पटना: बिहार में कुछ दिन पूर्व हुए सत्ता परिवर्तन के बाद बिहार में भाजपा और जदयू नेताओं के बीच तल्खी तेज हो गयी है। इस दौरान अभी चर्चा में नीतीश कुमार के पुराने साथी सुशील मोदी है। सुशील मोदी लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर तो है ही सुशील मोदी पर भी पलटवार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद अब जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने भी सुशील मोदी को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने बता दिया कि क्यों सुशील मोदी को न सिर्फ बिहार के डिप्टी सीएम के पद से हटाया गया, बल्कि पार्टी में किनारे कर दिया गया।

शनिवार सुबह सुशील मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए ललन सिंह ने कहा है कि आपका बयान देखकर घोर आश्चर्य हुआ..! जिस व्यक्ति का ग्रह-नक्षत्र खुद खराब हो और नीतीश जी से अच्छे रिश्तों के कारण खुद हाशिए पर ला दिए गए हों वैसे नेता के यहां नीतीश जी को उपराष्ट्रपति बनाने के लिए कोई जाये, यह अपने-आप में हास्यास्पद और सरासर झूठ है। नीतीश जी कभी ना राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे और ना ही उपराष्ट्रपति उपराष्ट्रपति पद के..! यदि ऐसे ही बयान देने से भाजपा नेतृत्व को खुश कर के आप पुनर्वासित हो जाते हैं, तो हमलोगों की शुभकामनाएं आपके साथ है…हो जाइए।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक दिन पूर्व सुशील मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह खुद अपनी पार्टी में दरकिनार कर दिए गए हैं, मेरे खिलाफ बोलकर शायद उनका कुछ भला हो जाए। इससे पूर्व भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि नीतीश कुमार देश के उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे। उन्होंने यह भी कहा था कि नीतीश कुमार खुद तो कुछ नहीं करते थे लेकिन अपने करीबी लोगों के जरिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व तक इस बात को पहुंचाते थे। इसे लेकर जदयू के बड़े नेताओं ने भाजपा के मंत्रियों से कई बार बात की थी लेकिन जब भाजपा के पास खुद बहुमत था तो किसी और को कैसे उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता था।

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पटना: बिहार के सात पुलिस अधिकारियों का चयन केंद्रीय गृह मंत्री के पदक के लिए किया गया है। इन अधिकारियों का चयन आपराधिक मामलों के अनुसंधान में उत्कृष्ट भूमिका निभाने के लिए किया गया है। बिहार के इन सात पुलिस पदाधिकारियों में दो एसपी और पांच अन्य अधिकारी शामिल हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री पदक से अलंकृत होने वाले बिहार के सात पुलिस पदाधिकारियों में पुलिस अधीक्षक सायली सावलाराम धूरत और विनय तिवारी के अलावा इंस्पेक्टर रामशंकर सिंह, इंस्पेक्टर विनय प्रकाश, एसआई मनोज कुमार राय, एसआई मो. चांद परवेज और एसआई मो. गुलाम मुस्तफा शामिल हैं।

एसपी विनय तिवारी को पटना में जनवरी 2021 में इंडिगो एयरलाइन्स के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की हत्याकांड में उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है। इस मामले की जांच एसपी विनय तिवारी के नेतृत्व में हुई थी। विनय तिवारी ने पूरे मामले का उद्भेदन किया और रुपेश की हत्या की गुत्थी सुलझाई थी। एसपी सायली धूरत को अररिया दुष्कर्म मामले की जांच में उत्कृष्टता के लिए पदक से अलंकृत किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि देशभर में कुल 151 पुलिस अधिकारियों का चयन इस पदक के लिए किया गया है। पिछले साल भी बिहार के सात पुलिस अधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्री पदक से अलंकृत किया गया था।

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पटना: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आरसीपी सिंह को बहुत इज्जत दिया. उन्हें अपनी जगह पार्टी का अध्यक्ष बनाया. जबकि उन्होंने बहुत गड़बड़ किया.API key not valid. Please pass a valid API key.

उन्होंने कहा कि जिसको सबसे अधिक दिया, अपनी जगह 2020 के दिसंबर में राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया. जब वे केंद्र में मंत्री बने तो उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष का पड़ छोड़ने को कहा. उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा का सम्मान करते हुए पार्टी ने उन्हें अध्यक्ष बनाया था. अब अपने आप छोड़ दिए. मेरे बारे में अनर्गल बोल रहें हैं . उनको इतना सम्मान दिया उन्होंने दल के हित में काम नहीं किया. उन्हें जानता कौन था? मैंने उन्हें बनाया. मैंने उन्हें कहा से लाकर कहा से कहा तक पहुँचाया. मंत्री बनाने के बाद किसी भी राज्य के दौरे पर वे कार्यकर्ताओं से नहीं मिलते थे. विधानसभा के चुनाव में जिम्मेवारी भी दी. बावजूद उन्होंने मुझ पर ही अनर्गल आरोप लगा दिए.

वहीँ नीतीश कुमार ने सुशील कुमार मोदी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे उपमुख्यमंत्री नहीं बने तो मुझे अच्छा नहीं लगा, पर उनको उनकी पार्टी ने केंद्र में भी कुछ नहीं बनाया, अब पार्टी को खुश करने के लिए मुझपर टिपण्णी कर रहें हैं.

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बांडीपोरा: जम्मू-कश्मीर के बांडीपोरा जिले के सोदनारा सुंबल इलाके में गुरुवार देररात आतंकियों ने बिहार के एक श्रमिक की गोली मारकर हत्या कर दी। श्रमिक की पहचान मोहम्मद अमरेज पुत्र मोहम्मद जलील निवासी मधेपुरा बेसरह के तौर पर हुई है। पुलिस ने सुरक्षाबलों के साथ मिलकर पूरे क्षेत्र की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया है।

बताया गया है कि देररात बांडीपोरा के सोदनारा सुंबल में रहने वाले बिहार के श्रमिक के घर पर अचानक कुछ नकाबपोश आतंकी घुस गए और उस पर गोलियां चलाकर फरार हो गए। गोलीबारी की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और खून से लथपथ मोहम्मद अमरेज को अस्पताल पहुंचाया।

डॉक्टरों का कहना है कि अमरेज गंभीर रूप से घायल था। शुक्रवार सुबह उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर हमलावर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है। कश्मीर जोन पुलिस ने इस हमले की पुष्टि करते हुए मामले से संबंधित सभी जानकारी ट्वीटर पर साझा की है। आतंकवादियों का पता लगाने के लिए आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है।

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वाराणसी: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह को बिहार के गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय का विजिटर नियुक्त किया गया है। देव मंगल ट्रस्ट के संस्थापक बिहार भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य सभा सांसद गोपाल नारायण सिंह ने स्वयं प्रो.हरिकेश सिंह को नियुक्ति पत्र सौंपा।

प्रो हरिकेश सिंह काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय के पूर्व संकाय प्रमुख एवं विभागाध्यक्ष भी रहे है। प्रो. सिहं को विजिटर नियुक्त होने पर शुभचिंतकों में हर्ष व्याप्त है।

मूल रूप से प्रदेश के गाजीपुर जनपद के घरिहा गांव निवासी प्रो. हरिकेश सिंह के पिता स्वर्गीय कुबेर नाथ सिंह राष्ट्रपति पदक से सम्मानित शिक्षक रहे हैं। प्रो. सिंह छात्र राजनीति के दौरान छात्रहित में संघर्ष के लिए 1973 में लम्बे समय तक जेल में बंद रहे। आपातकाल के समय कांग्रेस के तानाशाही के विरुद्ध आंदोलनों का नेतृत्व भी किया एवं देश भर में रणभेरी बँटवाने के कार्य का संयोजन भी किया।

प्रो. सिंह पूर्व विभागाध्यक्ष डिपार्टमेंट ऑफ़ फॉउण्डेशन्स ऑफ़ एजुकेशन नीपा नई दिल्ली, सदस्य शिक्षा के अधिकार पर राज्य सलाहकार परिषद उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ आचार्यकुल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय अध्यापक संघ के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। साथ ही देश के प्रतिष्ठित संस्थाओं के विभिन्न उच्च स्तरीय कमेटियों के सदस्य रह चुके हैं।

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-राजभवन से राबड़ी आवास पहुंचे नीतीश

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान को इस्तीफा सौंपने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज जदयू सांसदों, विधायकों और पार्षदों की बैठक हुई। बैठक में सभी ने एनडीए छोड़ने की बात रखी गयी। इसके बाद सभी सांसदों, विधायकों और पार्षदों ने एनडीए छोड़ने पर सहमति जतायी। सबकी इच्छा थी भाजपा से अलग होने की और फैसला ले लिया गया।

उन्होंने कहा कि बैठक में लिए गये फैसले के बाद उन्होंने एनडीए के मुख्यमंत्री के तौर पर काम कर रहे पद से अपना इस्तीफा यहां राजभवन में आकर राज्यपाल फागू चौहान को सौंप दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है।

राजभवन से निकलने के बाद सबसे पहले नीतीश कुमार सरकारी आवास गये। इसके बाद उन्होंने राबड़ी आवास में राबड़ी देवी से मुलाकात की। उनके साथ तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। यहां से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव सीएम आवास के लिए निकल चुके है।

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पटना: नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार दोपहर दो बजे राजभवन के राजेन्द्र मंडप में होगा। नीतीश कुमार के आवासीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार नीतीश कुमार कल यानी बुधवार दोपहर दो बजे आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

इससे पहले नीतीश कुमार ने मंगलवार शाम चार बजे के करीब राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान को मुख्यमंत्री पद का त्याग पत्र सौंपा। राज्यपाल ने नीतीश कुमार का त्याग पत्र स्वीकार कर उनसे अनुरोध किया है कि अग्रिम व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करते रहें।

जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

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-नीतीश ने कहा, पार्टी विधायकों-सांसदों के कहने पर लिया फैसला
-संजय जायसवाल बोले, भाजपा को नीतीश कुमार ने धोखा दिया

पटना: बिहार में पांच साल पुराना भाजपा-जदयू गठबंधन मंगलवार को टूट गया। इसी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को इस्तीफा सौंप दिया। साथ ही उन्होंने राजद, जदयू, कांग्रेस और वाम दलों के 160 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को देते हुए महागठबंधन की सरकार बनाने का दावा भी पेश किया।

आज पूर्वाह्न 11 बजे जदयू की बैठक में सहमति बनने के बाद सीएम चार बजे से 20 मिनट पहले राजभवन गए और राज्यपाल को त्यागपत्र सौंप दिया। दूसरी ओर राजद विधायक दल की बैठक दिन 11 बजे से शुरू हुई, जिसमें कांग्रेस और वाम दलों ने तेजस्वी यादव को नेता मानते हुए पूरा समर्थन देने की बात कही।

बिहार के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद जदयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि सभी सांसद और विधायक आम सहमति पर हैं कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए। इसके तुरंत बाद उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। ये पूछने पर कि भाजपा से क्या परेशानी थी, नीतीश कुमार ने कहा कि इस सवाल का जवाब वे बाद में देंगे। इसके बाद वे सीधे वहां से राबड़ी देवी के आवास के लिए रवाना हो गए। राबड़ी देवी के आवास पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

नयी सरकार में बताया जा रहा है कि कांग्रेस और राजद से दो उप मुख्यमंत्री होंगे। हालांकि, महागठबंधन ने साफ कर दिया कि उन्होंने नीतीश कुमार को ही नेता माना है।

इन सभी घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार की जनता और भाजपा को नीतीश कुमार ने धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि 2017 से और अब क्या अंतर आया, नीतीश कुमार इसका जवाब दें। संजय जायसवाल ने कहा कि 2020 में एनडीए के तहत मिलकर चुनाव लड़ा। कम सीट जीतने के बाद भी भाजपा ने पीएम मोदी के कहने पर नीतीश कुमार को सीएम बनाया। नीतीश कुमार ने 2017 में गठबंधन तोड़ने का अफसोस भी जताया था।

लोजपा रामविलास पार्टी के अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान ने कहा कि आज नीतीश कुमार की क्रेडिबिलिटी शून्य है। हम चाहते हैं कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू हो और राज्य को नए सिरे से जनादेश मिले।नीतीश कुमार की कोई विचारधारा नहीं अगले चुनाव में जदयू को शून्य सीटें मिलेंगी।

लालू की बेटी चंदा ने भाई तेजस्वी यादव की तस्वीर शेयर करते हुए रिएक्ट किया। उन्होंने तस्वीर में लिखा-‘तेजस्वी भवः बिहार’। इसमें जिस तरह से तेजस्वी की तस्वीर लगी हुई है उससे तय है कि लालू के छोटे लाल का रोल नई सरकार में अहम रहने वाला है।

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पटना: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के ओर से रविवार को लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान के उपर दिये गये बयान का जवाब सोमवार को प्रेस वार्ता कर चिराग पासवान ने दिया है।

ललन सिंह के बयान कि जदयू डूबता नहीं बल्कि दौड़ता जहाज है पर तंज कसते हुए चिराग ने कहा कि पानी में चलने वाला जहाज दौडेगा कैसे। क्या उपेंद्र कुशवाहा साल 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग मॉडल के प्रतीक नहीं है। बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा उस समय जदयू से अलग चुनाव लड़े और नीतीश कुमार के दल ने बाद में उन्हें जदयू में शामिल कर लिया।

लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को कहा कि नीतीश कुमार को सिर्फ मुख्यमंत्री कैसे बने रहें, इस बात की चिंता है। उन्हें विकास से कोई मतलब नहीं है। वह विकास पुरूष नहीं पलटूराम है। जबकि चिराग मॉडल तो विकास का मॉडल है। बिहार की 32 लाख जनता ने हमें सपोर्ट किया। उनका मॉडल क्या है, यह उन्हें बताना चाहिए। उन्होंने सीएम नीतीश से सवाल किया कि 2015 में आप जिनके साथ गए थे तब जंगलराज याद नहीं था। किसने तैयार किया चिराग मॉडल . जेडीयू इस सवाल का जवाब दें।कितना इंतजार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि चिराग किसी का मॉडल है तो वो रामविलास पासवान का था। जीते जी रामविलास पासवान को अपमानित करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। मेरी पार्टी और परिवार को नीतीश कुमार ने तोड़ा और आज खुद ही पार्टी टूट रही है तो बहाना बना रहे हैं। क्या नीतीश कुमार चाहते हैं उन्हें पलटूराम की तरह याद करें।

उल्लेखनीय है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान पर रविवार को निशाना साधते हुए जदयू के वर्ष 2020 विधानसभा चुनाव में सीटें घटने का कारण साजिश बताया था। ललन सिंह ने चिराग मॉडल का नाम देकर कहा था कि जदयू का जनाधार नहीं घटा है बल्कि चिराग मॉडल से हमें कमजोर करने की साजिश रची गई थी। अब वैसी ही साजिश आरसीपी सिंह के रूप में थी जिसे ललन सिंह ने चिराग मॉडल-2 नाम दिया था।

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पटना: बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने की चर्चा जोरों से चल रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के सभी विधायकों और सांसदों की मंगलवार को बैठक भी बुलाई है। इस बैठक में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। ऐसे में बिहार की राजनीति के लिए अगले 24 घंटे काफी अहम माने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बात की थी। अब इन दोनों के बीच क्या बात हुई, इसकी तस्वीर अगले कुछ दिनों में ही साफ हो सकती है।

मुख्यमंत्री नीतीश के आवासीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से लालू यादव को इस बात पर मनाने का आग्रह किया है कि भाजपा से अलग होने की स्थिति में सीएम उन्हें ही बनाया जाए। राजद सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार गृह और उपमुख्यमंत्री की कुर्सी सहित कई प्रमुख विभाग राजद को मिलने वाले हैं।

हालांकि राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बातचीत में कहा कि मंगलवार को राजद विधायक, सांसद और एमएलसी की बैठक 2024 के लोकसभा और उसके अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर है न कि किसी सरकार के गठन को लेकर। जगदानंद ने कहा कि नीतीश कुमार को हमने आमंत्रित नहीं किया है। गठबंधन की कोई बात नहीं हुई है। हमने किसी को प्रस्ताव नहीं भेजा है।

इन सब के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मंगलवार को अपनी पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है, जिसमें कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है कि पार्टी के विधायकों से फीडबैक लेने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई गयी है।

रविवार को जनता दल (यूनाइटेड) राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि कुछ लोग बिहार में एक बार फिर से 2020 के चिराग पासवान मॉडल इस्तेमाल करना चाहते थे, मगर नीतीश कुमार ने इस षड्यंत्र को पकड़ लिया है। इसी के साथ वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह के इस्तीफे को लेकर उन्होंने कहा था कि उनका तन भले ही जनता दल यूनाइटेड में था, मगर उनका मन कहीं और था।

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मोतिहारी: सावन के अंतिम सोमवारी व एकादशी को बिहार के प्रसिद्ध मनोकामना पूरक पंचमुखी बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।

रविवार देर रात्रि से ही यहां पहुंचे लोगो के शिव जयकारे से पूरा अरेराज गुंजयमान हो रहा है।नेपाल,यूपी के साथ बिहार के कई जिलों से पहुंचे श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन व प्रशासन ने रात्रि डेढ़ बजे प्रथम पूजा के बाद भक्तों के जलाभिषेक के लिए पट को खोल दिया गया।

पट खुलने के सूचना के साथ ही हर हर महादेव,बोल बम, ॐ नमः शिवाय के जयघोष से पूरा शिवनगरी गुंजयमान हो गया।बताते चले कि श्रद्धालुओं के सुरक्षा के लिए प्रशासन द्धारा चाक चौबंद व्यवस्था किया गया है।

कतारबद्ध होकर जलाभिषेक करने के लिए मंदिर प्रबंधन ने महिला पुरुष के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार व अर्घा लगाया है।साथ ही देर रात्रि से ही तीन किलोमीटर तक भक्तों की कतार लगाया गया है।

मंदिर परिसर के साथ पूरे मेला परिक्षेत्र मे एसडीओ संजीव कुमार, डीएसपी रंजन कुमार, सीओ पवन झा, इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार,ओपी प्रभारी कंचन भास्कर सहित 50 पुलिस पदाधिकारी, 200 सुरक्षाबल, 60 एनसीसी कैडेट व सौ दंडाधिकारी के अलावा बजरंग दल,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित अन्य संस्थाओ द्धारा सुरक्षा के साथ श्रद्धालुओ के सुविधा ध्यान रखा जा रहा है।

सोमेश्वरनाथ पीठ के पीठाधीश्वर महंत रविशंकर गिरी ने बताया कि सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर को मनोकामना पूरक मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर में ऐसे तो प्रतिदिन भीड़ होती है। लेकिन सावन के महीने में खासकर सोमवार व शुक्रवार को लोगो की भीड़ काफी होती है।

उन्होंने बताया कि आज अंतिम सोमवार के साथ एकादशी तिथि भी ऐसे मे अनुमान है कि आज दो लाख से अधिक श्रद्धालु यहां पहुंचेगे।उन्होने बताया कि मंदिर प्रबंधन यहां आने वाले सभी भक्तो पर पुष्प वर्षा करने की विशेष व्यवस्था की है।

दूसरी ओर विश्व प्रसिद्ध बौद्ध स्तुप केसरिया के समीप स्थित प्राचीन केसरनाथ मंदिर मे भी पवित्र गंडक नदी से जल लेकर हजारो श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया।यहां भी सुरक्षा को लेकर व्यापक तैयारी की गई है।यहां भी देर रात से ही दूर दराज से श्रद्धालु बाबा केशर नाथ को जलाभिषेक करने पहुंच रहे है।इसके साथ ही अंतिम सोमवारी को लेकर जिले भर के पराम्बा शक्तिपीठ,चाती माई स्थान,नरसिंह बाबा मंदिर,पंचमंदिर अजगरी के हरेश्वरनाथ मंदिर सहित लगभग सभी शिवालयों में शिव भक्तों की भीड़ देखने को मिली। लोगों में बाबा के प्रति श्रद्धा और उल्लास देखते ही बन रहा था। सावन के इस पावन महीने में बाबा भोले की पूजा कर लोग धन्य हो रहे है।

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पटना: जिले में मनेर के रामपुर घाट पर एक नाव पर हुए सिलेंडर ब्लास्ट में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। प्रारंभिक सूचना के मुताबिक नाव पर खाना बनाया जा रहा था। इसी दौरान सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया।

मृतकों की पहचान रंजन पासवान, दशरथ पासवान, ओम प्रकाश राय (नाव का मालिक) और कन्हाई बिंद के रूप में हुई है। इसमें से रंजन पासवान, दशरथ पासवान और ओम प्रकाश राय हल्दी छपरा मनेर के रहने वाले थे। कन्हाई बिंद साहिबगंज (शोभनपुर, झारखंड) का रहने वाला था।

घटना के बाद आसपास के नाव पर सवार मजदूर भी सहम गए। बताया जाता है कि अवैध बालू लदे इस नाव पर लगभग 20 मजदूर सवार थे। नाव पर डीजल भी रखा हुआ था। उसमें भी आग लग गई और नाव के किनारे में फंसकर चार लोग जिंदा जल गए जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना के बाद मनेर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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