पटना, 03 अक्टूबर (हि.स.)। प्रश्न पत्र लीक होने का मामला उजागर होने के बाद केंद्रीय चयन परिषद ने बिहार सरकार की सिपाही भर्ती लिखित परीक्षा मंगलवार को रद्द कर दिया। साथ ही 07 और 15 अक्टूबर को होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा भी अगले आदेश के लिए स्थगित कर दी गई है।

बीते एक अक्टूबर को विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में सिपाही भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गयी, जिसमें बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। इस दौरान दोनों पालियों में बड़ी संख्या में नकल करते हुए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस एवं चिट-पूर्जों के साथ राज्य के विभिन्न जिलों में अभ्यर्थी पकड़े गए थे। इसके बाद अभ्यार्थियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसकी शिकायत पर केन्द्रीय चयन परिषद ने यह फैसला लिया है।

फिलहाल, पूरे मामले की जांच चल रही है। अनुसंधान में इस तरह के और मामले सामने आने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। इन क्रिया-कलापों के कारण परिषद की लिखित परीक्षा की प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं। पटना, नवादा, समस्तीपुर, भोजपुर, बक्सर,सारण, आरा समेत अन्य जिलों में इस तरह की शिकायतें मिली थीं। इस मामले में कई स्थानों पर एफआईआर दर्ज किया गया है। अब तक सभी जिलों में 61 एफआईआर दर्ज होने की सूचना है। अब इस मामले की जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को दिया गया है। ईओयू के एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सभी जिलों में दर्ज एफआईआर मंगवा ली गई है। विशेष टीम का गठन कर मामले की छानबीन शुरू की गयी है।

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पटना, 3 अक्टूबर (हि.स.)। माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) 2023 का रिजल्ट मंगलवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने अपने कार्यालय से जारी किया। बिहार एसटीईटी परीक्षा चार से 15 सितंबर 2023 तक आयोजित की गयी थी। परीक्षा में कुल 428387 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें से कुल 3 लाख 726 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। कुल सफल शिक्षक अभ्यर्थियों की संख्या प्रतिशत 79.9 प्रतिशत है।

परीक्षा परिणाम जारी करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आनंद किशोर ने बताया कि इस बार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 15 दिनों के अंदर ही परीक्षा का रिजल्ट प्रकाशित किया है, जो अब तक का सबसे फास्ट जारी किया गया रिजल्ट है।

परीक्षा में असफल हुए अभ्यर्थियों का हौसला बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि जो भी परीक्षार्थी इस परीक्षा में सफल नहीं हुए हैं उन परीक्षार्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है। अब प्रत्येक वर्ष दो बार एसटीईटी परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। जो भी अभ्यर्थी किसी कारणवश इस परीक्षा में सफल नहीं हो पाए हों सभी फिर से तैयारी करें और बहुत जल्द अगली परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। पूरी मेहनत और लगन के साथ परीक्षा में बैठें मेहनत उनके कदम चूमेगी।

अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि क्वालिफाइड और नॉट क्वालिफाइड की ही सूचना परीक्षा फल में रहेगी। मेरिट लिस्ट या मेधा क्रमांक का प्रावधान राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार इस एसटीईटी परीक्षा में नहीं किया गया है और अगली परीक्षा में भी फिलहाल विचार नहीं है।

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पूर्णिया मे साइकिलिंग एसोसिएशन ऑफ़ बिहार की प्रतियोगिता में सारण की मंजू कुमारी ने जीता गोल्ड मेडल

जलालपुर: बिहार साइकिलिंग एसोसिएशन द्वारा पूर्णिया में आयोजित 15वीं स्टेट प्रतियोगिता में सारण की मंजू कुमारी ने 20 किलोमीटर प्रतिस्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतकर सारण वासियों को गौरवान्वित किया है.

इस आशय की जानकारी देते हुए सारण साइकिलिंग एसोशिएशन के सचिव व जलालपुर हाई स्कूल के खेल शिक्षक प्रभातेष पांडेय ने बताया कि पूर्णिया में सोमवार को संपन्न प्रतियोगिता में सारण की मंजू कुमारी पिता हरेंद्र सिंह ग्राम धोबवल काकन टोला को 20 किलोमीटर प्रतिस्पर्धा में गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ. वही उसे मास स्टार्ट प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल मिला है.

उन्होंने बताया कि साइकिल के अभाव में मास स्टार्ट प्रतियोगिता में उसे ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा.

बताते चलें कि मंजू कुमारी साइकिलिंग के नेशनल में गोल्ड मेडल जीतने वाली सुहानी की बड़ी बहन है. उन्होंने बताया कि मंजू कुमारी जलालपुर हाई स्कूल के खेल मैदान में अपनी साइक्लिंग करियर की शुरुआत की है. वह सारण साइकिलिंग एसोशिएशन की प्रतियोगिता मे कई बार विजेता रही है.

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पटना, 02 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार में कही हल्की तो कही भारी बारिश के बीच मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने बिहार में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 4 अक्टूबर तक राज्य के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।

आईएमडी की ओर से जारी किये गये अलर्ट के अनुसार बिहार में 2 यानि सोमवार और 3 अक्टूबर को भारी हो सकती है।

मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के अनुसार बिहार में पटना सहित 17 जिलों में भारी बारिश होने की आशंका है। भागलपुर, बांका, कटिहार, पूर्णिया और पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सारण, वैशाली, पटना, भोजपुर में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

दो अक्टूबर को पांच जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 3 और 4 अक्टूबर को भी राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश की संभावना है। इसे लेकर मौसम विभाग की ओर से अलग-अलग जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है।

उल्लेखनीय है कि बिहार के छह जिलों पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सिवान, पश्चिमी चंपारण में सामान्य से बहुत कम बारिश हुई है तो राज्य के 9 जिलों औरंगाबाद, भभुआ, अरवल, भोजपुर, मुजफ्फरपुर,किशनगंज, मधुबनी, पटना और सारण जिले में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है।

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सरकार ने जारी की जातीय गणना, कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा

पटना, 02 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार सरकार ने जातीय गणना की रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी है। सरकार द्वारा जारी जातीय गणना के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 है। जातीय गणना के आंकड़े के मुताबिक अत्यंत पिछड़ा- 36 फीसदी, पिछड़ा वर्ग- 27 फीसदी, अनुसूचित जाति- 19 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 1.68 फीसदी है।

बिहार सरकार की तरफ से जारी जातीय गणना के मुताबिक बिहार में सवर्णों की तादाद 15.52 फीसदी है। जिसमें भूमिहार की आबादी 2.86 फीसदी, ब्राह्मणों की आबादी 3.66 फीसदी, राजपूत की आबादी 3.45 फीसदी है। जबकि कुर्मी की जनसंख्या 2.87 फीसदी, मुसहर की आबादी 3 फीसदी, यादवों की आबादी 14 फीसदी है।

जनगणना में कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा बताई गई है। इनमें हिंदू समुदाय की आबादी 81.9 प्रतिशत, मुस्लिम की आबादी 17.7 प्रतिशत, ईसाई 0.05 प्रतिशत, सिख- 0.01 प्रतिशत, बौद्ध 0.08 प्रतिशत, जैन 0.0096 प्रतिशत अन्य धर्म के लोगों की आबादी 0.12 प्रतिशत है। 13 करोड़ से ज्यादा की आबादी में 10.07 करोड़ हिंदू और मुस्लिम की आबादी 2.31 करोड़ है।

बिहार में सभी दलों की सहमति से जातीय गणना कराने पर सहमति बनी थी। सभी दलों की सहमति के बाद विधानमंडल के दोनों सदनों से प्रस्ताव पारित हुआ।

केंद्र सरकार के इनकार के बाद बिहार सरकार ने अपने बूते पर जातीय गणना का काम शुरू किया लेकिन जाति आधारित गणना को लेकर बिहार में खूब बवाल मचा था। मामला हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद दो चरणों में जातीय गणना का काम पूरा हुआ।

जातीय गणना का काम पूरा होने के बाद विपक्षी दल लगातार सरकार से जातीय गणना की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग कर रहे थे। आखिरकार नीतीश सरकार ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के मौके पर जातीय गणना के आंकड़ों को सार्वजनिक कर दिया।

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Siwan: सीवान सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक के वार्षिक आम सभा समारोह का उद्घाटन महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल द्वारा किया गया। समारोह की अध्यक्षता बैंक के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह के द्वारा किया गया।

इस सभा में बैंक द्वारा प्रधानमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत छोटे छोटे बच्चो के गुल्लक देकर किया गया। जिसमे बच्चे थोड़े थोड़े पैसा जमा करा कर के महीना के अंत में बैंक अधिकारी के सहयोग से अपने बचत खाता में जमा करेंगे।

इस समारोह में जिले के सभी पैक्स अध्यक्ष, पैक्स प्रबंधक के साथ साथ सहकारिता प्रसार पदाधिकारी सैयद मशरूक आलम के साथ साथ प्रशासी पदाधिकारी आलोक कुमार वर्मा, अधियाचना पदाधिकारी दुर्गा वर्मा, ऋण पदाधिकारी अमित सिंह, तकनीकी सहायक कृष्णा, पंकज कुमार यतिंद्र अग्रवाल, मंतोष तिवारी सहायक मुख्यालय आदि उपस्थित थे।

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Chhapra:  रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री जनता की सुविधा गाड़ी सं० सं०15113 गोमतीनगर – छपरा कचहरी एक्सप्रेस को कपतंगज-थावे रेल खण्ड पर पड़ने वाले रामकोला रेलवे स्टेशन पर दो मिनट का प्रायोगिक ठहराव प्रदान किये गया है ।

इस अवसर पर शनिवार को रामकोला स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में सांसद(कुशीनगर) विजय कुमार दूबे द्वारा गाड़ी संo 15113 गोमतीनगर– छपरा कचहरी एक्सप्रेस के रामकोला स्टेशन पर ठहराव का औपचारिक शुभारंभ किया ।

इस अवसर पर आयोजित उदघाटन समारोह में सांसद विजय कुमार दूबे ने अपने सम्बोधन में गोमतीनगर- छपरा कचहरी के ठहराव के लिए रेलमंत्री एवं रेल प्रशासन का आभार ब्यक्त करते हुए कहा कि इस गाड़ी का रामकोला स्टेशन पर ठहराव हो जाने से रामकोला परिक्षेत्र में निवास करने वाली साठ हजार जनता जैसे अध्ययन करने वाले छात्र एवं छात्राओं को स्कूल, कॉलेज तथा कोचिंग करने में काफी सुविधा होगी, दूसरे जिलों में नौकरी एवं रोजगार हेतु जाने वालों तथा गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजो को भी इलाज के लिए आने जाने में बहुत सुविधा होगी। इस अवसर पर सांसद ने क्षेत्रीय जनता से अपील की अधिक से अधिक यात्री अपना टिकट लेकर यात्रा करें जिससे इस स्टेशन पर इस गाड़ी को स्थाई ठहराव मिल सके । बौद्ध सर्किट में आने वाले कुशीनगर जिले के रामकोला स्टेशन पर गोमतीनगर एक्सप्रेस के ठहराव से न केवल रामकोला के निवासियों को सुविधा होगी बल्कि इससे सटे हुए देवरिया, महराजगंज एवं गोपालगंज जिले के हजारों लोगों को समेत आस-पास की जनता को गोमतीनगर, बाराबंकी, गोंडा, मनकापुर, बस्ती, गोरखपुर, कप्तानगंज, पड़रौना, थावे, गोपालगंज, मसरख एवं छपरा कचहरी तक सीधी यात्रा का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा साथ ही स्थानीय यात्रियों को आने-जाने में बहुत सुविधा होगी विशेष रूप से रोजगार, इलाज एवं शिक्षा के लिए यात्रा करने वालों को लाभ मिलेगा ।

एक बार पुनः इस गाड़ी की ठहराव के लिए रेल विभाग को बहुत बहुत बधाई देते हुए उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री, रेल मंत्री तथा रेल प्रशासन के अथक प्रयास के परिणामस्वरूप NH730 पर कप्तानगंज में रेल ओवर ब्रिज के निर्माण को गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया।

इसके पूर्व माननीय अतिथियों का स्वागत करते हुए मुख्य परियोजना प्रबंधक(गतिशक्ति) कैशलेस सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे का वाराणसी मंडल यात्री प्रधान मंडल है जो अपने यात्रियों को उन्नत सुख सुविधाएँ उपलब्ध कराने हेतु लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में रामकोला के यात्रियों की माँग एवं सांसद विजय कुमार दूबे के प्रयासों के परिणामस्वरूप रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री जनता की सुविधा हेतु गाड़ी सं० 15113 गोमतीनगर – छपरा कचहरी एक्सप्रेस को कप्तानगंज-थावे रेल खण्ड पर पड़ने वाले रामकोला रेलवे स्टेशन पर दो मिनट का ठहराव प्रदान किया गया है । जिसके अनुसार 30 सितम्बर, 2023 को गोमतीनगर से प्रस्थान करने वाली गाड़ी सं- 15113 गोमतीनगर – छपरा कचहरी एक्सप्रेस गाड़ी 01 अक्टूबर,2023 को 04:00 बजे रामकोला स्टेशन पर पहुंचकर दो मिनट का ठहराव लेकर 04:02 बजे छपरा कचहरी के लिए प्रस्थान करेगी। इस गाड़ी के ठहराव से कुशीनगर जिले के रामकोला स्टेशन पर गोमतीनगर एक्सप्रेस के ठहराव से न केवल रामकोला के निवासियों को सुविधा होगी बल्कि इससे सटे हुए गोपालगंज, महराजगंज एवं देवरिया जिले के लाखो लोगों को भी अब इस गाड़ी से पड़रौना, थावे, गोपालगंज, मसरख एवं छपरा कचहरी तक आने-जाने में सहूलियत होगी ।

इस अवसर पर मुख्य परियोजना प्रबंधक(गतिशक्ति) कैशलेस सिंह, सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक पुष्कर सिंह रावत, सहायक मंडल इंजीनियर/छपरा जी बी सिंह समेत रेलवे कर्मचारी तथा भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी ।

कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन जनसम्पर्क अधिकारी अशोक कुमार द्वारा किया गया।

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जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर संशय करें दूर, जाने व्रत के नियम एवम कथा

जीवित्पुत्रिका हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए बेहद कठिन व्रत माना जाता है. इस व्रत को महिलाएं निर्जला रहकर करती हैं.

माताएं निर्जला व्रत रखती है. आज पूरे दिन उपवास रखकर जीउतवाहन की पूजा करती है और संतान की लंबी आयु के लिए कामना करती है. हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका व्रत या जिउतिया व्रत करने का विधान है.

यह व्रत सप्तमी से लेकर नवमी तिथि तक चलता है. जिउतिया पर्व महिलाओं के लिए बेहद खास होता है. यह व्रत संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए रखा जाता है. देश के अलग-अलग हिस्सों में इस व्रत को जिउतिया, जितिया, जीवित्पुत्रिका, जीतवाहन व्रत के नाम से जाना जाता है.

इस साल यह व्रत 7 अक्तूबर 2023 को शुरू होगा और 8 अक्टूबर 203 तक चलेगा. व्रत के एक दिन पहले नहा कर खाना जो स्त्री इस व्रत को रखती है़ एक दिन पहले से पकवान बनाती है़। सेघा नमक से तथा बिना लहसुन प्याज का खाना शुद्धता से बना कर खाती है़.

किस दिन से व्रत की शुरुआत करें.

व्रत कथा के अनुसार सप्तमी से रहित और उदयातिथि की अष्टमी को व्रत करें। यानि सप्तमी विद्ध अष्टमी जिस दिन हो उस दिन व्रत नहीं करके शुद्ध अष्टमी को व्रत करे और नवमी में पारण करे। यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो व्रत का फल नहीं मिलता है।

जीवित्पुत्रिका व्रत की शुरुआत नहाय खाए से होती है.

इस साल 06 lअक्टूबर 2023 दिन शुक्रवार को नहाए खाए होगा.

07 अक्टूबर 2023 दिन शनिवार को निर्जला व्रत रखा जाएगा.

8 अक्टूबर 2023 को व्रत का पारण किया जाएगा. सूर्य उदयके बाद

व्रत कैसे करें

स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें. भगवान जीतवाहन की पूजा करें. इसके लिए कुशा से बनी जीतवाहन की प्रतिमा को धूप-दीप, चावल, पुष्प आदि अर्पित करें. इस व्रत में मिट्टी और गाय के गोबर से चील व सियारिन की मूर्ति बनाई जाती है. इनके माथे पर लाल सिंदूर का टीका लगाया जाता है. पूजा समाप्त होने के बाद जीवित्पुत्रिका व्रत की कथा सुनी जाती है। पारण के बाद यथाशक्ति दान और दक्षिणा दें।

जीवित्पुत्रिका व्रत का कथा :

जीवित्पुत्रिका व्रत की कथा महाभारत काल से जुड़ी है. धार्मिक कथाओं के अनुसार महाभारत के युद्ध में अपने पिता की मौत का बदला लेने की भावना से अश्वत्थामा पांडवों के शिविर में घुस गया. शिविर के अंदर पांच लोग सो रहे थे. अश्वत्थामा ने उन्हें पांडव समझकर मार दिया, परंतु वे द्रोपदी की पांच संतानें थीं. फिर अुर्जन ने अश्वत्थामा को बंदी बनाकर उसकी दिव्य मणि ले ली. अश्वत्थामा ने फिर से बदला लेने के लिए अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ में पल रहे बच्चें को मारने का प्रयास किया और उसने ब्रह्मास्त्र से उत्तरा के गर्भ को नष्ट कर दिया. तब भगवान श्रीकृष्ण ने उत्तरा की अजन्मी संतान को फिर से जीवित कर दिया. गर्भ में मरने के बाद जीवित होने के कारण उस बच्चे का नाम जीवित्पुत्रिका रखा गया. तब उस समय से ही संतान की लंबी उम्र के लिए जितिया का व्रत रखा जाने लगा.

दूसरी कथा यह है :

चील-सियार की कथा- मिथिलांचन सहित कई इलाकों में प्रचलित इस कथा के अनुसार एक समय एक वन में पेड़ पर एक चील रहती थी. पास में वहीं झाड़ी में एक सियारिन भी रहती थी. दोनों में खूब दोस्ती थी. चील जो कुछ भी खाने को लेकर आती उसमें से सियारिन के लिए जरूर हिस्सा रखती. सियारिन भी चिल्हो का ऐसा ही ध्यान रखती. एक बार की बात है. वन के पास एक गांव में औरतें जिउतिया के पूजा की तैयारी कर रही थी. चिल्हो ने उसे बड़े ध्यान से देखा और इस बारे में अपनी सखी सियारिन को बताई. दोनों ने इसके बाद जीवित्पुत्रिका का व्रत रखा. दोनों दिन भर भूखे-प्यासे रहे मंगल कामना करते हुए व्रत किया लेकिन रात में सियारिन को तेज भूख-प्यास सताने लगी. सियारिन को जब बर्दाश्त नहीं हुआ तो जंगल में जाकर उसने मांस और हड्डी पेट भरकर खाया. चिल्हो ने हड्डी चबाने की आवाज सुनी तो इस बारे में पूछा. सियारिन ने सारी बात बता दी.

चिल्हो ने इस पर सियारिन को खूब डांटा और कहा कि जब व्रत नहीं हो सकता था तो संकल्प क्यों लिया था! सियारिन का व्रत भंग हो गया लेकिन चिल्हो ने भूखे-प्यासे रहकर व्रत पूरा किया. कथा के अनुसार अगले जन्म में दोनों मनुष्य रूप में राजकुमारी बनकर सगी बहनें हुईं. सियारिन बड़ी बहन हुई और उसकी शादी एक राजकुमार से हुई. वहीं, चिल्हो छोटी बहन हुई उसकी शादी उसी राज्य के मंत्री पुत्र से हुई. बाद में दोनों राजा और मंत्री बने. सियारिन रानी के जो भी बच्चे होते वे मर जाते जबकि चिल्हो के बच्चे स्वस्थ और हट्टे-कट्टे रहते. इससे उसे जलन होती. ईर्ष्या के कारण सियारिन रानी बार बार उसने अपनी बहन के बच्चों और उसके पति को मारने का प्रयास करने लगी लेकिन सफल नहीं हो सकी. बाद में उसे अपनी भूल का अहसास हुआ और उसने क्षमा मांगी. बहन के बताने पर उसने फिर से जीवित्पुत्रिका व्रत किया तो उसके भी पुत्र जीवित रहे.

 जीवित्पुत्रिका व्रत शुभ मुहूर्त व पारण का समय

अष्टमी तिथि प्रारंभ- 6 अक्टूबर 2023 दिन शुक्रवार सुबह 6 बजकर 34 मिनट से

अष्टमी तिथि समाप्त- 7 अक्टूबर 2023 दिन शनिवार की सुबह 8 बजकर 8 मिनट तक

व्रत का उपवास शानिवार को रखा जाएगा

जीवित्पुत्रिका व्रत का पारण 8 अक्टूबर दिन रविवार को किया जाएगा. इस दिन प्रात: काल स्नान आदि के बाद पूजा करके पारण करें. मान्यता है कि व्रत का पारण गाय के दूध से ही करे तथा सूर्योदय के बाद ही करना चाहिए.

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ

8080426594/9545290847

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Chhapra: बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा/ सेटिंग करने की योजना को पुलिस ने विफल किया है। उक्त परीक्षा का आयोजन आगामी 1 अक्टूबर को होना है। पुलिस ने एक फॉर्च्यूनर गाड़ी के साथ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा अन्य सामान को जब्त किया है।

  

सारण पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि दिनांक 28.09.2023 को गुप्त सूचना मिली कि खैरा थानान्तर्गत ग्राम खुदाईबाग स्थित पानी टंकी के पास काला रंग के फॉर्च्यूनर गाड़ी से कुछ अज्ञात व्यक्ति आगामी बिहार पुलिस परीक्षा में छपरा के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर सेटिंग कराने, नौकरी दिलवाने का फर्जी एवं अवैध काम करने वाले इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस एवं अन्य सामान के साथ इकट्ठा हुए हैं।

उक्त सूचना पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए पुलिस जब खुदाईबाग स्थित पानी टंकी के पास पहुंची तो कुछ व्यक्ति पुलिस दल को देखकर भाग गये। भागे स्थान पर से एक फॉर्च्यूनर गाड़ी एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा अन्य सामान को जब्त किया गया।

इस संबंध में खैरा थाना काण्ड संख्या-359/23, दिनांक-28.09:23 धारा 419/ 420/467/468/120 (बी) / 414 भा0द0वि0 एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट तथा 3 बिहार एक्जामिनेशन कंडक्ट एक्ट दर्ज कर इस गिरोह में संलिप्त सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु  पुलिस छापेमारी कर रही है।

पुलिस ने  फॉर्च्यूनर वाहन से 10 वॉकी टॉकी, 20 वॉकी टॉकी स्टैण्ड, 4 हॉकी स्टिक, विभिन्न स्कूलों का नाम लिख हुआ पेपर, 19 रेडियो वॉकी टॉकी बैट्री, 30 ब्लूटूथ,  30 केबल सहित चार्जर, 28 पीस असेम्बल किया हुआ डिवाईस (एंटी जैमर) , 55 पीस वॉच बैट्री, दो मोबाईल बरामद कर जब्त किया है।  

इसे बरामद करने वाली  पुलिस की टीम में पु०अ०नि० स्वर्ण सुप्रिया, पु0अ0नि0 राजकुमार झा, दोनों खैरा थाना एवं पुलिस कर्मी थें।  

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पटना/गया (बिहार), 27 सितम्बर (हि.स.)। पितरों को मोक्ष देने वाली भूमि गया में 28 सितम्बर यानी गुरुवार से पितृपक्ष मेला शुरू होगा, जो आगामी 14 अक्टूबर तक चलेगा। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने आने वाले पिंडदानियों के लिए आकर्षक, सुंदर और मनमोहक टेंट सिटी का निर्माण कराया है। टेंट सिटी में आवासन, चिकित्सा, लॉकर, सुरक्षा सहित अन्य सुविधाएं मुफ्त मिलेंगी। सिर्फ शुद्ध और स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन अल्प शुल्क में मिलेंगे।

जिला प्रशासन के मुताबिक एक साथ 25 सौ पिंडदानियों के ठहरने की व्यवस्था टेंट सिटी में हुई है। टेंट सिटी में कोई पिंडदानी आकर विश्राम कर सकते हैं। उनके लिए यहां उत्तम व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन की सोच है कि गया आने वाले पिंडदानी हर स्तर के होते हैं। कई बार देखा गया है कि होटल व धर्मशाला में पिंडदानियों को जगह नहीं मिलने के कारण सड़क पर सो जाते थे लेकिन टेंट सिटी बनने के बाद ऐसा नहीं होगा। यहां पर्याप्त बेड की व्यवस्था की गई है। इससे पिंडदानी सड़क किनारे विश्राम नहीं करेंगे। जिला प्रशासन ने सभी तीर्थ यात्रियों से अपील किया है कि गांधी मैदान में आवासन के लिए बनाए गए टेंट सिटी का उपयोग अवश्य करें।

मिलेंगी ये सुविधाएं

– आवासन की व्यवस्था।
– समान रखने के लिए लाकर की व्यवस्था।
– मे आइ हेल्प यू काउंटर की व्यवस्था।
– सुरक्षा के लिए पर्याप्त सिक्योरिटी गार्ड एवं सीसीटीवी की व्यवस्था।
– शुद्ध पेयजल की व्यवस्था।
– पर्याप्त चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था।
– टेंट सीटी में यात्रियों के गंगाजल।
– डीलक्स शौचालय की व्यवस्था।
– 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति।
– टेंट सिटी के अंदर जीविका एवं सुधा डेयरी के जरिए बिना शुल्क के शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था।
– प्रत्येक दिन शाम में मेलावधि में भजन-कीर्तन के साथ रामलीला।

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पटना, 26 सितम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को विकास और विश्वेश्वरैया भवन का औचक निरीक्षण किया। नीतीश कुमार शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर, गन्ना उद्योग मंत्री आलोक कुमार मेहता, उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत के कार्यालय पहुंचे, जहां कोई भी मंत्री कार्यालय कक्ष में मौजूद नहीं था।

हालांकि, मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार कार्यालय कक्ष में तुरंत ही पहुंचे थे। जब मुख्यमंत्री उनके कक्ष में खड़े थे तभी भवन निर्माण मंत्री ने कार्यालय में प्रवेश किए। मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री को फोन लगवाया और पूछा कि अभी तक कार्यालय क्यों नहीं पहुंचे हैं। सभी को साढ़े नौ बजे तक कार्यालय पहुंचना है। मंत्रियों के समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई।

यही नहीं मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग एवं पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, कृषि एवं परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह अपने कक्ष में नदारद मिले। शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव भी कार्यालय में नहीं थे। इन सभी की अनुपस्थिति पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की। उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौण्ड्रिक, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि अपने कार्यालय में उपस्थित थे।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक भी कक्ष में नहीं थे। वे आधिकारिक तौर पर दिल्ली गए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने विकास भवन स्थित शिक्षा विभाग के कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री विश्वेश्वरैया भवन के सातवें तल पर गए और वहां पथ निर्माण विभाग के कंट्रोल एवं कमांड सिस्टम का जायजा लिया। पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुडुक्कलकट्टी ने मुख्यमंत्री को मॉनीटरिंग सिस्टम की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि को निर्देश दिया कि सभी सचिवालय के भवनों पर सोलर प्लेट लगाएं ताकि सौर ऊर्जा का उपयोग हो सके। मुख्यमंत्री ने सचिवालय परिसर में साफ-सफाई एवं वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उपस्थित कर्मियों से बातचीत की और कार्य पद्धति की जानकारी ली।

निरीक्षण के पश्चात विश्वेश्वरैया भवन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पहले से तय कर दिया गया है कि सभी लोगों को कार्यालय सुबह साढ़े नौ बजे तक पहुंच जाना है। इसी सिलसिले में हम सब जगह देख रहे हैं। हम देख रहे हैं कि सब लोग समय पर आते हैं या नहीं। यदि कोई उपस्थित नहीं रहते हैं तो हम उसी समय फोन लगाकर उनसे बात करते हैं। विश्वेश्वरैया भवन को हम बड़ा और बेहतर बनवा रहे हैं। हम चाहते हैं कि सब लोग समय पर आएं और ठीक ढंग से काम करें।

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बेगूसराय, 26 सितम्बर (हि.स.)। ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभम बनर्जी ने कहा है कि बेगूसराय में 28 सितम्बर से एक अक्टूबर तक आयोजित होने वाला एआईएसएफ का राष्ट्रीय सम्मेलन देश के छात्र आंदोलन की दिशा तय करेगा। सम्मेलन में मिजोरम को छोड़कर देश भर के शेष राज्यों से छह सौ प्रतिनिधि के अलावा बांग्लादेश और श्रीलंका के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। सम्मेलन के पहले दिन 11 बजे से रैली के साथ इसकी शुरुआत होगी एवं दोपहर में एक बजे से आम सभा होगा।

मंगलवार को बेगूसराय के कार्यानंद भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में शुभम बनर्जी ने कहा कि पहली बार पूरे देश में संगठन की दृष्टिकोण से मजबूत जिले में से एक बेगूसराय में हो रहे इस सम्मेलन में हम अगली रणनीति तय करेंगे। उसके बाद 29 सितम्बर से हमारा अलग-अलग सत्र होगा। जिसमें अगली रणनीति तय करने के साथ-साथ राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाएंगे। संगठन के अगले नेतृत्व का भी चयन किया जाएगा। पहले दिनकर विश्वविद्यालय की मांग बेगूसराय जिला स्तर का था। अब राष्ट्रीय स्तर पर बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की मांग उठेगी। इसके लिए भी रणनीति तय किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आज देश में शिक्षा का बाजारीकरण हो रहा है। इससे छात्र-छात्रा शिक्षा से दूर किया जा रहे हैं। देश की 99 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 29 हजार से कम है। जिसमें वह अनिवार्य आवश्यकता पूरा करने में अक्षम हैं। ऐसे में महंगी हो रही उच्च शिक्षा कैसे पूरा करेंगे। विदेशी संस्थाओं के खुलने से आम बच्चे आखिर कैसे पढ़ेंगे। देश में करोड़ों बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं, सरकार गरीबों का मजाक बनाती है।

संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विक्की माहेश्वरी ने कहा कि बेगूसराय जैसे छात्रों की जनसंख्या वाले जिला में एक विश्वविद्यालय की जरूरत है। बेगूसराय में दिनकर के नाम पर विश्वविद्यालय सरकार को खोलना पड़ेगा। राष्ट्रीय सम्मेलन में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना मुख्य मुद्दा होगा। उन्होंने कहा कि हम सड़क से सदन तक इसकी लड़ाई लड़ेंगे। शिक्षा नीति में पुराने एजेंडे को नया रूप दे दिया गया है। हम इसके लिए संघर्ष कर रहे हैं और अगली रणनीति तय करेंगे। सम्मेलन में सरकार की नाकामी उजागर करेंगे। जनता का एजुकेशन पॉलिसी लाने के लिए संघर्ष का शंखनाद करेंगे। हमारा लक्ष्य है समान शिक्षा प्रणाली लागू करो, भगत सिंह के सपनों का देश बनाओ। भगत सिंह रोजगार गारंटी स्कीम शुरू करने तथा समय पर सभी महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव पर भी चर्चा करेंगे। प्रेसवार्ता में राज्य सचिव अमीन हमजा, राज्य संयुक्त सचिव राकेश कुमार एवं जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार भी उपस्थित थे। इस दौरान सम्मेलन के पोस्टर का भी विमोचन किया गया।

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