पटना 18 सितम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्व सर शिवसागर रामगुलाम  की जयंती पर  उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर  पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि केंद्र  जितना जल्दी चुनाव करा दें उतना अच्छा है, हमलोग तो इंतजार कर रहे हैं। हमलोग हर समय चुनाव के लिए तैयार हैं।

चुनाव आयोग में नियुक्ति को लेकर जो बिल आ रहा है उसमें चीफ जस्टिस को हटाने की बात हो रही है और केंद्र का एक मंत्री रहेगा इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सारी बात आएगी तो उसमें हर कोई अपनी बात रखेगा। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

जदयू और राजद का गठबंधन तेल और पानी के समान है आप लोग कभी नहीं मिल सकते हैं इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो ऐसा कहते हैं उन्हें बता दीजिए कि यहां कितना विकास हुआ है। गांधी मैदान में बापू की कितनी अच्छी मूर्ति बनी है। स्व शिव सागर रामगुलाम की मूर्ति बनी है, इनके लड़के भी यहां आए थे। पूरे बिहार का विकास देखिए । बिहार में कितनी अच्छी सड़कें बन गई हैं, पुल बना है। लोगों के हर घर तक नल का जल पहुंच गया। हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है और इसका संचालन बेहतर ढंग से हो रहा है।

सीएम ने कहा कि गरीब राज्य रहते हुए हमलोगों ने मेहनत करके बिहार में विकास का काम किया है । बिहार के बारे में आज कुछ लोग उल्टा-सीधा बोलते हैं। हमलोग एक साथ हैं तो कुछ लोगों को बेचैनी हो रही है। हमलोग एक-एक चीज पर योजना बनाते हैं और फिर उस पर विकास का काम होता है। हर चीज का मेंटेनेंस समय पर होना चाहिए। आपलोगों की मजबूरी है । जितना काम हमलोग करते हैं उतना आपलोग प्रचार नहीं करते हैं। जब आपलोगों को मौजूदा केंद्र की सरकार से मुक्ति मिलेगी तो आपलोग आजाद होकर अपने मन का लिखिएगा। जो अच्छा लगेगा वो बोलिएगा। हम आपलोगों के पक्ष में हैं। यह आपलोगों का अधिकार है। जैसे लोगों को राजनीति करने का अधिकार है वैसे ही जितने पत्रकार हैं उनको भी अधिकार है जो देखते हैं, उसको लिखने-बोलने का । उनको अपनी बात रखने का अधिकार है। उनलोगों ने सबलोगों को नियंत्रित कर लिया है। जब हम कॉलेज में पढ़ते थे उसी समय से आपलोगों से मेरा पुराना रिश्ता है। मुंबई में ‘आईएनडीआईए’ गठबंधन की जो बैठक हुई उसमें 2500 से ज्यादा पत्रकार थे। जब हमने अपनी बात कही तो सारे लोग ताली बजाने लगे और पत्रकार खुश हो रहे थे।

भारतीय जनता पार्टी के लोग ‘इंडिया’ गठबंधन को कोई चुनौती नहीं मानते हैं, पत्रकारों के इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जनता के सेवक हैं। हम किसी को चुनौती नहीं देते हैं। हम जनता के बीच में सारी बात कहते हैं। जो अच्छा काम नहीं करेगा लोग उसके बारे में फैसला लेंगे। ‘इंडिया’ गठबंधन पूरी तरह एकजुट हैं। कोई दिक्कत नहीं है ।

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विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ का हुआ शुभारंभ

Patna: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना” का दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रविवार को शुभारम्भ किया गया।पीएम विश्वकर्मा योजना 13,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ केंद्र सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित होगा।

पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर रेल मंडल द्वारा ऊर्जा ऑटिटोरियम, पटना में “पीएम विश्वकर्मा योजना” का शुभारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो वर्जुल रूप से दिल्ली से जुड़ा।

पटना में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गिरिराज सिंह, केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री, भारत सरकार थे। मौक़े पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, विधायक सम्राट चौधरी, नितिन नवीन, संजीव चौरसिया, दानापुर रेलवे मंडल के डीआरएम जयंत चौधरी मौजूद रहे ।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गिरिराज सिंह, केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री, भारत सरकार ने कहा कि ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच का परिणाम है, जिससे समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने का साधन उपलब्ध होगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह योजना पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी।पीएम विश्वकर्मा के अंतर्गत अठारह पारंपरिक शिल्पों को शामिल किया गया है। इनमें, बढ़ई, नौका निर्माता, शस्‍त्रसाज, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, मोची (जूता/जूता कारीगर), राजमिस्त्री, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कॉयर बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई, माला बनाने वाला, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का पारंपरिक शिल्प में लगे लोगों को सहायता प्रदान करने पर निरंतर ध्‍यान केन्द्रित रहा है। यह योजना केवल कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करने ही नहीं बल्कि स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति और विविध विरासत को जीवित और समृद्ध बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगी।

मौक़े पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, विधायक सर्वश्री सम्राट चौधरी, नितिन नवीन, संजीव चौरसिया ने अपने संबोधन में पीएम विश्वकर्मा योजना को सामाजिक और आर्थिक विकास के लिये महत्वूर्ण कदम बताया।

कार्यक्रम के स्वागत संबोधन में दानापुर रेलवे मंडल के डीआरएम जयंत चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के इस ऐतिहासिक पहल से भारतीय रेल भी बहुत जुड़ाव महसूस कर रहा है। भारतीय रेल एवं शिल्‍पकारों व कारीगरों का गहरा नाता है। रेलवे में रख रखाव की महत्‍वपूर्ण जिम्‍मेदारी शिल्‍पकारों व कारीगरों जैसे – लोहार, हैमरमैन, राजमिस्‍त्री, बेल्‍डर, बढ़ई जैसे पदों पर कार्यरत कर्मचारियों की होती है और पीएम विश्‍वकर्मा योजना से जब समाज में शिल्‍पकारों व कारीगरों का कला निखरेगा एवं जब कुशल शिल्‍पकारों व कारीगरों की संख्‍या में बढ़ोतरी होगी तो इसका फायदा प्रत्‍यक्ष एवं अप्रत्‍यक्ष रूप से भारतीय रेल को भी मिलेगा।

कार्यक्रम के दौरान एमएसएमई से जुड़े शिल्पकार और कारीगर बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

 

 

 

 

 

 

 

 

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नई दिल्ली, 16 सितंबर (हि.स.)। सनातन धर्म और रामचरित मानस को लेकर तमिलनाडु और बिहार के मंत्री की टिप्पणी से उठे विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया हुई है। इस पर जहां कई केंद्रीय मंत्रियों ने इन बयानवीरों की आलोचना की है, वहीं बिहार के ही मंत्रियों ने वहां के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर से इस मुद्दे पर किनारा कर लिया है।

केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वाले तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की आलोचना करते हुए कहा कि आप किसी के धर्म पर कैसे बयान दे सकते हैं? उन पर न्यायालय में मुकदमा चलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि क्या दूसरे धर्म के बारे में वे इस प्रकार का बयान देंगे, क्या इतनी हिम्मत है?

शनिवार को लखनऊ दौरे पर रहे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सनातन पर उठे विवाद काे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देने वाला धर्म है। यह धर्म जाति, पंथ और मजहब से ऊपर उठकर संपूर्ण विश्व को अपना परिवार कहने वाला धर्म है। इसका न कोई आदि है न कोई अंत है। दुनिया की कोई ताकत सनातन धर्म को समाप्त नहीं कर सकती। इस पर विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है।

बिहार दौरे पर आए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि हर दिन सनातन विरोधी बयान आने लगे हैं। जब ऐसे बयान आते हैं तो हमारा प्रश्न होता है कि इस पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया क्या है? कांग्रेस या तो इस पर प्रतिक्रिया नहीं देती है या इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बताती है। अगर भारत के 80 प्रतिशत लोगों के विश्वास, परंपरा पर प्रहार होता है और कांग्रेस उस पर प्रतिक्रिया नहीं देती तो यह साफ है कि इसके पीछे कांग्रेस ही है।

हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सनातन ही सिखाता है सबके साथ भाईचारा। सनातन ही सिखाता है लोकतांत्रिक व्यवस्था में रहकर काम करना। यह किसी दूसरे धर्म में नहीं सिखाया जाता। किसी भी दूसरे धर्म के खिलाफ बोलें तो सड़के बंद कर दी जाती हैं, घर जला दिए जाते हैं। राजनीतिक मकसद से सनातन को गाली देना बंद कर देना चाहिए। सनातन जिस दिन समाप्त होगा, उस दिन इस देश का अस्तित्व भी नहीं रहेगा। किसी ने कहा कि मुकदमा दर्ज होना चाहिए तो किसी ने कहा जनता जवाब देगी।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में कहा है कि सनातन धर्म का अपमान किया गया और डेंगू और मलेरिया कहा गया। यह बात इंडी गठबंधन को समझना होगा कि उन्होंने हमारी आस्था को ठेस पहुंचाई है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस पर की गई टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस तरह की बयानबाजी गलत है। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपमानजनक टिप्पणी करने वाले सूबे के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर की मंत्रिमंडल से छुट्टी कर देनी चाहिए। इससे पूरे बिहार और खासकर शिक्षा विभाग का माहौल खराब होता है। उन्होंने कहा कि हमारी सलाह है कि मुख्यमंत्री ऐसे व्यक्ति को शिक्षा विभाग से हटा दें और किसी योग्य व्यक्ति को शिक्षा मंत्री बनाएं।

केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा मैं चंद्रशेखर से कहना चाहता हूं कि एक अच्छा गुरु रख लें, उनसे रामायण की प्रत्येक पंक्ति अध्ययन करें। प्रत्येक शब्द के भाव को जानें और फिर रामायण-महाभारत पर टिप्पणी करें। उन्होंने कहा कि इस इस तरह का बयान उनकी बीमार मानसिकता का परिचायक है। यह तुष्टीकरण का परिचायक है। उन्होंने कहा कि साइनाइड महाभारत और रामायण नहीं हैं। साइनाइड तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार और अपराधियों को शरण देने वाली सरकारें हैं।

उधर, अब बिहार के शिक्षा मंत्री के बयान से बिहार के दूसरे मंत्रियों ने ही किनारा कर लिया है। बिहार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि हम सब को कोशिश करनी चाहिए कि हमारी बातों से किसी भी धर्म को ठेस नहीं पहुंचे।

बिहार के मंत्री तेज प्रताप ने कहा कि इस तरह के बयान को वे गंभीरता से नहीं लेते।

बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने सहयोगी मंत्री की टिप्पणी से उपजे असंतोष पर डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि हम लोग संविधान में विश्वास रखते हैं और संविधान में सभी धर्मों का सम्मान है। हम हमेशा लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। मंत्री को अपने विभागों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। नकारात्मक बातों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए बल्कि सकारात्मक बातों पर चर्चा होनी चाहिए। उन्हें ये सब बातें नहीं करनी चाहिए।

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मधुबनी,16 सितम्बर (हि.स.)। बिहार में मधुबनी जिला के झंझारपुर अनुमंडल स्थित ललित कर्पूरी स्टेडियम में गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को विशाल जनसभा को संबोधित किया। जनसैलाब के बीच नरेन्द्र मोदी जिन्दाबाद की जयघोष पंडाल के बीच चहुंओर होती रही।गृहमंत्री अमित शाह ने उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। गृहमंत्री ने कहा कि नीतीश जी पीएम का पद खाली नही है। आपकी दाल वहां नही गलेगी, मोदी जी वहां फिक्स हैं। बिहार में भाजपा की सरकार बनेगी।आमजन 40 में से 40 लोकसभा सीट भाजपा को जिताएगी।

गृहमंत्री ने अमित शाह ने कहा कि बिहार सरकार ने जन्माष्टमी की छुट्टी रद्द की तो जनता के आक्रोश के बाद वापस लिया।सभास्थल पर अगल-बगल के इलाके के 31 विधान सभा से आए हुए लोगों का मैं स्वागत करता हूं। मोदी सरकार ने देश के लोगों को चंद्रयान अभियान की सफलता से गौरवान्वित किया।सभी देशवासी का सर ऊंचा हुआ।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जी-20 में अफ्रीकी गठबंधन को शामिल कर देश का नाम रोशन हुआ।जी-20 में मधुबनी पेंटिंग और नालंदा का विशेष स्थान रहा। वर्तमान गठबंधन फिर से जंगलराज लायेगा।लालू जी फिर से एक्टिव और नीतीश जी इनएक्टिव हो गए हैं। शाह ने आश्चर्य लहजा में कहा कि यूपीए का नाम बदलने की जरूरत क्यों पड़ी ? नाम बदलने से बिहार को सालों तक पीछे ढकलने वाले नही बदलेंगे। रामचरितमानस की निन्दा करने वाले, जन्माष्टमी की छुट्टी रद्द करने वाले और सनातन धर्म को कई सारी गंभीर बीमारी का नाम बताने वाले सही हैं क्या ?

अमित शाह ने कहा कि लालू जी के काल में गुंडाराज की वापसी हो चुकी है। बालू माफिया घुस चुके हैं, बम बरामद हो रहे हैं। जदयू के मेल तेल और पानी के मेल जैसा है, ये एक नही हो सकते। तेल पानी को मैला कर देता है।आपने प्रधानमंत्री बनने के लिए जो गठबंधन किया वो आपको भी डूबा देगा।अयोध्या में राममंदिर को सालो तक कांग्रेस, लालू जैसे लोगो ने रोक कर रखा। जनवरी से आप रामलाला का दर्शन भव्य मंदिर में करेंगे। इसका उनको पेट में दर्द है।मोदी जी द्वारा धारा 370 समाप्त करने पर लालू नीतीश की जोड़ी और कांग्रेस को दर्द होता है।

अमित शाह ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट नरेन्द्र मोदी जी ने बनाया। यहां 16 लाख लोग पिछले एक साल में यात्रा कर चुके हैं।नीतीश जी एम्स का दिया हुआ 81 एकड़ भूमि अगर वापस नहीं ली होती तो दरभंगा में एम्स बन गया होता। नीतीश जी नए जगह के जमीन को छूकर बताए की यहां एम्स बनाना है। नीतीश जी के कारण 1,250 करोड़ की लागत से बनने वाला एम्स नही बना। नीतीश जी द्वारा ठंडे बस्ते में डाला हुआ कोशी महा सेतु बनाया। नीतीश जी आपने बिहार को 10 साल में 2 लाख दिया। मोदी जी ने 5,92,000 करोड़ 9 साल में दिया।गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु और मोकामा के राजेंद्र पुल के समानांतर पुल हम बनवा रहे हैं। 1500 करोड़ से कोशी पर एक और पुल बनवा रहे हैं। हमने 9 करोड़ लोगो को मुफ्त में अनाज दिया। 40 लाख लोगो को आवास व गैस दिया। पूरे देश में सभी को फ्री में कोरोना का टीका लगवाया।

गृहमंत्री ने कहा कि च पर क्षेत्रीय विधायक पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा ने गृहमंत्री को भव्य स्वागत किया व पेंटिंग भेंट की।दरभंगा मधुबनी सहरसा जिला के भाजपा जनप्रतिनिधि मुस्तैद दिखे।

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पटना, 16 सितम्बर (हि.स.)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि बिहार की जनता ने 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटें भाजपा-राजग गठबंधन को देने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में जनता अराजकता और माफिया राज से त्रस्त है। लालू-नीतीश की सरकार ने फतवा जारी किया था कि रक्षाबंधन, जन्माष्टमी को छुट्टी नहीं होगी। जनता ने उनको ठिकाने लगा दिया।

अमित शाह शनिवार दोपहर बिहार में मधुबनी जिले के झंझारपुर शहर में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार में लालू और नीतीश की सरकार चल रही है। बिहार में गोलीबारी, लूट, अपहरण, पत्रकार-दलितों की हत्या के किस्से बढ़ रहे हैं। ये जो स्वार्थी गठबंधन बना है, वो बिहार को फिर से जंगलराज की दिशा में ले जाने वाला है। लालू सक्रिय और नीतीश निष्क्रिय हो गए हैं। अब आप समझ सकते हैं कि बिहार कैसा चल रहा है।

अमित शाह ने कहा कि आप लोगों ने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया। उन्होंने कई काम किए। जब हमारा चंद्रयान चंद्रमा पर उतरा तो सभी का मन आनंद से भर गया। जी-20 में हमारे देश का पीएम दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्ष के बीच में हथौड़ा लेकर अफ्रीकन यूनियन को शामिल करता है। जी-20 ने गरीब, युवा, किसान सबके लिए अनेक मौके खोलने का काम किया। गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेसियों ने, गठबंधन वालों ने इतने साल राम मंदिर नहीं बनवाया। अब जब बन रहा है तो इनके पेट में दर्द हो रहा है। दस साल तक यूपीए सरकार में लालू यादव रहे। बिहार को सिर्फ दो लाख करोड़ रुपये दिए। मोदी सरकार में बिहार को नौ साल में पांच लाख करोड़ रुपये दिए।

अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार यूपीए से डर गए हैं। लालू यादव ने अरबों-खरबों का भ्रष्टाचार किया और नीतीश उनके साथ जाकर बैठे हैं। नीतीश कुमार यूपीए के नाम से साथ नहीं आ सकते। इसलिए आईएनडीआईए के नाम से आ रहे हैं। इस अलायंस के कुछ लोग रामचरितमानस का अपमान कर रहे हैं। जदयू और राजद का मेल तेल और पानी जैसा है। ये कभी एक नहीं हो सकते।

अमित शाह ने कहा कि मधुबनी पेंटिंग का दुनिया में जलवा है। मैं सीता मैया की भूमि पर आया हूं। यहीं से उन्होंने देश-दुनिया को बताया कि पतिव्रता धर्म क्या होता है। यह जननायक कर्पूरी ठाकुर जैसे कई वीरों की भूमि है। इसी धरती ने पेंटिंग से न केवल मिथिलांचल, बल्कि भारत सहित पूरी दुनिया में पहचान दिलाई।

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पटना, 16 सितंबर (हि.स.)। श्रीलंका के उच्चायुक्त अशोक मिलिन्डा मोरागोडा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शनिवार को मुलाकात की । मुलाकात के दौरान विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। श्रीलंका के उच्चायुक्त ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को श्रीलंका आने का निमंत्रण भी दिया।

प्राचीन काल से ही बिहार एवं श्रीलंका का आपस में सौहार्द्रपूर्ण संबंध रहा है। श्रीलंका के कोलंबो हवाईअड्डा से बिहार के गया हवाईअड्डा तक सीधे उड़ान की सुविधा है। महात्मा बुद्ध की ज्ञान स्थली होने के कारण श्रीलंका से बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु बिहार आते हैं, जिन्हें राज्य सरकार द्वारा सभी प्रकार की सुविधाएं दी जाती हैं।

मुख्यमंत्री ने श्रीलंका के उच्चायुक्त को मुख्यमंत्री आवास परिसर स्थित बोधि वृक्ष का दर्शन कराया एवं उससे संबंधित विशेषताओं के बारे में जानकारी दी। बोधि वृक्ष की परिष्करण प्रार्थना परमपावन दलाई लामा जी द्वारा 04 जनवरी 2013 को की गई। इस बोधि वृक्ष को 02 नवम्बर 2011 को रोपा गया था।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि श्रीलंका के उच्चायुक्त को पटना स्थित बुद्ध स्मृति पार्क का भी भ्रमण करायें। मुख्यमंत्री ने श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिन्डा मोरागोडा को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर सम्मानित किया ।

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अररिया,16 सितंबर(हि.स.)। गृह मंत्री अमित शाह ने जोगबनी के इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट स्थित 27 करोड़ रुपये की लागत से बने बॉर्डर गार्ड फोर्सेज अर्थात आवासीय कॉलोनी का उद्घाटन किया।इसके अलावा गृह मंत्री ने बथनाहा एसएसबी 56 वीं वाहिनी मुख्यालय में 35 करोड़ रुपैये की लागत से बने नवनिर्मित भवन का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया।जिसके भाजपा के जिला के चयनित एक हजार कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद स्थापित किया।

अमित शाह के साथ केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, सांसद प्रदीप सिंह, केंद्र सरकार के सीमा प्रबंधन के सचिव अटल टुल्लू,एसएसबी की महानिदेशक रश्मि शुक्ला,भारतीय भूमि पत्तन विमानन प्राधिकरण के अध्यक्ष आदित्य मिश्रा आदि मंचासीन थे।

अपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह ने सबसे पहले परमवीर चक्र विजेता श्री तारापुर की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अंडमान निकोबार द्वीप समूह के एक द्वीप का नाम श्री तारापुर आईलैंड किए जाने को एक बड़ी श्रद्धांजलि कर दिया। इसके बाद उन्होंने सीमांचल की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार की सीमा क्षेत्र की सारी दिक्कतों से वे परिचित है। चाहे वह घुसपैठ की समस्या हो या अवैध रूप से भूमि कब्जाने का सवाल या फिर अवैध व्यापार का मामला।सबों से वाकिफ होने की बात करते हुए निकट भविष्य में सारी समस्याओं के समाधान की बात कही।

अपने संबोधन में अमित शाह ने 11 लैंड पोर्ट के विकास होने की बात करते हुए कहा कि कई लैंड पोर्ट का विकास का मामला भी पाइपलाइन में है। उन्होंने भारत नेपाल के बीच 19 लैंड कस्टम स्टेशन की पहचान करने की बात करते हुए कहा कि इन 19 लैंड कस्टम स्टेशन में 10 बिहार के सीमा पर हैं और उनके बनने के बाद व्यापार में काफी बढ़ोतरी होगी।

उन्होंने सीतामढ़ी के बैरगनिया, किशनगंज के गलगलिया,पश्चिम चंपारण के सिकटा,वाल्मीकिनगर, सुपौल के भीमनगर, कुनौली, मधुबनी के जयनगर, लौकहा,पिपरा और सहरसा के सोनबरसा में लैंड कस्टम स्टेशन बनने की बात कही।

भारत-नेपाल के बीच संबंध पर बातचीत करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि भारत नेपाल के साथ को-ऑर्डिनेशन,कॉपरेशन और कोलाब्रेशन तीनों क्षेत्रों मैं वृद्धि हुई है। भारत नेपाल के बीच कुल व्यापार का 14 फ़ीसदी कारोबार जोगबनी से होने की बात करते हुए गृह मंत्री ने प्रतिदिन 7 हजार ट्रक की आवाजाही जोगबनी के रास्ते भारत और नेपाल के बीच होने की बात कही।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीमा क्षेत्र के विकास में लगे हुए हैं और भारत के अंतिम गांव को प्रथम गांव बनाने का काम किया है।जनकल्याणकारी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने का काम किया गया है। फलस्वरूप सीमाएं क्षेत्र में वर्तमान समय में वैधानिक ट्रेड को बढ़ावा मिला है, जबकि वैधानिक ट्रेड को नुकसान हुआ है।

उन्होंने कहा कि एसएसबी की प्रतिनियुक्ति नेपाल और भूटान सीमा क्षेत्र में है।जो सुरक्षा के साथ-साथ दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने का काम कर रहे हैं।एसएसबी की ओर से भारत सरकार की योजनाओं के कार्यान्वयन में बढ़ चढ़कर भागीदारी के साथ आपदा के समय मानवता का मिसाल देने की बात उन्होंने कही।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 5-6 साल में लैंड पोर्ट अथॉरिटी पड़ोसी देशों के साथ सांस्कृतिक और वाणिज्यिक दूध का काम करेगी। यही कारण है कि लैंड पोर्ट अथॉरिटी को की सुविधाओं को आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस किया जा रहा है, जिससे व्यापार सुचारू रूप से चल सके। 7485 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले लैंड पोर्ट अथॉरिटी की ओर से वर्तमान समय में 10 हजार 500 करोड़ रुपैया के व्यापारिक आंकड़ा के भविष्य में बढ़ने की संभावना व्यक्त की।उन्होंने कहा कि आने वाला समय में भारत का पड़ोसी देशों से व्यापार बढ़ेगा।

इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह झंझारपुर में सभा को संबोधित करने के बाद सेना के विशेष हेलीकॉप्टर से जोगबनी पहुंचे।जोगबनी के इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट परिसर में बने हेलीपेड पर डीएम इनायत खान,एसपी अशोक कुमार सिंह सहित एसएसबी के अधिकारियों ने बुके देकर उनका स्वागत किया।

गृह मंत्री के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किया गया।300 स्थानों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी और जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई थी।पूर्णिया प्रमंडल के सभी जिलों से पुलिस के जवान और अधिकारी समेत सुरक्षा में एसएसबी के जवानों को लगाया गया।गृह मंत्री बॉर्डर गार्ड फोर्स के रहने के लिए बनाए घरों का उद्घाटन किया।बनाए गए घरों में कुल 232 लोगों के रहने की व्यवस्था है और इन घरों को दो अलग अलग सेक्टर में बांटा गया है।ऑफिसर्स,महिलाओं और जवानों के लिए अलग अलग भवन बनाए गए हैं।

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चीनी मील की जमीन को नेताओं ने क़ब्ज़ा कर बेचा: प्रशांत किशोर

Patna: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार में उद्योग व्यवस्था की पोल खोली। कहा कि बिहार में दस साल भाजपा, दस साल नीतीश जी की सरकार रही, लेकिन नए उद्योग शुरू नहीं हुए, बल्कि जो थे वो भी बंद हो गए।

मोतिहारी में बंद पड़ी चीनी मील का उदाहरण देते हुए कहा कि आप नीतीश कुमार और स्थानीय नेताओं की बात कर रहे हैं, जबकि मोतिहारी चीनी मील के बारे में प्रधानमंत्री मोदी जी 2014 में घोषणा की थी कि मोतीहारी चीनी मील की चीनी से बना चाय पिऊंगा तभी बिहार वापस आऊंगा। मोदी जी ने 2014 में यह बात कही, 2014 के बाद बिहार में लोकसभा का एक और विधानसभा के दो चुनाव हुए। जिस चीनी मील की बात उन्होंने कि वह चीनी मील आज भी बंद पड़ा हुआ है। लेकिन लोग फिर भी मोदी जी के नाम पर भाजपा को वोट कर रहे हैं।

चीनी मील की जमीन को नेताओं ने क़ब्ज़ा कर बेचा: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जब मैं पूर्वी चंपारण में पदयात्रा कर रहा था, तो मुझे मालूम हुआ कि चीनी मील की आधा से ज्यादा जमीन लोगों ने गलत तरीके से कब्जा करके बेच दी है। कब्जा करने वाले लोगों में ज्यादातर भाजपा के स्थानीय नेता हैं। नेताओं की गलती है कि उन्होंने वादा किया और उसे पूरा नहीं किया, लेकिन उससे बड़ी गलती वहां की जनता की है, क्योंकि जिसने आपसे झूठा वादा किया आप उसी को जाकर वोट दे देते हैं।

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नई दिल्ली, 15 सितंबर (हि.स.)। कर्नाटक के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बाद अब बिहार के मंत्री चंद्रशेखर यादव अपने बयान की वजह से सुर्खियों में आ गए हैं । उदयनिधि ने सनातन धर्म को लेकर जो बयान दिया था, उस पर सनातन धर्मावलंबियों ने कड़ा रुख अपनाया है। अभी तक यह मामला शांत भी नहीं हुआ कि बिहार के मंत्री चंद्रशेखर की रामचरित मानस पर टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया घमासान मच गया है। इसे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को समाप्त करने वाले बयान से जोड़ कर देखा जा रहा है।

बिहार के मंत्री चंद्र शेखर के इस बयान पर कि रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है, उप्र के मंत्री जितिन प्रसाद कहते हैं, ”आईएनडीआई गठबंधन और उसके नेता सनातन धर्म को खत्म करने की बात करते हैं। आने वाले समय में जनता इसका जवाब देगी। जो लोग सनातन धर्म को समाप्त करने की बात करते हैं वे स्वयं समाप्त हो जायेंगे।”

लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान कहते हैं, “वह उस राज्य के शिक्षा मंत्री हैं, जहां वर्षों से पाठ्यक्रम खत्म नहीं हुए हैं। जहां प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता का पतन हो रहा है। जहां छात्रों के लिए बुनियादी ढांचा और बेंच नहीं है। इस तरह के विवादित बयान देकर कोई भी इन्हें पहचान सकता है। इससे समाज में विभाजन को बढ़ावा मिलेगा। चिराग पासवान ने कहा कि क्या शिक्षा मंत्री ने एक बार यह जानने की कोशिश की कि बिहार के छात्र कोटा में क्यों आत्महत्या का प्रयास कर रहे हैं।”

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर की “रामचरितमानस पोटैशियम साइनाइड” टिप्पणी पर भाजपा नेता संबित पात्रा का कहना है, ” इंडी गठबंधन के लोगों के बयान से लगता है कि इनके अंदर हिंदू धर्म के प्रति जहर भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन के लोगों का कहना है कि रामचरितमानस पोटेशियम साइनाइड है जबकि इसमें करोड़ों लोगों की श्रद्धा निहित है। संबित पात्रा ने कहा है कि जो लोग ‘राम’ को जहर कहने का दुस्साहस करते हैं, वे इस देश की मूल आस्था पर सवाल उठा रहे हैं और इसे चोट पहुंचा रहे हैं। जनता उनका बहिष्कार करेगी।”

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पटना, 15 सितंबर (हि.स.)। राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जिस श्रीरामचरित मानस पर सदियों से राम-भक्त हिंदुओं की आस्था है, उस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बार-बार अनर्गल बयान देना विपक्षी गठबंधन के सनातन धर्म विरोधी एजेंडे का हिस्सा है। हिम्मत है तो मंत्री किसी दूसरे धर्म ग्रंथ पर टिप्पणी करके देखें।

सुशील मोदी ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के इशारे पर जगदानंद और चंद्रशेखर ऐसे विद्वेषपूर्ण बयान दे रहे हैं। ये बयान बिहार में महागठबंधन के लिए ही सायनाइड साबित होंगे। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजद का एक नेता तिलक लगाने वालों को ‘देशद्रोही’ बता रहा है, तो इनका एक मंत्री हिंदी दिवस पर हिंदी साहित्य के महत्वपूर्ण भक्तिकाव्य को “पोटैशियम सायनाइड” (विष) बता रहा है। संवैधानिक पद बैठे चंद्रशेखर के सार्वजनिक भाषणों की “हेट स्पीच हिस्ट्री” को देखते हुए उन पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए और उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि देश के 14 लोकप्रिय टीवी ऐंकरों का बहिष्कार करने का विपक्षी गठबंधन का निर्णय बताता है कि कांग्रेस आज भी आपातकाल की मानसिकता में जी रही है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस, राजद, जदयू, टीएमसी, द्रमुक सहित 26- गैर-भाजपा दल यदि गलती से भी सत्ता में आ गए, तो प्रेस की आजादी खतरे में पड़ जाएगी। बार-बार लोकतंत्र और संविधान की दुहाई देने वाले लोग मीडिया के उस वर्ग के प्रति असहिष्णु हैं, जो इनसे असहमत है या इन्हें आईना दिखाता है।

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पटना, 15 सितम्बर (हि.स.)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 16 सितम्बर को एकदिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं। उनके आने पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। वे मधुबनी के झंझारपुर में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। झंझारपुर में सभा को संबोधित करने के बाद गृहमंत्री अररिया जिले के नेपाल-भारत सीमा पर स्थित जोगबनी में नवनिर्मित केंद्रीय भवनों का उद्घाटन करेंगे। साथ ही बथनाहा स्थित एसएसबी के नवनिर्मित भवनों का भी वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करेंगे।

केंद्रीय गृहमंत्री करीब चार घंटे तक बिहार में रहेंगे। शनिवार दोपहर करीब एक बजे शाह दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से वे हेलीकॉप्टर के जरिए 1:30 बजे झंझारपुर में आयोजित कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे और वहां जनसभा को संबोधित करेंगे। झंझारपुर में जनसभा को संबोधित करने के बाद शाह हेलीकॉप्टर से अररिया के जोगबनी के लिए रवाना हो जाएंगे।

अमित शाह करीब 3.30 बजे जोगबनी पहुंचेंगे, जहां वे नवनिर्मित केंद्रीय भवनों का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ बथनाहा एसएसबी के नवनिर्मित भवनों का भी वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करेंगे। जोगबनी में कार्यक्रम खत्म होने के बाद शाह हेलीकॉप्टर से वापस दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से शाम पांच बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। इस बीच वे पार्टी के नेताओं से चुनावी तैयारियों की जानकारी लेंगे।

क्या हैं अमित शाह के झंझारपुर आने के मायने

अमित शाह झंझारपुर आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में झंझारपुर सीट जनता दल यूनाईटेड के खाते में थी। तब भाजपा-जदयू के साथ में जदयू के रामप्रीत मंडल ने जीत हासिल की थी लेकिन 2020 के विधानसभा चुनाव के जनादेश से उलट राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) छोड़कर जदयू के महागठबंधन में शामिल होने का असर इस सीट पर 2024 के लोकसभा चुनाव में देखने को जरूर मिलेगा।

जातीय समीकरणों के आधार पर देखें तो राजद और जदयू के साथ होने से महागठबंधन को यहां मजबूती मिलेगी। वजह पिछड़ा और अतिपिछड़ा बहुल सीट है। शाह की इस सभा से पहले भाजपा ने चौंकाते हुए मिथिलांचल से निषाद समाज के नेता हरि सहनी को बिहार विधान परिषद में न केवल नेता प्रतिपक्ष बनाया, बल्कि मिथिला में इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया गया है। मायने यह कि भाजपा इस क्षेत्र में इस वर्ग के वोटरों को साथ लाने का बड़ा दांव खेल चुकी है। इसलिए अभी यह मानना संभव नहीं है कि भाजपा मिथिलांचल में सहयोगी दलों के भरोसे रहने के मूड में है।

राजनीतिक जानकर यह भी कह रहे हैं अमित शाह की रैली मिथिलांचल में झंझारपुर सीट पर अगड़ी जाति को साधने की कोशिश है। इसी क्षेत्र से सांसद रहे नीतीश मिश्रा आते हैं। नीतीश बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के पौत्र हैं। वह इस सीट एक बार सांसद रह चुके हैं। भाजपा में वह सक्रिय भी हैं और काम करने के अलग तरीके के कारण नीतीश मिश्रा को पसंद करने वाले लोग ठीकठाक हैं। संभव है कि शाह के स्टेज पर नीतीश मिश्रा को आगे करने का प्रयास हो यानी नाम घोषित किए बगैर भाजपा बताने का प्रयास करेगी कि वह पिछड़ी जाति के लोगों का सम्मान दे रही है तो अगड़ी जाति की पीठ पर भी उसका हाथ है।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक साल के भीतर छठी बार बिहार आ रहे हैं। सितंबर, 2022 में पूर्णिया और किशनगंज का दौरा करके उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 का शंखनाद किया था। शाह की जनसभा को सफल बनाने के लिए भाजपा नेता जी जान से लगे हुए हैं।

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बेगूसराय, 15 सितम्बर (हि.स.)। बरौनी-बेगूसराय रेलखंड के तिलरथ स्टेशन के समीप शुक्रवार को एक लड़की ने रेलवे के 25 हजार वोल्ट विद्युत सप्लाई वाले पोल पर चढ़कर हड़कंप मचा दिया। जिसके कारण ट्रेनों का परिचालन काफी देर तक बाधित रहा। फिलहाल काफी कोशिश के बाद उसे उतार कर रेलवे पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

लड़की के इस कारनामे का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है कि तिलरथ स्टेशन के समीप 25 हजार वोल्ट के पोल पर पीले रंग का सलवार सूट पहनी लड़की चढ़कर आत्महत्या करने का प्रयास कर रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार लड़की पारिवारिक विवाद के कारण गुस्से में खतरनाक पोल पर रेल कर्मियों के मना करने के बाद भी चढ़ गई थी।

मामले की सूचना मिलते ही रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया तथा आनन-फानन में तुरंत बिजली का सप्लाई बंद कराया गया। ट्रेन को पावर सप्लाई करने वाले पोल पर लड़की के चढ़े रहने के कारण ट्रेनों का परिचालन भी रोक दिया गया। इसके बाद बरौनी से टावर वैगन इंजन मंगवाकर काफी मशक्कत के बाद लड़की को सकुशल नीचे उतारा गया और ट्रेन परिचालन शुरू किया गया।

लड़की मानसिक रूप से विक्षिप्त बताई जा रही है, जिसे बेगूसराय आरपीएफ को सौंप दिया गया। लेकिन रेलवे सुरक्षा बल द्वारा उसे विक्षिप्त कहकर भगा दिया गया। जिसके कारण मामले का सही खुलासा नहीं हो सका। जबकि, इस तरह के संगीन मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए थी। इस मामले में रेल पुलिस या रेलवे पदाधिकारी किसी प्रकार का बयान देने से परहेज कर रहे हैं।

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