पटना/मुंगेर: बिहार में मुंगेर जिले के तारापुर विधानसभा सीट से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधायक और पूर्व मंत्री मेवालाल चौधरी का सोमवार सुबह पटना के निजी अस्पताल पारस में निधन हो गया। वे कोरोना से पीड़ित थे। सांस लेने में दिक्कत होने के बाद उन्हें तीन दिन पहले पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
डॉ. मेवालाल चौधरी तारापुर प्रखंड के कमरगांव गांव के रहने वाले थे। मुंगेर के सिविल सर्जन जवाहर सिंह ने उनके निधन की पुष्टि की है। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वो कोरोनावायरस से संक्रमित थे। वह तीन दिन से कोरोना की चपेट में आने के बाद पटना के पारस हॉस्पिटल में भर्ती थे।
राजनीति में आने से पहले वर्ष 2015 तक वे भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे। वर्ष 2015 में सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में आए। इसके बाद जदयू से टिकट लेकर तारापुर से चुनाव लड़े और जीत गए। लेकिन चुनाव जीतने के बाद डॉ. चौधरी नियुक्ति घोटाले में आरोपित किए गए। कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में वर्ष 2017 में दर्ज किया गया था। इस मामले में विधायक ने कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली थी।
डॉ. चौधरी की पत्नी स्व. नीता चौधरी राजनीति में काफी सक्रिय रहीं। वे जदयू के मुंगेर प्रमंडल की सचेतक भी थीं। 2010-15 में तारापुर से विधायक चुनी गयीं। वर्ष 2019 में गैस सिलेंडर से लगी आग में झुलसने से उनकी मौत हो गयी थी।
उल्लेखनीय है कि डॉ. मेवालाल चौधरी तारापुर प्रखंड के कमरगांव गांव के निवासी थे। राजनीति में आने से पहले वर्ष 2015 तक वे भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे। वर्ष 2015 में सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में आए। इसके बाद जदयू से टिकट लेकर तारापुर से चुनाव लड़े और जीत गए, लेकिन चुनाव जीतने के बाद डॉ. चौधरी नियुक्ति घोटाले में आरोपित किए गए। कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में वर्ष 2017 में दर्ज किया गया था। इस मामले में विधायक ने कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली थी। मेवालाल चौधरी के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा रवि प्रकाश अमेरिका में है, तो छोटा बेटा मुकुल प्रकाश ऑस्ट्रेलिया में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।