विलुप्तप्राय कला रूपों को संरक्षित करने हेतु ‘मुख्यमंत्री गुरू-शिष्य परम्परा योजना’ की शुरुआत

विलुप्तप्राय कला रूपों को संरक्षित करने हेतु ‘मुख्यमंत्री गुरू-शिष्य परम्परा योजना’ की शुरुआत

Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार कैबिनेट की बैठक में 24 एजेंडों पर मुहर लगी। 

बिहार मंत्री परिषद ने कला, संस्कृति के संरक्षण, संवर्द्धन एवं विकास हेतु बिहार राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, दुर्लभ और विलुप्तप्राय कला रूपों को संरक्षित करने हेतु ‘मुख्यमंत्री गुरू-शिष्य परम्परा योजना’ प्रारंभ करने की स्वीकृति प्रदान की है। 

इसके लिए इस पर वित्तीय वर्ष 2025-26 में ₹1,11,60,000/- (एक करोड़ ग्यारह लाख साठ हजार रूपये) मात्र वार्षिक व्यय की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है।

साथ ही बिहार राज्य के वरिष्ठ एवं आर्थिक रूप से विपन्न कलाकारों को मासिक पेंशन प्रदान किये जाने हेतु मुख्यमंत्री कलाकार पेंशन योजना प्रारंभ करने तथा इस पर वित्तीय वर्ष 2025-26 में ₹1,00,00,000/- (एक करोड़ रूपये) मात्र वार्षिक व्यय की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है।

बिहार सरकार के इस पहल से बिहार राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, दुर्लभ और विलुप्तप्राय कला रूपों को संरक्षित किया जा सकेगा। साथ ही विपन्न कलाकारों को मासिक पेंशन प्रदान करने से उन्हें आर्थिक मदद मिल सकेगी। 

बिहार सरकार के इस पहल का कला संगठनों ने स्वागत किया है।

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