Patna: बिहार की राजनीति में इन दिनों हलचल मची हुई है. जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के वरिष्ठ नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर पर ₹100 करोड़ का मानहानि का केस दर्ज कराया है। ये कार्रवाई प्रशांत किशोर द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद की गई है. प्रशांत किशोर ने अशोक चौधरी पर 200 करोड़ घोटाला ओर जमीन के हेराफेरी का आरोप लगाया था।
दरअसल प्रशांत किशोर ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के चार बड़े नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे. इन नेताओं में बीजेपी के मंगल पांडे, सम्राट चौधरी, संजय जायसवाल के साथ-साथ जेडीयू के नेता अशोक चौधरी का नाम भी शामिल था।
देना होगा सबूत
कानूनी नोटिस के जरिए प्रशांत किशोर को आरोपों पर एक हफ्ते के अंदर सबूत देने के लिए कहा गया है। या फिर सबके सामने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लिखित या बोलकर माफी मांगेंने के लिएकहा गया है. नोटिस में लिखा है, ‘अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो हमारे क्लाइंट को आपके खिलाफ पुलिस केस और मानहानि का केस करना पड़ेगा। इसके लिए वह आपसे हर्जाने के तौर पर ₹100 करोड़ देने होंगे।
आरोपों को बताया झूठा
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि प्रशांत किशोर द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह झूठे और भ्रामक हैं। अशोक चौधरी ने बताया कि इससे पहले भी उन्होंने प्रशांत किशोर के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। इसके तहत उन्हें 17 अक्टूबर 2025 को न्यायालय में पेश होने का बुलावा भी दिया गया था। अशोक चौधरी ने आरोप लगाया कि न्यायालय से बुलावा मिलने के बाद प्रशांत किशोर डर गए और उसी डर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झूठे और गलत आरोप लगाने लगे। उन्होंने कहा कि जिस 200 करोड़ रुपये की संपत्ति का हवाला दिया जा रहा है, वह पूरी तरह गलत है।