पांच साल बाद याद आई जनता, कल लगेगा मुख्यमंत्री का दरबार

पांच साल बाद याद आई जनता, कल लगेगा मुख्यमंत्री का दरबार

पटना:  लगातार अपनी गिरती साख को बचाने के लिए एक बार फिर से नीतीश कुमार को पांच साल बाद जनता दरबार की याद आयी है। सोमवार यानी 12 जुलाई को सीएम नीतीश कुमार जनता से रुबरु होकर उनकी समस्या सुनेंगे।

जनता दरबार में शामिल होने के लिए कोई भी मोबाइल एप जेकेडीएमएम के माध्यम से भी किसी समस्या या शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इस एप का पूरा नाम है- जनता के दरबार में मुख्यमंत्री और इसे जेकेडीएमएम की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। यह गूगल एप पर भी है। आवेदन करने के लिए संबंधित लोगों को आधार संख्या और मोबाइल नंबर देना होगा।

अगर किसी के पास अपना मोबाइल नहीं है तो वह किसी परिचित का मोबाइल नंबर भी डाल सकते हैं। इस एप पर आवेदन जमा करने पर आवेदक को एक यूनिक संख्या उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस और ई-मेल पर भी प्राप्त हो जायेगी। इस यूनिक संख्या के माध्यम से आवेदक अपनी शिकायत की अपडेट स्थिति मोबाइल एप पर प्राप्त कर सकते हैं।

मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग मिली जानकारी के मुताबिक कोविड के मद्देनजर जनता दरबार के लिए शिकायत आवेदन मोबाइल से लिए जाएंगे। इसके लिए जेकेडीएमएम एप विकसित किया गया है। जिनके पास मोबाइल नहीं है, वे विडियो, एसडीओ और डीएम कार्यालय में जाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

संबंधित पदाधिकारियों द्वारा प्राप्त आवेदनों पर स्वीकृति और तिथि निर्धारण अनुमोदन करने के साथ ही इससे संबंधित सूचना संबंधित डीएम और विडियो को जनता दरबार तिथि से लगभग चार-पांच दिन पूर्व ईमेल पर भेजी जाएगी। साथ ही बुलाए गए आवेदकों की सूची संबंधित डीएम और विडियो एप पर लॉग-इन करके देख सकेंगे।

स्क्रीनिंग के बाद एंट्री

मंत्रिमंडल सचिवालय के अनुसार दूर से आने वाले आवेदक को डीएम एक दिन पहले कुछ चिह्नित जिला के लिए रवाना करेंगे। यहां उनके रात्रि विश्राम के साथ भोजन की व्यवस्था रहेगी। आवेदकों को संबंधित जिलाधिकारी सोमवार की सुबह जनता दरबार के लिए रवाना करेंगे। अररिया-कटिहार के लोगों के लिए बेगूसराय में रात्रि विश्राम की व्यवस्था रहेगी।

इसी प्रकार किशनगंज व पूर्णिया के लोगों के लिए समस्तीपुर। सहरसा, सुपौल के लिए मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बांका के आवेदकों के लिए नालंदा और पश्चिम चंपारण व मधेपुरा के लोगों के लिए वैशाली में रात्रि विश्राम की व्यवस्था की जाएगी। यह सभी व्यवस्था सरकारी स्तर पर अधिकारी करेंगे। पटना पहुंचने के बाद सभी लोगों की इस स्क्रीनिंग कर यह पुख्ता किया जाएगा कि उन्हें कोरोना है या नहीं।

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होगा। एक दिन में मुख्यमंत्री 300 से 400 लोगों से मिलेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाएंगी। तय किया जाएगा कि किस सोमवार को कौन से लोग अपनी किस समस्या को लेकर पहुंचेंगे।

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