Chhapra: ट्रेन दुर्घटना में बिहार के यात्रियों को आवश्यक मदद पहुँचाने के लिये वरीय अधिकारियों की चार सदस्यीय टीम  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर ओडिसा के बालासोर जायेगी।

भीषण ट्रेन दुर्घटना के कारण बालासोर (#ओडिशा) में फंसे बिहार के 40 यात्रियों को बस द्वारा सुरक्षित लाया जा रहा है। बिहार सरकार के वरीय अधिकारी ओडिशा सरकार, रेल मंत्रालय और बालासोर जिला प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं।
#TrainAccident बालासोर (#ओडिशा) में फंसे बिहार के यात्रियों को लाने के लिए बिहार सरकार द्वारा गठित टीम में निम्न पदाधिकारी शामिल हैं-
श्याम बिहारी मीणा, IAS, डॉ कुमार आशीष, IPS, अविनाश कुमार, OSD, शहरयार, Dy Commandant, #SDRF

 

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पटना, 03 जून (हि.स.)। बिहार कांग्रेस में बड़ा फेरबदल करते हुए विधायक दल के नेता पद से भागलपुर से कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा की छुट्टी करते हुए शकील अहमद को इसकी कमान दी गई है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में शनिवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से डॉ. शकील अहमद खान को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुन लिया गया।

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी सरगर्मियों तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दल संगठन को मजबूत करने के मिशन में जुट गए हैं। बिहार में महा गठबंधन की सरकार बनने के बाद से कांग्रेस में लगातार बदलाव किए जा रहे हैं। पहले बिहार कांग्रेस की कमान अखिलेश प्रसाद सिंह को सौंपी गई और अब विधायक दल के नेता अजीत शर्मा की छुट्टी करते हुए शकील अहमद खान को विधायक दल का नया नेता चुन लिया गया है।

बिहार कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद से ही अखिलेश प्रसाद सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कैबिनेट विस्तार की मांग कर रहे थे और संख्या के हिसाब से दो और मंत्री पद की मांग कर रहे थे। इसको लेकर पिछले दिनों महा गठबंधन में खूब घमासान भी हुआ था। ऐसी चर्चा थी कि अजीत शर्मा को नीतीश सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है। अब जब अजीत शर्मा की विधायक दल के नेता से छुट्टी हो गई है और उनकी जगह शकील अहमद खान को विधायक दल का नेता चुना गया है, ऐसे में कहा जा रहा है कि उन्हें नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनाया जा सकता है।

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पटना, 2 जून (हि.स.)। पटना में विपक्षी पार्टियों की बैठक 12 जून को होनी तय हुई है। इस पर देश के सभी विपक्षी नेताओं ने शामिल होने की सहमति बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दी है लेकिन बैठक में शामिल होने वाले कांग्रेस नेता के नाम को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। यह बात साफ है कि राहुल गांधी इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं। इसलिए उनके बैठक में शामिल होने की कोई उम्मीद ही नहीं है। अब पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को तय करना है कि वे बैठक में शामिल होंगे या नहीं।

हालांकि, कांग्रेस महासचिव और मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने पत्रकारों से हुई बातचीत के दौरान यह बात साफ कर दिया है कि पटना में विपक्षी दलों की बैठक में निश्चित तौर पर कांग्रेस शामिल होगी लेकिन कांग्रेस का कौन नेता बैठक में शामिल होगा इसका फैसला पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और दूसरे वरिष्ठ नेता तय करेंगे।

उन्होंने जोर देकर कहा कि राहुल गांधी इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को अभी यह तय करना है कि वो पटना की बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे या नहीं। बैठक 12 जून को है, जिसमें अभी वक्त है। जब बैठक की तिथि करीब आएगी तो ये जानकारी दी जाएगी कि कांग्रेस की ओर से कौन नेता 12 जून की बैठक में शामिल होगा।

पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अपने किसी महासचिव को इस बैठक में शामिल होने के लिए भेज सकती है लेकिन सवाल ये है कि क्या कांग्रेस में राहुल गांधी या पार्टी अध्यक्ष के अलावा किसी के पास कोई फैसला लेने का पावर है। जयराम रमेश के बयान से तो यह साफ लगता है कि कांग्रेस विपक्षी एकता के समर्थन देने को लेकर एक औपचारिकता निभाएगी ताकि उस पर कोई आरोप न लगे। वैसे भी कांग्रेस के अंदर ही 12 जून की बैठक को लेकर भारी घमासान छिड़ा है। ऐसे में वक्त ही बताएगा कि मुख्यमंत्री नीतिश की विपक्षी एकता की मुहिम कितनी सफल होगी।

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पटना, 01 मई (हि.स.)। बिहार में जून माह राजनीतिक रूप सरगर्मियों वाला माह रहेगा। बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन दल की ओर से 12 जून को देशभर के विरोधी खेमे के नेताओं का जुटान होगा। दूसरी तरफ इस महीने भाजपा भी चार बड़ी रैलियां करने जा रही है, जिसमें एक रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी शामिल होने की उम्मीद है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विपक्षी एकता की जो मुहिम चलाई गई है उसको लेकर 12 जून को देश के तमाम विपक्षी दलों की बैठक पटना में होने वाली है। सीएम कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बैठक में शामिल होने के लिए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 11 जून को ही पटना पहुंचेंगी।

दूसरी तरफ आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा राज्य में चार बड़ी रैलियां करेगी, जिसमें से एक रैली में पीएम मोदी शामिल होंगे और बाकी के रैलियों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई अन्य बड़े नेता मौजूद रहेंगे। भाजपा इन रैलियों के माध्यम से पीएम मोदी के नौ साल के कार्यकाल का हिसाब लोगों के बीच देगी और महागठबंधन समेत नीतीश सरकार पर जमकर हमला करेगी।

प्रदेश भाजपा के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जून के तीसरे सप्ताह में बिहार दौरे पर आएंगे और पार्टी की एक रैली को संबोधित करेंगे। रैली का समय और जगह आगे तय किया जाएगा। प्रधानमंत्री के साथ-साथ पार्टी के कई टॉप राष्ट्रीय नेता भी बिहार आएंगे। भाजपा अपने 9 साल पूरे होने के खास मौके पर 30 जून तक विशेष कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इसी को लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओं का बिहार में जमावड़ा होगा।

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पटना, 01 जून (हि.स.)। भ्रष्टाचार मामले में बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया सब डिवीजन के एसडीएम सत्येंद्र प्रसाद के तीन ठिकानों पटना, मोहनिया और बेतिया के पैतृक आवास पर गुरुवार अहले सुबह विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) ने छापेमारी की है। एसडीएम सत्येंद्र कुमार पर स्पेशल विजिलेंस ने आय से अधिक संपति के मामले में यह एक्शन लिया है।

टीम ने एसडीएम सतेंद्र प्रसाद के मोहनिया कैमूर और पटना के जयप्रकाश नगर स्थित प्रभा अपार्टमेंट में आज सुबह छापेमारी की है। सत्येंद्र प्रसाद प्रभा अपार्टमेंट के 401 नंबर फ्लैट में रहते हैं यहां आज सुबह से एसयूवी की टीम की छापेमारी जारी है।

एसडीएम पर धारा 13(1)(बी) आर/डब्ल्यू 13(2) आर/डब्ल्यू12 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही आय से अधिक संपत्ति मामले में इनके ऊपर यह एक्शन लिया गया है।एसडीएम के खिलाफ लगातार राज्य सरकार को सरकारी पद का दुरुपयोग किए जाने की शिकायतें मिल रही थी। इसके बाद ही एसवीयू को जांच की जिम्मेदारी दी गई। तब इंटरनल तरीके से एसडीएम के खिलाफ जांच हुई। जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके मामला मामला दर्ज किया गया।

बताया जा रहा है कि उन्होंने सरकार में एक लोक सेवक के रूप में विभिन्न पदों पर रहते हुए गलत तरीके से 84,25,006/- रुपये की बड़ी संपत्ति अर्जित की। ये सभी संपत्तियां पटना, बेतिया सहित अन्य स्थानों पर सृजित की गई हैं। इसके बाद अब इन्हीं ठिकानों पर आज अहले सुबह यह एक्शन लिया गया है।

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मृतकों के आश्रितों को दो लाख रुपये अनुग्रह अनुदान

पटना, 30 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू-कश्मीर के नेशनल हाइवे, झज्जर कोटली के पास बस के खाई में गिरने से हुए हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने हादसे में बिहार के लोगों की मृत्यु पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। साथ ही इस दुर्घटना में बिहार के मृतकों के आश्रितों को 02 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान मुख्यमंत्री राहत कोष से देने की घोषणा की है। नीतीश ने स्थानिक आयुक्त, नई दिल्ली को निर्देश दिया है कि कश्मीर सरकार जम्मू आवश्यक समन्वय स्थापित कर हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज की व्यवस्था एवं हरसंभव सहायता सुनिश्चित करें। उन्होंने दुर्घटना में सभी घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।

जम्मू-कश्मीर बस हादसा, बिहार पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

अमृतसर से कटरा (जम्मू ) जा रही बस UP-81CT 3537 के जम्मू जिले के झज्जर ब्रिज के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है। इस दुर्घटना में कतिपय व्यक्तियों की मृत्यु एवं 55 व्यक्तियों के जख्मी होने की सूचना प्राप्त हुई है।
सभी जख्मियों का समुचित चिकित्सा Govt. Medical College & Hospital, Jammu में करायी जा रही है। बिहार पुलिस, लगातार जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के सम्पर्क में है किसी भी तरह की सूचना/सहायता के लिए बिहार पुलिस मुख्यालय के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष सं० 0612-2294319 एवं जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के दूरभाष सं० 0191- 2542000/2542001 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

 

 

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कोलकाता, 29 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अगले महीने बिहार की राजधानी पटना में होने वाली विपक्ष की महा बैठक में शामिल हो सकती हैं। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जद (यू) की बैठक से मिले संकेतों के मुताबिक भाजपा विरोधी पार्टियों की बहु प्रतीक्षित बैठक 12 जून को पटना में हो सकती है। तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अगले महीने बिहार में विपक्षी दलों की बैठक में ममता बनर्जी के शामिल होने की संभावना है।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बंगाल दौरे पर आये नीतीश कुमार के साथ मुलाकात के दौरान ममता बनर्जी ने पटना में विपक्षी नेताओं की बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव दिया था। ममता बनर्जी ने कहा था कि जयप्रकाश नारायण ने भी अपने आंदोलन की शुरुआत बिहार से की थी और वर्तमान भाजपा सरकार के खिलाफ भी आंदोलन की शुरुआत पटना से होनी चाहिए।

इस महीने की शुरुआत में कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद बनर्जी ने कहा था कि तृणमूल 2024 के लोकसभा चुनाव में उन राज्यों में गैर भाजपा पार्टियों का समर्थन करेगी, जहां वे मजबूत हैं।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए से नाता तोड़ने के बाद नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिशों में लगे हुए हैं।

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पूर्वी चंपारण, 29 मई(हि.स.)। भगवान शिव के अति प्रिय रूद्राक्ष जिसके पेड़ हिमालय एवं चूडियां पर्वतमालाओं की वादियों में देखने को मिलती है।अब यह बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी शहर में पहुंच गया है। इन दिनों नन्हे से पौधे ने अब पेड़ का स्वरूप लेकर फूलों से आच्छादित हो बरबस लोगों को आकर्षित कर रहा है।

मोतिहारी के शिक्षाविद सह समाजसेवी यमुना सिकरिया के राधा नगर स्थित परिसर में लगे इस पेड़ को देखने दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग यहां पहुंच रहे है।

यमुना सिकरिया ने बताया कि रुद्राक्ष के साथ माल्यागीरी चन्दन और कपूर का पेड़ तीन वर्ष पूर्व उतराखंड से मंगवाया गया था।उन्होने कहा कि मुझे तो पहले इस बात कि आशंका थी,पता नही यह पेड़ मोतिहारी के वातावरण में बढ पायेगा या नही,लेकिन नन्हा सा पौधा अब 20 फीट का पेड़ बन चुका है।गत वर्ष इसमे करीब 30 से ज्यादा रूद्राक्ष का फल आया था।जो सभी तीनमुखी रूद्राक्ष थे।इस साल अनुमान है,कि हजारो की संख्या में फल आयेंगे।सिकारिया ने बताया कि इस सफलता के बाद अब और पेड़ भी लगाया जायेगा।

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रांची, 28 मई (हि.स.)। बिहार और झारखंड में नौ से अधिक कनेक्शन रखने वाले ग्राहकों के 21,800 सिम कार्ड में से अब तक कुल 17,000 को अप्रैल और मई में निष्क्रिय कर दिया गया है।

रांची स्थित भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के अधिकारी प्रत्युष पाठक ने रविवार को बताया कि दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने 21,800 कनेक्शन में से लगभग 17,000 ऐसे मोबाइल नंबरों को निष्क्रिय कर दिया है। डीओटी के मौजूदा दिशा-निर्देशों के अनुसार एक ग्राहक भारत में सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से अधिकतम कुल नौ मोबाइल कनेक्शन प्राप्त कर सकता है। जम्मू-कश्मीर, असम और उत्तर पूर्वी राज्यों में ग्राहकों के लिए यह सीमा छह है।

उन्होंने बताया कि अप्रैल और मई के महीने में टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर वेरिफिकेशन विश्लेषण के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड फेशियल रिकॉग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन ने खुलासा किया कि बिहार और झारखंड में एक उपभोक्ता को अनुमति से अधिक नौ से ज्यादा कनेक्शन देकर कुल 21,800 मोबाइल कनेक्शन जारी किए गये। उन्होंने कहा कि ऐसे करीब 17,000 नंबर के कनेक्शन काट दिये गये हैं। इस तरह के नंबरों की पहचान करने के लिए और विश्लेषण किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि झारखंड भी डीओटी के एलएसए (बिहार) के अधिकार क्षेत्र में आता है। डीओटी ने अप्रैल और मई के महीने में बिहार और झारखंड के लगभग सात करोड़ ग्राहकों का फेशियल विश्लेषण किया और पाया कि 21,800 मोबाइल कनेक्शन स्वीकृत सीमा से अधिक जारी किये गये थे।

उन्होंने बताया कि डीओटी ने हाल में मोबाइल ग्राहकों को सशक्त बनाने, उनकी सुरक्षा को मजबूत करने और केंद्र सरकार की नागरिक केंद्रित पहलों के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए एक डिजिटल पोर्टल ‘संचार साथी’ शुरू किया है। यह पोर्टल नागरिकों को उनके नाम पर जारी किये गये कुल मोबाइल नंबरों का पता लगाने और उनके खोए हुए फोन का पता लगाने-ब्लॉक करने की सुविधा प्रदान करता है। यह उन्हें उन मोबाइल कनेक्शन की रिपोर्ट करने में भी सुविधा प्रदान करता है, जिनकी या तो आवश्यकता नहीं है या उपभोक्ता द्वारा नहीं लिया गया है।

उन्होंने बताया कि डीओटी पहले ही अप्रैल और मई के महीने में बिहार और झारखंड में 2.30 लाख से अधिक मोबाइल नंबरों को निष्क्रिय कर चुका है। क्योंकि, उनके अधिकांश सिम कार्ड कथित रूप से अवैध तरीकों से खरीदे गये थे। दूरसंचार सेवा प्रदाताओं ने 2900 प्वाइंट ऑफ सेल्स (पीओएस) को भी काली सूची में डाल दिया है, जो सिम कार्ड जारी करते समय अनैतिक और अवैध कार्यों में शामिल पाये गये थे।

अधिकारी ने कहा कि दूरसंचार सेवा प्रदाता फर्जी पीओएस के साथ उपभोक्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर रहे हैं। डीओटी, पटना कार्यालय भी राज्य पुलिस के संपर्क में है और एएसटीआर विश्लेषण से तैयार की गई खुफिया जानकारी को साझा किया है।

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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि कुछ लोग इतिहास को बदलना चाहते हैं, ऐसे लोगों से देश को बचाना है। इन लोगों ने हर चीज पर कब्जा कर लिया है। सब कुछ एकतरफा हो रहा है। ये लोग काम नहीं कर रहे, केवल प्रचार करते हैं। नया कौन-सा काम हो रहा है? सच्चाई तो यह है कि इन लोगों ने 1998 से 2004 के बीच के काम को भी पूरा नहीं किया? मुख्यमंत्री रविवार को जदयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में बिहार प्रदेश जदयू के प्रभारी पदाधिकारियों की दो दिवसीय संसद समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि हमलोगों ने बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगा लेकिन नहीं मिला। गरीबी के बावजूद हमलोगों ने विकास का सारा काम किया। बिहार में धार्मिक उन्माद को हमलोगों ने ना के बराबर कर दिया, लेकिन कुछ लोग अब फिर से उसे कराने की कोशिश में हैं। हमलोग जाति गणना के पक्ष में हैं लेकिन कुछ लोग चाहते हैं कि ये ना हो। जब भी अच्छा काम करिएगा, कहीं ना कहीं से आपको रोकने की कोशिश होगी लेकिन हमलोगों को अपना काम करना है। जदयू अकेली पार्टी है जिसमें सभी जाति और धर्म के लोग हैं। अपने काम को लेकर एक-एक घर जाइए। सबसे बात करिए और सुझाव लीजिए।

नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों ने जब महागठबंधन बनाया तो देश की बहुत सारी राजनीतिक पार्टियों ने बधाई दी। हमलोग विपक्षी एकता के काम को आगे बढ़ा रहे हैं। जल्द ही इसका सार्थक परिणाम निकलेगा। मंच पर राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा सहित अन्य वरिष्ठ पार्टी नेता उपस्थित रहे।

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पटना, 27 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बिहार मौसम सेवा केंद्र का फीता काटकर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने बिहार मौसम सेवा केंद्र द्वारा विकसित मोबाइल ऐप मौसम बिहार’ का लोकार्पण के पश्चात् कहा कि मौसम की सटीक जानकारी के लिए मोबाइल ऐप विकसित करनेवाला बिहार पहला राज्य।

सीएम ने कहा कि बिहार मौसम सेवा केन्द्र के माध्यम से पंचायत स्तर तक मौसम संबंधी पूर्वानुमान का कार्य बेहतर ढंग से किया जा रहा है। जिसे बढ़ाकर राजस्व ग्राम स्तर तक किया जाय ताकि प्रत्येक गांव के किसान इसका समुचित लाभ ले सकें।सीएम ने कहा कि मौसम पूर्वानुमान की सटीक जानकारी होने से राज्य में किसानों को खेती में सुविधा होगी साथ ही बीजों की बुआई और फसलों की कटाई आदि कार्यों को सही समय पर कर सकेंगे।

सीएम ने कहा कि बिहार में हर वर्ष बाढ़, सुखाड़, शीतलहर, लू, चक्रवातीय तूफान, वज्रपात आदि प्राकृतिक आपदाओं के कारण जान-माल की क्षति होती है। बिहार मौसम सेवा केंद्र के माध्यम से प्राकृतिक आपदाओं के पूर्वानुमान की सूचना प्रसारित कर लोगों को सतर्क किया जाएगा जिससे कम-से-कम क्षति होगी।

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पटना, 27 मई (हि.स.)। नए सांसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के बजाए प्रधानमंत्री से कराने जाने का जदयू विरोध करेगी। इसके तहत बिहार प्रदेश जदयू 28 मई को पटना उच्च न्यायालय के मुख्य द्वार, बेली रोड के समीप बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष एक दिवसीय अनशन करेगी। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार सरकार के मंत्रियों सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता भाग लेंगे।

जदयू का कहना है कि 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे जबकि संसद का संरक्षक देश के राष्ट्रपति होते हैं। सबसे अजीबोगरीब बात यह भी है कि देश के राष्ट्रपति से उद्घाटन तो दूर उन्हें समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित भी नहीं किया गया। क्योंकि, देश के राष्ट्रपति आदिवासी एवं महिला समाज से आती है। यह एक प्रकार का देश की आधी आबादी, आदिवासी, महिला के साथ-साथ संसदीय परम्परा का अपमान है।

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