पदाधिकारी मतदान दल के अन्य सदस्यों से हमेशा संपर्क में रहेंगे और ईवीएम की प्राप्ति से लेकर मतदान की समाप्ति तक सामूहिक उत्तरदायित्व के बाद ईवीएम एवं अन्य कागजातों को जमा करने के सिद्धांत का पालन करेंगे। सभी मतदान पदाधिकारी पीठासीन पदाधिकारी के मतदान प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए दिए गए निर्देशों का पालन करेंगे।

आयोग के अनुसार राज्य में करीब एक लाख 14 हजार मतदान केंद्रों का गठन किया जाना है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी निर्देश के अनुसार पंचायत चुनाव को लेकर प्रत्येक बूथ पर छह मतदानकर्मियों की तैनाती की जाएगी। इनमें पीठासीन पदाधिकारी की संख्या एक, मतदान पदाधिकारी-1 व मतदान पदाधिकारी-2 की संख्या एक-एक तथा मतदान पदाधिकारी-3 की संख्या तीन होगी।

आयोग के अनुसार मतदान दल की नियुक्ति करते समय जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत/निर्वाची पदाधिकारी प्रथम मतदान पदाधिकारी को मतदान केंद्र पर अपरिहार्य कारणों से उनके अनुपस्थित रहने पर पीठासीन पदाधिकारी के कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्राधिकृत कर सकेंगे।

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नयी दिल्ली: ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) कला संस्कृति प्रकोष्ठ के सौजन्य से भाई-बहन के अटूट स्नेह को प्रदर्शित करने वाले त्योहार रक्षाबंधन के अवसर पर वर्चुअल कार्यक्रम ‘बंधन स्नेह का’ का आयोजन किया गया. जिसमें देशभर के लोगों ने सहभागिता की एवं एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.

जीकेसी कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कार्यक्रम के संयोजक प्रेम कुमार ने बताया कि बंधन स्नेह का कार्यक्रम में बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, आसाम, कर्नाटक और मध्यप्रदेश समेत देश भर के कई लोगों ने शानदार प्रस्तुति दी.

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को जीकेसी कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव पवन सक्सेना और राष्ट्रीय सचिव शिवानी गौड़ ने होस्ट किया. कार्यक्रम के सफल संचालन में डिजिटल-तकनीकी प्रकोष्ठ के ग्लोबल अध्यक्ष आनंद सिन्हा, डिजिटल- तकनीकी प्रकोष्ठ के ग्लोबल महासचिव सौरभ श्रीवास्तव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.

उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के बीच प्यार, स्नेह और परस्पर विश्वास का प्रतीक है. भाई-बहन के पावन रिश्तों के पर्व को रक्षा बंधन का त्यौहार माना जाता है.

जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि रक्षा बंधन का पर्व भारतीय संस्कृ्ति और परंपरा का महत्वपूर्ण हिस्सा है. पौराणिक काल से लेकर आधुनिक काल तक विभिन्न अवसरों पर रक्षा बंधन का त्यौहार मनाए जाने तथा इसके महत्व का उल्लेख मिलता है. रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहनों के बीच प्यार और सम्मान के बंधन का जश्न मनाता है और उनका सम्मान करता है. रक्षा बन्धन का त्यौहार जहां आपसी भाई-चारे को बढ़ाएगा, वहीं समाज में सौहार्दपूर्ण वातावरण स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

उन्होंने लोगों से अपील की है कि रक्षाबंधन के त्योहार को हर्षोल्लास और भारतीय संस्कृति के अनुरूप मनायें. भाई-बहन के असीम स्नेह व प्रेम के पावन पर्व रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं!
जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने कहा कि रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन के पवित्र और प्रगाढ़ प्रेम का प्रतीक है. यह सभी धर्मों का, सभी वर्गों का साझा त्यौहार है. भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन बहनों के मान-सम्मान की सुरक्षा और भाइयों के सुदीर्घ जीवन की मंगल-कामना का त्यौहार है. जीकेसी कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष देव कुमार लाल ने कहा कि यह त्यौहार परिवार एवं समाज में आपसी भाई-चारे को सुदृढ़ करता है. प्रदेश एवं देश में शांति, सौहार्द एवं आपसी भाई-चारे को बढ़ाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण त्यौहार है. आनंद कुमार सिन्हा ने कहा कि भारतीय संस्कति में रक्षा बंधन के त्योहार को बेहद खास माना जाता है. यह पर्व भाई और बहन के पवित्र और अटूट रिश्ते का प्रतीक है।भाई-बहन के अटूट बंधन, प्यार, विश्वास, त्याग और समर्पण का प्रतीक एव पावन पर्व रक्षा बंधन के अवसर पर सभी को बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं.

पवन सक्सेना ने कहा, राखी का यह पर्व भारतीय संस्कृति में पारिवारिक मूल्यों और सामाजिक सम्बंधों की प्रगाढ़ता के महत्त्व को रेखांकित करता है. उन्होंने कहा, न मांगे वो धन और दौलत, न मांगे उपहार! चाहत बहन की बस इतनी कि बना रहे प्यार!
गम न कोई पास में आए, खुशियां मिलें हजार !! जीकेसी परिवार के सभी सदस्यों में ही ईश्वर आपस में इसी तरह का सामंजस्य बना रहे.
शिवानी गौड़ ने कहा, मेरी नजर में रक्षाबंधन सिर्फ एक धागे का सूत्र नहीं है, यह एक विश्वास है, एक आस्था है जो हर बहन की अपने भाई के लिए होती है कि वह हर मुसीबत में अपनी बहन की रक्षा करेगा और भाई भी इस बात को पूरी तरह से निभाता है. मैं इस रक्षाबंधन पर ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि वह हर भाई को स्वस्थ सकुशल और खुश रखे.

कार्यक्रम के दौरान सुभाषिणी स्वरूप, शीला गौड़़, आलोक अवरिल, रूचिता सिन्हा, मृणालिनी अखौरी, अनुराग सक्सेना, गीता कुमारी, रवि शेखर सिन्हा, रजत नाथ, अपूर्वा सक्सेना, स्वेच्छा वर्मा, कुंदन तिवारी, रूपाली गांगुली, नूतन सिन्हा, तन्वी माथुर और रश्मि सिन्हा ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन रागिनी रंजन ने दिया.

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पटना/औरंगाबाद: केंद्रीय विद्युत नवीन एवं नवीकरण उर्जा विभाग के मंत्री, राजकुमार सिंह ने कहा है कि देश के सभी शहर गांवों को शीघ्र ही 24 घंटे बिजली मिलने लगेगी । इस दिशा में काफी गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं।

आरके सिंह ने आज औरंगाबाद जिले के नबीनगर प्रखंड में स्थित विधुत परियोजना एनपीजीसी के अतिथि गृह में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सभी गांवों में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने की योजना पर विद्युत मंत्रालय ने कार्य करना शुरू कर दिया है ।

इसके लिए केंद्र सरकार ने तीन लाख तीन हजार करोड़ रुपये की एक योजना स्वीकृत की है ।उन्होंने बताया कि अभी देश के सभी गांवों में 22 घंटे बिजली की उपलब्धता है और हमारी योजना इसे बढ़ाकर सभी गांवों में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने की है । इसके अलावा हमारा लक्ष्य सिंचाई के लिए शीघ्र ही हर खेत तक बिजली पहुंचाने का भी है । इसके लिए देश के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्युत उपक्रमों को तेजी से काम करने के लिए कहा गया है ।

केंद्रीय विद्युत मंत्री ने कहा कि वर्ष 2015 में देश के गांवों में केवल 10 से 12 घंटे तक ही बिजली की उपलब्धता थी जिसे केंद्र की मौजूदा सरकार ने बढ़ाकर अभी 22 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की है । उन्होंने कहा कि देश के शहरी इलाके में कहीं-कहीं 24 घंटे और कहीं-कहीं 23 से साढे 23 घंटे तक बिजली की उपलब्धता है जिसे शीघ्र ही 24 घंटे निर्बाध बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में काम चल रहा है ।

आरके सिंह ने कहा आज देश में बिजली का सरप्लस उत्पादन हो रहा है।जबकि पहले देश में बिजली की भारी कमी थी ।उन्होंने कहा कि अभी पूरे देश में दो लाख मेगावाट बिजली की मांग है जबकि हमारी कुल उत्पादन क्षमता तीन लाख 84 हजार मेगावाट तक पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि देश में अभी एक लाख 42 हजार किलोमीटर ग्रिड लाइन का विस्तार हो चुका है और हम किसी अन्य कारणों से ब्लैक आउट होने की स्थिति में देश के किसी भी कोने से दूसरे कोने तक बिजली पहुंचाने में सक्षम हैं ।

उन्होंने कहा कि देश के हर गांव – टोला तथा हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। उन्होंने कहा कि सिर्फ 18 माह में देश भर के 2.82 करोड़ घरों को बिजली से जोड़ा गया है। इतने अल्प समय में किया गया यह रिकॉर्ड कार्य है।यह इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है।उन्होंने कहा कि हर गांव तथा हर घर तक बिजली पहुंचाने की योजना पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से 2 लाख 2 हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए जिसमें केवल बिहार को 22 हजार करोड़ रुपये मिला ।

एनटीपीसी लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली नबीनगर पावर जेनरेटिंग कंपनी के दूसरे स्टेज के तहत 8 – 8सौ मेगावाट बिजली उत्पादन की तीन इकाइयों की स्थापना के प्रस्ताव पर आवश्यकतानुसार केंद्र सरकार गंभीरतापूर्वक विचार करेगी। यदि हर दृष्टिकोण से यह उपयोगी तथा आवश्यक होगा तो दूसरे स्टेज पर भी कार्य शुरू किया जाएगा ।

उन्होंने कहा कि बिहार में बिजली के उत्पादन , उपलब्धता तथा संचरण व्यवस्था को दुरुस्त करने पर मंत्रालय का विशेष जोर है ।उन्होंने कहा कि विद्युत मंत्रालय सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान देगा । सौर ऊर्जा के माध्यम से वातावरण में प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलेगी ।इसके अलावा पनबिजली तथा पवन ऊर्जा को भी बढ़ावा देने पर मंत्रालय काम कर रहा है ।उन्होंने कहा कि भारत में बिजली के क्षेत्र में हुई प्रगति की चर्चा अब पूरी दुनिया में होने लगी है ।

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पटना: राज्यपाल फागू चौहान ने बिहार के कई विश्वविद्यालय में नए कुलपति और प्रतिकुलपति की नियुक्ति की है। इस संबंध में गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी गयी है। अधिसूचना के अनुसार मुंगेर, नालंदा समेत कई विश्वविद्यालयों में नए कुलपति की नियुक्ति आज राज्यपाल फागू चौहान ने कर दी है। वही प्रति कुलपति की भी नियुक्ति की गयी है।

चार कुलपति और चार प्रति कुलपति की नियुक्ति की गयी है। इनके चयन के लिए बनी सर्च कमेटी ने एक पद के लिए तीन-तीन नामों की अनुशंसा की थी।

जारी अधिसूचना के अनुसार जेडी वीमेंस कॉलेज की प्राचार्य डॉ. श्यामा राय मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति बनाए गये हैं। वही साइंस कॉलेज के प्रो. केसी सिन्हा को नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा प्रोफेसर आरएन यादव पूर्णिया विश्वविद्यालय में कुलपति नियुक्त किए गये हैं। डॉ. यादव इससे पहले यहां प्रतिकुलपति के पद पर थे। कॉलेज आफ कामर्स पटना के सेवानिवृत हुए मोहम्मद कुद्दुस मौलाना मजहरुल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय में कुलपति बनाए गये हैं।

इनके अलावा चार प्रति कुलपति भी बनाए गए हैं। प्रोफेसर सिद्धार्थ शंकर सिंह को कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति बनाए गये हैं। प्रोफेसर राजीव कुमार मलिक पाटलीपुत्र विश्वविद्यालय पटना के प्रति कुलपति बनाये गये हैं। राजीव कुमार मलिक भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय लालूनगर मधेपुरा में स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष हैं। प्रोफेसर मलिक मूलतः भागलपुर के रहने वाले हैं।

प्रोफेसर सीएस चौधरी वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी आरा के प्रति कुलपति नियुक्त किए गये हैं। राज्यपाल के यहां से जारी अधिसूचना के अनुसार सभी की नियुक्ति पद ग्रहण की तारीख से तीन साल के लिए की गई है।

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पटना: जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता और ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ़्रेंस (जीकेसी) के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद को सामाजिक और राजनीति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगादान के लिये ऑल इंडिया उलमा बोर्ड के सौजन्य से ‘मौलाना अब्दुल कलाम आजाद अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है।

ऑल इंडिया उलमा बोर्ड के सौजन्य से राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली के ग़ालिब ऑडिटोरियम में ‘मौजूदा हालात और मुसलमान, विषय पर एक सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस सम्मलेन में विभिन्न क्षेत्र के पारंगत एवं प्रतिष्ठित लोगों ने शिरकत की और उपरोक्त विषय पर वार्ता की। इस आयोजन में राजीव रंजन प्रसाद को विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था। आयोजन के दौरान सभी उपस्थित महानुभावों को उनके द्वारा किये गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।

जदयू नेता और जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद को सामाजिक क्षेत्र और राजनीतिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान को देखते हुये ‘मौलाना अब्दुल कलाम आजाद अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है। ऑल इंडिया उलमा बोर्ड की ज्यूरी जिसमें शाही ईमाम दिल्ली मौलाना नियाज़ अहमद कासमी, शमशुल उलमा मौलाना सैयद अतहर अली अशरफी मुम्बई, सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अमजद खान ,अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी मौलाना डॉ सऊद आलम क़ासमी एवं मशहूर शायरा सुश्री लता हया शामिल थी।

श्री प्रसाद ने ‘मौलाना अब्दुल कलाम आजाद अवार्ड’ मिलने पर हर्ष व्यक्त करते हुये कहा कि 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इस सम्मान का पाना मेरे लिये सोने पे सुहागा की तरह है। समाज में नि:स्वार्थ भाव से योगदान देना मेरे व्यक्तित्व और मेरे समाज का अभिन्न अंग रहा है। ‘मौलाना अब्दुल कलाम आजाद अवार्ड’मेरे हौसले और जज्बे को बुलंद कर रहा है। मैं आप सब का तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ और आप सब से यह वादा करता हूँ कि मेरी हर कोशिश रहेगी कि इस सम्मान की गरिमा बरकरार रखूँ और अपने नेतृत्व से समाज को भावनात्मक एवं सकारात्मक रूप से जोड़ता रहूं।

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