– ‘कंगना रनौत के बयान का कोई मतलब नहीं’
– ‘राहुल गांधी कुछ भी बोलकर पब्लिसिटी बटोरना चाहते हैं’
पटना: जनता दरबार के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान शराबबंदी के संबंध मंगलवार को होने वाली समीक्षा बैठक के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान फिर से चलाया जायेगा। पहले से चलाये जा रहे कैंपेन की भी समीक्षा की जायेगी। शराबबंदी को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही को हम सहन नहीं कर सकते हैं। समाज में कुछ लोग गड़बड़ करने वाले होते हैं, उन पर नजर रखना बहुत जरूरी है। गड़बड़ी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत होती है।
उन्होंने कहा कि हमलोग देखेंगे कि आखिर कौन लोग शराबबंदी कानून की अवहेलना के आरोप में पकड़े गये हैं। शराबबंदी से पहले शराब के धंधे से जुड़े लोग आजकल कौन काम कर रहे हैं, इस पर भी नजर रखने की जरूरत है। शराबबंदी को और भी मजबूती से लागू करने को लेकर जो भी जरूरी कदम होंगे वो आगे भी उठाये जायेंगे। लोगों को फिर से जागरूक करने को लेकर अभियान चलाने से लेकर गड़बड़ी करने वालों पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई करने को लेकर भी चर्चा की जायेगी।
फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के आजादी वाले बयान पर पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है। हमें आश्चर्य लगता है कि ऐसे लोगों की बात को पब्लिश कैसे किया जाता है। इन सब चीजों का क्या महत्व है। व्यक्ति के बारे में आप कह ही नहीं सकते हैं कि कौन क्या बोलेगा। ऐसे चीजों पर कोई ध्यान भी देता है क्या ? कौन नहीं जानता है कि आजादी कब हुई। ऐसे बयानों का कोई महत्व नहीं देकर मजाक उड़ा देना चाहिये था। कुछ लोगों की आदत होती है, हम ऐसे लोगों पर ध्यान नहीं देते हैं।
राहुल गांधी के हिंदुत्व वाले बयान पर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये उन्हीं से पूछिये, पूरा बतायेंगे। इन सब चीजों पर क्या चर्चा करना है। कुछ लोग कुछ बोलकर चर्चा में बने रहना चाहते हैं। उनको काम में रूचि नहीं है। हमलोगों को काम में रूचि है। जनता की सेवा करना ही हमारा धर्म है, हम उसी में लगे रहते हैं। हम व्यक्ति विशेष के लिये नहीं कह रहे हैं। ज्यादातर लोगों के मन में रहता है कि कुछ बयानबाजी करते रहो ताकि पब्लिसिटी मिलती रहे। बिहार में देखिएगा तो कुछ लोग मेरे खिलाफ बोलते हैं ताकि उनको पब्लिसिटी मिले। उनको मालूम है कि मेरे खिलाफ बोलेंगे तो पब्लिसिटी मिलेगी।
बिहार में क्राइम बढ़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में क्राइम की संख्या पहले की तुलना में घटी है। ऐसा कुछ नहीं है कि क्राइम बढ़ा है। कुछ घटना होती है तो उस पर एक्शन होता है। उन्होंने कहा कि हमलोगों के यहां प्रशासन और पुलिस इस मामले में सक्रिय है। जहां कहीं भी कुछ हो रहा है उस पर एक्शन हो रहा है। कुछ चीजों में इंसिडेंट अलग किस्म का हुआ है। एक जगह नक्सलियों का मामला आया है तो पूरे तौर पर जांच हो रही है। एक-एक चीज को देखा जा रहा है। वो एक फिगर है, हर साल फिगर प्रकाशित होता है लेकिन ये कहना कि बिल्कुल खत्म हो गया, ये नहीं कहा जा सकता है। जब से हमलोगों ने शराबबंदी लागू की है तब से क्राइम में भी कमी आई है। पहले दारू पीकर गाड़ी चलाने से सड़क दुर्घटना के काफी मामले सामने आते थे। अभी देश भर का रोड एक्सिडेंट का फिगर देख लीजिये, इसमें अभी बिहार की क्या स्थिति है देख लीजिये। कहीं कोई इंसिडेंट होता है तो हर इंसिडेंट की पूरे तौर पर जांच के बाद कार्रवाई होती है। पुलिस को निर्देश है कि कहीं कोई इंसिडेंट होता है तो जो नियम है, जो कानून है उसके अनुसार जांच कीजिये और जो आपकी जिम्मेदीरी है उसके मुताबिक उस पर उचित कार्रवाई करिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपारण में बापू के आने के बाद कितनी तेजी से देश में आंदोलन बढ़ा और तीस साल के अंदर देश आजाद हो गया। बिहार के लोगों के बारे में गलतफहमी पैदा की जाती है। बिहार के अधिकतम लोग इन सब चीजों के मामले में बहुत अच्छे विचार के हैं। चंद लोग तो गड़बड़ होंगे ही, दुनिया में कोई कह ही नहीं सकता है कि हर आदमी ठीक हो जायेगा। ये संभव नहीं है। दुनिया में कहीं भी देख लीजिये हर आदमी ठीक नहीं हो सकता है।