Patna: नितिश सरकार ने मजदूरों की जेब में राहत डालते हुए न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। श्रम संसाधन विभाग की ओर से जारी नई अधिसूचना के मुताबिक, 1 अक्टूबर 2025 से नई दरें लागू होंगी। इस फैसले का सीधा फायदा लाखों श्रमिकों को मिलने वाला है। चाहे वे गांवों में काम कर रहे हों या शहरों में। सरकार का कहना है कि महंगाई के बोझ को कम करने के लिए यह कदम बेहद ज़रूरी था।
अतिकुशल श्रमिक को 660 रुपये रोज़ाना
नई दरों के हिसाब से अब अतिकुशल श्रमिक को 660 रुपये रोज़ाना मिलेंगे। वहीं कुशल मजदूरों की मजदूरी 541 रुपये तय की गई है। अर्धकुशल श्रमिकों को 444 रुपये और अकुशल कामगारों को 428 रुपये प्रति दिन भुगतान करना होगा। ये नियम निर्माण, कृषि और उद्योग समेत सभी सेक्टरों में लागू रहेंगे। विभाग ने साफ कर दिया है कि अगर कोई नियोक्ता तय दर से कम मजदूरी देगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
अधिसूचना को सभी जिलों में प्रचारित किया जा रहा है
आर्थिक जानकारों का मानना है कि यह फैसला मजदूर परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। बढ़ती महंगाई के बीच जहां राशन, बच्चों की पढ़ाई और इलाज पर खर्च बढ़ गया था, वहीं अब बढ़ी हुई मजदूरी से जीवन आसान होगा। इससे श्रमिकों का मनोबल भी ऊंचा होगा और काम की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिलेगा। खासकर ग्रामीण इलाकों में इसका असर बड़ा दिखेगा, जहां अब तक मजदूरी अक्सर कम मिलती थी।
नीतीश सरकार लगातार मजदूर वर्ग के लिए योजनाएं ला रही है। इससे पहले भी दुर्घटना बीमा और आवास जैसी सुविधाएं दी जा चुकी हैं। अब यह नया फैसला सरकार के उस वादे को मजबूत करता है कि गरीब और मजदूर उसके एजेंडे की प्राथमिकता में हैं। विभाग की ओर से बताया गया कि अधिसूचना को सभी जिलों में प्रचारित किया जा रहा है और मजदूरों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल न केवल मजदूरों की जिंदगी आसान करेगी, बल्कि राज्य की आर्थिक रफ्तार को भी तेज़ कर सकती है।